सेरेब्रल पाल्सी से प्रभावित बच्चों के लिए रंगारंग कार्यक्रम आयोजित 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़  –   16  अप्रैल    :                    

सेरेब्रल पाल्सी स्पोर्ट्स सोसायटी द्वारा इनर वहील क्लब मोहाली सिंफनी के सहयोग से  सेरेब्रल पाल्सी से प्रभावित बच्चों के लिए रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर क्लब प्रेजिडेंट रंजनदीप कौर ने बताया कि सेरेब्रल पाल्सी (सीपी) विकार से पीड़ित बच्चों की चलने-फिरने, संतुलन और मुद्रा बनाए रखने की क्षमता प्रभावित होती है। इस अवसर पर बच्चों ने इस कार्यक्रम में भरपूर उत्साह के साथ रंगारंग कार्यक्रम का आनंद लिया और क्विज में भी भाग लिया। इनर व्हील क्लब मोहाली सिंफनी द्वारा क्लब को  आर्थिक सहायता धनराशि भी प्रदान की गई। इस अवसर पर सचिव संगीता अग्रवाल, ऑडिटर सीमा मल्होत्रा, किरण सैनी, प्रोमिला ग्रोवर के साथ सेरेब्रल पाल्सी स्पोर्ट्स सोसायटी ऑफ पंजाब के सदस्य भी उपस्थित रहे। 

अर्जुन और अकिलिस के बीच समानताएं दर्शाता नाटक

ही-रोज़: भागवत गीता से लेकर इलियाड तक, अर्जुन और अकिलिस के बीच समानताएं दर्शाता नाटक

फ्रांसीसी स्कूल एनसैट और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा आदिशक्ति लेबोरेटरी के सहयोग से, नाटक ही-रोज़ का मंचन बुधवार को टैगोर थिएटर में किया जाएगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 16 अप्रैल    :

ही-रोज़- एक शक्तिशाली नाट्य प्रदर्शन है जो भागवत गीता को इलियाड (प्राचीन यूनानी शास्त्रीय महाकाव्य), अर्जुन और अकिलिस की समानताओं को जोड़ता है, का मंचन बुधवार शाम 7:30 बजे सेक्टर 18 स्थित टैगोर थिएटर में आयोजित किया जाएगा। इसके लिए प्रवेश निःशुल्क है।

भारत में कल्चरल फ्रेंच नेटवर्क और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा आदिशक्ति-एनसैट नाटक, का मंचन कर रहे हैं, जिसका प्रीमियर कुछ महीने पहले फ्रांस के ल्योन में हुआ था।

निम्मी राफेल द्वारा लिखित और आदिशक्ति के विनय कुमार द्वारा निर्देशित और एनएसएटीटी के अमौद गुएनाड द्वारा सहायता प्राप्त, एचई-रोज़ दो पौराणिक नायकों, वेद व्यास की भागवत गीता से अर्जुन और होमर के इलियाड से अकिलिस की दुखद गाथा को दर्शाता है। नाटक ही-रोज़-  दो अलग-अलग संस्कृतियों के दो व्यक्तित्वों और महिमा और त्रासदी के बीच एक सीमांत क्षेत्र के बारे में है।

ही-रोज़- भारत-फ्रांसीसी सांस्कृतिक सहयोग की शक्ति का उदाहरण है, जिसमें विविध पृष्ठभूमि के कलाकार रचनात्मकता का एक और उदाहरण स्थापित करने के लिए एक साथ आते हैं। पांडिचेरी स्थित ऑरोविल में पिछले अगस्त में हुए 3 सप्ताह के निवास के बाद, फ्रांसीसी स्कूल एनसैट के आठ छात्रों को डायरेक्टर निम्मी राफेल की सलाह के तहत आदिशक्ति पेशेवरों के साथ नाटक के मंचन पर प्रशिक्षण और काम करने के लिए आमंत्रित किया गया था।

ही-रोज़ के मूल में वीरता की प्रकृति की गहन जांच निहित है। महाभारत के अर्जुन और इलियाड के अकिलिस जैसी प्रतिष्ठित शख्सियतों के बीच समानताएं बनाते हुए, यह प्रोडक्शन वीरता की पारंपरिक धारणाओं को चुनौती देता है, दर्शकों को भेद्यता और साहस के बीच परस्पर क्रिया पर विचार करने के लिए आमंत्रित करता है।

रामनवमी की पूर्व संध्या पर श्री रामायण लाइट एंड साउंड शो हुआ आयोजित

सब राम की ही लीला है 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 16 अप्रैल :

नवयुग रामलीला कमेटी द्वारा रोहित शर्मा के सौजन्य से पलक शर्मा व प्रदीप रावल के निर्देशन में आयोजित हुआ लाइट एंड साउंड शो श्री रामायण। रविवार शाम वीआईपी रोड जीरकपुर में हुआ लाइट एंड साउंड शो। गौरतलब है कि श्री रामायण –  लाइट एंड साउंड के इतिहास में पलक ग्रोवर पहली महिला निर्देशिका है जिन्होंने श्री रामायण का निर्देशन सफलतापूर्वक किया l पहली बार जीरकपुर में हो रहे इस कार्यक्रम का मंचन  देर शाम को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

गिल्को इंटरनेशनल स्कूल में उत्साह और उमंग से मनाई बैसाखी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 13 अप्रैल    :

गिल्को इंटरनेशनल स्कूल, मोहाली में शनिवार को बैसाखी का त्योहार उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया।

जीवंत त्योहार से जुड़ी एकता, कृतज्ञता और फसल की भावना का जश्न मनाने के लिए छात्र और शिक्षक एक साथ आए। इस अवसर पर एक असेंबली में न केवल बैसाखी के सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला, बल्कि सांप्रदायिक सद्भाव और प्रकृति की सराहना को बढ़ावा देने में इसकी प्रासंगिकता पर भी जोर दिया।

छात्रों ने हमारे देश की समृद्ध विरासत का जश्न मनाते हुए और एकता, कृतज्ञता और साझा करने के मूल्यों को अपनाते हुए मनमोहक भाषणों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

विशेष असेंबली ने छात्रों को बैसाखी से जुड़े इतिहास और परंपराओं के बारे में जानने का अवसर भी प्रदान किया। इंटरैक्टिव सत्रों और शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से, छात्रों को त्योहार और हमारे जीवन में इसके महत्व पर बताया गया ।

नाटक में पंचायती राज संस्थानों में महिलाओं की स्थिति को बहुत ही विचारशील तरीके से चित्रित किया  

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 10 अप्रैल    :

स्नातकोत्तर राजकीय महाविद्यालय, सेक्टर-46, चण्डीगढ़ के लोक प्रशासन विभाग ने आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया।  इस दिन  1992 में 73वां संविधान संशोधन पारित किया गया था। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा पंचायती राज संस्थाओं में महिला सशक्तिकरण नामक नाटक का मंचन किया गया। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने विद्यार्थियों को इस दिन की प्रासंगिकता के बारे में बताया और विद्यार्थियों द्वारा नए तरीके से पंचायती राज संस्थानों में महिलाओं की स्थिति को बहुत ही विचारशील तरीके से चित्रित करने की सराहना की। लोक प्रशासन विभाग की प्रभारी डॉ. मीनाक्षी मदान ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया। कॉलेज के उप प्राचार्य डा बलजीत सिंह भी इस अवसर पर मौजूद रहे।

कसौली म्यूजिक फेस्टिवल का पहला एडीशन एक शानदार नोट पर संपन्न हुआ

डेमोक्रेटिक फ्रंट, कसौली – 30 मार्च    :

हिमाचल प्रदेश के शानदार और खूबसूरत हिल स्टेशन कसौली की मनमोहक पहाड़ियों के बीच 29-30 मार्च को आयोजित “म्यूजिक फेस्टिवल इन कसौली”- एमएफके का पहला एडीशन संपन्न हो गया है।

एमएफके का आयोजन शोकेस इवेंट्स और वेलकम हेरिटेज सांता रोजा द्वारा चंडीगढ़ के एक प्रमुख ऑनलाइन टिकटिंग प्लेटफॉर्म, सपोर्ट पार्टनर, सिटी वूफर के साथ संयुक्त रूप से किया गया था। समापन दिवस का मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध गायिका विधि शर्मा की मीना कुमारी पर संगीतमय दास्तानगोई – “मीना कुमारी की दास्तान” थी, जो विशेष रूप से 31 मार्च को मीना कुमारी की पुण्य तिथि मनाने के लिए आयोजित की गई थी। मनमोहक प्रस्तुति दास्तानगोई शैली में दी गई थी जो कहानी कहने का एक प्राचीन तरीका है और यह रितेश यादव और विधि द्वारा बेहद शानदार अंदाज में सुनाई गई।

शोकेस इवेंट्स के सीईओ और एमएफ की क्यूरेटर नन्नी सिंह ने कहा कि “दो दिनों के दौरान, एमएफके ने न केवल इस क्षेत्र, बल्कि भारत के अन्य हिस्सों के संगीत प्रेमियों को  प्रदर्शनों की एक विस्तृत सीरीज पेश करके मंत्रमुग्ध कर दिया । दिल को झकझोर देने वाली धुनों से लेकर इलैक्ट्रीफाइंग करने वाली धुनों तक, यह म्यूजिक फेस्टिवल संगीत विविधता और कलात्मक प्रतिभा के बेहतरीन ब्लेंड से गूंज उठा।”

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि मशहूर गायिका कविता सेठ के “मैं कविता हूं” के अलावा, राजस्थानी लोक गायक कुतले  खान का “कुतले  खान प्रोजेक्ट” भी एक प्रमुख आकर्षण था। इससे भी अधिक, संगीतकार और वादक अभिजीत पोहनकर के “बॉलीवुड घराना ” ने शास्त्रीय, लोक और बॉलीवुड संगीत का मिश्रण प्रस्तुत किया।

डॉ. जोया सिंह, निदेशक, वेलकमहेरिटेज सांता रोजा, कसौली में एक रिसॉर्ट, जहां फेस्टिवल आयोजित किया गया था, ने कहा, “म्यूजिक परफाॅर्मेंसेज के अलावा हमारे पास इंटरैक्टिव वर्कशाॅप्स, वेलनेस सेशंस, कारीगर बाजार और कलनरी डिलाइट्स थे, इसलिए सभी के लिए इन सभी से जुड़ने और कुछ नया करने और सीखने का बेहतरीन मौका था।”

“म्यूजिक परफाॅर्मेंसेज और कई अन्य पहलों के माध्यम से, उत्सव का उद्देश्य लोगों, संगीत और पर्यावरण के बीच गहरे संबंध को बढ़ावा देना है, साथ ही स्थानीय विकास और संरक्षण प्रयासों में भी योगदान देना है।

डॉ. सिंह ने कहा, “हमारा रिसॉर्ट हरे-भरे जंगल के बीच में स्थित है, और यह अपने आप में हिमाचल की महान प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक है।”

उपस्थित लोगों को प्रशंसित कलाकारों और उभरती प्रतिभाओं दोनों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियों का आनंद दिया गया। इसने हिमाचल के स्थानीय गायकों और संगीतकारों को एक मंच प्रदान किया। इसके अलावा संगीत उत्सव ने हिमाचल के लोक संगीत की समृद्ध संस्कृति को भी बढ़ावा दिया।

एमएफके के वीडियो पार्टनर ट्रान्जा स्टूडियोज के एमडी अंगद सिंह ने कहा कि , उत्सव का मैदान जोश और एनर्जी से भर गया क्योंकि उपस्थित लोगों ने खुद को असंख्य गतिविधियों और अनुभवों में डुबो दिया।

फेस्टिवल को समर्थन देने वालों में ट्रान्जा स्टूडियोज, ऑडी चंडीगढ़, माय एफएम और रॉयल एस्टेट ग्रुप शामिल हैं।

प्रतिभा नाट्य उत्सव में “सीढियां” नाटक का सफल मंचन

संस्कार भारती की ट्राइसिटी संस्थाओं और एनजेडसीसी, पटियाला का संयुक्त आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 15 मार्च :

संस्कार भारती की चण्डीगढ़, पंचकूला एवं मोहाली इकाई तथा सुमुखा नाट्य संस्था, दिल्ली एवं उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, पटियाला के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित प्रसिद्ध नाटककार पदमश्री दया प्रकाश सिन्हा द्वारा लिखित और अरविंद सिंह द्वारा निर्देशित सीढियां नाटक का मंचन सुमुखा रंगमंडल, दिल्ली द्वारा पंजाब कला भवन, सेक्टर 16 में किया गया। नाटक का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. सुखमिंदर बरार, अंतर्राष्ट्रीय पंजाबी लोक गायिका एवं, अध्यक्ष, संस्कार भारती पंजाब प्रांत द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। हिंदी के प्रसिद्ध नाटककार पदम श्री दया प्रकाश सिन्हा  द्वारा लिखित और अरविंद सिंह द्वारा निर्देशित इस नाटक में मुगल शासन के अंतिम चरण में साम्राज्य के बिखराव के साथ सामाजिक विघटन का वह काल खण्ड सीढ़ियां नाटक का नायक है, जो समाज के गिरते मूल्यों के साथ अपनी दोशीजगी (कौमार्य) खो बैठता है,| पतित समाज, भ्रष्ट, अहंकार, विलासी हम्मरां ऐसे बदरंग है जिनसे बनी है गुजरे वक्त की तस्वीर। समय के साथ न रंग घुले न उड़े। वर्तमान की तस्वीर में भी प्रेक्षक इस काल की तस्वीर के धुंधले रंगों  की झलक आज भी इन रंगों की झलक समाज में स्पष्ट दिखाई देती है।

मंच संचालन सर्वप्रिय निर्मोही द्वारा किया गया। नाटक में संस्कार भारती चंडीगढ़ के अध्यक्ष यशपाल तिवारी, पंचकूला के अध्यक्ष सुरेश गोयल, मंत्री सतीश अवस्थी, अनिल गुप्ता, संतोष गर्ग, अर्पणा गुप्ता, सीमा गुप्ता, मोहाली की अध्यक्षा डॉ० निम्मी वशिष्ट, रजनी बजाज तथा अन्य सदस्य उपस्थित रहे। 

इस नाट्य उत्सव में 16 मार्च को गोरखपुर के दर्पण नाट्य संस्था द्वारा सम्राट अशोक नामक नाटक की प्रस्तुति होगी।

अनूप जलोटा जल्द ही ओटीटी पर रियलिटी शो “द रिकॉर्डर्स” के जज बनेंगे

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 19 फरवरी

*शो “द रिकॉर्डर्स” का पहला पोस्टर पद्मश्री अनुप जलोटा, शुभ मल्होत्रा, और चंडीगढ़ के गौरव राणा सुखीजा द्वारा रिलीज़ किया गया।*

*यह भारत का पहला ओटीटी सिंगिंग रियलिटी शो है जो प्रतिभाशाली युवाओं को सफलता का मंच प्रदान करता है। भजन सम्राट पद्म श्री अनुप जलोटा इस शो के सुपर जज होंगे, जबकि शुभ मल्होत्रा निर्माता, संस्थापक और निर्देशक होंगे।*

*”द रिकॉर्डर्स” में प्रमुख जज, प्रतिस्पर्धात्मक प्रारूप, और बड़ी संवादाता इसे भारत में गायकों के लिए महत्वपूर्ण मंच बनाते हैं। तो, यदि आप नए और रोमांचक वास्तविकता गायन प्रतियोगिताओं की ताज़ा और रोमांचक दृष्टिकोण की प्रतीक्षा कर रहे हैं, तो अब और क्या।*

*आगे बढ़ने वाले संगीत सुपरस्टार्स की अगली पीढ़ी के द्वारा चमत्कारिक होने के लिए तैयार रहें, और मूल संगीत के जादू और अनभवी प्रदर्शनों का गवाह बनने के लिए तैयार रहें।*

‘दोस्तों बज़्म सजाओ कि बहार आई है’ अमूल्य शुक्ल

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 08 जनवरी

रविवार शाम को नव वर्ष के आगमन का स्वागत करते हुए काव्यांजलि के संस्थापक, मोटिवेशनल स्पीकर, लीडरशीप कोच अमूल्य शुक्ल ने ‘दोस्तो बज़्म सजाओ कि बहार आई है’ शीर्षक से, नव वर्ष विशेषांक संबंधी बैठक का आयोजन किया। 

बैठक में “हर रोज सूर्योदय से नव वर्ष का जन्म होता है” विषय पर देश के नामचीन कवि व शायर, हरिवंश राय बच्चन, अली सरदार जाफ़री, अमृता प्रीतम, पाकिस्तान के शायर फ़ैज अहमद फ़ैज, परवीन शाकिर, इंग्लिश कवि ‌लॉर्ड टेनिसन, केरोल एन डफी आदि की ‘जीवन परक कविताएं’, और बॉलीवुड के महान गीतकारों के लिखे गाने — ‘जीवन के गीतों’ के माध्यम से अमूल्य‌ ने व्याख्यायित किये। 

प्रति सप्ताह अमूल्य विरासत द्वारा प्रस्तुत ‘अमूल्य काव्यांजलि’ की हाइब्रिड बैठक (ज़ूम और फेसबुक लाइव), रितु विशेष अथवा साहित्य, संगीत, फिल्मों की एक नामवर हस्ती पर केंद्रित कर आयोजित की जाती है; जिसमें देश-विदेश के साहित्यकारों और संगीत प्रेमियों की शिरकत होती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 08जनवरी

शास्त्रीय संगीत इबादत, एक जीवन भी पड़ता है कम : सितारवादक अदनान

राहुल मिश्रा और रोहित मिश्रा के जोगिया मन भायो से माहौल बना संगीतमयी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पटियाला 23 दिसम्बर  :

नार्थ जोन कल्चर सेंटर के कालीदास ऑडिटोरियम में चल रहे 4 दिवसीय  पटियाला संगीत समारोह में आज का दिन सितारवादक अदनान और गायक मिश्रा बंधुओं के नाम रहा ।

“आज के  समय में भारतीय शास्त्रीय संगीत को कायम रखना काफी मुश्किल हो चुका है। आज की आप धापी और व्यस्तता वाली जिंदगी में  डेढ़ दो घंटे के शास्त्रीय संगीत हेतु दर्शक जुटाना  कठिन ज़रूर  हो गया है लेकिन शास्त्रीय संगीत में सुधि लोगों की रुचि अभी भी बरकरार है ।  इस शास्त्रीय संगीत को जीवित रखने के लिए कलाकारों के साथ साथ  इस तरह के आयोजनों और संस्थाओं की विशेष भूमिका  रहती है। शास्त्रीय संगीत इतना विस्तृत और गहरा है कि जिसके  लिये एक जीवन काफी नहीं है । यह एक इबादत है। इबादत इंसान के साथ ही खत्म होती है।”  यह विचार सितार वादक अदनान ने यहां पटियाला के उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के कालिदास आडिटोरियम में चार दिवसीय आयोजित शास्त्रीय संगीत समारोह के दौरान पेश किए। इस दौरान अदनान ने युवा पीढ़ी से गुजारिश करते कहा कि वह इस क्लासिकल म्यूजिक को सीखें और सुने।

अदनान के सितार की मधुर स्वर लहरियों ने मोहा दर्शकों का मन

सितार वादक अदनान ने शास्त्रीय संगीत समारोह में राग चारूकेशी की पेशकश देकर लोगों को बांधे रखा। सितार वादक अदनान ने करीब एक घंटा अपनी प्रस्तुति दी।  उन्होंने पहले सितार पर चारूकेशी राग की प्रस्तुति दी। इसके बाद उनके द्वारा प्रस्तुत तबले के साथ दस मात्राएं व जप ताल व तीन ताल की प्रस्तुति लोगों का मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी रही। इस दौरान उनका साथ तबला वादक जूहेद अहमद खान ने दिया। अदनान ने कहा कि राग चारुकेशी दक्षिण भारतीय संगीत से लिया गया राग है। इस राग में धैवत और निषाद कोमल लगते हैं, बाकी सारे स्वर शुद्ध हैं। इस राग का वादी स्वर है मध्यम और संवादी है षड़ज। राग के आरोह और अवरोह में सातों स्वरों का इस्तेमाल होता है इसलिए इसकी जाति कहलाती है संपूर्ण-संपूर्ण। बता दें कि कलाकार अदनान खान दिल्ली घराने के मशहूर सितार वादक उस्ताद  सईद खान के सुपुत्र है । इन्होंने सितार वादन की शिक्षा अपने नाना उस्ताद जफर अहमद खां से लेनी प्रारंभ की और सितार की बारीकियां इन्होंने अपने पिता से सीखी । इनके सितार वादन की विशेष गायकी अंग पर इनकी मज़बूत पकड़ है । इसके अलावा सुर,ताल और लय पर विशेष महारथ रखने वाले अदनान आजकल की युवा पीढ़ी में अपनी खास जगह बना चुके है ।

मिश्रा बंधुओं के जोगिया मन भायो ने माहौल बनाया संगीतमयी

शास्त्रीय संगीत समारोह में गायक राहुल मिश्रा और रोहित मिश्रा ने  राग केदार में विलम्बित एक ताल से जोगिया मन भायो की प्रस्तुति दी जिससे समारोह का माहौल संगीतमयी बना रहा। इसके अलावा उन्होंने  सुहाये, रही रही जिया घबराय, मारे करेजवा प तीर गोरी तोरे नैन, ओ मियां व जाने वाले, राग गौरी में दिवाना किए श्याम क्या जादु डारा, धन्य भाग्य सेवा का अवर पाया की पुस्तुति दी। मिश्रा बंधुओं की प्रस्तुति ने लोगों को झूमने को मजबूर कर दिया। समारोह में शामिल लोगों ने मिश्रा बंधुओं द्वारा दी विभिन्न  प्रस्तुतियों को काफी पंसद किया। मिश्रा बंधु संगीत के बनारस परांपरा के दो सबसे सम्मानित परिवार से ताल्लुक रखते है, उनके दादा स्वर्गीय पंडित बैजनाथ प्रसाद मिश्रा सारंगी के बनारस घराने के महान कलाकार थे व नाना तबला सम्राट स्वर्गीय पंडित शारदा सहाय थे जो पंडित राम सहाय के प्रत्यक्ष वंशज जो स्वयं बनारस शैली के तबला वादन के संस्थापक थे। राहुल मिश्रा और रोहित मिश्रा  पेशेवर रूप से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के अधिकांश रूपों में प्रशिक्षित हैं , जो बनारस घराने के विशिष्ट है जिनमें ख्याल,ठुमरी,टप्पा, दादरा, चैती,कजरी,होरी व भजन आदि शामिल है।

शास्त्रीय संगीत समारोह 25 दिसंबर तक रहेगा जारी

उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक फुरकान खान ने कहा कि शास्त्रीय संगीत समारोह 25 दिसंबर तक जारी रहेगा।  24 दिसंबर को सितार वादक मोर मुक्त केडिया,  सरोद वादक मनोज कुमार केडिया और गायक  मोहम्मद अमान खान अपनी पेशकश देंगे।  इसके अलावा 25 दिसंबर को कलाकारों में विश्व मोहन भट्ट, मोहन वीणा, सलील भट्ट, सत्विक वीणा, हरीश तिवारी अपनी पेशकश देंगे। ।