आज स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया पेंशन सेल सेक्टर -5 पंचकुला की तरफ से हरियाणा पुलिस के कर्मचारियों के लिए फेस मास्क और सैनिटाइजर मोहित हांडा DCP पंचकुला को भेंट किये गए. इस अवसर पर पेंशन सेल के सहायक महाप्रबंधक मनोज कुमार सिंह, मुख्य प्रबंधक हरविंदर सिंह के अलावा विजय तिवारी, प्रेम पवार, यशपाल बजाज, पाल सिंह और सूरज कुमार उपस्थित थे.
हरियाणा पुलिस के तरफ से सुशील कुमार भी इस मौके पर उपस्थित थे. पुलिस अधिकारियो ने इस नेक काम के लिए बैंक प्रबंधक का धन्यवाद किया. मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए मुख्य प्रबंधक हरविंदर सिंह ने बताया की इस समय पूरे देश मे जो महामारी फैली हुई है इस समय बैंक कर्मचारी ना केवल बखूबी से बैंक ड्यूटी निभा रहे हैं बल्कि राहत कार्यों मे भी बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे है
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/04/cfdsdfre.jpg9601280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-04-10 15:04:312020-04-10 15:31:40एसबीआई पेंशन सेल ने पुलिस कर्मियों के लिए मास्क और साइनेटाइजर भेंट किए
कांग्रेस के पूर्व विधायकों से की एक-एक महीने की पेंशन कोरोना रिलीफ फंड में देने की अपील मौजूदा विधायक पहले ही कर चुके हैं एक-एक महीने की सैलरी देने का ऐलान
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायकों के लिए अपील जारी की है। उन्होंने कहा है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूर्व विधायकों को भी आगे आकर मदद करनी चाहिए। मौजूदा विधायकों की तरह उन्हें भी अपील करता हूँ ,एक-एक महीने की पेंशन कोरोना रिलीफ फंड में देनी चाहिए।
आपको बता दें कि हरियाणा के कांग्रेस विधायक पहले ही एक-एक महीने की सैलरी रिलीफ फंड में देने का ऐलान कर चुके हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि कोरोना एक वैश्विक महामारी है। इसको हराना सिर्फ सरकार की नहीं, हम सबकी जिम्मेदारी है। इसीलिए सभी को अपनी क्षमता के मुताबिक सहयोग करना चाहिए।
हुड्डा ने कहा कि प्रदेशहित के हर फैसले में कॉन्ग्रेस सरकार के साथ खड़ी है। कांग्रेस के मौजूदा और पूर्व विधायक से लेकर एक-एक कार्यकर्ता अपना सहयोग देने के लिए तैयार है। यह वक्त दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मानवता के बचाव की खातिर काम करने का है। इसलिए एक जिम्मेदार विपक्ष होने के नाते हम लगातार सरकार से समन्वय बनाए हुए हैं। उसे वक्त-वक्त पर तमाम जरूरी सुझाव दे रहे हैं। कांग्रेस विधायक, यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई जमीनी स्तर पर लगातार लोगों की मदद कर रहे हैं। हमारी कोशिश है कि मुश्किल के इस वक्त में कोई भी भूखा या बेघर नहीं रहना चाहिए।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2019/02/hudda.jpg7801040Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-04-10 13:51:012020-04-10 13:51:19भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पूर्व विधायकों से की एक-एक महीने की पेंशन कोरोना रिलीफ फंड में देने की अपील
चंडीगढ़ से एक और फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार,पहले कर रहा था कंपाउंडर का काम फिर फर्जी डॉक्टर बन चमकाई क्लीनिक की दुकान
शहर में जमातीयों के साथ ही चंडीगढ़ पुलिस ने झोलाछाप डॉक्टरों की भी खबर लेनी शुरू कर दी है। पुलिस की इसी सतर्कता के परिणाम स्वरूप मलोया थानाा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले डडूमाजरा में पुलिस ने एक और झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। आपको यह जानकर हैरानी होगी की पुलिस के मुताबिक यह झोलाछाप डॉक्टर पहले कंपाउंर का काम किया करता था। जिसके बाद आरोपी ने जाली डॉक्टर बन क्लीनिक खोल इसे अपना धंधा बना लिया। मामले में मलोया थाना पुलिस ने आरोपी फर्जी डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी झोलाछाप डॉक्टर की पहचान डडूमाजरा के रहने वाले ओम प्रकाश के रूप में हुई है। आपको बता बता दें कि लॉक डाउन के दौरान यह चंडीगढ़ पुलिस की ओर से फर्जी डॉक्टर की इस तरह से दूसरी गिरफ्तारी है।
जानकारी के अनुसार लॉक डाउन के दौरान तैनात किए गए एक्सक्यूटिव मजिस्ट्रेट इंदरजीत सिंह और एसएचओ मलोया पलक गोयल अपनी जनरल ड्यूटी के दौरान क्षेत्र में राउंड पर थी। इस दौरान उन्होंने दीपा क्लीनिक के नाम से मौजूद क्लीनिक के डॉक्टर ओम प्रकाश से बात की। संदेह होने पर पुलिस में जब आरोपी डॉक्टर से उसके रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट डाक्यूमेंट्स और मेडिकल डिग्री मांगी गई तो वह पहले गोलमाल करने लगा । लेकिन जब पुलिस ने उससे सख्ती सेेे पूछताछ की । इस दौरान उसने पुलिस के सामने माना कि उसके पास कोई भी सर्टिफिकेट ,रजिस्ट्रेेशन या डिग्री नहीं है। वह बीते करीब 1 माह से इसी तरह से खुद को डॉक्टर बता क्लीनिक चलाता आ रहा है।
पुलिस की माने तो आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि वह पहले कंपाउंडर का काम करता था। इसके बाद उसने क्लीनिक खोल डॉक्टरी को अपना धंधा बना लिया। मामले में आरोपी फर्जी डॉक्टर के खिलाफ मेडिकल काउंसिल एक्ट -1956 की धारा 15 और सेक्शन 23 पंजाब मेडिकल रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/04/25c49c02-3ab6-48b2-b3d9-5fd7c9dff9ca.jpg6851024Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-04-10 13:42:532020-04-10 13:43:48चंडीगढ़ से एक और फर्जी डॉक्टर गिरफ्तार
भारत में कोरोना का कहर जारी है. इस वायरस के संक्रमण को कम करने के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है. इसी बीच बिहार से एक ऐसा मामला सामने आया जहां आरोप है कि पड़ोसी देश नेपाल का रहना वाला जालिम मुखिया भारत में कोरोना वायरस फैलाने की योजना बना रहा है. पूरा देश इन दिनों संपूर्ण लॉकडाउन और सीलिंग की वजह से कैद है. बावजूद इसके कोरोना वायरस का कहर रोके नहीं रुक रहा. देश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 64 सौ से ज्यादा हो गई है. 199 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है. गुरुवार को दिल्ली में कोरोना के 51 नए केस आने के बाद 720 हो गई है, जिनमें 430 मरकज से जुड़े हैं.
नई दिल्ली (ब्यूरो)10 अप्रैल:
बिहार से कोरोना वायरस से जुड़ी एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. बेतिया के डीएम ने एसपी को पत्र लिखकर बिहार-नेपाल बॉर्डर के संबंध में अलर्ट किया है. इसमें कहा गया है कि तस्कर जालिम मुखिया कोरोना संक्रमित भारतीय मुस्लिमों को भेजकर कोरोना फैलाने की साजिश रच रहा है.
जालिम मुखिया थाना सेमरा नेपाल से है और भारत में कोरोना फैलाने का प्लान बना रहा है. उसका प्लान 40 से 50 कोरोना संदिग्ध भारतीय मुसलमानों को भारत भेजने का है. जालिम मुखिया हथियार तस्करी, ड्रग्स आदि का धंधा करता है.
जानकारी के मुताबिक जालिम मुखिया को जालिम मियां के नाम से भी जाना जाता है. जालिम मुखिया बिहार नेपाल सीमा पर स्थित नेपाल के पर्सा जिले के जगरनाथपुर गांव पालिका का मेयर है. जालिम नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का स्थानीय नेता है.
इस मामले में SSB की 47 बटालियन को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है और बगहा, नरकटियागंज, सिकटा मैनताड़, और गौनाहा बॉर्डर पर सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया गया है.
SSB के पत्र पर बिहार के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी का कहना है कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है, गृह मंत्रालय को भी जानकारी दी गई है. उन्होंने कहा कि लोग घुसे नहीं हैं बल्कि घुसने की फिराक में हैं. वहां के डीएम और एसपी को निर्देश दिया गया है.
आमिर सुबहानी ने कहा कि इन लोगों को घुसने नहीं दिया जाएगा. मामला नेपाल में है लेकिन हमने अपने अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है. मरकज मामले में कार्रवाई हो रही है.
3 अप्रैल को SSB ने जिला प्रशासन से ये इनपुट शेयर किया था. उसके बाद पश्चिम चंपारण DM ने पुलिस को अलर्ट किया.
इस मामले में बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि जालिम मुखिया मामले में 4 दिन पहले जिले के डीएम, एसपी को अलर्ट के लिए बोला गया है. कोरोनो संक्रमित लोगों की सूचना दी गई थी. लेकिन सूचना अभी तक पुष्ट नहीं हो पाई है.
वहीं क्वारंटाइन के नियमों का उल्लंघन करनेवालों पर अब मुकदमा दर्ज होगा. गोपालगंज जैसे मामलों पर पुलिस गंभीर है. सिवान में एक ही परिवार के कई लोग चपेट में आए हैं. जिन इलाकों को सील किया गया है वहां कर्फ्यू जैसे हालात हैं.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/04/jalim-mukhiya-3_041020010113.jpeg650750Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-04-10 11:50:242020-04-10 11:51:02नेपाल का ज़ालिम मुखिया भारत में कोरोना फैलाने की फिराक में
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख Tedros Adhanom Ghebreyesus ने कहा कि वह महीनों से नस्लवादी टिप्पणियों और मौत की धमकियों का शिकार थे।
लेकिन राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने कहा कि ताइवान ने किसी भी तरह के भेदभाव का विरोध किया, और डॉ। टेड्रोस को द्वीप पर जाने के लिए आमंत्रित किया।
ताइवान ने कहा कि कोरोनोवायरस फैलने के बाद इसे महत्वपूर्ण जानकारी तक पहुंच से वंचित कर दिया गया। WHO इसे खारिज करता है।
चीन की आपत्तियों के कारण ताइवान को WHO, संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी की सदस्यता से बाहर रखा गया है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ताइवान को एक टूटता प्रांत मानती है और आवश्यकता पड़ने पर बल द्वारा उसे लेने के अधिकार का दावा करती है।
WHO की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भी आलोचना की गई है, जिन्होंने एजेंसी को अमेरिकी धन वापस लेने की धमकी दी है।
क्या कहा जा रहा है?
डॉ. टेड्रोस ने कहा कि वह पिछले दो से तीन महीनों से नस्लवादी टिप्पणियों के शिकार थे।
“मुझे काला या नीग्रो नाम देना,” उन्होंने कहा। “मुझे काले होने पर गर्व है, या नीग्रो होने पर गर्व है।”
कोरोनोवायरस लड़ाई के दिल में इथियोपिया
कोरोनावायरस: अमेरिका में चीजें गलत हो गई हैं – और सही हो गई हैं इसके बाद उन्होंने कहा कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है, “मैं कोई ध्याननहीं देता।”
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि दुरुपयोग ताइवान से हुआ था, “और विदेश मंत्रालय ने खुद को इससे अलग नहीं किया”।
लेकिन सुश्री त्साई ने कहा कि ताइवान भेदभाव का विरोध कर रहा था।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने उनके हवाले से कहा, “वर्षों से, हमें अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से बाहर रखा गया है, और हम किसी और से बेहतर जानते हैं कि यह किसके खिलाफ भेदभाव और अलग-थलग करने जैसा है।”
“यदि महानिदेशक टेड्रोस चीन के दबाव का सामना कर सकते हैं और ताइवान में खुद के लिए कोविद -19 से लड़ने के ताइवान के प्रयासों को देखने के लिए आते हैं, तो वह यह देख पाएंगे कि ताइवान के लोग अनुचित उपचार के सच्चे शिकार हैं।”
ताइवान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता जोआन ओउ ने कहा कि टिप्पणियां “गैर जिम्मेदाराना” थीं और आरोप “काल्पनिक” थे। समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि मंत्रालय ने कहा कि वह “बदनामी” के लिए माफी मांग रहा है।
संवाददाताओं का कहना है कि ताइवान वायरस को रोकने के अपने उपायों पर गर्व कर रहा है, जिसमें अभी तक केवल 380 मामले और पांच मौतें हैं।
पिछले महीने, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि यह ताइवान में वायरस की प्रगति की निगरानी कर रहा था और इसके प्रयासों से सबक सीख रहा था।
अमेरिका के साथ विवाद के बारे में क्या?
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने ट्रम्प से जंग जारी रखी है, जो डब्ल्यूएचओ पर “बहुत चीन-केंद्रित” होने का आरोप लगाते हैं और फंडिंग समाप्त की धमकी देते है।
बुधवार को बोलते हुए, महानिदेशक टेड्रोस एडहोम घेबियस ने डब्ल्यूएचओ के काम का बचाव किया और कोविद -19 के राजनीतिकरण को समाप्त करने का आह्वान किया।
यह बीमारी पहली बार पिछले दिसंबर में चीनी शहर वुहान में सामने आई थी, जिसमें 11 सप्ताह का लॉकडाउन खत्म हुआ था। डब्ल्यूएचओ प्रमुख के एक सलाहकार ने पहले कहा था कि चीन के साथ उनके करीबियों (WHO) की ज़िम्मेदारी इस बीमारी को शुरुआती दौर में समझने की बनती थी जिसमें वह नाकामयाब रहे थे।
टेड्रोस का मानना है कि डब्ल्यूएचओ पर ट्रम्प के हमले अपने स्वयं के प्रशासन की महामारी से निपटने की असमर्थता के संदर्भ में आते हैं, विशेष रूप से अमेरिकी परीक्षण के साथ शुरुआती समस्याएं।
डब्ल्यूएचओ ने जनवरी में एक कोरोनोवायरस परीक्षण को मंजूरी दी थी – लेकिन अमेरिका ने इसका उपयोग करने के बजाय अपने स्वयं के परीक्षण का विकास करने का फैसला किया। हालांकि, फरवरी में, जब परीक्षण किटों को हटा दिया गया, तो उनमें से कुछ ने ठीक से काम नहीं किया, और अनिर्णायक परिणामों का नेतृत्व किया।
सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि देरी ने वायरस को अमेरिका के भीतर फैलने में सक्षम बना दिया।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने पहले डब्ल्यूएचओ की रक्षा के लिए अपनी आवाज उठाई थी। उन्होंने प्रकोप को “अभूतपूर्व” बताया और कहा कि यह कैसे संभाला जाए इसका कोई भी आकलन भविष्य के लिए एक मुद्दा होना चाहिए।
डॉ॰ टेड्रोस को अफ्रीकी संघ से भी समर्थन मिला है, वर्तमान अध्यक्ष और दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने “एकजुटता, उद्देश्य की एकता और बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के लिए आह्वान किया है कि हम इस असामान्य दुश्मन को दूर करने में सक्षम हैं”।
“हमें दोषारोपण के प्रलोभन से बचना चाहिए,” उन्होंने कहा।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/04/https___s3-ap-northeast-1.amazonaws.com_psh-ex-ftnikkei-3937bb4_images_9_8_3_4_24744389-1-eng-GB_skipping-to-Xi.jpg10121800Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-04-10 11:14:392020-04-10 11:22:08क्या WHO चीन के निर्देशों की पालना करता है???
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तो लगातार WHO की खिंचाई कर रहे हैं. पहले उन्होंने WHO की फंडिंग रोकने की धमकी दी, फिर ये कहा कि WHO को अपनी प्राथमिकताएं तय करनी होंगी. ये बात बिल्कुल सही है, क्योंकि कोरोना वायरस से लड़ाई में WHO ने लगातार गलत फैसले लिए. और ये ऐसे फैसले थे, जिनकी वजह से चीन का बचाव हो रहा था.
चंडीगढ़, 10 अप्रैल :
कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया का गुस्सा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पर निकल रहा है क्योंकि WHO एक वैश्विक संगठन के रूप में पूरी तरह से फेल हुआ है. आरोप यही लग रहे हैं कि WHO सिर्फ चीन की बात सुनता है. इसलिए दूसरे देशों ने भी तय कर लिया कि वो WHO की बात नहीं सुनेंगे. भारत का ही उदाहरण लीजिए. 30 जनवरी को WHO के महानिदेशक ने कहा था कि WHO चीन पर यात्रा प्रतिबंध लगाने की सिफारिश नहीं करेगा. इसके तीन दिन बाद ही भारत ने अपने नागरिकों को चीन की यात्रा ना करने की सलाह दी थी.
16 मार्च को WHO के महानिदेशक ने कहा कि कोरोना से लड़ने का मंत्र है- Test, Test और Test, लेकिन 22 मार्च को भारत ने साफ कर दिया कि बिना देखे सुने Testing नहीं होगी. कोरोना से लड़ने का एक ही मंत्र है- Isolation, Isolation और isolation.
WHO ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए गाइडलाइंस में कहां कि वो किसी विशेष दवा की सिफारिश नहीं करता, क्योंकि किसी कारगर दवा के सबूत नहीं है. लेकिन भारत ने प्रयोग के तौर पर दो antivirus का इस्तेमाल करने को कहा और इसके बाद इसकी जगह पर hydroxy-chloroquine और antibiotic azithromycin का इस्तेमाल करना शुरू किया. इन दोनों दवाओं का प्रयोग किस तरह से सफल रहा, इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज दुनिया के बड़े-बड़े देश भारत से hydroxy-chloroquine मांग रहे हैं.
Hydroxy-chloroquine दवा के निर्यात की मंजूरी देने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बार-बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद कर रहे हैं. ट्रंप ने Tweet करके कहा कि इस मदद को वो कभी भुला नहीं पाएंगे. ट्रंप ने लिखा कि चुनौतीपूर्ण वक्त में दोस्तों के बीच करीबी सहयोग की ज़रूरत होती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व से ना सिर्फ भारत बल्कि पूरी मानवता की सेवा हो रही है. इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी जवाब दिया और कहा कि मानवता की सेवा के लिए भारत कुछ भी करेगा. ब्राज़ील के राष्ट्रपति ने तो अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत का शुक्रिया कहा है.
अमेरिका भी कर रहा खिंचाई
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तो लगातार WHO की खिंचाई कर रहे हैं. पहले उन्होंने WHO की फंडिंग रोकने की धमकी दी, फिर ये कहा कि WHO को अपनी प्राथमिकताएं तय करनी होंगी. ये बात बिल्कुल सही है, क्योंकि कोरोना वायरस से लड़ाई में WHO ने लगातार गलत फैसले लिए. और ये ऐसे फैसले थे, जिनकी वजह से चीन का बचाव हो रहा था.
चीन में कोरोना संक्रमण के शुरुआती मामले दिसंबर में ही आ गए थे, लेकिन WHO ने कोई जांच नहीं की. 14 जनवरी को WHO ने यहां तक कह दिया कि इस वायरस का इंसान से इंसान में संक्रमण होने का कोई सबूत नहीं है.
24 जनवरी को WHO ने इस वायरस पर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा तो की लेकिन यात्राओं पर तुरंत प्रतिबंध लगाने की कोई सिफारिश नहीं की. सिर्फ यही नहीं WHO कह रहा था कि यात्रा प्रतिबंध लगाना सही नहीं है. 27 जनवरी को वायरस 13 देशों में फैल चुका था, लेकिन WHO का पूरा फोकस चीन पर ही था. इस वक्त तक भी WHO कोरोना वायरस को महामारी मानने से इनकार करता रहा.
27 जनवरी को ही Wuhan के मेयर ने एक इंटरव्यू में ये बात स्वीकार की थी कि कोरोना से जुड़ी अहम जानकारियों को बताने में देरी नहीं करनी चाहिए. जानकारियां जल्दी-जल्दी दी जानी चाहिए. ये वो वक्त था जब WHO के महानिदेशक खुद चीन के दौरे पर गए थे और वहां जाकर कोरोना वायरस से लड़ाई में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तारीफ कर रहे थे.
30 जनवरी को WHO ने इसे ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किया. लेकिन WHO को इस वक्त भी ध्यान नहीं आया कि इसे महामारी घोषित करना चाहिए. आखिरकार 11 मार्च को इसे महामारी घोषित किया गया.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2020/04/tedrosarticleimage-1160x1216-1.jpg12161160Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-04-10 10:42:082020-04-10 10:42:29क्या WHO एक वैश्विक संगठन के रूप में पूरी तरह से असफल रहा है
10 अप्रैल 2020: कई दिनों से रुके काम भी पूरे हो सकते हैं. पारिवारिक संबंध मधुर रहेंगे. अपनी इमेज सुधारने का मौका भी आपको मिल सकता है. सोचे हुए काम पूरे हो सकते हैं. आपके लिए दिन उत्साहवर्धक है और मनोरंजन भी होता रहेगा. परिवार से जुड़े मामलों पर आपको ध्यान देना होगा. कुछ घरेलू उलझे हुए मामले सुलझ सकते हैं. शादीशुदा लोगों को सुख मिल सकता है. प्रेम बढ़ेगा. पुरानी बीमारियों में थोड़ा आराम मिल सकता है.
10 अप्रैल 2020: कारोबार में व्यस्तता रहेगी. कार्यक्षेत्र में सम्मान मिल सकता है. मेहनत से धन कमा लेंगे. जो काम पिछले कई दिनों से अधूरे पड़े थे, वे निपट सकते हैं. नए एग्रीमेंट या नए संबंध बनने की संभावना है. समय अच्छा है. कई क्षेत्रों में आप एक साथ सक्रिय भी रहेंगे. आगे बढ़ने के लिए आपको अपने जीवन में कुछ बदलाव करने पड़ सकते हैं. अविवाहित लोगों को रोमांस के अवसर मिल सकते हैं. यात्रा के भी योग हैं.
10 अप्रैल 2020: जल्दबाजी में कोई काम न करें. पैसों की स्थिति की चिंता करनी होगी. आपका फालतू खर्चा हो सकता है. नौकरी और बिजनेस में किसी बात को लेकर उलझनें बढ़ सकती हैं. पैसों के मामलों में सावधानी रखनी होगी. सेहत को लेकर लापरवाही न करें. ऑफिस या वर्क प्लेस पर तनावपूर्ण स्थिति बन सकती है. आज आप दोस्तों और परिवार की जरूरतों में फंस सकते हैं. पेट संबंधित रोग होने के योग बन रहे हैं.
10 अप्रैल 2020: नौकरी में परेशानी हो सकती है. रूटीन कामों में कुछ जोखिम हो सकता है. जिद करेंगे तो किसी से विवाद होने की संभावना है. ज्यादा सोच-विचार में समय न गंवाए. अचानक आपकी परेशानियां भी बढ़ सकती हैं. कामकाज में रुकावटें आने से आपका मूड खराब हो सकता है. दौड़-भाग रहेगी. कुछ मामलों में लोगों की मदद नहीं मिल पाएगी. सेहत में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं. नींद की कमी रहेगी. सिरदर्द और आंखों में जलन हो सकती है.
10 अप्रैल 2020: परिवार में सुख-शांति बढ़ेगी. कार्यक्षेत्र में नए एग्रीमेंट और समझौते होने की संभावना है. सामाजिक कामकाज में सम्मान मिल सकता है. किसी अच्छे दोस्त से मुलाकात के योग बन रहे हैं. आपका ध्यान किसी दूर स्थान पर ज्यादा रहेगा. ऑफिस में कोई व्यक्ति गुप्त रूप से आपकी मदद कर सकता है. रोमांस के अच्छे अवसर मिलने के योग हैं. पार्टनर आपको आर्थिक मदद कर सकता है. आज आप साथ काम करने वाले की तरफ आकर्षित हो सकते हैं.
10 अप्रैल 2020: कारोबार बढ़ेगा. अपने से निचले स्तर के कर्मचारियों से सहयोग मिलेगा. आपकी मुलाकात खास लोगों से हो सकती है. आपको नियमित कामकाज से कुछ समय के लिए छुटकारा मिल सकता है. आपकी ज्यादातर परेशानियां खत्म होने के योग हैं. जिस काम को आप अधूरा समझ रहे हैं, वह पूरा हो जाएगा. बड़े लोगों से सहयोग मिल सकता है. आपको फायदा भी हो सकता है. दिन थकान भरा रहेगा. आराम करें नहीं तो परेशानी हो सकती है.
10 अप्रैल 2020: नौकरी और बिजनेस में लाभ की संभावना बन रही है. आपके लिए दिन अच्छा रहेगा. विशेष लाभ व उन्नति के लिए आज आपको कुछ ज्यादा ही कोशिशें करनी पड़ सकती है, लेकिन आप सफल भी हो सकते हैं. आपके किए गए काम किस्मत की मदद से पूरे हो सकते हैं. अपने फायदे की चिंता जरूर करें. दूसरों को नाराज किए बिना चतुराई से काम करें.लव पार्टनर पर खर्चा ज्यादा हो सकता है. लवर या जीवनसाथी पर गुस्सा न करें. किसी पर अपनी भावनाएं जबरदस्ती न थोपें.
10 अप्रैल 2020: बिजनेस में फायदा कम ही होगा. ट्रांसफर के योग बन रहे हैं. कोई नया काम शुरू न करें. आपके लिए दिन थोड़ा टफ हो सकता है. कार्यक्षेत्र की स्थितियां आपका ध्यान भटका सकती हैं. आज आपका मन फालतू कामों में ज्यादा रहेगा. सोचे हुए काम पूरे नहीं होने से आपकामूड भी खराब हो सकता है. अविवाहित लोगों के प्रेम संबंधों में तनाव हो सकता है. पार्टनर का मूड ठीक नहीं रहेगा.
10 अप्रैल 2020: रोजमर्रा के काम पूरे होने के योग हैं. आपके काम बनते चले जाएंगे. सोच-समझकर फैसले लेने से ही फायदा हो सकता है. पैसों की स्थिति में अच्छे खासे बदलाव के मौके मिल सकते हैं. परिवार, समाज में आपका महत्व बढ़ेगा. प्रेम संबंधों में सफलता मिलेगी. जीवनसाथी के साथआपके संबंध और गहरे हो सकते हैं. पार्टनर के साथ आज अच्छा समय बीतेगा. सेहत में उतार-चढ़ाव आने की संभावना है. भोजन में मसालेदार चीजों का उपयोग न करें.
10 अप्रैल 2020: नए सौदे आज न करें तो ही अच्छा है. पैसा भी रुक सकता है. दिन की शुरुआत ठीक नहीं रहेगी. न चाहते हुए भी पैसा खर्चा हो सकता है. परिवार के लोग आपको किसी कठिन स्थिति में डाल सकते हैं. आज आप अपनी प्लानिंग गुप्त रखें. किसी से शेयर नहीं करें. रिश्तों के क्षेत्रमें भी कुछ कठिन स्थितियां बन सकती हैं. वाद-विवाद में उलझ सकते हैं. कामकाज में सुस्ती का माहौल रहेगा. सिर और पेट दर्द हो सकता है. भोजन में सावधानी रखें.
10 अप्रैल 2020: आर्थिक तंगी खत्म होगी. इनकम और खर्चा बराबर रहेगा. ऑफिस में अधिकारियों से सहयोग मिलेगा. कार्यक्षेत्र में आप पूरी ताकत से काम निपटा लेंगे. आर्थिक तंगी खत्म हो सकती है. अचानक धन लाभ हो सकता है. अच्छे लोगों की संगति से फायदा हो सकता है. संतान से कोई अच्छी खबर मिलने के योग हैं. कोशिशों से समस्याएं सुलझा लेंगे. आज आप किसी खास नतीजे के इंतजार में धैर्य रखेंगे तो खुश होंगे.
10 अप्रैल 2020: बिजनेस न बढ़ाएं तो ही अच्छा है. जो जैसा चल रहा है चलने दें. महंगी चीजों की खरीददारी हो सकती है. आज आप कोई नया और बड़ा डिसीजन न लें तो ही अच्छा रहेगा. सावधानी रखें. पैसा खर्च करने में आप बहुत चतुराई से काम लेंगे. लव लाइफ के मामले में आपके लिए दिन अच्छा है. थकान और नींद की कमी से परेशानी हो सकती है.
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/rashifal.jpg476715Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-04-10 03:45:512020-04-10 03:51:31आज का राशिफल
विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/12/Hindu-Panchang-1.jpg388997Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2020-04-10 02:43:472020-04-10 02:45:16आज-का-पंचांग
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