ममता का सत्ताग्रह

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सबसे पहले ये समझिए कि इस सीबीआई vs ममता विवाद की जड़ क्या है ? आपको पश्चिम बंगाल के सारदा और Rose Valley घोटाले याद होंगे, जिनमें ममता बनर्जी की पार्टी के कई नेता फंसे हुए हैं. ये घोटाले करीब 19 हज़ार 500 करोड़ रुपये के हैं. इसमें 17 लाख से भी ज़्यादा लोगों का पैसा फंसा हुआ है. 

इन्हीं घोटालों के संबंध में CBI कोलकाता के मौजूदा पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ करना चाहती है. इसके लिए राजीव कुमार को कई बार Summon किया गया, लेकिन वो नहीं आए. कल शाम को CBI के अफसरों की एक टीम राजीव कुमार से पूछताछ करने के लिए उनके घर जाना चाहती थी. लेकिन कोलकाता पुलिस ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया. काफी देर तक ये ड्रामा होता रहा. इसके बाद कोलकाता पुलिस, CBI के करीब 25 अधिकारियों को लेकर थाने चली गई. और दो घंटे तक उन्हें हिरासत में रखा. 

इसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने CBI के खिलाफ कल रात 9 बजे से कोलकाता में धरना शुरू कर दिया. और इस धरने में उनके साथ कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार भी शामिल हैं. ये धरना इस वक़्त भी जारी है. ममता बनर्जी की उम्र 64 वर्ष है, लेकिन इस उम्र में भी अपने राजनीतिक धरने के लिए उनके पास ऊर्जा की कोई कमी नहीं है.
 
ममता बनर्जी ने पूरे घटनाक्रम को राजनीतिक रंग दे दिया. और ये आरोप लगाए कि CBI केन्द्र सरकार के इशारे पर काम कर रही है. और देश का संघीय ढांचा खतरे में है. इसके साथ ही ममता बनर्जी के इस धरने के खिलाफ देश भर की विपक्षी पार्टियां इक्कठी हो गईँ. ममता बनर्जी के धरने को चंद्रबाबू नायडू, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव समेत बहुत से नेताओं का समर्थन मिल गया है. राहुल गांधी, पहले ममता बनर्जी का विरोध करते थे, उन पर सवाल उठाते थे. लेकिन अब उन्होंने यू-टर्न ले लिया है. आगे हम इस पर भी विस्तार से बात करेंगे. 

एक मुख्यमंत्री के तौर पर ममता बनर्जी के जितने भी काम थे, वो आज उन्होंने इसी धरना स्थल से किए. ममता बनर्जी ने इसी धरना स्थल पर कैबिनेट की मीटिंग की, किसानों की रैली को संबोधित किया और पुलिसवालों को कुछ अवॉर्ड्स भी दिए. यानी ममता बनर्जी ने पूरी तैयारी की हुई है और वो इस धरने को एक तरह की राजनीतिक Vacation बनाना चाहती हैं?

हालांकि राजनीतिक लाभ के लिए देश की संस्थाओं की हत्या करना बहुत ख़तरनाक है. और जब भी ऐसा होता है, तो देश विखंडित हो जाता है. और देश के छोटे छोटे राज्य भी.. संविधान के नैतिक दायित्वों का उल्लंघन करने लगते हैं. ज़रा सोचिए कि क्या अब भारत में वो समय आ गया है जब पश्चिम बंगाल जाने के लिए वीज़ा लगेगा? वहाँ ना तो भारत का पासपोर्ट चलेगा और न ही भारत की नागरिकता मान्य होगी ? अगर यही फॉर्मूला देश के दूसरे राज्यों में चल निकला, तो कुछ दिन बाद मायावती,लालू यादव और चंद्रबाबू नायडू सहित विपक्षी दलों के तमाम नेता अपना अलग देश बना लेंगे. और वो परिस्थिति भारत की अखंडता के लिए शुभ नहीं होगी. 
 
बड़ा सवाल ये है कि देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी CBI को किसी राज्य में पूछताछ और कार्रवाई करने का अधिकार है या नहीं ? अगर किसी राज्य में कोई घोटाला हुआ है, तो वहां जांच के लिए CBI नहीं जाएगी तो कौन जाएगा? क्या ममता बनर्जी अपने नेताओं और पुलिस अधिकारियों पर लगे आरोपों की जांच, अपनी ही पुलिस से करवाना चाहती हैं? वैसे CBI को ये जांच सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सौंपी गई थी, तो क्या ये भी मान लिया जाए कि ममता बनर्जी को इस देश के सुप्रीम कोर्ट पर भी विश्वास नहीं है? 

अगर कल को ममता बनर्जी की तरह ही देश के हर राज्य का मुख्यमंत्री ये कह दे कि उसे CBI पर विश्वास नहीं है और अगर CBI उसके राज्य में कोई कार्रवाई करेगी, तो वो CBI के अफसरों को गिरफ्तार करवा देगा, तो फिर क्या होगा? क्या ये देश के संघीय ढांचे के साथ छेड़छाड़ नहीं होगी? इस तरह तो मायावती, लालू यादव और चंद्रबाबू नायडू सहित विपक्षी दलों के तमाम नेता, अपनी मनमानी करके.. एक तरह से अपना अलग देश बना लेंगे. और वो परिस्थिति भारत की अखंडता के लिए शुभ नहीं होगी. 

CBI के अधिकारियों को हिरासत में लेने के पीछे कोलकाता पुलिस का पहला तर्क ये था कि इन अधिकारियों के पास कोई वॉरंट या कागज़ नहीं थे. जबकि हमारे पास CBI की वो पत्र मौजूद है, जो पुलिस कमिश्नर के घर जाने से पहले CBI के अधिकारियों ने पुलिस को लिखा था. 
 
ये पत्र CBI ने कल कोलकाता पुलिस को लिखी थी. इस चिट्ठी में CBI ने सुरक्षा की मांग की है. CBI ने लिखा है कि उसे कोलकाता पुलिस के कमिश्नर राजीव कुमार के घर पर एक Secret Operation करना है, इसलिए उन्हें सुरक्षा दी जाए. ये चिट्ठी CBI के पुलिस इंस्पेक्टर प्रसेनजीत मुखर्जी की तरफ से लिखी गई है. 
 
अब आपको ये बताते हैं कि कोलकाता पुलिस ने CBI के अधिकारियों के साथ कैसा व्यवहार किया ? आज पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी है और इस रिपोर्ट में बहुत बड़े खुलासे हुए हैं. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पश्चिम बंगाल पुलिस और राज्य सरकार ने कानून व्यवस्था की गंभीर समस्या पैदा कर दी है. रिपोर्ट में लिखा है कि ना सिर्फ CBI के अधिकारियों को रोका गया, बल्कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने उनके मोबाइल फोन और कागज़ात भी छीन लिए. CBI के बहुत से अधिकारियों, और यहां तक कि महिला अधिकारियों के साथ भी बुरा व्यवहार किया गया. और उन्हें थाने में अवैध हिरासत में रखा गया. 

रिपोर्ट में लिखा है कि ना सिर्फ CBI के अफसरों को बल्कि CBI के Joint डायरेक्टर पंकज श्रीवास्तव के परिवार को भी परेशान किया गया. पश्चिम बंगाल पुलिस ने पंकज श्रीवास्तव के घर की घेराबंदी कर दी थी और इस दौरान उनकी पत्नी और बेटी को परेशान किया गया. हमने कल रात से अब तक के इस घटनाक्रम पर एक रिपोर्ट तैयार की है. ये एक हाई वोल्टेज राजनीतिक ड्रामा था. इसके हर एक पहलू के बारे में आपको पता होना चाहिए.

अब आपको उस व्यक्ति के बारे में बताते हैं, जिसकी वजह से पश्चिम बंगाल में राजनीति की आग लगी हुई है. और ममता बनर्जी और CBI के बीच ये पूरा हंगामा हुआ है. ये व्यक्ति हैं कोलकाता पुलिस के कमिश्नर राजीव कुमार जो ममता बनर्जी के साथ धरने पर बैठे हुए हैं. आपके मन में भी ये सवाल ज़रूर आ रहा होगा कि इन घोटालों में राजीव कुमार की क्या भूमिका है? 

राजीव कुमार की उम्र 53 वर्ष है. वो 1989 बैच के IPS अफसर हैं. IPS का मतलब होता है – Indian Police services. यानी भारतीय पुलिस सेवा. लेकिन उनका जो आचरण है वो इससे मेल नहीं खाता. वो ममता बनर्जी के साथ धरने पर बैठकर भारत की नहीं बल्कि ममता बनर्जी की सेवा कर रहे हैं. 

राजीव कुमार चिट फंड घोटालों के लिए राज्य सरकार की तरफ से बनाई गई Special Investigation Team यानी SIT के प्रमुख थे. उन्होंने 2013 में सारदा और Rose Valley घोटाले की जांच की थी. लेकिन 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने ये दोनों मामले CBI को सौंप दिए. बाद में CBI ने आरोप लगाया कि राजीव कुमार ने कई Documents, Pen Drive और जांच से जुड़े Mobile Phones उसे नहीं सौंपे. इस बारे में राजीव कुमार को कई बार समन भेजा गया लेकिन वो CBI के सामने पेश नहीं हुए. CBI के मुताबिक इन्‍हीं सबूतों के सिलसिले में उसके अधिकारी रविवार रात राजीव कुमार के आवास पर गए थे.
  
इस पूरे घटनाक्रम के पीछे दो बड़े घोटाले छिपे हुए हैं. जिनका नाम है सारदा चिटफंड घोटाला और Rose Valley घोटाला. और जब तक आपको इन घोटालों की जानकारी नहीं होगी, आपको इस केस की गंभीरता का पता नहीं चलेगा. आप ये नहीं समझ पाएंगे कि ममता बनर्जी किस तरह भ्रष्टाचारियों को बचा रही हैं? पूरे देश में ममता बनर्जी की राजनीति की बात हो रही है. Mamta vs Modi जैसी राजनीतिक शब्दावली का प्रयोग हो रहा है. लेकिन कोई भी उन लोगों की बात नहीं कर रहा जिन्होंने घोटाले में अपना सब कुछ गंवा दिया.

सारदा घोटाले में देश के कई राज्यों के लाखों गरीबों के जीवन भर की कमाई, कुछ ताकतवर लोगों ने लूट ली, और अपनी जेबें भर लीं. गरीबों की कमाई से इन ताकतवर लोगों ने जमकर अय्याशी की…टीवी चैनल खोले…बेहिसाब पैसा जुटाया….और गरीबों को धोखा दे दिया. इसमें सत्ता के तंत्र से लेकर मीडिया तक, सब शामिल रहे.
 
सारदा ग्रुप ने पश्चिम बंगाल, ओडिशा सहित देश के कई राज्यों में करीब 17 लाख लोगों से करोड़ों रुपये जुटाए. Ponzi Schemes के ज़रिए लोगों को बड़े मुनाफे का लालच दिया गया और बाद में इन योजनाओं के Agents ने दुकानें बंद कर ली. 2013 में सारदा ग्रुप का घोटाला सामने आया और ये घोटाला करीब ढाई हज़ार करोड़ रुपये का बताया गया. सारदा ग्रुप के 17 लाख निवेशक थे, और घोटाला सामने आने के बाद पूरे बंगाल में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए. यहां तक कि सारदा ग्रुप की स्कीम में पैसा लगाने वाले करीब 311 एजेंटों और लोगों ने खुदकुशी भी कर ली. वर्ष 2013 में घोटाला सामने आने के बाद इसके मुख्य आरोपी और सारदा ग्रुप के चेयरमैन सुदीप्तो सेन को गिरफ्तार किया गया. 

सारदा ग्रुप के ज़रिए जिन लोगों ने अपनी जेबें भरीं और जिनका नाम इस घोटाले में आया…उनमें से कई मंत्री और सांसद भी थे, जिन्हें सीबीआई ने गिरफ्तार भी किया था लेकिन इनमें से ज़्यादातर आरोपी ज़मानत पर बाहर आ चुके हैं. इस लिस्ट में तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद कुणाल घोष, ममता बनर्जी सरकार के पूर्व परिवहन मंत्री मदन मित्रा, तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद श्रृंजॉय बोस, पश्चिम बंगाल के पूर्व डीजीपी और तृणमूल कांग्रेस के नेता रजत मजूमदार और तृणमूल कांग्रेस के सांसद तापस पॉल हैं. इसके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के नेता मतंग सिंह भी जेल से बाहर आ चुके हैं . यानी इस घोटाले में बहुत बड़े बड़े लोगों के नाम शामिल हैं. अब आपको Rose Valley घोटाले के बारे में बताते हैं. 
 
ये घोटाला भी सारदा घोटाला की तरह ही हुआ था. ये करीब 17 हज़ार करोड़ रुपये का घोटाला है. इस घोटाले में लोगों से किश्तों में पैसे लिए जा रहे थे. और उन्हें ये भरोसा दिया जा रहा था कि उन्हें मकान दिए जाएंगे और विदेश यात्राएं करवाई जाएंगी. निवेशकों के पास ये भी विकल्प था कि अगर वो चाहें तो सारी किश्त जमा होने के बाद अच्छे खासे ब्याज़ पर अपने पैसे वापस भी ले सकते हैं. इसका मास्टरमाइंड था गौतम कुंडू जो इस Rose Valley Group का चेयरमैन था. लेकिन पैसा जमा होने के बाद लोगों को ना तो पैसे मिले और ना ही विदेश यात्राएं. केन्द्र सरकार ने दखल दिया. और निवेशकों को उनका पैसा लौटाने का आदेश दिया. लेकिन इस स्कीम में पैसा लगाने वाले लोगों को उनका पैसा आज तक वापस नहीं मिला. 
 
हमने आज ऐसे बहुत से लोगों से बात की है, जिन्हें आज भी अपना पैसा वापस मिलने की आस है. सबसे बड़ा विरोधाभास ये है कि इस पूरे मामले में ममता बनर्जी, सारदा और Rose Valley घोटाले के पीड़ितों के साथ अन्याय कर रही हैं. CBI इस मामले के दोषियों पर कार्रवाई करना चाहती है. लेकिन ममता बनर्जी CBI की कार्रवाई के खिलाफ़ ही धरना दे रही हैं और इसे सत्याग्रह बता रही हैं. जबकि असलियत में ये सत्याग्रह नहीं, बल्कि सत्ताग्रह है. 

आज का राशिफल

Aries

05 फरवरी 2019: आज के दिन को आप अधिक सार्थक बनाने में लगे होगे। आपके बहुत ऐसे प्रयास होगे। जिन्हें आज आर्थिक कामयाबी प्राप्त होगी। स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से आज का दिन अनुकूल होगा। आप अपने भौतिक सुख के साधनों को विस्तारित करने में लगे होगे। प्रेम संबंधों में मधुरता होगी। किन्तु विदेश मामलों में चिंता होगी।

Taurus

05 फरवरी 2019:  आज का दिन आपके स्वास्थ्य के लिए अनुकूल होगा। जिससे आप अधिक क्षमता के साथ अपने कामों को करने में लगे होगे। आज आप कुछ ऐसे कामों को प्राथमिकता के तौर पर करना चाहेंगे। जिससे आने वाले समय में व्यवसाय में बढ़त अर्जित की जा सके है। हालांकि धन के मामलों में आपको चिंताएं होगी।

Gemini

05 फरवरी 2019:  आज आप काम के मामलों में बढ़त प्राप्त करने के लिए कुछ साहसिक व जरूरी निर्णयो को लेने में तत्पर होगे। जिससे पिछड़ रही योजनाओं को तय समय में सम्पन्न किया जा सके। हालांकि आपके नेतृत्व व प्रबंधन की सराहना उच्च स्तर पर होने की स्थिति होगी। निजी रिश्ते में संवादों का क्रम तेज होगा। 

Cancer

05 फरवरी 2019:  आज का दिन जहाँ आपको काम-काजी जीवन में बढ़त देने वाला होगा। वहीं कुछ लोगों से सम्पर्क बनाने के लिए मद्दगार होगा। हालांकि आपको पहले कुछ परेशान होना पड़ सकता है। बाद में आपकी स्थिति में सुधार होगा। आज आपको कई स्थानों में अधिक धन व्यय करना होगा। निजी रिश्तों में अनबन होगी।

Leo

05 फरवरी 2019:  आज आप अपने सेहत के प्रति सजग होगे। खान-पान को जहाँ तय समय में करने में लगे होगे। वहीं आजीविका के पहलुओं को और विस्तारित करने की मंशा होगी। आज का दिन आपके पद व प्रतिष्ठा को विस्तारित करने वाला होगा। निजी संबंधों में मधुरता होगी। किन्तु परिवार के साथ विवादों की स्थिति होगी।

Virgo

05 फरवरी 2019: आज आप एक के बाद एक कामों को पूरा करने के लिए लगे होगे। आज आपको कुछ कार्यालय संबंधी बाहर के कामों को पूरा करने के लिए जाना होगा। आप देखेंगे कुछ लोगों से बात करने का समय नहीं मिल पा रहा है। जिससे आप आज कुछ परेशान होगे। आज का दिन सेहत के लिए प्रतिकूल होगा। 

05 फरवरी 2019: आज आप अपनी आय को और विस्तारित करने के लिए तत्पर होगे। जिससे आपके हौसले बुलंद होगे। आप देखेंगे कि आज निजी संबंधों में लगातार मधुर संवादों की स्थिति बन रही है। जिससे आप कुछ प्रसन्न होगे। तकनीक व खेल के मामलों में बढ़त हेतु आपको जी जान से मेहनत करनी होगी।

Scorpio

05 फरवरी 2019:  आज का दिन आपके सेहत के लिए जहाँ अनुकूल होगा। वहीं काम-काजी जीवन में बढ़त की स्थिति देने वाला होगा। जिससे आप प्रसन्न होगे। आप देखेंगे कि सेहत आज अधिक अनुकूल व सुखद बनी हुई है, जिससे आप कामों को करने में पूरी रूचि प्रकट कर रहे हैं। निजी संबंधों में मधुरता की स्थिति हेतु आप सोचेंगे। 

Sagittarius

05 फरवरी 2019: आज आप पिछड़ रहे कामों को पूरा करने में अधिक दिलचस्प होगे। जिससे आपको अधिक तेजी से बढ़त अर्जित होगी। हालांकि आपको कुछ और कामों को पूरा करने की अतिरिक्त जिम्मेदारी होगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से सांस, खांसी, ज्वर से परेशानी होगी। जिससे आपको कुछ समय तक दवा खानी होगी।

Capricorn

05 फरवरी 2019:  आज आप बढ़ रहे अपने खर्च को कुछ नियंत्रित करने के मूड़ होगे। आप जहाँ परिवार के लोगों को कम खर्च करने की सलाह देगे। वहीं अपने स्तर पर भी ऐसे उपाय करेंगे जिससे कि धन की बचत हो। आज का दिन स्वास्थ्य के लिए ज्यादा अच्छा नहीं होगा। किसी बात में आज सगे भाई से तनाव होगे।

Aquarius

05 फरवरी 2019:  आज आप अपने चेहरे की रौकनता को बढ़ाने में तत्पर होगे। जिससे बीमारियों से बचने में मद्द प्राप्त होगी। हालांकि आपको व्यवसायिक गतिविधियों को और अधिक उच्च करने के लिए कुछ बड़े निर्णय लेने होगे। जिससे आने वाले समय में लाभ होगा। आज निजी संबंधों में मधुरता होगी। जिससे आप प्रसन्न होगे। 

Pisces

05 फरवरी 2019: आज आप अपने कई कामों को तय समय में करने का लक्ष्य रख लेगे। जिन्हें पूरा करने के लिए आपको अधिक धन व श्रम लगाना होगा। हालांकि आप काम के साथ आराम को भी महत्वपूर्ण मानते हुए सेहत का ध्यान देगे। आज धन निवेश व विदेश में लाभ की स्थिति होगी। जिससे आपके हौसले बुलंद होगे।

आज का पांचांग

पंचांग 05 फरवरी 2019

विक्रमी संवत्ः 2075, 

शक संवत्ः 1940, 

मासः माघ़, 

पक्षःशुक्ल पक्ष, 

तिथिः प्रतिपदा प्रातः 05.16 तक, 

वारः मंगलवार, 

नक्षत्रः धनिष्ठा ( की वृद्धि है जो कि बुधवार को प्रातः 09.08 तक है,) 

योगः व्यातिपात प्रातः 08.56 तक, 

करणः किस्तुघ्न, 

सूर्य राशिः मकर, 

चंद्र राशिः मकर, 

राहु कालः अपराहन् 3.00 से 4.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.11, 

सूर्यास्तः 05.59 बजे।

नोटः आज सांय 07.35 से पंचक प्रारम्भ हो रहे हैं, पंचक काल में तृण, काष्ठ, धातु का संचय व भवन निर्माण और नवीन कार्य तथा यात्रा आदि कर्म वर्जित होते हैं।पंचक काल में शव दाह का भी निषेध होता है।चूंकि शव को इतनी लंबी अवधि हेतु रोकना देश काल परिस्थिति के अनुसार मुश्किल हैं, अतः योग्य वैदिक ब्रह्मण की सलाह लेकर पंच पुतलों का दाह और पंचक नक्षत्रों की शांति विधि पूर्वक करानी चाहिए।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर दर्पण देखकर, दही, शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

बिहार पुलिस दिल्ली में गिरफ्तार

अभी बंगाल के सीबीआई V/s बंगाल पोलिस के प्रकरण का पटाक्षेप हुआ भी नहीं की दिल्ली में बिहार पुलिस के साथ यही घटना घट गयी।
ये घटना बिहार के सुपौल जिले के थाना इलाके के चकला निर्मली मोहल्ला का है जहां दिल्ली के रोहिणी स्थित के एन काटजू थाने के दो पुलिस एक लड़की के अपहरण के मामले की जांच करने सुपौल आए थे. 

सुपौल: अपहरण के एक मामले में दिल्ली पुलिस बिहार आई तो थी आरोपी को गिरफ्तार करने लेकिन खुद गिरफ्तार हो गई. जी हां, ये घटना बिहार के सुपौल जिले के थाना इलाके के चकला निर्मली मोहल्ला का है जहां दिल्ली के रोहिणी स्थित के एन काटजू थाने के दो पुलिस एक लड़की के अपहरण के मामले की जांच करने सुपौल आए थे. 

सोमवार सुबह अपहृत लड़की और आरोपी लड़के का सुराग नहीं मिला और चकला निर्मली स्थित एक मकान से उसे धर दबोचा गया. इसी बीच मोहल्ले के काफी लोग वहां पहुंच गए और देखा की कार्रवाई के दौरान दिल्ली पुलिस नशे में थी. इस बात की जानकारी मोहल्लों वालोम ने तत्काल उत्पाद विभाग को दे दी गई. 

वहीं, मौके पर पहुंची उत्पाद अधीक्षक और उत्पाद इंस्पेक्टर ने जब दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार का ब्रेथ ऐनालाईजर किया तो नशे में होने की पुष्टि हुई. फिलहाल उत्पाद विभाग ने दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत मे जेल भेज दिया है.

हांलांकि, इस दौरान दिल्ली पुलिस कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात मुकेश कुमार की जांच के दौरान उत्पाद विभाग को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. कांस्टेबल ब्रेथ एनालाइजर मुंह मे डालना नहीं चाह रहा था जिसे लेकर उत्पाद विभाग के जवानों के साथ कई बार हाथापाई भी हो गई. करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद उत्पाद विभाग को सफलता मिली और कॉन्स्टेबल का जांच किया गया.

आपको बता दें कि दिल्ली के रोहिणी की रहने वाली एक नाबालिग लड़की के अपहरण की शिकायत उसके पिता ने इसी साल जनवरी महीने में रोहिणी थाने मे मामला दर्ज करवाया था. जिसे लेकर दिल्ली पुलिस सुपौल पहुंची इधर. वहीं, अपहृत लड़की का कहना है की उसका किसी ने अपहरण नहीं किया है. वो मधेपुरा जिले बिहारीगंज के रहने वाले एक लड़के से प्यार करती थी और उससे कोर्ट मैरेज करके खुशी-खुशी सुपौल में किराए के मकान में उसके साथ रह रही थी. 

वहीं, आरोपी अपरहरणकर्ता राजा का कहना है कि वो लड़की से प्यार करता था और लड़की के कहने पर उसे लेकर भागा. वहीं, जिस घर में किराए के घर में दोनों रह रहे थे उस घर के मकान मालिक का कहना है कि घर लेने से पहले उन्होंने दिखाया कि उनकी कोर्ट मैरिज हो चुकी है और प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं. आज जानकारी मिली कि दिल्ली पुलिस उन्हें पकड़ने आई है.

वहीं, उत्पाद विभाग के इंस्पेकटर प्रकाश राम ने बताया कि हंगामा होने पर वो मौके पर पहुंचे और उत्पाद विभाग द्वारा ब्रेथ एनालाइजर लगा कर जांच किया गया तो दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल की नशे में होने की पुष्टि हुई जिसे हिरासत में लिया गया है.

इधर दिल्ली पुलिस के अधिकारी का कहना है कि वो एक लड़की के अपहरण के केस की वजह से यंहा पहुंचे थे. दोनों यहां मिले हैं मगर अधिकारी कांस्टेबल के शराब के नशे में नहीं होने की बात की.

ममता पर नितीश: ‘नेताओं को अब केवल वोट की चिंता है. देश की नहीं, देश की चिंता कौन करता है?’

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब ये पूछा गया कि अगर बिहार में ऐसा होता, तो वो क्या करते? इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या हम आपको ऐसे लगते हैं. हमारे यहां किसी अधिकारी पर दाग नहीं है. हम लोग ऐसा काम नहीं करते हैं. 

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बंगाल में सीबीआई की जांच को लेकर ममता बनर्जी के धरने पर सीधे तौर पर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन ये जरूर कहा है कि चुनाव आचार संहिता लगने में अभी एक महीने या उससे कुछ ज्यादा है. इस दौरान देश में कुछ भी हो सकता है, क्योंकि नेताओं को अब केवल वोट की चिंता है. देश की नहीं, देश की चिंता कौन करता है?

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब ये पूछा गया कि अगर बिहार में ऐसा होता, तो वो क्या करते? इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या हम आपको ऐसे लगते हैं. हमारे यहां किसी अधिकारी पर दाग नहीं है. हम लोग ऐसा काम नहीं करते हैं. 

लोक संवाद के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बात की और कहा कि देश की स्थिति ठीक नहीं है. चुनाव नजदीक है, जब तक चुनाव की घोषणा नहीं होती है और देश में आदर्श चुनाव आचार संहिता नहीं लगती है, तब तक कुछ भी हो सकता है. कटुता का माहौल बनाया जा रहा है. आगे भी ऐसी घटना हो सकती है. मुख्यमंत्री ने ममता बनर्जी के धरने पर कहा कि इसका जवाब उनको ही देना चाहिए, आखिर वो क्यों ऐसा कर रही हैं. हमारी आदत जवाब देने की नहीं है. हम व्यवस्था के मुताबिक काम करते हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी घटनाएं तात्कालिक होती हैं, जिनका देश और लोगों पर कोई ज्यादा असर नहीं होता है. लोग घटनाओं को जल्दी ही भूल जाते हैं, उन्हें ये सब याद तक नहीं रहता है. बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाये जाने संबंधी सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये काम कांग्रेस के समय में होता था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के मुताबिक फैसला दिया, जिससे काफी चीजें ठीक हो गईं. अब ऐसा नहीं हो सकता है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश ऐसे आते रहे हैं.

सीएम ने कहा कि 2005 में बिहार में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था, लेकिन उसके बाद सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ था. कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी की थी. फैसले को गलत करार दिया था, लेकिन उसी समय चुनावों की घोषणा हो गयी थी. इसलिए ये अनुभव ठीक नहीं है. 

कुछ तो बोलेंगे राहुल
पटना में रैली के दौरान राहुल गांधी के बयान पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि चुनाव है, तो कुछ तो बोलेंगे ही. पटना विश्वविद्यालय के बारे में उनको किसी ने बता दिया होगा और लगा होगा कि ये सेंटिमेंटल फैसला है, इसलिए घोषणा कर दी. उन्होंने कह कि जब यूपीए की सरकार थी, तो क्यों नहीं पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दे दिया. अब इसलिए बात कर रहे हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए थे और उनके सामने हमने मुद्दा उठाया था, जिसको खारिज कर दिया गया था. इसीलिए राहुल गांधी ने मुद्दा उठाया होगा. 

बिहार की विकास दर क्या है
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गाधी के बेरोजगारी संबंधी बयान पर मत जाइये. आप इस बात पर गौर कीजिये कि बिहार की विकास दर क्या है? हाल में ही आंकड़ा आया है जिसे आप देख सकते हैं. यहां जो काम हो रहे हैं, उनके बारे में पता कीजिए. जब मैं आया था तब विकास दर क्या था और अब क्या है. उन्होंने पहले पर कैपिटा इनकम क्या थी और अब क्या है. फर्क खुद ही पता चल जायेगा. 

महागठबंधन है कहां?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि राहुल गांधी ने पटना में रैली के दौरान एक बार भी महागठबंधन का नाम नहीं लिया. वो बार-बार गठबंधन बोल रहे थे, तो ऐसे में महागठबंधन है कहां? महागठबंधन का नाम तो हमने दिया था. 

राशि के बारे में नहीं जानते
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी की मिनिमन इनकम गारंटी योजना के बारे में सुना है, लेकिन कितनी राशि दी जायेगी, इसके बारे में जानकारी नहीं है. अगर किसी के पास उसका टेप है, तो भेज दें. जानकारी मिलने के बाद ही हम कोई प्रतिक्रिया देंगे, लेकिन ये सिर्फ चुनाव का मुद्दा है. इसे किस तरह से पूरा किया जाएगा ये देखना होगा. चुनाव के समय कुछ भी बोल देना आसान होता है.

गिरिराज सिंह ने किया कांग्रेस के बयान का समर्थन, कहा- पहली बार ऐसा कर रहा हूं

शंदिल्या गिरिराज सिंह: फ़ाइल फोटो

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पहली बार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का समर्थन करते हुए दिखाई दिए.

नई दिल्ली: अपनी बयानीबाजी के लिए चर्चित और विपक्षी दल कांग्रेस पर लगातार हमलावर रहने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह पहली बार उसी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का समर्थन करते हुए दिखाई दिए. उन्होंने पश्चिम बंगाल के चिटफंड घोटाले को लेकर दिए गए कांग्रेस के बयान पर अपना समर्थन जताया.

कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से राहुल गांधी के बयान के अंश को ट्वीट किया था, जिसमें लिखा, ”पश्चिम बंगाल के चिट फंड घोटाले में 20 लाख लोग अपना पैसा गंवा चुके हैं.” इसको केंद्रीय सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम राज्यमंत्री सिंह ने रिट्वीट किया. साथ मंत्री ने लिखा, ”पहली बार कांग्रेस के ट्वीट को रिट्वीट कर रहा हूं.” दरअसल, कांग्रेस ने यह ट्वीट 8 मई 2014 में किया था, जो कि इन दिनों पश्चिम बंगाल में चल रहे राजनीतिक ड्रामे के बीच एक बार फिर वायरल हो रहा है.

बता दें कि नरेंद्र मोदी-नीत केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार में एक अभूतपूर्व टकराव के तहत, सीबीआई और राज्य पुलिस के आमने-सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यह आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गईं कि मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह उनके राज्य को अस्थिर कर तख्तापलट का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने साथ ही कहा कि यह ‘संवैधानिक ढांचा नष्ट’ करने का प्रयास है.

यह टकराव तब शुरू हुआ, जब सीबीआई कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के आवास के पास पहुंची. कुमार चिट फंड घोटाला मामले में पहले से ही एजेंसी की नजर में हैं.

यह घोटाला कुल 20 हजार करोड़ रुपये का है. इस पूरे मामले में दो बड़े घोटालों का आरोप है. पहला मामला शारदा चिटफंड का है जिसमें करीब 2500 करोड़ रुपये के हेराफेरी का आरोप है. दूसरा मामला रोज वैली से जुड़ा है. यह करीब 17000 करोड़ रुपये का घोटाला है. मामले की जांच रहे अधिकारियों का कहना है कि दोनों मामलों में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने आरोपियों को सपोर्ट किया था. दोनों मामलों की जांच फिलहाल CBI कर रही है.

क्या है पूरा मामला?
2008 में शारदा कंपनी की शुरुआत हुई थी. फर्जी वादे कर कंपनी ने लाखों निवेशकों से निवेश करवाया और बाद में पैसे देने से मना कर दिया. 2013 में इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ था. जांच के लिए SIT का गठन किया गया, जिसके चीफ राजीव कुमार बनाए गए थे. 2014 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच CBI को सौंप दी गई. सीबीआई का कहना है कि राजीव कुमार ने कई अहम सबूत पुलिस को नहीं सौंपे. सीबीआई की टीम इसी सिलसिले में पूछताछ के लिए उनके घर पहुंची थी. सीबीआई का कहना है कि पहले उन्हें कई बार समन जारी किया गया. जब उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, तब हमने उनके घर पहुंच कर पूछताछ करने का फैसला किया.

” उन लोगो के साथ रहिए जो आप कि अभिलाषा को सतरंगे आसमान में उड़ने भेज दें “

फोटो और ख़बर : राकेश शाह

” उन लोगो के साथ रहिए जो आप कि अभिलाषा को सतरंगे आसमान में उड़ने भेज दें ” ,

रोत्रैक्ट क्लब हिमालयन , चंडीगढ़ आयोजित करते है एक प्रभावशाली सम्मेलन ।

इस सम्मेलन का विषय है

” Lesson on Possible Steps Towards Impossible Dreams ” जिससे नेतृव करहे है हमारे  अंतर्राष्ट्रीय  वक्ता और कॉरपोरेट कोआच , श्री साहिल सहारे  और हमारे उभरते सॉफ्ट स्किल्स ट्रेनर , श्री अर्चित गुप्ता।

इस आयोजित कार्यक्रम की कार्यपुस्तिका सभी जनो में वितरित की गई है ।

30th National Road Safety Week inaugurated

Today i.e. 04.02.2019, the 30th National Road Safety Week was inaugurated by Sh. Sanjay Baniwal, IPS, Director General of Police, UT, Chandigarh at Govt. College, Sector 46, Chandigarh. During this programme, Dr. O.P. Mishra, IPS, DIG/Chandigarh, Sh. Shashank Anand, IPS, SSP/Traffic & Security, Smt. Nilambari Jagdale, IPS, SSP/L&O, Dr. Rosy Walia, Principle, Govt. College, Sector 46, Chandigarh, Sh. Harman Singh Sidhu, President ArriveSafe, Mr. Gaurav Kathuria, Vice President, HDFC Bank, various traffic marshals and police officers were present.  Road safety talk was delivered by the Chief Guest Sh. Sanjay Baniwal, IPS, Director General of Police, UT, Chandigarh and Dr. O.P. Mishra, IPS, DIG/Chandigarh.  Further, Road Accident Analysis Book-2019 was also released by W/DGP/Chandigarh. Sh. Harman Singh Sidhu, President ArriveSafe delivered a talk on importance of road safety. Skit on road safety titled “Chhoo Lo Asman” was also performed by Traffic Marshals.

                  The 30th National Road Safety Week-2019 are being observed from 04.02.2019 to 10.02.2019 as per the instructions issued by the Govt. of India,  The theme of this Road Safety Week this year is “Sadak Suraksha-Jeevan Raksha”. During the Road Safety Week, various road safety activities such as inter school declamation contest for school students, helmet rally by female two wheeler riders, painting competition for school children, First Aid Training to the traffic and PCR, workshop for auto rickshaw drivers, blood donation camp for road accident victims and free health checkup camp will be organized to raise the level of road safety awareness among the general public. 

AIBOC MAHAMORCHA AT JANTAR MANTAR NEW DELHI

Today , on the call of AIBOC, a body of bank officers having more than 3.20 Lacs bank officers accross the country ,  “Delhi Chalo ” more than 20000 officers   from the different parts of the country staged a Maha Morca at Jantar Mantar New Delhi , demanding early and decent wage hike , opposing merger of Public Sector Banks , Immediate implementation of five day week , updation of pension , strengent laws for recovery of Corporate bad loans and other issues.

Addressing media persons Sh Deepak Sharma Joint General Secretary AIBOC stated that more than 4000 officers from Haryana, Punjab, J&K, Himachal and Chandigarh UT  participated in the Maha Morcha and displayed their anguish over the delay in resolving long pending genuine demands of wage revision to all scales as per Charter of demands, Scrapping of NPS and restoration of defined pension scheme, five day week, updating of pension and family pension, adequate recruitment in Public Sector Banks, publication of wilful Corporate defaulters and  Compassionate appointment in Banks. Bank officers were also protesting against proposed merger of Vijaya Bank, Dena Bank and Bank of Baroda.

He further said that there is a great resentment amongst Bank officers for undue delay in wage revision  and in case Central Government do not accept  their demands at the earliest  they would further  intensify their agitation.

फ्लू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ द्वारा जिले भर में किया जा रहा विशेष फीवर मास सर्वे-योगेश शर्मा

पंचकूला 4 फरवरी।

        सिविल सर्जन डॉ० योगेश शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग जिला में इन्फ्लुएंजा एदृएच1 एन1 की रोकथामके लिए पूर्ण रूप से तैयार है। इससे बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के अलग अलग इलाकों में टीमें बनाकर आम जनता को इसके बारे जागरूक एवं इसके बचाव के लिए क्या किया जाना चाहिए के बारे में जानकारी दी जा रही है। 
उन्होंने बताया कि इन्फ्लुएंजा ए, एच1 एन1 की रोकथाम के लिए जिले के सभी सरकारी अस्पतालों, निजी अस्त्पतालों , आइ०एम०ए० पंचकुला के डॉक्टर्स के साथ बैठक की जा चुकी है जिसमें उपस्थित सभी डॉक्टर्स को इन्फ्लुएंजा ए, एच1 एन1 के बारे में जानकारी दी गयी। उन्हें किसी भी संभावित मरीज की जानकारी तुरन्त स्वास्थ्य विभाग को देने के भी दिशा निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग लगातार जिला के सभी सरकारी एवं निजी स्वास्थ्य संस्थानों से संपर्क बनाये हुये है और प्रतिदिन इन्फ्लुएंजा ए, एच1 एन1 के संभावित मरीजों की जानकारी ली जाती है।
डॉ० योगेश शर्मा ने बताया गया कि इन्फ्लुएंजा ए, एच1 एन1 के मुख्य लक्षण बुखार के साथ बहती नाक, खांसी और गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई है। इसके इलावा अन्य लक्षण जोड़ो व सर में दर्द, थकावट व सर्दी लगना, दस्त और उलटी लगना या थूक के साथ खून आना भी मरीजों में पाए जाते है। उन्होंने बताया कि लम्बी बीमारी से ग्रस्तलोग ,65 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्ति, 5 वर्ष से कम आयु के बच्चे एवं गर्भवती महिलाएं इस बीमारी से अधिक प्रभावित होते है। फ्लू के लक्षण के साथ अगर बुखार 101 है, तेजगति से साँसे चल रही है और देखने में व्यक्ति अधिक बीमार लग रहा है तो ऐसे मरीज को तुरन्त अस्पताल में दाखिल होने की जरूरत है इसके लिए निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र में जल्द ही संपर्क करना चाहिए। 
उन्होंने ने इन्फ्लुएंजा ए, एच1 एन1 की रोकथाम एवं इलाज हेतू विभाग द्वारा उठाये जा रहे प्रभावी कदमों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग पंचकुला के पास मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त मात्र में दवाइयां उपलब्ध है। मरीजो के अलावा उनके परिवार के सदस्यों को भी दिशा निर्देशों अनुसार आई०डी०एस०पी० की टीम द्वारा घर पर जा कर दवाइया ंमुफ्त में दी जाती है। उन्होंने बताया कि नागरिक अस्पताल, सेक्टर 6, पंचकुला, सी०एच०सी० रायपुर रानी एवं कालका समेत सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर इन्फ्लुएंजा ए, एच 1 एन 1 की जांच के लिए सप्ताह के सातों दिन ओपीडी चलाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि विभाग की टीमों द्वारा स्लम एरिया में, अर्बन एरिया के सभी सेक्टरों व रूरल एरिया के अलग अलग गावों में जनवरी माह से ही  बुखार जन सर्वेक्षण किया जा रहा है जिसमें बुखार एवं सर्दी खांसी की जांच की जाती है। स्वास्थ्य केन्द्र पर जा कर इलाज करवाने लिए भी जागरूक किया जाता है। इन्फ्लुएंजा ए दृ एच 1 एन 1 के मरीजों के इलाज के लिए खास तौर पर नागरिक अस्पताल, सेक्टर 6 में दो एवं सी०एच०सी० रायपुर रानी व कालका में एकदृएक आईसोलेशन तक बनाये गए है जहाँ इन मरीजों को अन्य मरीजो से पूर्ण रूप से अलग रख कर इनकी देखभाल एवं इलाज किया जाता है।
उन्होंने बताया कि इन्फ्लुएंजा ए, एच 1 एन 1 के लिए थ्रोट स्वैब का सैंपल लिया जाता है जिसकी जांच पी०जी०आइ० चंडीगढ़ द्वारा मुफ्त में की जाती है। स्वास्थ्य कार्यकर्तायों द्वारा घर घर जा कर इन्फ्लुएंजा ए दृ एच 1 एन 1 सेबचाव एव रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है। सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में इन्फ्लुएंजा ए,एच 1 एन 1 की जानकारी के लिए पोस्टर व बैनर लगाये गए। इस रोग पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने वाले सभी व्यक्तिओं की जांच विभाग की रैपिडरेस्पोंस टीम द्वारा की जाती है और उनको डॉक्टर की सलाह अनुसार बचाव के लिए दवाइयां भी मुफ्त में दी जाती है।
क्या करें क्या ना करें 
सिविल सर्जन ने बताया कि हाथ मिलाने या गले मिलने के बजाए नमस्ते बोलें,  खांसते तथा छींकते समय अपने मुंह व नाक को रुमाल से ढकें। अपने नाक, कान अथवा मुंह को छूने से पहले अथवा बाद में अपने हाथों को साबुन एवं पानी से बार-बार धोएं। भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहे और संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में ना आएं। अच्छी नींद लें, शारीरिक रूप से सक्रिय रहे तथा स्वस्थ जीवन शैली अपनाएं। पानी का अधिक सेवन करें तथा पौष्टिक आहार लें। चिंता व तनाव से दूर रहें। किसी से भी हाथ न मिलाएं, गले न मिलें अथवा अन्य सम्पर्क बढ़ाने वाले कार्य न करें। डॉक्टर की सलाह के बिना कोई दवाई अपनी मर्जी से न लें। खुले में न थूके।
उपायुक्त मुुकुल कुमार ने जनता से अपील की है कि इन्फ्लुएंजा ए, एच1 एन1 की रोकथाम में विभाग का पूरा सहयोग करे ताकि जिला की आम जनता को इस गंभीर एवं जानलेवा बीमारी से बचाया जा सके।