पंचकूला में शीघ्र ही आयुष एम्स, मेडिसिटी व एजुसिटी के साथ-साथ गुरुग्राम की तर्ज पर होगा विकास- मुख्यमंत्री मनोहरलाल

-पंचकूलावासियों को नववर्ष पर दो बड़ी परियोजनाओं की मिली सौगात

पंचकूला,31 जनवरी-

पंचकूला के विकास में आज उस समय एक नया अध्याय जुड़ गया जब मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने सेक्टर-1 में 35.48 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनाये गये लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह का लोकार्पण तथा सेक्टर-19 में 30 करोड़ 54 लाख रुपये की लागत से बनने वाले रेलवे उपरगामी पुल की आधारशिला रखी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने पंचकूला में 35 एकड़ में शीघ्र की आयुष एम्स का शिलान्यास करने का और यहां पर मेडिसिटी व एजूसिटी के साथ साथ गुरूग्राम की तर्ज पर विकास करवाने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री आज यहां सेक्टर एक में 35.48 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनाये गये पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोक निर्माण विभाग मंत्री राव नरवीर सिंह ने की। विधायक ज्ञानचंद गुप्ता भी इस मौके पर मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि पंचकूला भले ही प्रदेश की राजधानी न हो बल्कि अधिकांश विभागों के यहां मुख्यालय होने के कारण इसका अधिक महत्त्व है। इसके विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। पिछले चार सालों में यहां करीब 2 हजार करोड़ के विकास कार्य घोषित किये हैं जिन पर काम जारी है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सेक्टर 19 में 30 करोड़ 54 लाख रुपये की लागत से बनने वाले रेलवे ओवर ब्रिज का शिलान्यास भी किया जो पंद्रह महीने में तैयार होगा। यह सेक्टर 19 के लोगों की चिर लंबित मांग थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चार मंजिला विश्राम गृह में 107 कमरे हैं। इसी प्रकार का एक अत्याधुनिक रेस्ट हाउस गुरुग्राम में भी बनाया गया है। इन दोनों विश्राम गृहों से चंडीगढ़ व दिल्ली में कार्य से जाने वाले आम आदमी की साथ-साथ अधिकारियों व कर्मचारियों को भी ठहरने की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि पंचकूला को गुरूग्राम से अधिक विकसित किया जायेगा। विकास के लिये धन की कोई कमी नहीं रहने दी जायेगी। स्वाभाविक रूप से पंचकूला को हरियाणा की मिनी राजधानी माना जाता है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में 90 की 90 विधानसभाओं में समान रुप से विकास कराना उनका लक्ष्य रहा है पर पंचकूला में कुछ अधिक विकास हो गया है। यह स्वाभाविक भी है क्योंकि अधिकांश विभागों के मुख्यालय यहां है। उन्होंने कहा कि हरियाणा लोकायुक्त कार्यालय के लिये भी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण को जमीन उपलब्ध कराने को कहा गया है। यह कार्यालय अभी चंडीगढ़ में किराये के भवन में है। उन्होंने कहा कि पंचकूला में ठोस कचरा प्रबंधन, ताऊ देवी लाल खेल परिसर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बहुउद्देश्यीय हाल तथा वाटर वर्क्स का निर्माण भी कराया गया है। उन्होंने कहा कि हर अधिकारी, कर्मचारी, पूर्व सैनिक की रहने के लिये पहली पसंद अब पंचकूला बन गई है।
मंत्री राव नरबीर ने कहा कि मुख्यमंत्री के आभार प्रकट करते हुए कहा कि उन्होंने अपने व्यस्त समय से हमारे लिये समय निकाला, उन्होंने 31 जनवरी को शुभ मानकर इस दिन उद्घाटन की बात मानी। उन्होंने कहा कि आज का दिन पंचकूला के लिये ऐतिहासिक दिन है क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री बंसी लाल के समय से ही अधिकांश विभागों के कार्यालय चंडीगढ़ से यहां शिफट होने लगे थे लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग इसमें पीछे रह गया था। हमारी सरकार ने आते ही सबसे पहले यहां रेस्ट हाउस बनाने को प्राथमिकता दी और आज रिकार्ड समय में यह बनकर तैयार हो गया है। उन्होंने कहा कि पानीपत, पलवल, घरोड़ा और रेवाड़ी के रेस्ट हाऊसों का भी आधुनिकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि हर व्यक्ति घर बैठे ही इनका उपयोग कर सके, इसके लिये शीघ्र ही आॅन लाईन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध करवाई जायेगी।
विधायक एवं मुख्य सचेतक ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि पिछले चार सालों में पंचकूला में रिकार्ड विकास कराने के लिये मुख्यमंत्री के आभारी हैं। सेक्टर 19 के आरओबी को विधानसभा में तत्कालीन पीडब्ल्यूडी मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने नामुमकिन कहकर रद्द कर दिया था। पर भाजपा सरकार ने इसे गंभीरता से लिया क्योंकि पंचकूला का सेक्टर-19 मैन पंचकूला से कटा सा रहता था और आवागमन में लोगों को असुविधा ही नहीं होती थी अपितु जाम लगा रहता था। उन्होंने इस मुद्दे का पुनः विधानसभा में उठाया और लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर ने सदन में आसवासन दिया था िकवे इसके निर्माण की संभावनाओं को पता लगवायेंगे और विभाग के अधिकाािरयों व इंजीनियरों ने इसकी ड्राईंिग तैयर की है, जिसका परिणाम आज मुख्यमंत्री ने आधारशिला रखी है, जिसे 20 महीने में पूरा कर लिया जायेगा जो सेक्टर-19 के लोगों के लिये नये वर्ष के तोहफे कम नहीं होगा। इस आरओबी को प्राथमिकता से सिरे चढ़ाने के लिये उन्होंने मुख्यमंत्री व लोक निर्माण मंत्री का आभार प्रकट किया।
श्री गुप्ता मुख्यमंत्री के समक्ष राष्ट्रीय राजमार्ग पर सेक्टर 12ए 12 ए तथा 20 व 21 में भी अंडरपास के मामले को सिरे चढ़ाने की मांग की। इसके अलावा उन्होंने राजीव कालोनी, इंदिरा कालोनी, खड़ग मंगोली के लोगों मकान उपलब्ध कराने के लिये प्रोजेक्ट की आधारशिला लोकसभा चुनाव से पहले रखने का सीएम से अनुरोध भी किया।
इस मौके पर लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त सचिव आलोक निगम, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बंतो कटारिया, उपायुक्त श्री मुकुल कुमार, पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त श्री जगदीप ढांडा, एसडीएम पंचकूला पंकज सेतिया, कालका रिचा राठी, तकनीकि सलाहकार विशाल सेठ, जिला प्रधान दीपक शर्मा, महामंत्री हरेंद्र मलिक, वीरेंद्र गर्ग, नवीन गर्ग, युवा प्रधान योगेंद्र शर्मा व जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।

जींद उपचुनाव मतगणना में हंगामा

जींद चुनाव में मिली गड़बड़ी,
वीवीपैट और ईवीएम के मतों का नहीं हो रहा है मिलान,
वीवीपैट में JJP को ज्यादा वोट तो ईवीएम बीजेपी को दे रही है ज्यादा वोटl
काउंटिंग सेंटर पर हंगामा, मतगणना रुकीll
मतगणना दोबारा शुरू

मीडिया को कवरेज से रोकने की की जा रही है कोशिश प्रशासन ने पैरामिलेट्री फोर्सज को कर दिया है अलर्ट जो मीडिया कर्मियों को मतगणना केंद्र से दूर रखने की कर रहे हैं कोशिश
जींद:विवाद बढ़ने के आसार,प्रशासन अलर्ट,सांसद सैनी समर्थकों को एकजुट होने का मिला सन्देश,सूत्रों के हवाले से खबर बढ़ सकता है हंगामा

लोसुपा प्रत्याशी ने लगाया मशीन बदलने का गम्भीर आरोप
हंगामे को देखते हुए प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षा बल को बुला लिया है 2 बसें पहुंच चुकी हैं
कवरेज को रोकने के लिए बंद किया जा सकता है इंटरनेट, सूत्रों के हवाले से

Jind, Ramgarh Bypolls Results LIVE Updates: BJP leading In Jind

The results of the bypolls in Haryana’s Jind and Rajasthan’s Ramgarh assembly constituencies will be declared today. A high voter turnout was recorded in Jind and Ramgarh assembly constituencies on Monday.

Polling at 278 booths of Ramgarh assembly constituency passed peacefully on Monday, recording 79.14% turnout, according to information from Rajasthan election department. In the Jind assembly by-election, the turnout was recorded at over 70% at 5 pm

In Jind, the election is considered as a referendum on the Manohar Lal Khattar government and also a semi-final ahead of the general election.

Here are the live updates:

2:32 pm IST

BJP 46916
JJP 30956
LSP 12508
Congress 19611
INLD 3020

2:11 pm IST

BJP 42724
JJP 26846
LSP 12014
Congress 17591
INLD 2736

Counting temporarily stopped in Jind

Counting temporarily stopped in Jind as party agents create ruckus alleging EVM machines have been changed. More paramilitary forces called.

12:51 pm IST

People took a well meditated step: Ashok Gehlot on Ramgarh bypoll result

Rajasthan chief minister Ashok Gehlot on Ramgarh bypoll result: “I’m happy that people took a well meditated step. They’ve taken right decision. I thank them and express my gratitude. They’ve given a message at a time when it was much needed. It’ll encourage the party ahead of Lok Sabha election.”

12:34 pm IST

BJP maintains overall lead with over 9000 votes in Jind bypolls

JJP takes lead in seventh round of counting in Jind bypolls. BJP maintains overall lead with over 9000 votes.

12:03 pm IST

BJP leading in Jind bypolls after round 6 of counting

BJP: 26,412

JJP: 16,306

Congress: 10,037

11:57 am IST

Ramgarh by-poll result: Congress wins Ramgarh seat with a margin of 12228 votes

Ramgarh by-poll result: Congress wins Ramgarh seat with a margin of 12228 votes. Congress candidate Shafia Zubair garnered a total of 83311 votes. BJP’s Suwant Singh garnered 71083 votes, reports news agency ANI.

11:52 am IST

Jind by-poll trends: BJP leading with 21, 052 votes

Jind by-poll trends: BJP leading with 21, 052 votes at the end of fifth round of counting. Jannayak Janata Party (JJP) 15315 votes, Congress 8813 votes, reports news agency ANI.

11:48 am IST

Congress gets 100 seats in assembly

With the victory in Ramgarh bypolls, the Congress has got 100 seats in assembly.

11:46 am IST

Final round of counting in Ramgarh bypolls

INC: 83304

BJP: 71053

BSP: 24847

11:37 am IST

Round 19 of counting in Ramgarh bypolls

INC: 78406

BJP: 68659

BSP: 24436

11:25 am IST

Ramgarh by-election trends: Congress leading with a margin of 9724 votes

Ramgarh by-election trends: Congress leading with a margin of 9724 votes at the end of the 19th round of counting; Congress 78413 votes, BJP 68689 votes & BSP 23745 votes, reports news agency ANI.

11:24 am IST

Jind bypolls: BJP is leading by 5,737 votes

After completion of five rounds of counting, the BJP is leading by 5,737 votes.

11:21 am IST

Round 5 of counting in Jind:

BJP: 21052

Congress: 8813

LSP: 5213

INLD: 2095

11:15 am IST

Congress leading in Ramgarh after round 18 of counting

Congress: 74392

BJP: 64996

BSP: 24122

10:58 am IST

BJP leading in Jind after round 4 of counting

BJP – 15481

JJP – 13443

Congress – 7614

INLD- 254

LSP- 511

10:50 am IST

Jind bypoll: JJP leading with 11226 votes

Jind bypoll: Jannayak Janata Party (JJP) leading with 11226 votes at the end of third round of counting. BJP 9350 votes, Congress 5813 votes, Loktantra Suraksha Party (LSP) 2649 votes and Indian National Lok Dal (INLD) 1760 votes, reports news agency ANI.

10:46 am IST

Ramgarh by-election trends: Congress leading with a margin of 16221 votes

Ramgarh by-election trends: At the end of the 13th round of counting, Congress leading with a margin of 16221 votes, reports news agency ANI.

10:43 am IST

A healthy voter turnout of 75.77 % was reported in the by-election to the Jind assembly constituency

A healthy voter turnout of 75.77 % was reported in the by-election to the Jind assembly constituency, dubbed as a prestige battle for the ruling BJP, the Congress and the Indian National Lok Dal (INLD) ahead of the parliamentary and assembly polls.

10:38 am IST

In December 7 polls, the Congress won 99 seats

In the December 7 polls, the Congress won 99 seats, RLD one, BJP 73, BSP six, RLTP three, and CPI (M) and BTP two each, and 13 independents emerged victorious in the state election.

10:29 am IST

Ramgarh by elections: BJP hopeful of retaining the seat

Ramgarh: BJP state president Madan Lal Saini said the party was hopeful of retaining the seat.”People have seen that the Congress government has failed to deliver on its promises. It had promised to waive farmers loan in 10 days, but more than 40 days have passed and nothing such has happened.

10:26 am IST

Round 3 of counting in Jind:

JJP: 3334

BJP: 2796

Congress: 1890

INLD: 395

10:24 am IST

Congress is going to win the seat: Sachin Pilot

“The Congress is going to win the seat. People gave mandate to the party in the December 7 elections and the Ramgarh seat too will be won by us,” Rajasthan Congress president Sachin Pilot said.

10:18 am IST

Ramgarh by-election trends: Congress leading with a margin of 9320 votes

Ramgarh by-election trends: At the end of the 10th round of counting, Congress leading with a margin of 9320 votes, reports news agency ANI.

10:13 am IST

Ramgarh: The seat, which was won by the BJP in the 2013 state elections, witnessed a triangular contest this time

Ramgarh: The seat, which was won by the BJP in the 2013 state elections, witnessed a triangular contest this time and ruling Congress, opposition BJP and BSP have exuded confidence of winning the seat.

10:09 am IST

Ramgarh by election: Congress candidate in lead

The Congress candidate for the Ramgarh assembly election in Rajasthan is leading with a margin of over 5,000 votes, officials said Thursday, reports PTI.

In five out of the total 20 rounds of counting for the polls, Congress’s Zubair secured 24,107 votes while BJP’s Sukhwant Singh has got 18,616 votes, they said.

10:04 am IST

JJP leading after round 2 of counting in Jind

After Round 2 of counting in Jind:

JJP – 7892

BJP – 6554

Cong -3923

LSP -1756

INLD -1365

कर्नाटक में सब ठीक नहीं है

बेंगलुरू: कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के बीच तल्खी और बढ़ गई है. बुधवार को मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने फिर से धमकी दी कि अगर कांग्रेस के नेता उन पर आक्षेप लगाते रहे तो वह इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने कहा, “हां, मैंने कहा था कि अगर कांग्रेस के नेता मुझे निशाना बनाते रहे तो मैं पद छोड़ दूंगा.”  

जेडीएस के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “अगर वे (कांग्रेस के नेता) फिर से इस तरह के बयान देंगे तो मैं कितने दिन तक यह सब बर्दाश्त करता रहूंगा. सत्ता तो अल्पकालिक है. जो स्थायी है, वह आप (पार्टी कार्यकर्ता) हैं और इस राज्य की साढ़े छह करोड़ जनता है.” 

इससे पहले, 28 जनवरी को कुमारस्वामी ने कांग्रेस के एक विधायक की टिप्पणी से आहत होकर इस्तीफा देने की धमकी दी थी जिसके बाद गठबंधन सहयोगी ने मामले को शांत किया. सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा ने भी कहा कि कुछ कांग्रेसी नेता की ओर से निशाना बनाए जाने से मुख्यमंत्री आहत हुए हैं. उन्होंने 2006-2007 में सिद्धरमैया के मुख्यमंत्री बनने की कथित महात्वाकांक्षा का भी हवाला दिया. 

आरोपी राजीव सक्सेना दुबई से प्रत्यर्पित होगा आज

नई दिल्ली: वीवीआईपी हेलीकाप्टर मामले में आरोपी दुबई के अकाउंटेंट राजीव सक्सेना को यहां कानून का सामना करने के लिए भारत लाया गया है. अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि सक्सेना को देर शाम दिल्ली लाया गया. उसे दुबई के अधिकारियों ने बुधवार सुबह पकड़ा था.

सक्सेना को धन शोधन के आरोपों में उनकी भूमिका की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सौंपे जाने की उम्मीद है. 

जेम्स मिशेल को पिछले साल दुबई से भारत लाया गया था
इस मामले में सह आरोपी और कथित बिचौलिये ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन जेम्स मिशेल को पिछले साल दिसंबर में दुबई से प्रत्यर्पित करके भारत लाया गया था. वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है.

ईडी ने दुबई में रहने वाले सक्सेना को इस मामले में कई बार तलब किया था और 2017 में चेन्नई हवाई अड्डे से उसकी पत्नी शिवानी सक्सेना को गिरफ्तार किया था. वह जमानत पर रिहा चल रही है.

ईडी का आरोप है कि सक्सेना, उसकी पत्नी और दुबई स्थित उसकी दो फर्मों ने धन शोधन किया. ईडी ने इस मामले में दायर आरोपपत्र में सक्सेना को नामजद किया और उसके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी करवाया था.

षटतिला व्रत तिथि, महत्व, कथा और विधि

षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi) हिंदू धर्म में बेहद ही खास मानी जाती है. मान्यता है कि इस एकादशी (Ekadashi) का व्रत और दान करने से सारी मनोकामना पूर्ण होती हैं. षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi) के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की खास पूजा-अर्चना की जाती है. इस एकादशी (Ekadashi) में तिल का भी बेहद खास महत्व है. पूजा से लेकर दान करने और हवन करने तक, हर चीज़ में तिल का इस्तेमाल किया जाता है. यहां जानिए षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi) का महत्व, व्रत कथा, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त के बारे में.

षटतिला एकादशी कब है?
हर साल की तरह इस बार भी षटतिला एकादशी जनवरी महीने में है. हिंदु कैलेंडर के मुताबिक कुष्ण पक्ष की एकादशी को है. वहीं, अंग्रेज़ी कैलेंडर के मुताबिक षटतिला एकादशी 31 जनवरी, 2019 को है.   

षटतिला एकादशी का महत्‍व
षटतिला एकादशी के दिन दान पुण्य करने का खास महत्व है, खासकर तिल का. इस एकादशी का व्रत रखने वाले अपनी दिनचर्या में तिल को हर तरीके से इस्तेमाल करते हैं. वो तिल के तेल से नहाते हैं, तिल को पूजा में इस्तेमाल करते हैं. तिल की या फिर तिल से बनी मिठाई का दान भी करते हैं. 

षटतिला की तिथि और मुहूर्त 
एकादशी तिथि प्रारम्भ: 30 जनवरी 2019 को दोपहर 03 बजकर 33 बजे से
एकादशी तिथि समाप्त: 31 जनवरी 2019 को शाम 05 बजकर 02 मिनट तक
पारण (व्रत तोड़ने का) की तिथि: 01 फरवरी 2019 को सुबह 07 बजकर 11 मिनट से सुबह 09 बजकर 23 मिनट तक
पारण तिथि समाप्‍त: 01 फरवरी 2019 को शाम 06 बजकर 59 मिनट. 

षटतिला एकादशी की पूजन सामग्री 
षटतिला एकादशी के एक दिन पहले ही पूजन सामग्री एकत्रित कर लें. पूजन सामग्री इस प्रकार है- फूल, फूलों की माला, नारियल, सुपारी, अनार, आंवला, लौंग, बेर, धूप, दीपक, घी, पंचामृत (कच्‍चे दूध, दही, घी, चीनी और शहद का मिश्रण), अक्षत, कुमकुम, लाल चंदन, तिल से बने हुए मिष्‍ठान, तिल और कपास मिश्रित गोबर की 108 पिंडीका. 

षटतिला एकादशी का व्रत कैसे करें, जानिए पूजन विधि 
– षटतिला एकादशी के दिन स्‍नान करने के बाद स्‍वच्‍छ वस्‍त्र धारण करें. 
– अपनी सभी इंद्रियों को वश में कर काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, ईर्ष्‍या और द्वेष का त्‍याग कर श्री हरि विष्‍णु का स्‍मरण करें. 
– अब घर के मंदिर में श्री हरि विष्‍णु की मूर्ति या फोटो के सामने दीपक जलाकर व्रत का संकल्‍प लें.
– भगवान विष्‍णु की प्रतिमा या फोटो को स्‍नान कराएं और वस्‍त्र पहनाएं. 
– अब भगवान विष्‍णु को नैवेद्य और फलों का भोग लगाएं. 
– इसके बाद विष्‍णु को धूप-दीप दिखाकर विधिवत् पूजा-अर्चना करें और आरती उतारें. 
– पूरे दिन निराहार रहें. शाम के समय कथा सुनने के बाद फलाहार करें और रात में जागरण करें.
– षटतिला एकादशी के दिन पुष्य नक्षत्र में गोबर, कपास, तिल मिलाकर उनके कंडे या पिंड‍िका बनानी चाहिए. उन कंडों से 108 बार हवन करें.
– दूसरे दिन भगवान विष्‍णु का का पूजन करने के बाद उन्‍हें खिचड़ी का भोग लगाए. 
– फिर पेठा, नारियल या सुपारी का अर्घ्‍य देते हुए कहें- “हे भगवान! आप दीनों को शरण देने वाले हैं, इस संसार सागर में फंसे हुओं का उद्धार करने वाले हैं. हे पुंडरीकाक्ष! हे विश्वभावन! हे सुब्रह्मण्य! हे पूर्वज! हे जगत्पते! आप लक्ष्मीजी सहित इस तुच्छ अर्घ्य को ग्रहण करें.”
– इसके बाद ब्राह्मण को भोजन कराएं. भोजन में तिल से बने खाद्य पदार्थों को जरूर शामिल करें. उसे जल से भरा घड़ा दान में दें. ब्राह्मण को श्यामा गौ और तिल पात्र देना भी अच्‍छा माना जाता है.
– मान्‍यता है कि जो जितने तिलों का दान करता है, उतने ही हजार वर्ष स्वर्ग में वास करता है. 

तिल का महत्‍व 
षटतिला एकादशी में तिल का विशेष महत्‍व है. तिल का प्रयोग ही इस एकादशी को अन्‍य एकादशियों से पृथक करता है. इस दिन छह तरीकों से तिल का इस्‍तेमाल किया जाता है:  1- तिल स्नान 2- तिल का उबटन 3- तिल का हवन 4- तिल का तर्पण 5- तिल का भोजन 6- तिल का दान. छह तरीकों से तिल के प्रयोग के कारण ही इसे षटतिला एकादशी कहा जाता है. इस व्रत रखने वालों के अलावा सभी को लोगों कुछ इस तरह छह तरीकों से तिल का इस्‍तेमाल करना चाहिए: 
तिल का पहला प्रयोग: स्‍नान के पानी में तिल का प्रयोग करें और पीले कपड़े पहनें. 
तिल का दूसरा प्रयोग: तिल का उबटन लगाएं. 
तिल का तीसरा प्रयोग: पूर्व दिशा की ओर बैठ जाएं. फिर पांच मुट्ठी तिल लेकर 108 बार “ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र” का जाप करें.
तिल का चौथा प्रयोग: दक्षिण दिशा की ओर खड़े होकर पितरों को तिल का तर्पण दें. 
तिल का पांचवां प्रयोग: एकादशी के दूसरे दिन यानी कि द्वादश को ब्राह्मणों को तिल युक्‍त फलाहारी भोजन कराना चाहिए. 
तिल का छठा प्रयोग: दूसरे दिन ब्राह्मणों को तिल का दान दें. मान्‍यता है कि इस दिन जो जितना अधिक तिल का दान करेगा उसे स्‍वर्ग में रहने का उतना ही अवसर मिलेगा. 

षटतिला एकादशी व्रत के नियम
– जो लोग षटतिला एकादशी का व्रत करना चाहते हैं उन्‍हें एक दिन पहले यानी कि दशमी के दिन से व्रत के नियमों का पालन करना चाहिए. 
– दशमी के दिन सूर्यास्‍त के बाद भोजन ग्रहण न करें और रात में सोने से पहले भगवान विष्‍णु का ध्‍यान करें. 
 व्रत के दिन पानी में गंगाजल और तिल डालकर स्‍नान करना चाहिए. 
– दशमी और एकादशी के दिन मांस, लहसुन, प्‍याज, मसूर की दाल का सेवन वर्जित है. 
 रात्रि को पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए तथा भोग-विलास से दूर रहना चाहिए.
– एकादशी के दिन गाजर, शलजम, गोभी और पालक का सेवन न करें.

षटतिला एकादशी की कथा
पौराणिक कथा के अनुसार एक बार नारदजी ने भगवान श्रीविष्णु से षटतिला एकादशी कथा के बारे में पूछा.  भगवान ने नारदजी से कहा, “हे नारद! मैं तुमसे सत्य घटना कहता हूं. ध्यानपूर्वक सुनो. प्राचीन काल में मृत्युलोक में एक ब्राह्मणी रहती थी. वह सदैव व्रत किया करती थी. एक समय वह एक मास तक व्रत करती रही. इससे उसका शरीर अत्यंत दुर्बल हो गया. वो ब्राह्नणी कभी अन्न दान नहीं करती थी एक दिन भगवान विष्णु खुद उस ब्राह्मणी के पास भिक्षा मांगने पहुंचे.  

वह ब्राह्मणी बोली, “महाराज किसलिए आए हो?” मैंने कहा- “मुझे भिक्षा चाहिए.” इस पर उसने एक मिट्टी का ढेला मेरे भिक्षापात्र में डाल दिया. मैं उसे लेकर स्वर्ग में लौट आया. 
 
कुछ समय बाद ब्राह्मणी भी शरीर त्याग कर स्वर्ग में आ गई. उस ब्राह्मणी को मिट्टी का दान करने से स्वर्ग में सुंदर महल मिला, परंतु उसने अपने घर को अन्नादि सब सामग्रियों से शून्य पाया. घबरा कर वह मेरे पास आई और कहने लगी, “भगवन् मैंने अनेक व्रत आदि से आपकी पूजा की, परंतु फिर भी मेरा घर अन्नादि सब वस्तुओं से शून्य है. इसका क्या कारण है?” 
 
इस पर मैंने कहा, “पहले तुम अपने घर जाओ. देवस्त्रियां आएंगी तुम्हें देखने के लिए. पहले उनसे षटतिला एकादशी का पुण्य और विधि सुन लो, तब द्वार खोलना.” मेरे ऐसे वचन सुनकर वह अपने घर गई. जब देवस्त्रियां आईं और द्वार खोलने को कहा तो ब्राह्मणी बोली- “आप मुझे देखने आई हैं तो षटतिला एकादशी का माहात्म्य मुझसे कहो.”
 
उनमें से एक देवस्त्री कहने लगी, “मैं कहती हूं.” जब ब्राह्मणी ने षटतिला एकादशी का माहात्म्य सुना तब द्वार खोल दिया. देवांगनाओं ने उसको देखा कि न तो वह गांधर्वी है और न आसुरी है वरन पहले जैसी मानुषी है. उस ब्राह्मणी ने उनके कथनानुसार षटतिला एकादशी का व्रत किया. इसके प्रभाव से वह सुंदर और रूपवती हो गई तथा उसका घर अन्नादि समस्त सामग्रियों से युक्त हो गया.
 
अत: मनुष्यों को मूर्खता त्याग कर षटतिला एकादशी का व्रत और लोभ न करके तिलादि का दान करना चाहिए. इससे दुर्भाग्य, दरिद्रता तथा अनेक प्रकार के कष्ट दूर होकर मोक्ष की प्राप्ति होती है.

आज का राशिफल

31 जनवरी 2019:  आज आपके मन में सकारात्मक स्थिति और सुदृढ़ होने के संकेत दे रही है। जिसको आपको फायदा होगा। आप कुछ नएं अंदाज में सृजनात्मक कामों में अंतिम रूप देने में लगे होगे। स्वास्थ्य अच्छा होगा। वैवाहिक जीवन सुख-शांति से युक्त होगा। भूमि के मामलों में धन को पानी की तरह बहाना पड़ सकता है। 

Taurus

31 जनवरी 2019:  आज आप काम-काजी जीवन को विस्तारित करने के लिए कुछ अधिक सक्रिय होगे। जिससे आपको फायदा होगा। कुछ बाहरी लोगों से सम्पर्क बनाते हुए आगे बढ़ने की इच्छा होगी। पूंजी निवेश के मामले भी लाभकारी होगे। किन्तु स्वास्थ्य के लिहाज से आज का दिन ज्यादा बढ़िया नहीं होगा। जिससे आपको परेशानी होगी।

Gemini

31 जनवरी 2019:  आज आप अपने निजी संबंधो की स्थिति को अनुकूल देखकर प्रसन्न होगे। जिससे आप साथी को कुछ उपहारों को देगे और प्राप्त भी कर लेगे। आज व्यवसाय के क्षेत्रों में अतिरिक्त लाभ की स्थिति होगी। किन्तु नौकरी के क्षेत्रों में सामान्य स्थिति होगी। आज संतान पक्ष की तरफ से कोई खुशी का समाचार प्राप्त होगा। 

Cancer

31 जनवरी 2019:  आज आपका वैवाहिक जीवन सुखद व सुन्दर होगा। जिससे आप प्रसन्न होगे। भौतिक सुख के साधनों को जुटाने में आज वांछित प्रगति के योग है। आज आप कुछ मामलों में बढ़त अर्जित करने के लिए सक्रिय होगे। निजी संबंधों में सकारात्मक स्थिति होगी। किन्तु भाई के साथ बात बिगड़ सकती है। जिससे आप परेशान होगे।

Leo

31 जनवरी 2019:  आप आज अपने आजीविका के साधनों को विस्तार देने की बात को सोचते होगे। किन्तु बढ़ते हुए खर्च के कारण यह काम आपके लिए कुछ मुश्किल प्रतीत होगे। हालांकि परिवार के लोगों का सहयोग होगा। किन्तु स्वास्थ्य में गुप्तांगो की पीड़ाएं चर्म की स्थिति होने से आपको किसी उपचारक की सलाह से दवा खानी होगी।

Virgo

31 जनवरी 2019:  आज आप किसी रिश्तेदार के सहयोग से संतान पक्ष के वैवाहिक पहलुओं को हल करने की चर्चाओं को बढ़ा देंगे। हालांकि इसके लिए आपको सम्पर्कों को तेज करना होगा। धन निवेश में लाभ होगा। आज प्रेम संबंधों में पहले तनाव फिर कुछ साथी के उदार होने के संकेत है। स्वास्थ्य में खांसी जुकाम हो सकता है।

31 जनवरी 2019: आज आपके ग्रह शुभ व सकारात्मक स्थिति को आपके लिए लेकर आएं है। किन्तु यह आप पर ही है, कि आप इस समय का उपयोग किस प्रकार करते हैं। तन सुन्दर व मन प्रसन्न होगा। काम करने में भी आपका मन लगा होगा। आज प्रेम संबंध अच्छे होगे। भूमि के मामलों में बढ़त अर्जित करने हेतु प्रयासों को तेज करना होगा।

Scorpio

31 जनवरी 2019:  आज आप किसी रिश्तेदार के सहयोग से संतान पक्ष के वैवाहिक पहलुओं को हल करने की चर्चाओं को बढ़ा देंगे। हालांकि इसके लिए आपको सम्पर्कों को तेज करना होगा। धन निवेश में लाभ होगा। आज प्रेम संबंधों में पहले तनाव फिर कुछ साथी के उदार होने के संकेत है। स्वास्थ्य में खांसी जुकाम हो सकता है।

Sagittarius

31 जनवरी 2019: आज किसी विवादित मामलों को निपटाने के लिए कुछ चतुराई दिखाते हुए हल करना चाहेंगे। जिसमें आपको सफलता होगी। आज आपके बौद्धिक ज्ञान की स्थिति ठीक होगी। काम-काजी जीवन में लाभ की स्थिति होगी। आज आप अपने निजी संबंधों को उपयुक्त बनाने की भरपूर कोशिश करते होगे। लेन-देन में परेशानी होगी।

Capricorn

31 जनवरी 2019:  आज की ग्रहीय स्थिति शुभ व सकारात्मक हो चली है। जिससे आपका स्वास्थ्य पहले से अच्छा व अनुकूल होगा। आप अपने कारोबार को विस्तार देने में लगे होगे। यदि नौकरी करते हैं, तो आपको आज पदोन्नति देने की सूची में शामिल किया जा सकता है। प्रेम संबंध पहले से बढ़िया होगे। धन के मामलों में भाग-दौड़ होगी।

Aquarius

31 जनवरी 2019:  आज आप अपने कारोबार में तेजी देने के लिए तत्पर होगे। जिससे आपको कुछ हद तक तो कामयाबी होगी। यदि नौकरी करते हैं। तो आज किसी अधिकारी से मनमुटाव उभरने के आसार है। समय की स्थिति को देखते हुए चलना ठीक होगा। पिता को लेकर तनाव उभर सकते हैं। धैर्य से काम लेना होगा। 

Pisces

31 जनवरी 2019: आज आप अपने परिजनों से मिलने के लिए तैयार होगे। जिससे पिछले दिनों के तनावों को दूर करने में कामयाबी हो। नौकरी पहले की ही तरह सामान्य रूप से चलती होगी। किन्तु आय के मुकाबले खर्च अधिक होने से आप कुछ परेशान होगे। भौतिक सुख के साधनों को जुटाने में आपका ध्यान होगा।

आज का पांचांग

पंचांग 31 जनवरी 2019

विक्रमी संवत्ः 2075, 

शक संवत्ः 1940, 

मासः माघ़, 

पक्षःकृष्ण पक्ष, 

तिथिः एकादशी सांय 05.02 तक, 

वारः गुरूवार, 

नक्षत्रः ज्येष्ठा, सायं 06.40 तक, 

योगः व्यातिपात प्रातः 05.47 तक, 

करणः बालव, 

सूर्य राशिः मकर, 

चंद्र राशिः वृश्चिक, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.14, 

सूर्यास्तः 05.55 बजे।

नोटः आज षट्लिता एकादशी व्रत है।

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

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