पेड़ पौधे पृथ्वी का श्रृंगार है :  संजय बतरा

संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, करनाल – 19 जुलाई :

लिटल स्टोरिज इंटरनैशनल प्री-स्कूल सैक्टर 12 करनाल में आज पौधारोपण अभियान का कार्य ‘येस वी कैन’ संस्था के सहयोग द्वारा आयोजित किया गया। विद्यालय के प्रांगण में संस्था के चेयरमैन संजय बत्तरा के नेतृत्व में वाईज चेयरमैन सावी चौधरी, एडवाईजर डॉ एस के शर्मा, अंजू शर्मा, स्वर्णलता काठपाल, राजीव वधवा, महिला प्रमुख अनुराधा कांबोज, महिला सचिव मीनाक्षी गाँधी सहित शालिनी, चक्षु, प्रेम लता, सीमा, पूजा, रीना मैम और नन्हें-मुन्ने बच्चों ने भाग लिया। चेयरमैन संजय बत्तरा ने कहा किरंग बिरंगे फूल, फलों से सजे पेड़ पौधे, खेत खलिहान पृथ्वी का श्रृंगार है। इनकी देखभाल करना बहुत जरुरी है। पेड़ पौधे हमें खाद्य पदार्थ, फल, छाया, औषधि, ऑक्सीजन प्रदान करते हैं और यैस वी कैन के सदस्यों का इस स्कूल के नन्हे मुन्ने बच्चों के साथ पौधा रोपण का यह उद्देश्य है कि बच्चे हर कार्य में बड़ों की नकल करते हैं चाहे वह मोबाइल चलना हो या कुछ भी करना हो।आज यदि बच्चे स्वयं को बड़ों के साथ पौधा रोपण करते, पौधों को पानी देते हुए देखेंगे तो वह घर पर और अपने आसपास भी आज या जीवन में आगे कभी पौधा रौपण अवश्य करेंगे और प्रकृति से अवश्य जुड़ेगें। 

इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के पूर्व निदेशक डॉ एस के शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे और कहा कि घर के हर सदस्य को पेड़ लगाना चाहिए। मानव जीवन को सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखना अनिवार्य है। स्कूल की प्रिंसिपल पवनीत और आप्रेशनल हैड अंम्बिका जोशी खुराना ने नन्हे-मुन्ने बच्चों के साथ पौधारोपण किया।

इस अवसर पर ‘येस वी कैन’ के चेयरमैन संजय बत्तरा एवं सदस्यों को विद्यालय द्वारा विशेष रूप से स्मृति चिह्न दे कर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में संस्था के सदस्यों द्वारा  स्कूल की प्रिंसिपल पवनीत और आप्रेशनल हैड अंम्बिका जोशी खुराना को पौधारोपण में सहयोग हेतु “पर्यावरण प्रहरी सम्मान – 2022” से सम्मानित किया।वाईज चेयरमैन सावी चौधरी ने बताया कि यैस वी कैन द्वारा गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी 1100 पौधे लगाए जाएँगे और पौधारोपण की यह मुहिम हर वर्ष निर्बाध रूप से चलती रहेगी और इस कड़ी में अगला पौधारोपण कार्यक्रम डीएवी सैनेटनरी स्कूल, राजकीय महिला महाविद्यालय, पुलिस एकेडमी मधुबन और दयाल सिंह काॅलेज में किया जाएगा।

National Symposium cum Workshop on Genome Informatics organised

Chandigarh Correspondent, Demokretic Front, Chandigarh July 19, 2022

Two day National Symposium cum Workshop on Genome Informatics kick started on 19th July, 2022 at Department of Biotechnology, Panjab University, Chandigarh. Around 50 delegates from Universities and various colleges are attending the event. Professor Kashmir Singh, Chairperson of the Department welcomes the distinguish guests, speakers and participants and introduce the theme of workshop. The symposium was inaugurated by Chief Guest, Professor Y.P. Verma, Registrar, Panjab University, Chandigarh and Professor Ashwani Pareek, Executive Director, NABI, Mohali was guest of honour. The event was presided over by Professor Sudhir Kumar, Director, Research and Development Cell, Panjab University, Chandigarh who emphasized that such an event provided a platform to discuss new ideas. 

Professor Ashwani Pareek exploits the use of omics approaches to tap at the broad genetic base of rice for identifying genes and creating physical, chemical and genetic mutants attributing abiotic stress tolerance and enhancing crop yield. Professor Balvinder Singh, Senior Principal Scientist, CSIR IMTECH explained the use of computational tools to study structure and function of potential target proteins such as –GTP-Cyclohydrolase II (CH II) and aldolase reductase.  

The highlights of the second half of the event were hands on training of various bioinformatics tools with Participants. 

In all it was knowledge enriching experience for the students, informed Dr. Kashmir Singh, organizing secretary of the symposium.

स्कूल स्टूडेंट्स ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक इस्तेमाल न करने का लिया प्रण

  • स्थानीय पार्षद जसबीर बंटी ने मिड डे मील की भी की चेकिंग

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 19 जुलाई, 2022: 

सिंगल यूज़ प्लास्टिक के इंसानी जीवन में क्या दुष्प्रभाव हैं, इसको लेकर राजकीय आदर्श उच्च विद्यालय, सेक्टर 42 बी, चंडीगढ़ में एक जागरूकता मुहिम की शुरुआत की गई। जिसके अंतर्गत भावी युवा पीढ़ी को पर्यावरण को इससे होने दुष्प्रभाव से अवफत करवाया गया। इसको लेकर स्कूल प्रधानाचार्य श्रीमती नवदीप कौर के नेतृत्व और स्थानीय पार्षद जसबीर सिंह बंटी की अध्यक्षता में स्कूल के सभी छात्रों, अध्यापकों तथा अतिथिगणों द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक के बैन पर शपथ ली गई । विद्यालय के इको क्लब तथा विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के माध्यम से सिंगल यूज प्लास्टिक बैन करने हेतु एक विशेष कार्यक्रम भी इस अवसर पर आयोजित किया गया। इस मौके पार्षद जसबीर सिंह बंटी द्वारा स्कूल परिसर में मिड डे मील की क्वालिटी की भी चेकिंग की गई। साथ ही साथ स्कूल प्रांगण में पौधरोपण भी किया गया। इस अवसर पर आर सी डब्ल्यु ए के राज कुमार शर्मा सहित पवन सिंगला जी भी उपस्थित थे। विशेष आवश्यकता वाले बच्चों द्वारा कविता वाचन तथा नृत्य आदि द्वारा बेहतरीन प्रदर्शन किया गया।

तत्पश्चात स्वरमणि सहायक संस्था से रोहित द्वारा तथा स्थानीय पार्षद द्वारा बच्चों को सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग पर बैन लगाने के लिए जागरूक किया गया तथा इसके भयावह परिणामों से परिचित भी करवाया गया।जसबीर सिंह बंटी ने कहा कि प्लास्टिक हमारी हेल्थ को डायरेक्ट और इनडायरेक्ट दोनों तरीकों से प्रभावित करता है। प्लास्टिक सदियों तक डीकंपोज नहीं होता है और इससे वॉटर पॉल्यूशन, एयर पॉल्यूशन और सॉइल पॉल्यूशन होता है। इसकी वजह से लोगों को कई तरह की परेशानियों का शिकार होना पड़ता है। बड़ी मात्रा में प्लास्टिक समुद्र में पहुंच जाती है और समुद्र के जीव जंतु प्लास्टिक निगल लेते हैं। समुद्र से निकाली गई मछलियों और अन्य सीफूड को खाने से प्लास्टिक केेे टुकड़े इंसानों के पेट तक पहुंच सकते हैं और आंतों में ब्लॉकेज पैदा कर सकते हैं।कई बार खानेे पीने की चीजों की पैकिंग में केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी वजह से लोगों की इम्यूनिटी पर बुरा असर पड़ता है। सभी लोगों को प्लास्टिक के कंटेनर्स में खाने पीने के सामान की पैकिंग करने से बचना चाहिए और प्लास्टिक की बोतल के बजाय पानी के लिए बांस या कांच की बोतल का इस्तेमाल करना चाहिए।

हरियाणा में कानून बनाने वाले विधायक और कानून का पालन कराने वाली पुलिस दोनो ही सुरक्षित नहीं – दीपेन्द्र हुड्डा

  • ·         सरकार, माफिया बदमाशों को संरक्षण देना बंद करे – दीपेन्द्र हुड्डा
  • ·         हरियाणा में अवैध खनन कितनी और जानें लेगा – दीपेन्द्र हुड्डा
  • ·         खनन माफियाओं के तार ऊपर तक जुड़े हैं – दीपेन्द्र हुड्डा
  • ·         हाईकोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में हो सीबीआई जांच – दीपेन्द्र हुड्डा
  • ·         जांच केवल डीएसपी की हत्या तक सीमित न रहे बल्कि इसका दायरा बढ़ाकर ये भी जांच हो कि अवैध खनन के पीछे कौन है और काली कमाई किसकी जेब में जा रही – दीपेन्द्र हुड्डा
  • ·         सरकार को एक मिनट भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं – दीपेन्द्र हुड्डा

चंडीगढ़संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 19 जुलाई :  

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने नूंह में तावडू DSP की बर्बर ह्त्या पर गहरा रोष  जताते हुए कहा कि BJP-JJP सरकार के संरक्षण में फल-फूल रहे खनन माफिया ने एक और जान ले ली। DSP सुरेंद्र बिश्नोई की दिनदहाड़े हुई हत्या बताती है कि प्रदेश में पूरी तरह से माफियाराज स्थापित हो चुका है। हरियाणा में कानून बनाने वाले विधायक और कानून का पालन कराने वाली पुलिस दोनो ही सुरक्षित नहीं हैं। विधायकों को जान से मारने की धमकी और डीएसपी की दिनदहाड़े कुचलकर हत्या इस बात के सबूत हैं कि हरियाणा में कानून नाम की कोई चीज नहीं बची। दीपेन्द्र हुड्डा ने आगे कहा कि तोशाम, महेंद्रगढ़, यमुनानगर के बाद अब नूंह में खनन माफिया खुलेआम लोगों की जान ले रहे हैं। प्रदेश की कानून व्यवस्था इतनी चौपट है कि अपराधी, माफिया दनदनाते हुए घूम रहे हैं। पिछले 10 दिनों में 5 विधायकों को जान से मारने की धमकी मिल चुकी है। हरियाणा माफियाओं, गैंगस्टर्स की शरणस्थली बन गया है। ऐसे में इस सरकार को एक मिनट भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने मांग करी कि हाईकोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए और ये जांच केवल डीएसपी की हत्या तक सीमित न रहे बल्कि जांच के दायरे में ये भी आए कि हरियाणा में अवैध खनन के पीछे किसका हाथ है और वो कौन व्यक्ति है जो हरियाणा में अवैध खनन करवाकर अपनी जेबें भर रहा है।

दीपेन्द्र हुड्डा ने शहीद DSP को श्रद्धांजलि दी और परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट कीं। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में अपराधी बेखौफ हैं। अवैध खनन माफियाओं के तार सत्ता में बैठे लोगों से ऊपर तक जुड़े हुए हैं। बिना ऊपर की शह के खनन माफियाओं का डम्पर ड्राईवर डीएसपी रैंक के अधिकारी को दिनदहाड़े डम्पर से कुचलकर मारने की हिम्मत नहीं कर सकता। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि सरकार, माफिया अपराधियों को संरक्षण देना बंद करे। उन्होने कहा कि हुड्डा सरकार के समय कानून-व्यवस्था के मामले में हरियाणा आदर्श राज्य था, सबसे ज्यादा निवेश हरियाणा में आता था लेकिन आज प्रदेश में कानून-व्यवस्था चौपट होने से सारा निवेश दूसरे राज्यों में जा रहा है। इसके लिये पूरी तरह से भाजपा-जजपा सरकार जिम्मेदार है।

सुप्रीम कोर्ट ने दी अंतरिम राहत, नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी पर 10 अगस्त तक रोक

1 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में नुपुर की याचिका पर सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने सख्त रुख अपनाया था। अदालत ने नुपुर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने पर सख्त नाराजगी प्रकट की थी। अदालत ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि उनके बयान से देश में उबाल है। कोर्ट ने नुपुर से टीवी पर आकर माफी मांगने को भी कहा था। शीर्ष अदालत ने सवाल किया कि नुपुर को खतरा है या उनके बयान से देश खतरे में पड़ गया है? सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जो कुछ भी हो रहा है, हम उससे वाकिफ हैं। नुपुर ने जिसके खिलाफ टिप्पणी की उसे गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन नुपुर के खिलाफ अब तक कुछ नहीं हुआ है। 

  • सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा को दी अंतरिम राहत
  • 10 अगस्त तक गिरफ्तारी से रोक मिली
  • पाकिस्तान का जिक्र कर जान को खतरा बताया गया

नई दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली – 19 जुलाई  

भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है। पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बयान देकर विवादों में घिरी शर्मा के खिलाफ देश के कई हिस्सों में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। शीर्ष अदालत ने फिलहाल उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। नूपुर ने अपनी याचिका में देश भर में दर्ज विभिन्न मामलों को दिल्ली हाईकोर्ट ट्रांसफर करने की मांग की थी और गिरफ्तारी पर रोक लगाने की भी गुहार लगाई थी।

कोर्ट में सुनवाई के दौरान एडवोकेट मानवेंद्र सिंह ने कहा कि आर्टिकल-21 के आधार पर नूपुर को राहत मिले। उन्होंने इसके लिए अजमेर के खादिम चिश्ती के वीडियो समेत कई मामलों का जिक्र किया, जिसमें उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी। जज ने पूछा- क्या ऐसा अभी हुआ है?

सुप्रीम कोर्ट: जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि क्या हम यह सही समझ रहे हैं कि आप अपनी चॉइस के एक स्थान पर सुनवाई चाहते हैं। क्या आप दिल्ली हाईकोर्ट जाना चाहते हैं?

नूपुर के वकील: एडवोकेट मानवेंद्र सिंह ने कहा कि जी, हम यही चाहते हैं। दिल्ली में पहली FIR हुई है। यही कानून भी कहता है कि जहां पहली FIR दर्ज हुई हो, वहीं पर सुनवाई हो। आपके पिछले आदेश के बाद कुछ डेवलपमेंट हुए हैं। गंभीर खतरे हैं।

रिपोर्ट्स हैं कि पाकिस्तान से एक आदमी आया था। कुछ लोगों को पटना से भी गिरफ्तार किया गया है। जहां पहली FIR दर्ज हुई है, वहीं पर बाकी मामले क्लब कर दिए जाते हैं। दूसरी बात ये कि कोई भी दंडात्मक कदम नहीं उठाने की राहत दी जाती है।

सुप्रीम कोर्ट: ये तो हमारी भी मंशा है कि आप हर जगह नहीं जाएं। हम देखेंगे कि आगे क्या विकल्प हो सकता है?

2 जुलाई को ही कोलकाता पुलिस नूपुर शर्मा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर चुकी है। अमहर्स्ट स्ट्रीट थाने में दर्ज FIR पर नूपुर पूछताछ के लिए पेश नहीं हुई थीं, जिसके बाद नोटिस जारी किया गया था। वहीं महाराष्ट्र और तेलंगाना पुलिस भी नूपुर से पूछताछ करना चाहती है।

1 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में नूपुर शर्मा ने याचिका दाखिल कर राहत की मांग की थी, जिससे कोर्ट ने सुनने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए सख्त टिप्पणी भी की थी। कोर्ट ने कहा- ‘आपके चलते देश की स्थिति बिगड़ी हुई है। आपने देर से माफी मांगी, वह भी शर्त के साथ कि अगर किसी की भावना आहत हुई हो तो बयान वापस लेती हूँ। आपको राष्ट्रीय टीवी पर आकर पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।’

नूपुर के वकील कोर्ट में सभी केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग कर रहे थे, जिस पर कोर्ट ने दिल्ली पुलिस के कामकाज पर ही सवाल उठा दिया था। कोर्ट ने कहा था- दिल्ली में दर्ज FIR में क्या कार्रवाई हुई है? यहां तो शायद आपके लिए पुलिस ने रेड कार्पेट बिछा रखा है? आप हर राज्य की हाई कोर्ट में जाकर अपनी बात रखिए, निचली अदालत से जमानत लीजिए।

27 मई को एक टीवी डिबेट में नूपुर शर्मा ने पैगंबर पर विवादित टिप्पणी की, जिसके बाद देशभर में उनके बयान का विरोध शुरू हो गया। वहीं कुछ इस्लामिक देशों ने भी आपत्ति जताई। इधर, भाजपा ने नूपुर के बयान से खुद को किनारा कर लिया और उन्हें पार्टी से निकाल दिया।

यू पी के फर्जी मदरसों पर कसी जाएगी नकेल, सर्वे के बाद लिया जाएगा बड़ा कदम

मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तिखार अहमद जावेद की मानें तो यूपी सरकार जो कदम उठाने जा रही है, उसके अनुसार मदरसों को फंडिंग कहां से हो रही है, इसकी जांच होगी। इतना ही नहीं, मदरसों को कौन सी संस्थाएं मदद कर रही हैं और किस तरह की मदद कर रही है, इसकी भी जांच होगी। साथ ही मदरसा शिक्षा परिषद की नई नियमावली तैयार की जाएगी। वाराणसी जिले में फर्जी मदरसों को लेकर नकेल कसने की तैयारी पूरी कर ली गई है। शहर में करीब 100 मदरसों की पात्र योग्य मान्यता नहीं है। इसलिए सर्वे के बाद मदरसों को लेकर बड़ा कदम सामने आ सकता है। 

लखनऊ(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, लखनऊ: 

उत्तर प्रदेश में गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों पर जल्द ही योगी सरकार का शिकंजा कसने वाला है। यूपी के ऐसे मदरसों पर नकेल कसने के लिए योगी सरकार ने पूरी प्लानिंग कर ली है। मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तिखार अहमद जावेद ने यह जानकारी दी कि यूपी के मदरसों की पड़ताल करने के लिए जल्द एक सर्वे शुरू किया जाएगा। इस सर्वे के माध्यम से फंडिंग से लेकर मदरसे के संचालन की पूरी जानकारी हासिल की जाएगी।

मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तिखार अहमद जावेद ने कहा कि सर्वे के बाद पात्र मदरसों को ही मान्यता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस साल से मदरसों में नए और आधुनिक विषयों की पढ़ाई शुरू होगी। मदरसों में नए विषयों के लिए शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी और शिक्षकों की नियुक्ति मे सभी पैमाने पूरे किए जाएंगे।

इस साल से मदरसों में नए व आधुनिक विषयों की पढ़ाई शुरू की जाएगी। उसके बाद मदरसों में नए विषयों की शिक्षा, शिक्षकों की नियुक्ति के लिए मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा ली जाने वाली परीक्षा आदि के बारे में प्रावधान किया जाएगा। इसके पहले अनुदानित व गैर अनुदानित मान्यता प्राप्त मदरसों की शिक्षिकाओं को मातृत्व अवकाश का लाभ दिलाने का निर्णय लिया गया। राज्य से अनुदानित मदरसों में मातृत्व अवकाश एवं बाल्य देखभाल इत्यादि का अवकाश का लाभ दिए जाने के लिए शासन स्तर से आदेश निर्गत कराने के लिए मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार को अधिकृत किया था।

P U Institute of Dental Sciences and Hospital organised a Dental Check Up and Awareness Camp

Chandigarh Correspondent, Demokretic Front, Chandigarh July 19, 2022

of Dr Harvansh Singh Institute of Dental Sciences and Hospital along with Rotaract Club of the College in collaboration with IDA Mohali Branch, organised a Dental Check Up and Awareness Camp at Institute for the Blind, Sector 26 on 19th July, 2022. 

NSS Programme Officer, Dr Vivek coordinated the camp for the specially abled children. Dr Romika, Past Secretary IDA educated them about proper brushing technique and importance of oral hygiene. Dr. Tripta, Secretary IDA, Dr. Ashok Convener CDH were also present. All volunteer interns of Dr HSJ Dental College had a one to one interaction with these special children. Toothbrushes and toothpastes were distributed amongst the children.

नूंह में खनन रोकने के लिए दल-बल के साथ पहुंचे डीएसपी की हत्या कर दी गई है

नूंह में खनन रोकने के लिए दल-बल के साथ पहुंचे डीएसपी की हत्या कर दी गई है। अवैध खनन की जानकारी मिलने पर उसे रोकने के लिए मौके पर पहुंचे थे लेकिन खनन माफिया के लोगों ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई पर डंपर चढ़ाकर उन्हें मार डाला। डीएसपी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।

हरियाणा के नूंह जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला

हरियाणा (ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, नूंह – 19 जुलाई :

हरियाणा के नूंह जिले में एक दिल दहला देने वाला मामले सामने आया है। जहां तावड़ू के पंचगांव में अवैध खनन माफिया ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह के ऊपर डंपर चढ़ा दिया। डीएसपी सुरेंद्र सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। डीएसपीस सुरेंद्र सिंह की इसी साल रिटायरमेंट होनी थी। जानकारी के अनुसार एक सूचना के आधार पर डीएसपी सुरेंद्र खनन रोकने के लिए गए थे। जब अवैध पत्थर से भरे ट्रक को रोकने की कोशिश की तो डंपर ड्राइवर ने उनके ऊपर ही डंपर चढ़ा दिया। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी। घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रही है। मिली जानकारी के मुताबिक कुछ आरोपियों की जानकारी है वहीं कुछ का पता लगाया जा रहा है।

शुरूआती जानकारी के मुताबिक 6-7 खनन माफिया उस वक्त वहां मौजूद थे। वहीं DSP के साथ 3-4 पुलिस कर्मी बताए जा रहे हैं। मामले में हरियाणा सरकार ने पूरी जानकारी तलब की है. गृह मंत्री अनिल विज ने भी जांच के आदेश दिए हैं। नूंह में डीएसपी की हत्या के बाद हरियाणा पुलिस ने ट्वीट किया। ट्वीट में लिखा कि डीएसपी ताओरू सुरेंद्र सिंह ने आज ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दे दी। हरियाणा पुलिस ने वीर अधिकारी के शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। अपराधियों को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

खनन माफिया के हमले की हरियाणा में ये पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई बार खनन माफियाओं ने अपना दुस्साहस दिखाया है। सोनीपत में अवैध खनन करने वाले गुट ने स्पेशल एन्फोर्समेंट टीम पर जानलेवा हमला कर दिया था। उन्होंने एक सिपाही को पीटकर घायल कर दिया था और एएसआई की वर्दी फाड़ दी थी।

पूर्व डिप्टी सीएम चंद्रमोहन को अहम जुम्मेवरी दे कांग्रेस हाईकमान : विजय बंसल

  • विजय बंसल ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को भेजा पत्र
  • विजय बंसल ने कहा,पूरे हरियाणा में नॉन जाट वोटरों को पार्टी के हित में ला सकते है चंद्रमोहन,कोई बड़ी जुम्मेवारी देकर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सुनिश्चित करे

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला – 19 जुलाई 2022 :

हरियाणा विधानसभा में चार बार विधायक और प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री रह चुके कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता चंद्रमोहन को अहम जुम्मेवरी देने के लिए हरियाणा किसान कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और राज्य सरकार में चेयरमैन रह चुके विजय बंसल एडवोकेट ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को पत्र भेजा है।चंद्रमोहन हरियाणा के तीन बार मुख्यमंत्री रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री भजनलाल के बड़े बेटे है,जिनका पूरे हरियाणा में काफी प्रभाव है।इसके साथ ही कुलदीप बिश्नोई के कांग्रेस छोड़ने की अटकलों में कांग्रेस को होने वाले नुकसान की भरपाई भी की जा सकती है।

विजय बंसल ने कहा, चंद्रमोहन पूरे हरियाणा में नॉन जाट वोटरों को कांग्रेस पार्टी के हित में ला सकते है।यदि चंद्रमोहन को कोई बड़ी जुम्मेवारी दी जाए तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सुनिश्चित की जा सकती है।वर्तमान राजनीतिक हालातो में चंद्रमोहन के राजनीतिक प्रभाव को दरकिनार नहीं किया जा सकता।कांग्रेस पार्टी द्वारा चंद्रमोहन को केंद्र और राज्य स्तर पर संगठन में एहम जुम्मेवारी दिए जाने से नॉन जाट वोटरो का पार्टी में विश्वास बढ़ने की उम्मीद है।

इससे पहले भी 2005 में कांग्रेस पार्टी की सरकार लाने में और 67 विधायक निर्वाचित करवाने में चंद्रमोहन की मेहनत किसी से छुपी नहीं है।पूरे हरियाणा में चंद्रमोहन द्वारा कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का काम किया गया था।जहां चंद्रमोहन भजनलाल की राजनीतिक विरासत के उतराधिकारी है तो वही एक मेहनती और संघर्ष शील नेता है जिन्होंने यूथ कांग्रेस में भी बतौर महासचिव काम किया है,ऐसे में उन्हें संगठन का भी पूरा ज्ञान है।

भक्त शिरोमणि हनुमान

राम दिन भर दरबार में, शासन व्यवस्था में व्यस्त रहे। सन्ध्या जब शासकीय कार्यों से छूट मिली तो गुरु और माताओं का कुशलक्षेम पूछ अपने कक्ष में आए। हनुमान उनके पीछे-पीछे ही थे। राम के निजी कक्ष में उनके सारे अनुज अपनी-अपनी पत्नियों के साथ उपस्थित थे। वनवास, युद्ध, और फिर अंनत औपचारिकताओं के पश्चात यह प्रथम अवसर था जब पूरा परिवार एक साथ उपस्थित था। राम, सीता और लक्ष्मण को तो नहीं, कदाचित अन्य वधुओं को एक बाहरी, अर्थात हनुमान का वहाँ होना अनुचित प्रतीत हो रहा था। चूंकि शत्रुघ्न सबसे छोटे थे, अतः वे ही अपनी भाभियों और अपनी पत्नी की इच्छापूर्ति हेतु संकेतों में ही हनुमान को कक्ष से जाने के लिए कह रहे थे। पर आश्चर्य की बात कि हनुमान जैसा ज्ञाता भी यह मामूली संकेत समझने में असमर्थ हो रहा था। 

श्री राम का राज्याभिषेक हुआ

डेमोक्रेटिक फ्रंट, धर्म/संस्कृति डेस्क, चंडीगढ़ :

महायुद्ध समाप्त हो चुका था। जगत को त्रास देने वाला रावण अपने कुटुंब सहित नष्ट हो चुका था। कौशलाधीश राम के नेतृत्व में चहुँओर शांति थी।

श्री राम का राज्याभिषेक हुआ। राजा राम ने सभी वानर और राक्षस मित्रों को ससम्मान विदा किया। अंगद को विदा करते समय राम रो पड़े थे। हनुमान को विदा करने की शक्ति तो श्रीराम में भी नहीं थी। माता सीता भी उन्हें पुत्रवत मानती थीं। हनुमान अयोध्या में ही रह गए।

राम दिन भर दरबार में, शासन व्यवस्था में व्यस्त रहे। सन्ध्या जब शासकीय कार्यों से छूट मिली तो गुरु और माताओं का कुशलक्षेम पूछने अपने कक्ष में आए। हनुमान उनके पीछे-पीछे ही थे। राम के निजी कक्ष में उनके सारे अनुज अपनी-अपनी पत्नियों के साथ उपस्थित थे। वनवास, युद्ध, और फिर अनंत औपचारिकताओं के पश्चात यह प्रथम अवसर था जब पूरा परिवार एक साथ उपस्थित था।

राम, सीता और लक्ष्मण को तो नहीं, कदाचित अन्य वधुओं को एक बाहरी, अर्थात हनुमान का वहाँ होना अनुचित प्रतीत हो रहा था। चूंकि शत्रुघ्न सबसे छोटे थे, अतः वे ही अपनी भाभियों और अपनी पत्नी की इच्छापूर्ति हेतु संकेतों में ही हनुमान को कक्ष से जाने के लिए कह रहे थे। पर आश्चर्य की बात कि हनुमान जैसा ज्ञाता भी यह मामूली संकेत समझने में असमर्थ हो रहा था।

अस्तु, उनकी उपस्थिति में ही बहुत देर तक सारे परिवार ने जी भर कर बातें की।

फिर भरत को ध्यान आया कि भैया-भाभी को भी एकांत मिलना चाहिए। उर्मिला को देख उनके मन में हूक उठती थी। इस पतिव्रता को भी अपने पति का सानिध्य चाहिए। अतः उन्होंने राम से आज्ञा ली, और सबको जाकर विश्राम करने की सलाह दी। सब उठे और राम-जानकी का चरणस्पर्श कर जाने को हुए। परन्तु हनुमान वहीं बैठे रहे।

उन्हें देख अन्य सभी उनके उठने की प्रतीक्षा करने लगे कि सब साथ ही निकले बाहर। राम ने मुस्कुराते हुए हनुमान से कहा, क्यों वीर, तुम भी जाओ। तनिक विश्राम कर लो।”

हनुमान बोले, “प्रभु, आप सम्मुख हैं, इससे अधिक विश्रामदायक भला कुछ हो सकता है ? मैं तो आपको छोड़कर नहीं जाने वाला।”

शत्रुघ्न तनिक क्रोध से बोले, परन्तु भैया को विश्राम की आवश्यकता है कपीश्वर! उन्हें एकांत चाहिए।”

हाँ तो मैं कौन सा प्रभु के विश्राम में बाधा डालता हूँ। मैं तो यहाँ पैताने बैठा हूँ।”

आपने कदाचित सुना नहीं। भैया को एकांत की आवश्यकता है।”

पर माता सीता तो यहीं हैं। वे भी तो नहीं जा रही। फिर मुझे ही क्यों निकालना चाहते हैं आप ?”

भाभी को भैया के एकांत में भी साथ रहने का अधिकार प्राप्त है। क्या उनके माथे पर आपको सिंदूर नहीं दिखता ?”

हनुमान आश्चर्यचकित रह गए। प्रभु श्रीराम से बोले, प्रभु, क्या यह सिंदूर लगाने से किसी को आपके निकट रहने का अधिकार प्राप्त हो जाता है ?”

राम मुस्कुराते हुए बोले, अवश्य। यह तो सनातन प्रथा है हनुमान।”

यह सुन हनुमान तनिक मायूस होते हुए उठे और राम-जानकी को प्रणाम कर बाहर चले गए।

प्रातः राजा राम का दरबार लगा था। साधारण औपचारिक कार्य हो रहे थे कि नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी न्याय मांगते दरबार में उपस्थित हुए। ज्ञात हुआ कि पूरी अयोध्या में रात भर व्यापारियों के भंडारों को तोड़-तोड़ कर हनुमान उत्पात मचाते रहे थे। राम ने यह सब सुना और सैनिकों को आदेश दिया कि हुनमान को राजसभा में उपस्थित किया जाए।

रामाज्ञा का पालन करने सैनिक अभी निकले भी नहीं थे कि केसरिया रंग में रंगे-पुते हनुमान अपनी चौड़ी मुस्कान और हाथी जैसी मस्त चाल से चलते हुए सभा में उपस्थित हुए। उनका पूरा शरीर सिंदूर से पटा हुआ था। एक-एक पग धरने पर उनके शरीर से एक-एक सेर सिंदूर भूमि पर गिर जाता। उनकी चाल के साथ पीछे की ओर वायु के साथ सिंदूर उड़ता रहता।

केसरिया रंग में रंगे-पुते हनुमान

राम के निकट आकर उन्होंने प्रणाम किया। अभी तक सन्न होकर देखती सभा, एकाएक जोर से हँसने लगी। अंततः बंदर ने बंदरों वाला ही काम किया। अपनी हँसी रोकते हुए सौमित्र लक्ष्मण बोले, “यह क्या किया कपिश्रेष्ठ ? यह सिंदूर से स्नान क्यों ? क्या यह आप वानरों की कोई प्रथा है ?”

हनुमान प्रफुल्लित स्वर में बोले, “अरे नहीं भैया। यह तो आर्यों की प्रथा है। मुझे कल ही पता चला कि अगर एक चुटकी सिंदूर लगा लो तो प्रभु राम के निकट रहने का अधिकार मिल जाता है। तो मैंने सारी अयोध्या का सिंदूर लगा लिया। क्यों प्रभु, अब तो कोई मुझे आपसे दूर नहीं कर पाएगा न ?”

सारी सभा हँस रही थी। और भरत हाथ जोड़े अश्रु बहा रहे थे। यह देख शत्रुघ्न बोले, भैया, सब हँस रहे हैं और आप रो रहे हैं ? क्या हुआ ?”

भरत स्वयं को सम्भालते हुए बोले, अनुज, तुम देख नहीं रहे ! वानरों का एक श्रेष्ठ नेता, वानरराज का सबसे विद्वान मंत्री, कदाचित सम्पूर्ण मानवजाति का सर्वश्रेष्ठ वीर…

सभी सिद्धियों, सभी निधियों का स्वामी, वेद पारंगत, शास्त्र मर्मज्ञ यह कपिश्रेष्ठ अपना सारा गर्व, सारा ज्ञान भूल कैसे रामभक्ति में लीन है।  राम की निकटता प्राप्त करने की कैसी उत्कंठ इच्छा, जो यह स्वयं को भूल चुका है। ऐसी भक्ति का वरदान कदाचित ब्रह्मा भी किसी को न दे पाएं। मुझ भरत को राम का अनुज मान भले कोई याद कर ले, पर इस भक्त शिरोमणि हनुमान को संसार कभी भूल नहीं पाएगा। हनुमान को बारम्बार प्रणाम।