एक घटना से सारे राजनैतिक जीवन पर प्रश्नाचिन्ह नहीं लगाना चाहिए


अलवर में गाय के नाम पर जो कुछ हुआ, उसे किसी भी हालत में जायज नहीं ठहराया जा सकता, लेकिन इसके लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार मानें ऐसा भी ठीक नहीं


कुछ वक्त पहले दिल्ली के एक मुशायरे में राहत इंदौरी साहब का सुना एक शेर याद आ गया-

कौन जालिम हैं यहां, जुर्म हुआ है किस पर, क्या खबर आएगी, अखबार को तय करना है.

अपने घर में मुझे क्या खाना-पकाना है, ये भी मुझको नहीं, सरकार को तय करना है.

राजस्थान के अलवर से जब खबर आई, तो दिल को तकलीफ सी दे गई, खासतौर से इसलिए क्योंकि मैं अरसे से राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को जानता हूं, थोड़ा-थोड़ा वो भी मुझे पहचानती होंगी. वसुंधरा जी की छवि एक मुख्यमंत्री के तौर पर, एक प्रशासक के तौर पर एक जन प्रतिनिधि के तौर पर भी बेहद दमदार हैं. उन्हें कमजोर मुख्यमंत्री नहीं कहा जा सकता और यह भी नहीं माना जा सकता कि वे हमेशा ही सिर्फ लोक लुभावन फैसले करती हैं.

मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंनें बहुत बार ऐसे कदम भी उठाए हैं जिनका फायदा दूरगामी हो, ज्यादा से ज्यादा लोगों को होता होगा, लेकिन कई बार वे चुनावी राजनीति के तौर पर फायदेमंद नहीं होते. भारतीय जनता पार्टी जैसे बड़े संगठन में उनकी आवाज को ना तो दबाया जा सकता है और ना ही नजरअंदाज किया जा सकता है, यह कई बार उन्होंने साबित किया है. उनके इस अंदाज से अक्सर बहुत से लोग परेशान भी रहते हैं.

मुझे याद आते हैं वो दिन जब राजस्थान में भैरोंसिंह शेखावत बीजेपी के सबसे बड़े नेता होते थे, या ये कहना भी गलत नहीं होगा कि किसी दूसरी पार्टी में भी उनके बराबर के कद का नेता नहीं था. कांग्रेस में जो कद मोहन लाल सुखाड़िया को हासिल हुआ, वो शख्सियत शेखावत की रही, लेकिन तमाम वर्षों में बीजेपी को कभी बहुमत वाली सरकार नहीं मिल पाई और वे दूसरे दलों के साथ मिलकर सरकार बनाते रहे, चलाते रहे, साथ ही पार्टी के भीतर लगातार चलती रहती उठापटक से भी निपटते रहे. शेखावत और राजमाता रही विजया राजे सिंधिया के बीच बेहद अच्छे संबंध थे.

माना जाता है कि वसुंधरा जी को राजनीतिक तौर पर तैयार करने में शेखावत का भी अहम योगदान रहा, लेकिन जो लोग उस वक्त उन्हें एक कमजोर या नौसिखिया नेता के तौर पर देख रहे थे, उनको जवाब दिया उन्होंनें पहली बार राजस्थान में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर. ज्यादातर लोगों को 2014 के आम चुनावों के नतीजे याद होंगें जब नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी की अगुवाई में बीजेपी ने पहली बार केंद्र में स्पष्ट बहुमत की सरकार बनाई, लेकिन इससे पांच महीने पहले दिसंबर 2013 के चुनाव में राजस्थान में वसुंधरा के नेतृत्व में बीजेपी ने 160 से ज्यादा सीटें हासिल कर ली थीं और फिर आम चुनाव में सभी 25 संसदीय सीटें भी जितवाई.

जाहिर है कि वसुंधरा जी की ताकत को केंद्रीय आलाकमान नजरअंदाज नहीं कर सकता था और तमाम कोशिशों के बावजूद हुआ वही जो वसुंधरा जी को पसंद था. तो क्या इतनी ताकतवर मुख्यमंत्री से राज्य में कानून-व्यवस्था कायम रखने की उम्मीद करना नाइंसाफी होगा?

अलवर में गाय के नाम पर जो कुछ हुआ, उसे किसी भी हालत में जायज नहीं ठहराया जा सकता, लेकिन इसके लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार मानें ऐसा भी ठीक नहीं. लेकिन गाय और मरते हुए आदमी में से पहले गाय को गौशाला छोड़ना और फिर अस्पताल जाने की पुलिस की कारवाई इस बात का अंदाजा तो देती ही है कि या तो पुलिस और प्रशासन को एक ताकतवर मुख्यमंत्री की परवाह नहीं या फिर उनकी शह है. इससे भी ज़्यादा इस घटना के बाद उनकी सरकार के मंत्री, विधायक और हाल में बने बीजेपी अध्यक्ष के बयान और उन सब पर मुख्यमंत्री की चुप्पी हैरान करती है.

1992 में 6 दिसंबर की घटना याद आती है कि बाबरी मस्जिद का ढांचा गिरने के बाद देश भर में दहशत का माहौल था, और जगह-जगह सांप्रदायिक दंगे हो रहे थे. उस रात राजस्थान के मुख्यमंत्री भैरोंसिह शेखावत अपने निवास पर बैठे पूरे माहौल पर नजर रखे हुए थे. तब रात को करीब दस बजे खबर मिली कि जयपुर की एक मुस्लिम बस्ती पर हमला हो सकता है, मुख्यमंत्री ने पुलिस प्रशासन को तो सख्ती का आदेश दिया ही साथ में वह अपने अफसरों के साथ उस बस्ती में पहुंच गए और देर रात तक सड़क पर ही डेरा डाल कर बैठे रहे.

नतीजा एक मुस्लिम बस्ती बच गई,किसी की हिम्मत नहीं हुई हमला या दंगा करने की. शेखावत जी अक्सर कहा करते थे कि सरकार सिर्फ़ रुआब से चलती है यानी आपका डर होना चाहिए कि अगर कोई गड़बड़ हुई तो फिर किसी को बख्शा नहीं जाएगा और रुआब इस बात से बनता है कि आपने किसी घटना पर किस तरह का प्रशासनिक और राजनीतिक व्यवहार किया, जिसे वाजपेयी जी की जबान में राजधर्म कहते हैं.

 

राजस्थान में इस साल के आखिर में चुनाव होने हैं यानी जनता फिर से याद आने लगी है और अब हर दरवाजे तक पहुंचना है. अच्छी बात है. मुख्यमंत्री चार अगस्त से सुराज यात्रा शुरू कर रही हैं. सुना है कि रथ तैयार हो गया है, दूसरी तैयारियां भी पूरी होने को होंगी. यह मौका हो सकता है जनता में इस बात का विश्वास दिलाने का कि वे एक निष्पक्ष और ताकतवर मुख्यमंत्री हैं और उनके रहते हुए किसी को किसी बात की चिंता की जरूरत नहीं हैं.

वसुंधरा जी बीजेपी की नई पीढ़ी का नेतृत्व करती हैं. उनके साथ के शिवराज सिंह चौहान और रमन सिंह मुख्यमंत्री के तौर पर तीन-तीन पारी पूरी कर चुके हैं. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में लगातार तीन बार चुनाव जीत कर दिल्ली पहुंचे हैं यानी वसुंधरा जी को राजस्थान में हर चुनाव में दूसरी पार्टी की सरकार के खेल को बदलने की तैयारी करनी है.

माफी के साथ, एक बार फिर शायर राहत इंदौरी याद आ रहे हैं कि–

झूठ से, सच से, जिससे भी यारी रखें, आप तो अपनी तकरीर जारी रखें.

इन दिनों आप मालिक हैं बाजार के, जो भी चाहें वो कीमत हमारी रखें..

विधायक ज्ञान चंद गुप्ता ने पंचकुला की पेड पार्किंग को नकारा

फ़ाइल फोटो

विधान सभा क्षेत्र पंचकुला के विधायक ज्ञान चंद गुप्ता ने आज निगम द्वारा शरवासियों पर थोपी गयी ‘पेड पार्किंग’ को नाजायज ठहराते हुए कहा कि वह इसे नकारते हैं

सनद रहे

नगर निगम पंचकूला ने आज पंचकूला की मेन शोरूम मार्केटस् की पार्किंग को पेड बना डाला। यह सभी पार्किंगस रातों रात पेड बना दी गई ! पिछले कुछ महीने से नगर निगम पंचकूला शहर के नागरिकों के हितों को नजरअंदाज करते हुए अपने कार्य कर रहा है ! शहर में प्रत्येक सेक्टर में रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन बनी हुई है। नगर निगम को शहर के लिए कोई भी निर्णय लेने से पहले शहर के नागरिकों अथवा रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनस को विश्वास में लेना चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा। पिछले कई महीने से शहर के नागरिक नगर निगम की कार्यप्रणाली के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं लेकिन कभी कोई सुनवाई नहीं हुई या यूं कहिए कि उनकी आवाज़ को कोई तवज्जो ही नहीं दी गई।

पंचकुला कि पार्किंग को चंडीगढ़ कि तर्ज़ पर ही रखने का निर्णय मात्र इस लिए लिया गया क्योंकि पंचकुला वासी चंडीगढ़ में भी इसी दर पर पैसा देते हैं। दूसरे यह सारा पैसा red cross society को दिया जाएगा, शहर में आज तक red cross का क्या योगदान रहा है इसकी कभी कहीं चर्चा तक नहीं हुई, ओर आश्चर्य जनक ढंग से यह सोसाइटी कब और कहाँ से प्रगट हुई?

आज जब पत्रकारों ने पार्किंग का दौरा किया तो न कहीं शौचालय, न मोबाइल चार्जिंग पॉइंट ओर न ही कहीं रेन शेलटर्स दिखाई पड़े। हाँ, वसूली धड़ल्ले से की जा रही थी।

मेयर इंद्रजीत कौर खुद आश्चर्यचकित थीं की ऐसी तो कोई प्रस्तावना भी नहीं थी फिर यह कैसे हो गया

 

 

दो गुटों में खूनी झड़प, चले लाठियां और गंडासे, वीडियो वॉयरल

 

टोहाना।

गुहला विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यालय के बाहर के कार्यलय के बाहर दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। जानकारी के मुताबिक दोनों गुटों के लोग हथयरों से लैस थे। दोनों गुटों की झड़प किसी ने कैमरे में कैद कर ली, जो सोशल मीडिया पर वॉयरल हो रही है। वीडियो में साफ तौर पर दिख रहा है कि किस तरह कसियों, लठ, गंडासियो से एक दूसरे पर हमला किया जा रहा है।

मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों गुटों को शांत करवाने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी है।

चट्टान गिरने से डॉ की गाड़ी ही में मौत

शिमला।

हिमाचल में हो रही भरी बारिश और लैंड स्लाइड्स लोगों के लिए अब जानलेवा साबित हो रहे हैं। कुल्लू के आनी में आज रविवार सुबह चलती कार पर चट्‌टान गिरने से इसे चला रहे डॉक्टर की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना भयानक था की भारी भरकम चट्‌टान गिरने से गाड़ी में शव बुरी तरह पिचक गया।

जानकारी के मुताबिक सोलन के रहने वाले डॉ रोहित पीएचसी जाओ में अपनी सेवाएं दे रहे थे। वह रविवार सुबह ही वह अपने घर सोलन जाने के लिए के लिए निकले थे।वह जाओ के पास एक बड़ा पत्थर उनकी कार में आ गिरा, जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई है। डीएसपी मृगपुरी ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा कि अभी भी पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं और शव को कार से निकालने में दिक्कत आ रही है।

Railway Minister Launched “Mission Satyanishtha”


The Indian Railways organised a programme on Ethics in Public Governance and Launched “Mission Satyanishtha” at a day-long event held at National Rail Museum in the capital on Friday.

Railway Minister Piyush Goyal administered the oath to officers and supervisors at the programme.

He said, “People define an organisation and an organization defines its people, hence, work culture has to be improved and transparency brought about, data should be displayed on public domains so as to get constructive feedback from the users.”

Chairman Railway Board Ashwani Lohani inaugurated the event and introduced the subject to the participants.

Officers and staff members of Northern Railway under the leadership of Vishwesh Chaube, General Manager, Northern Railway, also participated in the event.

Anna Hazaare is all set to strike “hunger”


Criticises NDA government, saying it had earlier assured to appoint the Lokpal and implement the Lokpal Bill passed by Parliament


Social activist Anna Hazare said today he will launch a hunger strike from October 2 against the Union government for the delay in appointment of a Lokpal at the Centre.

He also appealed people to join him in his campaign for a corruption-free country.

“I will go on a hunger strike from October 2, the birth anniversary of Mahatma Gandhi, at my native Ralegan Siddhi village in Ahmednagar district of Maharashtra,” the anti-corruption crusader told PTI.

He criticised the NDA government, saying it had earlier assured it will appoint the Lokpal and implement the Lokpal Bill, passed by Parliament and signed by the then President in January 2014.

“But there is a lack of will in this government to curb corruption and hence, it is giving a lot of reasons and delaying the appointment of the Lokpal,” Hazare said.

Hazare, who has been the face of the Lokpal movement, went on a 12-day hunger strike in 2011.

He later launched a fast, which enjoyed a huge popular support across the country. The UPA government later passed the Lokpal bill.
The Supreme Court had earlier this week expressed dissatisfaction over the Centre’s response on the appointment of search committee members for a Lokpal.

The Centre had earlier told the apex court that the Lokpal selection committee, headed by the prime minister, was scheduled to meet to set up a search panel for recommending a panel of names for the appointment of the anti-graft ombudsman and its members.

The government had said the search panel would lay down its procedures, following which the selection committee would fix the time frame within which the names for selecting the chairman and members of the Lokpal would be recommended.

The committee comprises the prime minister, the chief justice of India, Lok Sabha speaker, the leader of the largest opposition party and an eminent jurist.

The apex court, in its last year’s verdict, had said there was no justification to keep the enforcement of Lokpal Act suspended till the proposed amendments, including on the issue of the Leader of Opposition in Lok Sabha, were cleared by Parliament.

Laureate Neeraj tributed by PM in his 46th ‘Man Ki Baat’

Prime Minister Narendra Modi on Sunday addressed the nation through his monthly radio show Mann Ki Baat. It was the 46th edition of the show.


PM Modi, in today’s edition of Mann ki Baat, appealed to the nation to care for the environment, celebrate eco-friendly Ganesh Utsav and encouraged the youth to instill and revive their spirit to serve the nation.


PM Modi, in today’s edition of Mann ki Baat, appealed to the nation to care for the environment, celebrate eco-friendly Ganesh Utsav and encouraged the youth to instill and revive their spirit to serve the nation.

The prime minister applauded athletes, Hima Das and Ekta Bhyan saying that that they went against their adverse conditions to achieve success and are an inspiration for the people.

Here are the top quotes from PM Modi’s address:

  • I came across news of a student Asharam Chowdhary from Madhya Pradesh belonging to an extremely poor family. He cleared exam in the first attempt to get admission in MBBS at Jodhpur AIIMS. His father is a rag-picker. I congratulate him on his success: PM Modi
  • Recently, famous poet Neeraj ji passed away. He always exuded hope, faith, resolve confidence. We can draw a lot of inspiration from him: PM Modi
  • PM Modi hailed the achievements of athletes Hima Das and Ekta Bhyan saying that, “In Junior U-20 World Athletics Championship, India’s brave daughter Hima Das made history by winning a gold medal in 400m race event. Ekta Bhyan, another daughter of the country, has won gold & bronze medals in World Para Athletics Grand Prix 2018”.
  • Talking about the environmental-friendly practices PM Modi said, “My dear countrymen, I had requested last time too and now, while remembering Lokmanya Tilak, I will once again urge all of you to celebrate Ganesh Utsav with great enthusiasm but insist on keeping these celebrations eco-friendly.”
  • “We remember and pay our homage to Tilak ji on his birth anniversary on 23rd July and his death anniversary on August 1. Lokmanya Tilak was full of courage and self-confidence. He had the courage to show a mirror to the British about their wrong doings,” PM said.
  • Lokmanya Tilak was full of courage & self-confidence. He had courage to show a mirror to the British about their wrongdoings. The British were so afraid of Lok Manya Tilak that they tried to charge him of sedition thrice in 2 decades; this is no small thing,” he said.
  • PM Modi also spoke about the Thai cave rescue and said, “Recently, an incident pertaining to natural disaster attracted global attention. In Thailand, a team of 12 teenaged football players, their coach went on excursion to cave. On one hand, they were struggling against all odds; on the other, the world over, humanity joined hands in expressing the noblest and the most righteous of human virtues.”
  • Anyway, good news of their safe exit spread sigh of relief, sense of inner calm. But I feel like viewing entire sequence of events from another perspective, i.e, how the operation was conducted! During operation, a sailor from Thailand Navy sacrificed his life,” he added.
  • Let us be lovers of nature, protectors of Nature, conservers of Nature and thus ensure spontaneous balance in her myriad bounty.

Mr. PM is not here ‘cos of his family, he is rightful leader of democracy : Kangana


“He (Prime Minister Modi) is the most deserving candidate. It’s not like he has reached this place because of his mother and father. He is the rightful leader of the democracy,” Kangana Ranaut said.


Bollywood actor Kangana Ranaut Sunday expressed her support for Prime Minister Narendra Modi and also favoured the idea of the leader’s second term in office. Calling him the “rightful leader of the democracy,” she said he deserves to come to power again in the upcoming 2019 Lok Sabha elections.

Kangana, who was attending the screening of short film ‘Chalo Jeete Hain’, said, “The film has been made beautifully. It shows how Prime Minister Modi, being a sensitive child, went through such extreme circumstances. But I feel this film is not about him. Rather it is about us – how the society needs to be together to rise. This film is just a small part of his life.”

On being asked about her views on the last four years of the Modi-led government, Kangana said: “He (Prime Minister Modi) is the most deserving candidate. It’s not like he has reached this place because of his mother and father. He is the rightful leader of the democracy. We have voted him as our Prime Minister. This cannot be taken away from him. This is his well-deserved place which he has earned after sheer hard work. So, there shouldn’t be any doubt about his credibility as a Prime Minister.”

She further said that the prime minister needs another term to work for the country’s development. Kangana replied in the affirmative when asked if she wants Modi to come back to power again, as she said, “Of course. Why not? Five years are very less to take the nation out of a pit. Our country is in a pit, we need to pull it out.”

The short film, co-directed by Aanand L Rai and Mahaveer Jain, is reportedly inspired by the early life of Prime Minister Modi and drew appreciation from ministers after it was screened at the Rashtrapati Bhavan Cultural Centre on Tuesday.

The trailer depicts the story of a young boy, who is influenced by a phrase ‘a winner is one who lives for others’ and goes around asking his parents and others about what they live for.

आज का राशिफल

आज का राशिफल

टिप्स फॉर 29-07-2018 रविवार हमारी हर टिप्स ज्यादा से ज्यादा शेयर करे सबका मंगल हो

*आज द्विपुष्कर योग – पंचक – आयुष्यमान योग – मातंगा योग – तिथि कृष्ण द्वितीया और धनिष्ठा नक्षत्र …

आज के योग के अनुसार आज सुबह के समय गायत्री मंत्र की तीन माला जरुर करे और आखिर में गायत्री चलिसा एक बार जरुर करे …

आज का मंत्र लेखन – आज ॐ अंगारकाय नमः यह मंत्र २१ बार लिखेँ ( हो सके तो 108 बार लिखे ) यह लेखन आज रात्रि में ही करे

आज क्या करे – आज क्रिएटिव एक्टिविटी करे और साथ में म्यूजिकल और डांसिंग एक्टिविटी करने के लिए शुभ समय हे, आज प्रोपर्टी परचेज करने के लिए भी शुभ दिन हे, शोर्ट और लॉन्ग जर्नी भी कर शकते हे, आज अपने लिए नए कपडे भी खरीद शकते हे…

आज क्या ना करे – समागम से आज दूर ही रहे, पुरानी आदत ज्यादा परेशान ना करे उसका ध्यान रक्खे, घर की साफ़ सफाई ना करे…

आज कहा जाना शुभ रहेगा – आज कसी योग शाळा की मुलाक़ात लेना शुभ हे, कोई रियल एस्टेट एजंसी की भी मुलाक़ात ले सकते हैं, एम्युजमेंट पार्थ और स्पोर्ट्स स्टेडयम की मुलाक़ात केलिए भी शुभ हे आज …

आज शाम 5 बजे से7: 30 बजे के बिच कोई भी शुभ कार्य ना करे

भोजन उपाय – आज भोजन नमक का बिलकुल सेवन ना करे

दान पुण्य उपाय – आज गुड का दान करे

वस्त्र उपाय – आज लाल रंग के वस्त्र धारण करे …

वास्तु उपाय – आज शाम घर में गुगुल और कपूर का धूप जरुर करे

सावधानी रक्खे – आज के ग्रहों के अनुसार आज जिन्हें शिर दर्द रोग की शिकायत ज्यादा रहती हे या फिर इससे जुडी कोई भी परेशानी ज्यादा रहती या ऐसी कोई भी समस्या से पीड़ित है वो आज अपने व्यवहार में एवं तामसी खान पान में सावधानी बरतें और ध्यान जरुर कर

29 जुलाई जिनका जन्म दिन हे और जिनकी शादी की सालगिरह हे वो आज शिव मंदिर में लाल चंदन भेट करे …

दिनाँक 29/7/2018

मेष:
काफी संघर्ष के बाद आज आपको परेशानियों से कुछ राहत मिलेगी। आपका भाग्य साथ देगा। आर्थिक कष्ट से मुक्ति मिलेगी। आज यात्रा भी हो सकती है। छोटे-मोटे पार्ट टाईम कारोबार के लिए भी समय निकालना आसान रहेगा। महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति का दिन है, अतः प्रयत्नशील रहें।

वृषभ:
अपने जीवन स्तर को सुधारने के लिए फिलहाल आपको स्थाई प्रयोग में आनेवाली वस्तुओं की ही खरीदारी करनी चाहिए। सांयकाल किसी खास मेहमान का आगमन हो सकता है।

मिथुन:
आज आपका समय तेजी से आगे बढ़ने का है। आपकी अप्रत्याशित उन्नति को देखकर सभी हैरान होंगे। स्वयं आपकी नजर भी अपनी उपलब्धियों पर लग सकती है। प्रगति की इस गति को स्थायी रखना आपका प्रमुख कार्य होना चाहिए अन्यथा आगे चलकर प्रतिष्ठा को धक्का लग सकता है। अपने कार्य में ध्यान केंद्रित करें।

कर्क:
घर-परिवार की चिंता और जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के प्रयत्न आप दिनभर करते रहेंगे। आज किए गए प्रयासों का भविष्य में सुखद परिणाम मिलेगा। प्रयास सही दिशा में और सही गति से करना जारी रखें।

सिंह:
आज आपको कारोबार की चिंता विशेष रूप से परेशान कर सकती है क्योंकि पिछले काफी दिनों से व्यवसाय नियमित नहीं है। अस्थिरता आपका पीछा नहीं छोड़ रही है। नौकरी व्यवसाय आदि के क्षेत्र में यदि आप पूर्ण सुधार चाहते हैं तो आपको आलस्य व आराम को त्यागना पड़ेगा।

कन्या:
कार्यों में सफलता के लिए आज आपको भागदौड़ करनी पड़ेगी। उसके नतीजे भी लाभदायक होंगे। फिलहाल तो आप अपने कार्यों को उत्साहपूर्ण पूरा करें। कुछ समय बाद इससे भी बेहतरीन अनुबंध आपको प्राप्त होगा।

तुला:
व्यवसाय से संबंधित कुछ परेशानियां आप अदूरदर्शी स्वभाव के कारण स्वयं भी खड़ी कर लेते हैं। सामाजिक और व्यवसायिक क्षेत्र में विरोधियों की भीड़ आपके सामने खड़ी हो सकती है। आप अपने साहस और बुद्धिमानी से ही इन लोगो को पराजित कर सकते हैं। अतः मन की दुर्बलता व दुर्गुणों का त्याग करें।

वृश्चिक:
आज शुभ समाचार मिलने का योग है। कार्यक्षेत्र में आए तनाव अपने ऊपर हावी न होने दें। बनते-बिगड़ते परिवेश में नवीन योजना सफल होगी। पुराने झगड़े व झंझटों से छुटकारा मिलेगा। अधिकारी वर्ग में सामंजस्य बढ़ेगा। निराशाजनक विचारों को मन में न आने दें, समय बहुत ही अनुकूल है।

धनु:
आज आपको किसी नए संपर्क से लाभ मिलेगा। अतीत के संदर्भ में अनुसंधान का फायदा भी मिल सकता है। रुका हुआ धन कठिनाई से मिलेगा, रोजमर्रा के कामों में कोताही न बरतें। व्यवसायिक उन्नति से आत्म विश्वास में वृद्धि होगी।

मकर:
आज सामाजिक, धार्मिक कामों में भाग लेते रहने के कारण आपका सम्मान बढ़ेगा। ग्रह चाल भाग्य विकास में सहायक है। क्रय-विक्रय के व्यवसाय में लाभ होगा। शुभ समाचार भी दिनभर प्राप्त होते रहेंगे। मित्रों में भी हास्य विनोद बढ़ेगा। व्यर्थ के झंझटों से बचे रहें।

कुंभ:
उच्चाधिकारियों से घनिष्टता का लाभ उठाने का सुअवसर आज दिन भर बना रहेगा। आयात-निर्यात के व्यवसाय आरंभ का निर्णय भी आज हो सकता है। समय के सदुपयोग से आपका सितारा बुलंद होगा।

मीन:
आज आपके लिए उन्नति के क्षेत्र में कई मार्ग खुलेंगे। आज विवादास्पद प्रकरण समाप्त होंगे। गुप्त शत्रु व ईष्यालु साथियों से सावधान रहें। किसी को आज रुपया उधार न दें, वापिस नहीं मिलेंगे। बहस से दूर रहें।

आज का उपाय :- हनुमान मंदिर में बादाम चढ़ाएं व आधे बादाम वापिस लाकर लॉकर में रखने से आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।

Bhai Mardana Music Festival 2018

Ranjit Singh Ahluwalia, NZ


Guru Nanak, first Guru of the Sikhs, sung his writings accompanied by Bhai Mardana, a scholar of Indian classical music of his time. Thus began a musical tradition which has continued for 600 years. 


The programme will feature one of the best Singers and Musicians in this Genre. Rajwinder Kaur is a highly skilled Gurbani singer from the holy city of Amritsar. She is the third generation of Kirtan singers in her family of musicians. Rajwinder won India’s most prestigious Gurbani Sangeet Competition in 2014 named Gavoh Sachi Bani on PTC channel. She has performed on the most famous Gurbani sangeet and Raag Darbar stages of India such as Raag Darbar, Harmandar Sahib. She will be the leading vocal artist in this music festival.
 Satwinder Pal Singh is a second generation Sarangi player from Mukatsar. He is the son and disciple of famous Sarangi player Ustad Shaminder Pal Singh of Punjab, disciple of legendary Sarangi Player Ustad Sabir Khan. Satwinder Pal Singh is a highly talented young musician who has Grade from Prasar Bharti Doordarshan and All India Radio. He has played with many legendary musicians and singers. He will be playing solo Sarangi and accompanying Rajwinder Kaur and other artists.