संसद सत्र शुरू होते ही दीपेन्द्र हुड्डा ने अग्निपथ योजना के खिलाफ पेश किया कामरोको प्रस्ताव

  •          नियम 267 के तहत दीपेन्द्र हुड्डा के कार्य स्थगन प्रस्ताव को राज्य सभा के सभापति ने अस्वीकार किया
  •          जब तक सरकार अग्निपथ योजना वापस नहीं करती, संसद में और संसद के बाहर लड़ाई जारी रहेगी – दीपेन्द्र हुड्डा
  •          कोरोना की आड़ में सेना में खाली पड़े करीब 2 लाख पदों पर 3 साल से बंद भर्ती शुरू हो– दीपेन्द्र हुड्डा

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 18 जुलाई, 2022: 

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज संसद का मानसून सत्र शुरू होते ही अग्निपथ योजना के खिलाफ राज्य सभा में नियम 267 के तहत कार्य-स्थगन प्रस्ताव पेशकर चर्चा कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना से पूरे देश के युवाओं में अपने भविष्य को लेकर भ्रम और चिंता की स्थिति है और उनमें काफी रोष है। इसलिये सरकार सारा काम रोककर इस अति महत्तवपूर्ण विषय पर तुंरत विस्तार से चर्चा कराए। दीपेन्द्र हुड्डा के कार्य स्थगन प्रस्ताव को राज्य सभा के सभापति ने अस्वीकार कर दिया और इसके बाद पूरे दिन के लिए सदन की कार्रवाई स्थगित हो गई। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि जब तक सरकार अग्निपथ योजना वापस नहीं करती, संसद में और संसद के बाहर लड़ाई जारी रहेगी।

अपने नोटिस में सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि पिछले दिनों केंद्र सरकार बिना किसी चर्चा और विचार-विमर्श के मनमाने ढंग से देश भर में अग्निपथ योजना को लागू कर दिया। सरकार ने इस योजना का जल्दबाजी में क्रियान्वयन कर देश भर के युवाओं को दुविधा और भ्रम की स्थिति में धकेल दिया। देश के कई हिस्सों में इस योजना के खिलाफ व्यापक विरोध-प्रदर्शन देखा गया। अग्निपथ योजना न देशहित में है, न देश सुरक्षा के, न ही युवाओं के भविष्य के हित में है। सरकार ने कोरोना की आड़ में पिछले 3 वर्षों से सेना में भर्ती नहीं की। उन्होंने मांग करी कि अग्निपथ योजना तुरंत रद्द कर सरकार देश के युवाओं से माफ़ी माँगे और और सेना में खाली पड़े अधिकारी व गैर-अधिकारी वर्ग के करीब 2 लाख पदों पर 3 साल से बंद पड़ी भर्ती को तुरंत खोले।

साप्ताहिक संगीतमय विश्वकर्मा महापुराण कथा का आयोजन

  • वामन भगवान की कथा सुनकर श्रद्धालुओं को किया भाव विभोर, भगवान वामन अद्धभुत झांकी ने श्रद्धालुओं के बीच आकर्षक बिंदु
  • 13 जुलाई की मंदिर में हवन के उपरांत सम्पन्न होगा श्री विश्वकर्मा महापुराण कथा, गुरुपूर्णिमा में होगी विधि विधान के साथ पूजा

चंडीगढ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 12 जुलाई 2022 : 

गुरु पूर्णिमा के अवसर पर रामदरबार  स्थित श्री विश्वकर्मा मंदिर में में चल रही साप्ताहिक संगीतमय श्री विश्वकर्मा महापुराण कथा में कथा व्यास श्री विश्वकर्मा दास दर्शन धीमान ने भगवान विश्वकर्मा जी के वामन भगवान की कथा सुनाई। और भगवान के भजनों को गाकर  श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।

इस अवसर पर वामन भगवान की सुंदर झांकी उपस्थित श्रद्धालुओं को दिखाई गई, जिसने सभी की आकर्षित किया या यूं कहें वामन भगवान की झांकी कथा की बीच आकर्षण का केंद्र बनी रही। इस अवसर पर मधुर भजन गाए गए और भगवान का गुणगान किया गया।

कथा व्यास श्री विश्वकर्मा दास दर्शन धीमान ने इस अवसर पर वामन भगवान की कथा का श्रवण करवाते हुए श्रद्धालुओं को बताया कि समुंद्रमंथन से निकले अमृत को पीकर देवों ने दैत्यराज बली से युद्धकर अपना स्वर्ग जब वापिस पा लिया तब दैत्यराज बली ने अपने गुरु शुक्राचार्य जी की सेवाकर उनके आशीर्वाद से बिना युद्ध करे आदिनारायणविश्वकर्मा जी की भक्ति से एक महान यज्ञ किया जिसकी पवित्र आहुतियों की सुगंध ने पाताल पृथ्वी व सातो आकाश को मोहित कर दिया और स्वर्ग का शासन पाया तब देवों को दुबारा स्वर्ग दिलाने के लिये देवमाता आदिति ने पयोव्रत से अपने गर्भ से वामन भगवान को जन्म दिया जो एक ब्रह्मण के रूप में राजा बली के यज्ञ में दान मांगने गये जहां राजा बली ने उनकी इच्छानुसार तीन पग भूमि दान देने का वचन दिया , तो वामन भगवान अपना विराट रूप धारण कर अपने दो पग में ही बली का सारा राज्य नाप लिया, तब भगवन ने कहा मैं अपना तीसरा पग कहां रखूं तब राजा बली ने कहा प्रभु जी ये मेरा शरीर आपका ही दिया है आप अपना तीसरा पग मेरे सिर पर रख दो, बली का समर्पण देख प्रभु ने कहा तू मेरा परमभक्त है मैं तुम्हें सुतललोक देता हुं इस प्रकार दैत्यकुल में जन्म लेकर बली प्रभु का परम भक्त हुआ ओर  भक्ति  के फलस्वरूप उसने विश्व रचियता भगवान विश्वकर्मा जी द्वारा बनाया स्वर्ग से भी सुदंर सुतल लोक को प्राप्त कर भगवान का प्यारा हुआ। उन्होंने बताया कि यह कथा संदेश देती जब एक दैत्य भगवान को सब कुछ अर्पित कर सकता है तो क्या हम मानव होकर भगवान को सम्पर्ण नहीं कर सकते।

इस अवसर पर मंदिर के प्रधान रामजी दास ने बताया कि 13 जुलाई  को मंदिर में 10 बजे सुबह भव्य हवन किया जाएगा। तथा पूर्णाहुति के बाद कथा संम्पन्न होगी। जिसके उपरांत विशाल भंडारा किया जाएगा। 

Kids Fashion Show of Glorify Int’l & Rhythm of Dance Academy held 

  • Kids Fashion Show of Glorify Int’l & Rhythm of Dance Academy held 

Chandigarh Correspondent, Demokratic Front, Chandigarh – July 11 :

A Kids Fashion Show was held here at Mahatma Gandhi State Institute of Public Administration, Sector 26, Chandigarh under the aegis of Glorify International and Rhythm Of Dance Academy. 

The winners of the fashion show were announced as follows: (Fashion girls sub-junior) Rayna Arora, Drishti, Roma Singh. (Fashion boys sub-junior) Ishmeet, Paras. (Dance sub-junior) Divjas Kaur, Ramanjot Singh, Sanveer. (Dance junior) Ananya Malik, Ridhima Manchanda, Disha Barman and Yadavi Nanda. (Fashion girls junior) Yadavi Nanda, Kanishka, Jinia Luthra. (Fashion boys junior) Kairav Chopra, Tanmay Thareja, Shivam. 

One of the organizers, Mrs Sanam Gill said, “A cash prize money of Rs 12,000 was distributed amongst the winners. The main attractions of the show were Ramp walk, Dance Masti, Sashe and Medals, Photo shoot and few other things.”

Mrs Vandana Pathak and Mr Dinesh Sardana, co-organisers, said, “The motive behind this programme was to provide a platform for the children to have fun, where they also enjoyed the ramp walk and dance as well.” 

Sonia Manchanda, President (Punjab), Rashtriya Mahila Jagrati Manch, and Riti Bhardwaj, Vice President, announced to give a cash prize of Rs 1100 to the winner boy.

The chief guest of the programme was Suresh Garg, state president of Akhil Bharatiya Aggarwal Sangathan. Face of The Glorify Shelly Taneja, Brand Ambassadors Manpreet Walia and Yelena Walia also graced the occasion. The jury members included Preeti Walia (Super Jury), Suparna Barman, Shalu Gupta, Master Mak, Arun,  VIP Guest Shivani Chawla and Celebrity Guest Preeti Chawla.

The programme was sponsored and supported by Black Securities, SDS Photography, Media Mantraa PR, Monika Creations, Gurudev Creations, The Visa Hub, Ashutosh DK from Raah Production, Palak from Beauty Glitz, Preeti Arora Entertainment, Anchor Vikram, Kritika Goswami, Sethi Dhaba and Exotic Models.

‘मेरी याददाश्‍त चली गई है’, सत्‍येंद्र जैन ने ED के सवालों पर द‍िया ये जवाब

साल 2017 में आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत सत्येंद्र जैन के खिलाफ FIR दर्ज की थी। इसी शिकायत के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने AAP नेता के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। जाँच एजेंसी ने ये आरोप लगाया था कि जैन चार कंपनियों से मिली फंडिंग के स्त्रोत के बारे में नहीं बता सके थे, जबकि वो उसमें शेयर होल्डर थे। इन कंपनियों ने कथित तौर पर 2010 से 2014 तक 16.39 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की थी।

  • धन शोधन मामले में मंत्री सत्येंद्र जैन और करीबियों पर मामला दर्ज
  • ईडी ने छानबीन के दौरान कैश और सोना बरामद किया था
  • ईडी के सामने बोले जैन, कोरोना के कारण मेरी याददाश्त ही चली गई

नयी दिल्ली(ब्यूरो) डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली :

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका पर अपना आदेश मंगलवार को सुरक्षित रख लिया। जैन को मनी लॉड्रिंग के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया है। विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने ईडी के साथ ही जैन की दलीलों को सुनने के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है। एजेंसी ने धन शोधन रोकथाम कानून की आपराधिक धाराओं के तहत जैन को हिरासत में लिया था, वह अभी न्यायिक हिरासत में हैं।

सुनवाई के दौरान ईडी ने बताया कि एक सवाल पूछे जाने के दौरान सत्येन्द्र जैन ने कहा कि उन्हें कोरोना हुआ था और इसके कारण उनकी याददाश्त चली गई। हवाला से जुड़े कुछ कागजातों के सम्बन्ध में सत्येन्द्र जैन से ईडी सवाल कर रही थी। ईडी ने बताया कि सत्येंद्र जैन से कुछ कागजात के बारे में सवाल किए गए थे। जैसे हवाला से पैसा पाने वाले ट्रस्ट से सत्येंद्र जैन का क्या कनेक्शन है, वे उसके मेंबर क्यों हैं?

कोर्ट में सत्येंद्र जैन के वकील हरिहरन पेश हुए थे। उन्होंने उन पॉइंट्स के बारे में अपनी दलीलें पेश की हैं, जिन बिंदुओं की वजह से जमानत न मिलने का डर है। वकील ने कहा कि जैन के देश छोड़ने का डर, सबूतों को नष्ट करने और गवाहों को धमकाने की बात कही जा रही है, लेकिन मामले की जांच के दौरान सत्येंद्र जैन विदेश गए थे और वापस भी आए थे।

कोर्ट से वकील ने कहा कि इस मामले की जांच 2018 से चल रही है और आज तक किसी भी गवाह को किसी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाया गया है और न ही धमकाया गया है। यहां तक की जांच कर रही एजेंसियों ने सभी गवाहों के बयान पहले ही रिकॉर्ड कर चुकी हैं।

सबूत नष्ट करने वाले पॉइंट पर वकील ने कहा कि सभी सबूत डॉक्यूमेंट में हैं और सभी एजेंसी के पास हैं, जिनसे छेड़छाड़ बिल्कुल नहीं की जा सकती है।

दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने आम आदमी पार्टी (आआपा) के नेता सत्येंद्र कुमार जैन को सोमवार (13 जून, 2022) को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। प्रवर्तन निदेशालय ने जैन को 30 मई की रात को गिरफ्तार किया था। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering Case) का आरोप है। 

उल्लेखनीय है कि 6 जून को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ‘आम आदमी पार्टी’ नेता के घर सहित उनके 7 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी ने 2.82 करोड़ रुपए की अघोषित नकदी व 1.80 किग्रा सोना बरामद किया था। इसके बाद ईडी ने 9 जून को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जैन को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया था। ईडी ने दावा किया था कि केजरीवाल के मंत्री सत्येंद्र जैन ने पत्नी और बेटियों के नाम पर 16 करोड़ की धोखाधड़ी की है।

गौरतलब है कि साल 2017 में आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत सत्येंद्र जैन के खिलाफ FIR दर्ज की थी। इसी शिकायत के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने आम आदमी पार्टी (आआपा) नेता के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। जाँच एजेंसी ने ये आरोप लगाया था कि जैन चार कंपनियों से मिली फंडिंग के स्त्रोत के बारे में नहीं बता सके थे, जबकि वो उसमें शेयर होल्डर थे। इन कंपनियों ने कथित तौर पर 2010 से 2014 तक 16.39 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की थी।

वेरका समेत 4 पूर्व कांग्रेसी मंत्री और मोहाली के मेयर भाजपा में शामिल

राजा का दावा है कि सुनील जाखड़ राज्यसभा का टिकट हासिल करना चाहते हैं। अमरिंदर सिंह ने कहा, ”इस साल हुए विधानसभा चुनाव ने बहुत कुछ बदल दिया है। कितने बड़े नेता हार गए हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आपने कितनी बार चुनाव जीता है। जो नेता काम करते हैं सिर्फ वही अपनी पकड़ जनता के बीच बनाए रखने में कामयाब रहे हैं।” अमरिंदर सिंह राजा ने आगे कहा, ”सुनील जाखड़ पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे हैं। उनको कैंपेन कमेटी का चीफ बनाया गया. टिकट बंटवारे में वो स्क्रीनिंग कमेटी के मेंबर रहे। लेकिन उन्होंने इसलिए कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन की क्योंकि उन्हें सीएम नहीं बनाया गया।” राजा वडिंग ने कहा,” काँग्रेस के कुछ सीनियर नेताओं ने ताकत और मंत्रिपद का लुत्फ उठाया। वह भाजपा में शामिल हो रहे हैं। वह अमित शाह से मिलने जा रहजे हजाइओन। वह चाहते हैं की पंजाब में पैदा हुए हालात से ध्यान हटा कर इस तरफ लगा दिया जाए। जो जाना चाहते हैं, कह चले जाएँ, लेकिन डोला पैन न करें। वह मूसे वाला से ध्यान हटा कर फोकस अपनी ओर करना चाहते हैं।“

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :  

पंजाब कांग्रेस की हालत गुजरात कांग्रेस की तरह हो चली है, जहां बीते पांच साल में एक दर्जन से ज्यादा विधायकों सहित पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। बीते शुक्रवार को कहा जा रहा था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री राजकुमार वेरका भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं, लेकिन उनका जाना तो तय ही है, साथ में कई बड़े नेताओं के भी शामिल होने की संभावना है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस के जो नेता अब भाजपा में शामिल हो सकते हैं, उनमें बलबीर सिद्धू, गुरप्रीत कांगड़ और श्याम सुंदर अरोड़ा भी शामिल हैं। इन नेताओं की हाल ही में भाजपा में शामिल हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ के साथ एक अहम बैठक हुई है।

चंडीगढ़ में भाजपा के कार्यक्रम में मौजूद पूर्व मंत्री राजकुमार वेरका, गुरप्रीत कांगड़, बलबीर सिद्धू, शाम सुंदर अरोड़ा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के चंडीगढ़ दौरे ने पंजाब कांग्रेस में खलबली मचा दी है। पंजाब के 4 पूर्व कांग्रेसी मंत्री भाजपा में शामिल हो गए हैं। इनमें राजकुमार वेरका, शाम सुंदर अरोड़ा, गुरप्रीत कांगड़ और बलबीर सिद्धू शामिल हैं। इनके अलावा महिंदर कौर जोश और केवल ढिल्लो ने भी भाजपा जॉइन कर ली है। मोहाली से नगर निगम के मेयर अमरजीत सिंह ने भी भाजपा जॉइन कर ली है। बठिंडा से अकाली दल नेता रहे सरूप चंद सिंगला ने भी भाजपा जॉइन कर ली है। जल्द ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इन्हें भाजपा की प्राथमिक सदस्यता दिलाएंगे।

पहले यह भी अटकलें लगाई जा रही थी कि पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने इस बात को नकार दिया है, जबकि पूर्व मंत्री राजकुमार वेरका ने भाजपा में जाने से पहले अपने ट्विटर अकाउंट से कांग्रेस वाला अपना प्रोफाइल हटा दिया है। इसलिए उनका भाजपा में शामिल होना सुनिश्चित हो चुका है। इसके अलावा कांग्रेस नेता केवल सिंह ढिल्लों ने भी भाजपा में जाने के लिए कमर कस ली है।

पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी रहे राजकुमार वेरका लंबे समय से अपने स्तर पर कांग्रेस पार्टी के लिए बयान जारी कर रहे थे। बीते 27 मई को उन्होंने कांग्रेस हाईकमान पर हमला बोला था। उन्होंने कांग्रेस हाईकान को मूक दर्शक और तमाशबीन बताया था।

वेरका का यह बयान तब आया था जब पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से अपील की थी कि उन्हें कैप्टन से पूछताछ कर कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान रेत-बजरी की काम करने वाले कांग्रेसी नेताओं की लिस्ट हासिल करनी चाहिए और उस पर कार्रवाई करनी चाहिए।

इस पर कैप्टन ने कहा था कि मुख्यमंत्री भगवंत मान अगर उनसे लिस्ट मांगेगे तो वह उन्हें मुहैया करवा देंगे। रंधावा के इस बयान से कांग्रेस पार्टी में खासी खलबली मच गई थी। कई नेताओं की जान सांसत में आ गई थी कि अगर कहीं कैप्टन ने मुख्यमंत्री को लिस्ट दे दी तो उनकी परेशानी बढ़ जाएगी।

इसी प्रतिक्रम में राजकुमार वेरका द्वारा हाईकमान को मूकदर्शक और तमाशबीन बताए जाने के बाद से ही यह संकेत मिलने लगे थे कि वह भी कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह सकते हैं। हालांकि वेरका ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने की अभी पुष्टि नहीं की है, लेकिन उनके करीबी सूत्र बताते हैं कि वह एक दो दिनों में ही भाजपा ज्वाइन कर सकते है।

वेरका अगर भाजपा ज्वाइन करते हैं तो वह कांग्रेस पांचवें बड़े नेता होंगे, क्योंकि इससे पहले सुनील जाखड़, राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी, फतेह जंग बाजवा, मोगा से डा. हरजोत कांग्रेस को छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं। वहीं, ओपी सोनी को लेकर जिस प्रकार से चर्चा गर्म है। उसे देखते हुए लगता है कि आने वाले दिनों में ओपी सोनी भी कांग्रेस को झटका दे सकते हैं।

अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग

इसकी भनक मिलते ही पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि कांग्रेस के कुछ सीनियर नेताओं ने ताकत और मंत्री पद का लुत्फ उठाया। वह भाजपा जॉइन कर रहे हैं। वह अमित शाह से मिलने जा रहे हैं। वह चाहते हैं कि पंजाब में पैदा हुए हालात से ध्यान हटाकर इस तरफ लगा दिया जाए। जो जाना चाहता है, वह चला जाए। वह मूसेवाला से ध्यान हटाकर फोकस खुद पर करना चाहते हैं।

भाजपा के महासचिव तरूण चुघ ने कहा कि यह तो सिर्फ ट्रेलर है। असली पिक्चर अभी बाकी है। उन्होंने इशारा किया कि कांग्रेस के कई और दिग्गज भाजपा में शामिल होंगे। चुघ ने कहा कि कांग्रेस से लोगों का विश्वास उठ चुका है। आम आदमी पार्टी का काम भी लोग देख रहे हैं। इसलिए पंजाब के भले के लिए लोगों की आस अब भाजपा पर टिकी है। भाजपा उनकी उम्मीदों पर जरूर खरा उतरेगी।

रक्त दाताओं को रक्तदान कर सामाजिक भलाई के लिए बधाई: पार्थ गुप्ता

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली, यमुनानगर :


राजकीय महाविद्यालय छछरौली की एनएसएस यूनिट द्वारा व शिव कांवड़ संघ चैरिटेबल ट्रस्ट पूरे महाविद्यालय परिवार के सहयोग से एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया । यह रक्तदान शिविर महाविद्यालय की प्राचार्या बलजीत कौर की अध्यक्षता में संपन्न हुआ । रक्तदान शिविर का उदघाटन माननीय जिला उपायुक्त  यमुनानगर पार्थ गुप्ता के कर कमलों द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य बलजीत कौर ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ भेंट करके किया । उन्होंने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए महाविद्यालय में उनके आगमन पर उनका धन्यवाद किया तथा सभी अतिथिगणों एवं विद्यार्थियों को रक्तदान करने के लिए तथा सेवाएं देने के लिए भी धन्यवाद किया ।

मुख्य अतिथि जिला उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने अपने संबोधन में सभी रक्तदाताओं को सामाजिक भलाई के इस पुनित कार्य में सहयोग करने के लिए बधाई दी और कहा कि रक्तदान एक महादान है। उन्होंने अपने संबोधन में विधार्थियों को सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने का भी आग्रह किया । मुख्य अतिथि के भाषण के उपरांत महाविद्यालय की प्राचार्या , शिविर के समन्वयक डॉ संजीव कुमार , संयोजक प्रो. राजवीर, सह-संयोजक डॉ रूचिका वधवा, शिविर सलाहकार प्रो. अशोक बंसल ने एक स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया ।

कार्यक्रम के मुख्य संयोजक एनएसएस यूनिट के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. राजवीर ने महाविद्यालय की रक्तदान संबंधित रिपोर्ट प्रस्तुत की और बताया कि यहां से प्रेरित होकर विधार्थी अपने गांव में भी रक्तदान शिविर आयोजित करवाते हैं । शिविर के समन्वयक डॉ संजीव कुमार ने मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का महाविद्यालय परिवार की ओर से धन्यवाद करते हुए सभी का आभार व्यक्त किया ।

राजकीय महाविद्यालय अहडवाला, बिलासपुर से प्राचार्य डॉ सुनील तनेजा, डॉ रमेश धारीवाल, प्रो.मोहेन्द्र, प्रो. अमित कुमार, अनिल गोयल, प्रो. अजय रत्न, आईटीआई के प्राचार्य डॉ शिव दयाल, भाजपा नेता व समाजसेवी गुलशन अरोड़ा, कपिल मनीष गर्ग , जिला रेड क्रास सोसायटी यमुनानगर से रंगा व शिवपाल आदि उपस्थित रहे ।

प्रो. अशोक बंसल व डॉ रूचिका वधवा ने मंच के‌ सूत्रधार की भूमिका का सफलतापूर्वक निर्वहन किया। इस रक्तदान शिविर में पीजीआई चंडीगढ़ की टीम द्वारा शिव कांवड़ महासंघ चैरिटेबल ट्रस्ट, पंचकूला के सहयोग से 140 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया । यह चैरिटेबल ट्रस्ट अपनी सेवाओं के लिए बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी अंकित है ।

इस अवसर पर उपायुक्त यमुनानगर के दिशा निर्देशानुसार राजकीय महाविद्यालय छछरौली द्वारा ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों पर तैयार की गई डाक्यूमेंट्री का भी उद्घाटन किया । प्रो. रजनी गोयल व प्रवीन कुमार ने पीजीआई चंडीगढ़ के डॉक्टर की टीम के साथ समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया । इस अवसर पर  महाविद्यालय के सभी स्टाफ सदस्यों का विशेष योगदान रहा ।

राजकीय स्कूल में छात्राओं को वितरित की गई ब्यूटी एंड वेलनेस किट

पवनशर्मा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सिरसा  :   

उपमंडल के गांव मंगियाना स्थित राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल में शनिवार को केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना स्किल इंडिया के तहत वोकेशनल टीचर सुशीला ढाका के मार्गदर्शन में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में स्कूली छात्राओं को ब्यूटी एंड वेलनेस की टूल किट्स वितरित की गई। कार्यक्रम में SMC प्रधान हरमेल सिंह , सरदार मोहन सिंह, सरदार भरपूर सिंह, श्री जगसीर सिंह, श्री इकबाल सिंह मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर छात्राओं के माता-पिता ने शिरकत की। स्कूल इंचार्ज श्री आनंद कुमार ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि स्कूली स्तर पर छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ दूसरे कौशल की जानकारी देने के लिए ब्यूटी एंड वेलनेस किट उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने बताया कि आज 28 छात्राओं को ये किट भेंट की गई हैं। जिनमें दसवीं की 13 एवं बाहरवी की 15 छात्राएं शामिल हैं। मंच संचालक श्री पवन जी ने तथा प्राइमरी हैड प्रेम जी ने छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि कौशल आधारित टूल किट मिलने और अनुभव हासिल कर स्कूल से निकलते ही छात्राएं अपने पैरों पर खड़ी हो सकती हैं। इस कार्यक्रम को स्काउट मास्टर अंकुर सचदेवा तथा उनके स्काउट्स ने बड़े ही अच्छे ढंग से आयोजित किया। कार्यक्रम के अंत में पीजीटी देवेंद्र जी तथा क्लर्क कैलाश शास्त्री जी ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। इस मौके पर सभी स्टॉफ सदस्य मौजूद रहे।

डिजीटल इंडिया प्लेटफार्म की दिशा में हरियाणा की एक और पहल- कंवर पाल

डिजीटल लर्निंग के तहत ई-लेट्स एजुकेशन इनोवेशन समिट का आयोजन

देश भर के शिक्षाविदों ने लिया भाग

शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने शिक्षा विभाग की इस पहल के लिए की सराहना

पंचकूला, 27 मई  – प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के डिजीटल इंडिया प्लेटफार्म को आगे बढाने की दिशा में हरियाणा ने एक और पहल करते हुए आज पंचकूला में राष्ट्र स्तरीय डिजीटल लर्निंग ई-लेट्स एजुकेशन इनोवेशन समिट का आयोजन कर कोविड के बाद अध्यापन व अध्ययन में सूचना प्रोद्यौगिकी के महत्व के पहलुओं पर चर्चा की।

हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने समिट का उदघाटन करने उपरांत कहा कि शिक्षा विभाग के साथ-साथ इस समिट में अन्य हितधारक भी सहयोग के लिए बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि कोविड के बाद हर प्रदेश अपने अध्यापन व अध्ययन के तौर-तरीकों पर अलग-अलग तरह से कार्य कर रहे हैं और हमें एक-दूसरे से अलग-अलग जानकारियां प्राप्त होंगी। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल स्वयं आईटी के जानकार हैं और कई मामलों में वे अनूठी पहल कर चुके हैं जिसकी देशभर में चर्चा हुई है।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि हाल ही में 5 मई को मुख्यमंत्री के कर कमलों से 10वीं से 12वीं तक के सरकारी स्कूलों के छात्रों व अध्यापकों को टैबलेट वितरण की शुरूआत की थी और अब तक 3 लाख से अधिक टैबलेट वितरित किए जा चुके हैं तथा 10वीं कक्षा के परिणाम आने के बाद फिर टैबलेट वितरण का कार्य किया जाएगा। स्कूल के बच्चों को आईटी के टूल किट भी वितरित किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के बच्चे किसी भी दृष्टि से कमजोर न रहें, इस दिशा में कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। आज बड़े-बड़े नामी-गिनामी निजी स्कूलों से भी बच्चे हरियाणा के सरकारी स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं। संस्कृति मॉडल स्कूल एक अच्छा प्रयास है, इससे शिक्षा की गुणवत्ता में और अधिक सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि आज की कार्यशाला में जारी की गई डिजीटल लर्निंग की पुस्तिका एक उपयोगी दस्तावेज है, जिसमें विश्व भर में हो रहे शिक्षा परिवर्तनों की जानकारी दी गई है। नई शिक्षा नीति 2020 को देश में सबसे पहले क्रियान्वित करने की हरियाणा ने पहल की है और कहीं न कहीं आज का समिट भी उसी का हिस्सा है। आशा है कि दिन भर की चर्चा के बाद शिक्षा विशेषज्ञ अच्छे सुझाव देंगे और उन्हें शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में शामिल किया जाएगा।

शिक्षा मंत्री ने डिजीटल लर्निंग सोल्यूशन, डिजीटल क्लासरूम सोल्यूशन, डिजीटल बोर्ड सोल्यूशन, डिजीटल लैंगवेज लैब सोल्यूशन, सेक्योरिटी एण्ड सर्विलांस सोल्यूशन, स्कूलनैट, लर्निंग फॉर लाईट पर लगाई गई ई-एक्पो का अवलोकन भी किया।
विद्यालय शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. महावीर सिंह ने हरियाणा द्वारा अध्यापन कार्य में आईटी के अधिक से अधिक प्रयोग के बार जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार कोविड के दौरान शिक्षा विभाग को जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा, वह अन्य किसी विभाग को नहीं करना पड़ा क्योंकि विद्यार्थी स्कूलों से दूर थे और इस बीच अध्यापकों को ही ऑनलाइन कक्षाएं लेने का विकल्प दिया गया।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयासों से सरकारी स्कूलों के मेडीकल व नॉन मेडीकल के विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग देने के लिए सुपर-100 नाम से एक कार्यक्रम चलाया गया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में इसे आरंभ किया गया था और जिसका 2020 में पहला बैच में जिससे 23 बच्चे आईआईटी, 64 बचे नीट क्वालीफाई कर सके और प्रतिष्ठित संस्थानों में दाखिला हुआ। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में आईआईटी में 28 और नीट में 72 बच्चों का दाखिला हुआ जिसमें से 5 बच्चों का एम्स में दाखिला हुआ जो किसी भी सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।

उन्होंने कहा कि इन बच्चों को पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर मुख्यमंत्री ने शुरूआत की थी और अब यह लक्ष्य 5 लाख टैबलेट देने का है। मुख्यमंत्री ने एक कदम और आगे बढाते हुए बच्चों को 2 जीबी डाटा प्रतिदिन प्रति विद्यार्थी निशुल्क देने की घोषणा की है ताकि 21वीं सदी के युग में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप सरकारी स्कूलों के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सकें।

माध्यमिक शिक्षा महानिदेशक डॉ. जे गणेशन ने समिट में भाग लेने आए एनसीईआरटी व देश के अन्य राज्यों से आए व वर्चुअली जुड़े शिक्षाविदों का स्वागत करते हुए कहा कि यह हरियाणा के लिए गर्व की बात है कि शिक्षा पर इनावेटिव पहल की है। इससे पहले भी मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की पहल पर शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन अध्यापक स्थानांतरण नीति लागू की थी जो शिक्षा विभाग में आईटी के युग का एक क्रांतिकारी कदम था।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री दूरवर्ती शिक्षा कार्यक्रम के माध्यम से अध्यापन व अध्ययन पद्धति में बड़ा बदलाव किया है। विभाग द्वारा ‘‘अवसर’’ ऐप लांच किया गया है। विद्यार्थियों का असेसमेंट व ई-रिपोर्ट कार्ड भी इसके माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। आज के युग में सूचना प्रोद्यौगिकी एक अनिवार्य किट हो गया है। कोविड के दौरान एक विचित्र स्थिति उत्पन्न हो गई थी। विद्यार्थियों को स्कूल से दूर होना पड़ा और उस दौरान इस ‘‘ अवसर’’ ऐप को बनाया गया जो बड़ा ही कारगर सिद्ध हुआ।

इस अवसर पर लैट्स टैको मीडिया के फाउंडर, सीईओ, एडीटर इन चीफ डॉ. रवि गुप्ता, ग्लोबल इनफोकॉम लिमिटेड के एमडी आशीष धाम ने भी अपने विचार रखे और अपनी-अपनी कंपनियों द्वारा आईटी के माध्यम से शिक्षा में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला।

कार्यशाला में शिक्षा मंत्री ने ई-लेट में बेहतर प्रदर्शन के लिए पश्चिम बंगाल को कर्मभूमि तथा हरियाणा शिक्षा विभाग की एकैडमिक सेल तथा आशीष धाम को सम्मानित भी किया। कार्यशाला में तमिलनाडू, आसाम, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, मणिपुर, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, केरल, पंजाब के शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

13th International High Energy Materials Conference and Exhibits-2022

Koral ‘Purnoor’, Demokretic Front,Panchkula, May 26:

                      Three days 13th International High Energy Materials Conference and Exhibits, HEMCE-2022 being organised by the High Energy Materials Society of India, Chandigarh-Delhi Chapter in association with Terminal Ballistics Research Laboratory, Chandigarh was inaugurated today by Chief Guest,  Dr. G Satheesh Reddy, Secretary, Department of Defence R&D & Chairman, DRDO at TBRL Ranges, Ramgarh, Panchkula. 

Dr. PK Mehta, DS & Director General Armaments, Dr BHVS Narayana Murthy, DS & Director General  Missiles & Strategic Systems and Dr. A Rajarajan, DS  & Director,  Satish Dhavan Space Centre – SHAR  participated as Guest of Honour.

          On this occasion, Dr. G Satheesh Reddy in his address said that a conference like HEMCE-2022 is an ideal platform to share the knowledge and experience in advancements in energetic materials which should lead the breakthrough technologies. Collaborative R&D is the way ahead. DRDO – Centre of Excellence in High Energy Material and Shock & Detonics is planned at IITs to harness the potential of academia. Industry, MSMEs and start Ups are involved in development efforts through the Technology Development Fund. DRDO Patents are available to Indian Industry at no cost.         

          Dr. KPS Murthy, Director HEMRL Pune & President HEMSI lauded the role of HEMSI in roping the technical talents of India. The participation by Industry is overwhelming. Their response provides for purposeful collaborative endeavours to participate daily in R&D stage and be production ready in a seamless manner.

Prateek Kishore, Director TBRL and Chairman, Organising Committee HEMCE-2022 highlighted the necessity of coordination and collaboration among R&D institutes, Academia and Industry. He further said that new generation energetics require stable and  powerful but insensitive compounds whose processing should be safe, whose output should maintain environmental factors and should be amenable  to disposal post its operating life.

More than 100 Indian academic delegates and 600 plus scientific community from DRDO, DAE, ISRO, CSIR, Services are participating in this mega event. 10 plus countries including Russia, Germany, Czech Republic, Israel etc. have registered for the conference. This conference would provide a common platform to discuss; share research work and exchange of scientific knowledge in the area of defense technology related to high energy materials. Delegates from more than 70 institutes, 50 Industry partners as exhibitors will showcase their work related to high energy materials and related technologies. 

नवजोत सिंह सिद्धू ने पटियाला के जिला एवं सत्र न्यायालय में आत्म समर्पण किया

सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को क्यूरेटिव पिटीशन तत्काल सुनने से इनकार कर दिया। वीरवार को जब सर्वोच्च न्यायालय ने यह फैसला सुनाया था तब नवजोत सिंह सिद्धू, पटियाला में एक हाथी पर बैठ कर केंद्र सरकार को महंगाई पर घेरने का प्रयास कर रहे थे। जब उन्हे सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दी गयी सज़ा के बारे में पता चला तो वह न्यायिक विकल्प ढूँढने चल पड़े। सिद्धू के वकील अभिषेक मनु सिंघवी की पिटीशन पर जस्टिस एएम खानविलकर ने कहा कि हम चीफ जस्टिस के पास मामले को भेज रहे हैं, वे ही इस पर सुनवाई का फैसला करेंगे। सिद्धू ने खराब स्वास्थ्य के आधार पर सरेंडर के लिए कोर्ट से एक हफ्ते की मोहलत मांगी थी। सिद्धू के वकीलों को विश्वास था कि दोपहर बाद फिर सर्वोच्च न्यायालय के आगे अर्जेंट सुनवाई की मांग करेंगे। हालांकि, सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई नहीं हुई। सिद्धू अगर आत्म समर्पण नहीं करते तो फिर पंजाब पुलिस उन्हें गिरफ्तार करेगी। सर्वोच्च न्यायालय का आदेश पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय पहुंच गया है। यहां से आदेश पटियाला के जिला एवं सत्र न्यायालय को भेजा जाएगा। इसके बाद अदालत संबंधित पुलिस अधिकारी को सिद्धू की गिरफ्तारी का आदेश जारी करेगी।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :

नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पंंजाब की पटियाला के जिला एवं सत्र न्यायालय में सरेंडर कर दिया है।  सिद्धू  को सर्वोच्च न्यायालय ने  19 मई को रोड रेज मामले में 1 साल की सजा सुनाई थी।  यह मामला 34 साल पुराना है। सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर दल्‍ला ने बताया कि नवजोत सिंह ने मुख्‍य न्‍यायिक मजिस्‍ट्रेट के सामने सरेंडर कर दिया है। उनकी मेडिकल जांच और अन्‍य कानूनी प्रक्रियाएं अपनाई जा रही हैं।  नवजोत सिंह सिद्धू का 27 दिसंबर 1988 को पटियाला में गाड़ी पार्किंग को लेकर 65 साल के बुजुर्ग गुरनाम सिंह से झगड़ा हुआ था। सिद्धू ने उन्हें मुक्का मारा था। बाद में गुरनाम सिंह की मौत हो गई। इसी मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने सिद्धू को एक साल कारावास की सजा सुनाई है।

हाल के वर्षों में यह पहला मामला है जब सर्वोच्च न्यायालय ने पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई कर बरी किए गए शख्स को दंड दिया है। पीठ ने फैसला सुनाते हुए कहा, हमें लगता है कि रिकॉर्ड में एक त्रुटि स्पष्ट है। इसलिए, हमने सजा के मुद्दे पर पुनर्विचार आवेदन को स्वीकार किया है। लगाए गए जुर्माने के अलावा, हम एक साल के कारावास की सजा देना उचित समझते हैं।

पीठ ने कहा कि मृतक 65 वर्ष का था जबकि सिद्धू हट्ठे कट्ठे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर थे और वे अपने मुक्कों के प्रहार का असर जानते थे। वे एक 65 वर्षीय व्यक्ति को पीट रहे थे, उन्हें निर्दोष नहीं मान सकते।

सजा के बारे में पूछे जाने पर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, कोई टिप्पणी नहीं, मैंैं फैसले का सम्मान करूंगा। उधर, पीड़ित परिवार ने खुशी जताई। मृतक गुरनाम सिंह के परिवार ने कहा कि वह इस फैसले से संतुष्ट हैं। उनकी बहू परवीन कौर ने कहा कि 34 साल की लड़ाई में कभी उनका मनोबल नहीं टूटा। उन्होंने कभी सिद्धू के क्रिकेटर और नेता के रसूख पर ध्यान नहीं दिया। उनका लक्ष्य सिर्फ सिद्धू को सजा दिलाना था। जिसमें वह कामयाब रहे।

पटियाला जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नरिंदर पाल लाली ने पार्टी समर्थकों को संदेश में कहा कि सिद्धू सुबह 10 बजे अदालत पहुंचेंगे। उन्होंने पार्टी समर्थकों से सुबह करीब साढ़े नौ बजे अदालत परिसर पहुंचने का भी आग्रह किया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले की घोषणा के बाद सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू रात करीब 9:45 बजे अमृतसर से पटियाला पहुंचीं।

वहीं पंजाब में कांग्रेस के नेताओं ने सिद्धू का साथ छोड़ दिया था। हालांकि अब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सिद्धू को फोन किया है। उन्होंने सिद्धू को भरोसा दिया कि कांग्रेस उनके साथ है। उन्होंने सिद्धू को मजबूत रहने के लिए हौसला बढ़ाया। सिद्धू को कांग्रेस में प्रियंका गांधी का करीबी माना जाता है।