पॉल पोग्बा द्वारा 81वें मिनट में किए गए गोल से जीता फ्रांस

स्टार स्ट्राइकर पॉल पोग्बा द्वारा 81वें मिनट में किए गए गोल के दम पर पूर्व विजेता फ्रांस ने शनिवार को कजान एरिना स्टेडियम में खेले गए ग्रुप सी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर फीफा विश्व कप-2018 का आगाज जीत के साथ किया। फ्रांस के लिए एंटोनियो ग्रीजमैन (58वें मिनट) और पोग्बा ने गोल किए, जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिए कप्तान मिले जेडिनाक (62वें मिनट) ने गोल किया। ग्रीजमैन और जेडिनाक ने गोल पेनल्टी किक पर किए।

पहला हाफ पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा, जो फ्रांस के मजबूत आक्रमण पंक्ति को रोक पाने में सफल रहा। ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस को ज्यादा मौके नहीं बनने दिए और उसके मुख्य खिलाड़ी ग्रीजमैन को खुलकर नहीं खेलने दिया, लेकिन दूसरे हाफ में वो अपन खेल को जारी नहीं रख पाई। फ्रांस का खेल हालांकि ऑस्ट्रेलिया से बेहतर था, लेकिन उसकी कमजोरी इस हाफ में मिले मौकों को अंजाम तक न पहुंचना रही।

दूसरे हाफ में नजारा पूरी तरह से अलग रहा। फ्रांस ने इस हाफ में ऑस्ट्रेलिया को डिफेंस को व्यस्त रखा। मैच के तीनों गोल दूसरे हाफ में ही आए। पहले हाफ में फ्रांस को गोल करने का सबसे करीबी मौका मैच के दूसरे मिनट में मिला था। फ्रांस के स्टार खिलाड़ी कायलिन म्बाप्पे ने ऑस्ट्रेलियाई डिफेंस को भेदकर दाएं कोने से गोल करने की कोशिश की। उनके इस प्रयास को ऑस्ट्रेलिया के गोलकीपर मैट यार्न ने नकार दिया।

आठवें मिनट में म्बाप्पे ने ग्रीजमैन के साथ मिलकर एक और प्रयास किया लेकिन फ्री किक पर दोनों खिलाड़ी अपनी टीम को बढ़त दिलाने से चूक गए। 17वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया के पास भी गोल करने का पहला मौका आया। एरोन मूय ने गोलपोस्ट पर निशाना लगाया लेकिन वह गोलकीपर को भेद नहीं पाए। पहले हाफ के अंत में ग्रीजमैन और पॉल पोग्बा ने कुछ मौके जरूर बनाए लेकिन वह ज्यादा करीबी नहीं थे। उन मौकों ने रोकने में मैट को परेशानी नहीं हुई। दूसरा हाफ रोमांचक रहा।

में दुनिया के सबसे बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी हूँ : नेमार

ब्राजीलियाई स्ट्राइकर नेमार ने कहा है कि वे दुनिया के सबसे बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी हैं क्योंकि अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी और पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो इस ग्रह के हैं ही नहीं। समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक यूट्यूब चैनल पर जारी एक वीडियो में नेमार ने कहा, मेसी और रोनाल्डो इस ग्रह के हैं ही नहीं, वे किसी अन्य ग्रह से हैं। मैं इस ग्रह से हूं और इसलिए मैं दुनिया का सबसे अच्छा फुटबॉल खिलाड़ी हूं।

नेमार ने कहा कि मजाक अपनी जगह है लेकिन वे अपने खेल और रूस में जारी विश्व कप में अपनी टीम के अभियान को लेकर संजीदा हैं और वे चाहते हैं कि ब्राजील रूस में छठी बार विश्व कप खिताब अपने नाम करे। चोट से उबरने के बाद टीम में वापसी करते हुए विश्व कप में टीम की कमान संभाल रहे नेमार ने कहा कि अब वे पहले से काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं।

सलाह खेल रहे होते तो हमारी टीम अच्छी होती : कूपर

मिस्र की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कोच हेक्टर कूपर को उरुग्वे के साथ हुए फीफा विश्व कप के पहले मुकाबले में अपने स्टार खिलाड़ी मोहम्मद सलाह के नहीं खेल पाने का अफसोस है। उरुग्वे ने यह मैच 1-0 से जीता। कूपर ने कहा, उम्मीद है कि सलाह हमारे अगले मैच में खेलेंगे। वे हमारे लिए बहुत अहम खिलाड़ी हैं। इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता। अगर वे खेल रहे होते तो हमारी टीम अच्छी होती।

हमें उम्मीद है कि अगले मैचों में वे हमारे लिए अहम योगदान देंगे। मिस्र का अगला मैच मेजबान रूस से है, जिसने अपने पहले मैच में सउदी अरब को 5-0 से हराया था। कूपर ने कहा कि रूस के खिलाफ उनकी टीम हर हाल में जीत के लिए प्रयास करेगी। सलाह खेलेंगे तो हमारी टीम के लिए अच्छा रहेगा। उरुग्वे के खिलाफ उन्हें नहीं खिलाया गया, क्योंकि इसमें जोखिम था।

लड़की बन कर कैब ड्राईवर छल रहा था लड़कियों को, धरा गया

 

चंडीगढ़ पुलिस ने उबर कैब ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। वह वॉट्सऐप पर लड़की को काफी समय से अश्‍लील मैसेज भेज रहा था। जिस लड़की को कैब ड्राइवर मैसेज भेज रहा था, उसने करीब एक महीने पहले उबर कैब बुक कराई थी। उसी वक्‍त कैब ड्राइवर ने लड़की का नंबर सेव कर लिया और लड़की बनकर उससे चैट करने लगा। आरोपी कैब ड्राइवर का नाम जसवीर सिंह है, जिसकी उम्र 38 साल है और वह मोहाली का रहने वाला है।

पीडि़त लड़की की मां ने पुलिस को बताया कि वह उनकी बेटी के साथ लड़की बनकर बात कर रहा था। हैरानी की बात यह है कि कैब ड्राइवर पीडि़त लड़की के साथ खुद को उसकी सहेली बताकर बात कर रहा था। वॉट्सऐप पर उसने वही नाम रखा हुआ था, जो पीडि़ता की सहेली का था।

बीते गुरुवार को जब उसी नाम वाली सहेली पीडि़त लड़की से मिलने के लिए आई तो उसने रिजल्‍ट के बारे में पूछा। पीडि़त लड़की ने कहा कि उसने तो वॉट्सऐप पर रिजल्‍ट बताया था। जब दोनों ने वॉट्सऐप नंबर देखा तो पता चला कि वह नंबर तो किसी और का है। पीडि़त लड़की के सामने जब यह राज खुला तो उसने परिवार के साथ प्‍लानिंग की और लड़की बनकर बात कर रहे कैब ड्राइवर को मिलने के लिए डड्डूमाजरा में बुलाया। लड़की के साथ मुलाकात को कैब ड्राइवर के एक मौके के तौर पर देख रहा था और वह झट से मिलने के लिए राजी हो गया। जैसे ही वह मिलने के लिए लड़की के परिवार वालों ने पहले तो उसकी जमकर धुनाई की और बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया। मलोया पुलिस स्‍टेशन के इंस्‍पेक्‍टर बलदेव कुमार ने बताया कि उन्‍होंने कैब ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और जांच के बाद जो भी उचित कार्रवाई होगी, वह की जाएगी।

ममता, चंद्रबाबू नायडू सहित चार मुख्यमंत्रियों को नहीं मिली केजरीवाल से मिलने की इजाजत

दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों को धरने पर बैठे दिल्ली के मुख्यमंत्री से मुलाकात की अनुमति नहीं दी। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल छह दिनों से उपराज्यपाल के कार्यालय सह आवास ‘राजनिवास’ में धरने पर बैठे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन और कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी आज केजरीवाल से मिलने वाले थे। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता राघव चड्ढा ने शनिवार को ट्वीट किया कि उपराज्यपाल ने मिलने की इजाजत नहीं दी।

राघव के ट्वीट को आगे बढ़ाते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह अत्यंत विचित्र होता जा रहा है। इससे पहले चड्ढा ने ट्वीट किया था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार रात आठ बजे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के लिए उपराज्यपाल से समय मांगा है।

केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन व गोपाल राय सोमवार से ही राजनिवास में धरने पर हैं। इनकी मांग है कि उपराज्यपाल दिल्ली में प्रशासन चलाने वाले आईएएस अधिकारियों को अघोषित हड़ताल खत्म कर काम करने का निर्देश दें।

उपराज्यपाल अनिल बैजल द्वारा केजरीवाल से मुलाकात की मंजूरी नहीं मिलने के बाद ये चारों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर से राज निवास तक पैदल जाएंगे. आम आदमी पार्टी ने यह जानकारी दी है. सभी मुख्यमंत्री रविवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में होने वाली नीति आयोग की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली आए हुए हैं.

अरविंद केजरीवाल पिछले छह दिनों से धरने पर बैठे हैं. उन्होंने कहा था कि, हम तब तक यहां से नहीं जाएंगे, जब तक LG साब IAS अधिकारियों को मेरी सरकार के साथ फिर सहयोग शुरू करने का निर्देश नहीं देते. तीन महीने से वे हमारे द्वारा आहूत की गई बैठकों में आने से इंकार कर रहे हैं, और किसी भी निर्देश का पालन करने से भी. क्या आपने देश के किसी भी हिस्से में IAS अधिकारियों के काम करना छोड़ देने के बारे में सुना है…?

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो दिन पहले ही अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के आंदोलन को अपना समर्थन दिया था. ममता बनर्जी ने ट्वीट किया था, ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश की राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से उप राज्यपाल के कार्यालय में बैठे हैं. निर्वाचित मुख्यमंत्री को अवश्य ही उचित सम्मान मिलना चाहिए.’ ममता ने ट्विटर पर लिखा था, ‘मैं भारत सरकार एवं दिल्ली के उप राज्यपाल से समस्या का तत्काल समाधान करने की अपील करती हूं ताकि लोगों को परेशानी न हो.’

इन सबके बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘मुझे नहीं लगता माननीय उप-राज्यपाल ने खुद ये फ़ैसला लिया होगा. साफ़ है पीएमओ ने उन्हें इजाज़त नहीं देने के निर्देश दिए होंगे. बिल्कुल उसी तरह जैसे आईएएस हड़ताल पीएमओ ने करवाई है.’

वहीं उन्होंने दूसरा ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, ‘हम एक लोकतंत्र में रहते हैं. क्या पीएम दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को सीएम से मिलने से रोकेंगे? राजभवन किसी की व्यक्तिगत संपति नहीं है. ये भारत की जनता का है.

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट किया है कि, ‘ आखिर कैसे पीएमओ दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को दिल्ली के मुख्यमंत्री से मिलने से रोक सकते हैं. क्या ये दिल्ली में अघोषित आपातकाल है?

गौरतलब है कि इससे पहले भी अनिल बैजल ने यशवंत सिन्हा, संजय सिंह को मिलने की अनुमति नहीं दी थी. इसके अलावा केजरीवाल की पत्नी, उनके भाई और उनकी मां को भी उनसे मिलने नहीं दिया गया था. एलजी कार्यालय के सूत्रों का कहना है कि मंत्रियों के परिजन उपराज्यपाल कार्यालय से बाहर उनसे मुलाकात कर सकते हैं, क्योंकि ऐसी मुलाकातों पर कोई प्रतिबंध नहीं है.

भाजपा दबाव में है, क्योंकि दिल्ली में ‘आप’ सरकार कड़ी मेहनत कर रही है: अरविन्द

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल के तीन सहयोगियों का उपराज्यपाल निवास पर धरना शनिवार को भी जारी रहा। आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से रविवार को प्रधानमंत्री आवास तक मार्च निकाला जाएगा, क्योंकि दिल्ली में जारी भारतीय प्रशासनिक अधिकारियों की हड़ताल को लेकर सरकार में गतिरोध की स्थिति बनी हुई है।

‘आप’ प्रवक्ता पंकज गुप्ता ने कहा कि दिल्ली उसी तरह का जनांदोलन शुरू करने जा रही है, जैसा कि हमने पहले किया था और दिल्ली की राजनीतिक तस्वीर बदल गई। उन्होंने कहा कि न सिर्फ पार्टी कार्यकर्ता, बल्कि दिल्ली की आम जनता भी रविवार चार बजे शाम मार्च में हिस्सा लेगी। उन्होंने आगे कहा कि हमने पूरी कोशिश की, मगर वे सुनने को तैयार नहीं हैं।

इस घोषणा से पहले केजरीवाल ने कहा कि आईएएस अधिकारी दबाव में हैं और उनकी हड़ताल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से प्रेरित है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी उनका रुख स्पष्ट करने को कहा कि क्या वह भाजपा के साथ हैं या दिल्ली की जनता के साथ। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार के पास उतना अधिकार नहीं है, जितना पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पास था।

उन्होंने कहा कि मेरे पास एक चपरासी का भी तबादला करने की शक्ति नहीं है, लेकिन दीक्षित के पास अधिकारियों का तबादला करने और भ्रष्टाचार के आरोपों में उनकी गिरफ्तारी भी करवाने की शक्ति थी।

भाजपा पर आईएएस अधिकारियों को हड़ताल के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा अधिकारियों पर हड़ताल करने के लिए दबाव डाल रही है। भाजपा दबाव में है, क्योंकि दिल्ली में ‘आप’ सरकार कड़ी मेहनत कर रही है। मैं यहां दिल्ली की जनता के लिए बैठा हूं और उन्हें यह सुनिश्चत करता हूं कि स्थिति बदलेगी।

57 हज़ार लीटर पानी की बर्बादी के बाद भी नहीं छंटा पंचकुला की धूल का ग़ुबार कुदरती बारिश ने दिया आराम

नगर निगम को शायद उम्मीद ही नहीं थी कि आसमान में उमड़ा धूल का गुब्बार मौसम विभाग के मुताबिक बारिश से थमने वाला है। शायद यही वजह है कि नगर निगम प्रशासन के फरमान के बाद पंचकूला में धूल के कणों को आसमान से जमीन पर उतारने के लिए करीब 57 हजार लीटर पानी बर्बाद कर दिया। हालांकि नगर निगम के मेयर ने निगम प्रशासन के इस फैसले का विरोध भी किया था। इसके बावजूद धूल के कणों को बिठाने के लिए पानी की बोछारों का इस्तेमाल किया गया। उससे हल तो नहीं निकला और कुदरत की इस आफत को शनिवार सुबह कुदरत ने ही निपट लिया। शनिवार तड़के हुई भारी बारिश से पंचकूला ही नहीं अपितु उत्तर भारत के कई राज्यों की समस्या हल हुई।

 

बीते वीरवार को जब पंचकूला में एअर पॉल्युशन चंडीगढ़ से अधिक बढ़ रहा था, तो निगम प्रशासन ने इससे निपटने की अपने स्तर पर तैयारी कर ली। फरमान के मुताबिक फायर विभाग ने पंचकूला के विभिन्न हिस्सों में करीब 20 हजार लीटर पानी का छिड़काव किया। इसके बाद शुक्रवार को जब एअर पाल्यूशन का स्तर 649 माइक्रोग्राम पर क्यूबिक मीटर पहुंच गया तो निगम प्रशासन के फरमान पर बीते शुक्रवार को 37 हलार लीटर पानी की और बौछारें की गई। निगम प्रशासन का सब्र का पैमाना टूट चुका था, जिसकी वजह से ये सब हुआ।

 

हालांकि फायर विभाग के अधिकारियों का भी यही मानना था कि यह कुदरत की मार है और कुदरत ही इसे ठीक कर सकती थी। फायर विभाग के अधिकारियों के पास आदेश मामने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। बहरहाल उन्होंने निगम प्रशासन के आदेशों पर अमल किया और वे कुछ कर भी नहीं सकते थे। आखिर में वही हुआ शनिवार को बारिश ने इस गंभीर समस्या का हल किया। नगर निगम की मेयर उपिंद्र कौर ने प्रशासन के इस निर्णय का कड़ा विरोध किया था और कहा था कि गर्मी में शहर में ऐसे भी पानी की किल्लत रहती है और पानी को इस तरह वेस्ट करना ठीक नहीं है।

चंडीगढ़ से फ्लाइट्स ऑपरेट होनी शुरू

आज शनिवार तड़के हुई बारिश से आसमान पर धूल का गुब्बार कम होने के बाद चंडीगढ़ से फ्लाइट्स सामान्य हो गई हैं। एअर पोर्ट ऑथारिटीज ने ने इस बात की पुष्टि की है। दो दिन से आसमान में धूल के कण और प्रदूषण हाेने के बाद अब फ्लाइट्स ऑपरेट होनी शुरू हो गईं।

एअरपोर्ट अथॉरिटीज के प्रवक्ता के मुताबिक कुछ फ्लाइट्स देरी से ऑपरेट हुई हैं, लेकिन अब धीरे धीरे सभी फ्लाइट्स सामान्य हो जाएंगी। शनिवार को इंटरनेशनल फ्लाइट भी ऑपरेट हुई है। गौरतलब है कि बीते दो दिनों में पुअर विजिबिलिटी के कारण शिमला हेली टैक्सी समेत करीब 30 फ्लाइट्स को रद्द करना पड़ा था। दुबई जाने वाले यात्रियों को सड़क मार्ग से दिल्ली पहुचाया गया था।

चंडीगढ़ में शुक्रवार को एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 800 के आसपास पहुंच गया था। लोगों को सांस लेने में परेशनी का सामना करना पड़ रहा था। चंडीगढ़ की हवा में धूल के कणों की मौजूदगी पहले कभी इतनी ज्यादा नहीं रही। चंडीगढ़ की तरह पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी यूपी में भी धूल की वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई। मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार को धूल कुछ छंट जाएगी। रविवार को बारिश से धूल से पूरी तरह राहत मिल सकती है।

Congress leaders opposed Sidhu’s demolition bid.

 

At least two senior Congress leaders in Punjab have openly opposed their own minister Navjot Singh Sidhu’s drive against illegal colonies in Jalandhar .

Congress MLA Sushil Rinku on Friday climbed atop a bulldozer and stopped a team of Jalandhar municipal corporation  officials from going ahead with demolish of an illegal colony on Kala Sanghian Road. Later Punjab food and supplies minister Bhart Bhushan Ashu too took exception to, what he called, the unusual haste shown in trying to raze unauthorised buildings in Jalandhar.

Ashu told TOI that as local bodies minister, Sidhu was heading the sub-committee on onetime settlement of unauthorised structures and the action could have waited till building owners were given another chance to comply with the new policy.

“Even though I am not aware of local details, I am not convinced about the timing of the demolition drive, especially when a policy will be ready by the month end,” Ashu said.

Ashu said that he would take up the issue in the next cabinet meeting.

Sidhu had, on Thursday, cracked the whip against officials of Jalandhar municipal corporation when he found many illegal colonies being developed in the city in violation of building bylaws. Many of the buildings had come up in upscale areas of the city.

Rinku termed the action as ‘anti-people’. “I am with the people and the government works in public interest,” he said, standing atop the bulldozer. “The government should make a favourable policy. We can’t give employment to people but when people are already involved in small businesses, we should facilitate them. Many of the so-called illegal colonies have been built by small builders or by the residents themselves and I will not allow any damage to them.”

Sidhu, who was in Phagwara on Friday, said “We will explain our stand to Rinku. He is our own man and his concerns would be addressed, but the action will continue.” He clarified that his orders were only against colonisers and that public interest was not being hurt.

The government intends to give relief to more than 8,000 unauthorised colonies and more than one lakh plots within these colonies that can be regularised once the new policy is approved. On Thursday, housing and urban planning minister had announced that the new policy would be in the public domain by June 30. The earlier cut-off date for regularisation of colonies was April 1, 2013. This has been extended to March 19, 2018. The colonies developed before April 1, 2013 will be regularised in non-compatible land-use zones of master plans.

The stalemate continued for a couple of hours as several Congress workers also accompanied Rinku and then the municipal team returned without executing the demolition orders