दिल्ली की रोहणी कोर्ट ने पुलिस को योगिता बाली और महाअक्षय के खिलाफ ऍफ़ आई आर करने का आदेश दिया


अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती की पत्नी योगिता बाली और उनके बेटे महाअक्षय चक्रवर्ती परेशानी में फंस गए हैं। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।


नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती की पत्नी योगिता बाली और उनके बेटे महाअक्षय चक्रवर्ती परेशानी में फंस गए हैं। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने योगिता और बेटे महाअक्षय पर रेप, जबरन गर्भपात कराने और धोखाधड़ी के मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। महाअक्षय पर एक अभिनेत्री को शादी का झांसा देकर बलात्कार करने और धोखा देने का आरोप है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, हिंदी और भोजपुरी सिनेमा में की अभिनेत्री ने अदालत में शिकायत दायर की कि साल 2015 से वह महाअक्षय के साथ रिलेशनशिप में थी। अभिनेत्री ने यह भी कहा कि शादी  का वादा कर महाअक्षय ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। गौरतलब है कि महाअक्षय लूट, जिम्मी और एनिमी जैसी फिल्मों में काम कर चुके हैं। वह आखिरी बार फिल्म इश्केदारियां में नजर आए थे।

महाअक्षय पर रेप का आरोप ऐसे वक्त लगा है जब उनकी कुछ दिन बाद डायरेक्टर सुभाष शर्मा की बेटी मदालसा शर्मा से शादी होने वाली है। महाअक्षय की 7 जुलाई को मदालसा शर्मा से शादी तय है। स्पोर्टब्वॉय के मुताबिक, महाअक्षय ने मार्च के महीने में मदालसा के साथ मुंबई में सगाई की थी। मदालसा बॉलीवुड और तेलुगू फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं।

जब जब भाजपा सत्ता में आई बेरोजगारी बढ़ी है : योगेश्वर शर्मा


एचएमटी की जमीन पर गिद्ध निगाह, किसी चहेते पूंजीपति को देने की हो सकती है साजिश

सिर्फ अपने चहेतों को ही पहुंचाया हमेशा लाभ


पंचकूला,3 जुलाई।

योगेश्वर शर्मा

आम आदमी पार्टी का कहना है कि जब से केंद्र व राज्य में भाजपा की सरकारें आई हैं, तभी से देश व प्रदेश में बेराजगारी बढ़ी है। जबकि यह पार्टी दोनों ही जगह पर रोजगार देने का वायदा कर सत्ता में आई थी। सरकार की गल्त नीति के चलते जहां कुछ उद्योग तालाबंदी करने को मजबूर हो रहे हैं, तो कुछ ऐसे राष्ट्रीय उद्योग हैं जिन्हें स्वयं सरकार जानबूझकर बंद कर उनकी जमीने अपने लोगों को देने का षडयंत्र कर रही है ताकि उन्हें लाभ पहुंचाया जा सके। देश की सबसे पुरानी एचएमटी फैक्टरी पर की गई तालाबंदी भी भाजपा की इसी सोची समझी साजिश का एक हिस्सा है। मगर आप इसका विरोध करेगी तथा एचएमटी कर्मचारियों की हर लड़ाई में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी। आज पंचकूला में एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति द्वारा प्रदर्शन के दौरान कालका,पंचकूला और पिंजौर के आप कार्यकर्ता उनके साथ थे। आप नेताओं में अजय गौतम,सुशील मैहता,सुरेंद्र राठी,विजय पैतेका,ईश्वर सिंह,प्रवीण हुड़ा,जगदीश वर्मा,बलदेव सिंह,बृजभूषण आदि उपस्थित थे।

आज यहां जारी एक ब्यान में पार्टी के जिला अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने कहा कि भाजपा की यह शुरु से ही यह नीति रही है कि वह जब जब सत्ता में आती है तो अपने पूंजीपति दोस्तों को लाभ देने का काम करती है। अब इसकी नजर पिंजौर की एचएमटी की बेशकीमती जमीन पर है। इसकी जमीन हथियाने के लिए ही वह इस फैक्टरी को बंद किया गया है। अब इसकी जमीन पर गिद्ध निगाह रखी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की इस कीमती जमीन को अपने किसी चहेते पूंजीपति को देने की साजिश हो सकती है। मगर ऐसा होने नहीं दिया जाएगा। यह इलाके के लोगों की जीवनरेखा है। जिले में पहले से ही बेराजगारी है। सरकार ने देश व प्रदेश में हर साल दो करोड़ लोगों को नौकरियां देने का जो वायदा किया था उसे पूरा करना तो दूर उल्टे लगे लगाये लोगों को रेाजगार छीनने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब सरकार यहां सेब मंडी बनाने की बात करती है जबकि पंचकूला की पहली करोड़ों रुपये की लगात से बनी पड़ी मंडी की सही ढंग से ही देखभाल नहीं हो पा रही। इसके साथ ही करोड़ों रुपये की लागत से बना एग्रोमाल भी धूल ही फांक रहा है। इसमें भी कुछ खास काम नहीं हो पा रहा है। आनाज मंडी में भी स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा,क्योंकि किसान अपने साथ ही पल्लेदार भी लेकर आते हैं। योगेश्वर शर्मा ने कहा कि जब यह इलाका सेब की पैदावार वाला है ही नहीं तो यहां के युवाओं को रोजगार कैसे मिलेगा। उन्होंने कहा कि पिछले करीब चार सालों से लोगों खासकर युवाओं को रोजगार देने की बात कर गुमराह करती आई भाजपा ने यहां आज तक एक भी बड़ा उद्योग लगाने की ओर ध्यान नहीं दिया। बड़ी बड़ी कंपनियां यहां आ सकती थी और इसी जमीन पर कोई बड़ा उद्योग लगाकर स्थानीय युवाओं और एचएमटी से बेरोजगार हुए लोगों को रोजगार दिया जा सकता था। मगर ऐसा किया नहीं गया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति के नेताओं को उनके इसय संघर्ष में हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।

बिहार में शराब बंदी फेल, चुनावी मुद्दा हो सकता है


पिछले दो वर्ष में शराब की खपत में कई गुना वृद्धि हुई है. बिक्री और गुप्त रूप से घर में बनाने का धंधा कुकुरमुत्ते की रफ्तार में बढ़ रहा है


हिंदू पौराणिक कथा में रक्तबीज नामक राक्षस का जिक्र आता है. इसके जिस्म से जब एक बूंद रक्त जमीन पर गिरता था तो सैकड़ों राक्षस पैदा हो जाते थे. अभी बिहार में उस नरभक्षी राक्षस की तुलना शराबबंदी से की जा रही है क्योंकि शराबबंदी के सारे प्रयास फेल हैं. सरकारी दावा मात्र दिखावा है. पिछले दो वर्ष में शराब की खपत में कई गुना वृद्धि हुई है. बिक्री और गुप्त रूप से घर में बनाने का धंधा कुकुरमुत्ते की रफ्तार में बढ़ रहा है.

कठोर हकीकत है कि शराबबंदी नीतीश कुमार की गले की फांस बन गई है. न निगलते बन रहा है और न ही उगलते. इनको गुमान था कि मां दुर्गा ने चामुंडा अवतार में जिस विधि का प्रयोग करके रक्तबीज का वध किया और उसके खून को जमीन पर गिरने नहीं दिया, कुछ वैसा ही कमाल करके हम भी बिहार को पूर्णरूप से दारू मुक्त कर देंगे. लेकिन लड़ाई हारे हुए योद्धा की तरह अब जनता के बीच कह रहे हैं कि ‘मर्डर रोकने का तो सख्त कानून देश में बना है फिर भी खून तो होते ही रहते हैं.’

हाल में इंस्पेक्टर से डीएसपी बने एक पुलिस अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि ‘प्रदेश में दारू की खपत पहले से 10 गुणा बढ़ गई है. मेरी अपनी सोच है कि अगले चुनाव में शराबबंदी बहुत बड़ा मुद्दा बनेगा- सगुण नहीं बल्कि निर्गुण रूप में.’ उसन ईमानदारी से उदाहरण सहित बताया कि कैसे जनता से लेकर अधिकारी और नेता शराबबंदी के खिलाफ तेज गति से लेकिन बिना शोरगुल के गोलबंद हो रहे हैं.

जनता से लेकर अधिकारी और नेता शराबबंदी के खिलाफ गोलबंद

सरकारी आंकड़े बताते हैं कि पिछले दो वर्षों में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए करीब 6 लाख छापेमारी की गई जिसमें 1 लाख 21 हजार लोग हिरासत में लिए गए. 30 लाख लीटर अंग्रेजी और देशी शराब जब्त हुई. शराबबंदी सफल बनाने के लिए नीतीश कुमार सरकार ने सख्त कानून बनाए. दो बूंद पीने पर भी 5 साल जेल और 10 लाख रुपए तक जुर्माना. ‘पियक्कड़’ के परिवार के महिला, पुरूष को भी जेल. बस में कोई यात्री एक बोतल के साथ पकड़ाया तो बस भी सीज.

पटना हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा ‘अगर रेलगाड़ी में कोई यात्री एक बोतल के साथ अरेस्ट होगा तो आप ट्रेन भी जब्त करेंगे?’ कोर्ट में सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वरीय अधिवक्ता सिर नीचे झुकाकर जमीन देखने लगे.

जेल व्यवस्था चरमराई

प्रदेश में कुल 58 जेल हैं. दारू कैदियों की संख्या बढ़ने के कारण लगभग 30 जेलों में काफी भीड़ हो गई है. बेतिया कारा में 630 कैदी रखने की क्षमता है. वहां 1580 शराबबंदी कानून तोड़क कैदी पहुंच गए हैं. जेल के अंदर की अराजक स्थिति का अनुमान सहज लगाया जा सकता है. भोजन, खाना, पानी, सोने, बैठने की कुप्रबंधता के खिलाफ कैदियों ने कारा में 26 जून को आमरण अनशन कर दिया था. प्रशासन के बहुत समझाने पर शांत हुए थे. कचहरी के वकील और ताईद भी बंदी कानून की डंक झेल रहे गरीबों को खूब चूस रहे हैं.

दारूबंदी केस में अरेस्ट किए गए लोगों में 95 प्रतिशत अनुसूचित जाति और अति पिछड़ा समाज से आते हैं. दारू पीेने, रखने, बेचने और बनाने के धंधे में भी इसी समाज के बच्चे, महिलाएं, युवक इत्यादि ज्यादा सक्रिय हैं. तथाकथित उच्च वर्ग और मंडल के बाद नवधनाढ्य अवतार में आए बहुत सारे सबल लोग चंडीगढ़, वाराणसी, रांची, दिल्ली और कोलकाता में रहकर दारूबंदी कानून का अपने तरीके से मखौल उड़ा रहे हैं. जितने भी रसूखदार पकड़े जाते हैं उनके खिलाफ पुलिस सख्त नहीं है. मुजफ्फरपुर का एसएसपी सबूत के साथ पकड़ में आया. क्या कार्रवाई की गई, ये पुलिस भी बताने से परहेज करती है. ‘सर ये हाई प्रोफाईल मामला है. काहे हमको फंसा रहे हैं?’ ये जवाब है केस देख रहे एक पुलिस अफसर का.

नेता और जनता देख रहे हैं कि कानून के आड़ में कितने पुलिस जुर्म हुए और कितने दारोगा करोड़पति बन गए. सोमवार को पटना जिला के पालीगंज थाना का अनुसूचित जाति मुसहर के सैकड़ों पुरूष और महिलाओं ने घेराव किया. इनका आरोप है कि पुलिस वाले दारू के नाम पर आए दिन उन्हें परेशान करते रहते हैं.

दारूबंदी के कारण गांजा पीने वालों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है. बीबीसी हिंदी ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर टी एन सिंह के हवाले से एक सप्ताह पहले लिखा है कि ‘बिहार में गांजे की आवक और खपत दोनों बढ़ी है. गांजा के कारोबार से जुड़े लोग अब ज्यादा सक्रिय हो गए हैं, जिसकी पुष्टि हमारे जब्ती के आंकड़े करते हैं.’ नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि साल 2016 में 496.03 किलो गांजा जब्त हुआ था, जबकि 2017 फरवरी तक 688.47 किलो गांजा जब्त हो चुका है.

शराबबंदी के बाद सबसे खतरनाक तरीके से कफ सीरप, अलप्रेक्स, नाईट्रोसिन, वेलियम, प्राक्सीवौन टैब्लेट की खपत बढ़ गई है. कई डाक्टरों और नशा मुक्ति केंद्र संचालिकाओं ने फ़र्स्टपोस्ट हिंदी को बताया कि ‘हमलोग के पास गांजा, फार्टवीन और मार्फिन इन्जेक्शन इस्तमाल करने वाले बहुत रोगी आ रहे हैं.’ दारू पियक्कड़ इसलिए अस्पताल या डी-एडीक्शन सेंटर में आने से डरते हैं कि डॉक्टर उन्हें पुलिस से पकड़वा देंगे.

नेता पहले ही कर रहे हैं विरोध

बहरहाल, धीरे धीरे हर दल के नेतृत्व ने यह महसूस करना शुरू कर दिया है कि शराबबंदी का असर चुनाव पर पड़ेगा. आरजेडी के कई नेता तो खुलकर बोल रहे हैं कि महाभारत 2019 में अगर केंद्र से नरेंद्र मोदी सरकार का नवीनीकरण नहीं होगा तो सबसे पहला काम होगा नीतीश सरकार की बर्खास्तगी और शराबबंदी कानून का खात्मा. बंद कमरे में बीजपी और जनता दल यू के भी कई वरिष्ठ नेता और मंत्री स्वीकारते हैं कि बंदी कानून अव्यावहारिक और चुनाव हराने वाला है. ‘हमने तो पिछले चुनाव में 15 लाख का दारू अपने वोटरों के बीच बांटा था तब जीते’. ऐसा कहना एक मंत्री का है.

वैसे, नीतीश कुमार सरकार ने जब अप्रैल 5, 2016 को शराबबंदी कानून लागू किया था तो केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बंदी कानून को तुगलकी फरमान कहा था. राम विलास पासवान और उपेंद्र कुशवाहा ने भी अपने बयान में कहा था कि शराबबंदी के नाम पर गरीब लोगों को परेशान किया जा रहा है. बीजेपी के सीनियर नेता शहनवाज हुसैन ने तो यहां तक कह दिया था कि ‘नीतीश कुमार ने बिना किसी से राय मशविरा किए अपने मन से अटपटा कानून थोप दिया है.’

पटना के एक लोकल टीवी चैनल ने हाल ही में शराबबंदी के मौजूदा हालात पर जनता के बीच जाकर एक सर्वे किया है, जिसमें 90 प्रतिशत भागीदारों ने माना है कि बंदी फेल है. आसानी से मिलता है. गरीब परेशान किए जा रहे हैं. अमीरों और अफसरों की चांदी है.

इसी बीच, खबर ये भी आ रही है कि नीतीश कुमार सरकार बंदी कानून को लोचदार बनाने पर विचार कर रही है. जुलाई 22 से शुरू हो रही विधानसभा के मॉनसून सत्र में बिल भी लाया जा सकता है, ऐसी चर्चा है. हो सकता है नीतीश कुमार को ये अहसास हो गया है कि वो चामुंडा का अवतार कभी नहीं ले सकते हैं. हर कोण से ये दिख रहा है कि शराबबंदी ‘निर्गुण’ आकार में अगले चुनाव का प्रमुख मुद्दा बनेगा.

‘एक बार फिर से टीएमसी ने मानवता को शर्मसार कर दिया’: शाह


इससे पहले भी पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले के सामने आए थे


पश्चिम बंगाल में एक और बीजेपी कार्यकर्ता कि लाश बरामद हुई है. बंगाल के मुर्शिदाबाद में 54 साल के एक दलित बीजेपी कार्यकर्ता धर्मराज हजरा नामक कार्यकर्ता की हत्या का मामला सामने आया है.

हजरा की लाश मुर्शिदाबाद के शक्तिपुर पुलिस थाने के तलदंगा नामक गांव के तालाब में तैरती हुई बरामद हुई. बीजेपी के कार्यकर्ता के हाथ रस्सी से बंधे हुए थे. इस हत्याकांड के पीछे बीजेपी ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. बीजेपी का आरोप है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी के गुंडों ने दलित धर्मराज हजरा कि हत्या की है.

बंगाल बीजेपी ने ट्वीट कर कहा की, ‘मुर्शिदाबाद में टीएमसी के गुंडों ने दलित बीजेपी कार्यकर्ता धर्मराज हजरा की हत्या कर दी और उसके हाथ रस्सी बांधकर तालाब में फेंक दिया. हजरा की हत्या इसलिए की गई, क्योंकि वह बीजेपी कार्यकर्ता था. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ आतंकी पार्टी द्वारा बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या के पर्याप्त कारण हैं.’

पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी हजरा की हत्या की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, ‘एक और सक्रिय बीजेपी कार्यकर्ता की दर्दनाक मौत. हजरा रविवार रात को लापता हो गया था और सोमवार तालाब से उसका शव बरामद हुआ. उसके हाथ रस्सी से बंधे हुए थे.’ बीजेपी का कहना है कि हजरा उसकी पार्टी कार्यकर्ता और कोर कमेटी का सदस्य था. पंचायत चुनाव के बाद से उसको लगातार धमकियां मिल रही थीं.

इस मामले को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रमुख अमित शाह ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ‘एक बार फिर से टीएमसी ने मानवता को शर्मसार कर दिया. एक और बीजेपी कार्यकर्ता की निर्मम हत्या कर दी गई. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का शासन हिंसा और क्रूरता का पर्याय बन गया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी इस दुख की घड़ी में धर्मराज हजरा के परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है. मेरी गहरी संवेदना. ओम शांति.’

मालूम हो कि इससे पहले भी पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले के सामने आए थे. जिसको लेकर बीजेपी ने इन हत्याकांडो के खिलाफ कदा विरोध जताया था और घटनाओं कि एनएचआरसी से मामले की जांच की मांग भी की थी. हालांकि ममता सरकार ने इन घटनाओं की जांच सीआईडी को सौंपी है.

सुंदरनगर में विभिन्न परियोजनाओं के तहत गठित समितियों की बैठक का आयोजन किया गया

उपमंडलाधिकारी, ना0, सुन्दरनगर श्री राहुल चैहान की अध्यक्षता में आज बाल विकास परियोजना के तहत गठित खंड स्तरीय समन्वयक एवं माॅनटरिंग तथा बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान के तहत गठित समितियों की बैठक का आयोजन किया गया ।
उन्होंने बताया कि विकास खंड सुन्दरनगर के तहत चलाई जा रही समेकित बाल विकास परियोजना के तहत 360 आंगनबाड़ी केंद्रों में 9912 बच्चों, 1856 गर्भवती तथा धातृ महिलाओं तथा 6 किशोरियों को पोषाहार प्रदान किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त 3-6 साल के 2310 बच्चों को शाला पूर्व शिक्षा भी प्रदान की जा रही है । उन्होंने बताया कि बेटी है अनमोल योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे रह रहे परिवारों में पैदा हुई पहली दो बेटियों को 12-12 हजार रूपये की एफडी बैंक में जमा करवाई जाती है जो कि बेटी की आयु 18 साल होने के बाद परिपक्व हो जाती है । उन्होंने बताया कि वर्ष 2018-19 में अभी तक 781 छात्रों को छात्रवृति प्रदान की गयी है ।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत बेसहारा व विधवाओं की बेटियों की शादी के लिए भी सरकार द्वारा वितीय सहायता प्रदान की जा रही है । उन्होंने बताया कि योजना के तहत बेटियों के विवाह के लिए 40 हजार रूपये प्रदान किए जाते हैं । योजना के तहत वर्ष 2017-18 में 19 लड़कियों की शादी के लिए वितीय सहायता उपलब्ध करवाई गयी ।
उन्होंने बताया कि इन योजनाओं से पात्र व्यक्ति अधिक से अधिक लाभान्वित हो, इसके लिए आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जागरूक किया जा रहा है ।
बाल विकास परियोजना अधिकारी, सुन्दरनगर श्री कृष्ण पाल ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी प्रदान की । बैठक में शिक्षा व स्वास्थय सहित अन्य विभागों के अधिकारियों ने भी भाग लिया ।

हरियाणा ससरकार ने तुरंत प्रभाव से चार आईएएस अधिकारियों के स्थानांतरण एवं नियुक्ति आदेश जारी किए

चंडीगढ, 3 जुलार्ई-

हरियाणा सरकार ने तुरंत प्रभाव से चार आईएएस अधिकारियों के स्थानांतरण एवं नियुक्ति आदेश जारी किए हैं।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं हरियाणा खनिज लिमिटिड, नई दिल्ली के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक राजीव अरोड़ा को विवेक जोशी के स्थान पर उनके वर्तमान कार्यभार के अलावा चीफ रेजि़डेंट कमीश्नर, हरियाणा भवन, नई दिल्ली का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा गया है।
विवेक जोशी, चीफ रेजि़डेंट कमीश्नर, हरियाणा भवन, नई दिल्ली को आनंद मोहन शरण के स्थान पर प्रिसिंपल रेजि़डेंट कमीश्नर,हरियाणा भवन नियुक्त किया गया है जबकि वे निरीक्षण एवं समन्वय विभाग के प्रधान सचिव, अम्बाला मंडलायुक्त, हरियाणा व्यापार मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक और स्वर्ण जयंती हरियाणा वित्तीय प्रबंधन संस्थान के निदेशक के पदों पर पहले की भांति ही कार्य करते रहेंगे।
इसीप्रकार, फरीदाबाद मंडलायुक्त, स्वास्थ्य एवं पोषाहार, मेवात क्षेत्र की विशेष आयुक्त और मेवात विकास एजेंसी की अध्यक्ष श्रीमती जी.अनुपमा को उनके वर्तमान कार्यभार के अलावा महाप्रबंधक, हरियाणा व्यापार मेला प्राधिकरण का कार्यभार भी सौंपा गया है। मनोज कुमार, एडीसी-सह-सीईओ, डीआरडीए, चरखी दादरी और सचिव आरटीए, चरखी दादरी को श्रीमती संगीता तेत्रवाल की अवकाश अवधि के दौरान एडीसी-सह-सीईओ, डीआरडीए, भिवानी और सचिव आरटीए, भिवानी का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा गया है।

NTR Biopic: Daggubati – Balan in lead cast

Vidya Balan, Rana Daggubati, Jisshu Sengupta in NTR biopic next

 

The Krish-directed film being made on the late legend is expected to kick off this month.

Earlier this year, the hugely anticipated biopic on legendary Telugu actor-turned-politician Nandamuri Taraka Rama Rao (NTR), to be directed by Krish, was launched by Vice President M Venkaiah Naidu at the Ramakrishna Studios, Hyderabad. Now, Mirror has learnt that the film, that has Nandamuri Balakrishna in the titular role, will feature Vidya Balan as NTR’s wife, Basavatarakam, who he had married at the age of 20.

Meanwhile, the film marks the Telugu debut of Bengali actor Jisshu Sengupta as the late filmmaker and Dadasaheb Phalke awardee LV Prasad, and Rana Daggubati is on board to play Andhra Pradesh Chief Minister Chandrababu Naidu.

Vidya and Rana remained unavailable for comment but Jisshu, who is presently recuperating after a gall bladder surgery confirmed the news. This will be his second film with Krish after playing King Gangadhar Rao, Rani Lakshmibai’s husband, in Manikarnika: The Queen of Jhansi, the upcoming Hindi film that has Kangana Ranaut in the lead. “As a producer, LV Prasad ji’s films revolved around catastrophic romances with theatrical characters and memorable music. As an actor and director, he chose subjects that were emotional, dramatic and driven by performances. I have begun my prep for the film as Krish has given me a lot of content to browse through. This will be my first ever stint in the South industry and I’m quite excited and nervous at the same time,” Jisshu said, adding that he has even shot at Prasad Studios and Prasad Film Labs in Hyderabad.

“But I never imagined I will get to play a pioneer filmmaker like him one day. He was the one to introduce NTR in the 1949 Telugu patriotic film Mana Desam and they were very close. I play a very important part in the film,” the actor added, further revealing that he starts shooting for the film on July 6.

As part of his prep, Jisshu is also learning Telugu. “I will reserve one week for extensive language training with my tutor when I reach Hyderabad. I have also told Krish that it would be great if I can meet anyone from Prasad ji’s family,” he informed.

The film marks his first collaboration with Vidya and Rana. “I am not sure about Rana’s part, but I am told that Vidya is playing NTR’s wife. I am looking forward to working with them. I have known Vidya for a while. In fact, she played the lead role in the Hindi version of my Bengali film, Rajkahini,” Jisshu said.

Majithia patronizing Drug Mafia : Mann


Addressing AAP MLAs and office bearers at a sit-in protest organised at the MLA hostel against the recent drug-related deaths in the state, Mann alleged that it appears that Congress and SAD are, both, running the government in the state as ‘alliance partner’.


Barely three months after AAP National Convener Arvind Kejriwal tendered an apology to Shiromani Akali Dal (SAD) leader Bikram Singh Majithia for falsely accusing him of being involved in drug smuggling, AAP MP from Sangrur, Bhagwant Mann, Monday levelled accusations against Majithia for “patronising drug traders”.

Kejriwal had tendered the apology to Bikram Majithia in March this year in a defamation case which had been filed against him by Majithia for levelling drug-related allegations against him. At the time, Bhagwant Mann had taken exception to Kejriwal’s apology and had ‘resigned’ from his position as state president of AAP in Punjab.

Addressing AAP MLAs and office bearers at a sit-in protest organised at the MLA hostel against the recent drug-related deaths in the state, Mann alleged that it appears that Congress and SAD are, both, running the government in the state as “alliance partners” as no action has been taken against any Akali Dal leader including Bikram Majithia. Later speaking to media persons, Mann again reiterated his allegations. When reminded about the apology tendered by Arvind Kejriwal to Majithia, Mann said he might have done so under “some legal compulsions.”

A statement issued by AAP later in the day also reiterated Mann’s comments against Majithia. Efforts were made to contact Majithia for his reaction to Mann’s comments but his phone was switched off and an aide informed that he was out of the country.

Amarinder calls AAP leaders for meeting

While the AAP sit-in was in progress, Sandeep Sandhu, an OSD to Chief Minister Capt Amarinder Singh, reached the spot and received a memorandum of demands from AAP leaders. After consultations, Amarinder agreed to meet the AAP delegation at 2:30 pm Tuesday. The AAP leaders then called off the ‘dharna’.

World’s heaviest teenage operated


 

  • Mihir Jain, 14, from Delhi, is the world’s heaviest teen to have undergone gastric bypass surgery.
  • “Pasta is my favourite food. Pizza is second favourite,” Mihir Jain said.

NEW DELHI: The normal body mass index (BMI) – a person’s weight-to-height ratio – is 22.5 kg/m2. At 32.5, a person is considered obese and surgery may be suggested. A BMI above 40, 50 and 60 is categorised as morbid obesity, super obesity and super-super obesity, respectively. So what would you call a teenager, all of 14 years, with a BMI of 92?

Mihir Jain, a resident of Uttar Nagar in west Delhi, was that heavy when his parents brought him to Max hospital Saket a few months ago for weight reduction surgery. He could barely stand. When weighed, the teen turned out to be a staggering 237kg. Dr Pradeep Chowbey, a veteran bariatric surgeon who operated on him, said Mihir is the world’s heaviest teen to have undergone gastric bypass surgery.

“When I saw him first, I wasn’t confident on operating him successfully. He was too heavy for that,” said Dr Chowbey.

Mihir had a normal weight of 2.5kg when he was born in November 2013. But he gradually started gaining weight. By the time Mihir was five, he weighed 60-70kg, his mother Puja Jain said.

“Most members in our family are overweight so we didn’t take it seriously then. But then a time came when he couldn’t even walk properly due to heavy weight. He stopped going to school after Class II and I had to teach him at home,” Puja said.

The family had first sought medical help in 2010. But doctors at that said the boy was too young to undergo surgery.

‘Pasta my favourite food, pizza second’

“I stayed mostly in the house lying down or sitting,” Mihir said, happily declaring his love for junk food in the past. “Pasta is my favourite food. Pizza is second favourite,” he said.

Dr Chowbey put the boy on very low calorie diet (VLCD) initially because he wasn’t confident of successful surgery. A normal diet contains 2,500 to 3,000 calories. But VLCD give only about 800 calories.

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The doctor said he thought the teen will not be able follow such restrictive diet and the family will not come back. “To my surprise, Mihir came to us again after four weeks. He had lost a good 10kg. I was happy to see their dedication and suggested them to continue the same diet for another two months which helped reduce the weight further to 196kg. But then we realised that for further reduction, surgery will be required and posted his case for operation in April,” Dr Chowbey, the chief of bariatric surgery at Max, said.

The biggest challenge in operating on an extremely obese person is in administering anaesthesia. This happens because of presence of fat in the tongue, throat and neck which restricts the space to put a tube into the lungs.

Dr Chowbey said they had to use special equipment – a flexible laryngoscope – to negotiate the difficult condition in Mihir’s case. “Also, there no guideline on the anaesthesia dosage for person weighing 200kg. Our doctors relied on their experience to decide on the right amount of anaesthesia,” he said.

Surgical manoeuvring inside the patient’s body was another difficulty. There were 10-12 inches of fat beneath the patient’s muscles which made operating difficult. Normal instruments aren’t that long or easy to manoeuvre so the doctors said they used longer instruments to reach the target area.

n a procedure lasting nearly two-and-a-half hours, doctors created a gastric bypass in which the digestive system is re-routed past most of the stomach which makes a person feel full on less food. “The surgery was uneventful and we were able to discharge Mihir within a week. He comes to the hospital for follow-up though. Also, he has been asked to continue the restrictive diet,” Dr Chowbey said.

Mihir’s mother said they’ve learnt a lesson from their crisis about the need to be physically active and avoid junk food. “Now I tell my daughter, Nandini, to eat wisely,” she said.

गोखले ओवर ब्रिज का एक हिस्सा गिरने से दो लोग घायल हो गए हैं


बताया जा रहा है कि सुबह करीब 7.30 बजे अचानक से ये ब्रिज गिर गया। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड के अनुसार, ये ब्रिज अंधेरी ईस्ट को अंधेरी वेस्ट से जोड़ता है। इस ब्रिज का नाम गोखले ब्रिज है। फुटओवर ब्रिज का मलबा गिरने से रेलवे ट्रैक पर OHE प्रभावित हुई है, जिसके कारण यातायात पर फर्क पड़ा है।


मुंबई में एक फुटओवर ब्रिज का एक हिस्सा गिर गया है। ये ब्रिज रेलवे ट्रैक पर गिरा है। हादसा अंधेरी वेस्ट में हुआ है। मुंबई में इस वक्त तेज़ बारिश हो रही है और उसी बारिश के बीच ये हादसा हो गया। प्लेटफार्म नंबर सात और आठ के बीच अंधेरी स्टेशन पर ये ब्रिज गिर गया है। इस घटना ने विरार से चर्चगेट और चर्चगेट से विरार पर लोकल सेवा ठप्प कर दिया है। मौके पर 4 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंच गई हैं। बताया जा रहा है कि सुबह करीब 7.30 बजे अचानक से ये ब्रिज गिर गया। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड के अनुसार, ये ब्रिज अंधेरी ईस्ट को अंधेरी वेस्ट से जोड़ता है। इस ब्रिज का नाम गोखले ब्रिज है। फुटओवर ब्रिज का मलबा गिरने से रेलवे ट्रैक पर OHE प्रभावित हुई है, जिसके कारण यातायात पर फर्क पड़ा है।

मुंबई पुलिस का कहना है कि ब्रिज के टूटने के बाद ट्रैफिक को रोका गया है। मुंबई पुलिस के ट्वीट में कहा गया है, ‘अंधेरी ईस्ट और वेस्ट को जोड़नेवाले गोखले ब्रिज का हिस्सा टूटकर ट्रैक पर गिरने से ओवरहेड (ओएचई) वायरों को भी नुकसान पहुंचा है। वेस्टर्न लाइन पर ट्रेन सेवा प्रभावित हुई है। बीएमसी, फायर ब्रिगेड के अलावा रेलवे सुरक्षाबल (आरपीएफ) के कर्मचारी भी मौके पर सहायता के लिए मौजूद हैं। ओवर ब्रिज के ऊपर और नीचे यातायात को अभी रोक दिया गया है।’