‘2022 एजेंडे’ के अनुसार भारत वर्ष 2022 से पहले भी स्वच्छ ऊर्जा के अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है: राजकुमार सिंह

भारत सरकार के विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राज कुमार सिंह ने कहा कि भारत के सतत विकास के लिए उद्योग जगत और सरकार को निश्चित रूप से आपस में भागीदारी करनी चाहिए। राज कुमार सिंह नीति आयोग, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और संयुक्त राष्ट्र (यूएन) द्वारा 8 अगस्त को नई दिल्ली में आयोजित सरकार-उद्योग जगत साझेदारी सम्मेलन के दौरान सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर नीति आयोग और सीआईआई की साझेदारी के शुभारंभ के अवसर पर बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि सतत विकास के लिए तीन चीजों की सबसे अधिक अहमियत है, जिनमें ऊर्जा, जल और पुनरुत्पादक (सर्कुलर) अर्थव्यवस्था/हरित उद्योग शामिल हैं। ‘2022 एजेंडे’ का उल्लेख करते हुए उन्होंने विश्वास जताया कि भारत वर्ष 2022 से पहले भी स्वच्छ ऊर्जा के अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि वे पर्यावरण के प्रति सजग एवं जवाबदेह बनें।

नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने अपने संबोधन में ऐसे समय में भारत में तेज गति से हो रहे शहरीकरण पर प्रकाश डाला, जब कई देश जैसे कि अमेरिका और यूरोप पहले ही इस प्रक्रिया से लगभग पूरी तरह गुजर चुके है। अमिताभ कांत ने देश की आबादी का उल्लेख करते हुए कहा कि सतत रूप से विकास करने का एकमात्र तरीका यही है कि प्रौद्योगिकी का समुचित उपयोग किया जाए। इसके तहत नवीन एवं नवीनकरणीय ऊर्जा का उपयोग करने, अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) को बढ़ावा देने, इलेक्ट्रिक वाहनों, हाइड्रोजन कारों, इत्यादि की मांग बढ़ाने के लिए नवाचार करने और विश्व भर के लोगों के लिए विभिन्न समस्याओँ का स्थानीय समाधान ढूंढ़ने पर विशेष जोर दिया गया।

इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र के स्थानीय समन्वयक यूरी अफानासीव ने कहा कि भारत की प्रकृति, इतिहास एवं आबादी के स्वरूप को देखते हुए यहां की परिस्थितियां टिकाऊ एवं पुनरुत्पादक अर्थव्यवस्था के लिए ऐसे ठोस समाधान ढूंढ़ने की दृष्टि से अनुकूल हैं जिनकी पुनरावृत्ति पूरी दुनिया कर सकती है।

सीआईआई के अध्यक्ष एवं भारती एंटरप्राइजेज लिमिटेड के उपाध्यक्ष राकेश भारती मित्तल ने विशेष जोर देते हुए कहा कि सीआईआई 2018-19 की वर्तमान थीम ‘भारत का अभ्युदयः उत्तरदायी, समावेशी, सतत’ वास्तव में सतत विकास एजेंडे के अनुरूप है।

भारतीय उद्योग परिसंघ के महानिदेशक चन्द्रजीत बनर्जी ने कहा कि सीआईआई के 9 उत्कृष्ट केन्द्र काफी हद तक सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के अनुरूप हैं।

सीआईआई और नीति आयोग ने आपस में तीन वर्षों के लिए साझेदारी की है और इस संबंध में एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। इस साझेदारी के तहत विशिष्ट गतिविधियों पर ध्यान केन्द्रित किया जाता है जिनका उद्देश्य इन्हें विकसित करना है-

1. एसडीजी में योगदान हेतु कारोबारियों और उद्योगों के लिए विजन एवं कार्यकलाप एजेंडा

2. वार्षिक स्थिति रिपोर्ट

3. क्षेत्र विशिष्ट सर्वोत्तम प्रथाओं से जुड़े दस्तावेज।

इस अवसर पर नीति आयोग के सलाहकार डॉ• अशोक कुमार जैन ने इस साझेदारी के बारे में विस्तार से बताया और अभिनव पहलों के लिए सीआईआई की सराहना की।

सीआईआई ने ‘एसडीजी की प्राप्ति हेतु पूरी दुनिया के लिए भारतीय समाधान’ नामक रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में प्रत्येक एसडीजी और कारोबारी निहितार्थों के बारे में विस्तार से बताया गया है। इस रिपोर्ट में उदाहरण देते हुए यह बताया गया है कि किस तरह से कंपनियों ने अपनी कारोबारी रणनीति में एसडीजी से जुड़ी रूपरेखा को शामिल किया है और इन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कंपनियों ने किस तरह से ठोस प्रयास किए हैं।

सम्मेलन में अनेक प्रतिष्ठित प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय, विद्युत मंत्रालय, नवीन एवं नवीनकरणीय ऊर्जा मंत्रालय और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारीगण तथा तेलंगाना, आंध्र प्रदेश एवं गुजरात जैसे अनेक राज्यों के सरकारी प्रतिनिधि शामिल हैं।

‘जल बचाओ, वीडियो बनाओ, पुरस्कार पाओ’ विजेताओं के नाम घोषित

जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय ने ‘जल बचाओ, वीडियो बनाओ, पुरस्कार पाओ’ के पहले पखवाड़े के विजेताओं के नाम घोषित कर दिए हैं। यह प्रतियोगिता 10 जुलाई, 2018 को शुरू हुई थी। 10 जुलाई से 24 जुलाई, 2018 की अवधि के लिए वाराणसी के श्रेष्ठ साहू, भोपाल के सतीश मेवाड़ा और बोकारो के गोपाल कुमार प्रजापति ने क्रमश: पहला, दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया। विजेताओ को क्रमश: 25 हजार रुपये, 15 हजार रुपये और 10 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।

‘जल बचाओ, वीडियो बनाओ, पुरस्कार पाओ’ की शुरूआत मंत्रालय ने भारत सरकार के माय-गव पोर्टल के सहयोग से किया था। इसका उद्देश्य लोगों में जल संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करना है। प्रतियोगिता में कोई भी भारतीय नागरिक हिस्सा ले सकता है। उसे इस विषय पर एक मौलिक वीडियो बनाना जरूरी है। इसके बाद उन्हें यू-ट्यूब पर वीडियो अपलोड करना होगा और उसका लिंक माय-गव के www.mygov.in. के वीडियो लिंक सेक्शन पर देना होगा। इस वर्ष 4 नवंबर तक हर पखवाड़े में तीन विजेता चुने जाएंगे।

पहले पखवाड़े में प्रतियोगिता संबंधी प्रतिक्रिया बहुत अच्छी थी और ये देखकर बहुत प्रोत्साहन मिलता है कि पहले, दूसरे और तीसरे स्थान के विजेता देश के विभिन्न भागों से आते हैं। माय-गव को कुल 431 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं, जिनमें से 38 वीडियो को चुना गया था। चयनित वीडियो की जांच के बाद विभिन्न मानदंडों के आधार पर सर्वश्रेष्ठ तीन वीडियो चुने गये। रचनात्मकता, मौलिकता, तकनीकी श्रेष्ठता, वीडियो की गुणवत्ता और उनका श्रव्य प्रभाव इत्यादि के आधार पर प्रतिभागियों का मूल्यांकन किया गया।

जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय भारतवासियों से अपील करता है कि वे जल संरक्षण, आदर्श जल उपयोग, जल संसाधन विकास और प्रबंधन के विषय में किये जाने वाले प्रयासों, महत्वपूर्ण योगदानों और उत्तम व्यवहारों पर वीडियो बनाकर अपलोड करें। प्रतिभागियों से आग्रह किया जाता है कि वे केवल मौलिक वीडियो ही अपलोड करें। जल संरक्षण पर अभिनव विज्ञापनों इत्यादि का भी स्वागत है। वीडियो न्यूनतम 2 मिनट से लेकर 10 मिनट की अवधि तक होना चाहिए। वे हिंदी, अंग्रेजी या अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में हों तथा भारतीय कॉपीराइट अधिनियम, 1957 या तीसरे पक्ष के बौद्धिक संपदा अधिकारों के किसी प्रावधान का उल्लंघन न करते हों।

पूर्वोत्तर भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा

 

पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय में सचिव परमेश्वरन अय्यर ने मंगलवार 07 अगस्त को गुवाहाटी में आयोजित एक क्षेत्रीय कार्यशाला में समस्त पूर्वोत्तर राज्यों में स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण (एसबीएम-जी) के क्षेत्र में हुई प्रगति की समीक्षा की। असम, मणिपुर, नगालैंड और त्रिपुरा के वरिष्ठ सरकारी प्रतिनिधियों ने स्वच्छ भारत के लिए तय 2 अक्टूबर, 2019 के राष्ट्रीय लक्ष्य से पूरे एक साल पहले ही अक्टूबर, 2018 तक ‘ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) पूर्वोत्तर’ का लक्ष्य पाने के लिए अपने द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों पर विचार-विमर्श किया। इस क्षेत्र के तीन ओडीएफ राज्यों अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और मिजोरम ने अपनी-अपनी उपलब्धियों को बनाए रखने के लिए स्वयं द्वारा उठाए गए कदमों पर विचार-विमर्श किया। इसके साथ ही इन तीनों ओडीएफ राज्यों ने ठोस एवं तरल अपशिष्ट के प्रबंधन के जरिए ‘ओडीएफ’ से भी आगे निकल कर ‘ओडीएफ+’ बनने की दिशा में उठाए गए कदमों की भी चर्चाएं कीं।

इससे पहले सचिव परमेश्वरन अय्यर ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से भेंट की और स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण के क्षेत्र में असम में हुई प्रगति पर विचार-विमर्श किया। सचिव ने राज्य सरकार को एसबीएम-जी के क्षेत्र में भारत सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया, जिसमें समयबद्ध ढंग से संबंधित धनराशि उपलब्ध कराना भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने 2 अक्टूबर, 2018 तक ‘ओडीएफ असम’ के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए राज्य की प्रतिबद्धता दोहराई।

इस बैठक के बाद असम की मुख्य सचिव टी• वाई• दास और पेयजल एवं स्वच्छता सचिव ने वीडियो क्रांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सभी जिलाधिकारियों के साथ एसबीएम-जी की विस्तृत समीक्षा की। मुख्य सचिव ने इस मिशन में लोगों विशेषकर महिलाओं की सहभागिता की अहमियत दोहराई। उन्होंने जिलाधिकारियों से एसबीएम-जी से संबंधित प्रबंधन सूचना प्रणाली (एमआईएस) के क्षेत्र में हुई प्रगति की समवर्ती सूचना प्रेषण सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने स्कूल एवं कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा अपने अभिभावकों को स्वच्छता एवं साफ-सफाई की अहमियत से अवगत कराने के लिए जिलाधिकारियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने जिलाधिकारियों से आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण के लिए तैयार रहने को भी कहा, जिसके तहत नागरिकों से प्राप्त ऑफलाइन एवं ऑनलाइन जानकारियों (फीडबैक) सहित गुणात्मक एवं मात्रात्मक पैमानों के आधार पर स्वच्छता को लेकर भारत के सभी जिलों एवं राज्यों की रैंकिंग की जाएगी (sbm.gov.in/ssg2018)।

इस बीच, राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता कवरेज वर्ष 2014 के 39 प्रतिशत से बढ़कर वर्तमान में 89.5 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई है। 4.12 लाख से अधिक गांवों, 421 जिलों, 14 राज्यों और 5 केन्द्र शासित प्रदेशों को पहले ही ‘ओडीएफ’ घोषित किया जा चुका है।

सामाजिक न्‍याय से जुड़े केन्‍द्र सरकार के कानून, इतिहास में दर्ज होंगे : डॉ• जितेन्‍द्र सिंह

पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन और परमाणु ऊर्जा तथा अंतरिक्ष मंत्रालय में राज्‍यमंत्री डॉ• जितेन्‍द्र सिंह ने कहा है कि सरकार द्वारा सामाजिक न्‍याय के लिए लाया गया कानून इतिहास में दर्ज होगा। उन्‍होंने कहा कि अगस्‍त महीने का पहला सप्‍ताह इस मायने में महत्‍वपूर्ण रहा कि इसी अवधि में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की पहल पर पिछड़ा वर्ग आयोग गठित करने और उसे संवैधानिक दर्जा देने और अनुसूचित जाति/जनजाति कानून की मूल व्‍यवस्‍थाओं को बहाल करने से संबंधित दो ऐतिहासिक विधेयक संसद में पारित किये गये।

डॉ• सिंह ने राष्‍ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्‍यक्ष नंद कुमार साई से मंगलवार 07 अगस्त को हुई मुलाकात के अवसर पर यह बात कही। श्री साई अनुसूचित जाति/जनजाति से संबंधित विधेयक संसद में पारित हो जाने पर सरकार के प्रति अपना आभार व्‍यक्‍त करने श्री सिंह से मिलने आये थे।

श्री सिंह ने इस अवसर पर कहा कि आजादी के तुरंत बाद आज से करीब 60 साल पहले इक्‍का केलकर समिति ने एक ऐसा पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन की सिफारिश की थी जिसे संवैधानिक दर्जा भी प्राप्‍त हो। उन्‍होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने संसद में कानून बनाकर इस दिशा में सफल प्रयास किया है।

उन्‍होंने चार साल पहले प्रधानमंत्री के पदभार ग्रहण करने को याद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने तभी यह शपथ ली थी कि उनकी सरकार गरीबों और समाज के कमजोर वर्ग के कल्‍याण के लिए समर्पित रहेगी। उन्‍होंने कहा कि पिछले चार वर्षों पर नजर डाले तो अपने इस वायदे को केंद्र सरकार ने नए सुधार और नए कानून लाकर पूरा किया है।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 प्रोटोकॉल और स्वच्छ मंच वेब पोर्टल की शुरूआत 10 अगस्त को

 

आवास एवं शहरी मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी नई दिल्ली में 10 अगस्त, 2018 को स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 को लांच करेंगे। इसके साथ ही स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के तहत नई पहलों और जीवन-सुविधा सूचकांक को भी जारी किया जाएगा। राज्यों और शहरों के लिए देशभर में इस आयोजन का प्रत्यक्ष वेबकास्ट भी होगा। यह वेबकास्ट पत्र सूचना ब्यूरो, भारत सरकार के आधिकारिक यू-ट्यूब और फेसबुक अकाउंट के जरिए किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि मंत्रालय ने 73 शहरों की रैंकिंग के लिए जनवरी 2016 में स्वच्छ सर्वेक्षण-2016 शुरू किया था। इसके बाद 434 शहरों की रैंकिंग के लिए जनवरी-फरवरी 2017 में स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 आयोजित किया गया। हाल में पूरा होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 में 4203 शहरों की रैंकिंग की गयी।

स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 का आयोजन 4 जनवरी से 31 जनवरी-2019 तक किया जाएगा। इसमें स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के तहत सभी शहरों की रैंकिंग की जाएगी।

स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के तहत 18 राज्यों के शहरी इलाके तथा कुल 3223 शहर खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं। इसके अलावा स्वतंत्र तीसरे पक्ष के जरिए 2712 शहरों को खुले में शौच से मुक्त प्रमाणित किया जा चुका है। इस उद्देश्य के मद्देनजर ओडीएफ+ एवं ओडीएफ++ प्रोटोकॉल की भी शुरूआत की जाएगी। इसी तरह स्वच्छ मंच वेब पोर्टल का आरंभ भी होगा, ताकि स्वच्छ भारत मिशन के तहत योगदान करने वाले प्रत्येक हितधारकों को साझा मंच पर लाया जा सके।

जीवन-सुविधा सूचकांक को भी लांच किया जाएगा। इसके तहत संस्थागत, सामाजिक, आर्थिक और भौतिक जैसे 4 महत्वपूर्ण मानकों को रखा गया है।

राजस्व आसूचना निदेशालय ने विदेशी मुद्रा तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया, विदेशी नागरिकों की संलिप्तता

 

भारत सरकार के राजस्व विभाग के अधीन राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) के दिल्ली क्षेत्र इकाई के अधिकारियों ने सटीक सूचना के आधार पर नई दिल्ली के इन्दिरा गांधी अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टी-3 प्रस्थान हॉल पर 7 विदेशी नागरिकों को रोका तथा उनके पास से बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा पकड़ी। यह विदेशी मुद्रा इन विदेशी नागरिकों के चेक-इन सामान से बरामद की गयी। ये सभी विदेशी नागरिक 5 और 6 अगस्त, 2018 की रात को हांगकांग की उड़ान पकड़ने की तैयारी में थे। इस तस्कर गिरोह के भारतीय सह-अपराधी का भी पता लगाकर उसे पकड़ लिया गया है।

जब्तशुदा विदेशी मुद्रा को तौलिये में लपेटकर सामान में इस तरह छुपाया गया था, ताकि हवाई अड्डे पर एजेंसियां उनका पता न लगा सकें। सभी मुद्राएं 100-100 अमेरिकी डॉलर के मूल्य-वर्ग की थी। कुल लगभग 8.90 लाख अमेरिकी डॉलर पकड़े गये, जिनकी बाजार कीमत लगभग 6.14 करोड़ रुपये है।

अब तक की जांच से पता लगा है कि इस गिरोह में विदेशी और भारतीय नागरिक संलिप्त हैं, जो हांगकांग तथा भारत में स्थित हैं। गिरोह का मास्टर-माइंड हांगकांग में बैठा है, जो माल ले जाने वाले कैरियरों का इंतजाम करता है और सोने की छड़ों को सामान में छुपाकर उनके जरिए भारत भेजता है। भारत में उनका साथी सोना ले लेता है और उसके बदले विदेशी मुद्रा देता है। इस विदेशी मुद्रा को भारत से हांगकांग भेज दिया जाता है। जांच में यह भी पता चला है कि गिरोह उन्हीं कैरियरों का बार-बार इस्तेमाल नहीं करता ताकि भारत में कस्टम की नजर से बचा जा सके। पूर्व में भी डीआरआई ने सोना, विदेशी मुद्रा और हथियार जैसी विभिन्न प्रतिबंधित सामग्रियों की तस्करी में कई विदेशी नागरिकों को पकड़ा है।

सभी 8 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में आगे जांच चल रही है।

वाणिज्‍य और उद्योग मंत्री ने निर्यात मित्र ऐप जारी किया

केंद्रीय वाणिज्‍य और उद्योग तथा नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने नई दिल्‍ली में निर्यात मित्र मोबाइल ऐप जारी किया। भारतीय निर्यातक महासंघ (फीओ) द्वारा विकसित यह ऐप एन्‍ड्रायड और आईओसी प्‍लेटफॉर्म वाले सभी मोबाइल फोन पर उपलब्‍ध है। इसके जरिए अंतर्राष्‍ट्रीय व्‍यापार से संबंधित सभी नियमों और व्‍यवस्‍थाओं की जानकारी हासिल की जा सकती है। इसमें आयात निर्यात से जुड़ी नीतियां, जीएसटी की दरें, निर्यात के लिए मिलने वाली रियायतें, शुल्‍क तथा बाजारों तक पहुंचने के लिए आवश्‍यक बाते शामिल हैं। इसमें 87 देशों का डाटा शामिल किया गया है। इसकी सबसे प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें टैरिफ से जुड़ी सभी जानकारियां उपलब्‍ध हैं।

सुरेश प्रभु ने इस अवसर पर कहा कि डिजिटल प्रौदयोगिकी व्‍यापार और कारोबार में बड़ी भूमिका निभाने जा रही है। नया ऐप डिजिटल इंडिया की अवधारणा को मूर्त रूप देने की दिशा में एक अहम प्रयास है। उन्‍होंने कहा कि निर्यात के मोर्चें पर अच्‍छे संकेत मिल रहे हैं। इसमें 20 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई है। सरकार निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कारोबार को सुगम बनाने की कोशिश कर रही है। उन्‍होंने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उद्योग जगत से नये ऐप का भरपूर इस्‍तेमाल करने का अनुरोध किया।

आज का राशिफल

आज का राशिफल

टिप्स फॉर 09-08-2018 गुरूवार हमारी हर टिप्स ज्यादा से ज्यादा शेयर करे *सबका मंगल हो

*आज प्रदोष व्रत – सर्वार्थ सिद्धि योग – अमृत सिद्धि योग – वज्र योग – भद्रा योग – सिद्धि योग – शुभ योग – मासिक शिवरात्रि – तिथि कृष्ण त्रयोदशी और पुनर्वसु नक्षत्र…

आज के योग के अनुसार आज शाम संध्या समय पर शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक जरुर करे और आखिर में खड़े हो कर शिव तांडव स्तोत्र जरुर करे …

आज का मंत्र लेखन – आज ॐ श्री गुरुवे नमः यह मंत्र २१ बार लिख ( हो शके तो 108 बार लिखे )

आज क्या करे आज ट्रावेल करना शुभ हे, किसी रोग की दवाई शुरू करना आज शुभ हे, शैक्षणिक कार्य करने के लिए उत्तम हे, आध्यात्मिक प्रवृति के लिए भी आज का दिन शुभ हे, किसी भी रूप में एन्जॉय करने के लिए भी आज का दिन शुभ हे …

आज क्या ना करे – आज किसी से पैसे उधार ना ले, किसी भी प्रकार की लीगल एक्टिविटी में इन्वोल्व ना हो तो ही अच्छा हे …

आज कहा जाना शुभ रहेगा – तालाब, रिवर, स्मोल विलेज, एयर पोर्ट, होटल रेस्टोरेंट, टेम्पल, पोलिटिकल एसेम्बली, एंटिक शॉप जैसी जहग की मुलाक़ात के लिए शुभ दिवस…

आज दोपहर 2 बजे से 4 बजे के बिच कोई भी शुभ कार्य ना करे

भोजन उपाय – आज उपवास करने के लिए उत्तम दिवस हे …

दान पुण्य उपाय – आज केले का दान करे …

वस्त्र उपाय – आज पीले वस्त्र धारण करे …

वास्तु उपाय – आज शाम घर में गुगुल और कपूर का धुप जरुर करे

सावधानी रक्खे – आज के ग्रहों के अनुसार आज जिन्हें शर्दी जुकाम रोग की शिकायत ज्यादा रहती हे या फिर इससे जुडी कोई भी परेशानी ज्यादा रहती या ऐसी कोई भी समस्या से पीड़ित है वो आज अपने व्यवहार में एवं तामसी खान पान में सावधानी बरतें और ध्यान जरुर करे

09 अगस्त जिनका जन्म दिन हे और जिनकी शादी की सालगिरह हे वो आज किसी गौशाला में कुछ ना कुछ दान जरुर करे ..

💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत्।।

🐏मेष
कम प्रयास से काम बनेंगे। धनार्जन होगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। परिवार से संबंध घनिष्ठ होंगे। नए संबंधों के प्रति सतर्क रहें। भूल करने से विरोधी बढ़ेंगे। रुके धन की प्राप्ति में अड़चनें आएंगी।

🐂वृष
मेहमानों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मसम्मान बढ़ेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अपने काम से काम रखें। दूसरों के विश्वास में न आएं। परिवार में तनावपूर्ण माहौल रह सकता है।

👫मिथुन
लेन-देन में सावधानी रखें। रोजगार मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अचानक लाभ होगा। धन संबंधी कार्यों में विलंब से चिंता हो सकती है। लाभदायक समाचार मिलेंगे। कार्य के विस्तार की योजना बनेगी। संत-समागम होगा।

🦀कर्क
चोट व रोग से हानि संभव है। कुसंगति से हानि होगी। विवाद न करें। फालतू खर्च बढ़ेंगे। आवास संबंधी समस्या का समाधान संभव है। आवेश में कोई कार्य नहीं करें। सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी। व्यापार अच्छा रहेगा।

🐅सिंह
शारीरिक कष्ट संभव है। लेन-देन में सावधानी रखें। सुख के साधन जुटेंगे। रुका हुआ धन मिलेगा। अधूरे काम समय पर सफलता से होने पर उत्साह बढ़ेगा। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है।

🙎‍♀कन्या
दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। आय बढ़ेगी। भोग-विलास में रुचि बढ़ेगी। जीवनसाथी से संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। स्थायी संपत्ति के मामले उलझेंगे। कार्य में मित्रों की मदद मिलेगी। आर्थिक मनोबल बढ़ेगा।

तुला
कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। थकान रहेगी। परिवार एवं समाज में आपके कामों को महत्व एवं सम्मान प्राप्त हो सकेगा। वाणी पर संयम आवश्यक है। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा।

🦂वृश्चिक
चोरी, चोट व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। धनार्जन होगा। भागदौड़, बाधाओं व सतर्कता के बाद सफलता मिलेगी। पारिवारिक सुख, संतोष बढ़ेगा। उपहार मिलने के योग हैं। अधिक व्यय न करें। खर्चों में कमी करें।

🏹धनु
पुराना रोग उभर सकता है। बेचैनी रहेगी। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कानूनी बाधा दूर होगी। रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा। कार्य में भागीदार सहयोग करेंगे। विकास की योजनाएं बनेंगी। दांपत्य जीवन में गलतफहमी आ सकती है।

🐊मकर
घर-परिवार की चिंता रहेगी। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। बेरोजगारी दूर होगी। आपका सामाजिक क्षेत्र बढ़ेगा। लाभदायक सौदे होंगे। विपरीत परिस्थितियों का सफलता से सामना कर सकेंगे। जीवनसाथी से आर्थिक मतभेद हो सकते हैं।

🍯कुंभ
शत्रु परास्त होंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। किसी नए कार्य में भाग लेने के योग हैं। विद्वानों के साथ रहने का अवसर मिलेगा। व्यापार में भागीदार सहयोग करेंगे।

🐟मीन
घर-परिवार की चिंता रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। जोखिम न लें। अचानक यात्रा के भी अच्छे फल मिलेंगे। आमदनी में वृद्धि होगी। प्रसिद्धि एवं सम्मान में इजाफा होगा। नौकरी में उन्नति के योग हैं।

राज्यसभा उप सभापति चुनाव आज, जानिए क्या होती है प्रक्रिया

राज्यसभा के उपसभापति के लिए गुरुवार को चुनाव होना है. इसी दिन राज्यसभा को नया उपसभापति भी मिल जाएगा. यह एक संवैधानिक पद है. भारत के संविधान के आर्टिकल 89 में कहा गया है कि राज्यसभा अपने एक सांसद को उपसभापति पद के लिए चुन सकता है, जब यह पद खाली हो.

उपसभापति का पद इस्तीफा, पद से हटाए जाने या इस पद पर आसीन राज्यसभा सांसद का कार्यकाल खत्म होने के बाद खाली हो जाता है. वर्तमान उपसभापति प्रोफेसर पीजे कुरियन का कार्यकाल 1 जुलाई को खत्म हो गया था, जिस कारण यह पद अभी खाली है.

क्या है राज्यसभा के उपसभापति चुनने का नियम

राज्यसभा उपसभापति का चुनाव करने की प्रक्रिया बहुत ही सहज और सरल है. कोई भी राज्यसभा सांसद इस संवैधानिक पद के लिए अपने किसी साथी सांसद के नाम का प्रस्ताव आगे बढ़ा सकता है. इस प्रस्ताव पर किसी दूसरे सांसद का समर्थन भी जरूरी है. इसके साथ ही प्रस्ताव को आगे बढ़ाने वाले सदस्य को सांसद द्वारा हस्ताक्षरित एक घोषणा प्रस्तुत करनी होती है जिनका नाम वह प्रस्तावित कर रहा है. इसमें इस बात का उल्लेख रहता है कि निवार्चित होने पर वह उपसभापति के रूप में सेवा करने के लिए तैयार हैं. प्रत्येक सांसद को केवल एक प्रस्ताव को आगे बढ़ाने या उसके समर्थन की अनुमति है.

अगर किसी प्रस्ताव में एक से ज्यादा सांसद का नाम हैं तो इस स्थिति में सदन का बहुमत तय करेगा कि कौन राज्यसभा के उपसभापति के लिए चुना जाएगा. अगर सभी राजनीतिक दलों में किसी एक सांसद के नाम को लेकर आम सहमति बन जाती है, तो इस स्थिति में सांसद को सर्वसम्मति से राज्यसभा का उपसभापति चुन लिया जाएगा.

उपसभापति पद के लिए हुए अबतक के चुनाव

राज्यसभा उपसभापति पद के लिए अबतक कुल 19 बार चुनाव हुए हैं. इनमें से 14 मौकों पर सर्वसम्मति से इस पद के लिए उम्मीदवार को चुन लिया गया, मतलब चुनाव की नौबत ही नहीं आई. 1969 में पहली बार उपसभापति के पद के लिए चुनाव हुआ था.

राज्यसभा उपसभापति को पूरी तरह से राज्यसभा के सांसद ही निवार्चित करते हैं. यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण पद है. उपसभापति को सभापति/उपराष्ट्रपति की गैरमौजूदगी में राज्यसभा का संचालन करना होता है. इसके साथ ही तटस्था के साथ उच्च सदन की कार्यवाही को भी सुचारू रूप से चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होती है.

राज्यसभा के उपसभापति पद के उम्मीदवार के लिए NDA ने जेडीयू सांसद हरिवंश को चुना है. कांग्रेस ने राज्यसभा के उपसभापति के उम्मीदवार के तौर पर बीके हरिप्रसाद का नाम आगे किया है. गुरुवार को फैसला हो जाएगा कि राज्यसभा का अगला उपसभापति कौन होगा. हालांकि आंकड़े सत्तारूढ़ दल एनडीए के साथ हैं.

मारुति सुजुकी ने स्विफ्ट एएमटी को टॉप वेरिएंट्स में लॉन्च किया

मारुति सुजुकी ने स्विफ्ट एएमटी को टॉप वेरिएंट्स में लॉन्च किया है। इन फैक्ट ऑटोमैटिक वर्जन जेडएक्सआई प्लस पेट्रोल वेरिएंट और जेडीआई प्लस में इंट्रोड्यूस किए गए हैं। इनका एक्स शोरूम प्राइस रसपेक्टिवली 7.76 लाख और 8.76 लाख रुपए है। इस साल फरवरी में ऑटो एक्सपो में शोकेस की गई स्विफ्ट, मारुति सुजुकी की यट अनादर सक्सेस स्टोरी है। हालांकि मारुति ने एएमटी को वीएक्सआई, जेडएक्सआई, वीडीआई और जेडडीआई वेरिएंट्स में ही ऑफर किया था।

अब कस्टमर डिमांड को देखते हुए ब्रांच ने स्विफ्ट के टॉप स्पेक वेरिएंट्स में कुछ ड्राइविंग कनविनिएंस एड कर दी है। जेडएक्सआई प्लस और जेडडीआई प्लस एजीएस वेरिएंट्स में एलईडी प्रोजेक्टर हैडलाइट्स, ऑटोमैटिक लैम्प्स, डेटाइम रनिंग लाइट्स, रेजर कट अलॉय व्हील्स, एक टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम विद स्मार्टफोन मिररिंग, रिवर्सिंग कैमरा और फ्यू अदर एसेंशल्स एडिशनल फीचर्स इनक्लूड हैं।

नई स्विफ्ट के साथ 1.2-लीटर के सीरीज पेट्रोल इंजन है जो 83 बीएचपी पावर और 113 एनएम टॉर्क जनरेट करता है। इसके साथ ही 1.3-लीटर डीजल इंजन 74 बीएचपी पावर और 190 एनएम टॉर्क प्रोड्यूस करता है। मारुति सुजुकी इंडिया में मार्केटिंग एंड सेल्स सीनियर एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर आरएस कलसी ने कहा कि स्विफ्ट ने कस्टमर्स एक्सपेक्टेशन के हिसाब से ऑलवेज हाई स्कोर किया है। लेटेस्ट इवोल्यूशन के साथ ऑल न्यू स्विफ्ट कस्टमर डिलाइट के नेक्स्ट लेवल पर पहुंच गई है।

हमारे स्विफ्ट कस्टमर्स ने एजीएस को काफी एप्रिशिएट किया है। हाई सेलिंग टॉप एंड वेरिएंट्स में एजीएस कनविनिएंस के लिए हमारे पास कस्टमर फीडबैक था। अकॉर्डिंगली अब हम टॉप एंड जेडएक्सआई प्लस और जेडजीआई प्लस वेरिएंट्स में एजीएस ऑफर कर रहे हैं। यह फर्दर ब्रैंड स्विफ्ट को स्ट्रेंथन करने के साथ मारुति सुजुकी की एक्लेम्ड टू पैडल टेक्नोलोजी की पोपुलरिटी को एनहेंस करेगा।