सचिन द्वारा 30 विधायकों और कुछ निर्दलियों के साथ के दावे के साथ अल्पमत में गहलोत सरकार

राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार पर संकट गहराता जा रहा है। अपने गुट के विधायकों सहित बागी सुर लेकर दिल्ली पहुँचे उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पुराने कॉन्ग्रेसी नेता व साथी ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की। यह मुलाकात दिल्ली में रविवार (12 जुलाई, 2020) को तब हुई जबकि आज के ही दिन शाम में सचिन पायलट और राहुल गाँधी की मुलाकात होनी थी। पार्टी के सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी ने पायलट से फोन पर बात कर सचिन को समझा दिया था और यह भी दावा किया गया की पायलट राहुल की बात मान गए हैं और अगले दिन गहलोत के घर होने वाली बैठक में सुरजेवाला और माकन के साथ शामिल होंगे। सचिन ने बैठक में न शामिल होने की बात कह कर पार्टी के दावे की पोल खोल दी। इधर सचिन खेमे से यह दावा किया जा रहा है की कॉंग्रेस के 30 विधायक और कुछ स्वतंत्र विधायक भी उनके साथ हैं। इस दावे के साथ ही गहलोत की सरार अल्पमत में आ जाती है।

राजविरेन्द्र वसिष्ठ, चंडीगढ़:

राजस्थान में अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कॉन्ग्रेस सरकार का संकट गहरा गया है। उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपने साथ 30 विधायकों के होने का दावा किया है। सूत्रों के अनुसार सोमवार को कॉन्ग्रेस विधायक दल की बैठक में भी वे शामिल नहीं होंगे।

मुख्यमंत्री गहलोत ने आज (जुलाई 12, 2020) रात पार्टी के विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई थी। इसमें 90 विधायकों के उपस्थित होने का दावा किया जा रहा है। कॉन्ग्रेस विधायक राजेंद्र गुड्डा ने कुछ बीजेपी विधायक के भी साथ होने की बात कही है।

पार्टी सूत्रों से जानकारी मिली है कि पायलट कल यानी सोमवार (जुलाई 13, 2020) की सुबह होने वाली कॉन्ग्रेस विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे। पायलट के नजदीकी सूत्रों का कहना है कि 30 से ज्यादा कॉन्ग्रेस विधायक और कुछ निर्दलीय विधायक पायलट के समर्थन में हैं। यदि उनका दावा सही है तो कॉन्ग्रेस सरकार अल्पमत में आ चुकी है।

बैठक सुबह 10.30 बजे मुख्यमंत्री गहलोत के आवास पर होगी। सभी विधायकों को जयपुर पहुँचने को कहा गया है। इस बैठक में वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन और अविनाश पांडे भी शामिल होंगे। ये यहाँ पर विधायकों से बातचीत करेंगे।

राजस्थान में सत्ताधारी कॉन्ग्रेस सरकार के लिए संकट के बादल गहराते जा रहे हैं। विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में एसओजी (विशेष संचालन समूह) की ओर से पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद राज्य के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट विधायकों के साथ दिल्ली पहुँचे हैं।

पायलट के नाराज होने की वजह विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) का नोटिस बताया जा रहा है। एसओजी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत अन्य मंत्रियों को भी नोटिस भेजा है। हालाँकि, सीएम ने कहा है कि यह सामान्य प्रक्रिया है। नोटिस के बाद पायलट समर्थक विधायक नाराज हैं। उनका कहना है कि सरकार ने सभी हदें पार कर दी हैं और अब अशोक गहलोत के साथ काम करना असंभव है।

गौरतलब है कि करीब पौने दो साल पहले राजस्थान में सत्ता में आई कॉन्ग्रेस 23 दिन पहले राज्यसभा चुनाव के बाद पूरी तरह सुरक्षित नजर आ रही थी। खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी आलाकमान आश्वस्त थे कि उनकी सरकार के पास पूरा बहुमत है और पाँच साल कोई मुश्किल होने वाली नहीं है, लेकिन गहलोत सरकार अब संकट से घिरती नजर आ रही है।

गहलोत और पार्टी आलाकमान की मुश्किलें उपमुख्यमंत्री व प्रदेश कॉन्ग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट व उनके समर्थकों ने बढ़ा दी हैं। रविवार को दिनभर जयपुर से लेकर दिल्ली तक कॉन्ग्रेस की गतिविधियाँ तेज रहीं। गहलोत की दिन में कई बार राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल व राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे से बात हुई। गहलोत से बात होने के बाद पांडे ने पायलट से भी संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं हो सकी।

बता दें कि अशोक गहलोत सुबह से ही अपने आवास पर कॉन्ग्रेस के विधायकों और मंत्रियों से मिल रहे हैं। सभी मंत्रियों और विधायकों को कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र को छोड़कर जयपुर पहुँचे। इससे पहले कपिल सिब्बल ने अपनी ही पार्टी पर तंज कसते हुए कहा था कि क्या कॉन्ग्रेस तभी जागेगी, जब उसके अस्तबल से घोड़े चले जाएँगे?

वहीं पायलट अपने पुराने साथी ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले थे। जिसके बाद सिंधिया ने राजस्थान की सियासी हालात को निराशाजनक बताते हुए कहा था कि कॉन्ग्रेस में काबिलियत की कद्र नहीं है। बताया जा रहा है कि पूर्व कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने सचिन पायलट को मिलने के लिए बुलाया था लेकिन वो नहीं पहुँचे। अब दोनों की फोन पर बातचीत हो रही है। राहुल गाँधी के दफ्तर के अधिकारियों का कहना है कि दोनों नेताओं की फोन पर ही बातचीत हो रही है।

इससे पहले अशोक गहलोत खेमे के अधिकारियों ने सचिन पायलट के बीजेपी के साथ संपर्क में होने का भी आरोप लगाया था। हालाँकि फिलहाल अभी तक कुछ साफ नहीं हो पाया है। इस मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि तमाम घटनाक्रम, इस बात का सबूत हैं कि कॉन्ग्रेस के भीतर अंतर्कलह चरम पर है। मुख्यमंत्री खुद गृहमंत्री हैं और विभाग के मुखिया को एक साधारण  डिप्टी एसपी द्वारा नोटिस दिया जाना ताज्जुब की बात है।

इससे पहले पायलट ने शनिवार देर रात दिल्ली में अहमद पटेल से मुलाकात की थी। पायलट ने अहमद पटेल से मुलाकात के बाद रविवार को कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी व राहुल गाँधी को साफ संदेश पहुँचा दिया था कि गहलोत उन्हें साइडलाइन करने में जुटे हैं, जिसे वे स्वीकार नहीं करेंगे।

गहलोत सरकार पर खतरा, 25 – 25 करोड़ की ऑफर देनेवाले 2 गिरफ्तार

अशोक गहलोत एक जादूगर हैं। बड़े वाले जादूगर। मोदी लहर में भी वह सरकार बना गए, न सिर्फ बना गए बल्कि ठीक ठाक चला रहे हैं और आने वाले समय तक न सिर्फ चलाने की बात कर रहे हैं अपितु अगले चुनाव जीतने का दावा भी कराते हैं। सीएम ने कहा कि बीजेपी के लोग वैसे ही खरीद-फरोख्त की राजनीति करना चाहते हैं. ये बेशर्म और तिकड़मी लोग हैं। राज्यसभा चुनाव में इनका षड्यंत्र कामयाब नहीं होने दिया गया। लेकिन ये फिर तिकड़मों पर उतर गए।

राजविरेन्द्र, चंडीगढ़ – 11 जुलाई:

राजस्थान की कॉन्ग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कॉन्ग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त कर सरकार गिराने की कोशिश के मामले में पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने मुकदमा दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। अशोक गहलोत की अगुवाई वाली सरकार को गिराने के प्रयास में कॉन्ग्रेस और निर्दलीय विधायकों को 20-25 करोड़ रुपए का ऑफर देने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।

एफआईआर के अनुसार, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप 13 जून को अवैध हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी को लेकर टेलीफोन टैपिंग कर रहा था। उस दौरान एक मोबाइल नंबर की कॉल रिकॉर्डिंग भी की गई, जिसमें यह खुलासा हुआ है कि अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है। फ़ोन पर बातचीत में 2 लोग चर्चा करते हैं कि सरकार गिराने से वे 1,000-2,000 करोड़ रुपए कमा सकते हैं, लेकिन यह तभी हो सकता है जब सीएम अपनी इच्छा के अनुसार हो।

एफआईआर के अनुसार, दो पक्षों के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री में झगड़े की बात बताई जा रही है। साथ ही कॉन्ग्रेस और निर्दलीय विधायकों को तोड़कर सरकार गिराई जाने की भी बातें सामने आई हैं। कॉन्ग्रेस विधायकों और निर्दलीय विधायकों को 20 से 25 करोड़ रुपए देने के प्रलोभन की भी जानकारी सूत्रों से प्राप्त हुई है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर अपनी सरकार गिराने का आरोप लगाते हुए कहा है कि BJP ने मानवता की सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने कहा कि हम सब साथ मिल कर कोरोना की लड़ाई लड़ रहे हैं, जीवन और आजीविका बचाने में लगे हैं और दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी (BJP) गिराने में लगी है।

वहीं भाजपा ने भी गहलोत के आरोपों का करारा जवाब दिया है। राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियाँ ने कहा कि अशोक गहलोत इतने चतुर राजनेता हैं कि वे अपनी पौने दो साल की विफलताओं को भाजपा के मत्थे मढ़ना चाहते हैं। पूनियाँ ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत के आरोपों में किसी तरीके का कोई आधार नहीं है। उन्होंने पूछा कि जब संख्या बल उनके पास है तो कौन उनकी सरकार गिराएगा?

पूनियाँ ने गहलोत को सलाह दी कि झगड़ा खुद का है अपने घर को सँभाल लें, हमें तोहमत न दें। वहीं सीएम गहलोत ने कहा कि ऐसा वाजपेयी जी के समय पर नहीं था, लेकिन 2014 के बाद धर्म के आधार पर विभाजन करने में गर्व किया जा रहा है। विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में ब्यावर के दो भाजपा नेताओं भरत मालानी और अशोक सिंह पर आरोप लगा है। इन्हें उदयपुर से स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने गिरफ्तार कर लिया है।

अशोक गहलोत ने दावा किया कि राजस्थान में सरकार स्थिर है और पूरे 5 वर्ष चलेगी। उन्होंने कहा कि हमने तो अगला चुनाव जीतने की तैयारी भी शुरू कर दी है और इसी हिसाब से बजट पेश किया गया। इसी के अनुरूप शासन दिया जा रहा है। गहलोत ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियाँ, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ पर आरोप लगाए।

जल्द ही भारत में होगा 5 मेगावाट सौर ऊर्जा का अपना ग्रिड

सारिका तिवारी :

एनर्जी सेक्टर के अनुमान भी मान रहे हैं कि 2022 तक दुनिया में सोलर एनर्जी के तीन बड़े उत्पादकों में चीन और अमेरिका के साथ भारत भी शामिल होगा. फिलहाल भारत 20 गीगावाट ग्रिड सोलर एनर्जी का उत्पाद कर रहा है. 2022 तक लक्ष्य 100 गीगावाट सोलर एनर्जी के उत्पादन का है. हालांकि, तब तक भारत क्लीन एनर्जी के अन्य स्रोतों से भी करीब 75 गीगावाट ऊर्जा का उत्पादन कर रहा होगा. सौर ऊर्जा के उत्पादकों में चीन सबसे आगे है.

क्या है सौर ऊर्जा

सौर ऊर्जा वो उर्जा है जो सीधे सूर्य से प्राप्त की जाती है. सूर्य की उर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने को ही मुख्य रूप से सौर उर्जा के रूप में जाना जाता है. इसे दो प्रकार से विदुत उर्जा में बदला जा सकता है. पहला प्रकाश-विद्युत सेल की सहायता से. दूसरा किसी तरल पदार्थ को सूर्य की उष्मा से गर्म करने के बाद इससे विद्युत जेनेरेटर चलाकर.

सरकार की योजना वर्ष 2022 तक सोलर एनर्जी कैपिसिटी को 100 गीगावाट तक ले जाने की है.इसके लिए सरकार 2018-19 और 2019-20 में 30-30 गीगावाट के आवंटन की नीलामी करेगी.

सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने तमिलनाडु राज्य में तूतीकोरिन के वी। ओ। चिदंबरनार पोर्ट ट्रस्ट में 5 मेगावाट के ग्रिड से जुड़े, ग्राउंड-माउंटेड सौर परियोजनाओं के लिए निविदा (एनआईटी) आमंत्रित करने के लिए एक नोटिस जारी किया है।

इच्छुक बोलीदाताओं को idd 4.48 मिलियन (~ $ 60,289) का बयाना जमा (EMD) का भुगतान करने की उम्मीद है। बोलियां जमा करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त, 2020 है।

यह “घरेलू प्रतिस्पर्धी बोली” है, इसलिए कोई भी विदेशी बोलीदाता इस निविदा में भाग लेने के लिए पात्र नहीं है, या तो स्टैंडअलोन आधार पर या संयुक्त उद्यम या संघ के सदस्य के रूप में। हालांकि, एक विदेशी कंपनी की सहायक कंपनी, जो बोली प्रस्तुत करने की समय सीमा से पहले कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत भारत में पंजीकृत है, भाग लेने के लिए पात्र हैं।

कार्य के दायरे में डिजाइन, इंजीनियरिंग, आपूर्ति, निर्माण, स्थापना, परीक्षण और परियोजनाओं की कमीशनिंग और दस साल के संचालन और रखरखाव सेवाएं प्रदान करना शामिल होगा। पुरस्कार की अधिसूचना की तारीख से परियोजनाओं को नौ महीने में चालू किया जाना है।

प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया में भाग लेने के योग्य होने के लिए, आवेदकों को पिछले तीन वित्तीय वर्षों में न्यूनतम turnover 89.6 मिलियन (~ $ 1.2 मिलियन) का औसत वार्षिक कारोबार करना चाहिए था। पिछले वित्त वर्ष में उनकी निवल संपत्ति सकारात्मक रही होगी। बोलीदाताओं के पास कंपनी के अंतिम वित्तीय विवरण के अनुसार न्यूनतम कार्यशील पूंजी (56 मिलियन (~ $ 753,621) होनी चाहिए।

बोलीदाताओं को अनुभव भी होना चाहिए (या तो एक डेवलपर के रूप में या इंजीनियरिंग, खरीद, और निर्माण प्रदाता के रूप में) पिछले सात वित्तीय वर्षों में कम से कम 3 मेगावाट जमीन पर चलने वाली सौर परियोजनाओं को निष्पादित करना। इनमें से, कम से कम दो परियोजनाओं में व्यक्तिगत क्षमता 500 kW या इससे अधिक होनी चाहिए। बोली जमा करने की अंतिम तिथि से कम से कम छह महीने पहले तक ये परियोजनाएँ संतोषजनक रूप से चल रही होंगी।

SECI ने यह भी कहा कि परियोजनाओं में प्रयुक्त मॉड्यूल भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) प्रमाणित होना चाहिए। उन्हें सौर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल के लिए मॉडल और निर्माता (ALMM) की नई और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की अनुमोदित सूची में भी शामिल किया जाना चाहिए था।

देश भर में कई बंदरगाह टिकाऊ बनने के लिए तैयार हैं

हाल ही में, कोचीन पोर्ट ट्रस्ट ने बीओटी जंक्शन और कन्ननगट पुल के बीच बंदरगाह के वॉकवे एवेन्यू पर ग्रिड से जुड़ी फ्लोटिंग सौर ऊर्जा परियोजनाओं की 1.5 मेगावाट (0.75 मेगावाट की दो परियोजनाएं) स्थापित करने के लिए बोलियां आमंत्रित कीं। इससे पहले, इसने अपने परिसर में 350 kW ग्रिड से जुड़े रूफटॉप सौर पीवी परियोजना के विकास के लिए एक निविदा जारी की।

पिछले साल, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट ने भी अपने परिसर में एक आगामी फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट के लिए एक विस्तृत सर्वेक्षण करने के लिए बोली लगाने के लिए बोलीदाताओं को आमंत्रित करने के प्रस्ताव के लिए एक अनुरोध जारी किया था।

भारतीय रुख से घबराया चीन 2 किलोमीटर पीछे हटा

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर इस वक्त बड़ी खबर आ रही है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और चीन के विदेश मंत्री के बीच बातचीत हुई थी. ये बातचीत 5 जुलाई को हुई थी और दो घंटे तक चली थी. बातचीत में सीमा पर तनाव कम करने पर चर्चा हुई. दोनों देश भविष्य में शांतिपूर्ण माहौल बनाने पर सहमत हुए हैं. भारतीय सेना को चीन के किसी भी वादे पर भरोसा नहीं है अत: गलवान घाटी में अपनी सीमाओं में भारतीय फौजों की तैनाती बढ़ा दी गयी है।

कोरल ‘पुरनूर’, चंडीगढ़ – 06 जुलाई :

भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में चल रहे तनाव के बीच चीन पीछे हटने को मजबूर हो गया है। समझौते के बाद दोनों पक्षों द्वारा वहाँ अस्थायी तौर पर जो संरचनाएँ बनाई गई थीं और निर्माण कार्य किया गया था, उसे भी हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। साथ ही दोनों पक्षों द्वारा ‘फिजिकल वेरफिकेशन’ भी किया जा रहा है। ‘लाइन ऑफ कण्ट्रोल (LAC)’ पर चीन के पीछे हटने के बाद स्थिति सुधरने की उम्मीद जताई जा रही है।

ये सब मीडिया रिपोर्ट्स में अंदरूनी सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है। जहाँ जून 15, 2020 को चीन की धोखेबाजी के बाद भारत की सेना के साथ उसका संघर्ष हुआ था और 20 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए थे। साथ ही 43 चीनी सैनिकों को भी मार गिराया गया था। चीनी सैनिक अब उस स्थल से 2 किलोमीटर पीछे चले जाने को मजबूर हो गए हैं। भारत ने भी वहाँ बंकरों और अन्य संरचनाओं का निर्माण किया था, ताकि चीन पर नज़र रखी जा सके।

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने राष्ट्रिय दैनिक को बताया कि जून 30 को हुए कमांडर स्तर की वार्ता में ये समझौता हुआ, जिसके बाद चीन की सेना पीछे हटने को मजबूर हुई। ये भारत के लिए जीत की तरह है क्योंकि हमारे लिए जो LAC की परिभाषा है, वहाँ से चीन पीछे हट गया है। इसके बाद रविवार को एक फिजिकल सर्वे भी किया गया, जिसमें ये देखा गया कि चीन की सेना वादे के मुताबिक पीछे गई भी है या नहीं।

फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद पाया गया कि गलवान संघर्ष स्थल से चीन की सेना 2 किलोमीटर पीछे चली गई है और सारी संरचनाएँ हटा दी गई हैं। ‘द हिन्दू’ की खबर के अनुसार, दोनों देशों के बीच हुई कमांडर स्तर की वार्ता में सहमति बनी थी कि सबसे पहले गलवान, पांगोंग और हॉट स्प्रिंग- इन तीनों स्थलों पर तनाव कम किया जाएगा। इसके बाद उत्तर में स्थित देस्पांग प्लेन्स पर तनाव कम किया जाएगा क्योंकि वो ज्यादा कॉम्प्लेक्स क्षेत्र है।

बैठक के बाद चीन का रुख नरम हुआ, जिसके कारण सीमा विवाद सुलझाने के लिए आगे होने वाली वार्ताओं के लिए भी रास्ता साफ़ हो गया है। इसे भारत की कूटनीतिक जीत के रूप में भी देखा जा सकता है क्योंकि चीन ने अब भूटान की जमीन पर दावा ठोक कर उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। चीन ने अब सीमा पर तनाव बढ़ाने की बजाए इधर-उधर से दबाव बनाए के तरीके आजमाने शुरू कर दिए हैं।

बता दें कि शुक्रवार को अचानक लेह पहुँचे पीएम मोदी ने भी चीन को चेतावनी देते हुए भारतीय सेना के जवानों से कहा था कि आप धरती के वीर हैं जिसने हजारों वर्षों से अनेकों आक्रांताओं के हमलों और अत्याचारों का मुँहतोड़ जवाब दिया है, हम वो लोग हैं जो बांसुरीधारी कृष्ण की पूजा करते हैं, वहीं सुदर्शन चक्रधारी कृष्ण को भी अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने कहा था कि आधुनिकीकरण और बुनियादी ढांचे के विकास ने हमारी रक्षा क्षमताओं को कई गुना बढ़ा दिया है।

शहीद हेमरज मीणा के स्मृति पार्क और स्मारक नहीं बनाने दे रहे कांग्रेसी विधायक भारत सिंह: वीर वधू मधुबाला

रास्थान सरकार पर जहां एक समुदाय विशेष की दिलजोई की राजनीति के आरोप लगते रहते हैं वहीं अब ताज़ा आरोप कॉंग्रेस के विधायक भरत सिंह पर शहीदों के विरुद्ध जाने का कार्य करने के आरोप लगे हैं। यह संगीन आरोप किसी राजनैतिक दल ने नहीं आपित शहीद हेमराज मीणा की वीर वधू मधुबाला ने लगाए हैं। पुलवामा हमले में वीरगति प्राप्त हुए थे हेमराज मीणा। उनके नाम पर शहीद पार्क के विकास के लिए 20 लाख रुपए की राशि ओम बिड़ला ने सांसद विकास निधि से अनुशंसित की थी। हेमराज की प्रतिमा भी लगाई जानी थी। लेकिन यह काम अभी तक संभव नहीं हो सका। 

राजस्थान ब्यूरो – 6 जुलाई :

पुलवामा हमले में वीरगति प्राप्त हुए हेमराज मीणा की पत्नी मधुबाला मीणा ने कॉन्ग्रेस के स्थानीय विधायक भरत सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला राजस्थान के कोटा सांगोद के पास स्थित गाँव विनोद कला का है।

मधुबाला का कहना है कि चूँकि उन्होंने कॉन्ग्रेस नेता के कहने पर भी भाजपा उम्मीदवार ओम बिड़ला के ख़िलाफ़ चुनाव नहीं लड़ा, इसलिए अब उन्हें परेशान किया जा रहा है और उनके पति हेमराज मीणा का स्मारक बनने में अड़ंगे लगाए जा रहे हैं।

मधुबाला मीणा ने पूर्व सैनिक सेवा परिषद राजस्थान के बैनर तले आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कॉन्ग्रेस नेता की यह पोल खोली। उन्होंने अपने पति का स्मारक और स्मृति पार्क नहीं बनने के लिए विधायक से नाराजगी जताई और प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान साफ किया कि जब तक उनके पति के लिए स्मारक नहीं बनेगा, तब तक वह सरकार से लड़ती रहेंगी।

उन्होंने बताया कि ओम बिड़ला ने सांसद विकास निधि से उनके पति हेमराज मीणा के पैतृक गाँव विनोद कला में शहीद पार्क के विकास के लिए 20 लाख रुपए की राशि की अनुशंसा की थी। जिसके लिए स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा बाउंड्री बनाकर समतलीकरण कार्य और मिट्टी भराई का कार्य पूरा कर दिया गया था।

इसके बाद इस धनराशि से शहीद स्मृति पार्क में वीरगति प्राप्त हो चुके हेमराज की प्रतिमा लगाई जानी थी। लेकिन यह काम अभी तक संभव नहीं हो सका। जबकि जनसहयोग से प्रतिमा बनवाई जा चुकी है।

मधुबाला मीणा की मानें तो कॉन्ग्रेस के विधायक उनके गाँव में पार्क और प्रतिमा निर्माण में रोड़े अटका रहे हैं। उन्होंने ही सारी जानकारी मिलने के बाद चंबल फर्टिलाइजर के अधिकारियों को बुलाकर दबाव बनाया। साथ ही यह कहा कि उनकी जानकारी के बिना क्षेत्र में कोई काम नहीं होगा।

वे कहती हैं, “पिछले लोकसभा चुनाव में विधायक भरत सिंह ने ओम बिड़ला के खिलाफ कॉन्ग्रेस से मुझे चुनाव लड़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा था, तब मैंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। इस बात से वो नाराज हो गए थे और अब शहीद स्मारक में रोड़ा अटका रहे हैं।”

मधुबाला मीणा ने यह भी बताया कि अदालत चौराहे पर उनके पति की मूर्ति लगाने के लिए बोला गया था, लेकिन कॉन्ग्रेस नेता अब वह भी नहीं होने दे रहे हैं। हेमराज की पत्नी कहती हैं कि एक बार वह कॉन्ग्रेस नेता से उनके एक कार्यक्रम में मिलने गई थी। लेकिन वहाँ बात करने की बजाय कॉन्ग्रेस नेता ने उन्हें बहुत कटुवचन बोल दिए थे।

अब पुलवामा के वीर की पत्नी की माँग है कि स्मृति पॉर्क और प्रतिमा स्थापना के अलावा सांगोद में अदालत चौराहे पर अविलंब उनके वीर पति की प्रतिमा स्थापित होनी चाहिए। इसके लिए पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने भी इस पूरे मामले में मधुबाला का समर्थन किया है। परिषद ने भूख हड़ताल की चेतावनी देते हुए जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को भी खरी-खरी सुनाई है।

एक राष्ट्रिय टीवी चैनल की खबर के अनुसार, जब इस संबंध में कॉन्ग्रेस विधायक से बात हुई। तो उन्होंने अपनी सफाई में पूरे मामले से खुद को साइड कर लिया। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा –

काश्मीर के लिए अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर पंचकुला भाजपा ने उन्हे श्रद्धांजलि दी

पंचकूला 6 जुलाई:

       भाजपा के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर सेक्टर 2 स्थित पार्टी कार्यालय में रक्तदान कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप का उद्घाटन भाजपा प्रदेश  अध्यक्ष सुभाष बराला ने किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री रत्न लाल कटारिया, हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चन्द गुप्ता भी मौजूद रहे।

कार्यकर्ताओं ने – जहां हुए बलिदान मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है – के जोरदार नारो के साथ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को याद किया।  प्रदेश अध्यक्ष ने रक्तदाताओं का हालचाल पूछा और बैज लगाकर सम्मानित किया और प्रशस्ति पत्र भी बांटे। कई  रक्तदाता पहली बार ब्लड दे रहे थे तो कई बार बार रक्तदान कर श्यामा प्रसाद मुखर्जी को समर्पित कर रहे थे।

इससे पूर्व उन्होंने सेक्टर 3 में बन रहे भाजपा कार्यालय में पोधरोपन   भी किया और उनकी देखभाल के लिए ट्री गार्ड लगाने तथा  उचित रखरखाव के लिए जिम्मेवारी सुनिश्चित करने को कहा।

  प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज पूरे हरियाणा में बीजेपी के संस्थापक का जन्म दिवस कार्यकर्ताओं द्वारा रक्तदान कर मनाया जा रहा है। इसके अलावा पोधे भी लगाए जा रहे है ताकि  ज्यादा से ज्यादा पोधारोपन कर  पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सके स उन्होंने कहा कि बीजेपी संस्थापक ने जनसंघ के रूप में आजादी के बाद देश की एकता, अखंडता की आवाज उठाई। इसमें उन्होंने कहा कि देश में दो विधान, दो निशान नहीं चलेंगे। तब से लगाया हुआ राजनीति का पोधा एक वट वृक्ष बनकर फलफूल रहा है और आज पार्टी ने सत्ता में आते ही पहले 100 दिन के दौरान ही लोकसभा में धारा 370, 35 ए को समाप्त कर करोड़ों भारतीयों को उस दिन दिए नारे को याद दिला दिया जिस पर  पार्टी संस्थापक ने अपने प्राणों का बलिदान दिया।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू कश्मीर में परमिट व्यवस्था को तोड़कर जेल गए। जेल में रहस्यमई परिस्थितियों में  उनकी मौत हो गई।  उनके बलिदान की नींव देश की एकता को अक्षु्ण बनाए रखने और मानवता को एकसूत्र में बांधने का कार्य कर रही है। इसके साथ ही मानवता के अंतिम उदय का मंत्र जो  श्री मुखर्जी ने दिया उस पर पार्टी कार्य कर रही है।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष  बंत्तो कटारिया, जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा , महामंत्री वरिंदर राणा, विशाल सेठ, श्यामलाल बंसल, अजय मितल , कुलभूषण , मीडिया प्रभारी नवीन गर्ग, वीरेंद्र गर्ग, संजय आहूजा सहित कई पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे ।

PU Results

Chandigarh July 6, 2020

                          It is for the information of the general public and students of Panjab University Teaching Departments/Colleges in particular that result of the following examinations have been declared:-

  1. B.Sc(Hons.)Zoology-Ist Semester,Dec-19
  2. M.Sc(Hons.)Zoology-Ist Semester,Dec-19
  3. M.Sc(Statistics)-3rd Semester,Dec-19
  4. B.Sc,B.Ed-Ist Semester,Dec-19

The students are advised to see their result in their respective Departments/Colleges/University website.

प्रधान मंत्री मोदी के लेह दौरे से चिढ़ा चीन

तनाव के बीच पीएम नरेंद्र मोदी के लेह दौरे से चीन चिढ़ गया है। भारत के तेवर देखकर अब चीन बातचीत और कूटनीति की दलीलें दे रहा है। शुक्रवार को चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और चीन के बीच बातचीत चल रही है। तनाव घटाने के लिए सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत हो रही है। ऐसे में किसी पक्ष को हालात बिगाड़ने वाले कदम नहीं उठाने चाहिए।

चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी के दौरे को लेकर पूछे जाने पर कहा, ”सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत के जरिए भारत और चीन तापमान को घटाने की कोशिश कर रहे हैं। किसी पक्ष को ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे स्थिति बिगड़े।”

पूर्वी लद्दाख में भारतीय एवं चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के कुछ ही दिनों बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अचानक लेह पहुंचे। यहां उन्होंने थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से बातचीत की। मोदी प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत के साथ सुबह करीब साढ़े 9 बजे लेह पहुंचे।
     

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री निमू में एक अग्रिम स्थल पर गए। वहां उन्होंने थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के कर्मियों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को सीमा की स्थिति से अवगत कराया।

सिंधु नदी के तट पर 11,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित निमू सबसे दुर्गम स्थानों में से एक है। यह जंस्कार पर्वत श्रृंखला से घिरा हुआ है। मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात के जरिए देश को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत ने लद्दाख में अपनी भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब दिया है।     

उन्होंने यह भी कहा था कि भारत मित्रता की भावना का सम्मान करता है लेकिन यदि कोई उसकी भूमि पर आंख उठाकर देखता है तो वह इसका उचित जवाब देने में भी सक्षम है। गलवान घाटी में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत के वीर सपूतों ने दिखा दिया कि वे कभी भी मां भारती के गौरव को आंच नहीं आने देंगे।

हम मुरलीधर को भी पूजते हैं और सुदर्शन धारी को भी : प्रधान मंत्री मोदी

सच पूछो , तो शर में ही, बसती है दीप्ति विनय की
सन्धि-वचन संपूज्य उसी का, जिसमें शक्ति विजय की।

सहनशीलता, क्षमा, दया को, तभी पूजता जग है
बल का दर्प चमकता उसके, पीछे जब जगमग है।

नई दिल्ली : 

आज लद्दाख पहुँच प्रधान मंत्री मोदी ने न केवल सेना का मनोबल बढ़ाया अपितु वीर माताओं को भी याद किया। कविवर दिनकर की उपरोक्त पंक्तियाँ याद करते हुए याद दिलाया की हम कृष्ण के उपासक हैं जो गोपियों – गायों और प्रजा के लिए मुरली बजाते थे और शिशुपाल इत्यादि शत्रुओं के लिए सुदर्शन चक्र का आवाहन भी करते थे।

चीनी सेना के साथ झड़प के बाद जारी तनाव के बीच आज पीएम नरेंद्र मोदी अचानक लद्दाख पहुंच गए. भारत के प्रधानमंत्री का इस इलाके में अचानक दौरे को चीन को पसंद नहीं आया है. चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत हो रही है ऐसें में किसी पक्ष को तनाव बढ़ाने वाले कदम नहीं उठाने चाहिए. लेकिन लद्दाख पहुंचे पीएम मोदी की बॉडी लैंग्वेज से अंदाजा लग रहा था कि वे चीन की किसी भी प्रोपेगेंडा में फंसने वाले नही हैं और लद्दाख में जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने चीन का नाम तो नहीं लिया लेकिन ‘देश के दुश्मनों’ को जरूर चेताया. उन्होंने जवानों कहा कि आपने जिस तरह से देश ने जिस तरह से सेवा की है वह पराक्रम की पराकाष्ठा है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कई बातें कह डालीं जो जिससे चीन बौखला गया है.

‘लद्दाख भारत का मस्तक है’
पीएम मोदी ने कहा कि लद्दाख भारत का मस्तक है और इस पर कोई आंख उठाकर देख नहीं सकता है. उन्होंने बीते जून में हुई घटना का जिक्र करते हुए जवानों से कहा कि आपकी वीरता दुनिया में अदम्य साहस का प्रतीक है. देश के वीरों ने गलवान घाटी में जो वीरता दिखाई है उससे सबको गर्व है.

फिर छेड़ दी चीन को चिढ़ाने वाली बात
पीएम मोदी ने कहा कि सीमा पर आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए खर्च को तीन गुना कर दिया है. कई जगहों पर पुल और सड़कें बन रही हैं या बना दी गई हैं. उन्होंने कहा कि इससे हथियार और जरूरी सामान आपको जल्द से जल्द मिल जाएगा. दरअसल चीन, सीमा पर भारत की ओर से किए गए निर्माण से ही चिढ़ा हुआ है. दरअसल अभी तक सीमा पर चीन ही निर्माण कार्य करता रहा है लेकिन भारत की ओर से इस पर ध्यान नहीं दिया गया था. लेकिन भारत ने बीते कुछ सालों में चीन सीमा पर अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली है. 

‘स्रामाज्यवादी मिट गए’
वहीं इसके बाद सीमा पर चीन की विस्तारवादी नीति पर भी पीएम मोदी ने चेताते हुए कहा कि अब साम्राज्यवाद का युग चला गया है और पूरी दुनिया विकास के रास्ते पर चल रही है. उन्होंने कहा जो देश साम्राज्यवादी थे वह हार गए और उनको भुला दिया गया. 

टिक टॉक सहित 59 चीनी ऐप बैन

भारत-चीन बॉर्डर टेंशन के बीच भारत सरकार ने एक बड़ा फैसला लेकर चीन को झटका दिया है। भारत सरकार ने लोकप्रिय चीनी ऐप टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है। जानकारी के अनुसार, इन चीनी ऐप से देश की निजता पर खतरा बताया जा रहा है।

  • टिकटॉक के अलावा हैलो, लाइकी और वीचैट पर भी बैन
  • सरकार ने कहा, देश की संप्रभुता और सुरक्षा को खतरा

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

सरकार ने लोकप्रिय चीनी ऐप टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है. इन चीनी ऐप से निजता की सुरक्षा का मामला माना जा रहा है. टिकटॉक के अलावा जिन अन्य लोकप्रिय ऐप को बैन का सामना करना पड़ा है उनमें शेयरइट, हैलो, यूसी ब्राउजर, लाइकी और वीचैट समेत कुल 59 ऐप भी शामिल हैं.

सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार, सरकार उन 59 मोबाइल ऐप पर बैन लगा दिया जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रहपूर्ण थे.

सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की धारा 69 ए के तहत सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत इसे लागू करते हुए सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने (प्रोसिजर एंड सेफगार्ड्स फॉर ब्लॉकिंग ऑफ एक्सेस ऑफ इंफॉरमेशन बाई पब्लिक) नियम 2009 और खतरों की आकस्मिक प्रकृति को देखते हुए 59 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है.

सरकार के अनुसार इन 59 ऐप्स को ब्लॉक करने का फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि उपलब्ध जानकारी के मद्देनजर वे उन गतिविधियों में लगे हुए हैं जो भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रहपूर्ण हैं.

सरकार की ओर से कहा गया कि डेटा सुरक्षा से जुड़े पहलुओं और 130 करोड़ भारतीयों की गोपनीयता की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई थीं. हाल ही में यह ध्यान दिया गया है कि इस तरह की चिंताओं से हमारे देश की संप्रभुता और सुरक्षा को भी खतरा है.

LIST OF CHINESE APPS BANNED BY GOVT
1. TikTok
2. Shareit
3. Kwai
4. UC Browser
5. Baidu map
6. Shein
7. Clash of Kings
8. DU battery saver
9. Helo
10. Likee
11. YouCam makeup
12. Mi Community
13. CM Browers
14. Virus Cleaner
15. APUS Browser
16. ROMWE
17. Club Factory
18. Newsdog
19. Beutry Plus
20. WeChat
21. UC News
22. QQ Mail
23. Weibo
24. Xender
25. QQ Music
26. QQ Newsfeed
27. Bigo Live
28. SelfieCity
29. Mail Master
30. Parallel Space 31. Mi Video Call – Xiaomi
32. WeSync
33. ES File Explorer
34. Viva Video – QU Video Inc
35. Meitu
36. Vigo Video
37. New Video Status
38. DU Recorder
39. Vault- Hide
40. Cache Cleaner DU App studio
41. DU Cleaner
42. DU Browser
43. Hago Play With New Friends
44. Cam Scanner
45. Clean Master – Cheetah Mobile
46. Wonder Camera
47. Photo Wonder
48. QQ Player
49. We Meet
50. Sweet Selfie
51. Baidu Translate
52. Vmate
53. QQ International
54. QQ Security Center
55. QQ Launcher
56. U Video
57. V fly Status Video
58. Mobile Legends