इनरव्हील के सहयोग से  नगर परिषद ने   घर घर जाकर ई वेस्ट किया इकत्रित

विकास शर्मा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, परवाणू – 19 अक्टूबर :

गुरुवार को  इनरव्हील क्लब परवाणू  और नगरपरिषद परवाणू  के सहयोग से ई कचरा संग्रहण सप्ताह के अंतर्गत  परवाणू मे घर घर जाकर ई -कचरा इकठा करने के अभियान की शुरुआत की गई । इस प्रोजेक्ट के  तहत नगर परिषद की कचरा उठाने वाली गाड़ी  द्वारा ई बेस्ट इकत्रित किया गया  इस ई वेस्ट  को परवाणू नगर के उपाध्यक्ष लखविंदर सिंह व  पूर्व अध्यक्ष ठाकुर दास ने गाड़ी  को हरी झंडी दिखा कर नगर परिषद के परिसर से रवाना किया  और गाड़ी  द्वारा हर सेक्टर से घर घर मे जाकर ई वेस्ट  इकठा  इकठ्ठा  किया  गया ओर लोगों को घर में किसी भी किस्म के  खराब पड़े ई वेस्ट को गाड़ी  में  देने के लिये भी कहा गया । गाड़ी द्वारा पूरे शहर में डोंडी भी पटवाई गयी ।

इनरव्हील क्लब की प्रधान पूजा गुप्ता ने बताया की गुरुवार को शहर व  आस पास के इलाके से घर घर से ई बेस्ट इकठा करने का प्रोजेक्ट चलाया गया है जो हर महीने में एक दिन जारी रहेगा ।

   इस प्रोजेक्ट मे  इनरव्हील से प्रेजिडेंट पूजा  गुप्ता सीक्रेटरी अंशु अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष कांता कपूर, राज कुमारी, प्रीती गंभीर और पूनम गुप्ता व अन्य  उपस्थित रही l

नगर परिषद से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार  को लगभग 50 किलो ई बेस्ट इकठ्ठा   किया गया है जिसे ओर ज्यादा इकठ्ठा करने के बाद नालागढ़ की एजेंसी में दिया जाएगा ।

डीजीएचएस हरियाणा के कार्यालय में एनसीडी स्क्रीनिंग शिविर का किया गया आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 19 अक्टूबर :

डीजीएचएस हरियाणा के कार्यालय में गैर-संचारी रोग (एनसीडी) स्क्रीनिंग शिविर आयोजित किया गया। यह शिविर डीजीएचएस कार्यालय के कर्मचारियों में एनीमिया, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और सामान्य कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए आयोजित किया गया था।

 शिविर का आयोजन जिला एनसीडी सेल पंचकूला द्वारा राज्य एनसीडी सेल के सहयोग से, महानिदेशक, स्वास्थ्य सेवाएँ, हरियाणा के समग्र मार्गदर्शन और सिविल सर्जन, पंचकूला के कुशल पर्यवेक्षण के तहत किया गया था। सिविल अस्पताल पंचकुला से एक चिकित्सक, एक चिकित्सा अधिकारी और दो डेंटल सर्जन ने कर्मचारियों को परामर्श प्रदान किया। इस अवसर पर 200 से अधिक कर्मचारियों की जांच की गई, जिनमें से क्रमशः 46 और 12 स्टाफ सदस्यों में उच्च रक्तचाप और मधुमेह का संदेह था। पुष्टि और आगे के इलाज के लिए उन्हें सिविल अस्पताल सेक्टर 6 में रेफर किया गया।

सभी कर्मचारियों की मौखिक जांच की गई और किसी में भी मुँह में कैंसर का संदेह नहीं पाया गया। सभी को मौखिक स्वच्छता रखरखाव और ब्रश करने की तकनीक पर सलाह दी गई। महिला स्टाफ सदस्यों को भी स्व-स्तन परीक्षण पर उन्मुख किया गया। क्लिनिकल स्तन परीक्षण और सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग के लिए महिला स्टाफ सदस्यों को सिविल अस्पताल जाने की सलाह दी गई। सभी उपस्थित लोगों को उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मौखिक कैंसर, स्व-स्तन परीक्षण, गर्भाशय ग्रीवा कैंसर, आहार, व्यायाम, मासिक धर्म स्वच्छता और शराब और धूम्रपान के हानिकारक प्रभावों आदि पर आईईसी पैम्फलेट के वितरण के साथ-साथ एक परामर्शदाता द्वारा जीवनशैली में बदलाव और आहार संशोधन पर परामर्श दिया गया।

हरियाणा में कमजोर सरकार का एक और प्रमाण, नहीं करा पाई 4 RRTS का निर्माण : दीपेन्द्र हुड्डा

  •         हरियाणा के हितों की रक्षा नहीं कर पा रही है गठबंधन सरकार, विकास कार्य इनके एजेंडे में ही नहीं– दीपेन्द्र हुड्डा
  •         गठबंधन सरकार द्वारा प्रदेश हितों की उपेक्षा के कारण 4 RRTS कॉरीडोर को भारत सरकार ने एक पैसा नहीं दिया : दीपेन्द्र हुड्डा
  •         हरियाणा की नकारा सरकार के चलते यहाँ के शहरों को रैपिड रेल से जोड़ने का काम खटाई में पड़ा – दीपेन्द्र हुड्डा
  •         कांग्रेस सरकार बनने पर चारों RRTS कॉरीडोर का काम युद्द स्तर पर कराएंगे पूरा – दीपेन्द्र हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 19 अक्टूबर :

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल के उद्घाटन से पहले आज कहा कि हरियाणा में कमजोर सरकार का एक और प्रमाण नहीं करा पाई 4 RRTS का निर्माण। उन्होंने कहा कि मौजूदा गठबंधन सरकार हरियाणा के हितों की रक्षा नहीं कर पा रही है, क्योंकि हरियाणा में विकास कार्य इनके एजेंडे में ही नहीं है। दीपेन्द्र हुड्डा ने बताया कि हुड्डा सरकार के समय हमारी 4 आरआरटीएस परियोजनाएं भी एक साथ प्रस्तावित हुई थी लेकिन 2014 के बाद बीजेपी सरकार के उदासीन रवैये के कारण इसका काम ठप हो गया जबकि दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ रैपिड रेल परियोजना के पहले फेज का उद्घाटन कल देश के प्रधानमंत्री करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर हरियाणा सरकार भी गंभीरता से प्रयास करती तो आज हरियाणा की 4 आरआरटीएस परियोजनाओं का भी उद्घाटन हो रहा होता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर चारों RRTS कॉरीडोर का काम युद्द स्तर पर पूरा कराएंगे।

दीपेन्द्र हुड्डा ने आगे बताया कि बीते 13 मार्च, 2023 को जब उन्होंने संसद में हरियाणा के रैपिड रेल कॉरीडोरों के काम का ब्योरा मांगा तो केंद्र सरकार के जवाब से हरियाणा की कमजोर सरकार की एक और कमजोरी ही उजागर नहीं हुई बल्कि उसकी बदनीयत भी खुलकर सामने आई। प्रदेश की गठबंधन सरकार द्वारा प्रदेश हितों की उपेक्षा का जीता जागता सबूत शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर द्वारा संसद में दीपेन्द्र हुड्डा के सवाल पर दिया गया जवाब है जिसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली-सोनीपत-पानीपत, दिल्ली-गुड़गाँव-अलवर, दिल्ली-रोहतक-हिसार और दिल्ली-फरीदाबाद-पलवल गलियारों के संबंध में केंद्र सरकार द्वारा न तो स्वीकृति दी गई न कोई राशि आवंटित की गई है।सांसद दीपेन्द्र ने कहा कि 2014 के बाद से हरियाणा हर मामले में विकास की पटरी से उतर गया और लगातार प्रदेश हितों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यदि से चारों RRTS कॉरीडोर बन जाते तो इसका सीधा फायदा प्रदेश के लाखों युवाओं, रोजाना दिल्ली आने वाले कर्मचारियों, कामगारों को होता।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि 2010 में पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान 4 हाईस्पीड रेल (RRTS) कॉरीडोर केंद्र सरकार को प्रस्तावित कर वर्ष 2012 में NCR प्लानिंग बोर्ड की कार्य योजना में शामिल कराए थे। लेकिन 2014 में सरकार बदलने के बाद मौजूदा हरियाणा सरकार ने इन सभी का काम ठंडे बस्ते में डाल दिया। वे लगातार इसका काम शुरू कराने की मांग करते रहे। इसी क्रम में 5 अप्रैल, 2018 को सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने तत्कालीन केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी से मिलकर RRTS का काम पूरा कराने की मांग रखी तो हरियाणा सरकार ने केवल 2 कॉरीडोर – दिल्ली-गुड़गांव-एसएनबी, दिल्ली-सोनीपत-पानीपत का ही DPR अनुमोदित किया। जबकि, दीपेन्द्र हुड्डा ने केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी से दिल्ली-रोहतक-हिसार और दिल्ली-फरीदाबाद-पलवल RRTS की भी डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने की मांग को भी मंजूरी दिलायी थी। लेकिन, हरियाणा की नकारा सरकार के उदासीन रवैये के चलते यहाँ के शहरों को रैपिड रेल से जोड़ने का काम खटाई में पड़ा हुआ है।

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि संसद में उनके सवाल पर दिए गए उत्तर में आवासन मंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार ने 13.02.2019 को दिल्ली-गुड़गांव-एसएनबी (शाहजहांपुर-नीमराना-बेहरोड़) RRTS कॉरीडोर और 23.12.2020 को दिल्ली-सोनीपत-पानीपत (RRTS) कॉरीडोर के डीपीआर का अनुमोदन किया था। लेकिन, इन दोनों आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए दिल्ली सरकार वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए सहमत नहीं हुई। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि जहां तक दिल्ली सरकार द्वारा वित्तीय सहमति न देने से 2 RRTS का काम लटकने की बात है तो इसी हरियाणा में एक उदाहरण ऐसा भी है जब पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय दिल्ली से बहादुरगढ़ तक मेट्रो लाने का लोगों का सपना पूरा करने के लिए इस परियोजना में दिल्ली सरकार के हिस्से का पैसा भी चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने वहन करने का ऐतिहासिक फैसला लिया था। 2000 करोड़ की कुल लागत में से तत्कालीन हरियाणा सरकार ने 912 करोड़ रूपए वहन किये थे और बहादुरगढ़ तक मेट्रो लेकर आए।

मनोहर लाल खट्टर सरकार में बेरोज़गारी के टूटे सारे रिकोर्ड : दिव्यांशु बुद्धिराजा

  •  साढ़े 13 हज़ार चपडासियों के पद के लिए आए साढ़े 13 लाख से ज़्यादा आवेदन : दिव्यांशु बुद्धिराजा
  •  मतलब 100 पढ़े लिखे नौजवानों में से केवल 1 ही भर्ती होगा और वो भी चपडासी
  • भाजपा-जजपा सरकार में बेरोज़गारों की फ़ैक्ट्री बना हरियाणा : बुद्धिराजा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 19 अक्टूबर :

हरियाणा में सरकारी नौकरी के लिए लाखों की संख्या में नौजवान तैयारी करते हैं , लेकिन मौजूदा सरकार में उनमे से चंद लोगों को भी सरकारी नौकरी नहीं मिल पा रही। लंबे समय से देखा जा रहा है कि राज्य सरकार द्वारा विभागों, बोर्डों और निगमों के लिए निकाली गई सरकारी नौकरियां अधर में ही लटकी रह जाती हैं। वहीं, मनोहर लाल सरकार में कई विभागों में पिछले लंबे समय से सरकारी विभागों में पद खाली पड़े हैं, जिन्हे भरा नहीं जा रहा , दूसरी तरफ ऐसे कितने पद हैं, जिनकी परीक्षाएं हो चुकी है लेकिन वे अभी भी कानूनी दांव पेंच में फंसी हुई हैं। 

 साढ़े 13 हज़ार चपडासियों के पद के लिए आए साढ़े 13 लाख से ज़्यादा आवेदन ः

 हरियाणा युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री दिव्यांशु बुद्धिराजा ने बेरोज़गारी के आंकड़ों को लेकर हरियाणा की मनोहर सरकार पर बड़ा हमला बोला है l उन्होंने ‘डी’ श्रेणी की 21 और 22 अक्टूबर को होने जा रही लिखित परीक्षा को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा है l सरकारी विज्ञापन की प्रति दिखाते हुए उन्होंने बताया कि 13,536 ग्रूप ‘डी’ की भर्ती के लिए 13,75,151 आवेदन आये हैं l इन सभी आवेदकों को लिखित परीक्षा में बैठने के लिए दो सत्रों में परीक्षा करवाई जाएगी और हर सत्र में लगभग 3,44,000 आवेदक ही परीक्षा दे पाएंगे l दिव्यांशु ने कहा कि प्रदेश में बेरोज़गारों की फ़ौज खड़ी हो चुकी है उसका सबूत यह है कि चपडासी जैसी भर्ती के लिए भी साढ़े 13 लाख से ज़्यादा नौजवानों ने आवेदन करा है। उन्होंने कहा कि बेरोज़गारी व भर्तियाँ ना निकलने के चलते हालात यह हैं कि ग्रैजूएशन , पोस्ट ग्रैजूएशन ,पी एच डी करे नौजवान भी ग्रूप ‘डी’ के लिए मजबूरन आवेदन कर रहे हैं। 

 बता दें कि, हरियाणा में सरकारी विभागों में हजारों पद खाली पड़े हैं , उसके अलावा जो नौकरियां निकाली गई पटवारी, ग्राम सचिव, नहर पटवारी व अन्य कई नौकरियां ये बोलकर टाल दी गई कि इन सभी नौकरियों को CET के माध्यम से भर्ती करेंगे । 2020 में जारी CET के नोटिफ़िकेशन के बाद लगभग दो साल तक सरकार युवाओं से इसके लिए फॉर्म भरवाती रही , 10 जुलाई 2022 तक 11 लाख युवाओं ने इसके लिए फॉर्म भरे। 5-6 नवंबर 2022 को ग्रुप सी की नौकरियों के लिए परीक्षा हुई |

 जिसके परिणाम जनवरी 2023 में घोषित किए गए और कहा गया कि 3 लाख 58 हजार परीक्षार्थियों ने यह परीक्षा पास की है। लेकिन परीक्षा पास होने के बावजूद चार गुना की शर्तानुसर कई नौजवानों को मुख्य परीक्षा से बाहर कर दिया गया , हाई कोर्ट में जब इसका मुद्दा उठता है तो सरकार कोई भी पक्का आंकड़ा पेश नहीं कर पाती। आंकड़ों में हर बार बदलाव देखने को मिलता है। एक भी सही आंकड़ा HSSC पेश नहीं कर पाई। जिसके बाद ग्रुप सी की मुख्य परीक्षा के लिए जब पोर्टल खोला गया तो उसमें भी काफी खामियां देखने को मिली और उसका इल्ज़ाम भी HSSC ने बच्चों पर ही डाल दिया। जिसकी वजह से कई युवाओं के फॉर्म रिजेक्ट भी हो गए। अब जिन परीक्षार्थियों ने CET क्वालीफाई किया था उन सभी ने फॉर्म भर दिए और जून- जुलाई में परीक्षा होनी थी। इसके बाद जैसे ही परीक्षा की तारीख नजदीक आई कई बार परीक्षा की तारीखों में बदलाव भी किया गया । अंत में 5-6 अगस्त को ग्रुप 56 और 57 की परीक्षा के लिए चुना गया। लेकिन 4 अगस्त को ही एक बड़ा विवाद सामने आया जिसमें पता चला कि बिना वेरिफिकेशन के ही कई परीक्षार्थियों को परीक्षा में बुलाया गया है। हाई कोर्ट ने मामले पर खुद संज्ञान लिया और परीक्षा पर स्टे लगा दिया। कोर्ट ने कहा- जब तक स्टे नहीं हटता परीक्षा की प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। इसके बाद से कोर्ट में यह मामला चल रहा है सितंबर बीतता है , अक्टूबर में भी कोर्ट की तारीख लगती है लेकिन हाई कोर्ट ने जो आदेश दिए थे कि परीक्षा के रिजल्ट चेक कर HSSC दोबारा रिवाइज रिजल्ट निकाले लेकिन इस पर HSSC द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं करी गयी , जिसकी वजह से मामला यूं ही पिछले 4 साल से लटका हुआ है।

 अब तो हालात ऐसे है कि हरियाणा का नौजवान मौजूदा सरकार से रोज़गार की उम्मीद छोड़ कर प्रदेश में नई सरकार की बाट देख रहा है। 

सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल में माँ सरस्वती मंदिर के वार्षिकोत्सव पर संकीर्तन व चौंकीं आयोजित : डॉ सहगल

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 19 अक्टूबर :

सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल, पाबनी रोड़, जगाधरी में माँ सरस्वती के पावन मंदिर के वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में भजन, संकीर्तन, आरती और प्रशाद वितरण  का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया गया। स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रसिद्ध शिक्षाविद् डॉ० एम० के० सहगल, चेयरपर्सन डॉ० रजनी सहगल, नमन सहगल व् स्वरांजलि  ने मंदिर प्रांगण एवं संकीर्तन स्थल पर माँ सरस्वती के चरणों में पुष्प भेंट अर्पित की व् विधिवत पूजा कर के सभी के सुख-समृद्धि की कामना की।  इस अवसर पर स्कूल की छात्राओ का पूजन कर प्रसाद वितरित भी किया गया। शिक्षकों के साथ-साथ स्कूल  के अन्य स्टाफ ने भी संकीर्तन का आनंद लिया। भजनो से पूरा प्रांगण आध्यात्मिकता के रंग में खो गया तथा सभी ने बड़े हर्ष के  साथ माँ सरस्वती जी की पूजा व आरती की। मधुर कंठ से गाये गीतों की शब्द झंकार  से  स्कूल का प्रांगण दृश्य बड़ा ही मनोहारी और पवित्र दृष्टिगोचर हो रहा था। भजन संकीर्तन के आनंदातिरेक से  शिक्षकगण और सभी पदाधिकारी मंत्रमुग्ध हो गए।  मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ० एम० के० सहगल ने कहा कि माँ सरस्वती विद्या व संगीत की देवी है। प्रकृति के कण-कण में संगीत विद्यमान है। माँ सरस्वती की आराधना करने से मनुष्य सभी गुणों से युक्त हो जाता है। उन्होंने बताया कि बिना भाव का सृजन, बिना ज्ञान का पालन  अनर्थ करता है। इसलिए किसी भी कार्य के सृजन के लिए ज्ञान और भाव दोनों जरूरी है और इसीलिए किसी भी महान कार्य को करने से पहले  सरस्वती वंदना करनी ही चाहिए। माँ सरस्वती के प्रति श्रद्धा व लग्न विद्यार्थी जीवन के लिए आवश्यक है। अत: माँ सरस्वती से मेरी प्रार्थना है कि वे सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल  पर अपनी कृपा दृष्टि सदैव बनाए रखें।डॉ० रजनी सहगल ने माँ सरस्वती के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज विद्यालय प्रांगण में माँ सरस्वती मंदिर के स्थापना दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन संपन्न होना विद्यालय के लिए सौभाग्य की बात है। माँ की कृपा दृष्टि सभी विद्यार्थियों पर, लारेंसियन परिवार और क्षेत्र के सभी लोगों पर बनी रहे।

इस अवसर पर मैनेजिंग डायरेक्टर डा एम के सहगल, चेयरपर्सन डा रजनी सहगल, स्वरांजलि, नमन सहगल, स्वप्रांश, डा जी बी गुप्ता, गगन बजाज, विक्रांत गुलाटी, शैली चौहान, दीपक शर्मा, ममता बत्रा, ब्रह्मकान्ति शर्मा व् सभी शिक्षक तथा स्टॉफ उपस्थित रहे।

फ्रेशर्स ने दिखाया जोश, उतरे स्टेज पर, दिखाया अपना जलवा

फ्रेशर्स ने दिखाया जोश, उतरे स्टेज पर, दिखाया अपना जलवा

प्रीति बनी मिस फ्रेशर तो हरसिमरन बने मिस्टर फ्रेशर

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 19अक्टूबर :

खालसा कॉलेज (अमृतसर) ऑफ टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस स्टडीज फेस.3ए मोहाली में  विद्यार्थियों के स्वागत हेतु फ्रेशर्स पार्टी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज की प्रिंसीपल डॉ हरीश कुमारी ने दीप प्रज्वलित कर किया।

फ्रेशर्स पार्टी के दौरान सीनियर व जूनियर कक्षा के विद्यार्थियों कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को समां घंटों बांधे रखा। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विद्यार्थियों द्वारा गीत, डांस, बॉलीवुड सॉन्ग, इत्यादि की बेहतरीन प्रस्तुति दी गई जिन्हें उपस्थित दर्शकों ने खूब सराहा।

इस अवसर पर मिस्टर फ्रेशर, मिस फ्रेशर मिस्टर हेड़सम, मिस चार्मिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसे नये विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर जोश के साथ भाग लिया। प्रतियोगिता के अंतर्गत काॅलेज नये विद्यार्थियों ने स्टेज पर रैम्प माॅडलिंग की और अपना परिचय व अपनी शौंक के साथ अपने भविष्य की योजनाओं को साझा किया। इस अवसर पर प्रतियोगिता के जजों ने उनसे प्रश्न भी पूछे। जिनका जवाब प्रतिभागियों ने दिया।

प्रतियोगिता के बाद मिस्टर फ्रेशर व मिस फ्रेशर प्रतियोगिता में मिस फ्रेशर पीजीडीसीए फस्र्ट सैमेस्टर की प्रीति को घोषित किया गया जबकि इसी सेमेस्टर के हरसिमरन सिंह को मिस्टर फ्रेशर चुना गया। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए मिस चार्मिंग बीसीए फस्र्ट सैमेस्टर की छात्रा सोनिया मलिक को चुना गया जबकि मिस्टर हेड़सम का टाइटल बीबीए फस्र्ट सैमेस्टर के छात्र ऋषभ जीता। इस सभी की ताज पोशी काॅलेज की प्रिंसीपल डाॅ हरीश कुमारी ने की, और सभी को बधाई दी।

इस अवसर पर कॉलेज की प्रिंसीपल डॉ हरीश कुमारी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि अनुशासित जीवन सफलता के लिए महत्वपूर्ण तथ्य है। इसलिए वे हर स्थिति में अनुशासन का सदा ही पालन करें। उन्होंने कहा कि कॉलेज में रैगिंग पर पूरी तरह से रोक है। सीनियर विद्यार्थियों को अपने जूनियर्स की हर प्रकार से सहायता करनी चाहिए और आपसी मेल मिलाप और एकता के साथ रहना चाहिए। इस दौरान उनके साथ कॉलेज के अन्य लैक्चरार्स व फैकल्टी मेंबर्स भी उपस्थित थे।

रंगों की बौछार के साथ वॉल आर्ट फेस्टिवल की वापसी

रंगों की बौछार के साथ वॉल आर्ट फेस्टिवल की वापसी

  • फेस्टिवल की मेजबानी एलायंस फ्रासेस नेटवर्क द्वारा की जा रही है

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 19 अक्टूबर :

वॉल आर्ट फेस्टिवल का तीसरा संस्करण आज यहां सेक्टर 36 में एलायंस फ्रांसेस में शुरू हुआ। अपने तीसरे संस्करण के लिए, वॉल आर्ट फेस्टिवल ने चार कलाकारों को आमंत्रित किया है . दो फ्रांस से, एक भारत से और एक रियूनियन द्वीप से।

हमारे आर्टिस्ट्स द्वारा 14 स्थानों को ट्रांसफाॅर्मड किया जाएगा, जिसमें चंडीगढ़ भी शामिल है, जहां फेस्टिवल का समापन होगा। इसने कोलंबो से उड़ान भरी थी और अन्य स्थान हैं त्रिवेन्द्रम, अहमदाबाद, लखनऊ, मुंबई, हैदराबाद, बैंगलोर, कोलकाता, उदयपुर, पांडिचेरी, पुणे, भोपाल और चेन्नई।

चंडीगढ़ में मूरल आर्ट परफाॅर्मेंस फ्रेंच आर्टिस्ट सैंड्रे द्वारा शुक्रवार 20 अक्टूबर तक है और समापन समारोह  21 अक्टूबर को तीन अलग.अलग कलाकारों- सैंड्रे, सुपर बैब और अष्टी मिल्लर के साथ होगा।

सैंड्रे का काम ली कोर्बुज़िए को श्रद्धांजलि देते हुए हरे, पीले और लाल रंग के चमकीले रंगों को सामंजस्यपूर्ण रूप से मिश्रित करता है। इस रचना के केंद्र में एक हरा-भरा बगीचा है, जो चमकीले हिबिस्कस से सुसज्जित है। केंद्र में पक्षी जीवन से भरपूर एक शांतिपूर्ण दृश्य प्रस्तुत करता है। फ्रांस और चंडीगढ़ के बीच एक कड़ी के रूप में क्रोइसैन का समावेश एक काव्यात्मक स्पर्श है। पक्षी, अपनी शरारती, चंचल नज़र से, दर्शकों को म्यूरल्स में भाग लेने और विभिन्न पात्रों के साथ खेलने के लिए आमंत्रित करता है। यह कार्य जीवन की सुंदरता का जश्न मनाते हुए, प्रकृति के साथ चिंतन और जुड़ाव को आमंत्रित करते हुए, आशावाद और एकता का संदेश देता है।

एलायंस फ्रांसेज चंडीगढ़ के निदेशक ओफेली बेलिन ने बताया कि भारत भर में एलायंस फ्रांसेस नेटवर्क वॉल आर्ट फेस्टिवल की वापसी की घोषणा करते हुए रोमांचित है, जो 1 अक्टूबर को शुरू हुआ था। जैसे ही हम भारत के शहरों, इतिहास और प्राकृतिक परिदृश्यों की शानदार मोजेक में उतरेंगे, रंग, संस्कृति और रचनात्मकता का मिश्रण इंतजार कर रहा है। वॉल आर्ट फेस्टिवल के पिछले संस्करणों में, शहर विद्यार्थियों सहित उनके बुजुर्ग तक, शहर के निवासियों तक शामिल थे। जिन्होंने कला के प्रति अपने रूझान के आदान.प्रदान से अपनी स्थायी यादें स्थापित की। फेस्टिवल का प्रभाव मूरल्स के रूप में बना हुआ है जो साझा और बनाई गई कहानियों की साबित करता है।

उन्होंने आगे कहा कि एलायंस फ्रांसेस, चंडीगढ़ में 21 अक्टूबर के लिए अपने कैलेंडर को चिह्नित करें और दोपहर 2 बजे से रात 9 बजे तक, सैंड्रे, मिलरिंक और सुपर बैब को ग्रेंड मूरल के साथ इस फेस्टिवल का समापन करते हुए देखें। इससे पहले कभी हर उम्र के लिए गतिविधियों के साथ शहरी संस्कृति का अनुभव नहीं किया। यह फेस्टिवल सिर्फ कला के बारे में नहीं है यह कहानियों जुनून और सीमाओं को पाटने के बारे में है। इंस्टिट्यूट फ्रांसेस, फ्रांस वॉलोंटेयर रीयूनियन और जेएसडब्ल्यू पेंट द्वारा समर्थित हम आपको इस उत्कृष्ट अनुभव का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करते हैं।

सैंड्रे के बारे में
सैंड्रे, पेरिस, फ्रांस में स्थित एक ब्रेटन आर्टिस्ट हैं, जिनका काम अर्बन और टेक्नोलाॅजी प्रेक्टिसिस पर आधारित पर है। एनीमेशन का अध्ययन करने के बाद, उन्होंने पारंपरिक रास्ते से हटकर पेरिस की सड़कों के साथ-साथ कंबोडिया, वियतनाम और बेल्जियम जैसे कई देशों में मूरल बनाकर अपनी कला को सभी के सामने प्रदर्शित करने का प्रयास किया। वह पेरिस में एटेलियर डेस लुमिएरेस जैसे इमर्सिव डिवाइस पर इवेंट और एनिमेशन के लिए मैपिंग भी बनाती है। उनका स्टाइल सरल, अतियथार्थवादी और व्यंग्यपूर्ण कथन के बीच की सीमा पर स्थित है, जो कार्टून कैरेक्टर से बनी है जो अत्यधिक रंगोभरी और बारिकी भरी हैं। बड़े पैमाने पर कर्व पर काम करने से उन्हंे अपने विभिन्न चरित्रों को जीवंत करने तथा पूरी तरह से व्यक्त करने की आजादी मिलती है।

सुपर बैब के बारे में
1993 में जन्में सुपर बैब ने 13 साल की उम्र में अपना पहला मूरल बनाया। बाद के वर्षों में, उन्होंने अपनी मूरल्स के तकनीकों को निखारा और पेंटिंग, ड्राइंग, वॉटरकलर, प्रिंटमेकिंग और सिरेमिक जैसे अन्य क्षेत्रों की खोज की। पेरिस में बीक्स-आर्ट्स में अध्ययन के दौरान, उन्होंने बेहतर शैक्षणिक तकनीकें सीखीं और अपने ड्राइंग स्किल के साथ-साथ अपना पर्सनल स्टाइल भी विकसित किया। एक कंवेंशनल ड्राईंग से शुरुआत करते हुए, जिनको वह एबस्ट्रेक्ट टच जोड़ती है, जो विशेष रूप से मिरो और पिकासो जैसे प्रसिद्ध अतियथार्थवादी पेंटिंग्स से प्रभावित होती है। वह इनमें आउट साइडर आर्ट और ट्राइबल आर्ट के एलिमेंट्स को भी शामिल करते हंै।

अष्टी मिल्लर के बारे में
अष्टी मिल्लर एक आर्किटेक्ट, चित्रकार और ग्राफिक डिजाइनर हैं। उनका जन्म और पालन-पोषण मुंबई में हुआ और उन्होंने इथाका, न्यूयॉर्क में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में आर्किटेक्चर की पढ़ाई की है। मिल्लर, के पीछे एक इल्युस्ट्रेशन और ग्राफिक डिजाइन स्टूडियो की एकमात्र मजबूत शक्ति है। वह अपनी दो अलग-अलग प्रतीत होने वाली दुनियाओं की अप्रत्याशित टक्कर को समझने की कोशिश में अपने चित्र बनाती है। परिणामस्वरूप, उनकी सौंदर्यबोध और शैली विस्तृत रेखाचित्रों में विकसित हुई है जो निर्मित और चित्रित, डिजिटल और एनालॉग, दो और तीन आयामी के बीच की महीन रेखा पर चलती है। उनका काम काफी हद तक रिक्त स्थानों, स्थानों और चेहरों से प्रेरित और उनकी पड़ताल करती है।

हरियाणा लेखक मंच का वार्षिक अधिवेशन कुरुक्षेत्र में आयोजित किया गया       

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 19अक्टूबर :

हरियाणा लेखक मंच का दूसरा वार्षिक सम्मलेन गत दिवस कुरुक्षेत्र में आयोजित हुआ। इस अवसर पर राज्य के अलग अलग जिलों से सौ से अधिक साहित्यकार उपस्थित हुए. इस सम्मेलन में दो विचार-सत्र रखे गए थे.  पहले सत्र में ‘आज के दौर में लेखक के सरोकार’ विषय पर चर्चा हुई. विषय-प्रस्तावक डा.कृष्ण कुमार(एसोसिएट प्रोफेसर) ने कहा कि साहित्य का सरोकार प्रतिरोध में ही निखरता है,तभी वह साहित्य को मनोरंजन और उन्माद में जाने से बचा सकता है. सत्र के मुख्य वक्ता कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सुभाष चन्द्र ने कहा कि हमारे सारे सौन्दर्यबोध को अवमूल्यित किया जा रहा है. लेखक का काम सच कहना,उलझी बात को सुलझाकर पाठक को बताना और विकृति के प्रति सचेत करते हुए पाठक  को परिष्कृत करना है.सत्र की अध्यक्षता अमृतलाल मदान ने की. मंच के उपाध्यक्ष डा.अशोक भाटिया ने वक्ताओं का परिचय देते हुए दोनों विषयों की जरूरत पर प्रकाश डाला. दूसरे विचार-सत्र में ‘वर्तमान दौर के लेखन में स्त्री-संघर्ष की अभिव्यक्ति’ विषय पर प्रोफेसर मनजीत राठी(रोहतक विश्वविद्यालय) ने विषय-प्रवेश में कहा कि स्त्रियों का संघर्ष सामाजिक संघर्ष है.पितृसत्ता और कठोर परम्पराएं उसकी राह रोके खड़ी हैं.सत्र की मुख्य वक्ता,कथाकार प्रोफेसर प्रज्ञा(दिल्ली विश्वविद्यालय) ने कहा कि लेखन का कोई जेंडर नहीं होता.अनेक रचनाओं से उदाहरण देकर डा.प्रज्ञा ने स्पष्ट किया कि समानता,सुरक्षा और स्वावलंबन की चाह में स्त्री को सदा भूख,अपमान और शोषण से गुजरना पड़ता है.सत्र के अध्यक्ष डा.रतन सिंह ढिल्लों ने कहा कि हरियाणा में नारी-आन्दोलन को सुधारवादी नहीं,इंकलाबी होना पड़ेगा.दोनों सत्रों में ओम बनमाली,गुरदेव सिंह देव,हरपाल सिंह,कमलेश चौधरी,अनुपमा शर्मा,दीपक वोहरा,कुलदीप आदि द्वारा पूछे गए प्रश्नों ने विमर्श को विचारोत्तेजक बना दिया. मंच संचालन डा.बी.मदन मोहन और ब्रह्मदत्त शर्मा द्वारा किया गया। धन्यवाद जयपाल और मदनलाल मधु ने किया. इस अवसर पर ‘’शुभ तारिका’ पत्रिका सहित इस वर्ष प्रकाशित दस पुस्तकों का विमोचन किया गया.मंच द्वारा कराई गई कविता-लेखन प्रतियोगिता के छह विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया.अंत में मंच द्वारा हरियाणा की पाँचों साहित्य अकादमियों की पूर्ववत बहाली की मांग करने का प्रस्ताव रखा गया,जो सर्वसम्मति से पारित हुआ. पुस्तक-प्रदर्शनी भी लगाई गई. इस सम्मलेन के पीछे मंच की कार्यकारिणी के सदस्यों श्री अजय सिंह राणा,राधेश्याम भारतीय,पंकज शर्मा,अरुण कहरबा,जयपाल,अरुण कुमार,मदनलाल मधु,सतविंदर राणा,अशोक बैरागी का विशेष योगदान रहा।

भगवान राम की शिक्षाएं आज की प्रासंगिक : सुधा भारद्वाज

  • सैक्टर-19 में रामलीला का किया उदघाटन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 19अक्टूबर :

हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुधा भारद्वाज ने कहा है कि मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं और जब तक यह दुनिया रहेगी तब तक भगवान हम सभी के मार्गदर्शक रहेंगे।

सुधा भारद्वाज बीती रात सैक्टर 19 स्थित श्रीरामलीला समिति द्वारा आयोजित राम लीला का उदघाटन करने के बाद एकत्र जनसमूह को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि नौ दिन तक चलने वाली रामलीला में भगवान श्रीराम का जीवन वृतांत बताया जाता है। युवा पीढ़ी को इससे शिक्षा लेकर आगे बढऩा चाहिए। सुधा भारद्वाज ने कहा कि रामायण से हमें नारी के सम्मान व पवित्रता, वचन निभाने के लिए प्राण देने, बुराई पर अच्छाई की जीत आदि जैसी शिक्षाएं मिलती हैं। 

इस अवसर पर रामलीला समिति के अध्यक्ष रविंदर पाठक, महेंद्र शर्मा, रवि भूषण, एमएच खान, महासचिव डीपी पूनिया, राजेश राणा, कृष्ण गोयल, रोशन लाल, टेकचंद शर्मा
साजिद खान व मंजीत सिंह द्वारा सुधा भारद्वाज को राम दरबार की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता संजीव भारद्वाज विशेष रूप से मौजूद रहे।

सर्विक्षा के जज बनने पर बधाई देने पहुंची सुधा भारद्वाज

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 19 अक्टूबर :

हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुधा भारद्वाज आज सेक्टर 17 निवासी सर्विक्षा शर्मा के आवास पर उसे बधाई देने पहुंची। सर्विक्षा ने पंजाब सिविल सर्विसेज-ज्यूडिशियल परीक्षा के परणिाम में 11 वां रैंक हासिल किया है। वह आम श्रेणी में दूसरी सबसे युवा कैंडीडेट है।

सर्विक्षा के माता-पिता डाक्टर हैं। डाक्टरों के परिवार से संबंधित होने के बावजूद सर्विक्षा ने सिविल सर्विस को चुना है। सुधा भारद्वाज ने आज उनके आवास पर जाकर उनका मुह मीठा करवाते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की। महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सर्विक्षा जैसी होनहार बेटी शहर के बच्चों को प्रेरणा हैं। बच्चों को इन्हें अपना आदर्श मानकर आगे बढऩा चाहिए। इस अवसर पर मनीषा चौधरी, तरजिन्दर कौर, गीता कागड़ा, संगीता व पूजा मौजूद थी।