लक्की ने आप को निराधार व भाजपा को निकम्मा बताते हुए कांग्रेस के हक में 24 दिसंबर को वोट डालने की अपील की

चंडीगढ़:

बुधवार को  वार्ड नंबर-2 से कांग्रेस के उम्मीदवार हरमोहिंदर सिंह लक्की ने  वार्ड रेजिडेंट्स को पर्सनली अप्रोच किया व बताया कि इस बार बदलाव की बयार है व अगला मेयर कांग्रेस का ही होगा इसीलिए  निक्कमी भाजपा व निराधार आप से किनारा कर कांग्रेस के पक्ष में अपना मत प्रयोग करें  । लक्की ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के झूठे वादों की पोल खुल चुकी है और जनता अब बदलाव चाहती है। उन्हें वार्ड की जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है और उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस पार्टी को इस बार ऐतिहासिक जीत मिलेगी। लक्की ने कहा कि अगर वे पार्षद चुने गए तो एरिया के लोगों के लिए हर समय सेवा में तत्पर रहेंगे

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 22 December

पंचकुला:

क्राईम ब्रांच पंचकूला नें 36 ग्राम हिरोईन के मामलें में सलित दो आरोपियो को लिया पुलिस रिमाण्ड

                    पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पंचकूला इन्चार्ज निरिक्षक अमन कुमार व उसकी टीम नें नशीला पदार्थ 36 ग्राम हिरोईन के मामलें में सलिप्त आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार कियें गयें आरोपी की पहचान मेहुल सैणी उर्फ पुच्ची पुत्र कृष्ण कुमार वासी सैक्टर 10 पंचकूला तथा इन्द्रजीत सिह उर्फ सोनी पुत्र शोभनाथ वासी जीरकपुर पंजाब के रुप में हुई ।

क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पंचकूला की टीम नें गस्त पडताल करतें हुए दिनांक 26.11.2021 को देर रात्रि के समय कार में से नशीला पदार्थ हिरोईन 36 ग्राम सहित आरोपी विकास कुमार पुत्र महावीर सिह वासी बी.सी.डब्लयु सुरजपुर जिला पंचकुला को गिरफ्तार  किया गया था आरोपी को 36 ग्राम नशीला पदार्थ हिरोईन , कार सहित आरोपी को गिरफ्तार किया गया था आरोपी के खिलाफ एन.डी.पी.एस एक्ट के तहत पुलिस थाना सैक्टर 05 पंचकूला में मामला दर्ज करके कार्यवाही की गई जिस मामलें में आगामी अनुसधान कार्यवाही करतें हुए उपरोक्त मामलें में सलिप्त आरोपी उफरोक्त मेहुल सैणी तथा  न्द्रजीत सिह उर्फ सोनी पुत्र शोभनाथ वासी जीरकपुर पंजाब को कल दिनाक 21 दिसम्बर को गिरफ्तार किया गया और आरोपियो को पेश अदालत एक  दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया ।

पंचकुला:

पंचकूला पुलिस ने उदघोषित अपराधी को किया काबू  

                       पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस थाना सैक्टर 07 पंचकूला की टीम नें कल दिनांक 21 अक्तबूर को उदघोषित अपराधी को किया गिरफ्तार  । गिरफ्तार कियें गयें आरोपी की पहचान रमेश चन्द पुत्र ज्ञान चन्द वासी सैक्टर 43 चण्डीगढ के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक आदेश माननीय अदालत श्री मति पल्लवी ओझा बर खिलाफ आरोपी रमेश चन्द को दिनाकं 08.11.2021 को पी.ओ घोषित होने बारे पुलिस थाना सैक्टर 07 पंचकूला में प्राप्त आदेश के तहत धारा 174-ए भा.द.स. के तहत मामला दर्ज किया गया और मामलें में आगामी कार्यवाही करते हुए पुलिस थाना सैक्टर 07 पंचकूला की टीम नें आरोपी को गिरफ्तार किया पेश अदालत कार्यवाही की गई ।

पंचकुला:

पंचकूला पुलिस नें ताश के पतो सहित जुआरियो को किया काबू

  • पंचकूला पुलिस द्वारा जुआ खेलनें वालों आरोपियो के खिलाफ कडी कार्यवाही हेतु चलाया अभियान ।
  • सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलनें, शराब तस्करी, सार्वजनिक स्थान पर शराब का प्रयोग करनें गाडियो में शराब पीनें वालों के खिलाफ होगी सख्या कार्यवाही ।

                  पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा के निर्देशानुसार जिला पंचकूला में जुआ खेलनें वालें जुआरियो की धरपकड हेतु अभियान चलाया हुआ है जिस अभियान के तहत पुलिस चौकी सैक्टर 16 पंचकूला इन्चार्ज उप0नि0 सुशील कुमार व उसकी टीम द्वारा ताश पते जुआरियो खेलनें के मामलें में दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया गिरफ्तार कियें गयें आरोपियो की पहचान रोहित पुत्र रामावद , विनय पुत्र हवा सिह वासीयान राजीव कालौनी सैक्टर 17 पंचकूला तथा टीन्कु उर्फ कोमल पुत्र श्रीराम वासीयान मौली जाँगरा चण्डीगढ के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक कल दिनांक 21 दिसम्बर को पुलिस चौकी सैक्टर 16 पंचकूला की टीम लेबर चौक सैक्टर 16 में मौजूद थी जो मुखबर खास की सूचना पर सरेआम पर गली में रोहित उर्फ मोनू तथा विनय पुत्र हवा सिंह ताश पैसे दाँव पर लगाकर जुआ खेल रहे आरोपियो को गिरफ्तार किया गया और उक्त दोनो आरोपियो से कुल 1150 रूपये भारतीय करंसी और 52 ताश पत्ते बरामद कियें गये और आरोपियो के खिलाफ जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज करकें आरोपियो को गिरफ्तार किया गया व आरोपी टीन्कु उर्फ कोमल को दिनांक 20 दिसम्बर को जुआ खेलनें के मामलें में गिरफ्तार किया गया ।

पंचकूला पुलिस द्वारा अवैध शराब की तस्करी, सार्वजनिक स्थान पर शराब पीनें और गाडियो में शराब का प्रयोग करने, सार्वजनिक स्थान पर जुआ खेलनें, अवैध असला, नशीले पदार्थो की तस्करी करनें वालों के खिलाफ कडी कार्यवाही अभियान चलाया हुआ है ।

प्रबंधक थाना नें सुनी लोगो की समस्याए ,आपसी तालमेल हेतु की बैठक और ठीकरी पैहरा लगवानें के लिए की अपील

  • ग्रामीण क्षेत्र में ठीकरी पैहरा की हुई शुरुआत।
  • क्षेत्र की समस्याओ जाननें और अपराधो की रोकथाम हेतु थाना लेवल पर की मीटिग।         

पंचकुला:

                       पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री मोहित हांडा के निर्देशानुसार जिला पंचकूला में प्रबंधक थाना चण्डीमन्दिर व प्रबंधक थाना रायपुररानी ग्रामीण से सम्बंधित समस्याओं को सुनने व उनका समाधान करने के लिए,और आपसी तालमेल हेतु थाना में बैठक का आयोजन करके ग्रामीणों की समस्याएं सुनी गई ।

इस दौरान प्रबंधक पुलिस थाना चण्डीमन्दिर द्वारा अधीन क्षेत्र के मोजिज व्यक्तियो को बाहरी लोगों पर विशेष ध्यान देने बारें कहा गया और उनका पुलिस सत्यापन करवानें बारें निर्देश दियें गयें इसके साथ ही सर्दी के अक्सर मौसम में अक्सर चोरी की वारदातें होती है जिन पर नियत्रंण पानें के लिए ग्रामीण क्षेत्र के लोगो को ठीकरी पहरा लगवानें बारें अपील की गई।

इसके साथ प्रबंधक थाना रायपुररानी इन्सपेक्टर बच्चु सिह द्वारा भी अपनें अधीन क्षेत्र के गावों के मोजिज व्यक्तियो के साथ पुलिस थाना रायपुररानी में बैठक का आयोजन करतें हुए  लोगो द्वारा उनकी समस्याए सुनी गई और इसके साथ ही प्रबंधक थाना रायपुररानी नें ग्रामीण क्षेत्र के लोगो को गावों-2 में ठीकरी पहरा लगवानें बारें निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस और पब्लिक अगर तालमेंल के साथ कार्य करेगी तो क्षेत्र में अपराधो पर कमी आयेगी और अपराधो पर नियत्रंण पाया जा सकेंगा इसके अलावा प्रंबधक थाना नें बैठक में भाग लेनें वालें सभी मोजिज व्यक्तियो को कोविड-19 की पालना करनें बारें जागरुक किया गया और इसके साथ ही साईबर क्राईम सें बचनें के लिए अन्जान व्यकित द्वारा पुछें गयें ओ.टी.पी. अगर कोई व्यकित आपको काल करकें आपको प्रलोभन देता है तो इस प्रकार के साईबर क्रिमनलों से सावधान रहनें के लिए जागरुक किया गया ।

इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र गाँव बागवाली, ककराली,टाबर, वाजिदपुर थाना रायपुररानी क्षेत्र में अन्य गांवो में भी ठीकरी पहरा की हुई शुरुआत ।

इस थाना लेवल की मीटिंग के दौरान, थाना रायपुररानी में गाँव बागवाली, ककराली, टाबर, वाजिदपुर व अन्य गावों के मौजिज व्यक्ति और थाना चण्डीमन्दिर क्षेत्र बरवाला व आसपास गांवों के लोग इस मीटिग के दौरान मोजूद रहें ।

Many business organizations came on one platform for Anup Gupta

Chandigarh.

Due to the efforts of Neeraj Bajaj, Chairman, Chandigarh Business Council, many business organizations in the city have come on one platform in support of BJP candidate Anup Gupta. Anup Gupta is contesting from Ward No-11. Chandigarh Business Council, Chandigarh Vyapar Mandal and Chandigarh Industries Association have united in favor of Gupta. The meeting of all these business organizations was held on December 20, in which they announced their support to Anup Gupta. This meeting was held in a hotel in Sector-17 in which many businessmen were present. All of them decided to support Gupta by rising above the political parties. Anup Gupta also assured to work under a strategy in the interests of all the businessmen of Chandigarh. On this occasion, Chandigarh Business Council President Chandra Verma, Chandigarh Vyapar Mandal  President Chiranjeev Singh along with LC Arora, Sanjeev Mahajan, Vinod Talwar, Pradeep Bansal, Sukhpal Bawa, Jagdish Arora, Sanjeev Chadha, Kishan Bajaj, Pradeep Gulati, HS Gujral and Kamaljeet Panchi and  other traders were present in large numbers.

ताकत दिखाना, जिससे दूसरे समुदाय की भावना भड़कती है, वह उचित नहीं है – खट्टर

विधानसभा में शून्यकाल के दौरान नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने हिंदू संगठनों की ओर से की जा रही आपत्ति का मुद्दा उठाया था। इसका जवाब देते हुए खट्टर ने कहा कि सभी धर्मों के लोग निर्धारित धार्मिक स्थानों जैसे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च में प्रार्थना करते हैं और सभी बड़े त्योहारों के लिए खुले में अनुमति दी जाती है। अहमद के मुद्दे पर खट्टर ने कहा, ‘लेकिन ताकत दिखाना, जिससे दूसरे समुदाय की भावना भड़कती है, वह उचित नहीं है।’

डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम चंडीगढ़

हरियाणा के गुरुग्राम में खुले में नमाज का मामला राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी उठा। इस मामले को उठाने वाले नूँह से कॉन्ग्रेस विधायक आफताब अहमद के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि ताकत दिखाकर दूसरे समुदाय की भावनाओं को भड़काना उचित नहीं है।

रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार (21 दिसंबर 2021) को शून्यकाल के दौरान कॉन्ग्रेस विधायक अहमद ने गुरुग्राम में मुस्लिमों द्वारा खुले में नमाज करने पर हिंदू संगठनों के विरोध का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, “कुछ तत्व लगातार जुमे (शुक्रवार) की नमाज को बाधित कर रहे हैं। संविधान ने सभी को अपने धर्मों के पालन के इजाजत दी है। किसी को भी नमाज में बाधा डालने का अधिकार नहीं है। गुरुग्राम में हजारों करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। शहर विकास का प्रतीक है। अगर कोई अपनी मर्जी से प्रार्थना भी नहीं कर पाएगा तो क्या संदेश जाएगा।”

इसके जवाब में सीएम ने कहा, “सभी धर्मों के लोग मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्चों जैसी धार्मिक जगहों पर ही प्रार्थना करते हैं। इसके अलावा सभी बड़े त्योहारों के मौके पर खुले में प्रार्थना की अनुमति दी जाती है। लेकिन ताकत का प्रदर्शन करना जो दूसरे समुदाय की भावनाओं को भड़काता है, उचित नहीं है।” मुख्यमंत्री के मुताबिक, किसी को भी खुले इस तरह के आयोजन नहीं करने चाहिए। यह हम सब जिम्मेदारी है कि शांतिपूर्ण माहौल बना रहे।

खट्टर ने इस बात पर खुशी भी व्यक्त की कि लोग एक निश्चित स्थान पर जुमे की नमाज के लिए समहत हुए हैं और नए सिस्टम के लागू होने तक इस पर सहमति है। इसके साथ ही सीएम ने खुले में नमाज के मुद्दे को स्थानीय विवाद करार दिया और कहा कि इस मसले को हवा नहीं देनी चाहिए, अन्यथा इससे साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है।

इससे पहले 10 दिसंबर 2021 को सीएम ने सख्त हिदायत देते हुए कहा था कि खुले में नमाज की प्रथा को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि खुले में नमाज किसी भी हाल में नहीं होना चाहिए। खट्टर ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, “हमने यहाँ पुलिस को भी कहा है और डिप्टी कमिश्नर को भी कहा है। इस विषय का समाधान निकालना है। कोई अपनी जगह पर नमाज़ पढ़े या पूजा-पाठ करे, इससे हमें कोई दिक्क्त नहीं है। धार्मिक स्थल इसीलिए बने होते हैं। खुले में ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं होना चाहिए। ये नमाज़ पढ़ने की जो प्रथा यहाँ खुले में शुरू की गई है, वो कतई सहन नहीं की जाएगी। सबके साथ बैठकर इसका समाधान निकाला जाएगा।” साथ ही सीएम ने खुले में नमाज के लिए जिन 37 स्थानों को निश्चित किया गया था, उसे भी रद्द कर दिया था।

राजकीय महाविद्यालय कालका में ‘मनोविज्ञान में रोजगार की संभावनाएं’ विषय पर व्याख्यान का किया आयोजन

पंचकूला, 22 दिसंबर:

राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या श्रीमती प्रोमिला मलिक के कुशल नेतृत्व में ‘मनोविज्ञान में रोजगार की संभावनाएं’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।

प्रस्तुत व्याख्यान मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष वरिष्ठ प्रो. राकेश गोयल और प्लेसमेंट सेल की प्रभारी श्रीमती सुनीता चैहान के मार्गदर्शन और दिशानिर्देशन में किया गया।
मुख्य वक्ता श्रुति शोरी ने विद्यार्थियों को मनोविज्ञान के क्षेत्र में व्यवसाय करने के विभिन्न अवसरों की विस्तृत जानकारी दी। श्रुति शोरी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मनोविज्ञान, मानव मन और व्यवहार का अध्ययन है, जो मस्तिश्क के अंदर के कई सवालों का पता लगाने का अवसर देता है। एक छात्र मनोविज्ञान की डिग्री के दौरान हैल्थ, क्लिनिकल, शैक्षिक, रिसर्च, व्यवसायिक, काउंसलिंग, न्यूरो, खेल और व्यायाम तथा फारेंसिक जैसे मनोविज्ञान के विशिष्ट क्षेत्रों में विशेषज्ञता का चयन कर सकता है। मनोविज्ञान स्नातकों के लिए मीडिया में विविध केरियर है। मनोविज्ञान की डिग्री के साथ हयूमन रिसोर्स और कम्यूनिकेशन करियर भी एक अच्छा विकल्प है। प्रस्तुत कार्यक्रम को सफल बनाने में सुश्री नवनीत नेंसी का भी योगदान रहा।

बीजेपी-जेजेपी सरकार हर मोर्चे पर विफल, उसी तरह इसका विधानसभा सत्र भी रहा विफल- हुड्डा

  • पूरे सत्र के दौरान विपक्ष के सवालों से भागती नजर आई सरकार- हुड्डा
  • सड़क पर भी उठाएंगे जनता के मुद्दे, सरकार को जवाब देने के लिए कर देंगे मजबूर- हुड्डा
  • न युवाओं को रोजगार व न्याय दे पा रही है सरकार, न किसानों को एमएसपी व मुआवजा- हुड्डा
  • न बुजुर्गों को पेंशन देने में सक्षम है सरकार, न कोरोना मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद- हुड्डा
  • 26 दिसबंर को नूंह में होगा ‘विपक्ष आपके समक्ष’ का अगला कार्यक्रम – हुड्डा

22 दिसंबर, चंडीगढ़ः 

पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा में सरकार ने विपक्ष के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दिया। विपक्ष के सवालों से सरकार भागती हुई नजर आई। कांग्रेस की तरफ से भर्ती घोटाले, बेरोजगारी, खाद की किल्लत, एमएसपी की गारंटी, फसल रजिस्ट्रेशन, जलभराव, सड़कों की जर्जर हालत, महंगाई, नंबरदारों की नियुक्ति, ओबीसी आरक्षण से छेड़छाड़, कोरोना को लेकर तैयारी और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी समेत अलग-अलग मुद्दों पर 17 स्थगन और ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिए गए थे। लेकिन इनमें से सिर्फ 5 को ही मंजूर किया गया। इसके अलावा, सरकार से प्रश्नकाल के दौरान जनहित से जुड़े दर्जनों सवाल भी पूछे गए। लेकिन, ज्यादातर प्रस्तावों और सवालों पर सरकार की तरफ से जनता को गुमराह करने वाला जवाब दिया गया। जिस तरह बीजेपी-जेजेपी सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है, उसी तरह इसका विधानसभा सत्र भी विफल रहा है।

हुड्डा ने कहा कि आज जनता जिन परेशानियों का सामना कर रही है, उसके प्रमाण सार्वजनिक हैं। लेकिन, सरकार सदन में इस तरह पेश आई मानो ना प्रदेश में कोई भर्ती घोटाला हो रहा है, ना युवा बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं, ना किसानों के लिए यूरिया की कोई कमी है, ना डीएपी की कोई किल्लत, ना कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोगों को हॉस्पिटल बेड की कमी पेश आई, ना ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत हुई, ना खस्ताहाल कानून व्यवस्था कोई मुद्दा है और ना ही शिक्षा का गिरता स्तर।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन, मूक-बधिर खेल एसोसिएशन, वोकेशनल टीचर्स एसोसिएशन, नगर पालिका कर्मचारी, नगर पालिका सफाई कर्मचारी एसोसिएशन, नंबरदार एसोसिएशन, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायक संघ, अतिथि अध्यापक संघ, ओबीसी कम्युनिटी एसोसिएशन, हार्टरोन कर्मचारी, आढ़ती और व्यापारी एसोसिएशन, फल-सब्जी एसोसिएशन, राइस मिल्स एसोसिएशन, संयुक्त निर्माण मजदूर मंच, हरियाणा एम्पलाइज एंड फ्रेंड्स कोऑपरेटिव, एक्स सर्विसमैन एसोसिएशन, पंप डीलर डेलिगेशन समेत अलग-अलग संगठनों के लोग अपनी समस्याएं लेकर उनसे मिले। इनके अलावा ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम में बड़ी तादाद में पहुंचे लोगों ने अपनी समस्याएं और मुद्दों को रखा। कांग्रेस ने विधानसभा सत्र के दौरान सभी मुद्दों एवं समस्याओं को उठाने की कोशिश की और सरकार से इनकी मांगें मानने व समस्याओं का समाधान करने की अपील की। इतना ही नहीं, भविष्य में भी लोगों की मांगों को हर मंच पर उठाया जाएगा और कांग्रेस तमाम संगठनों व आम जन की जायज मांगों को मानने के लिए सरकार को मजबूर कर देगी।

उन्होंने बताया कि जनता की समस्याओं को सुनने और उसे आवाज देने के लिए शुरू किया गया ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम का अगला पड़ाव नूंह है। 26 दिसंबर को नूंह में ‘विपक्ष आपके समक्ष’ का अगला कार्यक्रम होगा।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बीएसी की मीटिंग में स्पीकर ने आश्वासन दिया था कि जरूरत पड़ने पर सत्र की अवधि को और बढ़ा दिया जाएगा। लेकिन, अब ऐसा करने से इंकार किया जा रहा है। भर्ती घोटाले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से करवाने, एमएसीपी की गारंटी का प्रस्ताव पास करके केंद्र सरकार को भेजने, शराब, रजिस्ट्री और धान खरीद घोटाले की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने जैसी विपक्ष की तमाम मांगों को सरकार द्वारा नहीं माना गया।

हुड्डा ने कहा कि सरकार बुजुर्गों की पेंशन और पिछड़े वर्ग के आरक्षण के साथ छेड़छाड़ कर रही है। विपक्ष की तरफ से इस पर कड़ी आपत्ति जताई गई, लेकिन सरकार ने उसे अनदेखा कर दिया। पेंशन व आरक्षण जैसे मानदंडों में कोई भी फेरबदल करने से पहले सरकार को संबंधित वर्गों से बातचीत करनी चाहिए। उनसे संवाद किए बिना एकतरफा फैसला लेना न्यायसंगत नहीं है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी सरकार की अनदेखी के चलते आज स्वास्थ्य महकमे में करीब 10 हजार, शिक्षा विभाग में 40 हजार पद खाली पड़े हुए हैं। रोडवेज विभाग की यह स्थिति है कि कांग्रेस कार्यकाल में बसों की संख्या 4500 थी, जो अब घटकर 3000 रह गई है। सरकार द्वारा न नयी बसें खरीदी जा रही हैं, न खाली पदों को भरा जा रहा है। यही वजह है कि हरियाणा देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रहा है। यह सरकार ना युवाओं को रोजगार दे पा रही और ना ही न्याय। सरकार ना किसानों को एमएसपी दे पा रही है और ना फसल का नुकसान होने पर मुआवजा। सरकार ना बुजुर्गों को पेंशन देने में सक्षम है और ना ही कोरोना मृतकों के परिवारों को आर्थिक मदद। यही वजह है कि आज हर वर्ग इस सरकार से परेशान और निराश हो चुका है।

पेड पार्किंग के विरोध में आरडब्ल्यूए सेक्टर 20 के धरने में व सेक्टर 14 में घेराव में समर्थन देने पहुंचे पूर्व उपमुख्यमंत्री चन्द्रमोहन

पंचकूला न्यूज 22 दिसम्बर 2021। जिला पंचकूला के निर्माता व लगातार चार बार विधायक रहने के साथ हरियाणा के उपमुख्यमंत्री रह चुके भाई चन्द्रमोहन बुधवार को सेक्टर 14 नगर निगम दफ़्तर के बाहर पंचकूला में रेज़िडेंट  वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन घेराव  में अपने समर्थकों के साथ सेकड़ो निवासियों को अपना समर्थन देने  पहुँचे

चन्द्रमोहन ने कहा हम माँग करने नहीं आये हैं हम बताने आये हैं किसी भी हालत में पेड़ पार्किंग नहीं लगने देंगे न ही पेड़ काटने देंगे इसके लिये चाहे हमें कितना भी संघर्ष करना पड़े हम इनको 15 दिन का टाईम देते यह दोनों फ़ैसले वापस ले नहीं तो इनको गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे

उन्होंने भाजपा विधायक व विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को तो आड़े हाथ लिया ही वही दूसरी ओर मेयर कुलभूषण गोयल की असक्षमता व जनता के प्रति भेदभावपूर्ण रवैए को उजागर किया।चन्द्रमोहन ने कहा कि जब उन्होंने पंचकूला को जिला बनाया तो विकास कार्यो को तेजी देते हुए नम्बर 1 शहर बनाने का प्रयास किया तो वही अब भाजपा के कुशासन में आए दिन लोग इनकी जनविरोधिनीतियो से तंग आकर धरने प्रदर्शन करने को मजबूर है।
केके जिंदल व योगेंद्र क्वात्रा ने चन्द्रमोहन का समर्थन देने पर आभार जताया और उन्हें कहा कि पंचकूला के बेहतर विकास के लिए आपके नेतृत्व की जरूरत है।

चन्द्रमोहन ने कहा कि सेक्टर 20 की मार्किट में पार्किंग को पेड करके आमजन को लूटने का काम बेहद शर्मनाक है।उन्होंने कहा कि अब लोगो को रोजमर्रा की चीजें लेने के लिए मार्किट में जाने से पहले जजिया कर देना पड़ रहा है जोकि लोगो की जेब पर डाका है।

भाई चन्द्रमोहन ने कहा हमने सेक्टर 20 को सुविधाए दी उसके मुताबिक आज के समय जनसंख्या बढ़ गई है।ऐसे में जहाँ तो भाजपा अब नई सुविधाए नही दे पा रही वही मार्किट में पेड पार्किंग करके लोकल दुकानदारों को वित्तीय नुकसान पहुंचाने के साथ साथ आमजन को भी वित्तीय नुकसान पहुंचाने का काम किया जा रहा है।

पूर्व मेयर उपेंद्र आहलूवालिया ने कहा कि उनके समय नगर निगम पंचकूला के पास फंड की कोई कमी नही थी।जहाँ अब नगर निगम प्रशासन लोगो को लूटने का काम कर रही है वही उनके शासन में कभी आमजन को कोई दिक्कत नही आई। बिना किसी विलम्ब के इन आदेशों को वापिस किया जाए।

योगेंद्र क्वात्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि आज छटे  दिन धरना प्रदर्शन में पूर्व डिप्टी सीएम चन्द्रमोहन पहुँचे

प्रधान के के  जिंदल व योगेन्द्र क्वात्रा जी ने कहा अगला प्रदर्शन 5 व 6 जनवरी को सेक्टर 20 में व 7 जनवरी को नगर निगम का घेराव किया जायेगा
उपेंद्र आहलूवालिया पूर्व मेयर,राजनीतिक सचिव हेमंत किंगर,पार्षद सलीम डबकोरी, पार्षद संदीप सोही, पार्षद जजपा सुशील गर्ग, पूर्व पार्षद रविकांत स्वामी,वरिष्ठ कांग्रेस नेता  धनीदरं वालीया
इस धरने प्रदर्शन के मंच का संचालन कर रहै योगेन्द्र कवातरा जी,कहा नगर निगम पचकुलां कमिश्नर को मेमोरेडम दिया

धार्मिक,समाजिक,व सिनीयर कांग्रेस नेता,विजय धीर जी,
कांग्रेस पार्षद पद के उम्मीदवार रहे नवीन बंसल एडवोकेट, वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री प्रियंका सिंह हुड्डा, कांग्रेस पार्षद पद के उम्मीदवार रहे ओम शुक्ला, ज़िला महिला कांग्रेस महासचिव मुदिता शर्मा, अमरीक,केके जिंदल,सुरेंद्र खेत्रपाल, अविनाश मलिक,बी बी शर्मा,विद्यावर्त पिपली,के के जेटली,अरुणा अग्रवाल, सुभाष पठानिया,संतोष गुप्ता, कांग्रेस लीगल सेल के प्रदेश महासचिव एडवोकेट उदित मेहंदीरत्ता , मुकेश मेहंदीरत्ता,अनिल बंसल,अंकुर जैन,वेद प्रकाश गोयल,मोनू,विनोद,प्राण शर्मा पूर्व सरपंच मेजर सिंह कुंडी,
देव राज शर्मा विकास मचं के अध्यक्ष,सुनील वशिष्ठ प्रधान सेक्टर 15 वेलफ़ेयर एसोसिएशन, महासचिव हरजीत पुनिया,डाक्टर राम प्रशाद,पूर्व सरपंच दयाल सिंह ,मुहमद  नासीर , आर एस साथी ज़िले के सेक्टरी सि पी एम ,राहुल, सोनु,आदि  मोजूद रहै

French Delegation visits PU

Chandigarh December 22, 2021

A French Delegation, a part of the French Embassy in India visited the University of Engineering and Technology (UIET), Panjab University, Chandigarh.

The delegation consisted of Dr. Fabien Chareix, Attaché for Scientific and Academic Cooperation, French Embassy in India, Mr. Baptiste Fondin, Project Manager – Scientific and Academic Cooperation, Leah Maria Therese Paul, Project Manager – Academic Partnerships & Alumni, Ophelie Belin, Director Alliance Francoise, Chandigarh and Nidhi Chopra, Manager Campus France, Chandigarh. From PU, Prof. Deepti Gupta, Dean International Students, Prof. J.K.Goswamy, Director, UIET and Dr. Rohit Sharma, Chairperson, Microbial Biotechnology, interacted with the delegation.

The members interacted with the faculty of UIET and  discussed the possible academic and research collaborative programmes and planned to draw a roadmap for different joint ventures.  The delegation visited different laboratories in UIET and were appreciative of the facilities available. 

पंजाब में श्रीमद्भगवद्गीता के अपमान पर किसी को चांटा त नहीं पड़ा

पंजाब में श्रीमद्भगवद्गीता के अपमान का मामला प्रकाश में आया है। बीते दिनों अमृतसर के स्वर्ण मंदिर और कपूरथला के निजामपुर गुरुद्वारे में बेअदबी के इल्जाम में सिख भीड़ ने दो युवकों को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था। जहाँ दरबार साहिब में हुई घटना में हत्या की निंदा करने की जगह तमाम नेता सिर्फ ‘बेअदबी’ की ही निंदा कर रहे हैं। किसी में इतना साहस नहीं कि मॉब लिंचिंग की आलोचना कर सके। वहीं, कपूरथला में तो एक बेचारा मानसिक रूप से विक्षिप युवक, जो भूखा था और रोटी की तलाश में गुरुद्वारा चला गया था, किन्तु उस पर ‘निशान साहिब’ की बेअदबी का इल्जाम लगा कर मार डाला गया। हालाँकि, सिख भीड़ ने इसकी परवाह न तो ‘किसान आंदोलन’ के दौरान दलित लखबीर सिंह के शरीर के टुकड़े करने में की, न ही स्वर्ण मंदिर में घुसे युवक की उँगलियाँ तोड़ कर उसकी हत्या करने में और न ही एक बीमार युवक पर झूठा आरोप लगा कर कपूरथला में उसके मॉब लिंचिंग के दौरान। इन सब में कॉमन ये है कि ऐसा करने वालों को पछतावा नहीं और वो कहते हैं कि ‘बेअदबी’ होगी तो फिर ऐसा करेंगे।

डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम (ब्यूरो) चंडीगढ़ :

श्रीमद्भगवद्गीता के अपमान की खबर के बाद इस तरह की कोई घटना नहीं है। ऐसा नहीं है कि पंजाब में हिन्दू नहीं रहते हैं या हिन्दू संगठन सक्रिय नहीं हैं, लेकिन हिन्दू समाज सहिष्णु है। ताज़ा घटना लुधियाना की है, जहाँ मंगलवार (21 दिसंबर, 2021) को पुलिस कमिश्नर कार्यालय के समक्ष हिन्दू हिन्दू धार्मिक ग्रन्थ कटी-फटी अवस्था में मिले। ‘शिव सेना पंजाब’ के कार्यकर्ताओं ने इसे पुलिस को सौंपा और साथ ही इस मामले में जाँच की माँग की।

पुलिस कमिश्नर कार्यालय के सामने एक ‘शिव ढाबा’ है, जहाँ पर एक शिव मंदिर भी है। वहीं एक पीपल के पेड़ के नीचे श्रीमद्भगवद्गीता और गरुड़ पुराण की पुस्तकें पड़ी हुई थीं। हिन्दू कार्यकर्ताओं ने इन्हें उठा कर पुलिस को सौंपा। इससे पहले फोकल पॉइंट क्षेत्र में गोहत्या की बात भी सामने आई थी। हिन्दू संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बावजूद पुलिस किसी को गिरफ्तार करने में नाकाम रही है। हाँ, मॉब लिंचिंग क्या इसी को चाँटा तक मारने का आरोप हिन्दुओं पर नहीं लगा।

हिन्दू संगठनों ने ऐलान किया है कि पुलिस अगर कार्रवाई करने में सक्षम नहीं होती है तो वो इसके लिए संघर्ष करेंगे। अब हिन्दू ग्रंथों के अपमान के मामले में सीसीटीवी फुटेज चेक कर के कार्रवाई की जाएगी। सिख भीड़ की मॉब लिंचिंग को जायज ठहरा रहे लोग पूरे भारत और हिन्दू समाज को असहिष्णु बताने लगते और अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों में लेख आने लगते, अगर हिन्दुओं ने गुस्से में आकर किसी को एक थप्पड़ भी लगा दिया होता। लोगों को भारत में रहने और हिन्दू समाज में जन्म होने पर शर्म आने लगती।

ये हाल में इस तरह की कोई पहली घटना नहीं है। इसी तरह जुलाई 2021 में अहमदगढ़ के सरौंद के मालेरकोटला मार्ग पर शिवलिंग के साथ छेड़छाड़ किए जाने की खबर सामने आई थी। हिन्दुओं ने बस आक्रोश भर जताया। पुलिस ने घटनास्थल का दौरा कर के इतिश्री कर ली। अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज हुई, बस। हिन्दू भी भूख हड़ताल कर के संघर्ष करते रहे। कोई मॉब लिंचिंग नहीं हुई। शिवलिंग के साथ तोड़फोड़ हुई, लेकिन हिन्दुओं ने किसी को छुआ तक नहीं। क्योंकि हिन्दू सहिष्णु होते हैं।

पंजाब के कॉन्ग्रेस पार्षद सुखराज औलख ने अगस्त 2021 में यज्ञ, व जाप के अलावा ब्राह्मण समाज व महिलाओं पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी कर डाली। हिन्दुओं की भीड़ ने मॉब लिंचिंग नहीं, सड़कों पर कीर्तन कर के अपना विरोध जताया। उनके बॉयकॉट की माँग की गई। कॉन्ग्रेस पार्टी का विरोध हुआ। सब कुछ लोकतांत्रिक तरीके से। हिन्दुओं को पता है कि जब झूठे मामले बना कर उन्हें सांप्रदायिक रंग देकर दुनिया भर में उन्हें रोज बदनाम किया जाता है, तो फिर किसी दिन कोई गलती हो भी गई तो नैरेटिव बनाने वाला गिरोह क्या कर सकता है।

हालाँकि, सिख भीड़ ने इसकी परवाह न तो ‘किसान आंदोलन’ के दौरान दलित लखबीर सिंह के शरीर के टुकड़े करने में की, न ही स्वर्ण मंदिर में घुसे युवक की उँगलियाँ तोड़ कर उसकी हत्या करने में और न ही एक बीमार युवक पर झूठा आरोप लगा कर कपूरथला में उसके मॉब लिंचिंग के दौरान। इन सब में कॉमन ये है कि ऐसा करने वालों को पछतावा नहीं और वो कहते हैं कि ‘बेअदबी’ होगी तो फिर ऐसा करेंगे। उन्हें गिरोह विशेष का भय नहीं। नैरेटिव बनाने वाला गिरोह सिख भीड़ के साथ है।

300 वर्ष आयु के श्री तैलंग स्वामी…..

महान् हठयोगी तैलंग स्वामी का जन्म विशाखापट्टनम् के खोलिया नामक गाँव में हुआ था। बचपन से ही इनका झुकाव वैराग्य की ओर था, लेकिन माता के आग्रह पर उन्होंने विवाह कर लिया। 48 वर्ष की अवस्था में माँ के निधन के पश्चात् पुनः इनका झुकाव वैराग्य की ओर हुआ। श्मशान के जिस स्थान पर माँ की क्रिया हुई थी, वहीं ये रहने लगे। परिवारवालों ने इनके लिए वहीं एक कुटिया बनवा दी एवं ये वहीं साधना करने लगे। लगभग 70 वर्ष की उम्र में भागीरथ नाम एक योगीराज इनके पास आए एवं इनको अपने साथ भ्रमण के लिए ले गए। अब इनका नाम दीक्षा के पश्चात् त्रैलंग स्वामी हुआ। साधना के द्वारा इनको ऋद्धियाँ-सिद्धियाँ प्राप्त हुईं।

त्रैलंग स्वामी (1607-1887)

धर्म संस्कृति डेस्क, चंडीगढ़ :

वाराणसी की गलियों में एक दिगम्बर योगी घूमता रहता है गृहस्थ लोग उसके नग्न वेश पर आपत्ति करते हैं फिर भी पुलिस उसे पकड़ती नहीं वाराणसी पुलिस की इस तरह की तीव्र आलोचनाएं हो रही थीं आखिर वारंट निकालकर उस नंगे घूमने वाले साधू को जेल में बंद करने का आदेश दिया गया।

पुलिस के आठ-दस जवानों ने पता लगाया, मालूम हुआ वह योगी इस समय मणिकर्णिका घाट पर बैठा हुआ है। जेष्ठ की चिलचिलाती दोपहरी जब कि घर से बाहर निकलना भी कठिन होता है एक योगी को मणिकर्णिका घाट के एक जलते तवे की भाँति गर्म पत्थर पर बैठे देख पुलिस पहले तो सकपकायी पर आखिर पकड़ना तो था ही वे आगे बढ़े। योगी पुलिस वालों को देखकर ऐसे मुस्करा रहा था मानों वह उनकी सारी चाल समझ रहा हो। साथ ही वह कुछ इस प्रकार निश्चिन्त बैठे हुये थे मानों वह वाराणसी के ब्रह्मा हों किसी से भी उन्हें भय न हो। मामूली कानूनी अधिकार पाकर पुलिस का दरोगा जब किसी से नहीं डरता तो अनेक सिद्धियों सामर्थ्यों का स्वामी योगी भला किसी से भय क्यों खाने लगा तो भी उन्हें बालकों जैसी क्रीड़ा का आनन्द लेने का मन तो करता ही है यों कहिए आनंद की प्राप्ति जीवन का लक्ष्य है बाल सुलभ सरलता और क्रीड़ा द्वारा ऐसे ही आनंद के लिए “श्री तैलंग स्वामी” नामक योगी भी इच्छुक रहे हों तो क्या आश्चर्य ?

पुलिस मुश्किल से दो गज पर थी कि तैलंग स्वामी उठ खड़े हुए ओर वहाँ से गंगा जी की तरफ भागे। पुलिस वालों ने पीछा किया। स्वामी जी गंगा में कूद गये पुलिस के जवान बेचारे वर्दी भीगने के डर से कूदे तो नहीं, हाँ चारों तरफ से घेरा डाल दिया कभी तो निकलेगा साधु का बच्चा- लेकिन एक घंटा, दो घंटा, तीन घंटा-सूर्य भगवान् सिर के ऊपर थे अब अस्ताचलगामी हो चले किन्तु स्वामी जी प्रकट न हुए कहते हैं उन्होंने जल के अंदर ही समाधि ले ली। उसके लिये उन्होंने एक बहुत बड़ी शिला पानी के अंदर फेंक रखी थी और यह जन श्रुति थी कि तैलंग स्वामी पानी में डुबकी लगा जाने के बाद उसी शिला पर घंटों समाधि लगायें जल के भीतर ही बैठे रहते हैं।

उनको किसी ने कुछ खाते पीते नहीं देखा तथापि उनकी आयु 300 वर्ष की बताई जाती है। वाराणसी में घर-घर में तैलंग स्वामी की अद्भुत कहानियां आज भी प्रचलित हैं। निराहार रहने पर भी प्रतिवर्ष उनका वजन एक पौण्ड बढ़ जाता था। 300 पौंड वजन था उनका जिस समय पुलिस उन्हें पकड़ने गई इतना स्थूल शरीर होने पर भी पुलिस उन्हें पकड़ न सकी। आखिर जब रात हो चली तो सिपाहियों ने सोचा डूब गया इसीलिये वे दूसरा प्रबन्ध करने के लिए थाने लौट गये इस बीच अन्य लोग बराबर तमाशा देखते रहे पर तैलंग स्वामी पानी के बाहर नहीं निकले।

प्रातः काल पुलिस फिर वहाँ पहुँची। स्वामी जी इस तरह मुस्करा रहे थे मानों उनके जीवन में सिवाय मुस्कान और आनंद के और कुछ हो ही नहीं, शक्ति तो आखिर शक्ति ही है संसार में उसी का ही तो आनंद है। योग द्वारा सम्पादित शक्तियों का स्वामी जी रसास्वादन कर रहे हैं तो आश्चर्य क्या। इस बार भी जैसे ही पुलिस पास पहुँची स्वामी फिर गंगा जी की ओर भागे और उस पार जा रही नाव के मल्ला को पुकारते हुए पानी में कूद पड़े। लोगों को आशा थी कि स्वामी जी कल की तरह आज भी पानी के अंदर छुपेंगे और जिस प्रकार मेढ़क मिट्टी के अंदर और उत्तराखण्ड के रीछ बर्फ के नीचे दबे बिना श्वाँस के पड़े रहते हैं उसी प्रकार स्वामी जी भी पानी के अंदर समाधि ले लेंगे किन्तु यह क्या जिस प्रकार से वायुयान दोनों पंखों की मदद से इतने सारे भार को हवा में संतुलित कर तैरता चला जाता है उसी प्रकार तैलंग स्वामी पानी में इस प्रकार दौड़ते हुए भागे मानों वह जमीन पर दौड़ रहे हों । नाव उस पार नहीं पहुँच पाई स्वामी जी पहुँच गये। पुलिस खड़ी देखती रह गई।

स्वामी जी ने सोचा होगा कि पुलिस बहुत परेशान हो गई तब तो वह एक दिन पुनः मणिकर्णिका घाट पर प्रकट हुए और अपने आपको पुलिस के हवाले कर दिया। हनुमान जी ने मेघनाथ के सारे अस्त्र काट डाले किन्तु जब उसने ब्रह्म-पाश फेंका तो वे प्रसन्नता पूर्वक बँध गये। लगता है श्री तैलंग स्वामी भी सामाजिक नियमोपनियमों की

अवहेलना नहीं करना चाहते थे पर यह प्रदर्शित करना आवश्यक भी था कि योग और अध्यात्म की शक्ति भौतिक शक्तियों से बहुत आगे चढ़-बढ़ कर है तभी तो वे दो बार पुलिस को छकाने के बाद इस प्रकार चुपचाप ऐसे बैठे रहे मानों उनको कुछ पता ही न हो। हथकड़ी डालकर पुलिस तैलंग स्वामी को पकड़ ले गई और हवालात में बंद कर दिया। इन्सपेक्टर पूरी रात गहरी नींद सोया क्योंकि उसे स्वामी जी की गिरफ्तारी की सफलता लग रही थी।

प्रस्तुत घटना “मिस्ट्रीज आँ इंडिया इट्स योगीज” नामक लुई-द-कार्टा लिखित पुस्तक से अधिकृत की जा रही है। कार्टा नामक फ्राँसीसी पर्यटक ने भारत में ऐसी विलक्षण बातों की सारे देश में घूम-घूम कर खोज की। प्रसिद्ध योगी स्वामी योगानंद ने भी उक्त घटना का वर्णन अपनी पुस्तक “आटो बाई ग्राफी आँ योगी” के 31 वे परिच्छेद में किया है।

प्रातः काल ठंडी हवा बह रही थी थानेदार जी हवालात की तरफ आगे बढ़े तो पसीने में डूब गया- जब उन्होंने योगी तैलंग को हवालात की छत पर मजे से टहलते और वायु सेवन करते देखा। हवालात के दरवाजे बंद थे, ताला भी लग रखा था। फिर यह योगी छत पर कैसे पहुँच गया ? अवश्य ही संतरी की बदमाशी होगी। उन बेचारे संतरियों ने बहुतेरा कहा कि हवालात का दरवाजा एक क्षण को खुला नहीं फिर पता नहीं साधु महोदय छत पर कैसे पहुँच गये। वे इसे योग की महिमा मान रहे थे पर इन्सपेक्टर उसके लिए बिलकुल तैयार नहीं था आखिर योगी को फिर हवालात में बंद किया गया। रात दरवाजे में लगे ताले को सील किया गया चारों तरफ गहरा पहरा लगा और ताला लगाकर थानेदार थाने में ही सोया। सवेरे बड़ी जल्दी कैदी की हालत देखने उठे तो फिर शरीर में काटो तो खून नहीं। सील बंद ताला बाकायदा बंद। सन्तरी पहरा भी दे रहे उस पर भी तैलंग स्वामी छत पर बैठे प्राणायाम का अभ्यास कर रहे। थानेदार की आँखें खुली की खुली रह गईं उसने तैलंग स्वामी को आखिर छोड़ ही दिया।

श्री तैलंग स्वामी के बारे में कहा जाता है कि जिस प्रकार जलते हुये तेज कड़ाहे में खौल रहे तेल में पानी के छींटे डाले जाएं तो तेल की ऊष्मा बनाकर पलक मारते दूर उड़ा देती है। उसी प्रकार विष खाते समय एक बार आँखें जैसी झपकती पर न जाने कैसी आग उनके भीतर थी कि विष का प्रभाव कुछ ही देर में पता नहीं चलता कहाँ चला गया। एक बार एक आदमी को शैतानी सूझी चूने के पानी को ले जाकर स्वामी जी के सम्मुख रख दिया और कहा महात्मन् ! आपके लिए बढ़िया दूध लाया हूँ स्वामी जी उठाकर पी गये उस चूने के पानी को, और अभी कुछ ही क्षण हुये थे कि वो कराहने और चिल्लाने लगा वह आदमी जिसने चूने का पानी पिलाया था। स्वामी जी के पैरों में गिरा, क्षमा याचना की तब कहीं जाकर पेट की जलन समाप्त हुई। उन्होंने कहा भाई मेरा कसूर नहीं है यह तो न्यूटन का नियम है कि हर क्रिया की एक प्रतिक्रिया अवश्य होती है। उसकी दिशा उलटी और ठीक क्रिया की ताकत कितनी होती है।

मनुष्य शरीर एक यंत्र, प्राण उसकी ऊर्जा, ईंधन आदि शक्ति, मन इंजन और ड्राइवर चाहे जिस प्रकार के अद्भुत कार्य लिए जा सकते हैं इस शरीर से भौतिक विज्ञान से भी अद्भुत पर यह सब शक्तियाँ और सामर्थ्य योग विद्या, योग साधना में सन्निहित हैं जिन्हें अधिकारी पात्र ही पाते है और आनन्द लाभ प्राप्त करते हैं।