Police Files, Chandigarh – 06 August

‘Purnoor’ Koral, CHANDGARH – 06.08.2021

Action against illicit liquor

Crime Branch of Chandigarh Police arrested Ravi Verma @ Lotta R/o # 859, Rajiv Colony, Sector-17, Panchkula, HR (Age 25 years) and recovered 8 boxes containing 95 bottles of country made liquor from his possession near backside wall of Govt. Model High School, Vikas Nagar, Mauli Jagran, Chandigarh on 05.08.2021. A case FIR No. 91, U/S 61-1-14 Excise Act has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Later, he bailed out. Investigation of the case is in progress.

Action against obstruction in public way

A case FIR No. 80, U/S 283 IPC has been registered in PS-Sarangpur, Chandigarh against Munna Gupta R/o # 1970/C, Small Flats, Dhanas, Chandigarh, (age 54 years) while he was obstructing public way by installing rehri/fari at EWS Colony, Chandigarh on 05.08.2021. Investigation of the case is in progress.

Snatching

A lady resident of Sector-47, Chandigarh reported that two unknown persons occupant of motor cycle snatched away complainant’s gold chain near park, Sector-47, Chandigarh on 05.08.2021. A case FIR No. 106, U/S 379A, 34 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

A case FIR No. 104, U/s 406, 420 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh on the complaint of Davinder Kumar R/o # 80, Part 1 Colony, Khudda Lahora, Chandigarh alleged that Randhir Sood R/o # 1309, Sector-15/B, Chandigarh the director of M/s Parag Infratech Pvt. Ltd. & M/s Punjab Empires Pvt. Ltd. taken Rs. 6.5 lakh from complainant regarding providing residential plot in their integrated township under the name and style of ‘Parag City’Lalru, Punjab in March, 2012. But till date no possession of said plot has been given to the complainant. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 105 U/s 420 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh on the complaint of B.S. Walia R/o # 3412, Sector-24D, Chandigarh who reported that he is maintaining SBI account in High Court Branch, Chandigarh and availing facilities of internet banking and SBI YONO app. On 04.08.2021, he received a link via message that his account has been blocked and he needs to update KYC, whereupon, in order to restore the blocked account, the complainant tried to update the KYC on the aforementioned site and received OTPs. During the updating process an amount of Rs. 25,500/- was debited via two transactions from his account.  Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 123, U/s 419, 420, 120B IPC has been registered in PS-34, Chandigarh on the complaint of a lady resident of Sector-44, Chandigarh who reported that unknown person sent request on her social networking account and told via chat that he is working as a pilot in British Airways, UK. Alleged person offered her gift and insisted complainant to receive that gift. On the next day one unknown person called on complainant’s mobile phone and introduced himself as custom officer and asked for Rs. 50,950/- as carriage charges of parcel. Complainant deposited the said amount in the account provided by him in order to receive the parcel gift but she did not receive any parcel. Investigation of the case is in progress.

AICC के दो दिग्गज सदस्यों ने आआपा मेन हुए शामिल

कॉंग्रेस पार्टी की अंतर्कलह कहीं भी थमने का नाम नहीं ले रही। जहां चंडीगढ़ में में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष आलाकमान की निष्क्रियता के चलते इस्तीफा दे छूए हैं वहीं पंजाब में कैप्टन किस करवट बैठेंगे कोई नहीं जानता सचिन गहलोत प्रारण को कौन नहीं जानता वहीं अब कॉंग्रेस की AICC अखिल भारतीय कॉंग्रेस कमेटी में भी भूचाल की आमद हो गयी लगती है। दाबी ज़ुबान से सब कॉंग्रेस ए प्रथम परिवार ही को दोषी मान रहे हैं। ताज़ा मामला आर॰ मनी नायडु और डॉ॰ र ऋषि पांडे का है जो एआईसीसी सदस्य थे और अब आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं।

साउथ इंडियन कांग्रेस के दिल्ली अध्यक्ष, #AICC मेम्बर, आंध्रा एसोसिएशन के निर्वाचित अध्यक्ष, भारत सरकार की विभिन्न कमेटियों मे सदस्य रहे आर. मणि. नायडू जी ने आज @AamAadmiParty की सदस्यता ग्रहण की। नायडू जी की धर्मपत्नी उमा नायडू जी नांगल राया वार्ड से 2 बार चुनाव लड़ चुकी है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य आर मणि नायडू और डॉ राज ऋषि पांडे आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार के दिल्ली विकास मॉडल से प्रभावित होकर लोगआआपा में शामिल हो रहे हैं। जो लोग दिल्ली में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, सड़क और वाईफाई जैसे क्षेत्रों में सरकार द्वारा किए जा रहे सभी ऐतिहासिक कार्यों का हिस्सा बनना चाहते हैं।

विद्युत (संशोधन) विधेयक, 2021 के विरोध में यहां जंतर-मंतर पर पहुंचे राजस्थान ‘एटक’ के सदस्य

आर्थिक तंगी की मार झेल रहे किसानों को डीजल की महंगाई के साथ-साथ बिजली बिल का भी झटका लग सकता है. इलेक्ट्रिसिटी एंप्लाईज फैडरेशन ऑफ इंडिया ने आशंका जाहिर की है कि केंद्र सरकार प्रस्तावित बिजली संशोधन विधेयक (Electricity amendment bill 2021) को पारित कराने की जल्दबाजी करने की कोशिश कर रही है. इसकी वजह से बिजली किसानों की पहुंच से बाहर हो जाएंगी. दरअसल, इस समय कई सूबों में किसानों को या तो बिजली फ्री मिलती है या फिर उनसे नाम मात्र का शुल्क लिया जाता है. इसीलिए किसान आंदोलन करने वाले लोग इस विधेयक को न लाने की मांग कर रहे हैं.

नयी दिल्ली (ब्यूरो) :

बिजली क्षेत्र के कर्मचारियों और इंजीनियरों ने विद्युत (संशोधन) विधेयक, 2021 के विरोध में यहां जंतर-मंतर पर चार दिन के लिये सत्याग्रह शुरू किया।

ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) ने एक बयान में कहा कि विद्युत (संशोधन) विधेयक, 2021 को संसद के वर्तमान मानसून सत्र में पारित करने की केंद्र सरकार की एकतरफा घोषणा के खिलाफ बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों की राष्ट्रीय समन्वय समिति (एनसीसीओईईई) के आह्वान पर बिजली क्षेत्र के सैकड़ों कर्मचारियों ने मंगलवार को जंतर-मंतर पर चार दिवसीय सत्याग्रह शुरू किया।

सत्याग्रह में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़ और दिल्ली के बिजली क्षेत्र के बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल हुए हैं।

एआईपीईएफ के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे ने कहा कि उत्तरी क्षेत्र के राज्यों के सैकड़ों बिजली क्षेत्र के कर्मचारियों और इंजीनियरों ने आज जंतर-मंतर पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।

उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन छह अगस्त तक जारी रहेगा।

विरोध प्रदर्शन में पूर्वी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के बिजली कर्मचारी 4 अगस्त को, पश्चिमी क्षेत्र के 5 अगस्त को और दक्षिणी क्षेत्र के कर्मचारी 6 अगस्त को भाग लेंगे।

राजस्थान से आए कर्मचारियों के दल की अगुआई प्रमोद शर्मा, अध्यक्ष राजस्थान विद्युत मीटर रीडर एवम् employees union कर रहे हैं। उनके साथ राजस्थान बिजली वर्कर फ़ेडरेशन (AITUC) जयपुर के अध्यक्ष गोवर्धन लाल मीणा, उपाध्यक्ष सरदार सिंह गुजर, महा-सचिव वेद प्रकाश शर्मा और संयुक्त – महासचिव अभिषेक जैन आए हैं।

उन्होंने कहा कि देश भर के बिजली क्षेत्र के कर्मचारी केंद्र सरकार के संसद में विधेयक को जल्दबाजी में पारित कराने के एकतरफा रुख के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।

दुबे ने कहा कि विद्युत (संशोधन) विधेयक के कई प्रावधान आम लोगों और कर्मचारियों के खिलाफ हैं। अगर इसे लागू किया गया तो दूरगामी प्रभाव पड़ेगा।

भारतीय खेल रत्न पुरस्कार अब मेजर ध्यान चंद के नाम से जाना जाएगा

भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार का नाम अब राजीव गांधी खेल रत्न नहीं बल्कि मेजर ध्यानचंद खेल रत्न होगा। भारतीय हॉकी टीमों के टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन के बाद इस सम्मान का नाम महान हॉकी खिलाड़ी के नाम पर रखने का फैसला लिया गया। ध्यानचंद को महानतम हॉकी खिलाड़ी माना जाता है। हॉकी के इस जादूगर ने अपने 1926 से 1949 तक के करियर के दौरान 1928, 1932 और 1936 में ओलंपिक का शीर्ष खिताब हासिल किया था। उनकी जयंती के उपलक्ष्य में 29 अगस्त को देश का राष्ट्रीय खेल दिवस भी मनाया जाता है। 

‘पुरनूर’ कोरल, चंडीगढ़/नयी दिल्ली:

केंद्र की भाजपा सरकार ने शुक्रवार 6 अगस्त को खेल से जुड़ा बड़ा फैसला लिया। खेल रत्न पुरस्कार अब मेजर ध्यानचंद के नाम पर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी घोषणा की है। उन्होंने बताया है कि इसके लिए देश भर से नागरिकों का आग्रह मिला है। खेल रत्न अब तक पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गॉंधी के नाम पर था।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा है, “मेजर ध्यानचंद के नाम पर खेल रत्न पुरस्कार का नाम रखने के लिए देशभर से नागरिकों का अनुरोध मिले हैं। मैं उनके विचारों के लिए उनका धन्यवाद करता हूँ। उनकी भावना का सम्मान करते हुए, खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा! जय हिंद

पीएम ने आगे कहा, “ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रयासों से हम सभी अभिभूत हैं। विशेषकर हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो इच्छाशक्ति दिखाई है, जीत के प्रति जो ललक दिखाई है, वो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि ध्यानचंद भारत के पहले खिलाड़ी थे, जो देश के लिए सम्मान और गर्व लाए। देश में खेल का सर्वोच्च पुरस्कार उनके नाम पर रखा जाना ही उचित है। गौरतलब है कि मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1905 को प्रयागराज में हुआ था। भारत में यह दिन राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्हें हॉकी का जादूगर कहा जाता है।

राजीव गाँधी खेल रत्न भारत में खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है। 1992 में इसकी शुरुआत की गई थी। पहला खेल रत्न ग्रैंड मास्टर विश्वनाथन आनंद को मिला था। अब तक 45 लोगों को ये पुरस्कार मिल चुका है। इनमें तीन हॉकी खिलाड़ी भी हैं। इनके नाम हैं- धनराज पिल्लै, सरदार सिंह और रानी रामपाल।

इस फैसले का भारतीय खेल जगत ने स्वागत किया है।

केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ध्यानचंद खेलों में भारत के सबसे बड़े नायक रहे हैं. उन्होंने कहा, “मेजर ध्यानचंद जी ने अपने असाधारण खेल से विश्व पटल पर भारत को एक नई पहचान दी और अनगिनत खिलाड़ियों के प्रेरणास्रोत बने. जनभावना को देखते हुए खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हार्दिक धन्यवाद.”

पूर्व खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने भी इस कदम के लिए प्रधानमंत्री का शुक्रिया करते हुए लिखा, “धन्यवाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी हमेशा हमारे सच्चे नायकों का सम्मान करने और उन्हें पहचान देने के लिए. हमारे देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा. महान खिलाड़ी और भारतीय खेलों को सम्मानित करने के लिए एक सही श्रद्धांजलि. जय हिंद.”

भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी से सांसद बने गौतम गंभीर कहा, “किसी (खेल) नायक का नाम पुरस्कार को और प्रतिष्ठित बनाता है.” वहीं ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने भी इस कदम के लिए प्रधानमंत्री का शुक्रिया करते हुए कहा, “खेल के सबसे बड़े पुरस्कार खेल रत्न को देश के श्रेष्ठ खिलाड़ी और हॉकी के जादूगर ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न’ रखने के फैसले के लिए मैं भारत सरकार और आदरणीय प्रधानमंत्री का हार्दिक धन्यवाद करता हूं.”

ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने भी इस कदम के लिए प्रधानमंत्री का शुक्रिया करते हुए कहा, ‘‘खेल के सबसे बड़े पुरस्कार खेल रत्न को देश के श्रेष्ठ खिलाड़ी और हॉकी के जादूगर ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न’ रखने के फैसले के लिए मैं भारत सरकार और आदरणीय प्रधानमंत्री का हार्दिक धन्यवाद करता हूं।’’

भारतीय सनातन परंपरा में ‘सती’ की शक्ति

अजय नारायण शर्मा ‘अज्ञानी’, धर्म/संस्कृति डेस्क, चंडीगढ़ :

बिंदिया चाहे तो निज सत से, रवि को राह भुला सकती है।
यम के हाथों से निज पी के, बिंदिया प्राण बचा सकती है।
बिंदिया निज सत से पावक को, चंदन सरिस बना सकती है।
शंकर-विष्णु-विरंचि तक को भी यह शिशु रूप धरा सकती है।

पुराणों में ऐसे कई प्रसंग उपलब्ध हैं जहाँ पत्नी ने अपने पति के प्राणों की रक्षा हेतु अपने सतीत्व के तेज से सूर्योदय होना ही रोक दिया था,ठीक उसी प्रकार जैसे भगवान श्री कृष्ण ने ज्यद्रथ वाढ के समय सूरी को कुछ पलों के सूरी को अस्त कर दिया था।

शंखचूड़ की पत्नी को जब ज्ञात हुआ कि कल सूर्योदय होते ही शंखचूड़ भगवान् शंकर से युद्ध करेगा तो उसने अपने पति का अवश्यम्भावि अन्त को देखते हुए सूर्योदय को रोक दिया था। सूर्योदय के न होने के कारण युद्ध लंबा खींच गया।

कौशिक पूर्वकृत पापों के फलस्वरूप कोढ़ी हो गया तथा कष्टमय जीवन व्यतीत कर रहा था, किन्तु उसकी पत्नी शाण्डिली महान पतिव्रता थी। एक बार रात्रि में वह कौशिक को अपने कंधों पर बैठा कर कहीं जा रही थी। एक स्थान पर निरपराध माण्डव्य ऋषि को चोरी के संदेह में दण्ड के लिए सूली पर चढ़ाया गया था। अँधेरे में दिखायी न देने से शाण्डिली के पति का पैर सूली से टकरा गया जिससे माण्डव्य ऋषि को अत्यंत कष्ट हुआ। पीड़ा से व्याकुल ऋषि ने शाप दिया कि वह सूर्योदय पर मृत्यु को प्राप्त होगा।
शाण्डिली ने कहा यदि ऐसा है तो कल सूर्योदय ही नहीं होगा।

मार्कण्डेय पुराण में वर्णन है कि दस दिनों तक सूर्योदय न होने से सब ओर हाहाकार मच गया। सभी देवता महासती अनुसूया की शरण में गए और माता अनुसूया ने शाण्डिली को पति की जीवनरक्षा का वचन दिया। तब शाण्डिली ने अपना वचन वापस लिया जिससे सूर्योदय होते ही कौशिक निर्जीव हो गया और माता अनुसूया ने कौशिक को पुनर्जीवित करके उसे स्वस्थ, तरुण और शतायु किया।

उधर मांडव्य ऋषि ने धर्मराज से स्वयं को इस दंड दिये जाने का कारण पूछा तो धर्म राज ने बताया की जब वह छ: वर्षीय बालक थे तब वह कीड़ों को शूल (काँटों) से पीड़ा पहुंचाया करते थे इसी कारण उन्हे यह पीड़ा भोगनी पड़ी। तब ऋषि ने क्रोधित हो धर्मराज कपो श्राप दिया की मनुष्य की अबोधावयसथा में किए गए कर्म दंडनीय नहीं होते अत: आप भी रुग्ण हो कर पृथवि पर ए आशय व्यक्ति के रूप में जन्म लेंगे। महाभारत काल में धर्मराज विदूरर बन कर पैदा हुए।

PC Goodbyes Congress

सारिका तिवारी, चंडीगढ़:

चंडीगढ़ कॉंग्रेस में चल रही अंतर्कलह थमने का नाम ही नहीं ले रही। पवन कुमार बंसल के 30 वर्षों से साथी रहे प्रदीप छाबड़ा ने आज कॉंग्रेस से इस्तीफा दे दिया।

पवन कुमार बंसल किरण खेर से लगातार दो बार चुनाव हारने और अपने नेतृत्व में निकाय चुनावों में भी कॉंग्रेस की भद्द पिटवाने के बाद भी आलाकमान का वरदस्त होने के कारण चंडीगढ़ प्रदेश कॉंग्रेस को अपनी जागीर समझे बैठे हैं।

सनद रहे कि प्रदीप छाबड़ा ने पिछले कई दिनों से कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल प्रदीप छाबड़ा के राजनीतिक गुरु भी रहे हैं। छाबड़ा द्वारा कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वह जल्द ही दूसरे दल में शामिल होंगे। हालांकि, छाबड़ा ने अपना एक मंच का भी गठन किया है, जिसे वह गैर राजनीतिक बताते हैं, लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि आने वाले नगर निगम चुनाव को देखते हुए वह अपना मंच सक्रिय कर देंगे। वीरवार को सेक्टर-35 स्थित कांग्रेस भवन में नई गठित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई थी, जिसमें नेताओं ने कहा कि प्रदीप छाबड़ा को पार्टी से बाहर कर देना चाहिए। इसके लिए अध्यक्ष सुभाष चावला को नोटिस भेजने का अधिकार दिया गया था। कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला द्वारा छाबड़ा को आज दोपहर तक कारण बताओ नोटिस भेजा जाना था, लेकिन इससे पहले ही प्रदीप छाबड़ा ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। चंडीगढ़ की राजनीति में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राजनीतिक दल के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी छोड़ है।

आलाकमान आलाकमान मस्त कॉंग्रेस पस्त।

कॉंग्रेस पार्टी में सम्राट कि भूमिका निभा रहे आल कमान का हाल ठाकुर सुहाती सनने वाले ए निरंक्ष राजा जैस है। हरीश रावत को पुन: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद कि दावेदारी चाहिए थी अत: उन्होने राजाधिराज को समझा दिया कि वह सुलगते पंजाब को शांत कर आए हैं और अभी ताज़ा ताज़ा काँग्रेस के प्रथम परिवार के मुंह लगे को पंजाब में स्थापित कर आए हैं। लेकिन इस सब कि कॉंग्रेस को कितनी भारी कीमत च्कानी पड़ेगी यह तो आने वाले च्नाव ही बताएँगे परांत एक बात साफ है कि भाजपा से आए सिद्धू के लिए उन्होने बरसों परने साथी को खो दिया है। पंजाब प्रदेश कॉंग्रेस सब देख सुन और समझ रही है। चिंगारी कब दावानल बन जाये पता नहीं।

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निकाय चुनाव सर पर छबड़ा अब घर पर

बंसल के चलते प्रदेश में कॉंग्रेस कमजोर हो रही है। इनके चलते पहले भी निकाय चुनावों से ठीक पहले चंडीगढ़ प्रदेश कॉंग्रेस के एक दिग्गज नाम चन्द्रमुखी शर्मा ने पार्टी छोड़ी थी जिसका खामियाजा कॉंग्रेस को चकना पड़ा था। चन्द्र्मूही शर्मा ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा। आआपा निकाय चुनाव में एक नयी पार्टी होने के नाते कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पाई लेकिन कॉंग्रेस के वोट बैन में बड़ी सेंध लगा गयी थी जिस कारण कॉंग्रेस का सूपड़ा साफ होते होते रह गया। लेकिन इस बार ध्यान देने की बात है कि अभी केसीएचएच दिन पहले ही पूर्व महासचिव संजीव भारद्वाज भी इस्तीफा दे चुके हैं। कॉंग्रेस इस इस्तीफे कि गंभीरता समझ पाती इससे पहले ही PC ने अपना इस्तीफा दे दिया। अब क्या कॉंग्रेस के स्थानी नेताओं को इतनी समझ नहीं कि छाबड़ा क्या अकेले ही जाएंगे। कॉंग्रेस पार्टी के कितने ही प्रकोष्ठ जो छबड़ा में अपना हमदर्द देखते हैं वह चुप रहेंगे? इस प्राईदृश्य से लगता है क कॉंग्रेस स्थानीय निकाय चुनाव में तो सूपड़ा साफ ही होगा।

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चुके हुए कारतूसों के साथ जंग की तैयारी, कॉंग्रेस की पुरानी बीमारी (यथा राजा तथा प्रदेश प्रमुख)

पवन कुमार बंसल एक चुके हुए कारतूस हैं। आलाकमान का वरदस्त होने के कारण तीन तीन चुनाव हारने पर भी इन पर कोई कार्यवाई नहीं होती। मोदी लहर के चलते पहली बार किरण खेर से हारे। भाजपा में किरण खेर का नाम मात्र शाहरुख खान कि फिल्मी माँ से अधिक नहीं आँका जाता था। जबकि उस समय कॉंग्रेस का प्रदेश में दबदबा था पर आप रेल मंत्रालयों में नियुक्तियों में पैसे खाने के आरोपी थे, दोनों ही कारणों से हार गए। चंडीगढ़ में जहां पवन कमार बंसल को वोट मिलते थे वहीं किरण को भाजपा के कारण। लेकिन दूसरी बार क्या हुआ? आप को न्यायालय से राहत मिल चुकी थी। किरण खेर के खिलाफ सुगबुगाहट भी थी छबड़ा, चन्द्र्मुखी और चावला सरीखे लोग आपके लिए काम कर रहे थे, फिर क्या हुआ? आप हार गए। क्या इस पर आपकी जवाबदेई तय पायी गयी? आपने एक एक कर युवा नेताओं को किनारे करना आरंभ कर दिया। नतीजा निकाय चुनावों में करारी हार। और अब आगे क्या होगा?

रवि दहिया बने टोक्यो में देश के गौरव छीना रजत

भारतीय रेसलर रवि कुमार अब भारत को रवि दहिया फाइनल मुकाबला हार गए हैं। अब यहां से भारत को स्वर्ण पदक जीतने का सपना टूट गया। दहिया पहले ही सिल्वर पक्का कर चुके थे। दहिया को अब सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा होगा। दहिया काफी एक्टिव फाइट कर रहे थे मगर जावुर युगुएव से वो जीत नहीं पाए। विश्व चैम्पियन रूस के जावुर युगुएव ने 2019 विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में भी रवि कुमार को हराया था।

रेसलर रवि दहिया के अंतिम मैच में हारने के बावजूद भारत के लिए ये गौरवान्वित क्षण है। 2012 के बाद पहली बार है कि कोई अकेला पुरुष भारत के लिए सिल्वर लेकर आया हो। इससे पहले सुशील कुमार थे। उन्होंने 2012 में लंदन ओलंपिक में सिल्वर जीता था और बीजिंग ओलंपिक में भारत के लिए कास्य पदक लेकर आए थे। रवि दहिया की मेहनत ने भारत को टोक्यो ओलंपिक में 2 दूसरा रजत पदक दिया जबकि कुल मिलाकर अब तक भारत के खाते में पाँच पदक आ चुके हैं।

कुश्ती के फाइनल मैच के बाद पहलवान रवि दहिया को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शुभकामनाएँ दी है। उन्होंने लिखा, “रवि कुमार दहिया एक शानदार पहलवान हैं। उनकी जी जान लगाने की भावना और मेहनत उत्कृष्ट है। टोक्यो ओलंपिक 2020 में रजत पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई। भारत को उनकी उपलब्धियों पर बहुत गर्व है।”

उल्लेखनीय है कि रवि दहिया ने 4 अगस्त को सेमीफाइनल मैच में कजाकिस्तान के नूरइस्लाम सानायेव को मात दी थी। इसी के साथ ओलंपिक्स में कुश्ती के फाइनल में पहुँचने वाले दहिया दूसरे भारतीय बने थे। इससे पहले यहाँ तक सुशील कुमार पहुँचे थे। उससे पूर्व उन्होंने कोलंबिया के टिगरेरोस उरबानो आस्कर एडवर्डो को 13-2 से हराने के बाद बुल्गारिया के जॉर्जी वेलेंटिनोव वेंगेलोव को 14-4 से हराया था।

आज के मैच की सबसे दिलचस्प बात यह रही कि रवि और युगुऐव दोनों शानदार फॉर्म में थे। ये पहली बार नहीं था कि दोनों के बीच मुकाबला हुआ हो। इससे पहले 2019 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी दोनों का आमना-सामना हुआ था। उस समय रूसी के रेसलर ने भारत के पहलवान को 6-4 से हराया था। उस चैंपियनशिप में रवि को ब्रॉन्ज हासिल हुआ था। इसके बाद वह 2020 और 2021 में एशियन चैंपियनशिप के दौरान भारत को गोल्ड दिलवा चुके हैं। 2018 में उन्होंने अंडर-23 चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।

दीपर पुनिया और विनेश फोगाट हारे

मालूम हो कि एक ओर जहाँ रवि दहिया की हार के बाद भी भारत में सिल्वर पदक आने की खुशी है। वहीं पहलवान दीपक पुनिया के पुरुष फ्रीस्टाइल कुश्ती 86 किग्रा में हार के बाद एक पदक हाथ से जाने की निराशा भी है। इसके अलावा महिला कुश्ती में भी भारत को बड़ा झटका मिला है। भारत की दिग्गज रेसलर विनेश फोगाट को 53 किलोग्राम वेट कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल मैच में हार का सामना करना पड़ा। उन्हें बेलारूस की वेनेसा कालाजिंसकाया ने 9-3 से हराया।

बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए निकाला कैंडल मार्च

सतीश बंसल  सिरसा:

 जिला सिरसा के एक गांव की 12 वर्षीय बच्ची की हुई हत्या में रोष स्वरूप देर रात्रि वरिष्ठ कांग्रेस नेता होशियारीलाल शर्मा की अगुवाई में कैंडल मार्च निकाला गया। काफी संख्या में युवा शहर के कबीर चौक पर एकत्रित हुए और बैठक करने के बाद अनाज मंडी में कैंडल मार्च निकाला। इस मौके पर बेटी हम शर्मिंदा है, तेरे कातिल जिंदा है, के नारे भी लगाए गए। होशियारीलाल शर्मा ने कहा कि सिरसा जिला के एक गांव में बीते दिनों एक बच्ची की हत्या ने पूरे सिरसा जिला को झिकझोर दिया है। आज सिरसा का हर व्यक्ति चाहता है, कि बेटी के साथ न्याय हो, बेटी के कातिल सलाखों के पीछे हो, लेकिन पुलिस प्रशासन न जाने क्यों उन आरोपियों को बचाने में तुला है। एक ओर जहां सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं का नारा दे रही है, वहीं दूसरी ओर उसी सरकार के राज में बेटियां असुरक्षित।  शर्मा ने कहा कि बेटी के हत्यारे अगर सलाखोंं के पीछ न हुए, तो बड़ा आंदोलन होगा। इस मौके पर राजकुमार चंदा, राकेश टयोटा, सुनील बोमरा, मिन्टु रतनगेदर, मनीष लाड़वाल, देवा पेंटर, आदिश लाड़वाल, विकास खन्ना, आकाश, दिनेेश साहिल, जतिन भी मौजूद थे।

भाई कन्हैया मानव सेवा ट्रस्ट द्वारा सिरसा शहर में पौधा रोपण अभियान की शुरूआत की गई

सतीश बंसल,  सिरसा – 05 अगस्त:

भाई कन्हैया मानव सेवा ट्रस्ट, माल गोदाम रोड़ सिरसा द्वारा शहर में पौधा रोपण अभियान शुरू किया गया। नजदीक रेड लाईट चौक, सालासर धाम मंदिर, ,सिरसा के सामने पहला पौधा लगया गया । अभियान की शुरूआत में नगर पालिका उपायुक्त संगीता तेतरवाल,  भाई कन्हैया आश्रम के मुख्यसेवादार गुरविन्द्र सिंह, संजीव जैन, कृष्ण जोहड़, डॉ. गिर्गी मुंजाल, राजीव लूणा, कुलदीप सुथार व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। पर्यावरण संरक्षण के सहयोग के लिए रेड लाईट रोड़ पर दुकानदार आगे आएं और अपनी दुकान के आगे पौधे लगाकर सहयोग दिया। इस अभियान के तहत सिरसा में रेड लाईट रोड़ को हरा-भरा बनाना है जिससे की यह रेड लाईट चौक, रोड़ सिरसावासियों के लिए पर्यावरण संरक्षण का प्रेरणा स्त्रोत बन सके। 

सैंपलिंग बढ़ाने के साथ-साथ संपूर्ण वैक्सीनेशन पर दिया जाए जोर : एसीएस राजीव अरोड़ा

– संभावित कोरोना संक्रमण लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के साथ किया जा रहा है सुदृढ : उपायुक्त अनीश यादव
एसीएस राजीव अरोड़ा ने वीडियो कॉफ्रेंस की कोविड संभावित तीसरी लहर के चलते की तैयारियों की समीक्षा, दिए आवश्यक दिशा निर्देश

सतीश बंसल  सिरसा, 05 अगस्त।

अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से बचाव व इससे निपटने के लिए सैंपलिंग के साथ-साथ संपूर्ण वैक्सीनेशन कार्य में तेजी लाई जाए। जिस लाभार्थी को पहली डोज लग चुकी है, उसे दूसरी डोज अवश्य लगाना सुनिश्चित किया जाए। पुलिस, स्वास्थ्य, फ्रंट लाइन वर्कर या सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को वैक्सीन की दोनों डोज लगवाना सुनिश्चित करें।
अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने बुधवार को देर सांय वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के मद्देनजर प्रबंधों की समीक्षा की और वैक्सीनेशन कार्य की रिपोर्ट ली। लघु सचिवालय सिरसा स्थित वीडियो कॉफ्रेंस कक्ष में उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक अर्पित जैन, सिविल सर्जन डा. रोहताश, उप सिविल सर्जन डा. बुधराम, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद अजय पंघाल सहित स्वास्थ्य विभाग से चिकित्सक मौजूद थे।
एसीएस राजीव अरोड़ा ने कहा कि स्कूल व कॉलेज तथा रेहड़ी व ठेला संचालकों, सब्जी विक्रेताओं आदि के सैंपल लिए जाएं और संक्रमण को रोकने के लिए सैंपलिंग बढ़ानी होगी। उन्होंने कहा कि यह भी देखा जाए कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में से कहां-कहां पर पॉजिटिव रेट अधिक है। उन्होंने कहा कि दवाइयों के साथ चिकित्सा के अन्य जरूरी संसाधन भी अस्पतालों में होने चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकारी व निजी अस्पतालों में बच्चों के लिए बेड सुनिश्चित करने के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी बेड की संख्या सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा होम आइसोलेट लोगों के लिए मेडिकल किट की समुचित व्यवस्था रखी जाए। उन्होंने कहा कि सैंपल लेने के साथ-साथ वैक्सीनेशन बढ़ाई जाए तथा जिन्हें पहली डोज लग चुकी है, उनको दूसरी डोज लगाई जाए।
वीडियो कॉफ्रेंस के उपरांत उपायुक्त अनीश यादव ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि फ्रंट लाइन वर्कर में शामिल आंगनवाड़ी वर्कर, पुलिस, स्थानीय शहरी निकाय कर्मचारी और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को दूसरी डोज शीघ्र लगाई जाए, इसके लिए विशेष कैंप लगाएं जाएं। इसके साथ ही सभी बीडीपीओ यह सुनिश्चित करें कि जन प्रतिनिधियों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी हो। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक करें और कोविड नियमों की पालना के लिए प्रेरित किया जाए। उपायुक्त ने कहा कि सैंपलिंग के साथ-साथ शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के पॉजिटिव रेट का आंकलन करें और यदि कहीं भी हॉटस्पॉट बन रहा है तो वहां पर विशेष रुप से कार्य योजना बना कर ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग की जाए। उपायुक्त ने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि वे मास्क, सामाजिक दूरी व हाथों की साफ सफाई आदि कोविड नियमों की गंभीरता से पालना करें।