129/000 वोट से नीतीश सरकार बहुमत परीक्षण में पास

बिहार में आज सियासत का सुपर मंडे है। बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार ने विश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। वहीं स्पीकर अवध बिहारी चौधरी अपने ऊपर लगे अविश्वास प्रस्ताव में हार गए। नीतीश कुमार ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि हम इनको इज्जत दिए और हमें पता चला ये लोग कमा रहे हैं।  बीजेपी ने ऐसा कभी नहीं किया. ये विधायकों को एक साथ रखे।  सबको कितना लाख रुपया दे रहे थे, हम सबकी जांच कराएंगे। नीतीश कुमार ने कांग्रेस विधायकों को सलाह देते हुए कहा कि आपको कोई दिक्क़त हो तो हमारे पास आइयेगा। इससे पहले माले विधायक महबूब आलम ने सीएम नीतीश की तुलना गिरगिट से कर दी। इसके पक्ष में 125 वोट पड़े जबकि विपक्ष में 112 वोट डले। इस दौरान तेजस्वी यादव को विधानसभा में रामायण भी याद आई। उन्होंने नीतीश की तुलना राजा दशरथ और खुद की श्रीराम से की। हालांकि तेजस्वी यादव के ही एक विधायक चंद्रशेखर यादव ने रामचरितमानस पर ही सवाल उठाए थे। हालांकि अपनी बात कहकर तेजस्वी विधायकों समेत विधानसभा से वॉकआउट कर गए। 

  • विश्वास मत के पक्ष में 129 वोट, विपक्ष का बहिष्कार
  • ध्वनिमत से विश्वासमत पारित, विपक्ष का वॉक आउट
  • नीतीश कुमार बोले- अगर नहीं सुनना हैं, तो सीधे वोटिंग करा दिया जाए
  • क्या मोदीजी गारंटी लेंगे कि नीतीश कुमार जी आगे नहीं पलटेंगे : तेजस्वी यादव

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 12 फरवरी :

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विश्वासमत हासिल कर लिया है। उन्होंने राजद का दामन छोड़ कर हाल ही में भाजपा का हाथ थामा था, जिसके बाद उन्हें 9वीं बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेनी पड़ी थी। इसके बाद नई गठबंधन सरकार को विश्वासमत हासिल करना था। राजद के विधायकों चेतन आनंद और नीलम देवी ने जदयू-भाजपा गठबंधन को वोट दिया। सत्ताधारी गठबंधन में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माँझी की HAM भी शामिल है।

नीतीश कुमार ने सोमवार विश्वास मत हासिल कर लिया। विश्वास मत पर चर्चा के दौरान नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ ही साथ कांग्रेस को भी निशाने पर लिया। नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए राहुल गांधी की ओर भी इशारा किया और यह बताया कि वह पुरानी जगह क्यों लौट आए। विधानसभा में बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हम इतने दिन तक मेहनत किए उसका कुछ हुआ। सबको एकजुट करने की कोशिए, मेहनत किए उसका कुछ हुआ। नीतीश कुमार ने कहा कि अंत में हमको पता चला कि इनकी पार्टी भी कांग्रेस भी इधर से उधर कर रही है। उनको डर लग रहा था और उधर साथ थे। उन्होंने कहा कि तब हमको पता चल गया कि कुछ होने वाला नहीं है। इसके बाद हम पुरानी जगह आ गए हैं और सब दिन के लिए आ गए हैं।

129 विधायकों ने जहाँ नीतीश कुमार के पक्ष में मतदान किया, वहीं विपक्षी दलों ने सदन के वॉकआउट का रास्ता चुना। इस तरह अब नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। उससे पहले मुख्यमंत्री ने सदन में संबोधन देते हुए कहा कि को 2015 में ‘7 निश्चय’ लेकर आए थे, जो पूरा का पूरा उनका आईडिया ही था। उन्होंने कहा कि जब वो सत्ता में आए तब उन्होंने हिन्दू-मुस्लिम का झगड़ा बंद कराया। उन्होंने 2005 से पहले के इतिहास का बात करते हुए कहा कि उस समय के मामलों में भी कार्रवाई उनके सत्ता में आने के बाद ही शुरू हुई।

नीतीश कुमार ने कहा कि हम बिहार के विकास के लिए, लोगों के हित में काम करते रहेंगे। उन्होंने तेजस्वी यादव के आवास में राजद विधायकों को रखे जाने के संबंध में कहा कि पैसा कहाँ से आया, इसकी जाँच करवाई जाएगी। नीतीश कुमार ने कहा कि अब वो अपनी पुरानी जगह वापस आ गए हैं। फ्लोर टेस्ट से पहले स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को हटाने के लिए मतदान हुआ। उप-मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने भी जिक्र किया कि कैसे लालू परिवार ने जमीन लेकर नौकरियाँ दी।

नीतीश कुमार ने राजद के एक अन्य विधायक प्रह्लाद यादव को भी तोड़ दिया। वो भी आनंद मोहन के बेटे चेतन और अनंत सिंह की पत्नी नीलम के साथ सत्ताधारी पक्ष वाली बेंच पर बैठे नज़र आए। जहाँ चेतन आनंद राजपूत समाज से आते हैं, अनंत सिंह भूमिहार बिरादरी और प्रह्लाद यादव बिहार के बहुसंख्यक OBC यादव समाज से आते हैं जो राजद समीकरण का वोट बैंक रहा है। चेतन आनंद ने फेसबुक पर लिखा भी, ‘ठाकुर के कुएँ में पानी बहुत है, सबको पिलाना है।” बता दें कि राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने संसद में ‘ठाकुर का कुआँ’ कविता पढ़ कर विवाद पैदा कर दिया था।