पेयजल आपूर्ति के कारण कालोनी वासियों ने किया प्रदर्शन

कोशिक खान, छछरौली:

  काजल माजरा कॉलोनी में पिछले 4 दिनों से पेयजल आपूर्ति ठप होने से नाराज कॉलोनी वासियों ने पब्लिक हेल्थ व जिला प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट कर नारेबाजी की। कॉलोनी वासियों का आरोप है कि इस भयंकर गर्मी में कॉलोनी के 30 घर पानी की एक-एक बूंद को तरस रहे हैं। जबकि पब्लिक हेल्थ के एसडीओ से समस्या की गुहार लगा चुके हैं। उसके बावजूद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा।

कॉलोनी वासी राजेश राठी, दीपक शर्मा, स्वर्ण सिंह, गुरजंट सिंह, छज्जा सिंह, कुलवंत सिंह, नीलकंठ शर्मा, राममेहर, विद्या, द्रोपदी, बिट्टू, ममतेश, करण सिंह, मीनू शर्मा, विनोद कुमार, सुरेंद्र राठी व जगदीश सिंह का कहना है कि छछरौली की काजल माजरा कॉलोनी में 30 परिवार रहते हैं। इसके साथ कॉलोनी के साथ ही गवर्नमेंट कॉलेज व महिला आईटीआई भी है। कॉलोनी में पिछले 4 दिनों से पानी की सप्लाई नहीं आ रही है। जिसकी वजह से कॉलोनी वासियों को बहुत परेशानी झेलनी पड़ रही है। उनका कहना है कि एक तो इस समय भयंकर गर्मी व लू चल रही है। जिसमें पानी की खपत ज्यादा होती है और इन हालातों में भी कॉलोनी वासी बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। उनका कहना है कि छछरौली के गनोली गेट पर जो सरकारी ट्यूबवेल लगा है। उससे गनोली गेट माजरी और काजल माजरा कॉलोनी की सप्लाई होती है। ट्यूबवेल ऑपरेटर ट्यूबवेल तो चलाता है पर पानी की सप्लाई गनोली गेट माजरी की तरफ ही देता है। कॉलोनी वासियों का कहना है कि काजल माजरा कॉलोनी में जाने वाली पेयजल की सप्लाई को बंद रखता है। उनका कहना है कि 24 घंटे में सिर्फ 1 घंटे तक बड़ी मुश्किल से खानापूर्ति करने के लिए काजल माजरा कॉलोनी की सप्लाई दी जाती है। जबकि शेड्यूल और टाइमिंग के हिसाब से तीनो टाइम पानी की सप्लाई कॉलोनी में आनी चाहिए। कॉलोनी वासियों का कहना है कि पेयजल की सप्लाई ना होने से परेशान कॉलोनी वासी पब्लिक हेल्थ एसडीओ से भी मिले थे और अपनी परेशानी उनके सामने रखी थी। उन्होंने आश्वासन दिया था कि आपकी समस्या का समाधान कराया जाएगा और तय शेड्यूल के हिसाब से ही पानी की सप्लाई दी जाएगी।

एसडीओ द्वारा दिए गए आश्वासन को भी 2 दिन बीत चुके हैं। उसके बावजूद भी पानी की सप्लाई कॉलोनी में नहीं दी जा रही। जिसकी वजह से कॉलोनी वासी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। तय शेड्यूल के हिसाब से पानी की सप्लाई शुरू कराई जाएगी,,, एसडीओ पब्लिक हेल्थ पब्लिक हेल्थ एसडीओ छछरौली प्रमोद गुप्ता का कहना है कि पानी की सप्लाई की समस्या को लेकर कॉलोनी वासी उनसे मिले थे। कॉलोनी में पानी सप्लाई तय शेड्यूल के हिसाब से शुरू करवा दी गई है। जिसमें तीनों टाइम कॉलोनी वासियों को टाइमिंग के हिसाब से पानी की सप्लाई दी जाएगी। 

‘सती सावित्री’ के पतिव्रत की देन है वट सावित्री व्रत

बरगद का पेड़ चिरायु होता है। अतः इसे दीर्घायु का प्रतीक मानकर परिवार के लिए इसकी पूजा की जाती है। हालांकि लॉकडाउन की वजह से महिलाएं इस बार पारंपरिक तरीके से बरगद के पेड़ के नीचे पूजा नहीं कर पाएंगी। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन ही माता सावित्री ने अपने दृढ़ संकल्प और श्रद्घा से यमराज द्वारा अपने मृत पति सत्यवान के प्राण वापस पाए थे। अतः इस व्रत का महिलाओं के बीच विशेष महत्व बताया जाता है। महिलाएं भी इसी संकल्प के साथ अपने पति की आयु और प्राण रक्षा के लिए व्रत रखकर पूरे विधि विधान से पूजा करती हैं। इस दिन वट (बड़, बरगद) का पूजन होता है। इस व्रत को स्त्रियां अखंड सौभाग्यवती रहने की मंगलकामना से करती हैं।

धर्म/संस्कृति, चंडीगढ़ – 22 मई:

वट सावित्री व्रत एक ऐसा व्रत जिसमें हिंदू धर्म में आस्था रखने वाली स्त्रियां अपने पति की लंबी उम्र और संतान प्राप्ति की कामना करती हैं। उत्तर भारत में तो यह व्रत काफी लोकप्रिय है। इस व्रत की तिथि को लेकर पौराणिक ग्रंथों में भी भिन्न-भिन्न मत मिलते है। दरअसल इस व्रत को ज्येष्ठ माह की अमावस्या और इसी मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। एक और जहां निर्णयामृत के अनुसार वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या को किया जाता है तो वहीं स्कंद पुराण एवं भविष्योत्तर पुराण इसे ज्येषठ पूर्णिमा पर करने का निर्देश देते हैं। वट सावित्री पूर्णिमा व्रत दक्षिण भारत में किया जाता है, वहीं वट सावित्री अमावस्या व्रत उत्तर भारत में विशेष रूप से किया जाता है। आइये जानते हैं क्या है वट सावित्रि व्रत की कथा और क्या है इस पर्व का महत्व?

वट सावित्रि व्रत कथा

वट सावित्रि व्रत की यह कथा सत्यवान-सावित्रि के नाम से उत्तर भारत में विशेष रूप से प्रचलित हैं। कथा के अनुसार एक समय की बात है कि मद्रदेश में अश्वपति नाम के धर्मात्मा राजा का राज था। उनकी कोई भी संतान नहीं थी। राजा ने संतान हेतु यज्ञ करवाया। कुछ समय बाद उन्हें एक कन्या की प्राप्ति हुई जिसका नाम उन्होंने सावित्री रखा। विवाह योग्य होने पर सावित्री के लिए द्युमत्सेन के पुत्र सत्यवान को पतिरूप में वरण किया। सत्यवान वैसे तो राजा का पुत्र था लेकिन उनका राज-पाट छिन गया था और अब वह बहुत ही द्ररिद्रता का जीवन जी रहे थे। उसके माता-पिता की भी आंखो की रोशनी चली गई थी। सत्यवान जंगल से लकड़ियां काटकर लाता और उन्हें बेचकर जैसे-तैसे अपना गुजारा कर रहा था। जब सावित्रि और सत्यवान के विवाह की बात चली तो नारद मुनि ने सावित्रि के पिता राजा अश्वपति को बताया कि सत्यवान अल्पायु हैं और विवाह के एक वर्ष बाद ही उनकी मृत्यु हो जाएगी| हालांकि राजा अश्वपति सत्यवान की गरीबी को देखकर पहले ही चिंतित थे और सावित्रि को समझाने की कोशिश में लगे थे। नारद की बात ने उन्हें और चिंता में डाल दिया लेकिन सावित्रि ने एक न सुनी और अपने निर्णय पर अडिग रही| अंततः सावित्री और सत्यवान का विवाह हो गया। सावित्री सास-ससुर और पति की सेवा में लगी रही। नारद मुनि ने सत्यवान की मृत्यु का जो दिन बताया था, उसी दिन सावित्री भी सत्यवान के साथ वन को चली गई। वन में सत्यवान लकड़ी काटने के लिए जैसे ही पेड़ पर चढ़ने लगा, उसके सिर में असहनीय पीड़ा होने लगी और वह सावित्री की गोद में सिर रखकर लेट गया। कुछ देर बाद उनके समक्ष अनेक दूतों के साथ स्वयं यमराज खड़े हुए थे। जब यमराज सत्यवान के जीवात्मा को लेकर दक्षिण दिशा की ओर चलने लगे, पतिव्रता सावित्री भी उनके पीछे चलने लगी। 

आगे जाकर यमराज ने सावित्री से कहा, ‘हे पतिव्रता नारी! जहां तक मनुष्य साथ दे सकता है, तुमने अपने पति का साथ दे दिया। अब तुम लौट जाओ।’ इस पर सावित्री ने कहा, ‘जहां तक मेरे पति जाएंगे, वहां तक मुझे जाना चाहिए। यही सनातन सत्य है।’ यमराज सावित्री की वाणी सुनकर प्रसन्न हुए और उसे वर मांगने को कहा। सावित्री ने कहा, ‘मेरे सास-ससुर अंधे हैं, उन्हें नेत्र-ज्योति दें|’ यमराज ने ‘तथास्तु’ कहकर उसे लौट जाने को कहा और आगे बढ़ने लगे। किंतु सावित्री यम के पीछे ही चलती रही। यमराज ने प्रसन्न होकर पुन: वर मांगने को कहा,सावित्री ने वर मांगा, ‘मेरे ससुर का खोया हुआ राज्य उन्हें वापस मिल जाए।’ यमराज ने ‘तथास्तु’ कहकर पुनः उसे लौट जाने को कहा, परंतु सावित्री अपनी बात पर अटल रही और वापस नहीं गयी। सावित्री की पति भक्ति देखकर यमराज पिघल गए और उन्होंने सावित्री से एक और वर मांगने के लिए कहा, तब सावित्री ने वर मांगा, ‘मैं सत्यवान के सौ पुत्रों की मां बनना चाहती हूं। कृपा कर आप मुझे यह वरदान दें।’ सावित्री की पति-भक्ति से प्रसन्न हो इस अंतिम वरदान को देते हुए यमराज ने सत्यवान की जीवात्मा को पाश से मुक्त कर दिया और अदृश्य हो गए। सावित्री जब उसी वट वृक्ष के पास आई तो उसने पाया कि वट वृक्ष के नीचे पड़े सत्यवान के मृत शरीर में जीव का संचार हो रहा है। कुछ देर में सत्यवान उठकर बैठ गया। उधर सत्यवान के माता-पिता की आंखें भी ठीक हो गईं और उनका खोया हुआ राज्य भी वापस मिल गया।

क्या है वट सावित्रि व्रत का महत्व

जैसा कि इसकी कथा से ही ज्ञात होता है कि यह पर्व हर परिस्थिति में अपने जीवनसाथी का साथ देने का संदेश देता है। इससे ज्ञात होता है कि पतिव्रता स्त्री में इतनी ताकत होती है कि वह यमराज से भी अपने पति के प्राण वापस ला सकती है। वहीं सास-ससुर की सेवा और पत्नी धर्म की सीख भी इस पर्व से मिलती है। मान्यता है कि इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु, स्वास्थ्य और उन्नति और संतान प्राप्ति के लिये यह व्रत रखती हैं।

वट सावित्रि व्रत पूजा विधि

वट सावित्रि व्रत में वट यानि बरगद के वृक्ष के साथ-साथ सत्यवान-सावित्रि और यमराज की पूजा की जाती है। माना जाता है कि वटवृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देव वास करते हैं। अतः वट वृक्ष के समक्ष बैठकर पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। वट सावित्री व्रत के दिन सुहागिन स्त्रियों को प्रातःकाल उठकर स्नान करना चाहिये। इसके बाद रेत से भरी एक बांस की टोकरी लें और उसमें ब्रहमदेव की मूर्ति के साथ सावित्री की मूर्ति स्थापित करें। इसी प्रकार दूसरी टोकरी में सत्यवान और सावित्री की मूर्तियाँ स्थापित करे। दोनों टोकरियों को वट के वृक्ष के नीचे रखे और ब्रहमदेव और सावित्री की मूर्तियों की पूजा करें। तत्पश्चात सत्यवान और सावित्री की मूर्तियों की पूजा करे और वट वृक्ष को जल दे। वट-वृक्ष की पूजा हेतु जल, फूल, रोली-मौली, कच्चा सूत, भीगा चना, गुड़ इत्यादि चढ़ाएं और जलाभिषेक करे। वट वृक्ष के तने के चारों ओर कच्चा धागा लपेट कर तीन बार परिक्रमा करे। इसके बाद स्त्रियों को वट सावित्री व्रत की कथा सुननी चाहिए। कथा सुनने के बाद भीगे हुए चने का बायना निकाले और उसपर कुछ रूपए रखकर अपनी सास को दे| जो स्त्रियाँ अपनी साँसों से दूर रहती है, वे बायना उन्हें भेज दे और उनका आशीर्वाद ले। पूजा समापन के पश्चात ब्राह्मणों को वस्त्र तथा फल आदि दान करें।

2020 में वट सावित्रि व्रत तिथि और मुहूर्त 

वर्ष 2020 में वट सावित्री व्रत 22 मई (अमावस्या) को रखा जायेगा।

वट सावित्रि अमावस्या तिथि – 22 मई 2020, शुक्रवार।

अमावस्या तिथि प्रारम्भ – मई 21, 2020 को रात्रि 09:35 बजे से
अमावस्या तिथि समाप्त – मई 22, 2020 को रात्रि 11:08 बजे तक

शनि जयंती पर विशेष: कलियुग के दण्डाधिकारी और न्यायाधीश हैं शनिदेव

शनि जयंती हिंदू पंचांग के ज्येष्ठ मास की अमावस्या को मनाई जाती है। इस दिन शनिदेव की पूजा की जाती है। विशेषकर शनि की साढ़े साती, शनि की ढ़ैय्या आदि शनि दोष से पीड़ित जातकों के लिए इस दिन का महत्व बहुत अधिक माना जाता है। शनि राशिचक्र की दसवीं व ग्यारहवी राशि मकर और कुंभ के अधिपति हैं। एक राशि में शनि लगभग 18 महीने तक रहते हैं। शनि का महादशा का काल भी 19 साल का होता है। शनि न्याय करने वाले देवता हैं और कर्म के अनुसार फल देने वाले कर्मफलदाता हैं इसलिये वे बुरे कर्म की बुरी सजा देते हैं, अच्छे कर्म करने वालों को अच्छे परिणाम देते हैं।

धर्म/संस्कृति, चंडीगढ़ – 22मई

शनिदेव का नाम आते ही अक्सर लोग सहम जाते हैं या फिर असहज हो जाते हैं। उनके प्रकोप से खौफ खाने लगते हैं। शनि को क्रूर ग्रह माना जाता है लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शनि न्यायधीश या कहें दंडाधिकारी की भूमिका का निर्वहन करते हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि देव सेवा और कर्म के कारक हैं।

शनि देव न्याय के देवता हैं, उन्हें दण्डाधिकारी और कलियुग का न्यायाधीश कहा गया है। शनि शत्रु नहीं बल्कि संसार के सभी जीवों को उनके कर्मों का फल प्रदान करते हैं। वह अच्छे का अच्छा और बुरे का बुरा परिणाम देने वाले ग्रह हैं शनिदेव।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ज्येष्ठ अमावस्या पर शनि देव का जन्म हुआ था। इसलिए ज्येष्ठ अमावस्या को शनि जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन शनिदेव की पूजा-अर्चना कर उनको प्रसन्न किया जाता है। अगर कोई शनिदेव के कोप का शिकार है तो रूठे हुए शनिदेव को मनाया भी जा सकता है। शनि जयंती का दिन तो इस काम के लिये सबसे उचित माना गया है।

कब है शनि जयंती

इस बार शनि जयंती 22 मई 2020 शुक्रवार के दिन है। ज्येष्ठ मास में अमावस्या को धर्म कर्म, स्नान-दान आदि के लिहाज से यह बहुत ही शुभ व सौभाग्यशाली माना जाता है। इस दिन को ही शनि जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। शनि जयंती पर विशेष पूजा करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

क्यों खास है ज्येष्ठ अमावस्या

ग्रंथों के अनुसार ज्येष्ठ अमावस्या को न्यायप्रिय ग्रह शनि देव का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिवस को शनि जयंती के रूप में मनाया जाता है। शनि दोष से बचने के लिये इस दिन शनिदोष निवारण के उपाय विद्वान ज्योतिषाचार्यों के करवा सकते हैं। इस कारण ज्येष्ठ अमावस्या का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है। इतना ही नहीं शनि जयंती के साथ-साथ महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिये इस दिन वट सावित्री व्रत भी रखती हैं। इसलिये उत्तर भारत में तो ज्येष्ठ अमावस्या विशेष रूप से सौभाग्यशाली एवं पुण्य फलदायी मानी जाती है।

क्यों नाराज रहते हैं शनि देव

शनिदेव के जन्म के बारे में स्कंदपुराण के काशीखंड में विस्तार से दिया गया है। उसके अनुसार सूर्य देव और उनकी पत्नी छाया के पुत्र शनिदेव हैं। सूर्य देव का विवाह संज्ञा से हुआ था और उन्हें मनु, यम और यमुना के रूप में तीन संतानों की प्राप्ति हुई। विवाह के बाद कुछ वर्षों तक संज्ञा सूर्य देव के साथ रहीं लेकिन अधिक समय तक सूर्य देव के तेज को सहन नहीं कर पाईं।

इसलिए उन्होंने अपनी छाया (संवर्णा) को सूर्य देव की सेवा में छोड़ दिया और कुछ समय बाद छाया के गर्भ से शनि देव का जन्म हुआ। हालांकि सूर्य देव को जब यह पता चला कि छाया असल में संज्ञा नहीं है तो वे क्रोधित हो उठे और उन्होंने शनि देव को अपना पुत्र मानने से इनकार कर दिया। इसके बाद से ही शनि और सूर्य पिता-पुत्र होने के बावजूद एक-दूसरे के प्रति बैर भाव रखने लगे।

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आज का पंचांग

Aries

22 मई 2020: प्यार, उम्मीद, सहानुभूति, आशावादिता और निष्ठा जैसी सकारात्मक भावनाओं को अपनाने के लिए ख़ुद को प्रोत्साहित करें. एक बार ये गुण आपके अंदर रच-बस जाएं , तो हर हालात में वे ख़ुद ही सकारात्मक तरीक़े से उभर आएंगे. अचानक आए ख़र्चे आर्थिक बोझ बढ़ा सकते हैं. कोशिश करें की कोई आपकी बातों या काम से आहत न हो और पारिवारिक ज़रूरतों को समझें. रोमांस के लिए अच्छा दिन है. कुछ सहकर्मी कई अहम मुद्दों पर आपकी कार्यशैली से नाख़ुश होंगे, लेकिन यह वे आपको बताएंगे नहीं. अगर आपको लगता है कि परिणाम आपकी उम्मीद के मुताबिक़ नहीं आ रहे हैं, तो अपनी योजनाओं का फिर से विश्लेषण कर उनमें सुधार लाना बेहतर रहेगा. दूसरों की राय को ग़ौर से सुनें- अगर आप आज वाक़ई फ़ायदा चाहते हैं तो. दिन में जीवनसाथी के साथ बहस के बाद एक बेहतरीन शाम गुज़रेगी. परिवार में किसी सदस्य के साथ कहा-सुनी के चलते माहौल थोड़ा बोझिल हो सकता है, लेकिन यदि आप स्वयं को शान्त रखें व धैर्य से काम लें तो सबका मूड बढ़िया कर सकते हैं.

Taurus

22 मई 2020: अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है. नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं. दूसरों को प्रभावित करने के लिए ज़रूरत से ज़्यादा ख़र्चा न करें. परिवार के सदस्यों की अच्छी सलाह आपके मानसिक तनाव को कम करने में दवा की तरह असरदार साबित होगी. प्यार में अपने अशिष्ट बर्ताव के लिए माफ़ी मांगें. आप महसूस करेंगे कि आपकी रचनात्मकता कहीं खो गयी है और फ़ैसले करने में आपको ख़ासी दिक़्क़त का सामना करना पड़ेगा.जीवनसाथी के साथ रोज़ाना की खटपट आज बद-से-बदतर हो सकती है.

Gemini

22 मई 2020: ख़याली पुलाव पकाना मदद नहीं करता. परिवार की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए आपको कुछ कर दिखाने की ज़रूरत है. ख़र्चों में इज़ाफ़ा होगा, लेकिन साथ ही आमदनी में हुई बढ़ोतरी इसको संतुलित कर देगी. विवाह-प्रस्ताव के लिए सही समय है, क्योंकि आपका प्यार जीवन भर के साथ में बदल सकता है. अगर आप ख़ुद को पेशेवराना अन्दाज़ में औरों के सामने रखेंगे, तो कैरियर में बदलाव के नज़रिये से यह लाभदायक साबित हो सकता है. लंबे अरसे के बाद जीवनसाथी के साथ काफ़ी वक़्त गुज़ारने का मौक़ा मिल सकता है.

Cancer

22 मई 2020: माता-पिता को अनदेखा करना आपके भविष्य की संभावनाओं को ख़त्म कर सकता है. अच्छा समय बहुत ज़्यादा दिनों तक नहीं रहता है. इंसान के कर्म ध्वनि की तरंगों की तरह हैं. साथ मिलकर ये संगीत बनाते हैं और आपस में टकराकर खड़खड़ाहट. हम जो बोते हैं, वही पाते हैं. प्रॉपर्टी से जुड़े लेन-देन पूरे होंगे और लाभ पहुंचाएंगे. अपने व्यक्तिगत जीवन से थोड़ा समय निकालकर दान-पुण्य के कामों में कुछ समय लगाएं. इससे आपको मानसिक शांति मिलेगी, लेकिन इसके लिए अपनी निजी ज़िंदगी को दरकिनार न करें. आपको दोनों पर ही बराबर ध्यान देने की ज़रूरत है. आज आप महसूस करेंगे कि प्यार दुनिया में हर मर्ज़ की दवा है. कार्यक्षेत्र में आपकी उन्नति कुछ बाधाओं के चलते अटक सकती है, बस धैर्य से काम लें. अगर आप किसी विवाद में उलझ जाएं तो तल्ख़ टिप्पणी करने से बचिए. रिश्तेदारों का दख़ल शादीशुदा ज़िन्दगी में परेशानी पैदा कर सकता है

Leo

22 मई 2020: आज प्यार के मामले में सामाजिक बंधन तोड़ने से बचें. साझेदारी में किए गए काम आख़िरकार फ़ायदेमंद साबित होंगे, लेकिन आपको अपने भागीदारों से काफ़ी विरोध का सामना करना पड़ सकता है. अगर आप किसी विवाद में उलझ जाएं तो तल्ख़ टिप्पणी करने से बचिए. शादीशुदा ज़िन्दगी के नज़रिए से यह थोड़ा मुश्किल वक़्त है. आज के दिन कुछ न करें, सिर्फ़ अस्तित्व का आनन्द लें और अहोभाव से ख़ुद को सराबोर होने दें. स्वयं को भाग-दौड़ के लिए बाध्य न करें.

Virgo

22 मई 2020: आपको अपना अतिरिक्त समय अपने शौक़ पूरे करने या उन कामों को करने में लगाना चाहिए, जिन्हें करने में आपको सबसे ज़्यादा मज़ा आता है. कोई बड़ी योजनाओं और विचारों के ज़रिए आपका ध्यान आकर्षित कर सकता है. किसी भी तरह का निवेश करने से पहले उस व्यक्ति के बारे में भली-भांति जांच-पड़ताल कर लें. अपने रहस्य किसी के सामने उजागर न करें. आपके प्रिय का अस्थिर बर्ताव आज रोमांस को बिगाड़ सकता है. आपको इंटरव्यू के दौरान दिमाग़ ठण्डा रखने और ख़ुद को अभिव्यक्त करने की ज़रूरत है. आज आप ख़ुद को लोगों के ध्यान के केंद्र में पाएंगे, जब कोई आपके सहयोग की वजह से पुरस्कृत होगा या सराहा जाएगा. आप महसूस करेंगे कि शादीशुदा ज़िन्दगी आपके लिए वाक़ई ख़ुशनसीबी लेकर आई है.

Libra

22 मई 2020: तनाव और घबराहट से बचें, क्योंकि ये आपकी सेहत पर असर डाल सकते हैं. उधार मांगने वाले लोगों को नज़रअन्दाज़ करें. अचानक मिला कोई सुखद संदेश नींद में आपको मीठे सपने देगा. सहकर्मी आपको काफ़ी सहयोग देंगे और कार्यक्षेत्र में विश्वास की नींव पर नए रिश्तों की शुरुआत होगी. आज सोच-समझकर क़दम बढ़ाने की ज़रूरत है- दिल की बजाय दिमाग़ का ज़्यादा इस्तेमाल करना चाहिए. आपके और आपके जीवनसाथी के दरमियान कोई अजनबी नोंकझोंक की वजह बन सकता है. सफलता-प्राप्ति के लिए स्वप्न देखना बुरा नहीं है, परन्तु हमेशा दिवास्वप्न में खोये रहना आपके लिए नुक़सानदेह साबित हो सकता है.

Scorpio

22 मई 2020: ऐसी गतिविधियों में संलग्न रहें, जो आपको सुकून दें. अपने निवेश और भविष्य की योजनाओं को गुप्त रखें. जो लोग आपके क़रीब हैं, वे आपका ग़लत फ़ायदा उठा सकते हैं. आज आप ख़ुद को अपने प्रिय के प्यार से सराबोर महसूस करेंगे. इस लिहाज़ से आज का दिन बहुत ख़ूबसूरत रहेगा. वह काम जो आज आप दूसरों के लिए स्वेच्छा से करेंगे, न सिर्फ़ औरों के लिए मददगार साबित होगा बल्कि आपके दिल में ख़ुद की छवि भी सकारात्मक होगी. शादीशुदा ज़िन्दगी के नज़रिए से यह दिन शानदार रहेगा. अकेलेपन को अपने ऊपर हावी न होने दें.

Sagittarius

22 मई 2020: दीर्घावधि मुनाफ़े के नज़रिए से स्टॉक और म्यूचुअल फ़ंड में निवेश करना फ़ायदेमंद रहेगा. प्यार, मेलजोल और आपसी जुड़ाव में इज़ाफा होगा. जो अपने प्रिय के साथ छुट्टियां बिता रहे हैं, ये उनकी ज़िन्दगी के सबसे यादगार लम्हों में से होंगे. लंबे समय से कामकाज का दबाव आपके वैवाहिक जीवन के लिए कठिनाई खड़ा कर रहा है. लेकिन आज सारी शिकायतें दूर हो जाएंगी. अपनी रचनाधर्मिता को नया आयाम देने के लिए अच्छा दिन है. कुछ ऐसे विचार आ सकते हैं जो वाक़ई ज़बरदस्त और सृजनात्मक हों.

Capricorn

22 मई 2020: माली सुधार की वजह से ज़रूरी ख़रीदारी करना आसान रहेगा. रिश्तेदारों की वजह से कुछ तनाव पैदा हो सकता है. हालात पर क़ाबू पाने के लिए अपने ऊपर नियंत्रण रखें. जल्दबाज़ी का कोई भी फ़ैसला आपको उनसे दूर कर सकता है, जो आपके दिल के क़रीब हैं. आप अपने प्रिय के रवैये के प्रति काफ़ी संवेदनशील रहेंगे- अपने ग़ुस्से पर क़ाबू रखें और ऐसा कुछ भी करने से बचें जिसके लिए बाक़ी की ज़िन्दगी आपको पछताना पड़े. पैसे बनाने के उन नए विचारों का उपयोग करें, जो आज आपके ज़ेहन में आएं. आज आप नए विचारों से परिपूर्ण रहेंगे और आप जिन कामों को करने के लिए चुनेंगे, वे आपको उम्मीद से ज़्यादा फ़ायदा देंगे. मुश्किल हालात से उबरने में आपके जीवनसाथी की तरफ़ से ज़्यादा सहयोग नहीं हासिल होगा.

Aquarius

22 मई 2020: किसी भी फ़ैसले पर पहुंचने से पहले संतुलित नज़रिए से दोनों पक्षों को जांचें. ख़र्चों में हुई अप्रत्याशित बढ़ोतरी आपके मन की शांति को भंग करेगी. ग़लत बातों को ग़लत वक़्त पर कहने से बचें. जिन्हें आप चाहते हैं, उनका दिल दुखाने से बचें. आज आपके दिल की धड़कनें अपने प्रिय के साथ ताल-से-ताल मिलाती मालूम होंगी. जी हां, यह प्यार का ही ख़ुमार है. मुमकिन है कि आपके वरिष्ठ आपके साथ ज़रूरत से ज़्यादा सख़्ती से पेश आएं. आप बिना किसी बात के अपने जीवनसाथी से झगड़ सकते हैं. सेहत के लिहाज़ से दौड़ लगाना आपके लिए फ़ायदेमंद रहेगा, क्योंकि यह मुफ़्त भी है और अच्छी एक्सरसाइज़ भी.

Pisces

22 मई 2020: लम्बे समय से अटके मुआवज़े और कर्ज़ आदि आख़िरकार आपको मिल जाएंगे. परिवार की किसी महिला सदस्य की सेहत चिंता की वजह बन सकती है. आज अचानक किसी से ऑनलाइन माध्यम से रोमांटिक मुलाक़ात हो सकती है. कामकाज के मोर्चे पर आज का दिन काफ़ी अच्छा रहने वाला है. आपसे कोई बड़ी ग़लती सम्भव है, जो वैवाहिक जीवन के लिए ख़राब हो सकती है. विचारों से ही मनुष्य की दुनिया बनती है – कोई बेहतरीन किताब पढ़कर आप अपनी विचारधारा को और सशक्त कर सकते हैं.

आज का पंचांग

आज 22 मई शुक्रवार को वट सावित्री व्रत और शनि जयंती है. आज ज्येष्ठ माह की अमावस्या है। हिन्‍दू महिलाओं के लिए वट सावित्री व्रत का विशेष महत्‍व है। सुहागन महिलाएं इस दिन अपने सुहाग की दीर्घायु के लिए पूजा-पाठ करती हैं और व्रत रखती हैं। आज कई ग्रह-नक्षत्रों की चाल भी बदल रही है।  

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः ज्येष्ठ़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः अमावस रात्रि 11.09 तक है, 

वारः शुक्रवार, 

नक्षत्रः कृतिका रात्रि 03.09 तक, 

योगः शोभन प्रातः 06.26 तक, 

करणः चतुष्पद, 

सूर्य राशिः वृष, 

चंद्र राशिः मेष, 

राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.31, 

सूर्यास्तः 07.05 बजे।

नोटः आज ज्येष्ठ अमावस एवं भावुक अमावस तथा शनैश्चर जयन्ती और वट सावित्री व्रत है।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।

चल रहा है बस आरोप-प्रत्यारोप का खेल…… भुगतना तुझे ही पड़ेगा जनता, झेल सके तो झेल…

सुशील पंडित

मेरे किसी भी लेख की या मेरी स्वंम की अवधारणा किसी राजनैतिक पार्टियों को छोटा या बड़ा साबित करना नहीं है। क्योंकि शास्त्रों में लिखा है। हर कोई व्यक्ति, दल, जाति, धर्म व समुदाय अपने कर्मों से छोटा या फिर बड़ा होता है।

रही बात हमारी सामाजिक व आर्थिक व्यवस्था की बात! ये दोनों भी कुशल या विफल राजनीति पर ही निर्भर करती है।

आज बात करते हैं आरोप-प्रत्यारोप रूपी चक्की के विषय पर जिसके दोनों पाट(हिस्से) सत्ता पक्ष व विपक्ष से निर्मित है। इसमें पिस्ता क्या है आम आदमी की भावनाओं, अपेक्षाओं रूपी आनाज परन्तु यह कोई नई बात नहीं है अब यह स्वाभाविक हो चुका है। जहाँ पूरा विश्व कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है, पूरे विश्व में त्राहिमाम की स्थिति है वहीं कुछ राजनैतिक दलों में एक दूसरे के ऊपर आरोप लगाने का सिलसिला निरन्तर जारी है।

मौजूदा सरकार के द्वारा लॉक डाउन के चतुर्थ चरण की घोषणा की गई है। प्रथम चरण से लेकर अब तक राष्ट्र के हित को ध्यान में रखते हुए अलग अलग घोषणाएं भी की जा रही है और हमें लगता है कि अगर सभी घोषणाओं पर  धरातल के पटल से वास्तविक स्वरूप में आम जनता व सर्व वर्ग के लिए कार्य किया जाए तो हमारा राष्ट्र हर विपदा का सामना भली भांति करने में सक्षम है। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में जिस प्रकार राष्ट्र चिंतन में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति अटकलें खड़ी कर रही है उस दृष्टि से समाज का हर वर्ग चिंतित हैं। हम कब तक जाति, धर्म, समुदायों तथा राजनीति का बहरूपिया किरदार लेकर राष्ट्र निमार्ण की नींव को निर्बल करने में अपनी नकारात्मक ऊर्जा का संचार करते रहेंगे।

आम आदमी आज दोराहे पर खड़ा है कोविड19 के चलते सभी प्रकार के व्यवसाय आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहे हैं सभी छोटी बड़ी फैक्ट्रियों में कार्य ठप्प होने की वजह से मालिक और कर्मचारी असमंजस की स्थिति में है। निजी संस्थानों के स्वामी व सेवक भी मौजूदा हालात में विषम परिस्थितियों गुजर रहे हैं। किसानों को उनकी परम्परागत फसलों के अलावा अन्य फसलों जैसे विभिन्न प्रकार की सब्जियों की उपज में लागत मूल्य के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। इन सभी बिंदुओ को ध्यान में रखते हुए मेरा जन साधारण की ओर से यह सुझाव व अनुरोध सभी राजनैतिक दलों व धार्मिक सगठनों व जातिगत आधार पर परिणाम रहित बहस करने वालों से है कि एक दूसरे पर आरोप लगाने का समय भविष्य में भी आएगा एक दूसरे को नीचा दिखाने की स्वर्णिम बेला भी शायद आपको मिल ही जाएगी लेकिन अभी नही क्योंकि इस समय सभी की दृष्टि जन साधारण पर है ये ही समय है अपने आप को अच्छा साबित करने का भविष्य के गर्भ में क्या छिपा है किसी को नही पता लेकिन हम अपना वर्तमान सर्वहितकारी बनाएंगे तो स्वाभाविक है भविष्य राष्ट्र का स्वर्णिम होगा।

कांग्रेस की गैर जाटो में स्वीकार्य जाट नेता हो सकते हैं – सुरजेवाला

धर्मपाल वर्मा, चंडीगढ़:

भूपेंद्र सिंह हुड्डा

            पूरा हरियाणा जानता है कि विपक्ष की बात करें तो कांग्रेस के नेता के रूप में चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा सबसे मजबूत नजर आते हैं। इसके कई कारण भी है। एक तो वह विपक्ष के नेता हैl उनके नाम से कई एमएलए चुनाव जीत कर आए हैं। उनका बेटा सांसद है और राजनीति उन्हें विरासत में मिली है l इसके अलावा वे लगभग 10 साल राज्य के मुख्यमंत्री रहे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं lपरंतु आज कुछ चीजें उन्हें चुनौती भी देती दिखाई दे रही हैं l एक तो उनकी बढ़ती उम्र ही है lवे 73 साल के हो गए हैं lआगामी विधानसभा चुनाव तक 80 के नजदीक पहुंच जाएंगे lदूसरा यह कि श्री भूपेंद्र के पुत्र दीपेंद्र हुड्डा के सांसद बनने के बाद राज्य में एक जयप्रकाश जेपी को छोड़ दे तो अधिकांश नेता अंदर खाने उनके खिलाफ एक राय बनाकर चलते प्रतीत हो रहे हैं l हाईकमान हुड्डा को लेकर अपने दृष्टिकोण में थोड़ा-बहुत बदलाव करके चल रही है, ऐसा बहुत लोग मानने लगे हैं l लोक डाउन के दौरान कई ऐसी चीजें उभर कर आई है जो यह संकेत दे रही हैं कि कांग्रेस भविष्य में हरियाणा राज्य में एक ऐसे नेता को प्रोजेक्ट करेगी जो जाट तो हो परंतु गैर जाट और शहरी लोगों में भी स्वीकार्य हो l

यदि सच में ऐसा कोई प्रोग्राम है तो फिर इसकी समीक्षा करना जरूरी हो जाता है

रणदीप सिंह सुरजेवाला

यदि प्राप्त जानकारी सही है तो इस मामले में रणदीप सिंह सुरजेवाला भी एक चेहरा है। आज कुछ चीजें उनके खिलाफ हैं परंतु लगता है चुनौतियों से जूझने के लिए उन्होंने एक बार फिर से खुद को तैयार कर लिया है l प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने अपनी आगामी राजनीति की जो रूपरेखा तैयार की है उन्हीं सब चीजें को राजनीतिक पर्यवेक्षक जेहन में रखकर चल रहे है l

            जो बातें उभरकर सामने आई है उनको देख कर यह एहसास हुआ है कि रणदीप सिंह सुरजेवाला प्रदेश की राजनीति में लौट आए हैं और दूरदर्शिता स्टेटस इमेज तथा आक्रामकता को मध्य नजर रखते हुए हरियाणा की फुल टाइम राजनीति करने मे लग गये हैं l कैसे जनसंपर्क चलाना है, कैसे विरोधियों से निपटना है, कैसे सरकार की कार्यशैली को देखना है और विभिन्न मुद्दों पर बोलना है l

सुरजेवाला पिछले 6 वर्ष से दिल्ली में पार्टी के मीडिया के काम को देख रहे है

            जींद उपचुनाव की हार और फिर आम चुनाव में कैथल की हार के बाद उन्हें समझ में आ गया है कि उन्होंने अब राज्य की राजनीति में बढ़-चढ़कर रुचि नहीं ली तो फिर बड़ा नुकसान हो जाएगा l उन्होंने शायद एक बार फिर यह बात समझ ली है कि लोकतंत्र में जो व्यक्ति लोगों के बीच में रहेगा,वहीं कुछ ले मरेगा l एक शायर का यह मूल मंत्र याद आ गया होगा कि

जम्हूरियत दर्ज – ए – हकूमत है
इसमें सिर गिने जाते हैं, तोले नहीं जाते

            जानकार यह मानकर चल रहे हैं कि रणदीप सिंह सुरजेवाला इस बात को मद्देनजर जरूर रखेंगे कि वह रोहतक सोनीपत झज्जर आदि जिलों में ज्यादा एक्टिव न रहें जहां भूपेंद्र सिंह हुड्डा का व्यक्तिगत हस्तक्षेप है l वह उत्तरी हरियाणा और मध्य हरियाणा मतलब कैथल कुरुक्षेत्र जींद करनाल जिलों पर ज्यादा फोकस करने की योजना पर काम कर सकते हैं lसुरजेवाला को यह अच्छी तरह से पता है कि पोलिटिकल स्टेटस के बिना राजनीतिक व्यक्ति अधूरा है l पोलिटिकल स्टेटस से हमारा मतलब किसी सदन का सदस्य होने से है lयह बात कांग्रेस के और जाट नेता जैसे जयप्रकाश करण सिंह दलाल आनंद सिंह दांगी को भी पता चल गई होगी कि चुनाव हारने के बाद एक नेता की क्या स्थिति हो जाती है l सुरजेवाला को पता है कि कि जब वह युवक कांग्रेस के सदर बने तो उन्हें उनका विधायक होना काम आया था l अब कांग्रेस का मीडिया प्रभारी बनने के सवाल पर भी उन्हें इस बात का फायदा मिला था कि वे उस समय कैथल के विधायक थे और इस पद के लिए उनके मुकाबले जो चार पांच और लोग थे , उनमें कोई भी किसी सदन का सदस्य नहीं था l इसलिए रणदीप सिंह सुरजेवाला अब किसी भी सूरत में कैथल से चुनाव जीत कर दिखाने के मूड में नजर आने लगे हैंl अब वे और उनकी टीम लोक डाउन खुलने का इंतजार करते प्रतीत हो रहे है l

            बहुत कम लोगों को पता है कि रणदीप सिंह सुरजेवाला लोक डाउन के समय से ही पंचकूला में रह रहे हैं और निरंतर बयान बाजी भी कर रहे हैं lउनकी ओर से एक प्रेस नोट चंडीगढ़ और पंचकूला प्रेस में जारी हो रहा है जो यह प्रमाणित करने के लिए पर्याप्त है कि वे फुल टाइम राजनीति करने हरियाणा में आ गए हैं l रणदीप सिंह सुरजेवाला को कई चीजों में आमूलचूल परिवर्तन भी करना पड़ सकता है l यह वह चीजें हैं जिन्हें विरोधी प्रमुखता से प्रसारित करते हैं l

            एक बात जरूर है कि वे राजनीतिक सोच के व्यक्ति तो हैं ही मेहनत करने मे भी कोई सानी नहीं है l इसके अलावा चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के परिवार में राजनीति करने वाले सभी लोग उन्हें चुनौती के रूप में मान कर चलते हैंl आपको बता दें कि राजनीति में जिस चीज का नुकसान होता है कई बार उसका फायदा भी हो जाता है lपिछले विधानसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र जिले में पुंडरी की रोड बिरादरी बाहुल्य सीट पर सुरजेवाला ने एक परंपरागत पिछड़े जांगड़ा समुदाय के कांग्रेस कार्यकर्ता को टिकट दिलाई थी। जांगड़ा तो नहीं जीत पाए परंतु कैथल में रोड बिरादरी के लोगों ने पुंडरी में रोड की टिकट कटवाने की रड़क निकालते हुए सुरजेवाला को वोट की चोट से झटका दे दिया और भी मामूली से अंतर से चुनाव हार गएl

            लेकिन अब रणदीप सिंह सुरजेवाला को पिछड़े वर्गों के मतदाता इस बात के लिए सपोर्ट कर सकते हैं कि वह भी अपने पिता स्वर्गीय चौधरी शमशेर सिंह सुरजेवाला की तरह पिछड़े वर्ग के लोगों के शुभचिंतक हैं l कांग्रेस में भी ऐसा मानने वाले लोग काफी हैं कि रणदीप सिंह सुरजेवाला पिछड़े मतदाताओं को कांग्रेस के साथ जोड़ने में काफी सहायक सिद्ध हो सकते हैं l आज यह दावा किया जा सकता है कि लोक डाउन समाप्त हो जाने के बाद रणदीप सिंह सुरजेवाला मध्य और उत्तरी हरियाणा में फुल स्विंग में नजर आएंगे l आने वाले समय में मैं रणदीप सिंह सुरजेवाला सत्ता में बैठे भाजपा और जेजेपी गठबंधन के लिए तरह-तरह की चुनौतियां पेश करते नजर आ सकते हैं।

अमरूत स्कीम के तहत करनाल अर्बन में स्टोरम वाटर के कार्य प्रगति पर

  •  महापौर रेणु बाला गुप्ता ने राजीव पुरम की गली नम्बर-3 में कार्य का किया शुभारम्भ
  •  अधिकारियों को समय पर और क्वालिटी से कार्य करने के दिए निर्देश

मनोज त्यागी, करनाल – 21 मई:

    कस्बो व शहरों में बरसाती पानी की निकासी व सीवरेज जैसी नागरिक सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने के मकसद से भारत सरकार की ओर से शुरू की गई स्कीम अमरूत (अटल मिशन के तहत शहरी कायाकल्प व परिवर्तन) के तहत करनाल अर्बन में स्टोरम वाटर व सीवरेज के करीब 262 करोड़ रूपये के कार्य चल रहे हैं। सीवरेज के कार्य पर 178 करोड़ 10 लाख तथा स्टोराम वाटर के कार्य पर 84 करोड़ रूपये की राशि खर्च होगी। यह कार्य शहर में बढ़ती आबादी के दृष्टिगत जल निकासी व सीवरेज को लेकर अगले 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर किया जा रहा है, जिसके दूरगामी परिणाम होंगे, यानि नागरिकों को जल भराव और सीवरेज चौक होने जैसी समस्या से निजात मिलेगी।महापौर रेणु बाला गुप्ता ने वार्ड-3 के राजीव पुरम में जाकर स्टोरम वाटर के कार्य का शुभारम्भ किया। स्टोरम वाटर के कार्यों में शहर के राजीव पूरम गली नम्बर-3 में 800 मीटर लम्बी तथा 1000 एम.एम. सी.सी. की पाईप लाईने डालने का कार्य गुरूवार से शुरू हो गया, जो करीब अगले एक महीने में मुकम्मल होगा और इसे फूसगढ़ रोड स्थित मेल लाईन से जोड़ा जाएगा। मेयर ने निवासियों को इसकी बधाई दी और कहा कि वे कार्य की देखरेख भी करें, ताकि गुणवत्ता को लेकर कोई कमी ना हो। पाईप लाइनो का लेवल भी नागरिक स्वयं चैक करें, ताकि बाद में खराब लेवल से पानी निकासी में किसी तरह का अवरोध पैदा ना हो।इस अवसर पर मेयर रेणु बाला गुप्ता ने कहा कि करनाल एक पुराना तथा एतिहासिक शहर है। आबादी बढऩे के साथ-साथ यहां स्टोरम वाटर और सीवरेज की समस्या स्वाभाविक रूप से बन गई थी। इसके समाधान के लिए मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल ने केन्द्र सरकार को ध्यान दिलाया, परिणाम स्वरूप करनाल अर्बन स्कीम के तहत देश के चुनिंदा शहरों में शामिल हुआ। जब यह कार्य पूरा होगा, तो भावि नागरिकों को इसका बड़ा लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि अमरूत के इलावा करनाल में मुख्यमंत्री हरियाणा के मार्गदर्शन में सड़कों को भी सुदृढ़ बनाया जा रहा है। इनसे यातायात सुगम हो जाने के साथ-साथ नागरिकों को सुकून भी मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि करनाल में विकास कार्यों की रफतार भविष्य में भी इसी तरह से जारी रहेगी।इस मौके पर सहायक अभियंता सुनील भल्ला, कनिष्ठ अभियंता प्रदीप कुमार के अतिरिक्त गणमान्य नागरिकों मेें सतीश पांचाल, बलराज टकारिया व राजेन्द्र गुप्ता इत्यादि शामिल रहे।

पुलिस फ़ाइल, यमुनानगर

सुशील पंडित, यमुनानगर – 21 मई  

यमुनानगर

शादीशुदा महिला के साथ साथ छेड़छाड़ व दुष्कर्म का प्रयास

यमुनानगर थाना शहर की रेलवे रोड स्थित कालोनी के नजदीक घर में घुसकर एक 34 वर्षीय व्यक्ति ने 33 वर्षीय शादीशुदा महिला के साथ छेड़छाड़ की। आरोप है कि इस दौरान आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म करने का भी प्रयास किया। पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। महिला ने महिला पुलिस थाने में दी शिकायत में बताया कि उसकी पुराना हमीदा निवासी अजय कुमार के साथ जान पहचान थी। अजय अक्सर उनके घर पर आया जाया करता था। 3 मई को वह घर पर अकेली थी। उसके परिवार के सदस्य किसी काम से बाहर गए थे। अजय उनके घर पर आया और उसे घर पर अकेला पाकर उसके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म करने का भी प्रयास किया। जब उसने शोर मचाया तो लोगों को आता देख आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गया। उसने घटना की सूचना परिजनों व पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।

पुलिस के मुताबिक पीड़िता की सास ने आरोपी के एक रिश्तेदार पर मामला दर्ज करवा रखा है। आरोपी और पीड़िता एक ही तरह का कारोबार करते हैं। मामले को देख रही एएसआई मुकेश कुमारी ने बताया कि निष्पक्ष जांच जारी है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके मुताबिक कार्रवाई तय है।

4 युवकों ने 1 युवक पर बिंडों से किया हमला

यमुनानगर आनंद कालोनी पुराना हमीदा में 4 युवकों ने 1 युवक पर बिंडों से हमला कर उसे घायल कर दिया। घायल अस्पताल में है। पुलिस ने चारों युवकों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। आनंद कॉलोनी निवासी गगन कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका कॉलोनी के ही गोपी व पिंद्र के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। शाम 5 बजे वह कॉलोनी में ही किसी काम से जा रहा था। इस दौरान गोपी व पिंद्र  ने अपने साथी छोटा व मन्नी के साथ मिलकर उस पर हमला कर दिया। वह घायल हो गया। आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गए।

हमीदा चौंकी इंचार्ज ईश्वर जांगड़ा ने बताया कि चारों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है, जल्द उन्हें गिरफ्तार करेंगें।

2 फैक्ट्रियों व 1 सुने घर समेत लाखों का सामान चोरी

यमुनानगर चोरों ने 2 फैक्ट्रियों व 1 सुने घर को निशाना बनाकर लाखों का सामान चोरी कर लिया। पुलिस ने तीनों मामलों में अज्ञात चोरों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। हुड्डा सेक्टर 17 निवासी राजेश कुमार ने छछरौली पुलिस थाने में दी शिकायत में बताया कि उसकी दादूपुर रोड छछरौली में एम बी प्लाईवुड में कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है। चोरों ने फैक्ट्री में घुसकर वहां से सरिया, तीस गाटर, पानी की टंकी, जरनैटर, बैटरी व अन्य सामान चोरी कर लिया। चोरी हुए सामान की कीमत करीब ढाई लाख रुपए है।

उधर, आतम नगर जगाधरी निवासी ऋषि गर्ग ने बताया कि उसकी प्रकाश चौक जगाधरी में बर्तन की फैक्ट्रि में घुसकर ब्रास व ठठियारी गुल्ली चोरी कर ली। चोरी हुए सामान की कीमत करीब 80 हजार है। वहीं, साढौरा निवासी अजय चौहान ने बताया कि चोरों ने उनके घर में घुसकर इनवर्टर बैटरी तथा 2 गैस सिलेंडर चोरी कर लिए। इनकी कीमत हजारों में हैं।

महिला के साथ छेड़छाड़, पति ने किया विरोध उसे पीटा

यमुनानगर गांव पटाक माजरी में 3 लोगों ने 1 घर में घुसकर महिला के साथ छेड़छाड़ की। जब महिला का पति घर पहुंचा तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की। जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। पीड़िता ने रादौर पुलिस थाने में दी शिकायत में बताया कि उसकी पुत्रवधू घर पर अकेली थी। इस दौरान सोनी, फकीर चंद व मनमोहन सिंह उनके घर में घुस गए और उसकी पुत्रवधू के साथ छेड़छाड़ करने लगे। उसकी पुत्रवधू ने जब शोर मचाया तो उसका बेटा घर पहुंचा। इस दौरान आरोपियों ने उसके बेटे के साथ मारपीट की। जिससे वह घायल हो गया।

रादौर एसएचओ ऋषि कुमार ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। पीड़िता के बयान करवाए गए हैं।

Police Files, Chandigarh

Korel, CHANDIGARH21.05.2020

Six persons arrested under section 188 IPC while not wearing face mask.

Six different cases U/S 188 IPC have been registered against six persons who were arrested while roaming outside without wearing a face mask and disobeyed the orders of DM, UT, Chandigarh. Later they were released on bail. The detail of police Stations in which cases U/S 188 IPC got registered on 20.05.2020 is :- PS-Mauli Jagran =02 cases, PS-IT Park = 03 & PS-34 =01 case.

MV Theft

Parveen Singh R/o # 1315, Sector 28/B, Chandigarh reported that unknown person stole away complainant’s motorcycle No. CH01BV1578 while parked at Market, Sector 29, Chandigarh on 09.03.2020. A case FIR No. 105, U/S 379 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh. Investigation of case is in progress.