panchkula police

Police Files, Panchkula – 12 February, 2024

मोबाइळ, लैपटाप, साईकिल, जेवरात इत्यादि चोरी की वारदातों को अन्जाम देनें वाला आरोपी गिरफ्तार, 6 वारदातो का खुलासा

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 12 फरवरी :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला सुमेर प्रताप सिहं के निर्देशानुसार चोरी की वारदातो पर कडी कार्रवाई करते हुए थाना सेक्टर 5 प्रभारी रुपेश चौधरी के नेतृत्व में इन्चार्ज पुलिस चौकी सेक्टर 10 उप.नि. मनदीप सिंह ढाण्डा नें करीब 6 चोरी की वारदातो को अन्जाम देनें वालें आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान राहूल पुत्र हरपाल सिंह वासी इन्द्रिरा कालौनी सेक्टर 17 पंचकूला के रुप में हुई ।

जानाकरी के मुताबिक पुलिस चौकी सेक्टर 10 इन्चार्ज नें बताया कि 06.02.2024 को पीडित जतिन चड्डा वासी सेक्टर 12 पंचकूला  जब वह सेक्टर 11 मन्दिर में जा रहा था तो उसका किसी अन्जान व्यक्ति नें मोबाइल चोरी कर लिया । जिसकी शिकायत पर मामला दर्ज करके मामलें में छानबीन करते सीसीटीवी कैमरो से मदद से आरोपी राहूल कुमार को 09.02.2024 को अदालत में पेश करके 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया । आरोपी नें रिमांड के दौरान अपनी पुछताछ में पंचकूला के अलग अलग स्थानों से करीब 6 वारदातो को कबूला । जिस आरोपी से चोरी का समान बरामद करके पेश अदालत आज माननीय अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत अम्बाला भेजा गया । पुछताछ में आरोपी नें बताया कि उसनें सेक्टर 16 पंचकूला पीडित व्यक्ति मोहन लाल वासी मथूरा उतर प्रदेश की सेक्टर 16 में अपनें भाई के घर पर रुका था जिसकी 7 किलो 900 ग्राम चांदी के जेवरात चोरी की वारदात को अन्जाम दिया था जो पीडित व्यक्ति चांदी के जेवरात बनानें का कार्य करता है जिसकी शिकायत पर थाना सेक्टर 14 में चोरी का मामला दर्ज है जिस मामलें में चोरी किए चांदी के 7 किलो 900 ग्राम के जेवरात बरामद कर लिये गये है

इसके अलावा आरोपी नें सेक्टर 10 पंचकूला एक बैंक के गार्ड की हीरो स्प्रिंट कंपनी की साइकिल चोरी की वारदात को अन्जाम दिया था । जिस पर थाना सेक्टर 5 में मामला दर्ज है जिस मामलें में आरोपी से इस साईकिल को व इसके अलावा अन्य 2 चोरी की साइकिलों को बरामद किया गया ।

चोरी का समान बरामद:- 03 स्पोर्टस साइकिल, 01 लैपटाप, 01 लैपटाप, 7.09 किलो ग्राम चांदी बरामद की गई ।

सिटी आर्किटेक्ट सुरिंदर बाहगा को मिला ‘प्रेसिडेंशियल स्पेशल रिकॉग्निशन’ अवार्ड

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 12 फरवरी

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स (आईआईए), मुंबई ने इंडियन आर्किटेक्चर पर साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए शहर के आर्किटेक्ट सुरिंदर बाहगा को ’प्रेसिडेंशियल स्पेशल रिकॉग्निशन’ अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह अवार्ड उन्हें  लखनऊ में 9-11 फरवरी 2024 को आयोजित आईआईए नेशनल काॅफ्रेंस के समापन समारोह के दौरान प्रदान किया गया। उनकी पुस्तक ’फ्रॉम फॉलोज रूट्स-आर्किटेक्चर फॉर इंडिया’ का कुछ पूर्व ही विमोचन किया गया था। उन्होंने ’मॉडर्न आर्किटेक्चर इन इंडियाः पोस्ट इंडिपेंडेंस पर्सपेक्टिव’, ’न्यू इंडियन होम्स’ और ’ली कोर्बुजिएर एंड पियरे जेनरे: फुटप्रिंट्स ऑन द सैंड्स ऑफ इंडियन आर्किटेक्चर’ नामक तीन पुस्तकों का सह-लेखन किया है। उन्होंने स्विस आर्ट्स काउंसिल के लिए  ली कोर्बुजिएर और पियरे जेनरे के जीवन और कार्यों पर एक ट्रेवल एग्जीबिशन ’ए ड्रीम रियलाइज्ड’ पर शोध किया है। उन्होंने 2010 में एनआईटी, हमीरपुर में आयोजित ’ अर्बनिज़म एंड ग्रीन आर्किटेक्चर’, काॅन्टेम्पररी आर्किटेक्चरः बियाॅंड कॉर्बूजिएररिज्म’ – 2011 में, एनआईसीएचई-2014 और री-डिस्कवरिंग सिटीज-2015 के कांफ्रेंस की कार्यवाही के सह-संपादक के रूप में काम किया।

आर्किटेक्ट सुरिंदर बाहगा ने चंडीगढ़ में आर्किटेक्चर आर्गेनाईजेशन ’साकार फाउंडेशन’ की स्थापना की है।

उनकी रचनाएँ कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। उनके दो चर्चिस को पाकिस्तान के लाहौर में आयोजित 5वीं एशियाई आर्किटेक्ट्स कांग्रेस में प्रदर्शित किया गया था। उनके काम को सिंगापुर इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स द्वारा आयोजित आर्किफेस्ट एग्जीबिशन में प्रदर्शित किया गया था।

एनर्जी-एफिशिएंट हाउसिंग डिजाइन के लिए बाहगा को एचयूडीसीओ द्वारा 1995 में सर एम. विश्वेश्वरैया अवार्ड दिया गया था। चंडीगढ़ में उनके बैपटिस्ट चर्च को नाॅन-कंवेंशनल सोर्स मंत्रालय और टीईआरआई द्वारा भारत में सर्वश्रेष्ठ 41 एनर्जी-एफिशियेंट बिल्डिंग्स में से एक के रूप में चुना गया है। उन्हें आर्किटेक्चरल एसोसिएशन, लंदन से माइकल वेंट्रिस अवाॅर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। बाहगा और पुरी द्वारा डिजाइन किए गए पुलिस मेमोरियल, जम्मू को इंडियन कंक्रीट इंस्टीट्यूट से उत्कृष्ट कंक्रीट स्ट्रक्चर अवाॅर्ड प्राप्त हुआ है। 

उन्होंने दो कार्यकाल (2008-2012) के लिए आईआईए, चंडीगढ़-पंजाब चैप्टर के चेयरमैन के रूप में काम किया। उन्होंने जनवरी 2013 से मई 2015 तक आईआईए पब्लिकेशन बोर्ड के चेयरमैन और जर्नल ऑफ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स के एडिटर के रूप में काम किया। उन्हें 2012-16 की अवधि के लिए चंडीगढ़ नगर निगम में पार्षद के रूप में नामित किया गया था। उन्होंने चंडीगढ़ नगर निगम की उच्चाधिकार प्राप्त फाइनेंस एंड  कॉन्ट्रैक्ट कमेटी के सदस्य के रूप में काम किया। वह चंडीगढ़ नगर निगम की ’बिल्डिंग एंड रोड्स’ के लिए कमेटी के चेयरमैन थे। वर्तमान में, वह केंद्र शासित प्रदेशों पर भारत के गृह मंत्री की सलाहकार समिति के सदस्य हैं। उन्हें 2021 से 2024 की अवधि के लिए चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के सदस्य और फायर एंड सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के चंडीगढ़ चैप्टर के प्रेसिडेंट के रूप में नियुक्त किया गया है।

राजकीय महाविद्यालय रायपुररानी  में दंत चिकित्सा शिविर आयोजित 

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी, 12 फरवरी

 आज महाविद्यालय में प्रजना N.G.O.  के साथ मिलकर दंत चिकित्सा शिविर लगाया गया। सभी डॉक्टर्स स्वामी देवी दयाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइंसेज से चेकअप के लिए आए थे। लगभग 150 छात्रों ने दंत चिकित्सा शिविर में हिस्सा लियाएवं अपना इलाज करवाया। कार्यक्रम का प्रयोजन श्री नरेंद्र आंचल जी की अध्यक्षता में सफलतापूर्वक किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ रोहित कुमार भुल्लर डॉ मनदीप चल, डॉ सुनील दत्त शर्मा डॉ पवन भारद्वाज कैप्टन श्वेता शर्मा द्वारा किया गया।

विश्वास फाउंडेशन को स्टार कैंप ऑर्गनाइज़र का अवॉर्ड देकर किया गया सम्मानित

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 12 फरवरी

रोटरी एंड ब्लड बैंक सोसाइटी रिसोर्स सेंटर ने रक्तदान शिविर आयोजित करने वालों को सम्मानित करने का कार्यक्रम महात्मा गांधी स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक ऐड्मिनिस्ट्रैशन चंडीगढ़ में रखा। इस वार्षिक सम्मान समारोह में विश्वास फाउंडेशन को स्टार कैंप ऑर्गनाइज़र का खिताब देकर स्टार कैंप अवॉर्ड के प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। यह अवॉर्ड  मुख्यातिथि पंजाबी फिल्म अभिनेत्री राज धालीवाल एवं रोटरी एंड ब्लड बैंक सोसाइटी रिसोर्स सेंटर के प्रधान आर के साबू व अध्यक्ष अनिल नेहरू द्वारा मिलकर अध्यक्ष साध्वी नीलिमा विश्वास व साध्वी प्रीति विश्वास को दिया गया।

विश्वास फाउंडेशन की अध्यक्ष साध्वी नीलिमा विश्वास ने बताया कि संस्था द्वारा अस्पतालों में जरुरतमन्द मरीजों की जान बचाने के लिए वर्ष 2004 से रक्तदान शिविर आयोजित करके लोगों को रक्तदान करने के लिए जागरूक कर रही है और यह रक्तदान शिविर भविष्य में भी इसी तरह से आयोजित किए जाते रहेंगे।

बसंत पंचमी कल

मां सरस्वती की करें पूजा-अर्चना, प्रसन्न होंगी लक्ष्मी जी एवं देवी काली भी : पं. पूरन चंद्र जोशी

पं. जोशी

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 12 फरवरी

बसंत पंचमी इस बार 14 फरवरी शुक्रवार को मनाई जाएगी। बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती हाथों में पुस्तक, वीणा और माला लिए श्वेत कमल पर विराजमान होकर प्रकट हुई थीं, इसलिए इस दिन मां सरस्वती की विषेश पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही इस दिन से से ही बसंत ऋतु की शुरुआत होती है। माघ माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से ज्ञान, विद्या, संगीत और कला की देवी मां सरस्वती को समर्पित है।   

ये जानकारी सनातन धर्म प्रचारक प्रसिद्ध विद्वान ब्रह्मऋषि पं. पूरन चंद्र जोशी ने बसंत पंचमी के उपलक्ष्य में बताते हुए दी। उन्होंने बताया कि  बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करने से मां लक्ष्मी और देवी काली भी प्रसन्न होती हैं। 

ये रहेगी पूजन अवधि 

पं. जोशी के अनुसार बसंत पंचमी की तिथि माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 13 फरवरी को दोपहर 02ः41 मिनट से हो रही है। अगले दिन 14 फरवरी को दोपहर 12ः09 मिनट पर इसका समापन होगा। उदया तिथि 14 जनवरी को प्राप्त हो रही है, इसलिए इस साल वसंत पंचमी का पर्व 14 फरवरी को मनाया जाएगा।  14 फरवरी को बसंत पंचमी वाले दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7ः1 मिनट से लेकर दोपहर 12ः35 मिनट तक रहेगा। ऐसे में इस दिन पूजा के लिए आपके पास करीब 5 घंटे 35 मिनट तक का समय है। 

ऐसे करें पूजन :

बसंत पंचमी के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत होकर पीले या सफेद रंग का वस्त्र पहनें। उसके बाद सरस्वती पूजा का संकल्प लें। पूजा स्थान पर मां सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें। मां सरस्वती को गंगाजल से स्नान कराएं। फिर उन्हें पीले वस्त्र पहनाएं। इसके बाद पीले फूल, अक्षत, सफेद चंदन या पीले रंग की रोली, पीला गुलाल, धूप, दीप, गंध आदि अर्पित करें। इस दिन सरस्वती माता को गेंदे के फूल की माला पहनाएं। साथ ही पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं।  इसके बाद सरस्वती वंदना एवं मंत्र से मां सरस्वती की पूजा करें। आप चाहें तो पूजा के समय सरस्वती कवच का पाठ भी कर सकते हैं।  आखिर में हवन कुंड बनाकर हवन सामग्री तैयार कर लें और ‘ओम श्री सरस्वत्यै नमः: स्वहा” मंत्र की एक माला का जाप करते हुए हवन करें।  फिर अंत में खड़े होकर मां सरस्वती की आरती करें।  बसंत पंचमी का पर्व मां सरस्वती को समर्पित है। ऐसे में इस दिन सरस्वती जी की प्रतिमा या चित्र घर में लाना लाभकारी साबित हो सकता है।  इसके बाद विधि-विधान के साथ मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करें। ऐसा करने से व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ती है। इसके साथ ही मां सरस्वती की कृपा प्राप्ति के लिए पूजा के दौरान को पीले रंग के फूल या माला अर्पित करनी चाहिए। *संगीत में रुचि रखने वाले लाएं इस दिन घर में कोई वाद्य यंत्र* पं. जोशी ने कहा कि संगीत में रुचि रखने वाले लोगों को बसंत पंचमी के दिन बासुरी या वाद्य यंत्र घर लाना चाहिए। ऐसा करने से मां देवी सरस्वती प्रसन्न होती हैं। यदि आपके परिवार में विवाह आदि होने वाला है, तो ऐसे में सरस्वती पूजा के दिन शादी का जोड़ा या गहने खरीदना विशेष लाभकारी माना जाता है। ऐसे करने से आने वाला वैवाहिक जीवन खुशहाल बना रहता है। इसके साथ ही बसंत पंचमी पर नया घर या वाहन आदि भी खरीदना शुभ माना  गया है।

बसंत पंचमी को मोरपंखी का पौधा लाना भी बेहद शुभ 

बसंत पंचमी के दिन घर में मोरपंखी का पौधा लाना बेहद शुभ होता है। आप इस पौधे को घर की पूर्व दिशा में रख सकते हैं। आप चाहें तो मोरपंखी के पौधे को आपने ड्राइंग रूम या घर के मुख्य द्वार पर भी लगा सकते हैं। ऐसा करने से साधक और उसके परिवार पर मां सरस्वती की कृपा बनी रहती है। बसंत पंचमी  को भी अक्षया तृतीया की तरह इस दिन को भी शुभ माना जाता है। इस को भी स्वयं सिद्ध– मुहूर्त माना  गया है। इस मुहूर्त में सभी तरह के मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं।  आज ही के दिन ही महादेव और पार्वती का तिलकोत्सव हुआ था और उनके विवाह की रस्में शुरू हुई थीं। 

विवाह के लिए भी स्वयं सिद्ध मुहुर्त है बसंत पंचमी 

इस दृष्टि से भी विवाह के लिए बसंत पंचमी का दिन शुभ माना गया है। बसंत पंचमी के पूरे दिन दोषरहित श्रेष्ठ योग रहता है। मान्यता है कि यह दिन विवाह के लिए (स्वयं -सिद्ध- मुहूर्त) होता है। इस दिन ऐसे लोगों को विवाह करना चाहिए जिनके विवाह में लगातार दिक्कतें आ रही हों। दोनों पक्षों के राजी हों परंतु गुण नहीं मिलने के कारण असमंजस की स्थिति में हो, तो भी आज का दिन उनके विवाह के लिए उचित है।

एआई-सहायक स्क्रीनिंग से प्री-कैंसरयुक्त स्टेज में कोलन कैंसर का पता लगाने में मदद मिलती है : डॉ. मोहिनीश छाबड़ा

  • कोलोनोस्कोपी एकमात्र प्रक्रिया है जो पॉलीप्स की पहचान और हटाने दोनों की अनुमति देती है

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 12 फरवरी

कोलोरेक्टल कैंसर (सीआरसी), कैंसर से संबंधित मौतों का दूसरा प्रमुख कारण है और दुनिया भर में तीसरा सबसे अधिक पाया जाने वाला कैंसर है। कोलोरेक्टल कैंसर भारत में पांचवां प्रमुख कैंसर है और हर साल कई लोगों की जान ले रहा है।

यहां जारी एक एडवाइजरी में फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली के डॉ मोहिनीश छाबड़ा, डायरेक्टर, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी ने कोलन कैंसर, स्क्रीनिंग के महत्व और कैसे आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) पूर्व-कैंसर चरण में बीमारी का पता लगाने में मदद करती है, पर प्रकाश डाला।

डॉ. छाबड़ा ने कहा कि कोलन कैंसर बड़ी आंत-कोलन और मलाशय को प्रभावित करता है। “कोलन कैंसर आमतौर पर सौम्य वृद्धि में शुरू होता है – एक पॉलीप जो कोलन की सबसे भीतरी परत जिसे म्यूकोसा कहा जाता है, में उत्पन्न होता है। उन्होंने कहा कि पॉलीप्स जो कैंसर में बदल जाते हैं, उन्हें एडेनोमा कहा जाता है और इन पॉलीप्स को हटाने से कोलोरेक्टल कैंसर के विकास को रोकने में मदद मिल सकती है।

डॉ छाबड़ा ने आगे कहा कि हालांकि कोलोरेक्टल कैंसर के मरीज आमतौर पर लक्षण रहित होते हैं, लेकिन कुछ संकेतों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आंत्र आदतों में कोई हालिया बदलाव, कब्ज, मलाशय से रक्तस्राव या मल में खून, लगातार पेट में परेशानी, ऐंठन, गैस या दर्द, कमजोरी या थकान और आंत खाली नहीं होने की भावना पर ध्यान दिया जाना चाहिए।

यह कहते हुए कि स्क्रीनिंग समय की जरूरत है, डॉ छाबड़ा ने कहा, “कोलोनोस्कोपी एकमात्र प्रक्रिया है जो पॉलीप्स की पहचान और हटाने दोनों की अनुमति देती है। इन पॉलीप्स को हटाने से 90 प्रतिशत तक कोलोरेक्टल कैंसर की रोकथाम हो जाती है और उचित अनुवर्ती कार्रवाई से कोलोरेक्टल कैंसर के कारण मृत्यु की संभावना कम हो जाती है।

डॉ. छाबड़ा ने कहा कि फोर्टिस अस्पताल, मोहाली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-सहायता प्राप्त कोलोनोस्कोपी की पेशकश करने वाला देश का पहला अस्पताल है, जिसने एडेनोमा का पता लगाने की दर को बढ़ाने में मदद की है। “पॉलीप्स को कैंसर बनने में आमतौर पर लगभग 10-15 साल लगते हैं। कंप्यूटर-एडेड डिटेक्शन (सीएडीई) कैंसर-पूर्व चरण में पॉलीप्स/एडेनोमा का पता लगाने में मदद करता है। अगर समय रहते पता चल जाए तो पॉलीप्स को शुरुआती चरण में ही हटाया जा सकता है। यह कैंसर से बचाता है।

डॉ. छाबड़ा ने कहा कि एक 56 वर्षीय महिला, जिसमें बिल्कुल कोई लक्षण नहीं थे, अपने दोस्त, जो कोलन कैंसर से पीड़ित थी, के आग्रह पर अपनी जांच कराने के लिए फोर्टिस मोहाली गई थी। एआई-सहायता प्राप्त कोलोनोस्कोपी से पता चला कि महिला के दाहिने कोलन में लेटरलली स्प्रेडिंग ट्यूमर (एलएसटी) था। रोगी को कोलोनोस्कोपिक निष्कासन से गुजरना पड़ा और इस प्रकार, कैंसर को रोका गया।

डॉ छाबड़ा ने कहा “स्क्रीनिंग से कैंसर-पूर्व घावों का पता लगाने में मदद मिली। हमने महिला के दाहिने कोलन से कैंसर-पूर्व पॉलीप्स को हटा दिया और इस तरह कैंसर को रोका गया। अगर उसकी स्क्रीनिंग नहीं हुई होती, तो उसे कभी पता नहीं चलता कि घाव के घातक कैंसर में बदलने की संभावना है।

बसंत के अवसर पर आसमान को छू रही रंग बिरंगी पतंगे 

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 12  फरवरी

सर्द मौसम के बाद खिली धुप में हर छत से राण बिरंगी पतंगे आसमान छू रही है बाजारों में पतंगो और मांझे की खरीद जोरो पर है बसंत पंचमी से पहले ही पतंगों और मांझे की खरीदारी के साथ प्रतियोगिता का भी जोर है बच्चों की ऊँची पतंग उड़ाने से लेकर काटने तक की प्रतियोगिता हो रही है पतंगों पर सामाजिक सन्देश भी देखने को मिल रहे है जिनमे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, जल है तो कल है और इसके साथ प्रसिद्ध चेहरे की पतंगे भी उपलब्ध है। छोटी और बड़ी पतंगे बाजार में मिल रही है वही कुछ लोग ने घरों में मांझा बनाया है तो कुछ बाजार से भी ले रहे है बच्चों को चाइनीज़ डोर का प्रयोग न करने के लिए कहा गया है चाइनीज़ डोर पक्षियों के लिए भी हानिकारक है।

फ़रवरी के महीने में बसंत पंचमी मनाई जाती है बसंत पंचमी पर ज्ञान की देवी माँ सरस्वती का पूजन भी होगा कलाकारों ने सुन्दर मूर्तियों का निर्माण पहले से ही किया है और डिमांड के अनुसार आर्डर भी पुरे किये गए है मूर्ति कलाकार राजेश ने बताया की पिछले 15 वर्षों से इस काम को कर रहे है मुकेश कंसल ने बताया की यह एक पौराणिक परम्परा है सरस्वती पूजन के बाद पतंगें उड़ाई जाती है बेटी साँची के जन्म पर पहली पतंग उसके नाम से उड़ाई थी खेतों में सरसों लहरा रही है खिली धुप में खेत सुनहरी दिखते है गौरव शर्मा ने बताया की पतंग उड़ाते समय बच्चे छत पर सावधानी बरते बिजली तारों और खंबों से दूर रहे खुले मैदान से पतंग उड़ाएं और सभी को सावधान रहने का सन्देश दे।

रेल मंडल ने टिकट चैकिंग द्वारा 28,140 बिना टिकट यात्रियों से 2.49 करोड़ रूपए जुर्माना वसूला : संजय साहू 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 12 फरवरी

उत्तर रेलवे के फिरोजपुर रेल मंडल के एक डी.आर.एम.संजय साहू ने सोमवार को कहा कि फिरोजपुर मंडल के टिकट चैकिंग दल द्वारा ट्रेनों में अनाधिकृत रूप से यात्रा कर रहे यात्रियों पर रोक लगाने हेतु ट्रेनों में सतत् टिकट चैकिंग किया जा रहा है।

मंडल के टिकट चैकिंग स्टाफ एवं मुख्य टिकट निरीक्षकों द्वारा जनवरी, 2024 के दौरान ट्रेनों में टिकट चैकिंग के दौरान कुल 28,140 यात्री बिना टिकट अथवा अनियमित यात्रा करते हुए पाए गए एवं उनसे जुर्माने के तौर पर लगभग 2.49 करोड़ रूपए का राजस्व वसूल किया गया। फिरोजपुर मंडल द्वारा जनवरी, 2024 के दौरान टिकट चैकिंग द्वारा 2.49 करोड़ रूपए राजस्व अर्जित किया गया,जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक है। मंडल के रेलवे स्टेशनों को साफ़-सुथरा बनाए रखने तथा आम जनता को  स्टेशनों पर गंदगी फैलाने से रोकने एवं उनको साफ-सफाई के प्रति जागरूक बनाने के लिए मंडल के मुख्य स्टेशनों पर नियमित जाँच की जाती है।

इसके फलस्वरूप जनवरी माह में 478 यात्रियों को स्टेशन परिसर में गंदगी फैलाने के कारण उनसे 74 हजार रूपए से अधिक जुर्माना लगाया गया। मंडल रेल प्रबंधक संजय साहू ने बताया कि फिरोजपुर मंडल में टिकट चैकिंग अभियान जारी रहेंगे। टिकट चैकिंग का मुख्य उद्देश्य रेलवे टिकटों की बिक्री में सुधार और बिना टिकट यात्रा कर रहे यात्रियों से जुर्माना वसूल करना ताकि वे भविष्य में उचित टिकट लेकर ही यात्रा करें। मंडल रेल प्रबंधक ने सभी टिकट चैकिंग स्टाफ की सराहना करते हुए बताया कि उनके सामूहिक प्रयास एवं कड़ी मेहनत से यह संभव हो पाया है।

2024 में चव्हाण कांग्रेस छोड़ने वाले महाराष्ट्र कांग्रेस के तीसरे नेता

कांग्रेस को एक के बाद एक तगड़ा झटका मिल रहा है। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव पास आ रहे हैं। वैसे-वैसे पार्टी के नेता उनका साथ छोड़ते जा रहे हैं। अब कांग्रेस के कद्दावर नेता अशोक चव्हाण ने राज्य में पार्टी को छोड़ने का फैसला किया है। उनके इस्तीफा देने पर कांग्रेस का कहना है कि जो लोग पार्टी छोड़ रहे हैं उन पर जांच एजेंसियों का दबाव है। अशोक चह्वाण ने कहा- मैंने अभी कोई पार्टी जॉइन नहीं की है। कल शाम से मैंने खुद को पार्टी से अलग कर लिया था। मेरी कांग्रेस के किसी विधायक से बात नहीं हुई है। किसी भी पार्टी से मैंने कोई भी डिस्कशन नहीं किया है। पार्टी छोड़ने का मेरा खुद का फैसला है। मेरी किसी से कोई शिकायत नहीं है।

  • एक महीने में तीन बड़े नेताओं के पार्टी छोड़ने महाराष्ट्र कांग्रेस में हड़कंप
  • राजनीतिक हलकों में 19 नेताओं के पार्टी छोड़ने की लग रही है अटकलें
  • बीजेपी नेता और डिप्टी सीएम फडणवीस का दावा, काफी लोग संपर्क में
  • शिवसेना और एनसीपी की तरह कांग्रेस के अंदर भी टूट होने की अटकलें
  • 2024 में चव्हाण कांग्रेस छोड़ने वाले महाराष्ट्र कांग्रेस के तीसरे नेता

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 12 फरवरी :

कांग्रेस की मुश्किलें कम होते नहीं दिख रही हैं। दिन प्रतिदिन उसके कई सांसद और विधायक साथ छोड़ते जा रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस पार्टी के कई विधायक, लोकसभा और राज्यसभा सांसद साथ छोड़ बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। सोमवार को अशोक चव्हाण ने विधायक पद और साथ ही कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। संजय निरुपम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से पूर्व सांसद और मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के पूर्व अध्यक्ष, भी पार्टी से नाराज चल रहे हैं, उनकी भी जल्दी पार्टी छोड़ने की आशंका लगाई जा रही हैं।

ऐसी अटकलें हैं कि कई अन्य वरिष्ठ नेता भी उनके साथ जाने की योजना बना रहे हैं। चव्हाण ने अपना इस्तीफा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को सौंप दिया। 66 वर्षीय चव्हाण ने आज सुबह महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से मुलाकात की. कुछ घंटों बाद चव्हाण का इस्तीफा पत्र सामने आया। उन्होंने एक्स पर अपना प्रोफाइल बदल दिया और फिर ट्वीट किया कि उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी है। अपने इस कदम के लिए कोई कारण नहीं बताया है।

घटनाक्रम के तुरंत बाद, पटोले अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर राहुल गांधी से मिलने के लिए हवाई जहाज से छत्तीसगढ़ पहुंचे और फिर चव्हाण के फैसले पर पार्टी के बड़े नेताओं के साथ चर्चा करने के लिए नई दिल्ली जाएंगे। इसके साथ ही, राजनीतिक हलकों में कई अन्य विधायकों और नेताओं के भी चव्हाण के नक्शेकदम पर चलने की संभावना के कयास लगाए जाने लगे।

नए साल में कांग्रेस को झटका देने वाली यह तीसरी बड़ी घटना है। 14 जनवरी को, पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद एम. देवड़ा ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ दी, और वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी ने डिप्टी सीएम अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। चव्हाण के इस कदम पर महा विकास अघाड़ी के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।

इनमें शिवसेना-यूबीटी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, कांग्रेस के विपक्ष के नेता (विधानसभा) विजय वडेट्टीवार और शिवसेना-यूबीटी के विपक्ष के (परिषद) नेता अंबादास दानवे, संजय राउत और प्रियंका चतुर्वेदी, दोनों सांसद, अतुल लोंढे और अन्य तीन सहयोगी शामिल हैं।

129/000 वोट से नीतीश सरकार बहुमत परीक्षण में पास

बिहार में आज सियासत का सुपर मंडे है। बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार ने विश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। वहीं स्पीकर अवध बिहारी चौधरी अपने ऊपर लगे अविश्वास प्रस्ताव में हार गए। नीतीश कुमार ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि हम इनको इज्जत दिए और हमें पता चला ये लोग कमा रहे हैं।  बीजेपी ने ऐसा कभी नहीं किया. ये विधायकों को एक साथ रखे।  सबको कितना लाख रुपया दे रहे थे, हम सबकी जांच कराएंगे। नीतीश कुमार ने कांग्रेस विधायकों को सलाह देते हुए कहा कि आपको कोई दिक्क़त हो तो हमारे पास आइयेगा। इससे पहले माले विधायक महबूब आलम ने सीएम नीतीश की तुलना गिरगिट से कर दी। इसके पक्ष में 125 वोट पड़े जबकि विपक्ष में 112 वोट डले। इस दौरान तेजस्वी यादव को विधानसभा में रामायण भी याद आई। उन्होंने नीतीश की तुलना राजा दशरथ और खुद की श्रीराम से की। हालांकि तेजस्वी यादव के ही एक विधायक चंद्रशेखर यादव ने रामचरितमानस पर ही सवाल उठाए थे। हालांकि अपनी बात कहकर तेजस्वी विधायकों समेत विधानसभा से वॉकआउट कर गए। 

  • विश्वास मत के पक्ष में 129 वोट, विपक्ष का बहिष्कार
  • ध्वनिमत से विश्वासमत पारित, विपक्ष का वॉक आउट
  • नीतीश कुमार बोले- अगर नहीं सुनना हैं, तो सीधे वोटिंग करा दिया जाए
  • क्या मोदीजी गारंटी लेंगे कि नीतीश कुमार जी आगे नहीं पलटेंगे : तेजस्वी यादव

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 12 फरवरी :

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विश्वासमत हासिल कर लिया है। उन्होंने राजद का दामन छोड़ कर हाल ही में भाजपा का हाथ थामा था, जिसके बाद उन्हें 9वीं बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेनी पड़ी थी। इसके बाद नई गठबंधन सरकार को विश्वासमत हासिल करना था। राजद के विधायकों चेतन आनंद और नीलम देवी ने जदयू-भाजपा गठबंधन को वोट दिया। सत्ताधारी गठबंधन में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माँझी की HAM भी शामिल है।

नीतीश कुमार ने सोमवार विश्वास मत हासिल कर लिया। विश्वास मत पर चर्चा के दौरान नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ ही साथ कांग्रेस को भी निशाने पर लिया। नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए राहुल गांधी की ओर भी इशारा किया और यह बताया कि वह पुरानी जगह क्यों लौट आए। विधानसभा में बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हम इतने दिन तक मेहनत किए उसका कुछ हुआ। सबको एकजुट करने की कोशिए, मेहनत किए उसका कुछ हुआ। नीतीश कुमार ने कहा कि अंत में हमको पता चला कि इनकी पार्टी भी कांग्रेस भी इधर से उधर कर रही है। उनको डर लग रहा था और उधर साथ थे। उन्होंने कहा कि तब हमको पता चल गया कि कुछ होने वाला नहीं है। इसके बाद हम पुरानी जगह आ गए हैं और सब दिन के लिए आ गए हैं।

129 विधायकों ने जहाँ नीतीश कुमार के पक्ष में मतदान किया, वहीं विपक्षी दलों ने सदन के वॉकआउट का रास्ता चुना। इस तरह अब नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। उससे पहले मुख्यमंत्री ने सदन में संबोधन देते हुए कहा कि को 2015 में ‘7 निश्चय’ लेकर आए थे, जो पूरा का पूरा उनका आईडिया ही था। उन्होंने कहा कि जब वो सत्ता में आए तब उन्होंने हिन्दू-मुस्लिम का झगड़ा बंद कराया। उन्होंने 2005 से पहले के इतिहास का बात करते हुए कहा कि उस समय के मामलों में भी कार्रवाई उनके सत्ता में आने के बाद ही शुरू हुई।

नीतीश कुमार ने कहा कि हम बिहार के विकास के लिए, लोगों के हित में काम करते रहेंगे। उन्होंने तेजस्वी यादव के आवास में राजद विधायकों को रखे जाने के संबंध में कहा कि पैसा कहाँ से आया, इसकी जाँच करवाई जाएगी। नीतीश कुमार ने कहा कि अब वो अपनी पुरानी जगह वापस आ गए हैं। फ्लोर टेस्ट से पहले स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को हटाने के लिए मतदान हुआ। उप-मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने भी जिक्र किया कि कैसे लालू परिवार ने जमीन लेकर नौकरियाँ दी।

नीतीश कुमार ने राजद के एक अन्य विधायक प्रह्लाद यादव को भी तोड़ दिया। वो भी आनंद मोहन के बेटे चेतन और अनंत सिंह की पत्नी नीलम के साथ सत्ताधारी पक्ष वाली बेंच पर बैठे नज़र आए। जहाँ चेतन आनंद राजपूत समाज से आते हैं, अनंत सिंह भूमिहार बिरादरी और प्रह्लाद यादव बिहार के बहुसंख्यक OBC यादव समाज से आते हैं जो राजद समीकरण का वोट बैंक रहा है। चेतन आनंद ने फेसबुक पर लिखा भी, ‘ठाकुर के कुएँ में पानी बहुत है, सबको पिलाना है।” बता दें कि राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने संसद में ‘ठाकुर का कुआँ’ कविता पढ़ कर विवाद पैदा कर दिया था।