Know your Case

“Know your case” scheme was launched by Chandigarh Police in 2013 under the title to bring greater transparency and accountability in police functioning. Under this scheme, citizen visits the concerned Police Stations/units and also in Traffic Lines Sector-29, Chandigarh to check the status of their cases, complaints and also traffic challans. Under this scheme, complainant can visit the concerned police station/unit to know the status of investigation/inquiry.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

To bring greater transparency and accountability in police functioning, Chandigarh Police also launched another scheme under title “Public Grievances Redress Campaign” in July 2017 in all police stations of Chandigarh to redress grievances/complaints of public. The main idea behind this scheme is to redress/dispose maximum complaints/grievances of general public more effectively and in the short span of time.

Today 02.06.2018, Know your case & Public Grievances Redressal Campaign was organized in all police stations/units from 10 AM to 2 PM. The SDPO’s and concerned DSP’s personally supervise this campaign.  During this, total 604 persons visited the Police Stations, units under these schemes. 558 persons visited under Public Grievances camp and 46 persons visited under Know your case Scheme. Total 336 complaints have been disposed off at Public Grievances Redressal camp. SDPOs of each sub-division also reviewed the process personally by spending adequate time at police stations of their sub-division. The facts of complaints were discussed with complainants. During the camp problems/issues discussed and instructions/directions regarding these have been issued to concerned Police officials/Beat staff to comply with accordingly.

During the meeting a healthy interaction was made between police and public.

चिरंजीव को जन्मदिवस की बधाई

हरियाणा युवा कंग्रेस्सी नेता कर्मवीर सोनी ने राष्ट्रीय सचिव भारतीय यूथ कांग्रेस चिरंजीव राव को जन्म दिवस की बधाई दी

जाट आरक्षण देशव्यापी मुद्दा: मालिक

 

चंडीगढ,2जून:

जाट आरक्षण का मुद्दा अभी सुप्रीम कोर्ट और पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में अटका है। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति की राय में सरकार द्वारा असरदार पैरवी न करने के कारण जाट आरक्षण के पक्ष में फैसला नहीं हो पा रहा। हरियाणा के रोहतक जिले के जसिया में शनिवार को आयोजित जाट महासम्मेलन में इस स्थिति के लिए सरकार को जिम्मेदार मानते हुए रोष प्रकट किया गया और आरक्षण आंदोलन को देशव्यापी बनाने का फैसला किया गया।

महासम्मेलन में जो रणनीति तय की गई उसके अनुसार आगामी 15 जून से 15अगस्त तक हरियाणा में जिला सम्मेलन आयोजित कर पिछडे,दलित व किसान संगठनों को जोडा जाएगा और आंदोलन की जिलेवार जिम्मेदारी तय की जाएगी। जिला स्तर पर सम्मेलन से पहले गांव,हल्का,ब्लाॅक और तहसील स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। संघर्ष समिति इस तरह आंदोलन के लिए जनाधार जुटायेगी। इस जनसमर्थन से आगामी 16अगस्त से हरियाणा के मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कार्यक्रमों का विरोध किया जाएगा। जहां भी मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कार्यक्रम होंगे वहां धरना दिया जाएगा। मांगें पूरी किए जाने तक विरोध का यह सिलसिला कायम रहेगा। यह भी तय किया गया कि यदि भाजपा का कोई राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम इससे पहले हरियाणा में आयोजित किया गया तो विरोध उसी समय शुरू कर दिया जाएगा।

जसिया महासम्मेलन में आंदोलन की यह रणनीति तय करने के साथ ही केन्द्र व हरियाणा सरकारों से यह मांग की गई कि सुप्रीम कोर्ट में सही तथ्य रखकर जाट आरक्षण पर लगाई गई रोक हटवाई जाए,पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सामाजिक पिछडेपन के आंकडे पेश कर आरक्षण लागू करवाया जाए और संसद के आगामी सत्र में राष्ट्रीय सामाजिक व शैक्षिक पिछडा वर्ग आयोग विधेयक पारित करवाया जाए। महासम्मेलन के जरिए यह चेतावनी भी दी गई कि भविष्य में जाट आरक्षण आंदोलन को देशव्यापी रूप दिया जाएगा। राजस्थान व मध्यप्रदेश के आगामी दिसम्बर में आयोजित विधानसभा चुनावों में जाट समुदाय के खिलाफ अन्याय को मुद्दा बनाया जाएगा। इसी तरह आगामी लोकसभा चुनाव में भी जाट समाज के साथ अन्याय का मुद्दा उठाया जाएगा। अन्य पिछडा वर्ग के लिए आंदोलन कर रही पटेल,मराठा,कापू आदि जातियों को भी आंदोलन की रणनीति से जोडा जाएगा।

महासम्मेलन में संघर्ष समिति के हरियाणा के जिलाध्यक्ष,प्रदेश पदाधिकारी,उत्तर प्रदेश,दिल्ली,राजस्थान,मध्यप्रदेश व पंजाब के पदाधिकारियों ने भी हरियाणा में आंदोलन को ताकत देने और केन्द्रीय स्तर पर चलाए जाने वाले आंदोलन में भागीदारी का भरोसा भी दिया। सभी राजनीतिक दलों से जाति-धर्म के आधार पर बांटने वाली भाजपा सरकार के खिलाफ संसद व विधानसभा में आवाज उठाने की अपील की जायेगी। महासम्मेलन को संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने संबोधित किया।

मलिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 26मार्च 2015 को जाटों को आरक्षण देने का वायदा किया था लेकिन इस वायदे को पूरा नहीं किया गया। इस वायदाखिलाफी से जाट समुदाय नाराज है और आंदोलन के लिए किसी भी सीमा तक जाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि फरवरी 2016 के जाट आरक्षण आंदोलन में हिंसा की योजना हरियाणा की भाजपा सरकार ने अपने सांसद,विधायक और मंत्रियों द्वारा अमल में लाई गई और पूरे हरियाणा को जाट व गैर जाट में बांट दिया गया। मलिक ने इस साजिश में सांसद राजकुमार सैनी,अश्विनी चैपडा,मंत्री कैप्टेन अभिमन्यु,ओम प्रकाश धनखड और रोहतक के विधायक मनीष ग्रोवर का शामिल होना बताया।

हरियाणा की सड़कों पर दूध की नदियाँ

जींद, 2 जून:
देश भर में स्वामीनाथन आयोग कि रिर्पोट को लागू करवाने की मांग को लेकर 1 जुन से लेकर 10 जून तक किसानों ने फल,सब्जी,दूध न देने का निर्णय लिया हुआ है,जिसका असर हरियाणा के जिला जींद में भी देखने को मिला। किसान आंदोलन के दूसरे दिन शनिवार दोपहर किसान गांव ईक्कस में भारतीय किसान युनीयन कि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला कि अगुवाई में इक्टठे हुए और सड़कों पर दुध, फल व सब्जीयां बिखेरकर अपना रोष जाहिर किया। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए रामफल कंडेला ने सरकार पर किसानों की जायज मांगों पर विचार न करने का आरोप लगाया।  उन्होंने कहा कि अपनी मांगों के चलते देश भर के किसानों ने 1 जून से लेकर 10 जून तक किसान आंदोलन का निर्णय लिया है जिसके तहत किसान अपने उत्पादों को नही बेचेगा। उन्होंने बताया कि अगर दस तारीख तक उनकी मागों पर सरकार ने गौर नहीं किया तो वें फिर आगामी निर्णय लेगें।
उन्होने कहा कि स्वामी नाथन आयोग कि रिर्पोट को लागू करवाने की उनकी लंबे समय से मांग रही है लेकिन काफी समय बीत जाने के पश्चात भी इस रिर्पोट को लागू नही किया जा रहा है जिसका देश भर के किसान विरोध कर रहे है। उन्होंने कहा सरकार को चाहिए कि वें किसान हित को देखते हुए जल्द से जल्द इस रिर्पोट को लागू करें ताकि देश भर के किसान इसका लाभ उठा पाएं।

मोदी सरकार का किसानो के प्रति आक्रामक रवैया : सुरजेवाला

 

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संचार विभाग के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने आज मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों की कड़ी भर्त्सना की. उन्होंने बताया की किसानों के प्रति सहानुभूति रखने की बजाये नीतियों का विरोध कर रहे  किसानों के विरुद्ध झूठे मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं जोकि बहुत निंदनीय है.

सुरजेवाला के अनुसार अपने घोषणा पत्र में भाजपा  ने   किसानों को स्वामी नाथन समिति की सिफारिशों के अनुसार  ही लागत अक ५० प्रतिशत के ऊपर समर्थन मूल्य देने का वादा किया था परन्तु  ऐसा नहीं किया गया जबकि कांग्रेस शासनकाल में स्वामी नाथन समिति की 201 सिफारिशों में से १७५ लागू कर दी गई थी.

कांग्रेस ने शनिवार को सरकार से किसानों के कर्ज माफ करने की मांग की और आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार देश के गन्ना किसानों की परेशानी पर ध्यान देने की बजाय पाकिस्तान से चीनी का आयात कर रही है.

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ‘देश भर के 130 से अधिक किसान संगठन मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते एक से दस जून तक ‘गांव बंदी’ आंदोलन कर रहे हैं. यह पहला अवसर नहीं है कि किसानों ने बीजेपी सरकार के प्रति अपना रोष प्रकट किया हो. बीते चार सालों से यही हालत है.’

कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों को धोखा देते हुए देश के सुपईम कोर्ट में 6 फरवरी, 2015 को शपथ पत्र दिया कि अगर स्वामीनाथन कमीशन की ‘लागत का 50 फीसदी से ज्यादा समर्थन मूल्य’ देने की सिफारिश को स्वीकार किया गया तो बाजार बिगड़ जाएगा. इसका मतलब यह है कि मोदी सरकार किसानों की अपेक्षा जमाखोरों और बिचौलियों के पक्ष में खड़ी हो गई.

उन्होंने कहा, ‘गन्ना किसानों की दुर्दशा का भी यही हाल है. देश के गन्ना किसानों का लगभग 20 हज़ार करोड़ रुपया बकाया है. मूल कारण यह है कि शक्कर के अच्छे उत्पादन के बाद भी शक्कर का भाव धराशाई हो गया है. मोदी जी ने पाकिस्तान से बड़ी मात्रा में शक्कर का आयात करवा कर देश के गन्ना किसानों के जीवन में कड़वाहट घोल दी है.’ सुरजेवाला ने सवाल किया कि मोदी सरकार जब अपने कुछ धनपतियों का लाखों करोड़ रूपए का कर्ज माफ़ कर सकती है तो फ़िर किसानों का कर्ज क्यों नहीं माफ़ कर सकती ?

 

Pet rolled down 9 paise

After touching the historic hike in fuel prices and facing the ridiculous remarks from opposition parties, Prices for petrol and diesel were dropped by nine paise on Saturday.

In Delhi, petrol now costs Rs 78.20 a litre, and diesel costs Rs 69.11 per litre.

On Friday, price for petrol was dropped Rs 78.29 per litre, while diesel price was fallen Rs 69.20 a litre in the national capital.

The revised petrol prices in other metro cities are – Rs 80.84 in Kolkata, Rs 86.01 in Mumbai and Rs 81.19 in Chennai.

Meanwhile, the revised diesel prices in other metro cities are – Rs 71.66 in Kolkata, Rs 73.58 in Mumbai and 72.97 in Chennai.

IOC (Indian oil corporation Ltd) also raised the prices of subsidized and non-subsidized domestic cooking gas cylinders by Rs2.34 and Rs48, respectively on Friday.

This is consecutive third day drop in fuel prices, as fuel prices reaching a record hike in India. there has been a demand for an excise duty cut on petrol and diesel. The Narendra Modi led government has so far declined to roll back its decision to link domestic and international fuel prices and said that it was working in the direction of a long-term solution.

हरियाणा कांग्रेस को नए प्रभारी का इंतजार

हाल फिलहाल कौन बनेगा हरियाणा का प्रभारी? इस सवाल पर कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी और मध्यप्रदेश के नेता अरूण यादव के नाम चर्चा में है। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डाॅ अशोक तंवर आने वाले प्रभारी के बारे में कोई जानकारी न होने की बात कह चुके हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि नए प्रभारी का इंतजार है। लोकसभा चुनाव के अलावा हरियाणा में अगले साल के मध्य में विधानसभा चुनाव भी होने है। ऐसे में संगठन को निचले स्तर तक मजबूत रखने के लिए पर्यवेक्षक के बतौर प्रभारी की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है। अभी तक कांग्रेस में बिखराव बना हुआ हैं और इसकी ताकत बंटी हुई है। हालांकि अलग’-अलग गुटों का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के नेता कहते हैं कि यही कांग्रेस है और कांग्रेस सक्रिय है। वे यह भी कहते हैं कि कांग्रेस एक है। लेकिन कभी एक-दूसरे के मंच पर वे नहीं पहुचते।

प्रभारी के बतौर कमलनाथ ने जब कार्यभार संभाला था तो वे भले ही हरियाणा कांग्रेस की गुटबाजी समाप्त नहीं कर पाए थे लेकिन उन्होंने एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी बंद करवा दी थी और उसी का नतीजा है कि अब पार्टी के नेता एक-दूसरे के विरोध में मीडिया या सार्वजनिक मंच पर कुछ कहने से बचते है। हालांकि इसके बाद कमलनाथ ने हरियाणा कांग्रेस को दिल्ली में ही बैठकर संभालने का काम किया । कमलनाथ से पहले हरियाणा की प्रभारी रहीं आशा कुमारी ने संगठन को सक्रिय रखने के लिए लगातार बैठकें की थीं और वे पर्यवेक्षण का काम करती रहीं थीं। इससे कहीं अधिक सक्रियता शकील अहमद की भी थी। पार्टी के सभी गुटों को एक कर कांग्रेस को मजबूत देखने के इच्छुक कांग्रेसजन कहते हैं कि आला कमान को एक सक्रिय और चतुर खिलाडी प्रभारी भेजना चाहिए जो कि सभी गुटों को एक मंच पर लाने के लिए राजी कर लें।

मास्टर अच्छर गुप्ता जी नहीं रहे

आजाद पब्लिक स्कूल, पिंजोर के प्रिंसिपल श्री अच्छर गुप्ता जी का देहांत हो गया है।
भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
संस्कार का समय पता लगते ही बता दिया जाएगा ।

Modi at “Clifford Pier” Singapore

Courtesy: @PMOIndia

 

Prime Minister Narendra Modi and unveiled plaque marking the immersion site of Mahatma Gandhi’s ashes at Clifford Pier on Saturday. Singapore’s former Prime Minister Goh Chok Tong also present. Prime Minister Narendra Modi unveiled plaque marking the immersion site of Mahatma Gandhi’s ashes at Clifford Pier. Singapore’s former Prime Minister Goh Chok Tong also present.

“Emeritus Senior Minister Goh Chok Tong and I unveiled a plaque marking the site where Mahatma Gandhi’s ashes were immersed at the Clifford Pier in Singapore,” Modi tweeted. “Bapu’s message reverberates globally. His thoughts and ideals motivate us to work for the greater good of humanity,” he said in a tweet.

In 1948, Gandhi’s ashes were sent to various parts of India and the world, including Singapore. Clifford Pier was Singapore’s seafront landmark under the colonial government. It had since been renovated and currently serves as a restaurant under the same namesake “The Clifford Pier”, offering a selection of local, Asian and Western dishes under the operations of The Fullerton Bay Hotel. The plaque will underline the strongly growing ties between the two countries.

The prime minister will also interact with the local representatives after the plaque unveiling. PM Modi is here on the last leg of his three-nation tour.

Justice Krishna Murari is Appointed as Chief Justice Haryana & Punjab HC

Chief Justice Krishna Murari

 

Justice Krishna Murari of Allahabad High Court has been appointed as the Chief Justice of the Punjab and Haryana High Court through a notification issued on 31 May. He will be taking swering in at Haryana Raj Bhavan tommorrow i.e 2nd June 2018.