मध्य प्रदेश में सोयाबीन को एम.एस.पी.पर खरीदने के प्रस्ताव को स्वीकृति: शिवराज सिंह चौहान

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 11      सितंबर :

केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कृषि और किसान कल्याण प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसानों की सेवा हमारे लिए भगवान की पूजा है। श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश के किसान सोयाबीन की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम दामों पर बिक्री को लेकर चिंतित थे, पहले हमने महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्यों को न्यूनतम समर्थन मूल्य – एमएसपी पर सोयाबीन की खरीद करने की अनुमति दी थी। केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने कल सुबह 9 बजे अपने संदेश में सोयाबीन को एमएसपी पर खरीदने की बात कही। उसके बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव ने कैबिनेट में सोयाबीन को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने का प्रस्ताव पेश किया। केंद्र सरकार को राज्य सरकार का कलरात में ही एमएसपी पर सोयाबीन ख़रीदने का प्रस्ताव मिला।श्री चौहान ने कहा कि जैसे ही कल रात मध्य प्रदेश सरकार का सोयाबीन को एमएसपी पर  खरीदने का प्रस्ताव मिला, उस प्रस्ताव को हमने सुबह स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के किसान चिंता ना करें, सोयाबीन एमएसपी की जो दरें हैं, उस पर ही सोयाबीन खरीदी जायेगी, किसान के पसीने की पूरी कीमत दी जाएगी।

AAP आएगी दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ के बाद हरियाणा में भी सत्ता में : आदर्श पाल

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली – 22 फरवरी    :

आम आदमी पार्टी जिला यमुनानगर की कार्यकारिणी ने बुधवार को चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार कुलदीप कुमार की जीत पर जश्न मनाया। ढोल नगाड़ों के साथ जिला पार्टी कार्यालय में धूमधाम से जीत की खुशी में लड्डू बांटे गए। सभी कार्यकर्ताओं ने उत्साह में एक दूसरे को बधाई दी।

प्रदेश संगठन मंत्री आदर्श पाल सिंह ने कहा की सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से लोकतंत्र की जीत हुई है। “इंडि” गठबंधन की भी जीत की शुरुआत हुई है। दिल्ली और पंजाब के बाद चंडीगढ़ में भी आम आदमी पार्टी का राज होगा। इससे साबित होता है कि बीजेपी को आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर हरा सकते हैं। चंडीगढ़ मेयर चुनावों में जीत से जनता में ये विश्वास बढ़ा है कि बीजेपी को इंडि गठबंधन हरा सकता है। पूरे देश ने देखा था कि कैसे बीजेपी ने लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया था। 

उन्होंने कहा कि अब दिल्ली, पंजाब और चंडीगढ़ के बाद 2024 में हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी। आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनावों के मंथन शुरू कर दिया है। केंद्रीय नेतृत्व के निर्णय के अनुसार आम आदमी पार्टी चुनावों में उतरेगी। विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी सभी 90 सीटों पर अकेले दम पर लड़ेगी। जनता में आम आदमी पार्टी के प्रति विश्वास बढ़ा है। आम आदमी पार्टी आगे भी बीजेपी की लोकतंत्र विरोधी नीतियों को बेनकाब करती रहेगी। प्रदेश में आने वाला समय आम आदमी पार्टी का है।

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष गगनदीप सिंह,प्रदेश सयुक्त सचिव रणधीर चौधरी,महिला जिला अध्यक्ष रीटा बामनिया,ललित त्यागी,लक्ष्मण विनायक,कर्मवीर बूट्टर,अनिल प्रजापति,राहुल भान,विजय धीमान,शालू मलहोञा,विजय वर्मा,गौरव पाल,जसवन्त सन्धू,राजेश राजू सराओ,प्रदीप,मोहित त्यागी,रूकमणी,चिराग सिगंला,कंवरपाल,रणधीर सिह,नरेश लाल,अनिल पंजेटा,विकाश जैन,साहब सिह आदि

आदर्श पाल सिंह ने जींद में होने वाली रैली को लेकर कार्यकर्ताओं की डयुटीयां लगाई

आम आदमी पार्टी के लोकसभा अध्यक्ष आदर्श पाल सिंह ने 28 जनवरी को जींद में होने वाली रैली को लेकर कार्यकर्ताओं की डयुटीयां लगाई गई ।

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली, 20  जनवरी

आम आदमी पार्टी के लोकसभा अध्यक्ष आदर्श पाल सिंह ने संगमेश्वर रिजॉर्ट खिजराबाद में कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी मजबूती के साथ आम आदमी पार्टी के साथ जुड़े रहें। सभी कार्यकर्ता  यहां से हरियाणा में आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने का आगाज करेंगे। उन्होंने बताया 28 जनवरी को जींद में आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान “बदलाव जनसभा” को संबोधित करेंगे। इस जनसभा में हरियाणा के हर गांव हर वार्ड से लोग पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि विधानसभा जगाधरी से सैकड़ो गाड़ियों के काफिले में हजारों की संख्या में लोग जींद बदलाव जनसभा में अपने प्रिय नेताओं के विचार सुनने के लिए पहुंच रहे हैं। मीटिंग में कार्यकर्ताओं की हर गांव में हर मोहल्ले से साथियों को ले जाने की ड्युटियां लगाई गई। सभी साथियों ने एकत्रित होकर जींद में आम आदमी पार्टी की बदलाव जनसभा को कामयाब करने का निश्चय लिया। आदर्श पाल ने सभी कार्यकर्ताओं का एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया और सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर आम आदमी पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता गुलाब सिंह कलेसर,विक्रम नंबरदार जयरामपुर,ललित गुलाबगढ़,राजेश रामपुर,जगमाल सरपंच दसोरा,अमित मान,लखविंदर सिंह लक्खा,सालू मल्होत्रा,जसवंत संधू,असलम डारपुर,हाजी मेहरबान,रोबिन सिंह,जसविंदर सिंह,चौधरी सुरेश गढ़ी,भूप सिंह,डॉ वाजिद,सोनू वालिया,अमित जयरामपुर,चिराग सिंगल,राहुल भान,सुशील दसोरा आदि वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।

राहुल गांधी की युवा कांग्रेस टीम ने धीरे धीरे कहा अल्विदा

युवाओं की पार्टी कहा जाने वाला कांग्रेस अब बिखरता हुआ नजर आ रहा है। यह बात किसी से नहीं छिपी है की एक समय में राहुल गांधी की टीम में युवा नेताओं की भीड़ रहती थी। 2014 में सरकार पलटी और कांग्रेस पार्टी की उल्टी गिनती शुरू हो गई। आपको जो तस्‍वीर दिख रही है वह बेहद खास है। इसमें सचिन पायलट, ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद और मिलिंद देवड़ा साथ हैं। यह उन दिनों की तस्‍वीर है जब राहुल गांधी के करीबी ये सभी नेता कांग्रेस में हुआ करते थे। इनकी गिनती पार्टी की युवा ब्रिगेड में होती थी। राष्‍ट्रपति भवन में 28 अक्‍टूबर 2012 को ली गई यह तस्‍वीर अचानक सोशल मीडिया पर दौड़ पड़ी है। उस दिन कांग्रेस के नए केंद्रीय मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह था। मिलिंद देवड़ा ने रविवार को कांग्रेस से बरसों पुराना नाता तोड़ लिया। इसके बाद जिस किसी को देखो वह इस तस्‍वीर को शेयर कर रहा है। वजह समझनी मुश्किल नहीं है। तस्‍वीर में दिख रहे राहुल के इन पांडवों में से एक को छोड़ अब सभी कांग्रेस को बिसरा चुके हैं। 

सचिन पायलट, ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद और मिलिंद देवड़ा
  • कांग्रेस की गुटबाजी से परेशान होकर ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने बदला रास्‍ता
  • जितिन प्रसाद ने लोगों के साथ पार्टी की बढ़ती दूरियों का हवाला देकर कांग्रेस छोड़ दी थी
  • आरपीएन सिंह ने ज्योतिरादित्‍य सिंधिया की मौजूदगी में बीजेपी ज्वॉइन की थी
  • फेहरिस्‍त में अब मिलिंद देवड़ा का भी नाम
  • दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट पर उद्धव सेना के दावे से थे नाराज

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 14जनवरी :

कांग्रेस से नाराज चल रहे दक्षिण मुंबई के पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि देवड़ा एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो सकते हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि राहुल गांधी के करीबी मिलिंद देवड़ा ने यह कदम क्यों उठाया? दिलचस्प बात यह है कि मिलिंद देवड़ा का इस्तीफा उस दिन आया है जब कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी मणिपुर से अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू कर रहे हैं। यात्रा 15 राज्यों के 100 लोकसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी। दरअसल कांग्रेस ने पिछले दिनों देवड़ा को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का संयुक्त कोषाध्यक्ष नियुक्त करके तोहफा भी दिया था। इसके बावजूद उनका इस्तीफा सवाल खड़े कर रहा है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हो गए हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में उन्होंने रविवार (14 जनवरी 2024) को पार्टी की सदस्यता ली। पार्टी में शामिल कराने के बाद एकनाथ शिंदे ने उन्हें भगवा झंडा भी दिया। मिलिंद देवड़ा ने शिवसेना में शामिल होने के बाद अपने आपको भावुक दिन बताया।

उन्होंने कहा, “मैंने कभी सोचा नहीं था कि 55 सालों का कॉन्ग्रेस का साथ छोड़कर मैं शिवसेना में आऊँगा।” मिलिंद देवड़ा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को जमीनी नेता बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के विजन को बहुत बड़ा बताया।

देवड़ा ने कहा कि बीते 10 सालों में मुंबई में एक भी आतंकी हमला नहीं होना, ये बताता है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश बेहतर काम कर रहा है। उन्होंने घोषणा की है कि अब फिर से मुंबई को आर्थिक राजधानी बनाना है। फाइनेंस के मामले में मुंबई को फिर से आगे ले जाना है।

मिलिंद देवड़ा के कॉन्ग्रेस से इस्तीफे पर कॉन्ग्रेस के नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “कॉन्ग्रेस में कुछ ऐसे लोगों का कब्जा हो गया है, जो न तो सच सुनना चाहते हैं न सनातन और राम की बात सुनना चाहते हैं। जो श्रीराम और सच की बात तथा जमीनी हकीकत को बताने की कोशिश करेगा, उसे कॉन्ग्रेस छोड़नी पड़ रही है… भगवान राम के मंदिर के निमंत्रण को जिस तरह ठुकराने का काम किया गया है, मुझे लगता है कि उनका प्रकोप शुरु हो गया है…।”

शिवसेना ज्वॉइन करने से पहले मिलिंद देवड़ा सिद्धिविनायक मंदिर गए। उन्होंने मंदिर में दर्शन किए और आशीर्वाद लेकर शिवसेना में नई पारी की शुरुआत की। देवड़ा ने एक्स पर लिखा, “मैंने श्री सिद्धिविनायक मंदिर में जाकर श्री गणपति जी के दर्शन किए और बाबा के आशीर्वाद से नई ऊर्जा मिली। गणपति महाराज जी से मुंबई और देश की सेवा के लिए प्रेरणा मिलती है।”

मिलिंद देवड़ा ने बोस्टन विश्वविद्यालय के क्वेस्ट्रॉम स्कूल ऑफ बिजनेस से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशन किया है। राजनीति में आने से पहले मिलिंद देवड़ा ने अमेरिका और भारत में कॉरपोरेट सेक्टर में विभिन्न पदों पर काम किया। साल 2008 में उन्होंने फिल्म निर्माता मनमोहन शेट्टी की बेटी पूजा शेट्टी से शादी की थी। मिलिंद देवड़ा की पत्नी पूजा शेट्टी एक फिल्म निर्माण कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर हैं।

मिलिंद देवड़ा का परिवार आधी सदी से अधिक यानी 55 वर्षों से कांग्रेस के साथ जुड़ा रहा है। मिलिंद देवड़ा के पिता मुरली देवड़ा एक अनुभवी कांग्रेस नेता थे, जो केंद्र सरकार में विभिन्न मंत्री पदों पर रहे। राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखने से पहले मुरली देवड़ा 1970 के दशक में मुंबई के मेयर भी रहे। सियासी चर्चाओं की मानें तो वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होंगे। इंडिया ब्लॉक के गठबंधन सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) की ओर से मुंबई दक्षिण लोकसभा सीट पर दावा किये जाने को लेकर मिलिंद देवड़ा ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी।

डॉ. आहलूवालिया ने पार्षदों के साथ प्री-हाउस बैठक की

  • डॉ. आहलूवालिया ने पार्षदों के साथ प्री-हाउस बैठक की
  • मेयर चुनाव को लेकर भी बनाई रणनीति

चंडीगढ़ नगर निगम की 9 जनवरी को होने वाली बैठक के संबंध में पंजाब जल आपूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड, चंडीगढ़ के चेयरमैन एवं सह-प्रभारी डॉ. एसएस आहलूवालिया ने आप पार्षदों के साथ प्री-हाउस बैठक की। इस बैठक में पार्षद दमनप्रीत सिंह, जसवीर सिंह लाडी, प्रेम लता, कुलदीप कुमार, नेहा मुसावत, अंजू कत्याल, जसविंदर कौर, पूनम कुमारी, सुमन अमित शर्मा, लखबीर सिंह, राम चंद्र यादव और योगेश ढींगरा मौजूद रहे।

बैठक में कल नगर निगम में पेश किये जाने वाले सभी एजेंडों पर खुली चर्चा हुई कि शहरवासियों की सभी समस्याओं का समाधान कैसे हो। डॉ. आहलूवालिया ने पार्षदों से एक-एक कर शहरवासियों के सभी मुद्दों पर चर्चा की।  उन्होंने कहा कि हम सभी को शहरवासियों के कल्याण के हर एजेंडे को गंभीरता से लेते हुए उस पर काम करना है। उन्होंने कहा कि शहरवासी लंबे समय से पुरानी राजनीतिक पार्टियों की गलत नीतियों से त्रस्त हैं। हमें शहरवासियों की जरूरतों को समझते हुए, उनकी हर समस्या का समाधान करना है।

बैठक में डॉ. आहलूवालिया ने अगले कुछ दिनों में शहर में होने वाले नए मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव को लेकर भी सभी पार्षदों से चर्चा की और रणनीति तैयार की। उन्होंने सभी पार्षदों से कहा कि इस बार नगर निगम में आप का मेयर बनने जा रहा है। जिससे शहरवासियों को पुरानी पार्टियों की गंदी राजनीति से छुटकारा मिलेगा। आम आदमी पार्टी चुनाव से पहले शहरवासियों से किए गए सभी वादों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करेगी और शहर का चौतरफा  विकास किया जाएगा।

उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो शिक्षा, स्वास्थ्य, भ्रष्टाचार और शहर के समग्र विकास की बात करती है, बाकी सभी पार्टियां अपना पेट भरने में लगी हैं। जिसके कारण शहरवासी आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि आप ने पंजाब और दिल्ली में वो काम किए हैं जो पिछली सरकारें 70 साल में नहीं कर पाईं।

उद्धव ठाकरे ने माँगे 23 सीट तो कॉन्ग्रेस ने याद दिलाई ‘औकात’, कहा- इनके पास नेता ही नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए विपक्षी दलों द्वारा बनाए गए INDI गठबंधन ‘मिट्टी का माधो’ ही साबित हो रहे हैं। विपक्षी दल अपने-अपने फायदे को लेकर अड़े हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा, ‘हम 23 सीट पर चुनाव लड़ेंगे क्योंकि हम हमेशा इतनी ही सीटों पर चुनाव लड़ते हैं।’ शिवसेना (यूबीटी), महा विकास आघाड़ी (एमवीए) का हिस्सा है जिसमें कांग्रेस और शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) घटक हैं। तीनों दल विपक्षी गठबंधन ‘INDI’ अलाएंस का भी हिस्सा हैं।हालांकि उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की कि कांग्रेस और राकांपा कितनी-कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।

  • शिवसेना ने महाराष्ट्र की 48 सीटों में से 23 पर दावा किया
  • महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी में हो सकती है फूट
  • लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे का फंसेगा पेंच
  • 2019 में शिवसेना जीती थी 18 सीटें, 13 सांसद शिंदे संग
  • शिवसेना दो गुटों में बँट गई है, एक गुट उद्धव ठाकरे का है तो दूसरा एकनाथ शिंदे का है
  • एनसीपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना में बगावत होने के बाद कांग्रेस ही राज्य में सबसे पुरानी पार्टी बची है

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 28 दिसम्बर  :

लोकसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही सीट बंटवारे को लेकर खींचतान से विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के सहयोगी, खासकर कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) तनाव में हैं। शिवसेना (यूबीटी) के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य की 48 में से 23 सीटों की बड़ी हिस्सेदारी की मांग की है, जिससे कांग्रेस और यहां तक कि शरद पवार की अध्यक्षता वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में भी घबराहट है। सांसद और शिवसेना (यूबीटी) के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ने की पार्टी की इच्छा दोहराई है – जिससे कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) के लिए सिर्फ 25 सीटें बचेंगी। साथ ही, अन्य सहयोगी छोटी पार्टियों को भी समायोजित करनी पड़ सकती है।

कॉन्ग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट को बेहद कठिन चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उनकी पार्टी में विभाजन के कारण उनके पास उम्मीदवारों की कमी है। बता दें कि शिवसेना दो गुटों में बँट गई है। एक गुट उद्धव ठाकरे का है तो दूसरा एकनाथ शिंदे का है, जो महाराष्ट्र में भाजपा के साथ सत्ता में है। शिवसेना के अधिकांश नेता शिंदे गुट के साथ हैं।

दो गुटों में बंटी शिवसेना ने महाराष्ट्र की 48 सीटों में से 23 पर दावा किया है, लेकिन अधिकांश सदस्य एकनाथ शिंदे के पक्ष में रहे हैं। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि नेताओं को जीतने वाली सीटों पर विवाद से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, “शिवसेना 23 सीटों की माँग कर सकती है, लेकिन वे उनका क्या करेंगे? उनके पास नेता नहीं हैं।” बैठक में कॉन्ग्रेस के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि शिवसेना और शरद पवार की राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) में विभाजन हो गया है। इसके बाद राज्य में स्थिर वोट शेयर वाली एकमात्र पार्टी अभी कॉन्ग्रेस ही है।

वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच समायोजन की जरूरत है। चव्हाण ने कहा, “हर पार्टी सीटों में बड़ी हिस्सेदारी चाहती है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए शिवसेना की 23 सीटों की माँग बहुत अधिक है।”

पिछले हफ्ते शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा था कि उन्होंने अपनी पार्टी के नेता उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे के साथ हाल ही में कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी के साथ-साथ एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ INDI अलाएंस की बैठक में बातचीत की थी। हालाँकि, कॉन्ग्रेस और एनसीपी कितने सीटों पर लड़ेगी, इसको लेकर राउत ने कुछ नहीं कहा।

बताते चलें कि साल 2019 से पहले शिवसेना बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन का हिस्सा थी। इसके बाद उद्धव ठाकरे कॉन्ग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन बनाए और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद जून 2022 में एकनाथ शिंदे ने 40 अन्य विधायकों के साथ मिलकर ठाकरे से विद्रोह कर दिया और अलग शिवसेना बना ली। इसके बाद MVA सरकार गिर गई।

 हरियाणा की राजनीति में बदलाव निश्चित : कर्मवीर बुटर

  • बदलाव पदयात्रा की सफ़लता,हरियाणा की राजनीति में बदलाव का बड़ा संकेत : कर्मवीर बुटर
  • हल्का रादौर में आम आदमी पार्टी की पद यात्रा में उमड़ा जनसैलाब : कर्मवीर बुटर

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर 19             दिसम्बर  :

आम आदमी पार्टी(आआपा) की हरियाणा बदलाव पदयात्रा आज हल्का रादौर में पहुँची। जिसमें एडवोकेट कर्मवीर सिंह बुटर ने हजारों युवाओं के साथ पार्टी की बदलाव पदयात्रा का नेतृत्व कर रही प्रदेश की उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता बलबीर सैनी का भव्य स्वागत किया। कर्मवीर बुटर के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम की सफलता के लिए बधाई देते हुए चित्रा सरवारा व बलबीर सैनी ने रादौर के कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि रादौर में उमड़ी हजारों की भीड़ ने हरियाणा में निश्चित रूप से बदलाव पर मोहर लगाने का काम किया है। इस अवसर पर 

रादौर कर्मवीर बुटर ने बोलते हुए कहा कि बदलाव पदयात्रा में रादौर से हजारों की संख्या में शामिल हुए कार्यकर्ताओं ने यह साबित कर दिया है कि हरियाणा की जनता की मनोदशा भाजपा के विपरीत है और आम आदमी पार्टी को सत्ता में देखना चाहते हैं। बुटर ने बताया कि यात्रा में शामिल हुए लोगों में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ साथ आम जनता ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया है जिससे यह प्रमाणित हो चुका है कि जनता मौजूदा सरकार की नीतियों से त्रस्त है और हरियाणा की

राजनीतिक में परिवर्तन निश्चित है। बुटर ने कहा कि आज हर व्यक्ति की जुबान पर दिल्ली व पंजाब में शिक्षा व चिकित्सा के क्षेत्र में पार्टी द्वारा किए गए अभुतपूर्व कार्यों की चर्चा है। आम जनता हरियाणा में भी अच्छी शिक्षा व स्कूल व मोहल्ला क्लीनिक की तर्ज पर बेहतर चिकित्सा जैसी सुविधाएं चाहती है। कर्मवीर बुटर ने कार्यक्रम को सफ़ल बनाने के लिए कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बदलाव यात्रा की सफलता से पार्टी में नई ऊर्जा का संचार हुआ है और भविष्य में पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता और अधिक जोश व उत्साह से कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हो गया है।

कार्यक्रम में परमिंदर सैणी , रोहित प्रजापति , रूक्मिणी कश्यप व डॉ तोष कुमार , कीमती लाल ,जिया लाल ,रमेश,सोहनलाल ,रवी कुमार , मुकेश कुमार ,अतुल सिंगल, कर्ण सिंह नगला ,पवन कांबोज , सुरेन्द्र ससौली ,रवी सांगीपुर , रूपेश कांबोज ,राय सिंह प्रदीप द्वारा  मुख्य भूमिका निभाई गई।

Bhupinder ssingh hooda

डिप्टी सीएम के विरुद्ध कांग्रेस ने दिया प्रिविलेज मोशन

  • यौन शोषण के मामले को भड़काने के लिए ओछी राजनीति कर रही है सरकार- हुड्डा
  • डिप्टी सीएम ने गीता भुक्कल के खिलाफ की गलत बयानबाजी- हुड्डा
  • यौन शोषण के मामले की सीबीआई जांच से क्यों भाग रही है सरकार?- हुड्डा
  • बेटियों को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई सरकार- हुड्डा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 18 दिसम्बर  :

यौन शोषण के आरोपी प्रिंसिपल पर उचित कार्रवाई और मामले की सीबीआई से जांच करवाने की बजाय बीजेपी-जेजेपी पीड़ित बच्चियों की आवाज उठाने वाली महिला विधायक गीता भुक्कल के विरुद्ध अनर्गल बयानबाजी करने में जुटी है। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा ने आज उपमुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में विधायक व पूर्व मंत्री गीता भुक्कल के विरुद्ध की गई टिप्पणियों पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री द्वारा सदन के पटल पर गलत बयानबाजी करना बेहद निंदनीय है। इसके विरुद्ध कांग्रेस ने प्रिविलेज मोशन भी दिया। क्योंकि उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि आरोपी प्रिंसिपल के विरुद्ध 2005 में भी इसी तरह का मामला सामने आया था और उस वक्त विधायक गीता भुक्कल ने आरोपी का बचाव किया था। जबकि सच्चाई यह है कि आरोपी 2005 में सरकारी सेवा में था ही नहीं, यह तथ्य से परे है।

इसी तरह उपमुख्यमंत्री ने एक और तथ्यहीन दावा किया कि 2011 में गीता भुक्कल झज्जर स्थित आवास पर पंचायत हुई, जिसमें आरोपी प्रिंसिपल का बचाव किया गया। जबकि सच्चाई यह है कि 2011 में गीता भुक्कल के पास झज्जर में कोई आवास था ही नहीं।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के खिलाफ अगर कोई शिकायत थाने में जाती है और वो FIR में नहीं बदलती है तो उस रिकॉर्ड को 2 साल के बाद खत्म कर दिया जाता है। ऐसे में दुष्यंत चौटाला इतने वर्षों बाद किस DDR का हवाला दे रहे हैं। यह आरोपी के गुनाहों से ध्यान भटकाने और बच्चों की आवाज उठाने वालों को दबाने की ओछी राजनीति है। कांग्रेस पूरे मामले की सीबीआई द्वारा जांच करवाने की मांग कर रही है लेकिन सरकार जांच से भाग रही है, क्यों?

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। जींद के बाद कैथल में भी बच्चियों के साथ शोषण का मामला सामने आया है। एनसीआरबी के आंकड़े चीख-चीखकर गवाही दे रहे हैं कि हरियाणा महिलाओं के लिए देश का सबसे असुरक्षित राज्य है।

एनसीआरबी के आंकड़ों ने एक बार फिर बीजेपी-जेजेपी सरकार की पोल खोलकर रख दी है। खासतौर पर महिलाएं हरियाणा में सुरक्षित नहीं हैं। सिर्फ एक साल के भीतर महिलाओं के विरूद्ध अपराध के 16,743 मामले यानी रोज़ 46 मामले सामने आए हैं। प्रदेश में रोजाना रेप के 5 मामले सामने आ रहे हैं। 1 साल के भीतर कुल 1787 रेप के मामले सामने आए। प्रदेश में 6 एसिड अटैक के मामले सामने आए हैं। हरियाणा में रोज 4 बच्चों के साथ यौन शोषण होता है। पोक्सो एक्ट के तहत हरियाणा में 1272 बच्चियों के यौन शोषण के मामले दर्ज हुए। इनमें 68 लड़कों को भी यौन शोषण का शिकार बनाया गया।

राज्य में बच्चों के खिलाफ सभी तरह के अपराधों में भी 7.7 यानी लगभग 8% की बढ़ोतरी हुई है। 2022 में अपहरण के 3891 मामले दर्ज किए गए यानी हरियाणा में रोज 11 अपहरण के मामले सामने आते हैं।

वहीं सदन में बढ़ते अपराध पर मुख्यमंत्री का जवाब देते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शायराना अंदाज में बोलते हुए कहा कि जब दिल में इतना दर्द है तो हंसते क्यूं हैं, हर रोज़, दिनरात मेरा नाम जपते क्यों हैं, कभी पुराने अख़बार उठाकर पढ़ना तो पता चलेगा, सारे मुजरिम मेरे नाम से डरते क्यों हैं।

हरियाणा बेरोजगारी में नंबर वन, युवा अपनी जमीन बेचकर विदेशों की तरफ पलायन को मजबूर : चित्रा सरवारा

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली – 18 दिसम्बर  :

आम आदमी पार्टी(आआपा) की 10 दिवसीय प्रदेश स्तरीय बदलाव यात्रा के चौथे दिन आआपा प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने प्रेसवार्ता कर बेरोजगारी के मुद्दे पर हरियाणा सरकार को घेरा है। इस दौरान उनके अंबाला लोकसभा अध्यक्ष आदर्शपाल सिंह मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की बदलाव यात्रा एक मुहिम है, इसके जरिए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के विजन को प्रदेश के हर घर तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा सरकार से संतुष्ट नहीं है, इसलिए जनता बदलाव के लिए तैयार है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में हरियाणा बहुत बुरी स्थिति से गुजर रहा है। हरियाणा बेरोजगारी में नंबर वन है, 33% युवा काम नहीं कर रहा या पढ़ ही नहीं रहा, हर तीन में से एक युवा दिशाहिन है और युवा अपनी जमीन को बेचकर विदेशों की तरफ पलायन करने को मजबूर हैं। इसके अलावा डोंकी की रास्ते अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं। जिसकी जिम्मेदार हरियाणा सरकार है।

उन्होंने कहा हाल ही में हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को फटकार लगाई है कि आंकड़ों को खेल खेलना बंद करें और बताएं कि हरियाणा में रोजगार के लिए क्या किया जा रहा है। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि करीब 2 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं। लेकिन लोगों को रोजगार नहीं दे रही। भाजपा सरकार के राज में लगातार पेपर लीक हो रहे हैं, पिछले 10 सालों में न जाने कितने युवाओं के मौके चले गए, परीक्षा देकर रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं और आज उनकी क्वालीफिकेशन की उम्र ही निकल गई है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा में 71,000 पद शिक्षा विभाग में खाली पड़े हैं, प्रारंभिक शिक्षा विभाग में 42,000 और माध्यमिक शिक्षा विभाग में 29,000 पद खाली पड़े हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग में 21500, परिवहन विभाग में 10000, पशुपालन विभाग में 5500, सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग में 5000, अग्निशमन विभाग में 3320 और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान में 3000 पद रिक्त पड़े हैं। हरियाणा सरकार युवाओं को रोजगार देने में नाकाम साबित हुई है। वहीं पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने मात्र डेढ़ साल में 37000 युवाओं को नौकरी दे दी है।

उन्होंने कहा दुर्भाग्यपुर्ण बात यह है कि खट्टर सरकार प्रदेश के 10,000 युवाओं को रोजगार देने के लिए इजराइल भेजने का ऑफर दे रही है। जिसके लिए सरकार ने विज्ञापन निकाला है, जोकि हरियाणा सरकार की विफलता का प्रतीक है। हरियाणा सरकार प्रदेश के युवाओं को युद्ध में झोंकना चाहती है। इजराइल और हमास में युद्ध जारी है और खट्टर सरकार को वहां रोजगार के अवसर नजर आ रहे हैं। इससे साबित होता है कि प्रदेश सरकार को हरियाणा के युवाओं के भविष्य और जीवन की कोई फिक्र नहीं है। 

वहीं, अंबाला लोकसभा अध्यक्ष आदर्शपाल सिंह ने कहा कि बेरोजगारी की कारण हरियाणा का युवा नशा और अपराध की तरफ जा रहा है। महिलाओं की सबसे असुरक्षित वाली सूची में हरियाणा दूसरे नंबर पर है, रेप के मामलों में हरियाणा पूरे देश में दूसरे नंबर पर है, हत्याओं की बात करें तो दूसरे नंबर पर है, किडनैपिंग में नंबर तीन पर है और यूपी भी हरियाणा से पीछे है। उन्होंने कहा कि हरियाणा से बरोजगारी, भ्रष्टाचार और अपराध को खत्म करने की लिए बदलाव जरुरी है। हरियाणा में 2024 में बदलाव सुनिश्चि है, जिसके लिए प्रदेश की जनता तैयार है।

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष गगनदीप सिंह,लक्ष्मण विनायक,योगेंद्र चौहान,राहुल भान,रणधीर चौधरी मौजूद रहै

आम आदमी पार्टी के सम्मान समारोह में जुट रही है भारी भीड़ : आदर्श पाल

विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी को देख रही है जनता 

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली – 12 दिसम्बर  :

आम आदमी पार्टी द्वारा चलाए जा रहे सम्मान समारोह में आए दिन भारी भीड़  जुट रही है। यह भीड़ बुलाई नहीं जा रही बल्कि खुद पार्टी से जुड़ रही है क्योंकि भाजपा और कांग्रेस दोनों एक ही विचारधारा की पार्टियां हैं। दोनों पार्टियां केवल साहूकारों को फायदा पहुंचा रही है जबकि आम आदमी का गला घोट रही हैं। अब आम जनता आम आदमी पार्टी को ही विकल्प के रूप में देख रही है। यह बात आम आदमी पार्टी के लोकसभा अध्यक्ष आदर्श पाल सिंह ने आम आदमी पार्टी हरियाणा की तरफ से पूरे प्रदेश में चलाए जा रहे सम्मान समारोह कार्यक्रम में आहलूवाला गांव में कही के दौरान कही। आम आदमी पार्टी से जुड़े साथियों को पहचान पत्र देकर सम्मान किया जा रहा है। आदर्श पाल ने बताया कि  जगाधरी विधानसभा में लगभग 90% गांवों में जाकर आम आदमी पार्टी से जुड़े साथियों को पहचान पत्र देकर सम्मानित किया जा चुका है, शेष बचे गांवों में अगले एक-दो दिन में यह पहचान पत्र वितरण सम्मान समारोह संपन्न कर लिया जाएगा।

आदर्श पाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा 15 दिसंबर से हरियाणा में चार बदलाव यात्राएं चलाई जाएगी। प्रदेश के आम आदमी पार्टी के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे। 10 दिन चलने वाली यात्रा के माध्यम से 90 विधानसभाओं और 10 लोकसभा क्षेत्रों को कवर किया जाएगा  और प्रदेश के चारों कोनों से शुरू होने वाली यात्रा पूरे प्रदेश में बदलाव का संदेश देगी।

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में नया हरियाणा बनाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि आज सत्तासीन पार्टियां और विपक्ष पूरी तरह से फेल हो चुका है। आम आदमी पार्टी ही जनता के सामने मजबूत विकल्प है। किसान, मजदूर, गरीबों के उत्थान, चिकित्सा, बेहतर शिक्षा और युवाओं के रोजगार के मुद्दों को लेकर जनता के बीच जायेंगे। 

उन्होंने राजनीति से विमुख हुए लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि विभिन्न पार्टियों के जनता विरोधी नीतियों से परेशान होकर राजनीति से दूरी बनाने लोग आम आदमी पार्टी में शामिल होकर भ्रष्टाचार, युवाओं के रोजगार और प्रदेश में फैलते नशे के विरुद्ध आवाज बुलंद करने का काम करें।

आदर्श पाल सिंह ने बताया कि जगाधरी विधानसभा से लाखों की संख्या में लोग आम आदमी पार्टी के साथ जुड़ चुके हैं। पार्टी के साथ जुड़े हर साथी का पार्टी में पूरा मान सम्मान दिया जा रहा है।