पंजाब चुनावों से पहले सिद्धू प्रेम में पगी कॉंग्रेस आलाकमान क्या ‘हिन्दू विरोधी’ का ठप्पा झेल पाएगी

पंजाब में कॉंग्रेस की स्थिति काफी सुदृढ़ है। भाजपा अकाली गठबंधन टूटने के और किसान अनोलन शुरू होने के बाद से अकाली भाजपा द्व्य के खिलाफ माहौल है। आम आदमी की फिरकापरस्त ताकतों के तुष्टीकरण की छवि पंजाब में कॉंग्रेस को मौका देती है। ऐसे में कॉंग्रेस हेलीकाप्टर उम्मीदवार को पुराने नेताओं पर नहीं थोपना चाहिए। कॉंग्रेस पार्टी के अंदर यह सवाल भी उठ रहे हैं कि चुनाव से ठीक पहले पार्टी इस तरह का प्रयोग आखिर क्यों करना चाहती है। पार्टी के कई नेता मानते हैं कि इस वक्त सिद्धू पर दांव खेलने के बजाए कांग्रेस को कैप्टन को मजबूत करना चाहिए। इसमें कई बुराई नहीं है कि पार्टी मुख्यमंत्री को चुनावी वादों को पूरा करने और विधायकों से मिलने की हिदायत दे। पर चुनाव से ठीक पहले इस तरह की स्थिति पैदा नहीं करनी चाहिए कि मुख्यमंत्री परेशान हो जाए।

सारिका तिवारी,चंडीगढ़ :

पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन कॉंग्रेस की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही  हैं। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात के बाद पार्टी में कलह को खत्म करने के लिए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने या फिर चुनावी कैंपेन कमेटी करें कमान देने का फार्मूला रखा जिसे सिद्ध ने हाथों हाथ लपक लिया लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसी हिंदू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग रख कर कांग्रेस हाईकमान के सामने मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। कॉंग्रेस पहले ही मुस्लिम तुष्टीकरण का दंश झेल रही है ऐसे में पार्टी सिद्धू को प्रदेश की कमान देकर हिंदू विरोधी होने का सियासी ठप्पा बर्दाश्त कर पाएगी

उधर कैप्टन ने  हिंदू नेताओं को लंच दिया

 अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को अपने खेमे के हिंदू नेताओं को लंच पर बुलाया था। इसमें पार्टी के कई नेताओं ने भाग लिया। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से कहा है कि हिंदुओं और सिखों को समान प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए पार्टी को एक हिंदू को प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नामित करना चाहिए। हिंदू नेताओं की इस मांग से अमरिंदर सिंह और सिद्धू की लड़ाई सुलझने के बजाय और उलझ गया गई है,  जबकि प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग से कांग्रेस हाईकमान के सामने फिर राजनीतिक संकट खड़ा हो गया है।  

कैप्टन ने कांग्रेस के हिंदू नेताओं को दिए लंच में छह मंत्री कई विधायक और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए।  बैठक में शामिल नेताओं ने कहा कि पंजाब में सिखों के बाद हिन्दू सबसे बड़ा वोट बैंक है लेकिन उनकी उपेक्षा की जा रही है।  राज्य की 15 सीटें ऐसी हैं जो हिंदू बहुल है और कभी यहां हिंदू उम्मीदवार ही मैदान में उतारे जाते थे, लेकिन अब वहां जट सिख विधायक हैं ऐसे में हिंदू नेता कहां जाएंगे इसका जवाब ढूंढना चाहिए।

 हिंदू नेताओं ने बठिंडा गुरदासपुर फिरोजपुर कोटकपूरा सीट को प्रमुख तौर पर चिन्हित किया 1957 से 2017 तक इस सीट पर 14 विधानसभा चुनावों में 11 बार हिंदू उम्मीदवार जीते हैं। गुरदासपुर सीट पर कांग्रेस पहले रमन बहल को आगे करती रही है तो कोटकपूरा में उपेंद्र शर्मा जैसे नेता पार्टी के उम्मीदवार रहे हैं।

 सिद्धू को हाईकमान का फार्मूला

 वहीं पंजाब कांग्रेस में चल रही कलह को दूर करने के मकसद से पार्टी आलाकमान ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के लिए सम्मानजनक स्थिति वाला फार्मूले पर मंथन कर रहा है और विधायक मंत्रियों की बैठक के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की थी। इसके बाद खबर आई के सिद्धू को पंजाब में भूमिका दी जा सकती है। इसके लिएसिद्धू को  अध्यक्ष का पद या फिर चुनावी कैंपेन कमेटी का प्रमुख बनाने का फार्मूला रखा गया था, जिस पर वह राज़ी भी हो गए थे।

 कांग्रेस हाईकमान अपने फार्मूले को अमलीजामा पहनते उससे पहले कैप्टन अमरिंदर ने हिंदू नेताओं को लंच पर बुलाकर नया सियासी दांव चल दिया, कॉंग्रेस के हिन्द नेताओं को सिद्ध का प्रदेश अध्यक्ष बनाना उन्हें पसंद नहीं है।  इस समय मुख्यमंत्री के पद पर कैप्टन अमरिंदर सिंह हैं जो कि जट सिख नेता है ऐसे में अगर पार्टी की कमान भी जात सिक्ख को खुले तौर पर नवजोत सिंह सिद्धू को सौंप दी जाती है तो संगठन और सरकार दोनों सिख नेता के हाथों में हुई, इससे हिंदू वोटों के नाराज होने का खतरा और पार्टी का सियासी नुकसान हो सकता है

 प्रदेश अध्यक्ष के पद पर  हिन्दू

 अमरिंदर सिंह  कांग्रेस प्रदेश के अध्यक्ष के पद पर किसी हिंदू चेहरे को बिठाए रखना चाहते हैं हिंदू जाट नेता हैं जिन्हें कैप्टन अमरिंदर सिंह का करीबी भी माना जाता है कैप्टन की ओर से गुरुवार को दिए गए लंच में कांग्रेस के सभी वरिष्ठ हिंदू नेताओं को बुलाया गया था लेकिन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ नहीं पहुंचे ऐसे में उनकी चर्चा का विषय है ओके लंच पर हुई बैठक में मंत्री मनप्रीत बादल ब्रह्म महिंदरा भारत भूषण आशू ओपी सोनी सुंदर शाम अरोड़ा विजय इंद्र सिंगला सांसद मनीष तिवारी गुरजीत औजला सहित करीब 30 नेता मौजूद रहे जिस तरह से हिंदू प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग उठाई है उसे हाईकमान के सामने मुश्किल यह हो गई है कि पंजाब में और सिद्धू को कैसे पार्टी की कमान सौंपी मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गैर से को पार्टी की कमान देने की बात पहले कि केंद्रीय नेतृत्व से कह चुके हैं हम जिन दो नेताओं को पंजाब प्रदेश कमेटी का अध्यक्ष बनाना चाहती है उसमें सांसद मनीष तिवारी और राज्य के शिक्षा पीडब्ल्यूडी मंत्री विजय इंद्र सिंगला सूत्रों की मानें तो लंच पर बैठक के दौरान इन हिंदू नेताओं ने कहा कि विनोद सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर स्वीकार नहीं करेंगे

 पंजाब की सियासत में हिंदू वोटर अहम

 पंजाब की सियासत में कांग्रेस और बीजेपी दोनों के राजनैतिक आधार हिंदू मतदाता है हंस रहा है कि बीजेपी जब भी कमजोर हुई है उसका लाभ कांग्रेस को मिला है यही वजह है कि अकाली और बीजेपी का गठबंधन टूटने के बाद कांग्रेस को अपनी सियासी लाभ उठाने की कवायद है पंजाब का मालवा इलाका हिंदू वोटों का गढ़ माना जाता है जहां करीब 67 विधानसभा सीटें आती है बीजेपी के चलते अकाली दल को सियासी फायदा होता रहा है क्यों बीजेपी के चलते ही हिंदू वोट बैंक अकाली दल के पक्ष में जाता रहा है हालांकि अकाली दल से बीजेपी का गठबंधन होने के चलते हिंदू मतदाताओं की पसंद कांग्रेस बनी हुई है ऐसे में अब इन वोटों पर सीधे कांग्रेस और बीजेपी के बीच लड़ाई होगी ऐसे में साफ जाहिर है कि हिंदू वोट के बर्थडे का फायदा कांग्रेस को मिलने की उम्मीद है लेकिन कांग्रेस हाईकमान सिद्धू को पार्टी की कमान सौंपकर क्या पंजाब में हिंदू विरोधी होने का ठप्पा बर्दाश्त कर पाएगी गी गी गी

Connecting Women Social Entrepreneurs – Indo Aus Workshop

Chandigarh July 5, 2021

            A two-week workshop on “Connecting Women Social Entrepreneurs” was inaugurated today, on an online mode. The workshop is a joint project between University Business School(UBS), Panjab University and Western Sydney University, Australia. The project is covered under Australia-India Council Grants Program. The program is coordinated by Prof. Meena Sharma and Prof. Purva Kansal, UBS, PU and  Prof. Maria Estela Varua, Dr. Rina Datt, Dr. F.Evangelista and Dr. Heath Spong are coordinators for the Porject from Western Sydney University.

            The workshop was inaugurated by Professor D. Sweeney, DVC, WSU, Sydney.  Prof. Amir Mahmood, Dean, School of Business, in his address to the participants and audience stated that the event would build deeper and better relations between the two countries of Australia and India. Panjab University was represented in the inaugural event by Prof. Sanjay Kaushik, DCDC Panjab University. Prof. Sanjay Kaushik spoke on the various challenges faced by Women Entrepreneurs and stressed on the need to provide empowerment to the Women Social entrepreneurs Through such workshops and projects.  Dr. Heath Spong introduced the theme and Prof, Maria E. Varua introduced on the workshop and said that the aim of the project is to bring together Indian and Australian women social entrepreneurs to share and gain new knowledge, explore networking opportunities and to help develop better understanding of each other’s country. Participants from India were introduced by Prof Meena Sharma and Prof. Purva Kansal and from Australia were introduced by Dr. Felicitas Evangelista.

            The workshop has 30 social entrepreneurs from India and Australia giving them a unique learning experience. Incorporating a meaningful cultural exchange, the workshop will be an attempt to create a meaningful and ongoing economic relationship between Australia and India.

            In the workshop the participants would be representing their social enterprise at the Connecting Women Social Entrepreneurs workshop which would be held from 5th July – 16th July, 2021.  

Police Files, Chandigarh – 05 July

‘Purnoor’ Korel,CHANDGARH – 05.07.2021

One arrested for using fake registration number

Chandigarh Police arrested Kartar R/o Hotel Swarag, Village-Kajheri, Sector 52, Chandigarh (age 28 years) while he was using fake Number CH-03W-2033 on Splendor Motor Cycle near Hallo Majra Light Point, Chandigarh on 04.07.2021.A case FIR No. 89, U/S 473 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Ajay R/o # 6734, Sector-56, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s Splendor plus Motor Cycle No. CH-01AS-8891 from parking of ISBT, Sector-17, Chandigarh between 26.06.2021 to 27.06.2021. A case FIR No. 103, U/S 379 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Theft

Gurmukh Singh R/o Flat No. 2836/1, Sector-49/D, Chandigarh reported that unknown person stole away two wheels of his I-20 car No. CH01BA3126 while parked in front of his residence on the night intervening on 03/04.07.2021. A case FIR No. 49, U/S 379 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Gurvinder Singh R/o # 30, Sector-33/A, Chandigarh reported that unknown person stole away cycle from park near Vivek High School, Sector-38, Chandigarh on 03.07.2021. A case FIR No. 177, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Snatching

Subhash R/o # 11/1, Badheri, Sector-41, Chandigarh reported that three unknown persons on a Motor cycle snatched away complainant’s mobile phone near Small Chowk, Sector-50/51 Chandigarh on 04.07.2021. A case FIR No. 50, U/S 379A, IPC has been registered in PS-49, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Rashifal

राशिफल, 05 जुलाई

Aries

05 जुलाई, 2021: जैसे ही आप हालात पर पकड़ बनाने की कोशिश शुरू करेंगे, आपकी घबराहट ग़ायब हो जाएगी। जल्दी ही आप पाएंगे कि यह परेशानी साबुन के उस बुलबुले की तरह है, जो छूते ही फूट जाता है। ख़र्चों में इज़ाफ़ा होगा, लेकिन साथ ही आमदनी में हुई बढ़ोत्तरी इसको संतुलित कर देगी। परिवार के सदस्य आपके नज़रिए का समर्थन करेंगे। दूसरों को ख़ुशियाँ देकर और पुरानी ग़लतियों को भुलाकर आप जीवन को सार्थक बनाएंगे। तब तक कोई वादा न करें, जब तक आप ख़ुद यह न जानते हों कि आप उसे हर क़ीमत पर पूरा करेंगे। आज लोग आपकी वह प्रशंसा करेंगे, जिसे आप हमेशा से सुनना चाहते थे। कुछ लोग सोचते हैं कि वैवाहिक जीवन ज़्यादातर झगड़ों और सेक्स के इर्द-गिर्द ही घूमता है, लेकिन आज आपके सब कुछ शान्त रहने वाला है।   व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Taurus

05 जुलाई, 2021:  मौज-मस्ती और मनपसंद काम करने का दिन है। कुछ ख़रीदने से पहले उन चीज़ों का इस्तेमाल करें, जो पहले से आपके पास हैं। परिवार के सदस्य कई चीज़ों की मांग कर सकते हैं। आपका बेपनाह प्यार आपके प्रिय के लिए बेहद क़ीमती है। जो कला और रंगमंच आदि से जुड़े हैं, उन्हें आज अपना कौशल दिखाने के लिए कई नए मौक़े मिलेंगे। अपनी बातचीत में मौलिकता रखें, क्योंकि किसी भी तरह का बनावटीपन आपको फ़ायदा नहीं पहुँचाएगा। क्या आपको पता है कि आपका जीवनसाथी वाक़ई आपके लिए फ़रिश्ता है। उनपर ग़ौर करें, यह बात आपको ख़ुद-ब-ख़ुद दिख जाएगी।   व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Gemini

05 जुलाई,, 2021:   व्यस्त दिनचर्या के बावजूद सेहत अच्छी रहेगी। लेकिन इसे हमेशा के लिए सच मानने की ग़लती न करें। अपनी ज़िंदगी और सेहत का सम्मान करें। जिन लोगों ने किसी अनजान शख्स की सलाह पर कहीं निवेश किया था आज उन्हें उस निवेश से फायदा होने की पूरी संभावना है। आपके बच्चे के पुरुस्कार वितरण समारोह का बुलावा आपके लिए ख़ुशनुमा एहसास रहेगा। वह आपकी उम्मीदों पर खरा उतरेगा और आप उसके ज़रिए अपने सपने साकार होते हुए देखेंगे। अपने प्रिय के बिना समय बिताने में दिक़्क़त महसूस करेंगे। आप दफ़्तर में माहौल में बेहतरी और कामकाज के स्तर में सुधार को महसूस कर सकते हैं। जो लोग बीते कुछ दिनों से काफी व्यस्त थे उन्हें आज अपने लिए फुर्सत के पल मिल सकते हैं। आपको या आपके जीवनसाथी को बिस्तर में चोट लग सकती है। इसलिए एक-दूसरे का ख़याल रखें।   व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Cancer

05 जुलाई,2021:  आपका सबसे बड़ा सपना हक़ीक़त में बदल सकता है। लेकिन अपने उत्साह को क़ाबू में रखें, क्योंकि ज़्यादा ख़ुशी भी परेशानी का सबब बन सकती है। अगर आपका धन से जुड़ा कोई मामला कोर्ट-कचहरी में अटका था तो आज उसमें आपको विजय मिल सकती है और आपको धन लाभ हो सकता है। कोई आपको नुक़सान पहुँचाने की कोशिश कर सकता है। कई मज़बूत ताक़तें आपके ख़िलाफ़ काम कर रही हैं। आपको ऐसे क़दम उठाने से बचना चाहिए, जिसके चलते उनका और आपका आमना-सामना हो। अगर आप हिसाब बराबर करना चाहें, तो ऐसा सलीके से ही किया जाना चाहिए। प्यार के नज़रिए से यह दिन बेहद ख़ास रहेगा। कामकाज के सिलसिले में आपके ऊपर ज़िम्मेदारियों का बोझ बढ़ सकता है। आज धार्मिक कामों में आप अपना खाली समय बिताने का विचार बना सकते हैं। इस दौरान बेवजह की बहसों में आपको नहीं पड़ना चाहिए। आपका जीवनसाथी आपको प्यार का एहसास देना चाहता है, उसकी मदद करें।   व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Leo
Leo

05 जुलाई, 2021:  आपका आकर्षक बर्ताव दूसरों का ध्यान आपकी तरफ़ खींचेगा। आज आपको अपने भाई या बहन की मदद से धन लाभ होने की संभावना है। जीवनसाथी आपको धूम्रपान की लत से छुटकारा पाने के लिए प्रेरित करेगा। दूसरी बुरी आदतें छोड़ने के लिए भी बढ़िया समय है, क्योंकि जब लोहा गर्म हो तभी वार किया जाता है। आज के दिन आप किसी क़ुदरती ख़ूबसूरती से ख़ुद को सराबोर महसूस करेंगे। नई चीज़ों को सीखने की आपकी ललक क़ाबिल-ए-तारीफ़ है। दिल के करीबी लोगों के साथ आपका वक्त बिताने का मन करेगा लेकिन आप ऐसा कर पाने में सक्षम नहीं हो पाएंगे। आज का दिन उन्माद में घिर जाने का है; क्योंकि आप अपने जीवनसाथी के साथ प्रेम के चरम का अनुभव करेंगे।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Virgo

05 जुलाई, 2021:  आपको काफ़ी समय से चल रही बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। आज आप आसानी से पैसे इकट्ठा कर सकते हैं- लोगों को दिए पुराने कर्ज़ वापिस मिल सकते हैं- या फिर किसी नयी परियोजना पर लगाने के लिए धन अर्जित कर सकते हैं। पारंपरिक रस्में या कोई पावन आयोजन घर पर किया जाना चाहिए। आज के इस ख़बसूरत दिन प्रेम-संबंध में आपकी सभी शिकायतें ग़ायब हो जाएंगी। काम में धीमी प्रगति हल्का-सा मानसिक तनाव दे सकती है। ज़रूरतमंदों की मदद करने की आपकी ख़ासियत आपको सम्मान दिलाएगी। ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत नज़र आएगी, क्योंकि आपके जीवनसाथी ने आपके लिए कुछ ख़ास योजना बनाई है।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Libra
Libra

05 जुलाई, 2021:  अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल किसी मुश्किल में फँसे इंसान की मदद करने के लिए करें। याद रखें – यह शरीर तो एक-न-एक दिन मिट्टी में मिलने वाला है, अगर यह किसी के काम न आ सके तो इसका क्या फ़ायदा? पुराने निवेशों के चलते आय में बढ़ोत्तरी नज़र आ रही है। बच्चे और परिवार दिन का केंद्र-बिंदु रहेंगे। शाम के लिए कोई ख़ास योजना बनाएँ और कोशिश करें कि यह ज़्यादा-से-ज़्यादा रुमानी हो। ख़ुद को अभिव्यक्त करने के लिए अच्छा समय है- और ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कीजिए, जो रचनात्मक हों। छात्र-छात्राओं को आज अपने काम को कल पर नहीं टालना चाहिए, आपको जब भी खाली समय मिले अपने काम को पूरा कर लें। ऐसा करना आपके लिए हितकारी है। आपका जीवनसाथी आपको इतना बेहतरीन पहले कभी महसूस नहीं हुआ। आपको उनसे कोई बढ़िया सरप्राइज़ मिल सकता है। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Scorpio

05 जुलाई, 2021:   आज के दिन आराम करना ज़रूरी साबित होगा, क्योंकि आप हाल के दिनों में भारी मानसिक दबाव से गुज़रे हैं। नयी गतिविधियाँ और मनोरंजन आपके लिए विश्राम करने में सहायक सिद्ध होंगे। ख़र्चों पर क़ाबू रखने की कोशिश करें और सिर्फ़ ज़रूरी चीज़ें ही ख़रीदें। रिश्तेदारों से सहयोग मिलेगा और दिमाग़ी बोझ से छुटकारा मिलेगा। आप अनुभव करेंगे कि आपके प्रिय का आपके प्रति प्यार वाक़ई बहुत गहरा है। आईटी से जुड़े लोगों को अपना जौहर दिखाने का मौक़ा मिल सकता है। आपको क़ामयाबी पाने के लिए केवल काम पर एकाग्र होकर जी-तोड़ मेहनत करने की ज़रूरत है। आज आप कोई नई पुस्तक खरीदकर किसी कमरे में खुद को बंद करके पूरा दिन गुजार सकते हैं। शादी के बाद वैवाहिक जीवन में प्यार सुनने में मुश्किल ज़रूर लगता है, लेकिन आप आज महसूस करेंगे कि यह मुमकिन है। व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष :

Sagittarius

05 जुलाई, 2021:   आपकी शाम कई जज़्बातों से घिरी रहेगी और इसलिए तनाव भी दे सकती है। लेकिन ज़्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि आपकी ख़ुशी आपकी निराशाओं के मुक़ाबले आपको ज़्यादा आनंद देगी। तंग आर्थिक हालात के चलते कोई अहम काम बीच में अटक सकता है। एक बेहतरीन शाम के लिए रिश्तेदार/दोस्त घर आ सकते हैं। आपकी थकी और उदास ज़िन्दगी आपके जीवन-साथी को तनाव दे सकती है। आप अपने मातहतों से नाख़ुश हो सकते हैं, क्योंकि वे उम्मीद के मुताबिक़ काम नहीं कर रहे हैं। आज काफ़ी दिगाग़ी कसरत मुमकिन है। आपमें से कुछ शतरंज खेल सकते हैं, वर्ग-पहेली हल कर सकते हैं, कोई कविता-कहानी लिख सकते हैं या भविष्य की योजनाओं पर गहराई से सोच सकते हैं। ख़ुद तनावग्रस्त होने की झल्लाहट आप बेवजह अपने जीवनसाथी पर निकाल सकते हैं।  व्यक्तिगत स मस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Capricorn

05 जुलाई, 2021:  अपने ख़राब मूड को शादीशुदा ज़िंदगी में तनाव का कारण न बनने दें। इससे बचने की कोशिश करें, नहीं तो बाद में पछताना पड़ेगा। जो लोग अपने करीबियों या रिश्तेदारों के साथ मिलकर बिजनेस कर रहे हैं उन्हें आज बहुत सोच समझकर कदम रखने की जरुरत है नहीं तो आर्थिक नुक्सान हो सकता है। अपना नज़रिया दोस्तों और रिश्तेदारों पर थोपने की कोशिश न करें। क्योंकि न सिर्फ़ यह आपके लिए कुछ ख़ास फ़ायदेमंद साबित नहीं होगा, बल्कि ऐसा करना उन्हें नाराज़ भी कर सकता है। अगर आपको लगता है कि आपका लवमेट आपकी बातों को समझ नहीं पाता तो आज उनके साथ वक्त बिताएं और अपनी बातों को स्पष्टता के साथ उनके सामने रखें। यह उन उम्दा दिनों में से एक दिन है जब कार्यक्षेत्र में आप अच्छा महसूस करेंगे। आज आपके सहकर्मी आपके काम की तारीफ करेंगे और आपका बॉस भी आपके काम से खुश होगा। कारोबारी भी आज कारोबार में मुनाफा कमा सकते हैं। अपने शरीर को दुरुस्त करने के लिए आज भी आप कई बार सोचेंगे लेकिन बाकी दिनों की तरह भी आज यह प्लान धरा का धरा रह जाएगा। आपका जीवनसाथी आपको पाकर ख़ुद को ख़ुशनसीब समझता है; इन पलों का भरपूर उपयोग करें।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Aquarius

05 जुलाई,2021:  आज के रोज़ जो भावुक मिज़ाज आप पर छाया हुआ है, उससे निकलने के लिए बीती बातों को दिल से निकाल दीजिए। आज के दिन आपको अपने उन दोस्तों से बचकर रहने की जरुरत है जो आपसे उधार मांगते हैं और फिर उसे लौटाते नहीं हैं। किसी धार्मिक स्थल या संबंधी के यहाँ जाने की संभावना है। आपकी ऊर्जा का स्तर ऊँचा रहेगा- क्योंकि आपका प्रिय आपने लिए बहुत सारी ख़ुशी की वजह साबित होगा। खुदरा और थोक व्यापारियों के लिए अच्छा दिन है। खेलकूद जीवन का जरुरी हिस्सा है लेकिन खेलकूद में इतने भी व्यस्त न हो जाएं कि आपकी पढ़ाई में कमी आ जाए। आज का दिन उन्माद में घिर जाने का है; क्योंकि आप अपने जीवनसाथी के साथ प्रेम के चरम का अनुभव करेंगे।   व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Pisces

05 जुलाई, 2021:  दोस्तों का रुख़ सहयोगी रहेगा और वे आपको ख़ुश रखेंगे। किसी करीबी दोस्त की मदद से आज कुछ करोबारियों को अच्छा-खासा धन लाभ होने की संभावना है। यह धन आपकी कई परेशानियों को दूर कर सकता है। मुश्किल दौर में आपकी जिन रिश्तेदारों ने मदद की है, उनके लिए अपनी कृतज्ञता को व्यक्त करें। आपका यह छोटा-सा काम उनके उत्साह को बढ़ाएगा। कृतज्ञता जीवन की सुगंध को फैलाती है और अहसान-फ़रामोशी इसे तार-तार कर देती है। आज आपकी कोई बुरी आदत आपके प्रेमी को बुरी लग सकती है और वो आपसे नाराज हो सकते हैं। अपनी पेशेवर क्षमताओं को बढ़ाकर आप करिअर में नए दरवाज़े खोल सकते हैं। अपने क्षेत्रे में आपको अपार सफलता मिलने की संभावना भी है। अपनी सभी क्षमताओं को निखारकर औरों से बेहतर बनने की कोशिश करें। दिल के करीबी लोगों के साथ आपका वक्त बिताने का मन करेगा लेकिन आप ऐसा कर पाने में सक्षम नहीं हो पाएंगे। जीवन की सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में आपको अपने जीवनसाथी से पूरा सहयोग मिलेगा।  व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 819495932

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पंचांग 05 जुलाई 2021

आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से पापों से मुक्ति मिलती है। कहा जाता है कि अगर इस दिन उपवास रखा जाए और साधना की जाए तो हर तरह के पापों का नाश होता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, योगिनी एकादशी व्रत के प्रभाव से सुख-समृद्धि और शांति का घर में आगमन होता है। योगिनी एकादशी की कथा का फल 88000 ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर है।

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1943, 

मासः आषाढ़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः एकादशी रात्रिः 10.31 तक है। 

वारः सोमवार, 

नक्षत्रः भरणी दोपहर 12.12 तक हैं, 

योगः वैधृति दोपहर 01.29 तक, 

करणः बव, 

सूर्य राशिः मिथुन, 

चंद्र राशिः मेष, 

राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक, 

सूर्योदयः05.32, 

सूर्यास्तः07.19 बजे।

नोटः आज योगिनी एकादशी व्रत है।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

योगिनी एकादशी – व्रत कथा एवं विधान

योगिनी एकादशी व्रत 5 जुलाई सोमवार के दिन रखा जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार, यह व्रत प्रत्येक वर्ष आषाढ़ माह कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त योगिनी एकादशी का व्रत करते हैं उन्हें कुष्ठ या कोढ़ रोग से मुक्ति मिलती है एवं उनके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही उन्हें वैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है। लेकिन इस व्रत का वास्तविक फल पाने के लिए व्रत रखने वाले लोगों को कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। यह व्रत भले ही एकादशी के दिन रखा जाता है, किंतु व्रत का पालन दसवीं की शाम से लेकर द्वादशी की सुबह तक किया जाता है। व्रत के नियम दशमी के दिन सूर्यास्त के बाद से ही लागू हो जाते हैं। व्यक्ति को भोजन दशमी को सूर्यास्त से पहले ही ग्रहण करना होता है, इसके बाद व्रत शुरू होता है और द्वादशी के दिन पारण करने तक चलता है। आइए जानते हैं क्या हैं एकादशी व्रत नियम

धर्म/संस्कृति डेस्क, चंडीगढ़ – डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम :

शास्त्रों के अनुसार एकादशी की पूजा-व्रत करने वालों को और किसी पूजा की आवश्यकता नहीं पड़ती क्योंकि ये अपने भक्तों के सभी मनोरथों की पूर्ति कर उन्हें विष्णुलोक पहुंचाती हैं। इनमें ‘योगिनी एकादशी ‘तो प्राणियों को उनके सभी प्रकार के अपयश और चर्म रोगों से मुक्ति दिलाकर जीवन सफल बनाने में सहायक होती है।

श्री हरि के साथ पीपल की पूजा 

पदम् पुराण के अनुसार योगिनी एकादशी समस्त पातकों का नाश करने वाली संसार सागर में डूबे हुए प्राणियों के लिए सनातन नौका के सामान है। यह देह की समस्त आधि-व्याधियों को नष्ट कर सुंदर रूप ,गुण और यश देने वाली है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ पीपल के वृक्ष की पूजा का भी विधान है। साधक को इस दिन व्रती रहकर भगवान विष्णु की मूर्ति को ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ‘मंत्र का उच्चारण करते हुए स्नान आदि कराकर वस्त्र ,चन्दन ,जनेऊ ,गंध, अक्षत ,पुष्प , धूप-दीप नैवेध,ताम्बूल आदि समर्पित करके आरती उतारनी चाहिए।

इसलिए नहीं खाते हैं एकादशी को चावल
पौराणिक मान्यता के अनुसार माता शक्ति के क्रोध से बचने के लिए महर्षि मेधा ने शरीर का त्याग कर दिया और उनका अंश पृथ्वी में समा गया।चावल और जौ के रूप में महर्षि मेधा उत्पंन हुए इसलिए चावल और जौ को जीव माना जाता है। जिस दिन महर्षि मेधा का अंश पृथ्वी में समाया,उस दिन एकादशी तिथि थी। अतःइनको जीव रूप मानते हुए एकादशी को भोजन के रूप में ग्रहण करने से परहेज किया गया है ,ताकि सात्विक रूप से विष्णु प्रिया एकादशी का व्रत संपन्न हो सके।

जो लोग किसी कारण से एकादशी व्रत नहीं कर पाते हैं उन्हें श्री हरि एवं देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए एकादशी के दिन खान-पान एवं व्यवहार में सात्विकता का पालन करना चाहिए। इस दिन लहसुन,प्याज,मांस, मछली, अंडा नहीं खाएं और झूठ एवं किसी को अप्रिय वचन न बोलें,प्रभु का स्मरण करें।

ज्योतिष मान्यता के अनुसार चावल में जल तत्व की मात्रा अधिक होती है। जल पर चन्द्रमा का प्रभाव अधिक पड़ता है। चावल खाने से शरीर में जल की मात्रा बढ़ती है इससे मन विचलित और चंचल होता है। मन के चंचल होने से व्रत के नियमों का पालन करने में बाधा आती है।एकादशी व्रत में मन का पवित्र और सात्विक भाव का पालन अति आवश्यक होता है इसलिए एकादशी के दिन चावल से बनी चीजें खाना वर्जित कहा गया है।

योगिनी एकादशी व्रत कथा!

हिंदू धर्म ग्रंथों में हर एकादशी का अपना अलग महत्व बताया गया है। इन्हीं अलग-अलग विशेषताओं के कारण इनके नाम भी भिन्न-भिन्न रखे गये हैं। प्रत्येक वर्ष में चौबीस एकादशियां होती हैं, मल मास की एकादशियों को मिलाकर इनकी संख्या 26 हो जाती है।

इन्हीं एकादशियों में एक एकादशी आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी जिसे योगिनी एकादशी कहते हैं। योगिनी एकादशी का उपवास रखने से समस्त पापों का नाश होता है, तथा इस लोक में भोग और परलोक मुक्ति भी मिलती है।

महाभारत काल की बात है कि एक बार धर्मराज युधिष्ठिर ने भगवान श्री कृष्ण कहा: हे त्रिलोकीनाथ! मैंने ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की निर्जला एकादशी की कथा सुनी। अब आप कृपा करके आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी की कथा सुनाइये। इस एकादशी का नाम तथा माहात्म्य क्या है? सो अब मुझे विस्तारपूर्वक बतायें।

श्रीकृष्ण ने कहा: हे पाण्डु पुत्र! आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी का नाम योगिनी एकादशी है। इसके व्रत से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। यह व्रत इस लोक में भोग तथा परलोक में मुक्ति देने वाला है।

हे अर्जुन! यह एकादशी तीनों लोकों में प्रसिद्ध है। इसके व्रत से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। तुम्हें मैं पुराण में कही हुई कथा सुनाता हूँ, ध्यानपूर्वक श्रवण करो- कुबेर नाम का एक राजा अलकापुरी नाम की नगरी में राज्य करता था। वह शिव-भक्त था। उनका हेममाली नामक एक यक्ष सेवक था, जो पूजा के लिए फूल लाया करता था। हेममाली की विशालाक्षी नाम की अति सुन्दर स्त्री थी।

एक दिन वह मानसरोवर से पुष्प लेकर आया, किन्तु कामासक्त होने के कारण पुष्पों को रखकर अपनी स्त्री के साथ रमण करने लगा। इस भोग-विलास में दोपहर हो गई।

हेममाली की राह देखते-देखते जब राजा कुबेर को दोपहर हो गई तो उसने क्रोधपूर्वक अपने सेवकों को आज्ञा दी कि तुम लोग जाकर पता लगाओ कि हेममाली अभी तक पुष्प लेकर क्यों नहीं आया। जब सेवकों ने उसका पता लगा लिया तो राजा के पास जाकर बताया- हे राजन! वह हेममाली अपनी स्त्री के साथ रमण कर रहा है।

इस बात को सुन राजा कुबेर ने हेममाली को बुलाने की आज्ञा दी। डर से काँपता हुआ हेममाली राजा के सामने उपस्थित हुआ। उसे देखकर कुबेर को अत्यन्त क्रोध आया और उसके होंठ फड़फड़ाने लगे।

राजा ने कहा: अरे अधम! तूने मेरे परम पूजनीय देवों के भी देव भगवान शिवजी का अपमान किया है। मैं तुझे श्राप देता हूँ कि तू स्त्री के वियोग में तड़पे और मृत्युलोक में जाकर कोढ़ी का जीवन व्यतीत करे।

कुबेर के श्राप से वह तत्क्षण स्वर्ग से पृथ्वी पर आ गिरा और कोढ़ी हो गया। उसकी स्त्री भी उससे बिछड़ गई। मृत्युलोक में आकर उसने अनेक भयंकर कष्ट भोगे, किन्तु शिव की कृपा से उसकी बुद्धि मलिन न हुई और उसे पूर्व जन्म की भी सुध रही। अनेक कष्टों को भोगता हुआ तथा अपने पूर्व जन्म के कुकर्मो को याद करता हुआ वह हिमालय पर्वत की तरफ चल पड़ा।

चलते-चलते वह मार्कण्डेय ऋषि के आश्रम में जा पहुँचा। वह ऋषि अत्यन्त वृद्ध तपस्वी थे। वह दूसरे ब्रह्मा के समान प्रतीत हो रहे थे और उनका वह आश्रम ब्रह्मा की सभा के समान शोभा दे रहा था। ऋषि को देखकर हेममाली वहाँ गया और उन्हें प्रणाम करके उनके चरणों में गिर पड़ा।

हेममाली को देखकर मार्कण्डेय ऋषि ने कहा: तूने कौन-से निकृष्ट कर्म किये हैं, जिससे तू कोढ़ी हुआ और भयानक कष्ट भोग रहा है।

महर्षि की बात सुनकर हेममाली बोला: हे मुनिश्रेष्ठ! मैं राजा कुबेर का अनुचर था। मेरा नाम हेममाली है। मैं प्रतिदिन मानसरोवर से फूल लाकर शिव पूजा के समय कुबेर को दिया करता था। एक दिन पत्नी सहवास के सुख में फँस जाने के कारण मुझे समय का ज्ञान ही नहीं रहा और दोपहर तक पुष्प न पहुँचा सका। तब उन्होंने मुझे शाप श्राप दिया कि तू अपनी स्त्री का वियोग और मृत्युलोक में जाकर कोढ़ी बनकर दुख भोग। इस कारण मैं कोढ़ी हो गया हूँ तथा पृथ्वी पर आकर भयंकर कष्ट भोग रहा हूँ, अतः कृपा करके आप कोई ऐसा उपाय बतलाये, जिससे मेरी मुक्ति हो।

मार्कण्डेय ऋषि ने कहा: हे हेममाली! तूने मेरे सम्मुख सत्य वचन कहे हैं, इसलिए मैं तेरे उद्धार के लिए एक व्रत बताता हूँ। यदि तू आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की योगिनी नामक एकादशी का विधानपूर्वक व्रत करेगा तो तेरे सभी पाप नष्ट हो जाएँगे।

महर्षि के वचन सुन हेममाली अति प्रसन्न हुआ और उनके वचनों के अनुसार योगिनी एकादशी का विधानपूर्वक व्रत करने लगा। इस व्रत के प्रभाव से अपने पुराने स्वरूप में आ गया और अपनी स्त्री के साथ सुखपूर्वक रहने लगा।

भगवान श्री कृष्ण कहा: हे राजन! इस योगिनी एकादशी की कथा का फल 88000 ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर है। इसके व्रत से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और अन्त में मोक्ष प्राप्त करके प्राणी स्वर्ग का अधिकारी बनता है।

पेट्रोलियम उत्पादों के दाम कम हो सकते हैं बशर्ते सरकार चाहे

सारिका तिवारी, चंडीगढ़ :

रसोई गैस, पेट्रोल , डीज़ल  आदि की बढ़ती कीमत  महंगाई का  कारण बनी हुई हैं जो कि चिन्ता का विषय है।

 यदि पिछले कई बरसों का अध्ययन किया जाए तो देश में आई आर्थिक मंदी के बाद जब यूपीए सरकार ने पेट्रोल की कीमतों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिया और इस पर ऑयल बॉण्ड जारी किया जाना जून 2010 से ख़त्म हो गया।  सरकारी नियंत्रण समाप्त करने का अर्थ था कि जैसे-जैसे अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल की कीमतें बढ़ेंगी, देश में तेल कंपनियां उसी हिसाब से उनकी कीमतें बाज़ार में रखेंगी। यानी तेल की कीमतों का बोझ सीधे आम उपभोक्ता के कंधों पर आ गया।

 सत्ता परिवर्तन के बाद 2014 में मोदी सरकार ने उसी वर्ष अक्तूबर में डीज़ल को भी सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिया। शुरू-शुरू में हर तीन महीने पर इनकी कीमतों में बदलाव हुआ करता था लेकिन 15 जून 2017 से डायनामिक फ्यूल प्राइस सिस्टम को लागू कर दिया गया जिससे रोज़ ही तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव होने लगा । हर रोज़ सुबह पेट्रोल पंप पर नई कीमतों के मुताबिक यह ग्राहकों तक पहुंचती है।

सरकार के बजट आंकड़ों के मुताबिक पूर्ववर्ती यूपीए सरकार के दौरान जारी किए क़रीब 1.31 लाख करोड़ के ऑयल बॉण्ड का भुगतान तेल कंपनियों को मार्च 2026 तक किए जाने हैं। क्लियरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (सीसीआईएल) के मुताबिक 2014 से अब तक केंद्र सरकार ने 3,500 करोड़ रुपये मूलधन चुकाए हैं।

वहीं इस वर्ष सरकार को तेल कंपनियों के 10 हज़ार करोड़ रुपये के बॉण्ड की मैच्योरिटी होने वाली है, जिसका भुगतान केंद्र सरकार को करना होगा। अक्तूबर 2006 में 15 वर्षों के लिए 5000 करोड़ रुपये के ऑयल बॉण्ड भारत सरकार ने ऑयल कंपनियों को जारी किए थे उसकी मैच्योरिटी आगामी 16 अक्तूबर को हो रही है और 28 नवंबर 2006 को जारी किए गए 5000 करोड़ के ऑयल बॉण्ड की मैच्योरिटी भी इस वर्ष 28 नवंबर को हो रही है।

आपको बता दें कि यहां यह जानना बेहद ज़रूरी है कि आखिर यूपीए सरकार के दौरान जारी किए गए जिस ऑयल बॉण्ड के भुगतान की सरकार बार बार दुहाई दे रही है आखिर वो केंद्र सरकार हर साल पेट्रोल और डीज़ल पर एक्साइज़ ड्यूटी से कमाती कितना है?

मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के पहले वर्ष यानी 2014-15 के दौरान एक्साइज ड्यूटी से पेट्रोल पर 29,279 करोड़ रुपये और डीज़ल पर 42,881 करोड़ रुपये की कमाई की थी। लेकिन इसी वर्ष मार्च में लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने लिखित जवाब में बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के पहले 10 महीनों के दौरान पेट्रोल और डीज़ल पर टैक्स से कमाई बढ़कर 2.94 लाख करोड़ हो गई है।

यह वो वर्ष है जब कोरोना महामारी की वजह से देश में लंबी अवधि के लॉकडाउन लगाए गए और पेट्रोल-डीज़ल की ख़पत कम हुई।

अब यहां ये हिसाब करने की ज़रूरत है कि केंद्र सरकार को 1.31 लाख रुपये के ऑयल बॉण्ड के मूलधन के रूप में तेल कंपनियों को देने हैं, इसमें ब्याज़ भी लगेगा और यह रक़म दोगुनी हो सकती है. तो भी 2.50 लाख से कुछ ही ज़्यादा देना होगा।

साफ़ है कि ये रक़म केंद्र सरकार के एक साल से भी कम समय में टैक्स से हुई कमाई से कम है,  सनद रहे कि वर्ष 2020-21 के पहले 10 महीनों के दौरान पेट्रोल और डीज़ल पर टैक्स से 2.94 लाख करोड़ की कमाई हुई है। विशेषज्ञों की सुने तो केन्द्र सरकार चाहे तो बग़ैर घाटा उठाए पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में कम से कम 4.50 रुपये तक टैक्स कम कर सकती है। इस समय ज़रूरी है कि केंद्र सरकार इस ओर ध्यान दे।

लेकिन दूसरा मत यह कहता है कि  कोरोना महामारी की वजह से सरकार का ख़र्च बहुत बढ़ गया है।  ऐसे में अपना कोष बढ़ाने के साथ ही राजकोषीय घाटे को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार पेट्रोल-डीज़ल पर टैक्स कम नहीं कर रही है।

भारत कच्चे तेल का आयात करने वाला (अमेरिका और चीन के बाद) दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है. पेट्रोल, डीज़ल और शराब, सरकार की कमाई के सबसे बढ़िया ज़रिया हैं। यही कारण है कि बार बार यह मांग उठने के बावजूद सरकार ने इन उत्पादों को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा है ताकि इस पर टैक्स को अपने अनुसार घटा बढ़ा सके और इसके लिए उसे जीएसटी काउंसिल में न जाना पड़े। साथ ही ये सब को पता है कि जीएसटी के मुताबिक अगर टैक्स लगे तो पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें लगभग आधी हो जाएंगी।

इतना ही नहीं, पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों को लेकर सरकार की मंशा इससे भी स्पष्ट है कि कोरोना महामारी के दौरान कच्चे तेल की कीमतें काफ़ी नीचे आईं लेकिन सरकार ने पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें कम नहीं होने दीं।

अनर्गल आरोप लगाना समाज में‌ प्रतिष्ठित व्यक्ति के चरित्र हनन के सामान : राठौड़

 कानून सम्मत कार्यवाही करने के सभी प्रकार के विकल्प  सामने खुले  हैं‌

‘पुरनूर’ कोरल, चंडीगढ़/जयपुर :

राजस्थान क्षेत्रीय कार्यवाह  हनुमान सिंह राठौड़ द्वारा जारी  प्रेस विज्ञप्ति मे ए सी बी द्वारा दर्ज प्रकरण और मडिया में‌ आये समाचार जिसमें‌ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक  निम्बाराम  के नाम के ज़िक्र हिने की कड़ी निंदा की  है।

 इसके सम्बन्ध में उन्होंने कहा है कि बी वी जी इंडिया लिमिटेड कंपनी के प्रतिनिधि श् निम्बा राम  के पास प्रताप गौरव केंद्र, उदयपुर में अपने सी एस आर फण्ड द्वा रा सहयोग करने का प्रस्ताव लेकर आये थे |  निम्बा राम  ने

उनसे आग्रह किया था कि वे इस केंद्र का स्वयं‌ दौरा करें‌ और वहां‌ की आवश्यकताओं‌ को समझ कर यदि उचित लगे तो इसमें‌ सहयोग देने का तय करें‌ | प्रताप गौरव केंद्र एक राष्ट्रीय तीर्थ है तथा इसका महत्व इसे देखने पर ही ध्यान में‌ आता है कि देश का गौरव बढ़ा ने के लिए कितनी बड़ी परियोजना पर समाज बंधुओं‌ के सहयोग से काम कर रहे हैं‌ |

 कंपनी के प्रतिनिधियों‌ से इस केंद्र पर जा कर देखने का आग्रह कि या था | कंपनी के प्रति नि धि यों‌ ने दौ रे की ति थि तय की कि न्तु वहां‌ पर गये ही नहीं‌ अतः‌ सी एस आर फण्ड से कि सी राशि या अन्य कि सी भी रूप में‌ सहा यता का प्रश्न ही नहीं‌ उठता |

इसी वर्ष 20 अप्रेल को  निम्बा राम  से कंपनी के प्रतिनिधियों‌ की भेंट या बातचीत हुई वह सामान्य सामाजिक शिष्टाचार के नाते ही थी | क्षेत्र प्रचारक निम्बा राम से समाज क्षेत्र के बहुत से लोग स्वाभाविक ही मिलने आते हैं‌ | उनकी इस सामान्य शिष्टाचार भेंट को राष्ट्रीय स्वयंसेयं सेवक संघ में‌ उनकी भूमिका से जोड़ना निंदनीय है | अलग-अलग समय और सन्दर्भों‌ में‌ की गयी बातचीत की वीडियो रिकॉर्डिंग कर, उन्हें‌ जोड़कर राजनीतिक कारणों‌ से उसके अन्य अर्थ लगाए जा रहें‌ हैं‌ | ये तथ्यों‌ से विपरीत हैं‌ और सिर्फ सनसनी फ़ैलाने के लिए जारी किये गए हैं‌ | कानून का पालन करने वाले एक जिम्मेदार नागरिक के नाते निम्बा राम हर तरह की जाँच में‌ सहयोग करने के लिए तैयार हैं‌ |

राजनीतिक निहित स्वार्थों‌ ने तथ्यों‌ को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करने का प्रयत्न किया है,जबकि इस मामले में‌ किसी प्रकार की राशि का कोई आदान प्रदान नहीं‌ हुआ है | इसलिए इसे भ्रष्टा चार से जोड़कर अनर्गल आरोप लगाना समाज में‌ प्रतिष्ठित व्यक्ति के चरित्र हनन के सामान है | वैचारिक द्वेष एवं‌ दुर्भावना से लगाए जा रहे इन झूठे आरोपों‌ एवं‌ लांछनों‌ का  खंडन करते हुए कहा कि   कानून सम्मत कार्यवाही करने के सभी प्रकार के विकल्प उनके सामने खुले हुए हैं‌|

चार महीने पहले ही सीएम बने तीरथ रावत ने दिया इस्तीफा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की है। इसी के साथ उत्तराखंड में एक बार फिर सियासी भूचाल आ गया है। बुधवार को अचानक दिल्ली पहुंचे तीरथ सिंह रावत की बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद से ही उनके इस्तीफे की अटकलें जोरों पर थीं। शुक्रवार देर शाम उन्होंने जेपी नड्डा के सामने इस्तीफे की पेशकश कर दी। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर वह ऐसी क्या वजह थी जिसके चलते चार महीने पहले ही सीएम बने तीरथ रावत को इस्तीफा देना पड़ गया? जब से उत्तराखंड एक प्रदेश के रूप में अस्तित्व में आया है तभी से राजनैतिक उठा – पटक का सामना कर रहा है। साल 2000 में अलग राज्य के रूप में अस्तित्व में आए उत्तराखंड 20 साल पूरे कर चुका है। दिलचस्प है कि इन बीस सालों में राज्य में सीएम के 9 चेहरे नजर आए। इनके नाम हैं– नित्यानंद स्वामी, भगत सिंह कोश्यारी, एनडी तिवारी, बीसी खंडूरी, रमेश पोखरियाल, विजय बहुगुणा, हरीश रावत, त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत।

डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम

हिन्दी के एक दैनिक ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाये जाने के बाद हुए आंतरिक सर्वे में पाया गया कि तीरथ सिंह रावत के चेहरे के सहारे चुनाव जीतना मुश्किल है। फिर पार्टी नेतृत्व को यह डर भी था कि अगर रावत उपचुनाव में हार गये या उनकी तरफ से खाली की गई लोकसभा की पौड़ी गढ़वाल सीट पर हुए उपचुनाव में पार्टी हार गई तो इसका बड़ा सियासी नुक़सान होगा।

ख़बर के अनुसार, पौड़ी गढ़वाल से सांसद तीरथ सिंह रावत को 10 सितंबर तक विधानसभा चुनाव जीतना था। पहले उन्हें सल्ट उपचुनाव लड़ने की सलाह दी गई थी, लेकिन वो तैयार नहीं हुए।

इस बीच राज्य में दो और सीटें (गंगोत्री व हल्द्वानी) खाली हो गईं, जहाँ उपचुनाव होना है।

ख़बर के मुताबिक़, जब मार्च में उत्तराखण्ड के सीएम पद पर त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह तीरथ सिंह रावत को लाया गया था, तो उसके बाद सीटों की भी अदला-बदली होनी थी।तीरथ सिंह रावत की संसदीय सीट पौड़ी से पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को चुनाव लड़ाया जाना था और त्रिवेंद्र सिंह की विधानसभा सीट डोईवाल से तीरथ सिंह को लड़ना था। लेकिन वो भी नहीं हो पाया।

हालांकि, कुछ पर्यवेक्षकों का कहना ये भी था कि राज्य विधानसभा के कार्यकाल का एक साल से भी कम समय बचा है और मुमकिन है कि निर्वाचन आयोग उत्तराखण्ड की रिक्त सीटों पर उपचुनाव कराने का कोई आदेश ही ना दे।

लेकिन शुक्रवार को जब तीरथ सिंह रावत ने अपना इस्तीफ़ा दिया, तो उन्होंने पत्र में लिखा कि संवैधानिक बाध्यता के कारण मैं छह महीने में विधानसभा सदस्य नहीं बन सकता। ऐसे में मैं नहीं चाहता कि पार्टी के सामने कोई संकट उत्पन्न हो. इसलिए मैं सीएम पद से इस्तीफ़ा दे रहा हूँ।

हालांकि, अपने इस्तीफ़े से पहले 22 हज़ार करोड़ के कोविड पैकेज और 22 हज़ार नौकरियों की घोषणा कर, तीरथ सिंह रावत ने सबको चौंका दिया।

उन्होंने जिस अंदाज़ में 114 दिन की अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया, उसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी। उन्होंने विदाई से पहले ख़ुद की पीठ थपथपाई और प्रेस के सवालों का जवाब दिये बिना ही, चुपचाप सबको धन्यवाद बोलकर चले गए।

मुन्नवर राणा के बेटे ने चलवाई खुद पर गोली, अब फरार

उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज राणा पर हुई फायरिंग मामले में पुलिस ने शुक्रवार को (जुलाई 2, 2021) बड़ा खुलासा किया। पुलिस की छानबीन में पता चला कि तबरेज ने अपने चाचा और उनके बेटों को फँसाने के लिए खुद के ऊपर अपने दोस्तों से हमला करवाया और बाद में झूठा आरोप लगाते हुए एफआईआर करवा दी। अब इस मामले में पुलिस मुन्नवर राणा की भूमिका की भी जाँच कर रही है।

  • शायर मुनव्वर राना के बेटे तबरेज राना पर रायबरेली में हुई थी फायरिंग
  • पुलिस की जांच में पता चला कि तबरेज ने ही रची थी हमले की साजिश
  • रायबरेली पुलिस ने 4 को किया गिरफ्तार, बाइक और असलहा बरामद
  • सगे भाई की संपत्ति हड़पने और चुनाव लड़ने के लिए साजिश का शक

उत्तरप्रदेश((ब्यूरो):

मशहूर शायर मुनव्वर राना के बेटे पर हमले के मामले में नया मोड़ आ गया है। रायबरेली जिले के त्रिपुला चौराहे के पास मुनव्वर के बेटे तबरेज राना की कार पर बाइक सवार दो नकाबपोशों ने फायरिंग की थी। घटना 28 जून की थी। इस मामले में चार आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। रायबरेली के एसपी श्लोक कुमार ने मीडिया को बताया कि अपने चाचा से चल रहे संपत्ति विवाद में फंसाने के लिए मुनव्वर राना के बेटे ने खुद पर गोली चलवाने की प्लानिंग की थी। फिलहाल मुनव्वर का बेटा तबरेज फरार है और उसकी तलाश में पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही हैं।

आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल बाइक, असलहे और मोबाइल जब्त किए गए हैं। पुलिस ने हलीम, सुल्तान, सत्येंद्र और शुभम नाम के चार युवकों को गिरफ्तार किया है। सत्येंद्र और शुभम ने 28 जून की शाम को त्रिपुला चौराहे के पास पेट्रोल पंप से बाहर निकल रही एक कार पर फायरिंग की थी। इसके बाद बाइक सवार दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए। यह कार शायर मुनव्वर राना के पुत्र तबरेज राना की थी। फायरिंग के वक्त तबरेज कार में मौजूद थे। गोली चलने की सूचना उन्होंने तत्काल पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की। तबरेज ने अपने चाचा और चचेरे भाइयों पर हमले का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी। इस बीच लखनऊ में डीजीपी मुकुल गोयल से मुलाकात के लिए मुनव्वर राना की दो बेटियों सिग्नेचर बिल्डिंग पहुंचीं। रायबरेली पुलिस की शिकायत लेकर दोनों वहां पहुंचीं लेकिन डीजीपी से मुलाकात नहीं हो सकी है।

पूरा मामला सम्पत्ति विवाद से जुड़ा है। तबरेज अपने चाचा पर दबाव बनाना चाहता था। लेकिन केस उलटा हो गया। बाद में पुलिस ने तबरेज को पकड़ने के लिए गुरुवार आधी रात लखनऊ और रायबरेली में छापेमारी की। साथ ही उसके दोनों शूटर दोस्तों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में अब तक 4 लोग गिरफ्तार हुए हैं।

इस बीच मुनव्वर राणा की बेटी ने जहाँ पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाया, वहीं खुद शायर मुनव्वर राणा ने सारे सबूतों के बावजूद पुलिस को दोषी दिखाना चाहा। उन्होंने कहा कि केस को बिकरु कांड बनाने की कोशिश चल रही है। इन हालात में वे मर जाते हैं तो इसके लिए पुलिस जिम्मेदार होगी। मुनव्वर ने तंज कसते हुए कहा कि उनकी गलती सिर्फ इतनी है कि उन्होंने तबरेज को पैदा किया।

4 गिरफ्तारी

रायबरेली पुलिस ने इस केस को फर्जी करार दिया है। वहीं एसपी ने बताया कि तबरेज पर हमले की प्लानिंग होर्डिंग लगाने वाले हलीम घोसी और सुल्तान ने बनाई थी। आपराधिक रिकॉर्ड वाले -सत्येंद्र त्रिपाठी और शुभम सरकार ने तबरेज की कार पर गोली चलाई थी। इन चारों को गिरफ्तार कर लिया गया है। चारों ने अपना गुनाह कबूल भी कर लिया है उन्होंने बताया कि मुनव्वर राना का बेटा तबरेज फरार है उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है।

रायबरेली पुलिस ने जारी की वीडियो

मामले पर रायबरेली पुलिस ने सच बताते हुए दो वीडियो जारी किया है। पहली वीडियो में तबरेज शूटर्स के साथ मिलकर होटल ओम क्लार्क के सामने खुद पर हमले की प्लानिंग कर रहा है। इसमें दो शूटर और तबरेज दिख रहे हैं। दूसरे वीडियो में तबरेज अपनी गाड़ी से पेट्रोल पंप के पहुँचता हुआ दिखाई दे रहा है।

वीडियो में देख सकते हैं कि पंप से कुछ दूरी पर ही उसने गाड़ी रोक दी। थोड़ी देर बाद बाइक से दो लोग आते हैं। कार के पीछे से घूमकर सामने आते हैं। उस वक्त तबरेज गाड़ी रोककर खड़ा रहता है। फिल्मी अंदाज में दोनों कार पर गोली चलाते हैं और फिर कार के सामने से निकल जाते हैं।

मुनव्वर राणा ने पुलिस को बताया दोषी

पुलिस की छापेमारी के बाद शायर ने भी अपना एक वीडियो जारी किया। इसमें उन्होंने कहा, “एक दिन हमारी जंगल में लाश पड़ी मिलेगी, बिकरु कांड की तरह। इसमें इतना हंगामा करने की क्या जरूरत है? अब ये मुनव्वर राना बिकरु कांड हो गया है। पुलिस ने कहा कि हम इनको जेल ले जाएँगे… उनको जेल ले जाएँगे। मैंने वारंट के बारे में पूछा तो उन्होंने मुझे हटने के लिए बोल दिया।”

मुनव्वर के मुताबिक, ”पुलिस ने हमारे साथ गुंडागर्दी की। इनमें से कोई मुझे मार भी देगा और न भी मारे तो मैं इन हालात में मर जाऊँगा।” मुनव्वर ने पुलिस पर तंज कसते हुए कहा, “पुलिस वाले मुझे हटने के लिए बोल रहे थे…मैं कैसे हट जाऊँ। वो मेरा बेटा है। मेरी सबसे बड़ी गलती है कि मैंने उसे पैदा किया है।”

तबरेज पर फायरिंग का पूरा मामला

उल्लेखनीय है कि मुनव्वर और उनके भाइयों के बीच 8 करोड़ की कीमत वाली पुश्तैनी जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। 28 जून को तबरेज पर रायबरेली के त्रिपुला चौराहे के पास हमने की घटना से हल्ला मच गया था। बाद में 29 जून को इस संबंध में शिकायत हुई जिसमें दावा किया गया कि हमलावरों ने तबरेज की सफेद गाड़ी पर कई राउंड फायरिंग की। हमले में वे बाल-बाल बच गए, लेकिन उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी।

तबरेज राणा ने इस मामले में अपने ही परिवार के पाँच लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी थी। देर रात पुलिस ने उसके चाचा समेत पाँचों आरोपितों इस्माइल राणा, राफे राणा, जमील राणा, शकील राणा (सभी चाचा) और यासर राणा (चचेरे भाई) के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

फायरिंग के बाद दर्ज हुए मुकदमे में आरोपित बनाए गए राफे राणा ने बताया था कि राजघाट पर साढ़े आठ बीघा जमीन है। इसमें चार बीघा उनकी और उनके भाई इस्माइल की है। साढ़े चार बीघा में 6 भाइयों का हिस्सा है। पिता की मृत्यु के बाद पूरी साढ़े आठ बीघा जमीन 6 भाइयों के नाम चढ़ गई। इसका वाद न्यायालय में विचाराधीन है। राफे के मुताबिक फरवरी 2021 में तबरेज ने उनके हिस्से की जमीन में से 18 बिस्वा बेच दी। ये बात जब पता चली तो निबंधन कार्यालय में आपत्ति करके दाखिल-खारिज रुकवा दी।

बता दें कि पूरे मामले का सच उजागर होने के बाद कहा जा रहा है कि संपत्ति मामले में परिवार के लोग ज्यादा अड़ंगेबाजी न करें इसलिए तबरेज ने यह साजिश रची। फिलहाल वह फरार है पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।