इमरान सचिवालय के बिजली बिल का भुगतान नहीं कर पा रहे और भारत से युद्ध करेंगे

पल्ले नहीं दाने इमरान चला भुनाने,सचिवालय का बिल नहीं भर पा रहे इमरान, बिजली कटने वाली है.. और भारत से यु’द्ध करने की बात करते हैं

NEW DELHI:

कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है, और भारत को परमाणु यु’द्ध की गी’दड़भ’भकी दे रहा है। लेकिन अपने घरेलू मोर्च पर उसकी हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सचिवालय के पास बिजली बिल चुकाने के पैसे भी नहीं हैं।

दिवालिया होने की कगार पर खड़े पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली बेहद गं’भीर हो चुकी है और इसी वजह से बिल नहीं चुकाने पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के सचिवालय की बिजली का’टे जाने की नौ’बत तक आ गई है।

कश्मीर मामले में भारत के साथ ‘अं’तिम यु’द्ध’ की धमकियां देने में व्यस्त पाकिस्तानी सरकार के पास शायद अपने ही सचिवालय का बि’ल भरने का पैसा नहीं है। इसी वजह से इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी को प्र’धानमंत्री सचिवालय को बिजली का’टे जाने का नोटिस भेजने पर मजबूर होना पड़ा है।

‘एक्सप्रेस न्यूज’ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री सचिवालय पर इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी का 41 लाख 13 हजार 992 रुपये का बिल बकाया है। बीते महीने का बिल 35 लाख से अधिक का है जबकि इससे पहले का पांच लाख 58 हजार का बकाया है।

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री सचिवालय द्वारा नियमित रूप से बिजली का बिल नहीं भरा जाता। कभी बिल का पैसा जमा कराया जाता है और किसी महीने नहीं कराया जाता है। इसी वजह से इस पर बकाया हो गया है जिसे जमा नहीं कराए जाने पर बिजली का’ट दी जाएगी।

‘अब हम 1962 की सेना नहीं हैं’: चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरावने

भारतीय सेना ने यह भी कहा है कि वह 1962 की जंग को काले निशान (ब्लैक मार्क) के तौर पर नहीं देखते हैं. सेना ने कहा कि 1962 में चीन की सभी यूनिट ने अच्छे से लड़ाई लड़ी है.

नई दिल्ली: भारतीय सेना ने चीन को जवाब देते हुए कहा है कि भारत की सेना अब 1962 की सेना नहीं रही है. बता दें चीन ने कहा था कि भारत को इतिहास नहीं भूलना चाहिए. 

भारतीय सेना ने यह भी कहा है कि वह 1962 की जंग को काले निशान (ब्लैक मार्क) के तौर पर नहीं देखते हैं. सेना ने कहा कि 1962 में चीन की सभी यूनिट ने अच्छे से लड़ाई लड़ी है.

ईस्टर्न आर्मी कमांड के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरावने ने कहा, ‘अब हम 1962 की सेना नहीं हैं. अगर चीन कहता है कि ‘इतिहास मत भूलो’, तो हम उन्हें भी यही बात कहेंगे। मैं 1962 को सेना पर ब्लैक मार्क के रूप में नहीं देखता हूं। सेना की सभी यूनिट ने अच्छी तरह से लड़ाई लड़ी और अपने निर्धारित कामों को पूरा किया।

curtsy ANI

एमएम नरावने ने कहा कि यह चीन था जो डोकलाम संकट के दौरान बिना तैयारी के फंस गया था. उन्होंने सोचा कि भारत को डरा धमकाकर वह आसानी से बच निकल जाएंगे लेकिन हम इस धमकी के सामने खड़े हुए. इससे यही साबित होता है कि हम किसी भी खतरे का मुकाबला कर सकते हैं. 

ज़ाकिर नाइक 10 घंटे की पूछताछ से घबरा कर गिड़गड़ाने लगा, भाषणों पर लगा प्रतिबंध

  • बयान के लिए जाकिर नाइक ने मांगी माफी
  • ‘किसी व्यक्ति या समूह को चोट पहुंचाने की मंशा नहीं’
  • सोमवार ने 10 घंटे तक पुलिस ने की थी पूछताछ

मलेशियाई एजेंसियों की सख्ती के आगे विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक अब वहां की सरकार से माफी मांग रहा है. सोमवार को मलेशियाई पुलिस ने जाकिर नाईक से 10 घंटे तक पूछताछ की थी. जाकिर नाईक पर 8 अगस्त को हिन्दुओं और चीनी मूल के लोगों के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने का आरोप है. 53 साल के जाकिर नाईक ने अपने माफीनामे में कहा है कि किसी व्यक्ति या समूह को अपने बातों से चोट पहुंचाने की उसकी कोई मंशा नहीं थी.

जाकिर नाईक ने कहा, “हालांकि मैंने खुद स्पष्ट कर दिया है, फिर भी जो समझते हैं कि मेरे बयान से उन्हें चोट पहुंची है उन्हें मैं कहना चाहता हूं कि किसी को भी ठेस पहुंचाना इस्लाम के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है, मैं इसके लिए माफी मांगता हूं.” जाकिर ने दावा किया कि उससे ईर्ष्या करने वाले लोग उनके बयान को बिना संदर्भ के पेश कर रहे हैं और इसे मीडिया के सामने तोड़मरोड़ कर पेश कर रहे हैं.

बता दें कि जाकिर नाईक ने कहा कि मलेशिया में हिंदुओं को भारत के अल्पसंख्यक मुस्लिमों की तुलना में “सौ गुना” ज्यादा अधिकार हासिल है. चीनी समुदाय के लोगों को जाकिर नाईक ने ‘ओल्ड गेस्ट’ करार दिया था और कहा था कि उसे मलेशिया से निष्कासित करने से पहले चीनी मूल के मलयेशियाई लोगों को निकाला जाना चाहिए. मलेशिया की तीन करोड़ 20 लाख की आबादी में करीब 60 फीसदी निवासी मुस्लिम हैं और यहां काफी संख्या में भारतीय और चीनी समुदाय के लोग भी रहते हैं.

बता दें कि जाकिर नाईक भारत में वॉन्टेड है. जाकिर नाईक पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले चल रहे हैं. उस पर आतंकी गतिविधियों और भाषण के जरिए नफरत फैलाने का आरोप है. 2016 में जाकिर नाईक भारत छोड़कर मलेशिया आ गया था. यहां की सरकार ने उसे स्थायी तौर पर रहने की अनुमति दे दी है.

मलेशिया की समाचार एजेंसी बेरनामा के मुताबिक प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने कहा है कि नाईक ने सारी हदें लांघ दीं और कैबिनेट के कई मंत्रियों ने उसे बाहर निकालने की अपील की है. इस बीच मलेशिया पुलिस ने उसके देश में भाषण देने पर रोक लगा दी है.

चंद्रयान – 2 ने पार किया आखिरी पड़ाव

भारत का पहला चांद का मिशन चंद्रयान-1 साल 2008 में सम्पन्न किया गया था. इस मौके पर इसरो केंद्र पर लगभग 200 वैज्ञानिक तथा अन्य कर्मी इकट्ठे थे

दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष यान चंद्रयान-2 के चांद की कक्षा में प्रवेश करने के अंतिम 30 मिनट बहुत मुश्किल भरे थे. यह कहना है भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन के. सिवान का. इस महत्वपूर्ण चरण के तुरंत बाद सिवान ने बताया, “अभियान के अंतिम 30 मिनट बहुत मुश्किल भरे थे. घड़ी की सुई के आगे बढ़ने के साथ-साथ तनाव और चिंता बढ़ती गई. चंद्रयान-2 के चांद की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करते ही अपार खुशी और राहत मिली.”

यान के चांद की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश करने के बाद अधिकारियों ने उल्लेखनीय उपलब्धि पर एक-दूसरे को बधाइयां दीं. इसरो के एक अधिकारी के अनुसार, चंद्रयान-2 की 24 घंटे निगरानी की जा रही है.

सिवान ने कहा कि भारत के मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान पर भी काम चल रहा है. इसके लिए अंतरिक्ष यात्रियों का चयन करने का काम जारी है.

बदलते भारत से घबराया पाक दुनिया के आगे गिड़गिड़ाया

कालका रैली में भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा पाकिस्तान को दो टूक और सख्त लहजे में बताया गया की बात अब पाकिस्तान अधिकृत काशमीर पर होगी, और सिंह ने चेताया की भारत अपनी परमाणु नीति में भी बदलाव कर रहा है। कश्मीर मसले को लेकर भारत पर प्रतिबंध लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और दुनिया के या नेताओं को मनाने में विफल होने के बाद अब बौहलाए हुए इमरान खान ने भारत के परमाणु हथियार का मसला उठाया है.

  • परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर राजनाथ सिंह के बयान से घबराए पाक पीएम इमरान
  • इमरान खान ने विश्व से की अपील, भारत के परमाणु हथियारों की सुरक्षा पर दें ध्यान
  • इमरान ने यह तक कह डाला कि भारत एक कट्टर हिंदू विचारधारा और नेतृत्व के कब्जे में है
  • उन्होंने भारत के नेतृत्व की तुलना जर्मनी के नाजियों से कर डाली

देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बयान ने पाकिस्‍तान के पीएम इमरान खान को बौखला दिया है. घबराए इमरान खान अब कह रहे हैं कि दुनिया भारत के परमाणु हथियार पर नजर रखे. दरअसल राजनाथ सिंह ने कहा था कि संभव है भारत भविष्‍य में पहले हमला न करने की नीति पर विचार करे. कश्मीर मसले को लेकर भारत पर प्रतिबंध लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और दुनिया के नेताओं को मनाने में विफल होने के बाद अब प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के परमाणु हथियार का मसला उठाया है.

इमरान खान ने रविवार को भारत के परमाणु शस्त्रागार की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस पर संज्ञान लेने की अपील की. खान ने ट्विटर पर कहा कि मोदी सरकार के नियंत्रण में भारत के परमाणु हथियार की सुरक्षा पर गंभीर विचार करने की जरूरत है. भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि इस्लामाबाद से अब सिर्फ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मसले पर बातचीत होगी.

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने भारत के गृहमंत्री अमित शाह के उस बयान को दोहराया जिसमें उन्होंने कहा कि पीओके और अक्साई चीन कश्मीर का हिस्सा है. खान ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि भारत में मुस्लिमों को मताधिकार से वंचित किया जा रहा है और आरएसएस के लोग उपद्रव मचा रहे हैं.

पाकिस्तान ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने और कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने को राज्य-हरण करार दिया. संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत ही जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त था. भारत पर प्रतिबंध लगाने के मकसद से पाकिस्तान ने पूरी दुनिया के नेताओं से संपर्क किया लेकिन उसके अच्छे-बुरे दिनों का साथी चीन के सिवा अन्य देशों को इस बात के लिए मनाने में वह विफल रहा.

उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का भी दरवाजा खटखटाया जहां इस मसले पर शुक्रवार को सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों के बीच बंद कमरे में मंत्रणा हुई लेकिन वहां भी चीन को छोड़ यूनएससी के पांच स्थायी सदस्यों में से अन्य सभी ने जम्मू-कश्मीर के संबंध में भारत के विकास के एजेंडे का समर्थन किया. इमरान ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “हिंदू वर्चस्ववाद से न केवल भारत में, बल्कि पाकिस्तान में भी अल्पसंख्यकों को खतरा है. यह खतरा पाकिस्तान तक बढ़ गया है.”

शाजिया ने पाकिस्तान समर्थकों को उन्हीं के बीच घेरा

दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में पाकिस्‍तानी समर्थक भारत विरोधी प्रदर्शन कर रहे थे. भाजपा नेता शा‍जिया इल्‍मी प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंच गईं और उन्हें समझाने की कोशिश की। नहीं मानें तो वे भी इंडिया जिंदाबाद के नारे लगाने लगीं। शाजिया इल्‍मी ने कहा कि देश और पीएम मोदी का अपमान बर्दाश्‍त नहीं करेंगे.

जम्‍मू कश्‍मीर में अनुच्‍छेद 370 को हटाने और राज्‍य पुनर्गठन विधेयक को पारित करने के बाद पाकिस्‍तान की सरकार और उनके समर्थक बौखला गए हैं। वे दुनिया के सामने चीख चिल्‍ला कर मानों साबित करना चाहते हैं कि जैसे यह पाकिस्‍तान का मामला है और इसके लिए वे कुछ भी करने को तैयार हैं।सिओल में भारत और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी करने वाले पाकिस्तानी समर्थकों से भिड़ जाने के बाद सोशल मीडिया पर भाजपा नेता शाजिया इल्मी की तारीफ हो रही है।

UNSC में पाकिस्‍तान ने मुंह की खाई 

ज्ञात हो कि कश्‍मीर मुद्दे को संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में चीन की मदद पाकिस्‍तान ने उठाने की कोशि‍श की, जिसमें उसे कोई सफलता नहीं मिली। उसे चीन का साथ इसलिए मिला हुआ है क्‍योंकि उसके पाकिस्‍तान विशेष कर गुलाम कश्‍मीर में आर्थिक हित हैं, जबकि खुद हांगकांग में उसके खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है और जिसे रोक पाने में वह असफल साबित हुआ है।

जीवन- मरण का प्रश्‍न बना 

वहीं दूसरी ओर लगता है कि पाकिस्‍तान के लिए यह जीवन मरण का प्रश्‍न है। यही कारण है कि दुनिया के कई देशों में पाकिस्‍तान के लोग प्रायोजित रूप से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। दक्षिण कोरिया के सिओल में भी ऐसा ही दृश्य सामने आया, लेकिन यहां बड़ी संख्या में मौजूद प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचकर भाजपा नेता शाजिया इल्मी ने हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए।

भारत जिंदाबाद के नारे लगाए

ज्ञात हो कि सिओल में कुछ पाकिस्‍तानी समर्थक एक कार्यक्रम में भारत के विरोधी में प्रदर्शन कर रहे थे। तभी वहां से भाजपा नेता शाजिया इल्‍मी और आरएसएस कार्यकर्ता वहां से गुजर रहे थे। शाजिया को भारत विरोधी और पीएम मोदी विरोधी नारे ठीक नहीं लगे,, इसलिए उन्‍होंने उनको समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद वह खुद पाकिस्‍तान के समर्थकों से भिड़ गईं और भारत जिंदाबाद के नारे लगाने लगीं। उनका Video वायरल हो रहा है और लोग उनकी देशभक्ति, साहस की भूरि-भूरि प्रशंसा कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर उनकी खूब तारीफ हो रही है।

शाजिया कुछ यूं दिया जवाब 

ट्विटर पर जवाब देते हुए शाजिया ने कहा किया 3 बनाम 300। 16 अगस्त को तीन हिंदुस्तानी नागरिकों ने 300 पाकिस्तानी भीड़ को कोरिया की राजधानी सोल में चैलेंज किया। एक उग्र पाकिस्तानी भीड़ काले झंडे और शर्मनाक पोस्टर लिए हुए आर्टिकल 370 हटाने के विरोध में अभद्रता पूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। भारत जिंदाबाद।

‘पाकिस्तान से अब सिर्फ PoK पर बातचीत होगी’, राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को लेकर बड़ा बयान दिया है. सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से तब तक बातचीत नहीं होगी जब तक वह आतंकवाद पर रोक नहीं लगा देता. अगर बातचीत हुई तो सिर्फ पीओके पर होगी. सिंह ने कहा,”आर्टिकल 370 को जम्मू-कश्मीर से विकास के कारण हटाया गया है. धारा 370 हमने हटाई तो पड़ोसी पतला हो रहा है. पाकिस्तान पूरी दुनिया में जा जाकर रो रहा है. जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका ट्रम्प के पास गए तो उन्होनें भी पाकिस्तान को भगा दिया.”

कालका : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को लेकर बड़ा बयान दिया है. सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से तब तक बातचीत नहीं होगी जब तक वह आतंकवाद पर रोक नहीं लगा देता. अगर बातचीत हुई तो सिर्फ पीओके पर होगी. सिंह ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को जमकर खरी खोटी सुनाई. उन्होंने कहा, “अनुच्छेद 370 हटने से पाकिस्तान पतला हो गया है. पाकिस्तान पूरी दुनिया में जाकर रो रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पाक पीएम को भगा दिया.” 
 
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ये बातें पंचकुला में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा निकाली जा रही जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान कहीं. राजनाथ ने कहा, “लोग कहते थे कि कोई अनुच्छेद 370 को छू भी नहीं पाएगा और अगर बीजेपी ने ऐसा किया तो कभी सत्ता में नहीं आ पाएगी. हमने मिनटों में ही इसे खत्म कर दिया. हमने कभी सत्ता की राजनीति नहीं करते. हमने घोषणा पत्र में कहा था और हम कहते हैं कि प्राण जाई पर वचन ना जाई.” 

सिंह ने कहा, “आर्टिकल 370 को जम्मू-कश्मीर से विकास के कारण हटाया गया है. धारा 370 हमने हटाई तो पड़ोसी पतला हो रहा है. पाकिस्तान पूरी दुनिया में जा जाकर रो रहा है. जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अमेरिका ट्रम्प के पास गए तो उन्होनें भी पाकिस्तान को भगा दिया.”

रक्षा मंत्री ने कहा, “कुछ दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि भारत बालाकोट से भी बड़ी कार्रवाई की प्लानिंग कर रहा है. इसका मतलब है कि पाक पीएम ने स्वीकार किया कि भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक की थी.”

सिंह ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदीजी का संकल्प है 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लेकिन जिस तरीके से मनोहरलालजी  काम कर रहे हैं, मुझे लगता है 2021 तक हरियाणा में किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी. किसानों से अपील है कि रासायनिक खाद की मात्रा धीरे-घीरे कम करें और आर्गेनिक खेती की ओर बढ़े.”

हरियाणा में सत्तारूढ़ बीजेपी ने विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं. आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत कालका विधानसभा क्षेत्र के काली माता मंदिर में पूजा अर्चना के साथ हुई. मुख्यमंत्री की यह यात्रा 8 सितंबर तक चलेगी. इस दौरान वह प्रदेश के 90 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे. हरियाणा इस साल के अंत तक चुनाव होने हैं. 90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी ने 75 प्लस का लक्ष्य निर्धारित किया है.

यूएनएससी बैठक में चीन प्रायोजित पाकिस्तान ने मुंह की खाई

कश्‍मीर मुद्दे पर यूएनएससी की मीटिंग शुक्रवार को एक बंद कमरे में हुई. इस मुद्दे पर कुल 73 मिनट चर्चा हुई. इससे पहले भारत को रूस का साथ मिला. वहीं इस मुद्दे पर चीन अपनी चालबाजी से बाज नहीं आ रहा है. उसने यूएनएससी की अनौपचारिक बैठक में कहा, कश्‍मीर में अनुच्‍छेद 370 हटाना भारत की एकतरफा कार्यवाही है.

संयुक्‍त राष्‍ट्र: कश्‍मीर के मुद्दे को पाकिस्‍तान की शह पर चीन ने यूएनएससी में उठाया है. चीन के कहने पर एक बंद कमरे में इस मुद्दे पर शुक्रवार को बैठक हुई. शाम साढ़े सात बजे से शुरू हुई ये बैठक करीब 9 बजे के बाद तक चली. इसी मीटिंग में इस मुद्दे पर कुल 73 मिनट चर्चा हुई. इससे पहले भारत को रूस का साथ मिला.

यूएन में रूस के स्‍थायी प्रतिनिधि देमित्री पोलिंस्‍की ने कहा, कश्‍मीर का मुद्दा हल करने में यूएनएससी की कोई भूमिका नहीं हो सकती. उन्‍होंने कहा, ये मुद्दा अगर सुलझेगा तो भारत और पाकिस्‍तान की आपसी बातचीत के साथ ही सुलझेगा. रूस का इस मसले पर हमेशा से ही यही रुख रहा है. रूस ने कहा, हमारा इस मुद्दे पर कोई छिपा हुआ एजेंडा नहीं है. दोनों देशों से हमारे अच्‍छे संबंध हैं. ऐसे में हम चाहते हैं कि ये मुद्दा यही दोनों देश बातचीत से सुलझाएं.

वहीं इस मुद्दे पर चीन अपनी चालबाजी से बाज नहीं आ रहा है. उसने यूएनएससी की अनौपचारिक बैठक में कहा, कश्‍मीर में अनुच्‍छेद 370 हटाना भारत की एकतरफा कार्यवाही है. हालांकि भारत पहले ही चीन को दो टूक कह चुका है कि कश्‍मीर का मुद्दा भारत का अंदरूनी मसला है. उसने जम्‍मू कश्‍मीर और लद्दाख में जो पर‍िवर्तन किए हैं, उससे किसी भी सीमा पर कोई छेड़खानी नहीं की गई है.

संयुक्‍त राष्‍ट्र में भारत के प्रतिनिध‍ि सैय्यद अकबरुद्दीन ने कहा, अनुच्‍छेद 370 को हटाया जाना हमारा आंतरिक मुद्दा है. इसे वहां के लोगों की भलाई के लिए हटाया गया है.

खिसियाए पाकिस्तान ने काश्मीर मुद्दे पर ट्रम्प को साधने की कोशिश की

कश्‍मीर के मुद्दे पर इस समय पाकिस्‍तान भारत के खिलाफ हर संभव नापाक चाल चलने में लगा हुआ है. पहले उसने अपने अघोषित आका चीन के सामने गुहार लगाई. पाकि‍स्‍तान के कहने पर ही चीन ने ये मुद्दा संयुक्‍त राष्‍ट्र में उठाया. चीन के आग्रह पर ही यूएनएससी की एक बंद कमरे में रही बैठक में शुक्रवार को इस मुद्दे पर चर्चा हो रही थी. इधर बैठक से पहले पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप को फोन किया था.

दोनों नेताओं के बीच करीब 12 मिनट तक बातचीत हुई. इस बैठक से पहले इमरान का डोनाल्‍ड ट्रंप को फोन करना काफी अहम माना जा रहा है. बता दें कि कश्‍मीर मुद्दे पर पाकिस्‍तान को चीन के अलावा किसी भी बड़े मुल्‍क का साथ नहीं मिला है. ऐसे में यूएनएससी में इस मुद्दे पर पाक को किसी का भी साथ मिलने की संभावना नहीं है.

पाकिस्‍तान अमेरिका की शरण में है. वह लगातार कह रहा है कि अमेरिका कश्‍मीर मुद्दे पर मध्‍यस्‍थता करे. लेकिन भारत सरकार ने दो टूक कह दिया है कि ये भारत का अंदरूनी मसला है. उस समय डोनाल्‍ड ट्रंप की फजीहत हुई थी, जब उन्‍होंने कह दिया था कि भारत ने उनसे मध्‍यस्‍थता करने के लिए कहा है. हालांकि बाद में ये बात झूठी निकली.

अब पाकिस्‍तान और इमरान खान डोनाल्‍ड ट्रंप को कश्‍मीर में मध्‍यस्‍थता का लालच दे रहे हैं. इस बीच भारत ने कश्‍मीर की भौगोलिक परिस्थितियों को बदलकर पूरी बहस पर ही विराम लगा दिया है. पाकिस्‍तान इसी बात से खिसियाया हुआ है.

जहां इमरान ने दुनिया को धमकाया वहीं मोदी ने भारत के विकास और उज्‍ज्‍वल भविष्‍य की बात की

नई दिल्‍ली: कश्‍मीर मुद्दे को अंतरराष्‍ट्रीय पटल पर जोर-शोर से उठाने के बावजूद तवज्‍जो नहीं मिलने पर पाकिस्‍तान बौखला गया है. 15 अगस्‍त को एक ओर भारत जहां स्‍वतंत्रता दिवस मना रहा है वहीं पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर कश्‍मीर का राग अलापते हुए दुनिया को इस मुद्दे की अनदेखी पर गंभीर परिणाम की चेतावनी दी है. उन्‍होंने ट्वीट कर कहा, ”कश्‍मीर मुद्दे पर अनदेखी से मुस्लिम देशों में कट्टरता बढ़ेगी.” उन्‍होंने कहा कि क्‍या दुनिया खामोशी से कश्‍मीर पर मुस्लिमों पर हो रहे अत्‍याचार को देखती रहेगी? उन्‍होंने दुनिया को चेतावनी देने के लहजे में कहा कि यदि इस तरह के जुल्‍मोसितम को ऐसे ही होते रहने दिया गया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे और मुस्लिम जगत में इसकी प्रतिक्रियास्‍वरूप कट्टरता और हिंसा बढ़ेगी.

इससे पहले 14 अगस्‍त को पाकिस्‍तान के स्‍वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री इमरान खान अपने करीब 40 मिनट के भाषण में अधिकांश समय तक भारत, बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ ही बोलते रहे. आर्टिकल 370 हटने के बाद कश्‍मीरी लोगों के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए पाकिस्‍तान ने अपने स्‍वतंत्रता दिवस को इस बार कश्‍मीरी एकजुटता दिवस के रूप में घोषित किया. कश्‍मीरी लोगों के साथ सद्भावना प्रकट करते हुए इमरान खान पाक अधिकृत कश्‍मीर (PoK) के मुजफ्फराबाद भी गए. 

यह भी पढ़ें: 370 से घबराए पाकिस्तान पोषित जैश ने भारत को बड़ी वारदात के लिए धमकाया

वहां इमरान खान ने भारत को युद्ध की गीदड़भभकी दी. इमरान खान ने कहा कि भारत सिर्फ कश्मीर तक नहीं रुकेगा, Pok में भी बढ़ेगा. इमरान ने बालकोट एयर स्ट्राइक को भी दबी जुबान से स्वीकार कर लिया. उन्‍होंने कहा, “भारत ने बालाकोट से ज्यादा खतरनाक प्लान बनाया है. बालाकोट से भी बड़ी कारवाई भारत पीओके में करेगा. अगर युद्ध हुआ तो इसकी जिम्मेदारी दुनिया की होगी. हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे.”  

इमरान खान ने कहा, “ये सिर्फ कश्मीर तक नहीं रुकेगा- ये पाक की तरफ भी आएगा. हमें जानकारी है – दो बार मीटिंग हुई है. पाक फौज को पूरी तरह पता है, इन्होंने प्लान बनाया हुआ है. जिस तरह पुलवामा के बाद बालाकोट किया था उससे भी ज्यादा खौफनाक प्लान बनाया हुआ है. आपकी ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा. तैयार है पाक फौज, पूरी कौम तैयार है.

पीएम मोदी
इसके विपरीत 15 अगस्‍त को लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने स्‍वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में सिर्फ भारत के विकास और उज्‍ज्‍वल भविष्‍य की बात की. पीएम मोदी ने पाकिस्‍तान का जिक्र तक करना भी जरूरी नहीं समझा. पीएम मोदी ने अपने 92 मिनट के संबोधन में एक बार भी पाकिस्‍तान का जिक्र नहीं किया. इसी बात से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत और पाकिस्‍तान की प्राथमिकताएं क्‍या हैं?

इमरान खान के विपरीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 73वें स्‍वतंत्रता दिवस (Independence Day India) के मौके पर न्‍यू इंडिया के विकास से जुड़े जनसरोकार के कमोबेश सभी विषयों पर अपनी बात रखी. उन्‍होंने पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्‍यवस्‍था के लक्ष्‍य को रखा. डिजिटल पेमेंट, पर्यटन से लेकर प्‍लास्टिक पर बैन तक की बात कही. उन्‍होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि देश के उज्‍ज्‍वल भविष्‍य के लिए स्‍थानीय चीजों को महत्‍व दें. हमारे देश में नॉर्थ-ईस्‍ट से लेकर इतनी ढेर सारी खूबसूरत देखने-घूमने लायक जगहें हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि मैं ऐसे लोगों को जानता हूं जो छुट्टियां मनाने या सैर के लिए विदेश घूमने जाते हैं लेकिन देश 2022 में जब 75वां स्‍वतंत्रता दिवस मना रहा होगा तो क्‍या प्रत्‍येक परिवार देश के भीतर के 15 पर्यटन स्‍थलों की सैर कर सकता है? इससे घरेलू पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. भले ही वे पर्यटन स्‍थल अभी ज्‍यादा विकसित नहीं हो सके हों लेकिन सैलानी बढ़ने पर वहां सुविधाओं का विकास भी होगा. इससे पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही लोगों को भी अपने देश और संस्‍कृति को देखने-सुनने और जुड़ने का मौका मिलेगा.

प्‍लास्टिक से परहेज
इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से प्‍लास्टिक को पूरी तरह से बैन करने की अपील पीएम मोदी ने की. उन्‍होंने कहा कि क्‍या हम पूरी तरह से प्‍लास्टिक थैलियों के इस्‍तेमाल से मुक्‍त हो सकते हैं? इस विचार के क्रियान्‍वयन का वक्‍त अब आ गया है. इस दिशा में गांधी जयंती के मौके पर दो अक्‍टूबर को अहम कदम उठाते हुए अपने आस-पास के माहौल को प्‍लास्टिक से मुक्‍त करने का प्रयास करें. इस सिलसिले में व्‍यवसायियों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने यहां बोर्ड पर लगाएं कि सामान के लिए कृपया अपना कपड़े का थैला साथ लाएं. यहां पर प्‍लास्टिक की थैली नहीं मिलेगी. उन्‍होंने जनता से प्‍लास्टिक के थैलों के खिलाफ अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्‍सा लेने की अपील की.

डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा
डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के मकसद से पीएम मोदी ने नया नारा दिया. उन्‍होंने कहा कि अक्‍सर दुकानों में ‘आज नकद-कल उधार’ का बोर्ड देखने को मिलता है लेकिन व्‍यापारियों से आग्रह करते हैं कि अब वे इसके बजाय ‘डिजिटल पेमेंट को हां, नकद को ना’का बोर्ड लगाएं. इससे डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा मिलेगा.

जल संरक्षण
उन्‍होंने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार की प्राथमिकता को इस आधार पर समझा जा सकता है कि हमने नई सरकार के गठन के 70 दिन के भीतर ही जल शक्ति मंत्रालय बनाया. उन्‍होंने कहा कि सभी लोग जल के महत्‍व को समझें. किसान जल की हर बूंद से अधिक पैदावार की सोचें. शिक्षा कर्मी बचपन से ही पानी के महत्व को बताएं. पानी के क्षेत्र में 70 सालों में जो काम हुआ है, हमें पांच साल में उसका चौगुना काम करना होगा. हम और ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते हैं.

उन्‍होंने एक प्रसिद्ध संत की कविता का जिक्र करते हुए कहा कि जब पानी समाप्त हो जाता है तो प्रकृति का कार्य रुक जाता है, एक तरह से विनाश प्रारंभ हो जाता है. इसी कड़ी में उन्‍होंने कहा कि उत्‍तरी गुजरात में एक धार्मिक जगह है. जैन समुदाय के लोग उसके प्रति श्रद्धा भाव रखते हैं. वहां एक जैन मुनि हुए. वह किसान थे, खेत में काम करते थे. वह 100 साल पहले लिख कर गए हैं कि एक दिन ऐसा आएगा जब पानी किराने की दुकान पर बिकेगा. आज वास्‍तव में पीने का पानी किराने की दुकान पर मिलता है.

पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 70 साल हो गए. हर किसी ने अपने-अपने तरीके से प्रयास किया है. लेकिन आज हिन्दुस्तान में आधे घर ऐसे हैं जिनको पीने का पानी के लिए मशक्क्त करना पड़ता है. 2-5 किमी पैदल जाना पड़ता है. आधा जीवन खप जाता है. हर घर को जल कैसे मिले. हम आने वाले दिनों में जल जीवन मिशन को लेकर आगे बढ़ेंगे. इस मद में साढ़े तीन लाख करोड़ से भी ज्यादा खर्च करने का संकल्प किया है. जल संरक्षण के मुद्दे पर हमें न रुकना है और न आगे बढ़ने से रुकना है. यह सरकारी अभियान नहीं बनना चाहिए. जनसामान्य को लेकर इस मुद्दे पर आगे बढ़ना है.