भारतीय जनता पार्टी ने देश में महिलाओं की स्थिति को बदतर बताने वाली एक अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट को समर्थन करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला और पूछा कि कांग्रेस कार्यालय में यौन प्रताड़ना का आरोप लगा कर इस्तीफा देने वाली एक युवती को इन्साफ दिलाने के लिए वह क्या कर रहे हैं।
भाजपा की प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने मंगलवार को यहां कहा कि थाॅमसन रायटर्स की रिपोर्ट में केवल 500 लोगों से बातचीत के आधार पर भारत को महिलाओं के लिए दुनिया का सबसे असुरक्षित देश और महिला सुरक्षा के मामले में सीरिया से भी बदतर देश बताया गया है और इस बातचीत में भाग लेने वालों में केवल सौ लोग भारतीय हैं। जबकि भारत की आबादी 125 करोड़ हैं।
उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि इस रिपोर्ट का मकसद आर्थिक रूप से तेजी से तरक्की करते भारत को दुनिया में बदनाम करना है। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने इन बातों पर विचार किए बिना ही उस रिपोर्ट को स्वीकार करके सरकार और खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधने में देर नहीं की। उन्होंने कहा कि गांधी, मोदी के प्रति अपनी नफरत के कारण, देश के सम्मान के विरुद्ध भी जाने से संकोच नहीं करते हैं।
लेखी ने कहा कि कांग्रेस के 15 रकाबगंज स्थित कार्यालय में काम करने वाली एक युवती ने दिल्ली पुलिस को अपने वरिष्ठ सहयोगी चिराग पटनायक के विरुद्ध संगीन आरोप लगाए हैं और कहा है कि पटनायक ने बार-बार उसके साथ अमर्यादित व्यवहार किया और उसकी गरिमा को ठेस पहुंचाई है। उसने अनेक अवसरों पर उसके बेहद करीब जाने की कोशिश की जिससे तंग आकर मनोवैज्ञानिक पीड़ा के कारण मई में इस्तीफा दे दिया।
उन्होंने कहा कि यह मामला नई दिल्ली के संयुक्त पुलिस आयुक्त के पास जांच के लिए आया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में उनका मानना है कि पुलिस को तुरंत प्राथमिकी दर्ज करके पटनायक को गिरफ्तार करना चाहिए। उन्होंने इस घटना को लेकर गांधी से उनके रुख के बारे में सवाल किया और कहा कि कांग्रेस में महिलाआें के उत्पीड़न का पूरा इतिहास रहा है।
उन्होंंने 2006-07 के सुकन्या केस, पूर्व उपराष्ट्रपति कृष्णकांत की पत्नी सुमन कृष्णकांत के होम फॉर वीमेन में एक पूर्व सैनिक की पत्नी के साथ हुए मामले, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ के अध्यक्ष पर हुई रिपोर्ट आदि का उल्लेख किया।
उन्होंने उन्नाव कांड के बाद प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के हाथों स्वयं श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा, और एक पत्रकार मौसमी सिंह के साथ बदसलूकी का भी मामला उठाया।
लेखी ने कहा कि गांधी न्याय दिलाने और उसे सुरक्षित रखने के लिए जरूरी कदम उठायें और भारत को नाहक ही बदनाम नहीं करें। वह दूसरों पर उंगली उठाने से पहले अपना घर ठीक करें।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि गांधी को समझना चाहिए कि भारत में बलात्कार की घटनाओं से अधिक घटनाएं न्यूयॉर्क में होती हैं। देश में एक निर्भया कांड हुआ था तो एक जागृति आई और सारा देश इकट्ठा हुआ और कानून को बदला गया। इसका यह मतलब नहीं है कि दिल्ली रेप कैपिटल हो गई।
प्रधानमंत्री मोदी के एक पत्रिका को दिए गए इंटरव्यू के बारे में एक सवाल के जवाब में लेखी ने कहा कि प्रधानमंत्री ठीक कह रहे हैं कि विपक्षी दल केवल मोदी हटाओ के एजेंडे को लेकर एकजुट हो रहे हैं। उनके पास देश को आगे ले जाने का कोई रोडमैप यर एजेंडा नहीं है।
उन लोगों ने एक समय गरीबी हटाओ का नारा दिखाई दिया था लेकिन उन्हें गरीब महिलाआें की रसोई में धुंए के कारण होनी वाली दिक्कतें, शौचालय नहीं होने के कारण अंधेरा होने का इंतज़ार करने की पीड़ा, महंगी दवाएं नहीं खरीद पाने का दर्द आदि तकलीफें नहीं दिखीं।
उन्होंने कहा कि ये समस्याएं मोदी ने देखीं हैं और उन्हें दूर करने का प्रयास किया है जिससे उनका गरीब वोट बैंक बिखर रहा है। इसलिए वे मोदी को हटाना चाहते हैं। इस काम में अंतरराष्ट्रीय ताकतें भी सक्रिय हैं और उन्हीं की वजह से थॉमसन रायटर्स जैसी एजेंसियां देश की छवि धूमल करने वाली रिपोर्ट जारी करतीं हैं।