बापूधाम कॉलोनी, ईडब्ल्यूएस टेनामेंट के मकानों में बिजली के बिल ही भेजना भूला

  • विभाग अब जुर्माने के साथ बिल भरने को कर रहें है मजबूर 

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 15 मार्च :

रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन, सैक्टर 26 के प्रधान कृष्ण लाल, जेपी चौधरी, महासचिव और महिला शक्ति सैक्टर 26 चंडीगढ़ की प्रधान राणो देवी, समाज सेवक मनोज कुमार लारा आदि ने  प्रशासक के सलाहकार और चीफ इंजीनियर को पत्र लिखकर बिजली विभाग के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए लिखा है कि बापूधाम कॉलोनी, सैक्टर 26 ईडब्ल्यूएस टेनामेंट के मकानों के नवम्बर 2022 और दिसम्बर 2022 के बिजली के बिल जमा करवाने अंतिम तिथि 20.02.2023 थी, परन्तु बिजली के बिल हे नहीं भेजे गए। 

इस वजह से लोग अपना बिजली का बिल नही जमा करा सके और बिलों की अंतिम तारीख भी निकल गई। इससे लोगों को बिजली विभाग की गलती से जुर्माना राशि लग गई।  जब स्थानीय निवासियों ने एसडीओ, सब  डिवीज़न नं. 2 के अधिकारियों से मिले व कहा कि बिजली विभाग की गलती से हमें बिजली के बिल नहीं मिले तो हम जुर्माना की रकम क्यों भरें लेकिन उन्होंने कहा कि जुर्माना तो भरना पडेगा। एसोसिएशन ने अब उच्च अधिकारियों को पत्र लिख कर कि गलती बिजली विभाग की है तो उपभोक्ता जुर्माना क्यों भरें? आगे 4 महीने का बिजली बिल आएगा, जिससे बिल जमा करवाने में काफी दिक्कत पेश आने वाली है।

उन्होंने मांग की है कि बिजली के बिलों में जुर्माने की राशि माफ की जाए या फिर बिल जमा करने की तारीख आगे बढ़ाई जाए और जिस अधिकारी की गलती से लोगों को परेशानी हो रही है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

राजकीय महाविद्यालय कालका में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का किया आयोजन 


 रंजना शुक्ला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालका – 15 मार्च :

राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या कामना की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा क्लब की तरफ से सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।

प्रस्तुत कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ कुलदीप सिंह पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ , विंग कमांडर सी एस गरेवाल रिटायर्ड चीफ ट्रैफिक मार्शल चंडीगढ़ रहे ।मुख्य वक्ता डॉ कुलदीप सिंह ने विद्यार्थियों को विभिन्न सड़क सुरक्षा उपायों के विषय में जागरूक किया। उन्होंने वीडियो के माध्यम से विद्यार्थियों को जागरूक किया।

उन्होंने उमा महाजन द्वारा लिखी स्किट भी विद्यार्थियों को दिखायी। यह स्क्रिप्ट परमिंदर छाबड़ा, सुरेश शर्मा, विनीत गांधी, गगनदीप सिंह, अभिनव वसीन, रविंदर बर्नाटे, सुखजीत कौर, विनिका शर्मा व जसकंवरपाल द्वारा प्रदर्शित की गई।

प्रस्तुत कार्यक्रम सड़क सुरक्षा क्लब के प्रभारी प्रोफेसर आदेश, डॉक्टर वीरेंद्र अटवाल, डॉक्टर राजीव कुमार, प्रोफेसर शीतल मंगला, प्रोफेसर सुरेश के मार्गदर्शन और दिशा निर्देशन में किया गया ।

एडीजीपी, हिसार मंडल के निर्देशन मे विशेष पुलिस दल की छापेमारी जारी

मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार/ हांसी – 15 मार्च :

श्रीकांत जाधव, भा.पु.से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक,हिसार मंडल के निर्देशन मे आज  विशेष पुलिस टीम ने  विनोद  शंकर डीएपी हांसी के नेतृत्व मे हांसी व नारनौद एरिया मे अनैतिक व गैर कानूनी कार्यो की सुचना पर छापेमारी की।

नारनौद मे खाडा रोड पर बने काजल होटल पर टीम ने एकाएक कार्रवाई कर एक महिला व दो लडको को आपत्तिजनक  अवस्था मे काबु किया। होटल पर तलाशी पर सदिंग्ध सामान भी मिला। टीम ने होटल के मालिक व  सचालक व मैनेजर से पुछताछ कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिये थाना प्रभारी के हवाले किया गया। टीम ने नारनौद से खेडी चोपटा रोड पर चौधरी ढाबे पर छापेमारी कर वहा 18 बोतल शराब देशी बरामद की व ढाबे को अवैध अहाते के रूप मे इस्तेमाल करने के   जुर्म मे  ढाबे के मालिक व अन्य को काबु कर संबंधित थाना प्रभारी के हवाले किया गया।

देर रात तक टीम की छापेमारी जारी रही , एकाएक विशेष टीम की छापेमारी से इलाके के असमाजिक तत्वो मे हडकंप मच गई। टीम ने हांसी नारनौद इलाके के लगभग एक दर्जन स्थानो को अभी तक चैक किया। छापेमारी अभियान जारी है

हार्टिकल्चर विभाग के बाहर किया गया जोरदार प्रदर्शन


विनोद कुमार तुषावर, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़ – 15 मार्च :

21 फीसदी डीसी रेट में बढ़ोतरी करवाने और अन्य मांगो के समर्थन में हाथ में मांग लिखी तख्तियां लेकर कर्मचारियों ने किया जोरदार प्रदर्शन , मांगे पूरी नहीं हुई इस लिए कर्मचारियों में रोष है, अगला प्रदर्शन 22 मार्च को सैक्टर 26 वाटर वर्क्स के बाहर होगा।

आज ज्वाइंट एक्शन कमेटी ऑफ चंडीगढ़ एडमिनिस्ट्रेशन एंड एमसी एम्प्लॉयज एंड वर्क्स के बैनर तले यूटी कर्मचारियों ने सैक्टर 23 हॉर्टिकल्चर कार्यालय में हाथ में मांग लिखी तख्तियां लेकर मांगे मनवाने के लिए जोरदार प्रदर्शन किया, कर्मचारियों ने प्रशासन और एमसी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की, कर्मचारियों को संबोधन करते हुए ज्वाइंट एक्शन कमेटी के कन्वीनर अश्वनी कुमार चेयरमैन सुरमुख सिंह पैटर्न राजा राम ने प्रशासन और एमसी की आलोचना करते हुए कहा कि यूटी कर्मचारियों की मेजर मांगो को पूरा नहीं किया जा रहा जिस कारण कर्मचारियों में बहुत रोष है, उन्होने कहा के प्रशासन और एमसी से 1 अप्रैल के बाद कई कर्मचारी सेवामुक्त हुए हैं पर उनको पैंशन और पैंशन लाभ नहीं मिले, जिस कारण सेवामुक्त कर्मचारियों में बहुत आक्रोश है इन को पैंशन ओर पैंशन लाभ तुरंत दिए जाए।

उन्होने प्रशासन से मांग की  प्रशासन आउटसोर्स वर्कर्स के लिए सुरक्षित पॉलिसी बनाए, समान काम समान वेतन दे, वर्कर्स को 7 तारीख से पहले वेतन का भुगतान किया जाए, 21 फीसदी डीसी रेट 1अप्रैल 2023 से सभी वर्ग का बढ़ाया जाए, 2016 के बाद रेगुलर हुए कर्मचारियों को छठे वेतन आयोग का लाभ दे, खाली पदों को भरा जाए, डेली वेज कर्मचारियों को रेगुलर किया जाए, केंद्रीय वेतन मान दिए जाए, दिसम्बर 1996 के बाद एमसी में भर्ती हुए डेली वेज कर्मचारियों को प्रशासन द्वारा बनाई पॉलिसी में कवर कर रेगुलर किया जाए,कर्मचारियों को बरसाती और वर्दी दी जाए दी जाए, छठे वेतन आयोग का लाभ डेली वेज कर्मचारियों को दिया जाए, स्कूलों में काम कर रहे चौकीदारों के काम के आठ घंटे फिक्स किए जाए, मिड डे मील वर्कर्स का वेतन बढ़ाया जाए, अश्वनी कुमार ने बताया कि अगर मांगे पूरी नहीं हुई तो अगला प्रदर्शन 22 मार्च को सैक्टर 26 वाटर वर्क्स के बाहर होगा।

कर्मचारियों को अश्वनी कुमार, सुरमूख सिंह और राजा राम के इलावा कुलदीप सिंह, सरवन कुमार, संजय दोहन, रविंदर बिंदु, नरेंद्र चौधरी, याद राम, गुरमीत सिंह, कमल कुमार, नछतर सिंह, ललजीत, राजिंद्र सिंह, अशोक कुमार और अन्य ने संबोधन किया।

राहुल गांधी ने किया था ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ नारे का समर्थन : स्मृति ईरानी

स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी ने एक ऐसे देश में जाकर विदेशी ताकतों का आह्वान किया जिसका इतिहास रहा है भारत को गुलाम बनाने का। उन्होंने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ाते हुए राहुल गांधी ने ये खेद व्यक्त किया कि…क्यों विदेशी ताकतें आकर भारत पर धावा नहीं बोलती? स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी ने विदेशी धरती पर देश को बदनाम किया। राहुल गांधी ने SC और EC जैसी संस्थाओं का अपमान किया। क्या भारत को अपमानित करना लोकतंत्र है? क्या सदन के अध्यक्ष का अपमान लोकतंत्र है? भारत राहुल गांधी से माफी की मांग करता है।

स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विदेश में देश की गरिमा को चोट पहुंचाई है.

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली – 15 मार्च :

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वर्तमान में वायनाड से सांसद राहुल गांधी पर उनके लंदन में दिए गए बयान को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस नेता ने एक ऐसे देश में जाकर विदेशी ताकतों का आह्वान किया जिसका इतिहास रहा है भारत को गुलाम बनाने का। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, ‘भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ाते हुए राहुल गांधी ने ये खेद व्यक्त किया कि… क्यों विदेशी ताकतें आकर भारत पर धावा नहीं बोलती? उनका प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए द्वेष, अब भारत के प्रति द्वेष में तब्दील हो चुका है। ’

स्मृति ईरानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘राहुल गांधी विदेश की धरती पर जाकर ‘बोलने की आजादी’ नहीं होने की बात करते हैं. उनका आरोप है कि उन्हें भारत के विश्वविद्यालय में बोलने की आजादी नहीं है।  मैं राहुल गांधी से पूछना चाहती हूं कि अगर ऐसा है, तो 2016 में दिल्ली में जब एक विश्वविद्यालय में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ का नारा लग रहा था तब आपने वहां जाकर इसका समर्थन किया, वो क्या था?”

स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गाँधी विदेश जाकर देश में बोलने की आजादी नहीं होने की बात करते हैं। वे कहते हैं भारत के विश्वविद्यालयों में बोलने की आजादी नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं है तो साल 2016 में दिल्ली के एक विश्वविद्यालय में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ के नारे लगाए गए थे और आपने भी वहाँ जाकर नारे लगाने वालों का समर्थन किया था, वह क्या था?

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लंदन में विदेशी संस्था के सामने राहुल गाँधी ने झूठ बोला। देश के संसद का अपमान किया। उन्हें सदन से भागना नहीं चाहिए बल्कि सदन में आकर देश से माफी माँगनी चाहिए। बता दें कॉन्ग्रेस सांसद राहुल गाँधी बुधवार (15 मार्च 2023) को विदेश से दिल्ली लौट आए हैं।

इसके पहले राहुल गाँधी ने कैम्ब्रिज में अपने संबोधन के दौरान अपने ही देश पर कीचड़ उछाला था। उन्होंने आरोप लगाया था कि संसद में विपक्षी नेताओं को बोलने नहीं दिया जाता। उनकी माइक बंद कर दी जाती है। राहुल ने आरोप लगाया था कि भारत में सिखों और मुस्लिमों को दोयम दर्जे का नागरिक बना दिया गया है। राहुल के इन बयानों के बाद से ही भाजपा उनपर हमलावर है

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 15 March, 2023

डीसीपी ने क्राइम मीटिंग का किया आयोजन, अपराध पर अंकुश लगाने के दिए निर्देश

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकूला – 15 मार्च :

पुलिस उपायुक्त नें निर्देश दिए कि बाहर से आकर किराये पर रहनें वाले व्यक्तियो की वेरिफिकेशन करवाएं

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि आज लघु सचिवालय सेक्टर 1 पंचकूला में पुलिस कमिश्रर सजंय कुमार के मार्गदर्शन में पुलिस उपायुक्त सुमेर प्रताप सिंह के नेतृत्व में जिला के सभी पर्यवक्षण अधिकारी, थाना व पुलिस चौकी प्रभारियों के साथ क्राईम को लेकर गोष्ठी का आयोजन किया गया ।

मीटींग के दौरान जिले के सभी थाना प्रभारी, पुलिस चौकी इन्चार्ज तथा पर्यवक्षण अधिकारी मीटिंग में मौजूद रहे । इस क्राइम मीटिंग के दौरान पुलिस उपायुक्त नें जिले के थाना प्रभारियों, चौकी इन्चार्जो तथा पर्यवक्षण अधिकारियो को अपराध पर अंकुश लगाने और थानों में चल रही पेंडेंसी निपटाने हेतु दिशा-निर्देश दिए गये । मीटिंग के दौरान पुलिस उपायुक्त थाना स्तर पर अपराधो को लेकर समीक्षा करके सबंधित थाना प्रभारी व पुलिस चौकी इन्चार्जो को लम्बित मामलों में जल्द से जल्द निपटारा करनें हेतु निर्देश दिए गये ।

पुलिस उपायुक्त नें कहा कि महिला सबंधी अपराध सबसे सवेदनशील अपराध है  जिस पर तुरन्त कार्रवाई करके मामले का निपटारा करें । इसके अलावा सभी थाना व पुलिस चौकी प्रभारियो को निर्देश दिए की सभी अपनें –अपनें क्षेत्र में गश्त पडताल बढाई जाएं ताकि अपराधो पर रोकथाम लगाई जा सके । इसके अलावा अपराध शाखा इन्चार्जो को निर्देश दिए गये अवैध नशीले पदार्थो की तस्करी, अवैध असला, सार्वजनिक स्थान पर जुआ, अवैध शराब की तस्करी करनें वालों पर सख्त कार्रवाई करें । इसके अलावा कहा कि सभी थाना प्रभारी अपनें-अपनें क्षेत्र रेजिडेंट वेलफेयर एशोशिसन के साथ सम्पर्क करकें मीटींग का आयोजन करें और क्षेत्र में अगर कोई व्यकित घर बाहर टूर इत्यादि पर जाता है तो सबंधित थाना व चौकी को बताकर जाएं ताकि उस क्षेत्र में पीसीआर, राईडर इत्यादि की निगरानी बढाई जा सकें ।   

इसके अलावा मीटिंग के दौरान पुलिस उपायुक्त नें निर्देश दिए कि बाहर से आकर किराये पर रहनें वाले व्यक्तियो की वेरिफिकेशन करवाएं ।

मीटींग में एसीपी सुरेन्द्र कुमार यादव, एसीपी  किशोरी लाल, एसीपी क्राईम राजकुमार रंगा, थाना प्रभारी सेक्टर -5 सुखबीर सिंह, थाना प्रभारी सेक्टर -7 हरिराम, थाना प्रभारी सेक्टर -14 योगविन्द्र सिंह, थाना प्रभारी सेक्टर -20 अरुण कुमार, थाना प्रभारी चण्डीमन्दिर ललित कुमार, थाना प्रभारी रायपुररानी निर्मल सिंह,  थाना प्रभारी पिन्जोर हरविन्द्र सिंह, थाना प्रभारी कालका अजीत कुमार, महिला थाना प्रभारी नेहा चौहान, इन्सपेक्टर ट्रैफिक जगपाल, क्राइम ब्रांच सेक्टर -19 इन्सपेक्टर कर्मबीर सिंह, क्राइम ब्रांच सेक्टर -26 इन्सपेक्टर मोहिन्द्र सिंह, डिटेक्टव स्टाफ पंचकूला इन्सपेक्टर सतबीर सिहं तथा जिले के सभी पुलिस चौकी इन्चार्ज उपस्थित रहे । 

डिटेक्टिव स्टाफ नें कार चोर को किया काबू

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकूला – 15 मार्च :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त सुमेर प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में डिटेक्टिव स्टाफ इन्चार्ज सतबीर सिंह व उसकी टीम नें कार चोरी के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान आकाश बाबू पुत्र विजय पाल वासी भभोरा जिला बदाँयु उतर प्रदेश हाल  इन्द्रपुरम गाजियाबाद उतर प्रदेश के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता तरुण मल्होत्रा नें थाना कालका में शिकायत दर्ज करवाई कि 08.11.2022 को उसकी वैगनॉर कार को कमला नगर पार्कि से किसी अन्जान व्यकित नें चोरी कर लिया है जिस बारे थाना में प्राप्त शिकायत पर भा.द.स. की धारा 379 के तहत थाना कालका में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में डिटेक्टिव स्टाफ पंचकूला के द्वारा आगामी कार्रवाई करते हुए उपरोक्त मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी को पेश अदालत 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया ।

अनिल विज के गृह मंत्री बनने के बाद अंबाला का गौरव विदेशों में भी बढ़ा : शांडिल्य

  • एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व ब्राह्मण महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष शांडिल्य अनिल विज के 70वे जन्म दिन पर बधाई देने पहुँचे, 2 करोड़ 80 लाख लोगों की आवाज व संकटमोचक बन चुके अनिल विज

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, अम्बाला – 15 मार्च :

1947 के बाद अंबाला जिला को राजनीतिक दृष्टि से पिछड़ा हुआ कहा जाता था और इस जिले के विधायकों को सिर्फ सरकारों में डिप्टी स्पीकर, या सीपीएस ओर चेयरमैन तक सीमित रखा लेकिन अगर इस अंबाला जिला का गृह मंत्री बन कर पूरे देश मे नही विदेशों में किसी ने गौरव बढ़ाया तो वह अंबाला छावनी से छठी बार विधायक अनिल विज ने बढ़ाया है। उपरोक्त शब्द एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व ब्राह्मण महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने गृह मंत्री अनिल विज के 70 वें जन्मदिन पर उन्हें बधाई देते हुए फूलो का गुलदस्ता व सालासर बाला जी की धरती से आएँ राम दरबार भेंट किया और उनकी दीर्घायु व निरोग काया की हजारों लोगों की मौजूदगी में कामना की और दुआ की वह एक दिन इस हरियाणा के मुख़्यमंत्री बनें।

इस मौके पर वीरेश शांडिल्य ने गीत गाया है यार सुन यारी तेरी मुझे जिंदगी से भी प्यारी है। शांडिल्य ने कहा कि वह अनिल विज के हनुमान हैं और थे और उनके आदेश पर दुश्मन की लंका फूंकने के लिए हमेशा तैयार हैं। अनिल विज के निवास पर पत्रकारो से बातचीत करते हुए आतंकवाद व खालिस्तान के खिलाफ देश मे बुलंद आवाज उठाने वाले वीरेश शांडिल्य ने कहा कि आज अनिल विज बतौर गृह मंत्री हरियाणा के 2 करोड़ 80 लाख लोगों की आवाज व उनके लिए विज आवास इंसाफ का मंदिर बन चुके हैं और प्रदेश की जनता अनिल विज को इस सरकार में अपना संकट मोचक व सुरक्षा कवच मान चुकी हैं।

वीरेश शांडिल्य ने कहा कि अंबाला छावनी की जनता ने बहुत अच्छे कर्म किये जो उन्हें अनिल विज जैसा नेता व परिवार मिला उन्होंने कहा एक वोट तीन सेवादार अनिल विज, राजेंदर विज व कपिल विज । आज कैंट के विकास की कहानी विदेशों में गूँजती है। इस मौके पर ऐडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य व आवाज ए हिंदुस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव रंजन शांडिल्य ने भी अनिल विज को जन्म दिन की बधाई दी ।

अल्लाह को बहरा कहने वाले BJP नेता ईश्वरप्पा बोले – लाउडस्पीकर की जरूरत क्या?

कर्नाटक सरकार में पूर्व मंत्री रहे केएस ईश्वरप्पा ने इस तरह की बयानबाजी की हो। वे अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। बीते साल भी उन्होंने मस्जिदों के ऊपर लाउडस्पीकर का मुद्दा उठाया था। मनसे के नेता राज ठाकरे द्वारा लाउडस्पीकर से अजान के मुद्दे पर उस समय उन्होंने कहा था कि छात्रों और मरीजों के हितों को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम समुदाय को विश्वास में लेकर इस मुद्दे का कोई समाधान निकाला जाए। उन्होंने मुस्लिम नेताओं से कहा कि वह अपने पूजा स्थलों के अंदर स्पीकर का प्रयोग करें और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को परेशान न करें।

Allah Is Deaf, Karnataka BJP MLA, Controversial Remark On Azaan, Bengaluru, azaan on loudspeakers, KS Eshwarappa

अजय सिंगल, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली – 15 मार्च :

 कर्नाटक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता केएस ईश्वरप्पा ने सोमवार (13 मार्च, 2023) को अजान को लेकर विवादित टिप्पणी की है। ईश्वरप्पा ने कहा कि अगर लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल नमाज के लिए किया जाता है, तो इससे पता चलता है कि ‘अल्लाह बहरा है’। उन्होंने यह भी कहा कि अजान से उनके सिर में दर्द होता है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान पास की मस्जिद से अजान होने लगी। जिससे ईश्वरप्पा खफा हो गए है। ईश्वरप्पा ने कहा, ‘मैं जहां भी जाता हूं, यह (अजान) मुझे सिरदर्द देता है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाला है। आज नहीं तो कल इस तरह की अजान पर प्रतिबंध लग जाएगा।

बताया जा रहा है कि केएस ईश्वरप्पा एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, तभी पास की एक मस्जिद से अजान की आवाज आई। ईश्वरप्पा ने कहा कि मैं जहां भी जाता हूं, यह (अज़ान) मुझे सिरदर्द देता है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाला है, आज नहीं तो कल… लाउडस्पीकर पर आजान का सिस्टम खत्म हो जाएगा।

भाजपा नेता ने सवाल पूछा कि क्या अजान के दौरान लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने पर ही अल्लाह नमाज सुनेगा? उन्होंने कहा कि मंदिरों में लड़कियां और महिलाएं प्रार्थना और भजन करती हैं। हम धार्मिक हैं, लेकिन हम लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं करते हैं। अगर आपको लाउडस्पीकर से नमाज अदा करनी है, तो इसका मतलब है कि अल्लाह बहरा है?

ईश्वरप्पा पहले भी विवादित बयान देते रहे हैं। इससे पहले उन्होंने 18वीं शताब्दी के मैसूर के शासक टीपू सुल्तान को मुस्लिम गुंडा कहकर संबोधित किया था। बता दें कि पिछले साल एक ठेकेदार की खुदकुशी के बाद उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। ईश्वरप्पा को पुलिस मामले में नामित किया गया था क्योंकि ठेकेदार ने सुसाइड से पहले उन्हें अपनी मौत के लिए पूरी तरह जिम्मेदार बताया था।

बता दें कि ‘अजान’ लंबे समय से गहन बहस का विषय रहा है। एक वर्ग का तर्क है कि अजान के लिए लाउडस्पीकर का उपयोग अन्य धर्मों के लोगों को परेशान कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई 2005 में ध्वनि प्रदूषण का हवाला देते हुए सार्वजनिक आपात स्थितियों को छोड़कर रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था।

बाद में अक्टूबर 2005 में अदालत ने कहा कि लाउडस्पीकरों को साल में 15 दिनों के लिए उत्सव के अवसरों पर आधी रात तक इस्तेमाल करने की अनुमति दी जा सकती है। एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए, जिसमें दावा किया गया था कि अज़ान की सामग्री अन्य धर्मों के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने पिछले साल सहिष्णुता संविधान की विशेषता है। कोर्ट ने कहा कि अजान से अन्य धर्मों के लोगों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होने वाली दलील को स्वीकार नहीं किया जा सकता है।

राज्यपाल को राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश नहीं करना चाहिए, सुप्रीम कोर्ट ने कहा

हमारे पास दो दलीय प्रणाली नहीं है। भारत बहुदलीय लोकतंत्र है। बहुदलीय लोकतंत्र का मतलब है कि हम गठबंधन के युग में हैं। गठबंधन दो प्रकार के होते हैं – चुनाव पूर्व गठबंधन, चुनाव के बाद गठबंधन। चुनाव के बाद आमतौर पर गठबंधन संख्या को पूरा करने के लिए अवसरवादी गठबंधन होता है। लेकिन चुनाव पूर्व गठबंधन एक सैद्धांतिक गठबंधन है। दो राजनीतिक दलों – भाजपा और शिवसेना के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन था। जैसा कि किहोतो कहता है, जब आप मतदाता के सामने जाते हैं, तो आप एक उम्मीदवार के रूप में नहीं जाते हैं बल्कि एक राजनीतिक विचारधारा का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधि के रूप में , जो जाकर कहेगा, यह हमारा साझा विश्वास है, हमारा साझा एजेंडा है। मतदाता व्यक्तियों के लिए नहीं बल्कि उस विचारधारा या राजनीतिक दर्शन के लिए वोट करता है जिसे पार्टी प्रोजेक्ट करती है। हम ‘हॉर्स ट्रेडिंग’ शब्द सुनते हैं। यहां, अस्तबल के नेता (उद्धव ठाकरे) ने उन लोगों के साथ सरकार बनाई, जिनके खिलाफ उन्होंने चुनाव लड़ा (कांग्रेस और एनसीपी) और एक विशेष पार्टी के खिलाफ मतदाताओं द्वारा एक नकारात्मक वोट दिया गया।

ऐसा कौन सा संवैधानिक संकट था, जो विश्वास मत बुलाया? यह लोकतंत्र की एक दुखद  तस्वीर | Shiv Sena Case Hearing Update; Eknath Shinde VS Uddhav Thackeray -  Dainik Bhaskar

अजय सिंगल, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली – 15 मार्च :

शिवसेना विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल पर उठाए बड़े सवाल उठाए और कहा कि वे इस मामले में राज्यपाल की भूमिका को लेकर चिंतित हैं. पांच जजों की संविधान पीठ ने कहा, ‘राज्यपाल को इस क्षेत्र में प्रवेश नहीं करना चाहिए, जहां उनकी कार्रवाई से एक विशेष परिणाम निकलेगा. सवाल यह है कि क्या राज्यपाल सिर्फ इसलिए सरकार गिरा सकते हैं क्योंकि किसी विधायक ने कहा कि उनके जीवन और संपत्ति को खतरा है?’

शीर्ष न्यायालय ने कहा, ‘क्या विश्वास मत बुलाने के लिए कोई संवैधानिक संकट था? सरकार को गिराने में राज्यपाल स्वेच्छा से सहयोगी नहीं हो सकते. लोकतंत्र में यह एक दुखद तस्वीर है. सुरक्षा के लिए खतरा विश्वास मत का आधार नहीं हो सकता.’ प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी. वाई. चंद्रचूड़ ने राज्यपाल से कहा कि उन्हें इस तरह विश्वास मत नहीं बुलाना चाहिए था. सीजेआई ने कहा, ‘उनको खुद ये पूछना चाहिए था कि तीन साल की सुखद शादी के बाद क्या हुआ? राज्यपाल ने कैसे अंदाजा लगाया कि आगे क्या होने वाला है?’

पढ़िए CJI ने राज्यपाल को लेकर क्या-क्या कहा…

  • क्या राज्यपाल सिर्फ इसलिए सरकार गिरा सकते हैं क्योंकि किसी विधायक ने उनसे कहा कि उसके जीवन और संपत्ति को खतरा है
  • विश्वास मत क्यों बुलाया, ​​​​​क्या कोई संवैधानिक संकट था। किसी की सुरक्षा विश्वास मत बुलाने का आधार नहीं हो सकता
  • राज्य की सरकार को गिराने में राज्यपाल अपनी मर्जी से सहयोगी नहीं हो सकते। लोकतंत्र में यह एक दुखद तस्वीर है
  • राज्यपाल को खुद से यह पूछना चाहिए कि 3 साल का खुशहाल रिश्ता एक रात में कैसे टूट गया। राज्यपाल बेखबर नहीं हो सकते

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का बचाव करते हुए तुषार मेहता ने कहा- शिवसेना विधायक दल ने एकनाथ शिंदे को नेता चुना था। इसलिए राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए बुलाया था। 25 जून को 38 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल के पास पहुंचा। बताया गया कि उनकी जान को खतरा है। कुछ न्यूज चैनलों के क्लिप भी दिए गए। छोटे दलों के 38 विधायक और निर्दलीय समेत 47 विधायकों ने राज्यपाल को धमकियों की जानकारी दी। इन विधायकों ने तत्काल सुरक्षा की मांग की थी।

भाजपा विधायक दल ने 28 जून को राज्यपाल को लेटर भेजा था। इस पर देवेंद्र फडणवीस के हस्ताक्षर थे। इसमें लिखा था कि ठाकरे सरकार के पास बहुमत नहीं है। ठाकरे सरकार दल-बदल कानून और शक्तियों का दुरुपयोग करके कुछ विधायकों को अयोग्य घोषित करने की कोशिश कर रही है। इसी लेटर में फ्लोर टेस्ट की मांग भी की गई थी।

CJI के रातों-रात गठबंधन टूटने के सवाल पर तुषार मेहता ने कहा- इसका जवाब देना मेरा काम नहीं है। यह एक राजनीतिक बहस का मुद्दा है। मेहता ने यह भी कहा कि शिंदे गुट के विधायकों को धमकी दी जा रही थी। ऐसे में क्या गवर्नर चुपचाप होकर बैठे रहते।

20 जून को शिवसेना के 15 विधायक 10 निर्दलीय विधायकों के साथ पहले सूरत और फिर गुवाहाटी के लिए निकल गए। 23 जून को शिंदे ने दावा किया कि उनके पास शिवसेना के 35 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। लेटर जारी किया गया।

25 जून को डिप्टी स्पीकर ने 16 बागी विधायकों को सदस्यता रद्द करने का नोटिस भेजा। बागी विधायक सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। 26 जून को सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना, केंद्र, महाराष्ट्र पुलिस और डिप्टी स्पीकर को नोटिस भेजा।

28 जून को राज्यपाल ने उद्धव ठाकरे को बहुमत साबित करने के लिए कहा। देवेंद्र फडणवीस ने मांग की थी। 29 जून को सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

30 जून को एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। भाजपा के देवेंद्र फडणवीस उप मुख्यमंत्री बनाए गए।

विपक्ष का पैदल मार्च : 16 दलों के विपक्षी सांसद ED दफ्तर के लिए निकले

अडानी मामले पर जांच की मांग करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम अडानी मामले में ज्ञापन सौंपने के लिए ईडी जा रहे थे लेकिन सरकार हमको विजय चौक के पास भी जाने नहीं दिया। दिल्ली पुलिस ने हालांकि बाद में विपक्षी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को ही आगे बढ़ने की इजाजत दे दी और बाकी सांसद वापस लौट गए.विपक्षी सांसदों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय जांच एजेंसी के ऑफिस के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी थी। इस प्रदर्शन में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस शामिल नहीं हुई थी।

विपक्ष के नेताओं को पुलिस ने विजय चौक पर ही रोक लिया। उन्होंने कहा कि आगे धारा 144 लागू है इसलिए आप नहीं जा सकते

अजय सिंगल, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़/नई दिल्ली – 15 मार्च :

अडानी मामले में सरकार को घेरने के लिेए 17 विपक्षी दलों के करीब 200 सांसदों ने एकसाथ संसद भवन से लेकर ईडी कार्यालय तक मार्च निकाला, लेकिन धारा 144 का हवाला देते हुए पुलिस ने उन्हें बीच में विजय चौक पर ही रोक लिया। सांसदों को रोकने के लिए पुलिस ने तीन लेयर की बेरिकेडिंग की थी। बीच में रोके जाने से गुस्साए सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, सरकार ने 200 सांसदों को रोकने के लिए 2000 पुलिस वाले लगाए हैं। उन्होंने कहा कि वह सभी विपक्षी सांसदों के साथ ईडी के दफ्तर पर जाकर मेमोरेंडम देना चाहते थे लेकिन हमें बीच में ही रोक दिया गया। 

इधर, सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर विपक्ष के 16 नेताओं ने बैठक की। आज ही राहुल गांधी विदेश से लौटे और एक बार फिर अडाणी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। इधर, सत्र स्थगित होते ही विपक्ष के नेता ED ऑफिस पर प्रदर्शन के लिए निकले हालांकि पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक लिया।

ईडी मुख्यालय के लिए संसद भवन से निकलने के बाद ही पुलिस ने विजय चौक पर विपक्षी सांसदों को रोका। पुलिस ने विजय चौक के निकट अवरोधक लगा रखे थे।

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अडानी समूह के घोटाले के मामले में ज्ञापन देने के लिए ईडी निदेशक से मिलने जा रहे थे, लेकिन सरकार ने हमें रोक लिया और विजय चौक तक भी जाने नहीं दिया।

उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मामले पर ईडी के समक्ष विस्तृत पक्ष रखना चाहता है और आगे जाने की कोशिश करेगा।

राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने आरोप लगाया कि यह तानाशाही सरकार है और यह विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है।

कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल ने अडानी समूह के खिलाफ तीन पृष्ठों का ज्ञापन तैयार किया है जिसमें ‘शेल’ कंपनियों समेत कई आरोप लगाए गए हैं।

विपक्षी दलों के मार्च से पहले, खरगे के संसद भवन परिसर स्थित कार्यालय में विपक्षी दलों के नेताओं ने अडानी समूह से जुड़े मुद्दे पर अपनी संयुक्त रणनीति में समन्वय के लिए एक बैठक की।

तृणमूल कांग्रेस विपक्षी दलों के इस मार्च का हिस्सा नहीं थी। उसके सांसदों ने घरेलू रसोई गैस (एलपीजी) की कीमतों में वृद्धि को लेकर संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।

अमेरिकी वित्तीय शोध संस्था ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट आने के बाद से ही अडानी समूह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार हमलावर विपक्षी दलों के सदस्यों की मांग है कि इस मुद्दे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया जाए।

उल्लेखनीय है कि ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ ने अडानी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे। अडानी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा था कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है।