चीन देगा पाक को अत्याधुनिक ड्रोन

भारतीय सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए चीन अब पाकिस्तान की मदद करने को आगे आया है। अमेरिका द्वारा दिये गए F-16 विमान के धरशाही होने के बाद से अमेरिकी सुरक्षा अजेंसियों द्वारा पाकिस्तान को लताड़ लगाए जाने के बाद अब चीन पाकिस्तान का खेवन हार बन कर आगे आया है।

नई दिल्लीः बालाकोट के टेरर कैंपों में भारतीय वायुसेना की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक से परेशान पाकिस्तान ने चीन से बेहद आधुनिक रेनबो सीरीज के CH4 और CH5 कॉम्बैट ड्रोन्स खरीद रहा है .ख़ुफ़िया एजेंसीज की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान पाक अधिकृत कश्मीर में भी ड्रोन्स की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है जिससे वो लाइन ऑफ कंट्रोल समेत अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर निगरानी बढ़ा सके. रिपोर्ट के मुताबिक बालाकोट में जैश के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना को चीन रेनबो (Rainbow) सीरीज के अत्याधुनिक ड्रोन्स (Drones) की सप्लाई करेगा.

रिपोर्ट के मुताबिक़ कॉम्बैट ड्रोन्स रेनबो CH4 करीब  5 हज़ार किलोमीटर दूर तक के टारगेट पर नज़र रख सकता है और करीब 40 घंटे तक आसमान में रह कर अपने साथ 400 किलोग्राम तक का विस्फोटक के साथ किसी भी टारगेट को नष्ट कर सकता है. जबकि रेनबो CH5 अपने साथ एक हज़ार किलोग्राम का पेलोड ले जा सकता है और 60 घंटे तक आसमान में रह सकता है. ये ड्रोन्स करीब 17 हज़ार फ़ीट की हाइट पर उड़ सकते है.

केंद्रीय रक्षा मंत्रालय में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तानी वायु सेना और सेना में इन ड्रोन्स के शामिल हो जाने के बाद पाकिस्तान कॉम्बैट ड्रोन्स के जरिये भारत मे डीप पेनेट्रेशन कर सकता है यानी इन ड्रोन्स की मदद से भारत मे काफी अंदर तक दाख़िल होकर किसी भी टारगेट को हिट कर सकता है.

रक्षा मंत्रालय ने पिछले महीने इजरायल से 54 ‘Harop’ कॉम्बैट ड्रोन्स खरीदने का फैसला किया है भारतीय वायु सेना के पास ऐसे 110 कॉम्बैट ड्रोन्स पहले से हैं. लेकिन पाकिस्तान के पास अब तक लंबी दूरी तक मार करने वाले  कॉम्बैट ड्रोन्स नही थे. 

देखा जाए तो चीन और पाकिस्तान के बीच दोस्ती किसी से छुपी नही है .चीन लगातार पाकिस्तानी सेना की मदद करने में लगा हुआ है और टैंक से लेकर,फाइटर प्लेन,वॉर शिप और परमाणु पनडुब्बियों की मदद कर रहा है जिससे भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

HC Joginder Pal Singh won two gold & one silver medal in National Level Competition

13.03.2019

          Head Constable Joginder Pal Singh Belt No. 57/CP of Chandigarh Police brought laurel to the department by winning two gold & one silver medal in 2nd National Master Games held at Dehradun, (UK) between 24 feb to 27 feb 2019. He won two gold medals in 4×400 meter relay race and 3000 stipple chase race respectively. He also won silver medal in 1500 meter race in this competition. He is presently posted on deputation at Home Guard Office, Chandigarh.

          Sh. Sanjay Baniwal, IPS, Director General of Police, UT, Chandigarh appreciated his achievements at National level competition and rewarded him with cash Rs. 10,000/- and certificate. Sh. Sanjay Baniwal, IPS, Director General of Police, UT, Chandigarh congratulated him and shared the wining moment at Police Headquarters, UT, Chandigarh.

Issued by

Chandigarh Police

Article 35-A Partially Amended

Government of India today decided to amend Presidential Order or 1954 regarding Article #35-A partially in a Cabinet meeting.

Once the Ordinance is issued, it would pave the way for bringing persons residing in the areas adjoining International Border within the ambit of reservation at par with persons living in areas adjoining Actual Line of Control.

The Union Cabinet has approved the proposal of Jammu & Kashmir Government regarding amendment to the Constitution(Application to Jammu & Kashmir) Order, 1954 by way of Constituion(Application to Jammu & Kashmir) Amendment Order 2019

It will serve the purpose of application of relevant provisions of the Constitution Of India, as amended through the Constitution(Seventy Seventh Aendment)Act 1955, and the Constitution(One Hundred & third Amendment)Act, 2019 for Jammu & Kashmir, by issuing the Constitution (Application to Jammu & Kashmir) Amendment Order, 2019 by the President under the clause(1) of article 370.

Once notified this will pave the way for giving benefit of promotion in service to the Scheduled Caste, the scheduled Tribes and also extended reservations upto 10%for the “Economically Weaker Sections” in educational Institutions and in public employement in addition to existing reservation  in Jammu and Kashmir

उत्तराखंड और मध्यप्रदेश में सपा 4 सीटों पर लड़ेगी चुनाव बाकी पर बसपा

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बीएसपी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं, समाजवादी 37 सीटों पर तो बीएसपी 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी

उत्तर प्रदेश में गठबंधन के बाद समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में भी एकसाथ मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी. एसपी प्रमुख अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी सूचना दी.

इस गठबंधन के तहत मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी महज तीन सीटों- बालाघाट, टीकमगढ़ और खजुराहो सीट पर चुनाव लड़ेगी. बाकी सभी सीटों पर बीएसपी के प्रत्याशी मैदान में होंगे. उधर उत्तराखंड में एसपी के खाते में एक सीट गई है. गठबंधन के तहत एसपी गढ़वाल (पौड़ी) लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेगी. शेष चार सीटों पर बीएसपी उम्मीदवार मैदान में होंगे.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बीएसपी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं, समाजवादी 37 सीटों पर तो बीएसपी 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. गठबंधन में राष्ट्रीय लोक दल को भी तीन सीटें दी गई हैं. वहीं कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली में गठबंधन कोई प्रत्याशी खड़ा नहीं करेगा.

बता दें हाल ही में संपन्न हुए मधुआ प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी एक सीट और बहुजन समाज पार्टी को दो सीट पर जीत हासिल हुई थी. विधानसभा चुनाव में दोनों ही दल अलग-अलग लड़े थे. कई सीटों पर एसपी-बीएसपी उम्मीदवारों ने कांग्रेस के गणित को खराब किया था. दिलचस्प बात ये है कि मध्य प्रदेश में दोनों ही दलों ने कांग्रेस सरकार को समर्थन दिया है, लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए बनने वाले गठबंधन में कांग्रेस को दूर ही रखा गया है.

पुलवामा शहीदों के श्रद्धांजलि समारोह में कांग्रेसियों ने लगाए ठुमके और वीरेंदर रावत पर बरसाए नोट

अभी हाल ही में ज़ी न्यूज़ ने दिखाया की 14 फरवरी को सैनिकों पर हमला होने की खबर के प्रसारण के ठीक डेढ़ घने के पश्चात राहुल गांधी ठुमके लगा रहे थे। 3:14 पर कांग्रेस प्रवक्ताओं को हमले की जानकारी मिल चुकी थी, परंतु 4:40 पर राहुल गांधी के नाच की विडियो कांग्रेस के ही टिवीटर हैंडल पर पोस्ट की गयी थी(जो अब हटा दी गयी है)। यह माना जाना मुश्किल है की कांग्रेस अध्यक्ष को इस जाधन्य हमले की जानकारी नहीं थी। तो जब कांग्रेस अध्यक्ष ही हत्याकांड वाले दिन नाच गा रहे थे तो श्रद्धांजलि समारोह पर कांग्रेसी ठुमके क्यों न लगाएंगे और नोट क्यों न बरसाएँ।\

नई दिल्ली/रुड़की:पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवानों को एक साथ खो देना का दुख देश के हर नागरिक है. देशभर में अलग-अलग तरह से लोग शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. देश में कई जगह शहीदों को श्रद्धांजलि देने के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में हरिद्वार के रुड़की में कांग्रेसियों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शहीदों को श्रद्धांजलि का मखौल बना दिया गया. 

दरउसल, उत्तराखंड के रुड़की में शहीदों के लिए एक कार्यक्रम में गाने के दौरान जमकर नोट उड़ाए गए. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत भी शामिल हुए थे. सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि देने के कार्यक्रम में शरीक होने आए वीरेंद्र रावत पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर नोट उड़ाए. इस बेहद ही शर्मनाक हरकत का एक वीडियो सामने आया है.

साभार ANI

इतना ही कांग्रेस नेताओं से देशभक्ति से इतर दूसरे गाने भी गाने की फरमाइश की, जिसपर मदस्त होकर होकर कांग्रेसी भी झूमते नजर आए और ठुमके लगाए. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र वीरेंद्र रावत व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील राठी भी शामिल हुए थे. 

हैरानी की बात ये है कि अपने कार्यकर्ताओं को रोकने के बजाय वीरेंद्र रावत हंसते हुए नजर आए. कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार 22 फरवरी को किया गया था. इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में वीरेंद्र रावत ने कहा कि यह पुलवामा आतंकवादी हमले में जान गंवाने वाले सीआरपीएफ सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम था. यह 56 इंच की छाती वाले शेर को जगाने की एक कोशिश थी. उन्होंने कहा कि दुश्मन को चुप कराने के लिए पीएम मोदी को कार्रवाई करनी चाहिए. 

PS Note
ठुमके लगाना और वीरेंद्र रावत पर नोट बरसाना मात्र प्रधानमंत्री को झकझोरने के लिए था

कांग्रेस आतंकवादियों का मनोबल बनाए रखना चाहती है: रविशंकर प्रसाद

 रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस से कहना चाहूंगा कि कृपया सेना का मनोबल तोड़ने का काम न करें. 

राहुल की रहस्यमयी छुट्टियाँ और उनके पर्यटन स्थल को आज तक न खोज पाने वाली कांग्रेस ने पुलवामा हमले के बाद की प्रधानमंत्री की अय्याशीयों का ब्योरा देते हुए सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री को केएचपीपीबी कोसा

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस के आरोप पर भाजपा ने गुरुवार को पलटवार करते हुए कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगने वाली, सेना प्रमुख पर घटिया आरोप लगाने वाली कांग्रेस पार्टी से और क्या उम्मीद की जा सकती है. पार्टी ने जोर दिया कि देश नरेंद्र मोदी के साहस पर, उनके निर्णय क्षमता पर और उनके नेतृत्व पर विश्वास करता है, देश उनके हाथों में सुरक्षित है और रहेगा. केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि पुलवामा हमले के बाद जब पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है, सभी देशवासी एक है, उस समय कांग्रेस देशवासियों और सेना का मनोबल तोड़ने का काम कर रही है.

उन्होंने कहा कि हर परिस्थिति में देश चलना चाहिए, आतंकियों तक ये संदेश नहीं जाना चाहिए कि उनके आगे देश झुक गया या रुक गया. लेकिन कांग्रेस चाहती है कि आतंकियों तक ये संदेश जाए कि देश रुक गया है . प्रसाद ने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस से कहना चाहूंगा कि कृपया सेना का मनोबल तोड़ने का काम न करें.

कांग्रेस की सोच और हमारी सोच में बुनियादी अंतर है.’’ गौरतलब है कि कांग्रेस ने पुलवामा आतंकी हमले को लेकर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि जब देश इस जघन्य हमले के कारण सदमे में था तो उस वक्त मोदी कार्बेट पार्क में एक चैनल के लिए फिल्म की शूटिंग कर रहे थे.

International Mother Language Day celebrated at PU

Chandigarh February 21, 2019
        Department of Sanskrit, Panjab University, Chandigarh celebrated the 
international mother language day was celebrated, here today which was presided over by the Chairperson Prof. V K Alankar and he emphasised that though foreign languages should be learnt, one must not feel inferior about his/her mother tongue. He mentioned that due to fact that PM Modi speaks Hindi at international events, many Indians have overcomed the sense of any inferiority in speaking Hindi.
        Prof. Pankaj Malviya, Department of Russian was the Saraswat guest and he shared his experiences regarding Hindi he had while his time in Moscow and how it lead to a sense of pride which eventually lead to many works of translation from Russian to Hindi which he authored.
        The chief speaker of the event was Ms Anjali, a research scholar at the 
department. 
        Students belonging to various regions, shared their language and dialects through songs, poems and speeches. Hindi, Haryanvi, Punjabi, Garhwali are some of the languages and dialects heard and cherished at the event. 

श्री बदरीनाथ मंदिर के कपाट 10 मई को ब्रह्म मुहूर्त में प्रात: 4 बजकर 15 मिनट पर खोल दिए जाएंगे

इस वर्ष भगवान श्री बदरीनाथ मंदिर के कपाट 10 मई को ब्रह्म मुहूर्त में प्रात: 4 बजकर 15 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। रविवार को वंसत पंचमी पर नरेंद्रनगर राजदरबार में कुल पुरोहितों ने महाराज मनुज्येंद्र शाह की जन्म कुंडली देखकर मंदिर के कपाट खोलने का मुहूर्त निकाला। भगवान बद्री विशाल के महाभिषेक के लिए तिलों का तेल 24 अप्रैल को पिरोया जाएगा।

राजदरबार में आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल और संपूर्णानंद जोशी ने गणेश, पंचांग और चौकी पूजन के बाद महाराजा मनुज्येंद्र शाह का वर्षफल और ग्रह नक्षत्रों की दशा देखकर भगवान श्री बदरीनाथ मंदिर के कपाट खोलने की तिथि घोषित की। भगवान बद्रीविशाल के महाभिषेक के लिए स्थानीय सुहागिन महिलाएं महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह के नेतृत्व में 24 अप्रैल को राजदरबार में तिलों का तेल निकालेंगी। उसके पश्चात गाड़ू-घड़ा यात्रा को लेकर डिम्मर पंचायत के लोग अपने गंतव्य के लिए प्रस्थान करेंगे।

इस बीच यात्रा ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, डिमर गांव और पांडुकेश्वर आदि स्थानों पर प्रवास करने के बाद नौ मई को बद्री विशाल के मंदिर में पहुंचेगी। 10 मई को तिलों के तेल से भगवान बद्रीविशाल के महाभिषेक के बाद मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। महाराजा मनुज्येंद्र शाह का स्वास्थ्य खराब होने के कारण उनकी पुत्री राजकुमारी श्रृजा ने बतौर महाराजा के प्रतिनिधि के रूप में पूजा-अर्चना की। इस मौके पर महारानी व टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल, बदरीनाथ के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, सीईओ बीडी सिंह, धर्माधिकारी भुवन उनियाल, डिमरी धार्मिक पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, राकेश डिमरी, मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ आदि उपस्थित थे।

HSHDB is organizing Third International Conference on Sarasvati River

Chandigarh February 7, 2019
Invitation
        Panjab University, Chandigarh in collaboration with Haryana Sarasvati Heritage Development Board is organizing Third International Conference on Sarasvati River as per schedule below:-
Venue:          Golden Jubilee Hall
Date:           February 8, 2019
Time:           10.30 am(Inaugural Session)


अवैध बस्तियाँ रोहिङ्ग्यान या कोई और प्रशासन मौन

यह मुंबई की धारावी बस्ती के पासव भी नहीं किन्तु उत्तराखण्ड जैसे छोटे राज्य के लिए धारावी से कम भी नहीं। यह तस्वीर देहरादून की धर्मपुर विधानसभा के ब्ंजारवाला के चांदचक की है, जहा साल भर में अचानक 500 से ऊपर झोंपड़ी बन गईं, और हैरानी की बात यह है की पुलिस प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं। शमुन आली नाम के किसान की ज़मीन पर यह बस्ती बस रही है और किराया भी शमुन आली साहब के ही जेब में जा रहा है।

शमून आली की ज़मीन पर बसी अवैध बस्ती

जहां किरायेदार की पहचान अनिवार्य एवं न करवाना एक दंडनीय अपराध और कई मामलों में देश द्रोह भी माना जाता है वहीं शमून अली के यहाँ 500 परिवार झुग्गियाँ बना कर रह रहे हैं और पुलिस आँखें मूंदे बैठी है। सवाल खड़ा होता है की यह लोग कौन हैं और कहाँ से आए हैं? इंका प्रशासन द्वारा स्त्यान अभी तक क्यों नहीं हुआ? स्थानीय लोगों में भाय का माहौल व्यापत है। यह लोग कूड़ा बीनने, कबाड़ी का या अन्य छोटे मोटे काम कर रहे हैं, पर बिना पहचान के बिना सत्यापन के इनका यहाँ होना सुरक्षा की दृष्टि से बहुत बड़ा खतरा मुफ्त में लेने वाली बात है।

इन लोगों का कहना है की उन्हे नगर निगम की मंजूरी मिली है जबकि ज़मीन शमून अली की है और किराया भी वही ले रहे हैं। यहा रहने वाले लोगों के पास अपना कोई पहचान पत्र भी नहीं है जिससे यह पुष्टि हो सके की यह लोग भारत के नागरिक हैं भी या नहीं। सीमांत प्रदेश उत्तराखंड में इस प्रकार की बस्ती का उभरना आने वाले समय में सामरिक राजनैतिक और सामाजिक खतरों की बानगी हो सकते हैं। इस बस्ती में आनेवालों की संख्या में दिनोंदिन हो रही बढ़ौतरी कई प्र्शन उठा रही है।

  • इन्हे यहाँ किसकी शह पर बसाया जा रहा है?
  • इस बारे में प्रशासन, पुलिस और एलआईयू तक को कोई जान कारी क्यों नहीं है?

सीमांत प्रदेश उत्तराखंड में इस प्रकार की घुसपैठ आने वाले समय में कोई बड़े खतरे का रूप ले इसके पहले सरकार को कोई ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है

देखना है की सरकार आने वाले समय में क्या ठोस कदम उठाती है।

साभार गिरिराज उनियाल