भूकंप के तेज झटके, काफी देर तक दिखा असर

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट चंडीगढ़ – 21 मार्च :

उत्तर भारत में अचानक भूकंप आया। इसका epic center अफगानिस्तान में है इसकी असर 7.7 बताया जा रहा है।

जारी है

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया की राष्ट्रीय व प्रदेश इकाइयां भंग : वीरेश शांडिल्य

1 अगस्त 2023 से दिल्ली संसद भवन से जलियावाला बाग तक खालिस्तानी विरोधी रथयात्रा , यात्रा से पहले बदलेगी फ्रंट की टीम

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अंबाला – 17 फरवरी :

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया की राष्ट्रीय एव प्रदेश सभी प्रदेश इकाईयों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है ये जानकारी एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने अपने निवास पर पत्रकारो से बातचीत करते हुए कहे।

शांडिल्य ने कहा कि 1 अगस्त 2023 को दिल्ली संसद भवन से जलियांवाला बाग तक खलिस्तान विरोधी रथ यात्रा निकालेंगे ।इस रथ पर शहीद भगत सिंह,राजगुरु सुखदेव, अशफाक उल्ला खान, उधम सिंह , मदन लाल ढींगरा, खुदी राम बोस, लाला लाजपत राय , रानी झांसी, वीर हकीकत राय सहित 26/11, कारगिल के शहीदों, संसद भवन के शहीदों , पुलवामा हमले में शहीदों के चित्र होंगे ।

ATFI प्रमुख शांडिल्य ने कहा उनका संगठन एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ऐसा आतंकवाद विरोधी संगठन है जो 2002 में भी दिल्ली से जम्मू कश्मीर तक आतंकवाद विरोधी रथयात्रा लेकर जा चुका है । उन्होंने कहा आज फ्रंट की राष्ट्रीय, राज्य व प्रदेश कार्यकारिणी रद्द कर दी है और चार चरणों में प्रदेश अध्यक्षो की घोषणा होगी और उनके बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन होगा ।

शांडिल्य ने कहा उससे पहले वह हरियाणा, पंजाब , चंडीगढ़ , हिमाचल , दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों का दौरा करेंगे और उन युवाओं को फ्रंट के साथ जोडेंगे जिनमे क्रांतिकारियों जैसा जज्बा हो और जो देश मे आतंकवाद को खुलेआम चुनौती दे सकें और उनकी आतंकवाद के खिलाफ मुहिम मजबूत करेंगे । उन्होंने कहा फ्रंट से जुड़ने के लिए कोई सदस्यता शुल्क नही है बस राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव रखने वाले लोग फ्रंट से जोड़े जाएंगे ।

उन्होंने कहा एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया पंजाब में खालिस्तान को पनपने नही देगा । कुछ मुट्ठी भर खालिस्तानी हिन्दू-सिख भाईचारे को कमजोर करने का काम कर रहे है जो मंसूबे फ्रंट कामयाब नहीं होने देगा ।

पंजाब में चर्च प्रोफेट के घरों पर ED रेड

                        पादरी बजिंदर का विवादों से पुराना नाता है। आरोपी को एक महिला को विदेश ले जाने के नाम पर दुष्कर्म करने और नशीला पदार्थ पिलाकर अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देने के आरोप में दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। इनके खिलाफ विदेशों या संस्थाओं से पैसों के लेन-देन की शिकायतें लगातार आ रही थीं। आज पंजाब में चर्च प्रोफेट के घरों पर ED रेड:जालंधर, अमृतसर, कपूरथला, मोहाली में छापामारी; धर्म-परिवर्तन मामलों में पैसों के लेन-देन की जांच पंजाब में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने चर्चों को निशाने पर लिया है।चर्चों के प्रोफेटों (भविष्य वक्ता) के घरों और ठिकानों पर टीमें छापामारी कर रही है

धर्म परिवर्तन के आरोपों के बीच जालंधर के Prophet Bajinder Singh के ठिकानों पर IT की रेड

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 31 जनवरी :

                        पंजाब में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। खबर है कि प्रवर्तन निदेशालय ने चर्चों के प्रोफेट (भविष्य वक्ता) के घरों और ठिकानों पर छापा मारा है. जालंधर, कपूरथला, अमृतसर और मोहाली में छापेमारी जारी है। छापामारी के कारण चर्च से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया है। सभी जगहें पर पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती की गयी है। किसी को अंदर-बाहर जाने-आने की इजाजत नहीं है।

                        मिली जानकारी के अनुसार, जालंधर के ताजपुर स्थित प्रोफेट बजिंदर सिंह और प्रोफेट हरप्रीत सिंह खोजेवाला कपूरथला के घर ED द्वारा छापामारी की जा रही है। वहीं मोहाली में बजिंदर के घर और अमृतसर में भी चर्च के प्रोफेट के घर पर रेड हुई है। किसी को अंदर-बाहर नहीं आने दिया जा रहा। बाहर पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात की गई है।

                        जालंधर के अलावा पंजाब के अमृतसर में भी ED की रेड जारी है। ED की दो गाड़ियां अमृतसर के कोट खालसा में पहुंची। यह घर पादरी अवतार सिंह का है। घर के अंदर इस समय पैरा-मिलिट्री फोर्स तैनात हैं। किसी को अंदर आने नहीं दिया जा रहा।

                        पास्टर बजिंदर सिंह के न्यू चंडीगढ़ स्थित घर, जीरकपुर और माजरी के पास पड़ते चर्च पर भी ED की टीमें पहुंची हैं। यहां भी टीमें सुबह से ही ठिकानों में हैं और जांच कर रही हैं। सभी ठिकानों पर पैरामिलिट्री फौर्स तैनात किया गया है।

धर्म परिवर्तन मामले में चल रही जांच

                        सूचना है कि यह पूरी रेड धर्म परिवर्तन के बढ़ रहे मामलों की जांच को लेकर है। पंजाब में बढ़ रहे मामलों के बाद केंद्र का ध्यान इस पर था। पूरे पंजाब में एक साथ जांच को शुरू किया गया है। जांच की जा रही है कि धर्म परिवर्तन मामलों में कहीं पैसों का लेनदेन तो नहीं है।

                        विदेशों या अन्य किसी संस्था से पैसों के लेन-देन के कनेक्शन की रिपोर्ट्स ED के पास पहुंची थी। जिसके बाद ED ने कुछ इनपुट्स के बाद पूरे पंजाब में कुछ पादरियों के ठिकानों पर एक साथ रेड की है। आने वाले दिनों में यह रेड कुछ और ठिकानों पर भी हो सकती है।

विदेशी फंडिंग की आशंका

                        ED जालंधर और कपूरथला के भविष्य वक्ताओं को ठिकानों पर विदेश से धन शोधन मामले को लेकर पहुंची है। पता चला है कि ED के हाथ कुछ ऐसे सबूत लगे हैं कि जो कि यह साबित करते हैं कि पंजाब में धर्म परिवर्तन करवाने से लिए विदेश से दोनों प्रोफेट को फंडिंग हुई है। इसके अलावा भी अन्य मामलों को लेकर दोनों के घरों पर छापेमारी की गई है।

श्रीनगर की ओर बढ़ चले हैं कदम, लाल चौक पर तिरंगा फहराकर ही लेंगे दम – दीपेंद्र हुड्डा

  •          कश्मीर की बर्फीली ठंड में राहुल गांधी के साथ दीपेंद्र हुड्डा भी भारत जोड़ो यात्रा में टी-शर्ट में चलते नजर आये
  •          हिन्द महासागर से लेकर हिमालय तक ये यात्रा अपने मकसद में कामयाब हुई – दीपेंद्र हुड्डा
  •          हर प्रदेश में मिला व्यापक जनसमर्थन, नफरत फैलाने वाली शक्तियां हुई कमजोर, देश भर में गया मोहब्बत से रहने का संदेश – दीपेंद्र हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 25 जनवरी :

                        बेतहाशा महंगाई, रिकार्डतोड़ बेरोजगारी और नफरत मिटाने का संकल्प लिये देश भर में क्रांति की अलख जगा रहे राहुल गांधी के साथ सांसद दीपेंद्र हुड्डा पूरी मजबूती से डटे हुए हैं। कश्मीर की बर्फीली ठंड में राहुल गांधी के साथ दीपेंद्र हुड्डा भी भारत जोड़ो यात्रा में टी-शर्ट में पदयात्रा करते नजर आये। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हिन्द महासागर से लेकर हिमालय तक इस यात्रा ने सारे देश को वैचारिक रूप से मोहब्बत के धागे में पिरोकर एक कर दिया है। हर प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा को व्यापक जनसमर्थन मिला और देश में नफरत फैलाने वाली शक्तियां कमजोर हुई हैं। ठंड के बावजूद भारत जोड़ो यात्रा को जिस प्रकार से भारी समर्थन मिल रहा है उससे स्पष्ट है कि समाज में फैलायी जा रही नफरत के खिलाफ देश को एकता के सूत्र में बांधने के लिये कन्याकुमारी से यात्रा की जो शुरुआत हुई थी, कश्मीर में भी उसको व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है।  उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी से उठे कदम कश्मीर की ओर बढ़ चले हैं और श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराकर ही दम लेंगे।

                        दीपेंद्र हुड्डा लगातार 2 दिनों से जम्मू और फिर कश्मीर में राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी भारत जोड़ो यात्रा में टीशर्ट पहने पदयात्रा करते नजर आये। कश्मीर की बर्फीली सर्दी और जगह-जगह बारिश, भूस्खलन के कारण यात्रा में बाधा भी आ रही है। कन्याकुमारी से चली भारत जोड़ो यात्रा जिन-जिन राज्यों से होकर गुजरी लगभग हर राज्य में पहुंचकर दीपेंद्र हुड्डा ने पदयात्रा में अपनी भागीदारी की। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि चाहे बर्फीली सर्दी हो, ओले पड़ें या भूस्खलन हो भारत जोड़ने का हमारा संकल्प अडिग है। इस यात्रा से देश भर में मोहब्बत से रहने का संदेश गया है।

दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत माँग कर भारतीय सेना पर उठाए सवाल, जयराम रमेश ने और बोलने से रोका

                कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, जिन्होंने 26/11 को हिंदू आतंकवाद के रूप में गढ़ दिया था। वह, अब सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत माँग रहे हैं। ये अपना मुँह सिर्फ पाकिस्तान के लिए ही खोलते हैं। अब उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत माँगकर सेना के पराक्रम पर सवाल उठाया है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि सरकार सर्जिकल स्ट्राइक की बात करती है लेकिन अब तक सबूत पेश नहीं किए। वहीं, दिग्विजय के इस बयान के बाद, भाजपा ने कॉन्ग्रेस ने को ‘पाकिस्तान परस्त पार्टी’ करार दिया। भाजपा की सरकार केवल झूठ फैला रही है। हमारे 40 जवान पुलवामा में शहीद हो गए। CRPF के डायरेक्टर ने मांग की थी कि यह संवेदनशील जोन है। जवानों को हवाई जहाज से श्रीनगर भेजा जाए, लेकिन मोदी जी ने मना कर दिया। सरकार ने जानकर ऐसा किया। वहां हर गाड़ी की चेकिंग होती है तो फिर स्कॉर्पियो गाड़ी की जांच क्यों नहीं हुई, जिसके टकराने से ब्लास्ट हुआ।

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जम्मू-कश्मीर में सोमवार को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान स्पीच देते दिग्विजय सिंह।
  • भारत जोड़ो यात्रा में पहुंचे कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह
  • मध्य प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने मांगे सबूत
  • पुलवामा हमले को लेकर भी लगाए पीएम मोदी पर आरोप
  • सिर्फ कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्मे बनाकर फैला रहे नफरत

डेमोक्रेटिक फ्रंट, जम्मू ब्यूरो – 23 जनवरी :

                   राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जम्मू-कश्मीर पहुंची हैं। सोमवार को यात्रा में शामिल हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं कि हमने इतने लोग मार गिराए, लेकिन प्रमाण कुछ नहीं। केवल झूठ के पुलिंदे पर यह राज कर रहे हैं। यह देश सबका है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाए जाने के बावजूद आतंकवाद खत्म नहीं होने के बात कही और बीजेपी पर जमकर बरसे। उन्होंने पुलवामा हमले को लेकर भी पीएम मोदी का नाम लेकर निशाना साधा है।

                उन्होंने यह भी कहा है, “हुकूमत यहाँ (जम्मू कश्मीर) का फैसला नहीं कराना चाहती। यहाँ की समस्या का निदान नहीं करना चाहती। यह समस्या कायम रखना चाहती है, ताकि कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्म बनती रहें और लोगों में हिंदू-मुसलमान में नफरत फैलाते रहें।”

                वहीं, दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद जब मीडिया द्वारा उनसे सवाल किया गया तो कॉन्ग्रेस नेता जयराम रमेश रिपोर्टर के बीच में आ गए। यही नहीं, उन्होंने रिपोर्टर से दिग्विजय सिंह को डायवर्ट न करने की बात कह दी। इसके बाद, जब रिपोर्टर ने उनसे दोबारा बात करने की कोशिश की तो जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह को रिपोर्टर से दूर ले जाते दिखे।

                BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा गैरजिम्मेदाराना बयान देना कांग्रेस पार्टी का चरित्र है। हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ बोलने वाले किसी को भी देश बर्दाश्त नहीं करेगा। पीएम मोदी से नफरत के कारण राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह में अब देशभक्ति नहीं बची है। जब भी हमारी वीर सेना अपना पराक्रम दिखाती है तो सबसे अधिक दर्द उस देश को होता है जिसको सबक सिखाया जाता है, जो विश्व में अपनी आतंकी गतिविधियों को लेकर जाना जाता है। लेकिन यह दुखद है कि दर्द भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को होता है।

                दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद भाजपा कॉन्ग्रेस पर हमलावर है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर कहा है, “सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर कॉन्ग्रेस ने एक बार फिर पुलवामा को लेकर पाकिस्तान की भाषा बोली है। दिग्विजय सिंह ने 26/11 के लिए भारत को भी जिम्मेदार ठहराया था। राहुल गाँधी ने कहा था सेना की पिटाई हो गई।यह INC (भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस) नहीं बल्कि PPP – पाक परास्त पार्टी है जो हमारी सेना के मनोबल पर हमला करना पसंद करती है। यह शर्मनाक है।”

                उन्होंने अगले ट्वीट में कहा है, “जिस दिन हम पराक्रम दिवस मनाते हैं। नेताजी की विरासत को सलाम करते हैं और हमारे बहादुरों का सम्मान करते हैं। उसी दिन कॉन्ग्रेस हमारी सेना के मनोबल पर हमला करती है। पिटाई हो गई से लेकर खून की दलाली तक, सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट पर शक करना और आतंक को क्लीन चिट देने के उद्देश्य से कॉन्ग्रेस पुलवामा के लिए भारत को दोष दे रही है। यह शर्मनाक है।”

                वहीं, भाजपा नेता प्रीति गाँधी ने कहा है, “कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, जिन्होंने 26/11 को हिंदू आतंकवाद के रूप में गढ़ दिया था। वह, अब सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत माँग रहे हैं। ये अपना मुँह सिर्फ पाकिस्तान के लिए ही खोलते हैं।”

राशिफल, 23 जनवरी 2023

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – राशिफल, 23 जनवरी 2023:

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मेष/aries

23 जनवरी 2023 :

अपने शरीर की थकान मिटाने और ऊर्जा-स्तर को बढ़ाने के लिए आपको पूरे आराम की ज़रूरत है, नहीं तो शरीर की थकावट आपके मन में निराशावादिता को जन्म दे सकती है। आर्थिक तौर पर बेहतरी के चलते आपके लिए ज़रूरी चीज़ें ख़रीदना आसान होगा। कुछ लोग जितना कर सकते हैं, उससे कई ज़्यादा करने का वादा कर देते हैं। ऐसे लोगों को भूल जाएँ जो सिर्फ़ गाल बजाना जानते हैं और कोई परिणाम नहीं देते। प्यार का जज़्बा अनुभव के परे है, लेकिन आज आप प्यार की इस मदहोशी की कुछ झलक पा सकेंगे। दफ़्तर में आप तारीफ़ पाएंगे। समय का अच्छा इस्तेमाल करने के लिए आज आप पार्क में घूमने का प्लान बना सकते हैं लेकिन वहां किसी अनजान शख्स से आपकी बहस होने की अशंका है जिससे आपका मूड खराब हो जाएगा। वैवाहिक जीवन के लिहाज़़ से यह बढ़िया दिन है। साथ में एक अच्छी शाम गुज़ारने की योजना बनाएँ।

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वृष/Taurus

23 जनवरी 2023 :

आपका ग़ुस्सा राई का पहाड़ बना सकता है, जो आपके परिवार को नाराज़ कर सकता है। वे लोग ख़ुशक़िस्मत हैं जो अपने ग़ुस्से पर क़ाबू रख सकते हैं। इससे पहले कि आपका ग़ुस्सा आपको ख़त्म करे, आप उसे ख़त्म कर दें। निवेश के लिए अच्छा दिन है, लेकिन उचित सलाह से ही निवेश करें। एक बेहतरीन शाम के लिए रिश्तेदार/दोस्त घर आ सकते हैं। उदास न हों, कभी-कभी विफल होना कोई ख़राब बात नहीं है। वह तो ज़िंदगी की ख़ूबसूरती है। नए कामों को पूरा करने में महिला सहकर्मियों का भरपूर सहयोग मिलेगा। टीवी, मोबाईल का इस्तेमाल गलत नहीं है लेकिन आवश्यकता से अधिक इनका उपयोग आपके जरुरी समय को खराब कर सकता है। जीवनसाथी यह जता सकता है कि आपके साथ रहने का क्या-क्या ख़ामियाज़ा उसे भुगतना पड़ रहा है।

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मिथुन/Gemini

23 : जनवरी 2023

सेहत से जुड़े कार्यक्रमों को फिर से शुरू करने के लिए अच्छा दिन है। जल्दबाज़ी में फ़ैसले न लें- ख़ासतौर पर अहम आर्थिक सौदों में मोलभाव करते वक़्त। आपका जीवनसाथी आपकी सहायता करेगा और मददगार साबित होगा। अगर आप अपने प्रिय को पर्याप्त समय न दें, तो वह नाराज़ हो सकता/सकती है। लघु व्यवसाय करने वाले इस राशि के जातकों को आज घाटा हो सकता है। हालांकि आपको घबराने की जरुरत नहीं है अगर आपकी मेहनत सही दिशा में है तो आपको अच्छे फल अवश्य मिलेंगे। जिन लोगों के घर वाले शिकायत करते हैं कि वो घरवालों को पर्याप्त समय नहीं देते वो आज घरवालों को समय देने के बारे में सोच सकते हैं लेकिन ऐन वक्त पर किसी काम के आने की वजह से ऐसा नहीं हो पाएगा। आपके लिए यह ख़ूबसूरत रोमानी दिन रहेगा, लेकिन सेहत को लेकर थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

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कर्क/Cancer

21 : जनवरी 2023

आपको लंबे समय से महसूस हो रही थकान और तनाव से आराम मिलेगा। इन परेशानियों से स्थायी निजात पाने के लिए जीवन-शैली में बदलाव लाने का सही समय है। अपने जीवनसाथी के साथ मिलकर आज आप भविष्य के लिए कोई आर्थिक योजना बना सकते हैं और उम्मीद है कि यह योजना सफल भी होगी। घरेलू ज़िंदगी सुकूनभरी और ख़ुशनुमा रहेगी। घर में परेशानियाँ पैदा हो सकती हैं- लेकिन अपने साथी को छोटी-छोटी बातों के लिए ताने देने से बचें। योग्य कर्मियों को पदोन्नति या आर्थिक मुनाफ़ा हो सकता है। लोगों के साथ बात करने में आज आप अपना बहुमूल्य समय बर्बाद कर सकते हैं। आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। आपकी भागदौड़ भरी दिनचर्या के कारण आपका जीवनसाथी ख़ुद को दरकिनार महसूस कर सकता है, जिसका इज़हार शाम को होना मुमकिन है।

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Leo
सिंह/Leo

23 : जनवरी 2023

आपका तेज़ काम आपको प्रेरित करेगा। सफलता हासिल करने के लिए समय के साथ अपने विचारों में बदलाव लाएँ। इससे आपका दृष्टिकोण व्यापक होगा, समझ का दायरा बढ़ेगा, व्यक्तित्व में निखार आएगा और दिमाग़ विकसित होगा। जल्दबाज़ी में फ़ैसले न लें- ख़ासतौर पर अहम आर्थिक सौदों में मोलभाव करते वक़्त। आपकी पारिवारिक सदस्यों को क़ाबू में रखने और उनकी न सुनने प्रवृत्ति की वजह से बेवजह वादविवाद हो सकता है और आपको आलोचना का सामना भी करना पड़ सकता है। सैर-सपाटे पर जाने का कार्यक्रम बन सकता है, जो आपकी ऊर्जा और उत्साह को तरोताज़ा कर देगा। आपमें बहुत-कुछ हासिल करने की क्षमता है- इसलिए अपने रास्ते में आने वाले सभी मौक़ों को झट-से दबोच लें। आज काफ़ी दिगाग़ी कसरत मुमकिन है। आपमें से कुछ शतरंज खेल सकते हैं, वर्ग-पहेली हल कर सकते हैं, कोई कविता-कहानी लिख सकते हैं या भविष्य की योजनाओं पर गहराई से सोच सकते हैं। यह दिन शादीशुदा ज़िन्दगी के सबसे ख़ास दिनों में से एक रहेगा।

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कन्या/Virgo

23 : जनवरी 2023

अच्छी सेहत के लिए दूर तक पैदल घूमें। आज आपको भूमि, रिअल-एस्टेट या सांस्कृतिक परियोजनाओं पर ध्यान केन्द्रित करने की ज़रूरत है। एक बेहतरीन शाम के लिए रिश्तेदार/दोस्त घर आ सकते हैं। जिसे आप चाहते हैं, उसके साथ आपका तल्ख़ रवैया आपके रिश्ते में दूरी बढ़ा सकता है। लगता है कि आपके विरष्ठ आज देवदूतों जैसा व्यवहार करने वाले हैं। इस राशि के छात्र आज मोबाइल पर सारा दिन बर्बाद कर सकते हैं। आप अपने जीवनसाथी को समझने में आपसे ग़लती हो सकती है, जिसकी वजह से सारा दिन उदासी में गुज़रेगा।

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Libra
तुला/Libra

21 : जनवरी 2023

व्यस्त दिनचर्या के बावजूद स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। अतिरिक्त धन को रिअल एस्टेट में निवेश किया जा सकता है। पारिवारिक उत्तरदायित्व में वृद्धि होगी, जो आपको मानसिक तनाव दे सकती है। मतभेद के चलते व्यक्तिगत संबंधों में दरार पड़ सकती है। कामकाज में थोड़ी मुश्किल के बाद आपको दिन में कुछ अच्छा देखने को मिल सकता है। आपकी संप्रेषण अर्थात कम्यूनिकेशन की क्षमता प्रभावशाली साबित होगी। जीवनसाथी की ओर से मिले तनाव के चलते सेहत पर बुरा असर पड़ना मुमकिन है।

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वृश्चिक/Scorpio

23 : जनवरी 2023

आपका सबसे बड़ा सपना हक़ीक़त में बदल सकता है। लेकिन अपने उत्साह को क़ाबू में रखें, क्योंकि ज़्यादा ख़ुशी भी परेशानी का सबब बन सकती है। लम्बे समय से अटके मुआवज़े और कर्ज़ आदि आख़िरकार आपको मिल जाएंगे। घर का कुछ समय से टलता आ रहा काम-काज आपका थोड़ा वक़्त ले सकता है। आपके प्रिय का प्यारा बर्ताव आपको ख़ास होने का अनुभव कराएगा; इन लम्हों का पूरा लुत्फ़ उठाएँ। बेहतर कामकाज के चलते आपको तारीफ़ मिल सकती है। भरपूर रचनात्मकता और उत्साह आपको एक और फ़ायदेमंद दिन की ओर ले जाएंगे। आज आपका आपस में कुछ ज्यादा विवाद हो सकता है जिसके दूरगामी परिणाम वैवाहिक जीवन के लिए नकारात्मक हो सकते हैं।

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धनु/Sagittarius

23 : जनवरी 2023

मज़बूती और निडरता का गुण आपकी मानसिक क्षमताओं में इज़ाफ़ा करेगा। किसी भी तरह के हालात को क़ाबू में रखने के लिए इस रफ़्तार को बरक़रार रखिए। आज के दिन आपको अपने उन दोस्तों से बचकर रहने की जरुरत है जो आपसे उधार मांगते हैं और फिर उसे लौटाते नहीं हैं। बच्चे भले ही आपका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हों, लेकिन साथ ही ख़ुशियों की वजह भी साबित होते हैं। अपनी बातों को सही साबित करने के लिए आज के दिन आप अपने संगी से झगड़ सकते हैं। हालांकि आपका साथी समझदारी दिखाते हुए आपको शांत कर देगा। सहकर्मियों के साथ काम करते वक़्त युक्ति और चतुरता की ज़रूरत होगी। आपने बीते दिनों कार्यक्षेत्र में कई काम अधूरे छोड़े हैं जिसका भुगतान आज आपको करना पड़ सकता है। आज आपका खाली वक्त भी ऑफिस के काम को पूरा करने में ही लगेगा। जीवनसाथी के साथ हँसते-खिलखिलाते, हर पल के मज़े लेते हुए आप महसूस करेंगे कि आप किशोरावस्था में लौट गए हैं।

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मकर/Capricorn

23 : जनवरी 2023

जीवन-साथी ख़ुशी की वजह साबित होगा। विदेशों में पड़ी आपकी जमीन आज अच्छे दामों में बिक सकती है जिससे आपको मुनाफा होगा। परिवार के सदस्यों की मदद करने के लिए अपने खाली समय का सदुपयोग करें। आज आपका प्रिय आपके साथ में समय बिताने और तोहफ़े की उम्मीद कर सकता है। काम में आपकी दक्षता की आज परीक्षा होगी। इच्छित परिणाम देने के लिए आपको अपनी कोशिशों पर एकाग्रता बनाए रखने की ज़रूरत है। आज जितना हो सके लोगों से दूर रहें। लोगों को वक्त देने से बेहतर है अपने आपको वक्त दें। रोज़मर्रा की शादीशुदा ज़िन्दगी में आज का दिन लज़ीज़ मिठाई जैसा है।

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कुम्भ/Aquarius

21 : जनवरी 2023

अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें। ख़ास तौर पर माइग्रेन के मरीज़ों को समय पर खाना नहीं छोड़ना चाहिए, नहीं तो उन्हें व्यर्थ में भावनात्मक तनाव से गुज़रना पड़ सकता है। इस राशि के कारोबारियों को आज अपने घर के उन सदस्यों से दूर रहना चाहिए जो आपसे पैसा मांगते हैं और फिर लौटाते नहीं हैं। घर में साफ़-सफ़ाई की ज़रूरत तुरंत है। हमेशा की तरह इस काम को अगली बार के लिए न टालें और कमर कस कर जुट जाएँ। ज़ाहिर तौर पर रोमांस के लिए पर्याप्त मौक़े हैं- लेकिन ऐसा बहुत कम समय के लिए है। कार्यक्षेत्र में आपके प्रतिद्वन्द्वियों को अपने ग़लत कामों का फल मिलेगा। खाली वक्त का आज आप सदुपयोग करेंगे और उन कामों को पूरा करने की कोशिश करेंगे जो बीते दिनों पूरे नहीं हो पाए थे। काफ़ी वक़्त बाद आप और आपका जीवनसाथी एक शान्त दिन साथ बिता सकते हैं, जब कोई लड़ाई-झगड़ा न हो – सिर्फ़ प्यार हो।

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मीन/Pisces

23 : जनवरी 2023

भले ही आप उत्साह से लबरेज़ हों, फिर भी आज आप किसी ऐसे की कमी महसूस करेंगे जो आज आपके साथ नहीं है। जिन लोगों ने किसी अनजान शख्स की सलाह पर कहीं निवेश किया था आज उन्हें उस निवेश से फायदा होने की पूरी संभावना है। अपनी बातों पर क़ाबू रखें, क्योंकि इसके चलते बड़े-बुज़ुर्ग आहत महसूस कर सकते हैं। बेकार की बातें करके समय बर्बाद करने से बेहतर है कि आप शांत रहें। याद रखें कि समझदार कामों के ज़रिए ही हम जीवन को अर्थ देते हैं। उन्हें महसूस करने दें कि आप उनका ख़याल रखते हैं। जो भी बोलें, सोच-समझकर बोलें। क्योंकि कड़वे शब्द शांति को नष्ट करके आपके और आपके प्रिय के बीच दरार पैदा कर सकते हैं। आज के दिन कार्यक्षेत्र में चीज़ें वाक़ई बेहतरी की ओर बढ़ सकेंगी, अगर आप आगे बढ़कर उन लोगों से भी दुआ-सलाम करें जो आपको ज़्यादा पसंद नहीं करते। ऑफिस से जल्दी घर जाने का प्लान आज आप ऑफिस पहुंचकर ही कर सकते हैं। घर पहुंचकर आप मूवी देखने या किसी पार्क में परिवार के लोगों के साथ जाने का प्लान बना सकते हैं। जीवनसाथी के कारण कुछ नुक़सान हो सकता है।

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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को जान से मारने की धमकी

                         केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को नागपुर ऑफिस में फोन कर जान से मारने की धमकी मिली है। धमकी भरा ये फोन कॉल उनके नागपुर कार्यालय के लैंडलाइन नंबर पर किया गया। जिसके बाद उनके दफ्तर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नितिन गडकरी को पहला धमकी भरा कॉल 11.30 बजे, आया, दूसरा कॉल 11.35 पर आया और फिर तीसरा फोन कॉल दोपहर 12:32 आया। यह सभी धमकी भरे कॉल नितिन गडकरी के कार्यालय के लैंडलाइन नंबर पर किए गए। फोन करने वाले अज्ञात शख्स ने गडकरी को जान से मारने की धमकी देने के साथ कहा, “उनके कार्यालय को बम से उड़ा दिया जाएगा।”  वहीं खबरों के मुताबिक धमकी देने वाले शख्स ने दाऊद इब्राहिम गैंग का नाम लिया है। जिसके बाद नागपुर पुलिस के साथ महाराष्ट्र एटीएस भी मामले की जांच में जुट गई है।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नागपुर – 14 January : 

                        केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को जान से मारने की धमकी मिली है.। आज सुबह 11:30 बजे नागपुर के खामला चौक स्थित नितिन गडकरी के ऑफिस में उन्हें जान से मारने की धमकी देने वाला फोन आया। किसी अज्ञात शख्स ने दो बार फोन कॉल किया. पहली कॉल 11:30 बजे आई, इसके 10 मिनट बाद 11:40 बजे दूसरी कॉल रिसीव हुई।  केंद्रीय मंत्री के कार्यालय की ओर से पुलिस को इसके बारे में सूचना दी गई।  नागपुर पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। नितिन गडकरी के कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।  नितिन गडकरी के संसदीय कार्यालय से उनके आवास की दूरी सिर्फ 1 किमी है।

                        धमकी देने वाले ने 100 करोड़ रुपए की फिरौती की भी मांग की। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने जिस नंबर से कॉल की है उसे ट्रेस कर लिया है। कर्नाटक के किसी इलाके से यह थ्रेट कॉल की गई थी।आरोपी की गिरफ्तारी की कोशिशें जारी हैं। 

                        नागपुर के डीसीपी राहुल मदाने ने जानकारी दी है कि नितिन गडकरी के स्थानीय जनसंपर्क कार्यालय में तीन धमकी भरे फोन कॉल आए थे। फोन कॉल BSNL नंबर से कार्यालय के लैंडलाइन पर किए गए थे। पहला फोन सुबह 11.25 बजे किया गया इसके बाद 11.32 मिनट पर दोबारा धमकी भरा फोन आया तब तक पुलिस को इसकी जानकारी दे दी गई। दोपहर 12.32 बजे तीसरी कॉल आईं। नागपुर के डीसीपी मदाने का कहना है कि कॉल रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। इस केस पर क्राइम ब्रांच कॉल डाटा रिकॉर्ड (CDR) के आधार पर जाँच कर रही है।

                        मीडिया रिपोर्ट्स में नागपुर पुलिस के हवाले से बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री के जनसंपर्क ऑफिस के लैंडलाइन नंबर पर ‘दाऊद गैंग’ के नाम से कॉल आया। धमकी देने वाले कॉलर ने 100 करोड़ रुपए न दिए जाने पर जान से मारने की धमकी दी। पत्रकारों का दावा है कि पुलिस ने उस नंबर को ट्रेस कर लिया है, जिससे धमकी भरा कॉल किया गया था। बताया जा रहा है कि कॉल कर्नाटक के किसी स्थान से किया गया है।

                        आपको बता दें कि नागपुर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का संसदीय क्षेत्र है। उनकी गिनती मोदी सरकार के सबसे अच्छा काम करने वाले मंत्रियों में सबसे ऊपर होती है। देश के रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में नितिन गडकरी ने  8 सालों में बेहतरीन काम किया है।आने वाले दिनों में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे, दिल्ली अमृसर एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे, द्वारका एलिवेटेड एक्सप्रेस-वे के रूप में देश को बुनियादी ढांचे की सौगात देने वाले हैं।

                        पुलिस धमकी देने वाले शख्स की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है। वहीं केंद्रीय मंत्री के नागपुर स्थित कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस की टीम आसपास के हर एक मूवमेंट पर नजर बनाई हुई है। मामले की जाँच स्थानीय पुलिस के साथ-साथ महाराष्ट्र एटीएस की टीम भी कर रही है। 

जम्मू – कश्मीर के 17 नेता कांग्रेस में लौटे

            वेणुगोपाल ने नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से पहले ये नेता अपने घर लौट आए हैं। यह पार्टी के लिए खुशी की बात है। भारत जोड़ो यात्रा देश में बड़ा आंदोलन बन गई है। इसीलिए इन सभी नेताओं ने कांग्रेस में वापस आने का फैसला किया है। वेणुगोपाल ने कहा कि यह केवल शुरुआत है। जब यात्रा जम्मू-कश्मीर में प्रवेश कर रही है, तो कांग्रेस की विचारधारा वाले और अखंड भारत चाहने वाले सभी लोग पार्टी में शामिल होंगे। कांग्रेस में शामिल होने वाले 17 नेताओं के बारे में कहा कि वे दो महीने की छुट्टी पर गए थे।

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/जम्मू :

            जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं समेत 17 उनकी पार्टी छोड़कर वापस कांग्रेस में लौट आए। इन नेताओं में कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री ताराचंद भी शामिल हैं। सभी की घर वापसी नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में हुई। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इन नेताओं का पार्टी में स्वागत किया। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष विकार रसूल वानी घर वापसी समारोह के दौरान मौजूद रहे। आजाद ने अपनी पार्टी, डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (डीएपी) बनाई है और जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों में भाग लेने के अपने फैसले की घोषणा की है। उनकी पार्टी बनने के कुछ ही समय के बाद बिखरने लगी है। ऐसे में अब सवाल उठ रहे हैं कि अगर वह अपनी पार्टी के नेताओं को रोकने में कामयाब नहीं हुए तो तो जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए एक नया विकल्प देने का उनका सपना टूट जाएगा।

            कांग्रेस नेता ने कहा कि यह केवल शुरुआत है और जब यात्रा जम्मू-कश्मीर में प्रवेश कर रही है, तो कांग्रेस की विचारधारा वाले और अखंड भारत चाहने वाले सभी लोग पार्टी में शामिल होंगे। मुझे लगता है कि वे दो महीने की छुट्टी पर गए थे। यह पूछे जाने पर कि क्या DAP प्रमुख गुलाम नबी आजाद के साथ कांग्रेस में लौटने के लिए कोई बातचीत चल रही है, इस पर वेणुगोपाल ने कहा कि उन्होंने खुद ऐसी किसी भी बातचीत से इनकार किया है।

            पार्टी नेता जयराम रमेश ने कहा कि कुल 19 नेताओं को शुक्रवार को कांग्रेस जॉइन करना था, लेकिन 17 नेता ही दिल्ली आकर जॉइन कर पाए। यह पहला चरण है और अन्य भी जल्द ही जॉइन करेंगे। इन नेताओं के कांग्रेस छोड़ने की वजह पूछे जाने पर तारा चंद ने कहा- हम भावनाओं और दोस्ती में बह गए थे और जल्दबाजी में पार्टी छोड़ दी।

            यह पूछे जाने पर कि वे फिर से कांग्रेस में क्यों शामिल हुए, उन्होंने कहा- मुझ जैसे गरीब आदमी को कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया, विधायक बनाया, CLP लीडर बनाया। हम कांग्रेस पार्टी में वापस आए हैं। वहीं, पीरजादा ने कहा कि मैं 50 साल कांग्रेस में रहा हूं, विभिन्न पदों पर काम किया, 4 बार मंत्री रहा हूं। मुझसे भूल हुई थी, मैं जज्बात में आ गया था और तकरीबन दो महीने मुझे नींद नहीं आई थी।

            यह पूछे जाने पर कि क्या आजाद को यात्रा के लिए आमंत्रित किया गया है। इस पर वेणुगोपाल ने कहा कि जो लोग कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास करते हैं, उनका भारत जोड़ो यात्रा में स्वागत है। हमने समान विचारधारा वाले सभी दलों को यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती यात्रा में शामिल होंगे और श्रीनगर में राहुल गांधी के साथ चलेंगे।

ब्रह्माकुमारीज संगठन ने महिला सशक्तिकरण में सक्रिय भूमिका : राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू 

 राष्ट्रपति ब्रहमाकुमारीज द्वारा आयोजित ‘राइज-राइजिंग इंडिया थ्रू स्पिरिचुअल एम्पॉवरमेंट’ विषय पर राष्ट्रीय अभियान में सम्मिलित हुईं 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो    04 जनवरी :

            राष्ट्रपति सचिवालय ने कहा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मु  माउंट आबू, राजस्थान में ब्रहमाकुमारीज द्वारा आयोजित ‘राइज-राइजिंग इंडिया थ्रू स्पिरीचुअल एमपॉवरमेंट’ विषय पर राष्ट्रीय अभियान में सम्मिलित हुईं। उन्होंने सिकंदराबाद में ब्रहमाकुमारीज साइलेंस रिट्रीट सेंटर (ब्रहमाकुमारीज मौन साधना केंद्र) का भी वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया तथा इंदौर, मध्यप्रदेश में ब्रहमाकुमारीज सभागार और आध्यात्मिक कला दीर्घा का शिलान्यास  किया।उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रपति ने कहा कि ब्रहमाकुमारीज संस्थान से उनका गहरा जुड़ाव रहा है। खुद उन्होंने राज योग सीखा है, जो बाह्य भौतिक सुविधों और कार्यकलापों के अपेक्षाकृत आंतरिक आध्यात्मिक शक्ति को महत्त्व देता है। राष्ट्रपति ने कहा कि जब उन्हें अपने आसपास अंधकार महसूस हो रहा था और उन्होंने उम्मीद छोड़ दी थी, तब राज योग ने उनके अंतर में प्रकाश व उत्साह का संचार किया था।

            राष्ट्रपति ने कहा कि यह गौरव की बात है कि पिछले लगभग 80 वर्षों से ब्रहमाकुमारीज संस्थान आध्यात्मिक प्रगति, व्यक्तित्व के आंतरिक परिवर्तन और विश्व समुदाय के कायाकल्प के लिये अमूल्य योगदान करता रहा है। शांति, अहिंसा और प्रेम के आधार पर सेवा भावना के जरिये इस संगठन ने आमूल शिक्षा, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, आपदा प्रबंधन, दिव्यांगजनों और बेसहारा लोगों के कल्याण तथा पर्यावरण सुरक्षा जैसे अनेक क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण योगदान किया है।

            राष्ट्रपति ने इन उत्कृष्ट कार्यों के लिये ब्रहमाकुमारीज की सराहना की। राष्ट्रपति ने गौर किया कि ब्रहमाकुमारीज संगठन 137 देशों में लगभग 5000 ध्यान केंद्र चला रहा है। उन्होंने कहा कि इस संगठन में महिलायें मुख्य भूमिका निभाती हैं और आध्यात्मिक भ्रातागण उनकी सहायता करते हैं। महिलाओं द्वारा संचालित यह सबसे बड़ा आध्यात्मिक संगठन है, जिससे यह साबित होता है कि अगर महिलाओं को मौका मिले, तो वे पुरुषों के समकक्ष कार्य कर सकती हैं या शायद उनसे बेहतर काम कर सकती हैं। राष्ट्रपति ने प्रसन्नता व्यक्त की कि ब्रहमाकुमारीज संगठन महिला सशक्तिकरण में सक्रिय भूमिका निभाता आ रहा है।

            ब्रह्म बाबा यह मानते थे कि विश्व का समग्र विकास महिलाओं के आध्यात्मिक, सामाजिक और बौद्धिक सशक्तिकरण में निहित है। राष्ट्रपति ने कहा कि इस विचार के साथ ब्रह्म बाबा ने महिलाओं को केंद्रीय भूमिका सौंपी थी। आज विश्व-समुदाय को इसी तरह के विचारों की ज्यादा जरूरत है।

            राष्ट्रपति ने कहा कि आध्यात्मिकता दिशा दिखाने वाला प्रकाश है, जो पूरी मानवजाति का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। हमारे देश को विश्व शांति के लिऊ विज्ञान और आध्यात्मिकता, दोनों का उपयोग करना होगा। हमारा लक्ष्य है भारत को ज्ञान महाशक्ति बनाना। हमारी यह आकांक्षा है कि इस ज्ञान को सतत विकास, सामाजिक समरसता तथा महिलाओं और अभावग्रस्त वर्गों के उन्नयन, युवाओं के ऊर्जा के उचित प्रयोग तथा विश्व में सतत शांति की स्थापना के लिए उपयोग किया जाना चाहिए।

            राष्ट्रपति ने कहा कि आज हमें जलवायु परिवर्तन के कारण बाहरी खतरे का सामना है। पर्यावरण का संरक्षण भी एक प्रकार का आध्यात्मिक सशक्तिकरण है, क्योंकि स्वच्छ व स्वस्थ्य पर्यावरण से हमें शांति मिलती है। पर्यावरण और आध्यात्मिकता का यह अंतर्सम्बंध हमारे लिये कोई नई चीज नहीं है। हम सदियों से पेड़ों, पर्वतों और नदियों की पूजा करते आये हैं। अपने जीवन में शांति लाने के लिये, हमें पर्यावरण को बचाना होगा।राष्ट्रपति ने कहा कि अनिश्चितता के इस युग में, भारत एक तरफ अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ वह विश्व में शांति दूत की भूमिका भी निभा रहा है। हमारा देश अपनी संस्कृति और परंपरा के साथ आध्यात्मिकता व नैतिकता के आधार पर विश्व-व्यवस्था का निर्माण करने में सक्रिय है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ‘राइज’ अभियान भारतवासियों को आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाकर तथा पूरी मानवजाति के कल्याण को समर्थन देकर भारत को अग्रणी राष्ट्र बनाने में योगदान करेगा।

नोटबंदी के खिलाफ दायर सभी 58 याचिकाएं खारिज

                                    डिमॉनेटाइजेशन का बचाव करते हुए, अधिवक्ता गुप्ता ने प्रस्तुत किया कि न्यायिक समीक्षा को आर्थिक नीतिगत निर्णयों पर लागू नहीं किया जा सकता है। न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना ने स्पष्ट किया कि अदालत फैसले के गुण-दोष पर विचार नहीं करेगी, लेकिन वह इस बात की जांच कर सकती है कि किस तरह से फैसला लिया गया। न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना ने कहा, “सिर्फ इसलिए कि यह एक आर्थिक नीति का फैसला है, अदालत हाथ जोड़कर बैठ नहीं सकती है।” अदालत ने आगे टिप्पणी की कि सरकार के पास ज्ञान है और उसे पता होना चाहिए कि लोगों के लिए सबसे अच्छा क्या है। लेकिन, अदालत फैसलों से जुड़ी प्रक्रियाओं और पहलुओं पर गौर कर सकती है।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :

                        सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के 2016 में 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के फैसले  को बरकरार रखा है। शीर्ष अदालत ने सोमवार को इस मामले में अपना फैसला सुनाते हुए नोटबंदी के खिलाफ दायर सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया। पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने कहा कि 2016 में केंद्र सरकार की ओर से 500 और 1000 के करेंसी नोट प्रतिबंधित करने का लिया गया फैसला कार्यपालिका की आर्थिक नीति  का हिस्सा था, इसे अब पलटा नहीं जा सकता। शीर्ष अदालत ने अपने फैसले में कहा कि नोटबंदी से पहले केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के बीच व्यापक सलाह-मशविरा हुआ था। यह केंद्र का एकतरफा फैसला नहीं था। हम मानते हैं कि नोटबंदी आनुपातिकता के सिद्धांतसे प्रभावित नहीं थी।

            पांच जजों की संविधान पीठ में जस्टिस एस अब्दुल नजीर, बीआर गवई, एएस बोपन्ना, वी रामसुब्रमण्यम और जस्टिस बीवी नागरत्ना शामिल थे। इनमें से जस्टिस बीवी नागरत्ना ने बाकी चार जजों की राय से अलग फैसला लिखा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी का फैसला गैरकानूनी था। इसे गजट नोटिफिकेशन की जगह कानून के जरिए लिया जाना था। हालांकि उन्होंने कहा कि इसका सरकार के पुराने फैसले पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

            सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने कहा- नोटबंदी से पहले सरकार और RBI के बीच बातचीत हुई थी। इससे यह माना जा सकता है कि नोटबंदी सरकार का मनमाना फैसला नहीं था। संविधान पीठ ने इस फैसले के साथ ही नोटबंदी के खिलाफ दाखिल सभी 58 याचिकाएं खारिज कर दीं।

            प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में 1000 और 500 रुपए के नोट बंद करने का ऐलान किया था। सरकार के इस फैसले के खिलाफ 58 कई याचिकाएं दाखिल की गई थीं। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सरकार से पूछा था कि किस कानून के तहत 1000 और 500 रुपए के नोट बंद किए गए थे। कोर्ट ने इस मामले में सरकार और RBI से जवाब तलब किया था।

            केंद्र सरकार ने पिछले साल 9 नवंबर को दाखिल हलफनामे में कहा था कि 500 और 1000 के नोटों की तादाद बहुत ज्यादा बढ़ गई थी। इसीलिए फरवरी से लेकर नवंबर तक RBI से विचार-विमर्श के बाद 8 नवंबर को इन नोटों को चलन से बाहर करने यानी नोटबंदी का फैसला लिया गया था।

            संविधान पीठ की अगुआई कर रहे जस्टिस एस अब्दुल नजीर फैसला सुनाने के दो दिन बाद 4 जनवरी, 2023 को रिटायर हो जाएंगे।

            इस मामले में याचिकाकर्ताओं की दलील थी कि भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम की धारा 26 (2) किसी विशेष मूल्यवर्ग के करेंसी नोटों को पूरी तरह से रद्द करने के लिए सरकार को अधिकृत नहीं करती है। धारा 26 (2) केंद्र को एक खास सीरीज के करेंसी नोटों को रद्द करने का अधिकार देती है, न कि संपूर्ण करेंसी नोटों को।

            सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने नोटबंदी के फैसले का बचाव करते हुए कहा था कि यह जाली करंसी, टेरर फंडिंग, काले धन और कर चोरी जैसी समस्याओं से निपटने की प्लानिंग का हिस्सा और असरदार तरीका था। यह इकोनॉमिक पॉलिसीज में बदलाव से जुड़ी सीरीज का सबसे बड़ा कदम था। केंद्र ने यह भी कहा था कि नोटबंदी का फैसला रिजर्व बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल की सिफारिश पर ही लिया गया था।


            केंद्र ने अपने जवाब में यह भी कहा कि नोटबंदी से नकली नोटों में कमी, डिजिटल लेन-देन में बढ़ोत्तरी, बेहिसाब आय का पता लगाने जैसे कई लाभ हुए हैं। अकेले अक्टूबर 2022 में 730 करोड़ का डिजिटल ट्रांजैक्शन ​​​​​​हुआ, यानी एक महीने 12 लाख करोड़ रुपए का लेन-देन रिकॉर्ड किया गया है। जो 2016 में 1.09 लाख ट्रांजैक्शन, यानी करीब 6,952 करोड़ रुपए था।

  • 2016 में विवेक शर्मा ने याचिका दाखिल कर सरकार के फैसले को चुनौती दी। इसके बाद 57 और याचिकाएं दाखिल की गईं। अब तक सिर्फ तीन याचिकाओं पर ही सुनवाई हो रही थी। अब सब पर एक साथ सुनवाई चल रही है।
  • 16 दिसंबर 2016 को ही ये केस संविधान पीठ को सौंपा गया था, लेकिन तब बेंच का गठन नहीं हो पाया था। 15 नवंबर 2016 को उस समय के चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने मोदी सरकार के इस फैसले की तारीफ की थी।
  • सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता के वकीलों ने सरकार की नोटबंदी की योजना में कई कानूनी गलतियां होने की दलील दी थी, जिसके बाद 16 दिसंबर 2016 को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को 5 जजों की संविधान पीठ के पास भेज दिया था।
  • तब कोर्ट ने सरकार के इस फैसले पर कोई भी अंतरिम आदेश देने से इनकार कर दिया था। यहां तक कि कोर्ट ने तब नोटबंदी के मामले पर अलग-अलग हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं पर सुनवाई से भी रोक लगा दी थी।

            प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को देश के नाम संदेश में रात 12 से 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने का ऐलान किया था। उस समय सरकार को उम्मीद थी कि नोटबंदी से कम से कम 3-4 लाख करोड़ रुपए का काला धन बाहर आ जाएगा। हालांकि, पूरी कवायद में 1.3 लाख करोड़ रुपए का काला धन ही सामने आया।

            2016 की नोटबंदी के समय केंद्र सरकार को उम्मीद थी कि भ्रष्टाचारियों के घरों के गद्दों-तकियों में भरकर रखा कम से कम 3-4 लाख करोड़ रुपए का काला धन बाहर आ जाएगा। पूरी कवायद में काला धन तो 1.3 लाख करोड़ ही बाहर आया…मगर नोटबंदी के समय जारी नए 500 और 2000 के नोटों में से अब 9.21 लाख करोड़ गायब जरूर हो गए हैं। 

            6 साल पहले यानी 8 नवंबर को 500 और 1000 रुपए के 15.52 लाख करोड़ रुपए अर्थव्यवस्था से बाहर हुए। फिर एंट्री हुई 500 रुपए के नए और 2000 रुपए के बड़े नोट की। इनमें से 500 वाले नोट तो मार्केट में हैं, लेकिन 2000 वाले गायब हो गए। देश में साल 2017-18 के दौरान 2000 के नोट सबसे ज्यादा चलन में रहे।