मंत्री शेख रशीद के बयान करतारपुर कॉरिडोर के पीछे पाकिस्तान के नापाक इरादों को उजागर कर दिया है: अमरिंदर सिंह

रशीद के बयान ने करतारपुर कॉरिडोर के पीछे छिपे हुए पाकिस्तान के नापाक डिजाइन को उजागर कर दिया. भारत ने सोचा था कि करतारपुर कॉरिडोर दोनों देशों के बीच एक शांति का पुल बनेगा.

नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद के बयान करतारपुर कॉरिडोर के पीछे पाकिस्तान के नापाक इरादों को उजागर कर दिया है. बता दें शेख रशीद ने कहा था कि करतारपुर कॉरिडोर पाक आर्मी चीफ  जनरल कमर जावेद बाजवा के दिमाग की उपज था. 

उन्होंने कहा कि रशीद के बयान ने करतारपुर कॉरिडोर के पीछे छिपे हुए पाकिस्तान के नापाक डिजाइन को उजागर कर दिया. भारत ने सोचा था कि करतारपुर कॉरिडोर दोनों देशों के बीच एक शांति का पुल बनेगा. 

इससे पहले अकाली दल के नेता और विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी शेख रशीद के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने ट्वीट करके कहा, मैं प्रधानमंत्री इमरान खान से अपील करता हूं कि वह बयान जारी कर शेख रशीद के बयान के पीछे की मंशा स्पष्ट करें. अगर रशीद झूठ बोल रहे हैं तो सिख भवनाओं को आहत करने के लिए इस बड़ेबोले मंत्री खिलाफ सख्त एक्शन ले.

क्या कहा था शेख रशीद ने?
बता दें पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद ने दावा किया है कि ऐतिहासिक करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के दिमाग की उपज थी और यह भारत के लिए हमेशा के लिए नुकसान करने वाला होगा. रशीद का यह बयान पाक सरकार के उस दावे के उल्ट है जिसमें वह कहती आई है कि करतारपुर कॉरिडोर पीएम इमरान खान की पहल है. 

‘करतारपुर कॉरिडोर सुरक्षित, दुश्मन को कई बार सोचना होगा’

बीएसएफ के 55वें स्थापना दिवस पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद रायने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर को बीएसएफ ने सुरक्षित रखा है. राय ने कहा कि दुश्मन को घुसपैठ के लिए कई बार सोचना पड़ेगा.

केंद्रीय गृह राज्य नित्यानंद राय ने कहा, ‘करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर डेरा बाबा नानक बीएसएफ जवानों ने सुरक्षित कर रखा है है। जवानों के प्रयासों के कारण दुश्मनों को किसी घुसपैठ या किसी अपराध को करने से पहले कई बार सोचना पड़ता है.

‘करतारपुर कॉरिडोर को लेकर स्थिति साफ करें इमरान’: सिरसा

नई दिल्ली: 

अकाली दल के नेता और विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने पाकिस्तान (pakistan) के रेल मंत्री शेख रशीद के करतारपुर कॉरिडोर को लेकर बयान की तीखी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि इमरान खान को शेख रशीद के बयान को लेकर स्थिति साफ करनी चाहिए.  सिरसा ने कहा, अगर रशीद का बयान झूठ है तो पीएम इमरान खान को सिख भावनाओं को आघात पहुंचाने के लिए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए 

सिरसा ने ट्वीट करके कहा, मैं प्रधानमंत्री इमरान खान से अपील करता हूं कि वह बयान जारी कर शेख रशीद के बयान के पीछे की मंशा स्पष्ट करें. अगर रशीद झूठ बोल रहे हैं तो सिख भवनाओं को आहत करने के लिए इस बड़ेबोले मंत्री खिलाफ सख्त एक्शन ले.

बता दें पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद ने दावा किया है कि ऐतिहासिक करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के दिमाग की उपज थी और यह भारत के लिए हमेशा के लिए नुकसान करने वाला होगा. रशीद का यह बयान पाक सरकार के उस दावे के उल्ट है जिसमें वह कहती आई है कि करतारपुर कॉरिडोर पीएम इमरान खान की पहल है. 

‘करतारपुर कॉरिडोर सुरक्षित, दुश्मन को कई बार सोचना होगा’

एसएफ के 55वें स्थापना दिवस पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर को बीएसएफ ने सुरक्षित रखा है. राय ने कहा कि दुश्मन को घुसपैठ के लिए कई बार सोचना पड़ेगा.

केंद्रीय गृह राज्य नित्यानंद राय ने कहा, ‘करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर डेरा बाबा नानक बीएसएफ जवानों ने सुरक्षित कर रखा है है। जवानों के प्रयासों के कारण दुश्मनों को किसी घुसपैठ या किसी अपराध को करने से पहले कई बार सोचना पड़ता है.

अंतरिक्ष में भारत का सबसे शक्तिशाली आँख

आज का दिन भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि का दिन है. आज ISRO ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से PSLV-C47 रॉकेट की मदद से. अंतरिक्ष में एक साथ 14 Satellites की कामयाब लॉन्चिंग की है. परिश्रमी और मेहनती लोगों के आंसू उनकी असफलता की निशानी नहीं बल्कि उनकी आने वाली कामयाबी का सबूत होते हैं. करीब दो महीने पहले चंद्रयान Two की असफलता के बाद आपने ISRO के चेयरमैन K Sivan की भावुक तस्वीरें देखी होगी… लेकिन सिर्फ दो महीनों में उसी लगन और मेहनत से K Sivan और ISRO के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है और ये कीर्तिमान है अंतरिक्ष में भारत के सबसे शक्तिशाली कैमरे की सफल लॉन्चिंग.

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

आज PSLV-C47 रॉकेट ने स्वदेशी Cartosat-3 सैटेलाइट के साथ अमेरिका के 13 Nano Satellites को भी अंतरिक्ष में स्थापित किया है. PSLV-C47 रॉकेट श्रीहरिकोटा से आज सुबह 9 बजकर 28 मिनट पर रवाना हुआ और सिर्फ 17 मिनट 38 सेकेंड में इसने Cartosat-3 को अपनी मंजिल तक पहुंचा दिया . लेकिन आज की सबसे बड़ी कामयाबी है. दुश्मनों पर नजर रखने की भारत की क्षमता में बड़ी सफलता. इसलिए आज हम इसके बारे में विस्तार से बात करेंगे.

Cartosat-3… तीसरी पीढ़ी का यानी Third Generation Advanced Earth Observation Satellite है. इसे अंतरिक्ष में 509 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थापित किया गया है. और 1625 किलोग्राम का ये सैटेलाइट अगले 5 वर्षों तक अंतरिक्ष में काम करता रहेगा.

Cartosat Series के Satellite में State-Of-The-Art Camera लगा हुआ है. आसान शब्दों में कहें तो ये Satellite पृथ्वी की कक्षा में मौजूद एक High Tech कैमरे जैसा है. जिसकी मदद से पृथ्वी की बेहद साफ तस्वीरें ली जा सकेंगी.

509 किलोमीटर की ऊंचाई से ये कैमरा 25 सेंटीमीटर आकार की वस्तुओं की साफ तस्वीर ले पाएगा . यानी सैकड़ों किलोमीटर दूर से आपके मोबाइल Tablet की तस्वीर ली जा सकती है. एक उदाहरण से इसे समझिए. दिल्ली से लखनऊ की दूरी करीब 5 सौ किलोमीटर है. और आपकी गाड़ी की नंबर प्लेट का आकार 25 सेंटीमीटर से थोड़ा बड़ा होता है. और ये सैटेलाइट दिल्ली से ही लखनऊ में मौजूद आपकी गाड़ी की नंबर प्लेट की तस्वीर ले सकता है . इसी तरह पृथ्वी पर अगर 1 फीट ऊंची कोई वस्तु है… यानी सीमा पर तैनात दुश्मन का कोई सैनिक… तो Satellite की मदद से उसकी भी साफ तस्वीर मिलेगी.

आज आपके लिए गर्व करने की बात ये भी है कि Cartosat-3 Satellite और इसके कैमरे का निर्माण वैज्ञानिकों ने देश में ही किया है…Cartosat-3 Satellite से ली गई तस्वीरें कैसी दिखेगीं…इसे समझने के लिए हमने ISRO की Website की मदद ली. और इस वक्त आप Cartosat-2 Series के Satellite से ली गई तस्वीरें देख रहे हैं. ये तस्वीर राजस्थान के किशनगढ़ रेलवे स्टेशन की हैं, जिसे 26 जून 2017 को अंतरिक्ष से लिया गया था.

लेकिन Cartosat-3 Satellite की तस्वीर इससे ज्यादा साफ और स्पष्ट होगी… जिसे देखकर किसी इलाके के बारे में पूरी जानकारी मिल पाएगी . जो तस्वीर आप इस वक्त देख रहे हैं… ये एक प्राइवेट कंपनी के Satellite से ली गई तस्वीरें हैं . जिसकी क्षमता Cartosat-3 के बराबर है. यानी ऐसी ही तस्वीर हमारे स्वदेशी Satellite की भी होगी.

Cartosat-3 Satellite इसरो के सबसे मुश्किल Projects में एक रहा है . इसके बारे में आपको बताने के लिए आज हमने अंतरिक्ष विशेषज्ञों से भी बात करके पूरी खबर को आसान भाषा में तैयार किया है . ताकि शक्तिशाली कैमरे वाले इस Satellite के बारे में आपको हर सवाल का जवाब मिल सके.

इन्हीं खूबियों की वजह से ये Satellite भारतीय सेना और सुरक्षाबलों के लिए काफी मददगार है. और इसका इस्तेमाल भारत की पूर्वी और पश्चिमी सीमा के इलाकों में दुश्मनों पर नज़र रखने के लिए भी किया जा सकता है. पिछले 10 वर्षों में Satellite Imaging यानी अंतरिक्ष से तस्वीरें लेने की तकनीक में बड़ा बदलाव हुआ है. अंतरिक्ष से किसी देश की जासूसी करना फायदेमंद है क्योंकि इसके लिए किसी की सीमा में दाखिल होने की जरूरत नहीं होती है.

बताया जाता है कि पृथ्वी की कक्षा में 140 ऐसे Satellites हैं जो दिन रात किसी भी देश की तस्वीरें ले सकते हैं.अमेरिका और रूस के पास ऐसे कई Satellites हैं जो पृथ्वी पर मौजूद किसी कार की License Plate की भी साफ तस्वीर ले सकते हैं . दिसंबर 2018 में चीन ने गाओफेन-4(Gaofen) नामक एक Satellite लॉन्च किया था… जिसमें अंतरिक्ष से तस्वीरें लेने वाला सबसे शक्तिशाली कैमरा होने का दावा किया जाता है

लेकिन ये सर्वश्रेष्ठ कैमरे वाला सबसे बेहतर Satellite नहीं है. अमेरिका और रूस इस तकनीक का इस्तेमाल पिछले करीब 60 वर्षों से कर रहे हैं . और ऐसे Spy Satellite की लॉन्चिंग और तैनाती की खबरों को भी classified यानी गुप्त रखा जाता है . इनके बारे में कोई देश दूसरों को जानकारी नहीं देता है .

आज हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान की चिंता बढ़ गई होगी… क्योंकि, अब आसमान से भारत की आंख… उसकी एक-एक हरकत पर नज़र रखेगी. पाकिस्तान के आतंकवादी और भारत के खिलाफ अभियान चलाने वाले पाकिस्तान के सैनिक इस Satellite की नज़रों से बच नहीं पाएंगे.

Cartosat सीरीज के Satellites वर्ष 2005 से लॉन्च किए जा रहे हैं… और आज लॉन्च किए गए Cartosat-3 सहित पृथ्वी की निगरानी करने वाले… ऐसे 9 उपग्रह अबतक अंतरिक्ष में भेजे गए हैं . Cartosat-3 का इस्तेमाल Urban और Rural Infrastructure Development के अलावा, भौगोलिक स्थिति से जुड़ी जानकारियां हासिल करने के लिए होगा. इसकी मदद से ली गई तस्वीरों के आधार पर शहरों के लिए ज़रुरी Data इकट्ठा किया जाता है. इसलिए आज का दिन ISRO के लिए भी बड़ी कामयाबी का दिन है .

भारत ने PSLV रॉकेट के ज़रिए Satellite छोड़ने के काम में महारत हासिल कर ली है. भारत ये काम दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले बहुत सस्ते दामों में कर पाता है . ये Make In India का एक ऐसा चमत्कार है… जिसे पूरी दुनिया सलाम कर रही है . अब समझिए कि आज इसरो ने क्या नई कामयाबियां हासिल की हैं.

PSLV-C47… Satish Dhawan Space Centre से किया गया 74वां लॉन्च है .इस महत्वपूर्ण Satellite के लिए ISRO ने अपने सबसे भरोसेमंद PSLV सीरीज के रॉकेट का इस्तेमाल किया और ये PSLV की 49वीं उड़ान है. अब PSLV सीरीज में ही ज्यादा ताकतवर रॉकेट बनाए गए हैं जिसका नाम है PSLV-XL..और Cartosat-3 को इसी से लॉन्च किया गया है . ये रॉकेट 1800 किलोग्राम तक के Satellites को अंतरिक्ष में ले जा सकता है. और वर्ष 2019 में ISRO की ये 5वीं सफल लॉन्चिंग है…

श्रीहरिकोटा से लॉन्च किए गए सभी Missions को मिलाएं तो इसरो के कुल 76 में से 68 मिशन सफल रहे हैं और सिर्फ 8 नाकाम हुए हैं. इस हिसाब से ISRO…अब अंतरिक्ष की दुनिया का ऐसा खिलाड़ी है, जिसका Strike Rate 89 प्रतिशत है. अंतरिक्ष में भारत की अपार सफलता के पीछे ISRO के वैज्ञानिकों की काबिलियत और मेहनत का सबसे बड़ा योगदान है. आज का दिन ISRO के हर वैज्ञानिक और उनके परिवार को प्रणाम करने का है. क्योंकि इन्होंने ही दिन रात मेहनत करके दुनिया के मंच पर भारत की शान बढ़ाई है

साभार “DNA”

कार्टोसैट 3 को उसकी कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित

चंद्रयान 2 (Chandrayaan 2) में मिली आंशिक सफलता के बाद इसरो (ISRO) ने बुधवार को एक बार फिर अंतरिक्ष में सफलता का झंडा गाड़ा। देश की सबसे ताकतवर मिलिट्री सैटेलाइट कार्टोसैट-3 (Cartosat-3) 27 नवंबर को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से बुधवार सुबह लॉन्च किया गया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अपने पीएसएलवी-एक्सएल वेरिएंट के साथ 14 उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित करेगा. इसकी मदद से आतंकी गतिविधियों पर भारतीय सेनाएं नजर रख सकेंगी.

नयी दिल्ली(ब्यूरो) : 

देश के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी-सी47) ने बुधवार सुबह कार्टोसैट 3 को उसकी कक्षा में सफलतापूर्वक छोड़ दिया और अमेरिका के 13 वाणिज्यिक छोटे उपग्रहों को भी उनकी निर्धारित कक्षा में स्थापित कर दिया. पीएसएलवी-सी47 को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र शार से बुधवार सुबह 9.28 बजे अंतरिक्ष के लिए छोड़ा गया. इस दौरान आसमान में बादल छाए हुए थे. काटरेसैट-3 उपग्रह उच्च गुणवत्ता की तस्वीरें लेने की क्षमता से लैस तीसरी पीढ़ी का उन्नत उपग्रह है. यह 509 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित कक्षा में 97.5 डिग्री पर स्थापित जाएगा.

सुबह 9.55 तक PSLV-C47 ने सफलतापूर्वक कार्टोसैट 3 अंतरिक्ष यान को कक्षा में स्‍थापित कर दिया. साथ ही अमेरिका के 13 वाणिज्यिक उपग्रह सफलतापूर्वक ऑर्बिट में स्‍थापित कर दिया गया. 

कार्टोसैट 3  की खास बातें..

-पृथ्वी से 509 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्‍थापित किया जाएगा.
-दुनिया का सबसे एडवांस और ताकतवर कैमरा लगा हुआ है.
-हाथ की घड़ी का समय तक देख लेगा कार्टोसैट- 3 सैटेलाइट.
-जमीन पर 0.25 मीटर (9.84इंच) की ऊंचाई तक की तस्‍वीर ले सकता है.
-सीमाओं की निगरानी और आतंकी घुस्‍पैठ राकने में मिलेगी मदद.
-पाकिस्‍तान की नापाक हरकतों और आतंकी गतिविधियों पर नजर रखेगा.
-सभी प्रकार के मौसम में पृथ्वी की तस्‍वीरें लेने में सक्षम.

PUAA to host First Ever Annual Global Alumni Meet

Korel, CHANDIGARH – 27th Nov.

            Panjab University Alumni Association (PUAA), Chandigarh is
hosting first ever 2 day Annual Global Alumni Meet on 28-29, November,
2019 at PU Law Auditorium.

          The Guest of Honours of the event would be Mr. Sunil Arora, Chief Election Commissioner of India and Mia Yen, Consul General of Canada in Chandigarh. The Chief Guest is PU Alumnus and has shown his interest to visit Hostel No. 1, where he was staying for few months. Similarly, there are other Alumni who would be visiting their hostels for a nostalgic trip. Various distinguished Alumni will be honoured at the event.

           Prof. Deepti Gupta, informed that the main objective behind organizing this event is to revive all alumni chapters spread all over India and the ones established overseas. Already 250 confirmations with families have been received from India and 7 countries including US, UK, Canada, Philippines, Singapore, New Zealand and Afghanistan.

          During the two day event, there will be academic interactions apart from cultural and an award ceremony. A separate session on brand building for higher education institutes is being organized and will have presence of Mr. Sandeep Goyal, Advertising Veteran,  and Mr. Harit Nagpal, CEO, Tata Sky.

          Light, Sight and Sound play ‘Sat Guru Nanak Pargatya’ is also being organized to commemorate 550 years of Guru Nanak Dev Ji at Law Auditorium. Lectures by prominent scholars are being planned on the same which is being coordinated by University Institute of Fashion and Technology, PU.

          To mark 100 years of PU Honours School, a special programme of Lanterns and Lights is being organized in the Campus. Similarly, a panel discussion on ‘My Vision of PU 2025’ will have Professor Emeritus and former VCs of PU.

          A special exhibition of rare International Cartoons and Postal Stamps on Mahatma Gandhi by Dr. Surjit K. Dass is already displayed at Gandhi Bhawan to commemorate 150 years of Mahatma Gandhi. This exhibition will be open till 29th November, 2019.

            PU Alumni House and Gandhi Bhawan are decorated with
lights to welcome the Alumni for Global Alumni Meet.

Panjab University hosts British Council’s Study UK Fair

Chandigarh November 22, 2019

Dean International Students Panjab University, Chandigarh has partnered with British Council, the UK’s international organisation for educational opportunities and cultural relations, to bring the latter’s ‘Study UK Fair’ to its students on 25th November from 11:00 a.m. to 4: 00 p. m at Mulk Raj Anand Auditorium, PU. The fair will bring representatives from UK universities to engage directly with the students and address their queries regarding studying in the UK.

 Speaking on the partnership, Prof Nandita Singh Dean International, Panjab University, said, “The current time period – deemed as the research season – is crucial for students contemplating to study abroad. As part of their research, they seek various sources and invest heavily in having all the right information to choose the college/ university that is the best match for the course and career of their choice. Their usual sources of information include online search, educational fairs and counsellor sessions. We are glad to host this fair as this Will help our students to make an informed decision about studying in the UK.”

The UK is a sought-after education destination for Indian students, especially in North India and Punjab. Through British Council’s Study UK Fair, Panjab University seeks to help aspiring students from Chandigarh and neighbouring areas to get the right information directly from the UK universities and to help them find the courses of their choice, areas of interest that are aligned to new opportunities.

Tom Birtwistle, Director North India, British Council,said, “An international education is one of the most significant decisions in the lives of students and their families. It can be one of the best too. We want to help you make the most informed decision possible for your future. That’s why we’re bringing UK universities to Chandigarh – so you can speak directly with representatives to learn about what courses are offered, the style they’re taught in and what experience their institutions can give you. We are delighted to be working with Panjab University to connect UK universities and students in Punjab”

He informed that students, parents, teachers and educationists will be able to get up-to-date information and the right advice pertaining to: 

• Application procedure

• Shortlisting of courses and institutions 

• Scholarships and financial assistance

• Post-study work opportunities

• IELTS 

 For more information, visit:

The British Council is the UK’s international organisation for cultural relations and educational opportunities. We work with over 100 countries in the fields of arts and culture, English language, education and civil society. Last year we reached over 80 million people directly and 791 million people overall including online, broadcasts and publications. We make a positive contribution to the countries we work with – changing lives by creating opportunities, building connections and engendering trust. Founded in 1934 we are a UK charity governed by Royal Charter and a UK public body. We receive a 15 per cent core funding grant from the UK government. britishcouncil.org

पकस्तान ने नीलम घाटी में भारतीय सेना की कार्यवाई की स्वीकारी

इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में इंडियन आर्मी के ऑपरेशन की बात स्वीकार कर ली है. पाकिस्तान ने यह भी माना है कि भारत के हमले में उनके एक सैनिक की मौत हो गई हैं. हालांकि पाकिस्तान ने इंडियन आर्मी पर बिना उकसावे के सीजफायर उल्लंघन का आरोप भी लगाया है. पाकिस्तान ने इल्जाम लगाया है कि भारत ने जुरा, शाहकोट और नौशेरी सेक्टर में बगैर उकसावे के सीजफायर का उल्लंघन किया. 

पाकिस्तान ने यह भी दावा किया है कि उसने 9 भारतीय सैनिकों को मार गिराया जबकि दो भारतीय बंकरों को भी नष्ट कर दिए गए हैं.  पाकिस्तान ने कहा है कि दोनों ओर से हुई गोलीबारी में हमारा 1 सैनिक और 3 नागरिक मारे गए जबकि 2 सैनिक और 5 नागरिक जख्मी हो गए हैं. इंडियन आर्मी ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पीओके की नीलम घाटी स्थित आतंकी ठिकानों को टारगेट बनाया.

भारतीय सेना ने इन ठिकानों पर तोप से हमला किया जिसमें आतंकियों के चार लॉन्चिंग पैड्स नष्ट हो गए. भारतीय सेना की कार्रवाई में पाकिस्तान के 4-5 सैनिक भी मारे गए हैं. इंडियन आर्मी ने यह कार्रवाई पाकिस्तान द्वारा किए लगातार किए जा रहे सीजफायर उल्लंघन और आतंकी घुसपैठ के जवाब में की है.

सेना ने बड़ी कार्यवाही में POK स्थित 4 आतंकी लॉंचपैड तबाह किए 4-5 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की भी खबर है

पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रही घुसपैठ की कोशिशों के बीच भारतीय सेना ने बड़ी कार्यवाही की है मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सेना ने जवाबी कार्यवाही में पीओके में आतंकियों के कई अड्डे तबाह कर दिए हैं तो उसे गोला बारूद दागे गए हैं जिसमें आतंकी कैंपों को बड़ा नुकसान हुआ है वहीं इस हमले में 4 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत की भी खबर है इसके अलावा नीलम घाटी में 4 आतंकी लांचपैड्स को भी तबाह कर दिया गया है हालांकि अधिकारिक रूप से फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं की गई है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पिछले काफी समय से पाकिस्तानी आर्मी आतंकियों की भारत में घुसपैठ की कोशिशों में मदद कर रही थी इन्हीं सब गतिविधियों को देखते हुए भारतीय सेना ने बड़ी कार्यवाही की और पीओके में स्थित आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया पीओके के नीलम घाटी में चल रहे आतंकी ठिकानों पर किए गए हमलों में करीब चार पांच पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की खबर है इसके साथ ही भारतीय सेना ने 4 लॉन्चिंग पैड भी तोबा कर दिए हैं भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर की गई भारतीय वायु सेना की एयर स्ट्राइक के बाद यह तीसरा सबसे बड़ी कार्यवाही मानी जा रही है आतंकी कैंपों को निशाना बनाते हुए जोरदार हमले किए गए हैं बताया जा रहा है कि इंडियन आर्मी ने आतंकी शिविर को नष्ट करने के लिए आर्टिलरी गन का इस्तेमाल किया है।

बता दें भारतीय सेना की तरफ से यह कदम ऐसे समय में उठाया गया जब रविवार को ही संग भाड़ में पाकिस्तान आर्मी ने सीजफायर का उल्लंघन किया था इस दौरान ही भारी गोलाबारी में 2 जवान शहीद हो गए और एक आम नागरिक भी मारा गया इसके अलावा इस घटना में कई आम नागरिकों के घायल होने की भी खबर थी इस दौरान स्थानीय लोगों की संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा था बताया जा रहा था कि पाकिस्तान आर्मी आतंकवादी कि भारत में घुसन��

2019 में सीजफायर उल्लंघन में हुई बढ़ोतरी

पाकिस्तान की ओर से बीते पांच वर्षो में 2019 में संघर्ष विराम उल्लंघन (Ceasefire Violation) की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है. इस वर्ष आज की तारीख में संघर्ष विराम उल्लंघन की 2300 से ज्यादा घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं. जबकि वर्ष 2018 में इसकी संख्या 1629 थी.

भारतीय सेना के अनुसार, संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में बढ़ोतरी आतंकवादियों को जम्मू एवं कश्मीर में घुसपैठ कराने के उद्देश्य से हुई है. खुफिया रिपोर्ट से पता चला है कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा के पास रखा गया है, ताकि मौका मिलते ही वे भारतीय सीमा में प्रवेश कर सकें.

PU Faculty awarded

Chandigarh October 18, 2019

Dr. Tanzeer Kaur, Assistant Professor, Department of Biophysics, Panjab University, Chandigarh has been awarded a research grant of Rs. 36 lakhs by Indian Council of Medical Research (ICMR). The project will be co-investigated by Dr. Neelima Dhingra, Assistant Professor, University Institute of Pharmaceutical Sciences(UIPS).

The project will be based on targeting and finding a vital treatment for Parkinson’s Disease (PD) by exploring the potential of novel drug therapies. PD is an old age disorder and is affecting a wider section of population in India. The individuals suffering from PD looses their control over the movement and currently numerous research has been going to treat the disease. The current project will advance the development, design and validation process of novel drugs against PD.

Dr. Tanzeer Kaur was chosen among the faculties of PU and awarded a research sum of Rs. 50,000 under DST-PURSE as a part of incentive grant program in the year 2018. 

मलेशिया के साथ व्यापारिक सम्बन्धों पर विराम: सॉल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन

कश्मीर मामले पर मलेशिया ने भारत से ली टक्कर, भारतीय व्यापारियों ने बंद कर दी बोलती
कश्मीर मसले पर भारत विरोधी बयान को लेकर देश के तेल कारोबारी मलेशिया से नाराज हैं.

नई दिल्ली। 

कश्मीर मसले को लेकर मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोम्मद द्वारा भारत की आलोचना से नाराज भारतीय कारोबारियों ने मलेशिया से पाम तेल आयात के नए सौदे करना बंद कर दिया है। हालांकि भारत सरकार ने इस दिशा में अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है, लेकिन घरेलू खाद्य तेल उद्योग ने मलेशिया को कड़ा जवाब देना शुरू कर दिया है। खाद्य तेल उद्योग संगठन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि देश पहले आता है और कारोबारी संबंध बाद में। कश्मीर मसले पर भारत विरोधी बयान को लेकर देश के तेल कारोबारी मलेशिया से नाराज हैं, इसलिए उन्होंने अगले महीने के लिए होने वाले पाम तेल आयात के सौदों को रोक दिया है।

सॉल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन के कार्यकारी निदेशक डॉ. बी.वी मेहता ने कहा कि हमारे देश देश पहले आता है और कारोबारी संबंध बाद में। मलेशिया से पाम तेल आयात करना हमारी मजबूरी भी नहीं है, क्योंकि मलेशिया की जगह इंडोनेशिया से पाम तेल आयात के हमारे विकल्प खुले हुए हैं। मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का मसला उठाते हुए कहा था कि जम्मू-कश्मीर मसले पर संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव लाए जाने के बावजूद भारत ने उस पर आक्रमण कर उसे अपने कब्जे में कर लिया। उन्होंने कहा, भारत की इस कार्रवाई की भले ही कोई वजह रही हो लेकिन यह गलत है।

भारत को पाकिस्तान के साथ मिलकर समस्या का समाधान करना चाहिए। डॉ. मेहता ने कहा कि भारत मलेशिया के पाम तेल का सबसे बड़ा खरीदार है और हम सालाना 30 लाख टन से ज्यादा पाम मलेशिया से आयात करते हैं, लेकिन मलेशिया से आयात रुकने से हमारे ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है क्योंकि हम इसके बदले इंडोनेशिया से पाम आयात कर सकते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि संभव है कि सरकार भी इस दिशा में कदम उठाए और आयात शुल्क बढ़ाकर या कोटा निार्धारित करके मलेशिया से पाम तेल आयात पर प्रतिबंध लगाए, लेकिन सरकार को यह देखना होगा कि फैसले से विश्व व्यापार संगठन द्वारा तय नियमों का उल्लंघन न हो। खाद्य तेल बाजार विशेषज्ञ मुंबई के सलील जैन ने बताया कि बाजार में इस बात पर पहले से ही चर्चा चल रही है कि सरकार मलेशिया से तेल आयात पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में कदम उठा सकती है।