अंतर्कलह की भेंट चढ़ी स्मीक्षा बैठक पर भीम अफजल के लिए सब ठीक है

कांग्रेस नेता केके शर्मा ने कहा कि मैंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया से बैठक के दौरान कहा कि मुझे गुलाम नबी आजाद के खिलाफ काफी कुछ कहना है लेकिन, मौका नहीं दिया गया. कॉंग्रेस की यही कमजोरी है की वह मंथन के नाम पर भी आदेश ही देती है। समीक्षा के नाम पर दोषारोपण और बली ली जाती है। बड़े नेताओं की दुयानेन चलतीं रहे इस लिए न्हे संगठन ही मेन न्छे पद दे दिये जाते हैं ओर वह अपने यवराज ही की भांति आचरण करते हैं और जमीनी कार्यकर्ताओं की तो बात छोड़िए पार्टी के स्थानीय नेताओं से भी नहीं मिलते। राहुल की भांति सिंधिया भी अपनी अभूतपूर्व हार से कुछ नहीं सीखे। सनद रहे सिंधिया अपने ही कार्यकर्ता के अपमान का स्वाद उसी कार्यकर्ता द्वारा मिली हार से चख रहे हैं। परंतु आज भी वह वही गलती करते जा रहे हैं।

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में कांग्रेस के अपेक्षित प्रदर्शन न कर पाने के बाद मंगलवार को एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई. कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा आयोजित की गई इस बैठक में उत्तर प्रदेश में पार्टी को मिली हार की समीक्षा की जानी थी. इसी दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ कांग्रेसी नेताओं के बीच गरमागरमी हो गई. न्यूज एजेंसी एएनआई के द्वारा जारी वीडियो में देखा जा सकता है कि नेताओं के बीच बहस ने काफी बड़ा रूप ले लिया और धक्कामुक्की भी हुई. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के नेता समीक्षा बैठक के लिए काफी समय से इंतजार कर रहे थे लेकिन, बैठक शुरू होने में काफी समय लग गया.

Argument between Congress leaders from Western Uttar Pradesh following a review meeting in Delhi on election results in UP; a Congress leader says, “it’s our internal matter”.

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कांग्रेस नेता केके शर्मा ने नेताओं की बहस मामले पर न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि हम यहां सुबह 10 बजे से इंतजार कर रहे थे. लेकिन, बैठक शाम को 3 बजे बुलाई गई थी. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि शीर्ष नेतृत्व ने बिना बैठक के ही निर्णय ले लिया. उन्होंने दावा किया कि बैठक में सदस्यों को जगह नहीं दी गई और नेतृत्व ने बिना सदस्यों से मिले ही निर्णय ले लिया. उन्होंने कहा कि जो लोग चुनाव नतीजों के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें बैठक में जगह ही नहीं मिली. उन्होंने कहा कि मैंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया से बैठक के दौरान कहा कि मुझे गुलाम नबी आजाद के खिलाफ काफी कुछ कहना है लेकिन, मौका नहीं दिया गया.


वहीं, इस मामले पर कांग्रेस नेता मीम अफजल ने कहा कि यह हमारा आंतरिक मामला है. मीम अफजल ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 10 जिलों के नेताओं को बुलाया गया था. सभी ने कांग्रेस नेतृत्व के सामने अपना विश्लेषण रखा. उन्होंने बताया कि बैठक में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर और पश्चिमी यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद थे. उन्होंने कहा कि इस बैठक में समीक्षा की गई. उन्होंने कहा कि यह बैठक लोकसभा चुनाव 2022 की तैयारी के लिए की गई थी.

दार्जिलिंग में ममता को मिला एक बड़ा झटका

भाजपा ने बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को एक और झटका दिया है। लोगों का मानना है कि भाजपा एक प्र्भवी विकल्प कि तरह उभर रही है। 32 सदस्यीय दार्जीलिंग नगर निगम में भाजपा अब बहुमत में है। निगम की दो सीटें खाली हैं. तृणमूल यहां पहली बार सत्‍ता में आई थी.

नई दिल्ली: बीजेपी पश्‍च‍िम बंगाल की राजनीत‍ि में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को हर कदम पर नुकसान पहुंचाती दिख रही है. लोकसभा में तृणमूल से 16 सीटें छीनने के बाद अब बीजेपी नगर पालिका और नगर निगम पर अपनी निगाहें जमा दी हैं. शनिवार को दार्ज‍िलिंग नगर निगम में तृणमूल के 17 पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए. इसके साथ ही इस नगर निगम में बीजेपी का कब्‍जा हो गया है. इससे पहले भाटपारा में नगर पालि‍का में भी बीजेपी ने जीत हासि‍ल की थी.

दार्जीलिंग नगर निगम के 17 पार्षद शनिवार को बीजेपी में शामिल हो गए जिससे स्थानीय निकाय में भाजपा को बहुमत मिल गया है. बीजेपी नेता मुकुल रॉय ने पार्षदों को औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल कराने के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. रॉय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जनप्रतिनिधियों और उनके समर्थकों का उत्पीड़न करने के लिए पुलिस के इस्तेमाल का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा, ‘राज्य में लोकतंत्र बचाने की हमारी लड़ाई जारी है. लोकसभा चुनाव में जनादेश मुख्यमंत्री के खिलाफ था, लेकिन अब वह बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को परेशान करने के लिए पुलिस राज का इस्तेमाल कर रही हैं.’ रॉय ने कहा कि 32 सदस्यीय दार्जीलिंग नगर निगम में भाजपा अब बहुमत में है. निगम की दो सीटें खाली हैं.

उन्होंने कहा कि भाजपा आने वाले दिनों में यहां बड़ा प्रदर्शन करेगी. राज्य के पार्टी मामलों के प्रभारी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन पर अनेक संस्थाओं पर हमले का आरोप लगाया. दार्जीलिंग से सांसद राजू बिस्ता ने कहा कि राज्य में खासकर उत्तर बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को हुए नुकसान के लिए पुलिस क्षेत्र में बीजेपी के लोगों को परेशान कर रही है.

एक साल पहले हुए निकाय चुनावों में पहली बार ममता बनर्जी की पार्टी को हिल्‍स यानी दार्ज‍िलि‍ंग नगर निगम में कामयाबी मिली थी. इस क्षेत्र में बिमल गुरुंग की गोरखा जनमुक्‍त‍ि मोर्चा का दबदबा रहता है. ये संगठन लंबे समय से अलग प्रदेश गोरखालैंड की मांग पर अड़ा है. बीजेपी इसी के सहयोग से दार्ज‍िलिंग की लोकसभा सीट जीतती आ रही है.

मोदी ने केरल के मतदाताओं को शुक्रिया कहा

राहुल गांधी आज अपने सांसदिया क्षेत्र वायनाड में थे, वहाँ उन्होने जम कर प्रधानमंत्री मोदी पर अपनी भड़ास निकली। उन्होने प्रधान मंत्री मोदी पर जुबानी हमला करते हुए कहा ‘‘राष्ट्रीय स्तर पर हम जहर से लड़ रहे हैं. मोदी का प्रचार झूठ, जहर, घृणा और देश के लोगों के विभाजन से भरा हुआ था. उन्होंने चुनाव में झूठ का इस्तेमाल किया…. कांग्रेस सच्चाई, प्यार और लगाव के साथ खड़ी रही.’ वहीं मोदी ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में चुनाव का अपना स्थान होता है और यह जीतने वाले की जिम्मेदारी होती है कि वह 130 करोड़ लोगों का ख्याल रखे. जिन लोगों ने हमें जिताया है या जिन लोगों ने ऐसा नहीं किया है, दोनों हमारे अपने (लोग) हैं. केरल वाराणसी जितना ही मुझे प्रिय है.’’ 

गुरुवायूर (केरल): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा में भरोसा जताने के लिए मतदाताओं का शुक्रिया अदा करते हुए शनिवार को कहा कि राजनीतिक दल और राजनीतिक पंडित लोकसभा चुनाव से पहले जनता के मूड को भांपने में नाकाम रहे. लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रचंड जनादेश के साथ जीतकर सत्ता में आयी है.

लोकसभा चुनाव में भाजपा की शानदार जीत से दूसरे कार्यकाल के लिये सत्ता बरकरार रखने के बाद अपने पहले सार्वजनिक कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि राज्य से कोई सांसद नहीं चुने के बावजूद उन्होंने अपनी पहली यात्रा के लिये केरल को चुना क्योंकि यह भी उन्हें उत्तर प्रदेश में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी जितना ही प्रिय है.

हाल में सम्पन्न लोकसभा चुनाव को ‘‘लोकतंत्र का पर्व’’ बताते हुए मोदी ने केरल की जनता की प्रशंसा की और यहां के मतदाताओं के योगदान के लिये उनका धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि देश ने देखा है कि चुनाव में ‘‘जनता भगवान होती है.’’ 

अपनी पार्टी को चुनने के लिये उन्होंने मतदाताओं का शुक्रिया अदा किया और कहा, ‘‘राजनीतिक पार्टियां और राजनीतिक पंडित लोगों के मूड को भांप नहीं सके. वे (चुनावी) सर्वेक्षण करने में लगे रहे और जनता ने भाजपा को अपना मजबूत जनादेश दे दिया.’’ 

उन्होंने कहा हालिया चुनाव ने साबित किया है कि लोगों ने ‘‘नकारात्मकता’’ को खारिज किया और ‘‘सकारात्मकता’’ को स्वीकार किया है.

लोकसभा चुनाव के बाद अपनी पहली यात्रा के लिये केरल को चुनने पर मोदी ने कहा कि कुछ लोग हैरान हो रहे होंगे कि यहां तो भाजपा का ‘‘खाता भी नहीं खुला’’, फिर भी उन्होंने दक्षिणी राज्य को क्यों चुना. उन्होंने कहा, एक चुना हुआ नेता सर्वमान्य होता है.

मोदी ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में चुनाव का अपना स्थान होता है और यह जीतने वाले की जिम्मेदारी होती है कि वह 130 करोड़ लोगों का ख्याल रखे. जिन लोगों ने हमें जिताया है या जिन लोगों ने ऐसा नहीं किया है, दोनों हमारे अपने (लोग) हैं. केरल वाराणसी जितना ही मुझे प्रिय है.’’ 

प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सिर्फ चुनावी राजनीति के लिये काम नहीं करती, बल्कि वह देश निर्माण के लिये प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करना चाहती है कि अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत को उसका गौरवपूर्ण स्थान मिले.

निपाह विषाणु के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि केंद्र सभी जरूरी सहायता उपलब्ध कराने के लिये केरल सरकार के साथ ‘‘कंधे से कंधा मिलाकर’’ काम कर रहा है.


राहुल फिर मुंह कि खाएँगे

सच्चाई यह है की लगातार 2सरी बार बुरी तरह हारने के बाद और अपने दम पर नेता प्रतिपक्ष का पद हासिल करने योग्य संख्या बल भी नहीं होने के बावजूद राहुल को नकारत्म्क्ता से इतना मोह है की वह वायनाड में अभी तक चुनावी मोड में हैं। यहाँ वह प्रधान मंत्री को ठीक उस तरह कोस रहे हैं जैसा वह चुनावों के दौरान करते थे। उन्हे पता है कि अब 5 साल तो कुछ बदलने वाला है नहीं अत: अपनी भड़ास यूं ही निकाल लो। दरअसल कांग्रेस में अब कोई उन्हे समझाये इतनी समझ किसी में नहीं।

वायनाड (केरल): अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड की यात्रा के दूसरे दिन भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा हमला जारी रखा और कहा कि लोकसभा चुनाव का उनका प्रचार अभियान ‘‘झूठ, जहर और घृणा’’ से भरा हुआ था, जबकि कांग्रेस सच्चाई, प्यार और लगाव के साथ खड़ी थी. वायनाड लोकसभा सीट जीतने के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र आए गांधी शनिवार को रोड-शो के बाद कालपेटा, कमबलकाडु और पनामरम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे.

रोड शो के रास्ते में बड़ी संख्या में कांग्रेस नीत यूडीएफ के कार्यकर्ता और महिलाएं मौजूद थीं. राहुल गांधी के विशेष वाहन पर उनके साथ कांग्रेस महासचिव कर्नाटक प्रभारी के. सी. वेणुगोपाल, केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला, केरल कांग्रेस प्रमुख मुल्लापल्ली रामचन्द्रन मौजूद थे. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी ‘हथियार की तरह घृणा, गुस्सा और झूठ का इस्तेमाल करते हैं.’

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री द्वारा दर्शायी जाने वाली ” सबसे बुरी भावनाओं” के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी. राहुल गांधी ने वहां मौजूद लोगों से कहा, ‘‘राष्ट्रीय स्तर पर हम जहर से लड़ रहे हैं. मोदी का प्रचार झूठ, जहर, घृणा और देश के लोगों के विभाजन से भरा हुआ था. उन्होंने चुनाव में झूठ का इस्तेमाल किया…. कांग्रेस सच्चाई, प्यार और लगाव के साथ खड़ी रही.’

गांधी ने वायनाड में शुक्रवार और शनिवार को रोड-शो किया. इस दौरान सड़कों पर भारी भीड़ रही और लोगों ने अपने नव-निर्वाचित सांसद का स्वागत किया. कमबलकाडु में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वायनाड में कुछ चुनौतियां हैं जिनसे साथ काम करके पार पाया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा काम पूरे वायनाड का प्रतिनिधित्व करना है. चुनाव में सभी दलों के लोगों ने मेरा साथ दिया. वायनाड में बड़ी चुनौतियां और मुद्दे हैं. हम साथ काम करेंगे और सारी समस्याओं का समाधान करेंगे.’

गांधी ने वायनाड लोकसभा सीट से 4.31 लाख मतों से जीत दर्ज की थी. हालांकि वह गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाले अमेठी लोकसभा क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से चुनाव हार गये थे. लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस ने 52 सीटें जीती हैं. पंजाब और तमिलनाडु़ के बाद केरल तीसरा राज्य है जहां पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए सहयोगियों के साथ मिलकर 20 में से 19 सीटें जीती. कांग्रेस अध्यक्ष अपने लोकसभा क्षेत्र के तीन दिवसीय दौरे पर हैं.

राजस्थान में लव जेहादियों के होसले बुलंद

दिनेश पाठक, जयपुर

देश का छदम सेक्युलर समाज लव जिहाद का नाम आते ही मुस्लिमों पर हमला बताकर हिन्दुओ पर बांटने का आरोप लगाता है और लोकतंत्र और संविधान पर खतरा बताकर ऐसे लव जिहाद के समर्थन मे खडा हो जाता है जिससे देश के इस अपराध के अपराधियों के हौसले बुलन्द होते जा रहे है और लव जिहाद की घटनाएं लगातार बढती जा रही है।

सच तो यह है कि ये छदम सेक्युलर लोग लव जिहाद का मतलब भी नही जानते बस ये समझते है कि ये नाम आर एस एस ने दिया तो हमको सिर्फ इसका विरोध करना है जबकि लव जिहाद शब्द ही केरल हाईकोर्ट मे सबसे पहले सामने आया जहां इन सेक्युलर विचारधारा की पर्टियो कि ही सरकार रहती है यह शब्द न्यायलय के संज्ञान लिये जाने के बाद ही आया चूंकि पहले हिन्दु बालिकाओं के साथ ये घटनाएं घटी तब तक सब कुछ सामान्य था लेकिन जैसे ही ईसाई बालिकाओं पर ये होने लगा तो केरल की सरकार और न्यायालय दोनो की निद्रा टूटी और गायब हजारों हिन्दू और ईसाई लड़कियों को खोजने के आदेश न्यायालय ने केरल सरकार को दिये

देश का सबसे ताजातरीन लव जिहाद का वाक्या राजस्थान के सीकर मे सामने आया।
एक मुस्लिम लडका इमरान भाटी जो खुद शादिशुदा था और तीन बच्चो का पिता था सीकर के ब्राहण परिवार से कबीर शर्मा बनकर मिला !
इस ब्राह्मण परिवार की इकलौती लडकी थी जिसके पिता के सामने शादी का प्रस्ताव रखा जिसे लडकी के पिता ने स्वीकार कर लिया और कुछ दिन बाद सगाई की रस्म हुयी जिसमे कबीर शर्मा उर्फ इमरान भाटी के नकली माता पिता रिश्तेदार जो कि तिलक लगाये हुये थे शामिल हुये !
आपसी बातचीत मे भी किसी ने शंका नही होने दी यहां तक कि गोत्र भी ब्राह्मण समाज वाले जाहिर किये !

यह कुछ बच्चियों की तस्वीरें हैं जो लव जिहाद का शिकार हुईं और अपने जान से हाथ धो बैठीं

कुछ दिन पश्चात ही इमरान भाटी लडकी के पिता को जयपुर लाकर एक रिसोर्ट शादी के लिये बुक करवा दिया तथा 13 मई को हिन्दु रीति रिवाज से शादी सम्पन्न हुयी जिसमे इमरान भाटी के नकली रिश्तेदार भी ब्राह्मण बनकर तथा तिलक लगाकर शामिल हुये!
लडकी के पिता ने दहेज मे 11 लाख रुपये नकद 5 लाख के गहने और अन्य सामान दिया। शादी सम्पन्न होने के कुछ दिन बाद ही इमरान भाटी ने लडकी को पांच लाख की आवश्यकता बताते हुये अपने पिता से लाने पिता के घर भेज दिया ! पिता के पास नकद होने होने की स्थिति मे ढाई लाख रुपये उधार लाकर रखे जिन्हे लेकर इमरान भाटी उर्फ कबीर शर्मा और लडकी गायब हो गये !
पिता ने जब तलाश की तो ये मामला लव जिहाद का निकला !

सारी कार्यवाही को इमरान भाटी उर्फ कबीर शर्मा ने बडी चालाकी से अंजाम दिया कि फोटोग्राफर और विडियग्राफर भी स्वयं ने किये जिनको कोई नही जानते जिससे लडकी के परिजनो के पास कुछ भी नही था लेकिन एक मोबाइल से शादी के फोटो लिये जिसे कुछ लोगो को दिखाया तो लोगो ने पहचान कर बताया कि कि यह लडका कबीर शर्मा नही बल्कि इमरान भाटी है तथा सीकर का ही रहने वाला है और शादीशुदा एवं तीन बच्चो का पिता है किसी मोटर कम्पनी मे काम करता था।

लडकी के पिता ने पुलिस थाने मे मामला दर्ज कराया है जिस पर विशेष टीम गठित कर आरोपी इमरान भाटी ,लडकी तथा तथाकथित रिश्तेदारो की तलाश कर रही है

ईडी ने सैक्टर 6 में स्थित एजेएल का प्लॉट नों॰ सी-17 को किया जब्त

नई दिल्‍ली :प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को नेशनल हेराल्‍ड केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने हरियाणा में करीब 64 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्‍त की हैं. ईडी की ओर से जब्‍त की गई यह संपत्ति नेशनल हेराल्‍ड और एसोसिएटेड जर्नल्‍स लिमिटेड से संबंधित है.

प्रवर्तन निदेशालय की ओर से बुधवार को जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक हरियाणा के पंचकुला के सेक्‍टर 6 के प्‍लॉट नंबर सी-17 को जब्‍त किया गया है.

ईडी के मुताबिक हरियाणा के पूर्व मुख्‍यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा एसोसिएटेड जर्नल्‍स लिमिटेड को यह संपत्ति आवंटित की गई थी.

प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार पंचकुला की यह संपत्ति एजेएल को वर्ष 1982 में आवंटित की गई थी. ईडी के मुताबिक पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस संपत्ति के आवंटन में अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एजेएल को लाभ पहुंचाया. पूर्व सीएम हुड्डा ने हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी के नियमों और नीतियों को ताक पर रखा.

कांग्रेस -जेडीएस की चिंता उनका घटता जनादेश नहीं आपितु जनादेश के खिलाफ जा कर हासिल की हुई सत्ता को बचाने की है

कर्णाटक में कांग्रेस जेडी-एस गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ताज़ा मिली करारी हार के बाद भी उन्हे समझ नहीं आ रहा की प्रदेश में कौन सी बयार बह रही है। विधान सभा चुनावों में भी भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी। तब एक दूसरे के विरुद्ध लड़े कांग्रेस जेडी-एस ने सत्ता के लालच में चुनाव पर्यंत गठबंधन कर कर्णाटक की जनता द्वारा दिये जनादेश को धता बता दी थी। आज भी लोकसभा चुनावों जब में जनादेश उनके बिलकुल विपरीत है, जनता ने कांग्रेस – जेडीएस को एक बार फिर नाकार दिया है कर्णाटक की 28 सांसदीय क्षेत्रों में से 18.4% वोटों की बढ़ोतरी के साथ 26 सीटें भाजपा की झोली में डाल दीं कांग्रेस-जेडीएस को मात्र 2 सीटें ही मिलीं हैं।

अभी भी कांग्रेस -जेडीएस की चिंता उनका घाटता जनादेश नहीं आपितु जनादेश के खिलाफ जा कर हासिल की हुई सत्ता है। दोनों दल बस उसी सत्ता को बचाने की कवायद में हैं।

बेंगलुरु: कर्नाटक के सत्तारूढ़ गठबंधन में बढ़ती चिंता के बीच उसके घटक कांग्रेस ने राज्य की वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा करने के लिए बुधवार को पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाई है. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की करारी हार और कांग्रेस में बढ़ते असंतोष के बीच यह बैठक होने जा रही है.

कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया ने विधानपरिषद, लोकसभा और राज्य सभा के सदस्यों और पार्टी विधायकों को लिखे पत्र में कहा कि वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा करने के लिए यहां 29 मई को शाम छह बजे एक होटल में बैठक होगी.

पत्र में कहा गया है,‘सभी विधायकों को बैठक में जरूर उपस्थित रहना चाहिए और बहुमूल्य सुझाव देना चाहिए.’ उसमें कहा गया है कि बैठक में उपमुख्यमंत्री जी परमेशवर और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव भी मौजूद रहेंगे.

लोकसभा में कांग्रेस का खराब प्रदर्शन 
कर्नाटक में पार्टी के अब तक सबसे खराब प्रदर्शन के तहत कांग्रेस ने एक ही लोकसभा सीट मिली. वह 21 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ी थी. जेडीएस को भी एक ही सीट मिली, वह सात सीटों पर उतरी थी. पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, वीरप्पा मोइली और के एच मुनियप्पा समेत गठबंधन के कई बड़े नेता हार गये. 

कांग्रेस से यह आवाज उठने लगी कि इस खराब प्रदर्शन के लिए जेडीएस के साथ साझेदारी जिम्मेदारी है, इसलिए इस गठबंधन को खत्म किया, इस पर कुमारस्वामी ने इस्तीफे की पेशकश कर डाली. हालांकि शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक हुई और उनके नेतृत्व पर विश्वास व्यक्त किया गया और कहा गया कि गठबंधन जारी रहेगा.

कांग्रेस विधायक दल की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब पार्टी के अंदर असंतोष गहरा रहा है. पार्टी विधायक रमेश जारकिहोली कुछ समय से भाजपा के साथ जाने की बात कह रहे हैं रहे हैं और उन्होंने लोकसभा चुनाव के बाद कुछ विधायकों के साथ इस्तीफा भी देने की धमकी दी है.

भारत के लिए मोदी ईश्वरीए चमत्कार से कम नहीं : शिव राज सिंह चौहान

NDA 347 UPA 92 Others 102

विधान सभा में NOTA दबाने वाले मतदाताओं ने इस बार अपनी गलती न केवल स्वीकारी अपितु प्र्याश्चित स्वरूप सूद समेत लोक सभा सीटों के रूप में शिवराज मामा की झोली भर दी है। शिवराज चौहान ने कहा, “राष्ट्रीय अध्यक्ष (अमित शाह) शुरू से कह रहे थे कि हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बाकी है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा अभी बाकी है. राष्ट्रीय अध्यक्ष जो कहते हैं, वह करके दिखाते हैं, अब परिणाम भी वैसे आ रहे हैं.”

भोपाल: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के शुरुआती रुझान और नतीजे 2019 (Lok Sabha Election Results 2019) आने लगे हैं. ताजा रुझानों में मध्य प्रदेश की 28 सीटों पर बीजेपी और एक सीट पर कांग्रेस को बढ़त मिली हुई है. मध्य प्रदेश की कई सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी करीब एक लाख वोटों की बढ़त बनाए हुए हैं. चुनावी रुझानों में दिख रही प्रचंड ‘मोदी लहर’ के बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की जनता के लिए ईश्वरीय चमत्कार बताया है. 

लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मिली सफलता पर अपनी प्रतिक्रिया में शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, “इस चुनाव से देश में नई राजनीति का उदय हुआ है. क्षेत्रवाद, जातिवाद और पंथवाद इस चुनाव से मिट गया. सारा देश एक साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे खड़ा हो गया.” उन्होंने आगे कहा, “पीएम मोदी जनता की श्रद्धा हैं, आस्था हैं और ईश्वरीय चमत्कार हैं. सबका साथ-सबका विकास उनका मूल मंत्र है और सारा देश उनके पीछे खड़ा हो गया.”

कांग्रेस द्वारा ‘चौकीदार चोर है’ का नारा दिए जाने के सवाल पर चौहान ने कहा, “चुनाव में कांग्रेस ने बचकानी हरकतें कीं, राहुल बाबा को परिपक्व होना चाहिए, जिस तरह से वह गालियां देते रहे, चौकीदार चोर है के नारे लगवाते रहे. वहीं दूसरी ओर जनता कसम खाती रही कि पीएम मोदी के बारे में ऐसा कह रहे हैं, इसका हम बदला लेंगे और वह चुनावी नतीजों में दिख रहा है.” भाजपा को पश्चिम बंगाल और ओडिशा में मिली सफलता के सवाल पर चौहान ने कहा, “राष्ट्रीय अध्यक्ष (अमित शाह) शुरू से कह रहे थे कि हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बाकी है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा अभी बाकी है. राष्ट्रीय अध्यक्ष जो कहते हैं, वह करके दिखाते हैं, अब परिणाम भी वैसे आ रहे हैं.”

9 से 16 जुलाई को प्रक्षेपण के पश्चात 6 सितंबर को चाँद पर उतरेगा चंद्रयान 2

राजनैतिक ख़बरों के बीच जब समग्र उन्नति की बात आत है तो मन प्रफुल्लित हो उठता है। एक्ज़िट पोल या नतीजे कुछ भी हों भारत आगे बढ़ता रहेगा। मोदी ए आने से पहले चंद्रयान आ सपना देखा जा चुका था, मोदी के आने पर न केवल इसे अमली जमा पहनाया गया अपितु चंद्रयान 2 को भी साकार किया गया। इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने कहा कि अगला चंद्रयान-दो भारत के लिए ऐतिहासिक मिशन होने जा रहा है

श्रीहरिकोटा (आंध्रप्रदेश): भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अपने सबसे महत्वाकांक्षी मिशन के तहत चंद्रयान-2 का 9 से 16 जुलाई के बीच प्रक्षेपण करने की तैयारी कर रहा है.  इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने कहा कि छह सितंबर को चंद्रमा पर लैंडिंग की संभावना है . उन्होंने कहा,‘एक खास स्थान पर लैंडिंग होने जा रही है, जहां पर इससे पहले कोई नहीं पहुंचा है. ’

बुधवार को पीएसएलवी-सी 46 द्वारा रडार इमेजिंग अर्थ ऑब्जर्वेशन उपग्रह रीसैट-2 बी के सफल प्रक्षेपण के बाद सिवन ने कहा कि अगला चंद्रयान-दो भारत के लिए ऐतिहासिक मिशन होने जा रहा है . 

मिशन कंट्रोल सेंटर के वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा,‘इसरो का यह सबसे जटिल मिशन होने वाला है. यह इस साल नौ से 16 जुलाई के बीच होगा. ’ उन्होंने कहा कि एजेंसी छह सितंबर को चंद्रमा की सतह पर रोवर की लैंडिंग पर नजर रखेगी.  इसरो के मुताबिक, चंद्रयान-2 दूसरा चंद्र अभियान है और इसमें तीन मॉडयूल हैं ऑर्बिटर, लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान).

रिसैट-2बी का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण
बता दें इसरो ने पृथ्वी की निगरानी करने वाले उपग्रह रिसैट-2 बी को बुधवार को सफलतापूर्वक उसकी कक्षा में पहुंचा दिया. यह उपग्रह घने बादलों के बावजूद भी पृथ्वी की तस्वीरें ले सकेगा और इसके जरिए सीमा पार पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर निगरानी रखी जा सकेगी। साथ ही, इसने सैन्य एवं असैन्य क्षेत्रों में देश की निगरानी क्षमताओं को भी बढ़ाया है। ‘जासूस’ उपग्रह बताए जा रहे रिसैट-2 बी (रडार इमेजिंग सैटेलाइट-2बी) अपने पूर्ववर्ती रिसैट-2 का स्थान लेगा। 

उल्लेखनीय है कि आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने के लिए सीमा पार आतंकी ठिकानों में गतिविधियों की निगरानी करने में भारत ने रिसैट-2 का सक्रियता से उपयोग किया है। उस उपग्रह को 2009 में प्रक्षेपित किया गया था। 

गृह मंत्रालय की केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों को चौकन्ना रहने के आदेश

कुशवाहा, महागठबंधन के नेताओं ओर आम आदम पार्टी के भारद्वाज द्वारा नतीजे अनुरूप न आने पर गृह युद्ध छिड़ने की धमकी दिये जाने पर, गृह मंत्रालय ने अनुकूल नतीजे न मिलने पर हिंसा भड़काने को आतुर दलों का नाम लिए बिना एक अलर्ट जारी किया है। मंत्रालय का कहना है कि कुछ पक्षों द्वारा किए गए हिंसा भड़काने के आह्वान को देखते हुए यह कदम उठाया गया है.

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए मतगणना से एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिंसा की आशंका के मद्देनजर बुधवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट कर दिया. मंत्रालय का कहना है कि कुछ पक्षों द्वारा किए गए हिंसा भड़काने के आह्वान को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. 

मंत्रालय ने एक बयान में यह भी कहा कि उसने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कानून एवं व्यवस्था तथा शांति बनाये रखने के लिए कहा है.

बयान में कहा गया है,‘गृह मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को कल मतगणना के सिलसिले में देश के अलग..अलग हिस्सों में हिंसा भड़कने की आशंका के संबंध में अलर्ट किया है.’  मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को साथ ही यह भी कहा गया है कि वे स्ट्रांग रुम और मतगणना स्थलों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठायें.

इसमें कहा गया है,‘यह विभिन्न पक्षों की ओर से मतगणना वाले दिन हिंसा भड़काने और बाधा उत्पन्न करने के लिए किए गए आह्वान और दिये गए बयानों के संबंध में किया गया है.’’ 

एक अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली है कि कुछ संगठन और व्यक्तियों ने, विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और त्रिपुरा में, कुछ बयान दिये हैं जिससे हिंसा उत्पन्न होने की आशंका है और इससे मतगणना प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो सकती है.’’ 

लोकसभा चुनाव सात चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई तक हुए थे. मतगणना गुरुवार को होगी.