पंचांग, 30 सितंबर 2021

नोटः आज मातृ नवमी है तथा सौभाग्यवतीनां श्राद्ध व नवमी का श्राद्ध है। मान्यता है कि मातृ नवमी (Matri Navami) का श्राद्ध कर्म करने से जातकों की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। मातृ नवमी (Matri Navamiश्राद्ध के दिन घर की बहुओं को उपवास रखना चाहिए। इस श्राद्ध को सौभाग्यवती श्राद्ध भी कहा जाता है। इस दिन गरीबों या ब्राह्मणों को भोजन कराने से सभी मातृ शक्तियों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः आश्विनी़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः नवमी रात्रिः 10.09 तक है।

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

 वारः गुरूवार, 

नक्षत्रः पुनर्वसु रात्रि कालः 01.33 तक हैं, 

योगः परिघ सांय काल 06.52 तक, 

करणः तैतिल, 

सूर्य राशिः कन्या,  चंद्र राशिः मिथुन, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.18,  सूर्यास्तः 06.04 बजे।