कुलदीप बिश्नोई BJP में शामिल और बोले हम मान सम्मान और प्यार के भूखे हैं लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं को सम्मान ज्यादा देना

कुलदीप बिश्नोई ने विधायक पद छोड़ने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया है। लंबी बगावत के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया था।  हाल ही में कांग्रेस में हुए फेरबदल के दौरान प्रदेश अध्यक्ष पद पर नाम को लेकर विचार नहीं करने के चलते वह बागी हो गए थे। खबर है कि उनके बेटे भव्य बिश्नोई आदमपुर सीट पर उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर मैदान में उतर सकते हैं।

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला/नई दिल्ली – 4अगस्त :  

हरियाणा के विधायक पद से इस्तीफा देने वाले कुलदीप बिश्नोई ने भाजपा का दामन थाम लिया है। उन्होंने दिल्ली में सीएम मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में पार्टी ज्वाइन की। बिश्नोई को जून में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था।  कांग्रेस का दामन छोड़ने के बाद गुरुवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। कुलदीप बिश्नोई के साथ उनके साथ उनके बेटे भव्य बिश्नोई, मां जसमा देवी व पत्नी रेणुका बिश्नोई भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।

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इस मौके पर हरियाणा CM मनोहर लाल ने कहा कि, “मैं दोनों का स्वागत करता हूं। हरियाणा के विकास में कुलदीप बिश्नोई ने सक्रिय भूमिका निभाई है। उन्होंने पहले ही इच्छा जताई थी कि मिलकर चलना चाहिए। हमारी पार्टियों ने चुनाव इक्ट्‌ठा लड़ा था। उम्मीद है कि अब कुलदीप हमारे साथ मिलकर भाजपा का विकास करेंगे।”

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि, “कुलदीप ने जब पार्टी में शामिल होने की इच्छा जताई तो मैंने पूछा कि कोई शर्त है तो कुलदीप ने कोई शर्त नहीं रखी।” प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने कहा कि, “पार्टी को इनके आने से मजबूती मिलेगी। कांग्रेस में दो दो प्रदेशाध्यक्ष को काम नहीं करने दिया गया। जिसकी वजह से बहुत सारे नेताओं की अंतरात्मा कांग्रेस में जगेगी।”

कुलदीप ने कहा कि, “सीएम मनोहर लाल महान व्यक्तित्व के धनी है। 8 साल कोई सीएम रहा तो उस पर दाग लग जाते हैं, परंतु ये बेदाग है। ओपी धनखड़ मेरे पुराने मित्र रहे हैं। मेरे परिवार को चाहे मान सम्मान कम देना, परंतु मेरे कार्यकर्ताओं को सम्मान ज्यादा देना।” कुलदीप ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत की भी प्रंशसा की। कुलदीप ने कहा कि, “मेरे साथी, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में पार्टी के लिए काम करेंगे। हम मान सम्मान और प्यार के भूखे हैं।”

कुलदीप बिश्नोई ने विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद कहा था कि, “आदमपुर हलका ने करीब 27 साल वनवास काटा है। अब हलका का वनवास खत्म हो गया है।” उन्होंने कहा कि, “आदमपुर हलका की जनता की मांग पर इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा था कि आदमपुर हलका की जनता ने जिस प्रकार से सदैव उनके परिवार को अपना आशीर्वाद दिया है, उसका मुकाबला और कोई हलका नहीं कर सकता है। इसलिए अब आदमपुर हलका की जनता को सत्ता में भागीदारी दिलाने का काम करना है।”

अलविदा कांग्रेस। युद्ध के मैदान में मिलते हैं : भव्य बिश्नोई

उन्होंने कहा कि, “आदमपुर हलका के विकास में अब कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी और विकास के मामले में आदमपुर एक बार फिर उदाहरण बनेगा।” कुलदीप बिश्रोई ने कहा था कि, “जिन लोगों ने आदमपुर हलका की जनता को बांटने का प्रयास किया और हलका को कमजोर करने का काम किया है, उनको अब जवाब देने का समय आ गया है।”

कुलदीप बिश्नोई के कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा देते ही उनके बेटे भव्य बिश्नोई ने एक ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि अलविदा कांग्रेस। युद्ध के मैदान में मिलते हैं। भव्य ने ट्विटर पर एक पत्र भी लिखा है।

भव्य ने कहा कि, “कुछ लोग तर्क देते हैं कि कांग्रेस ने उनके परिवार को बहुत कुछ दिया। उन्हें मैं कहना चाहता हूं कि मेरे दादा जी युगपुरुष स्वर्गीय भजन लाल ने कांग्रेस पार्टी को सब कुछ दिया। 4 बार हरियाणा में कांग्रेस को सत्ता में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आखिरी बार 2005 में जब भूपेंद्र हुड्‌डा ने मेरे दादा के श्रम का फल बेशर्मी से खाया था, तब हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के वोट शेयर में लगातार गिरावट आई है।”

कई प्रमुख नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। मेरे पिता कुलदीप बिश्नोई ने 2016 में हजकां का कांग्रेस में विलय इस उम्मीद में किया था कि उनकी क्षमताओं और लोकप्रियता को भी केंद्रीय कांग्रेस नेतृत्व स्वीकार करके पार्टी की संपत्ति के रूप में उनका उपयोग करेगा और यह एक उम्मीद नहीं थी, बल्कि पार्टी नेतृत्व द्वारा उनकी प्रतिबद्धता थी, जो पार्टी नेतृत्व द्वारा उनसे की गई थी, लेकिन पार्टी ने विश्वासघात किया।”

“पिछले 6 सालों में पार्टी नेतृत्व ने उनकी क्षमता को बर्बाद किया और उनसे किए गए अपने वादों से मुकर गए। मेरे पिता लालची नहीं है, बल्कि परिणाम देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मेरा परिवार, जिसने हमेशा मानव सेवा के साधन के रूप में राजनीति का अनुसरण किया, कांग्रेस में घुटन महसूस कर रहा है। इसलिए ऊपर बताए गए कारणों से अपने मतदाताओं, कार्यकर्ताओं व शुभचिंतकों से परामर्श के बाद ही कांग्रेस पार्टी छोड़ने का फैसला किया है।”

गरीबों को देंगे 300 यूनिट मुफ्त बिजली और 100-100 गज के प्लॉट- हुड्डा

  • कांग्रेस की सरकार बनते ही बुजुर्गों को मिलेगी 6000 रुपये महीना बुढ़ापा पेंशन- हुड्डा
  • कांग्रेस सरकार में फिर मिलेगी पदक विजेता खिलाड़ियों को उच्च पदों पर नियुक्ति- हुड्डा
  • हमें बदले की नहीं बल्कि सरकार बदलने की भावना मन में रखकर आगे बढ़ना है- हुड्डा
  • जबतक बीजेपी-जेजेपी को सत्ता से बेदखल नहीं करते, चैन से नहीं बैठेंगे- चौ. उदयभान
  • अगस्त में तैयार हो जाएगा पार्टी का संगठन, सभी सक्रिय कार्यकर्ताओं को मिलेगा पद- चौ. उदयभान
  • हरियाणा कांग्रेस की तरफ उम्मीद की निगाहों से देख रही है जनता, बदलाव तय- चौ. उदयभान
  • लोगों का रुझान बताता है कि हरियाणा में आने वाली सरकार कांग्रेस की होगी- दीपेंद्र हुड्डा
  • हरियाणा को पूरे देश के सामने ‘मॉडल स्टेट’ के रूप में स्थापित करना हमारा लक्ष्य- दीपेंद्र हुड्डा
  • चिंतन शिविर में आए सभी नेता व कार्यकर्ताओं ने लिया हरियाणा में फिर से कांग्रेस सरकार बनाने का संकल्प

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 1 अगस्त :

भूपेंद्र सिंह हुड्डा एकदिवसीय चिंतन शिविर को संबोधित कर रहे हैं

कांग्रेस की सरकार बनते ही बुजुर्गों को 6000 रुपये महीना पेंशन दी जाएगी। साथ ही गरीब परिवारों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली और सौ-सौ गज के मुक्त प्लॉट दिए जाएंगे। पदक विजेता खिलाड़ियों को फिर से उच्च पदों पर नियुक्तियां दी जाएंगी। ये ऐलान किया है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने। हुड्डा पंचकूला में हुए हरियाणा कांग्रेस प्रदेश कमेटी के एकदिवसीय चिंतन शिविर को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर जातिगत जनगणना का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर क्रिमी लेयर की लिमिट को 6 से बढ़ाकर 10 लाख किया जाएगा। ताकि पिछड़ों को आरक्षण का उचित लाभ प्राप्त हो सके।

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वो सत्ता परिवर्तन के संघर्ष को लेकर पूरी तरह तैयार हैं। कांग्रेस ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे वो पूरी विनम्रता के साथ उसे स्वीकार करते हैं। हुड्डा ने चिंतन शिविर में मौजूद तमाम पार्टी नेता व कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सबको मिलकर खुश और खुशहाल हरियाणा बनाने के लिए सड़कों पर उतरना होगा। घर पर बैठकर क्रांति संभव नहीं है। हमें बदले की नहीं बल्कि सरकार बदलने की भावना मन में रखकर आगे बढ़ना है।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चिंतन शिविर में पेश किए गए महंगाई, बेरोजगारी, बिगड़ती कानून व्यवस्था, जर्जर अर्थव्यवस्था, भ्रष्टाचार, कृषि, सामाजिक न्याय, महिला, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण समेत अलग-अलग मुद्दों पर पेश किए गए प्रस्ताव की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह प्रस्ताव साबित करते हैं कि कांग्रेस नेताओं के मन में प्रदेश की समस्याओं के प्रति टीस है। इसलिए वो हरियाणा की हालत पर चिंतन के लिए इस शिविर में इकट्ठा हुए हैं।

इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए सभी को भरोसा दिलाया कि पार्टी नेतृत्व गठबंधन सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस सरकार की विदाई तक वह आराम से नहीं बैठेंगे। अगस्त महीने में पार्टी का मजबूत और विस्तृत संगठन जनता के सामने होगा। सभी सक्रिय कार्यकर्ता को संगठन में पद दिया जाएगा।

चौधरी उदयभान ने कहा कि मौजूदा सरकार को सत्ता से बाहर करना आज जनता की मांग है और लोग कांग्रेस की तरफ उम्मीद लगाए हुए हैं। कांग्रेस वह पार्टी है जिसने देश को आजादी और संविधान की सौगात दी। इसकी रक्षा करने की जिम्मेदारी भी कांग्रेस पार्टी की है। इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं को इस जिम्मेदारी के साथ लोगों के बीच में जाना होगा। बीजेपी के छद्म राष्ट्रवाद का जवाब कांग्रेस को देश जोड़ने, भाईचारे व संघर्ष की भावना से देना होगा।

राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने पार्टी के आगामी कार्यक्रमों का प्रस्ताव चिंतन शिविर में रखा। उन्होंने कहा कि भविष्य में कांग्रेस की सरकार बनना तय है। प्रदेश की जनता ने 2019 चुनाव में ही वोट की चोट से बीजेपी को सत्ता से बाहर करने का फैसला सुना दिया था। लेकिन जेजेपी द्वारा जनता से किए गए विश्वासघात के राजनीतिक पाप के चलते बीजेपी फिर से सत्ता में आ पाई। लेकिन आज जब भी वो हरियाणा के अलग-अलग इलाकों का दौरा करते हैं तो लोगों का रुझान महसूस करते हैं। यह रुझान बताता है कि लोग मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना चुके हैं। भविष्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर हरियाणा को पूरे देश के सामने ‘मॉडल स्टेट’ के तौर पर स्थापित करना हमारा लक्ष्य है।

दीपेंद्र हुड्डा द्वारा पेश किए गए पार्टी के आगामी कार्यक्रम इस प्रकार हैं-

  1.   AICC के निर्देशानुसार 5 अगस्त को महंगाई के खिलाफ जिला मुख्यालयों और चंडीगढ़ में प्रदर्शन किया जाएगा।
  2.     9 से 15 अगस्त तक आजादी गौरव यात्रा की जाएगी। हरियाणा के प्रत्येक जिले में यह यात्रा पहुंचेगी।
  3.     अगस्त माह में जिला व ब्लॉक स्तर तक हरियाणा में कांग्रेस का संगठन खड़ा होगा।
  4.     सितंबर-अक्टूबर महीने में हरियाणा के सभी 22 जिलों में कार्यकर्ता सम्मेलन होंगे।
  5.     1 नवंबर ‘हरियाणा दिवस’ से ‘हरियाणा बचाओ अभियान’ शुरू होगा। इसके अंतर्गत हरियाणा के सभी 90 विधानसभा हलकों में कांग्रेस की जनसभाएं होंगी।
  6.     28 अगस्त को यमुनानगर में ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम होगा।

चिंतिन शिविर में आए सभी नेता व कार्यकर्ताओं ने हरियाणा को बचाने के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में फिर से कांग्रेस सरकार बनाने का संकल्प लिया। वरिष्ठ नेता अशोक अरोड़ा ने शिविर में राजनीतिक प्रस्ताव, विधायक आफताब अहमद ने महंगाई, आर्थिक मुद्दों पर विधायक राव दानसिंह, सामाजिक न्याय (दलित, पिछड़े, महिला और अल्पसंख्यक) मुद्दों पर गीता भुक्कल, बिगड़ती कानून व्यवस्था पर जगबीर मलिक, कृषि पर रघुवीर कादियान, युवा व बेरोजगारी विषय पर शीशपाल केहरवाला और भ्रष्टाचार पर नीरज शर्मा ने प्रस्ताव पेश किए। अलग-अलग विधायकों ने इन प्रस्तावों का अनुमोदन किया। सभी प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पास किया गया। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि इन विषयों पर भविष्य में भी संघर्ष जारी रखने व रणनीति बनाने के लिए वर्किंग ग्रुप का गठन किया जाएगा। शिविर में प्रदेशभर से आए नेता व कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने सुझाव भी सांझा किए। जिनपर नेतृत्व ने मंथन का भरोसा दिलाया।

तीस्ता सीतलवाड़ और पूर्व डीजीपी की जमानत अर्जी गुजरात कोर्ट ने खारिज की 

सीतलवाड़, श्रीकुमार और पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट पर 2002 में गुजरात दंगों के संबंध में मौत की सजा देने वाले अपराध के निर्दोष व्यक्तियों पर झूठा आरोप लगाने के प्रयास में सबूत बनाने की योजना बनाकर कानूनी व्यवस्था का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है। तीनों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 468, 471 (जालसाजी), 120 (बी) (आपराधिक साजिश), 194, 211 और 218 के तहत आरोप लगाए गए हैं।

2002 Gujarat Riots: कोर्ट ने तीस्ता सीतलवाड़ और आरबी श्रीकुमार को जमानत  देने से किया इनकार - Republic Bharat
तीस्ता सीतलवाड़

सारिका तिवारी। डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/अहमदाबाद :

अहमदाबाद की एक अदालत ने शनिवार को गुजरात में 2002 के दंगों के सिलसिले में बेगुनाह लोगों को फंसाने के लिए दस्तावेज़ों में जालसाजी करने के आरोप में गिरफ्तार सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आरबी श्रीकुमार की जमानत याचिका खारिज कर दी।

दोनों ने मामले की तफ्तीश करने के लिए गठित किए गए विशेष जांच दल (एसआईटी) की ओर से लगाए गए आरोपों का खंडन किया है। अदालत ने मंगलवार को सीतलवाड़ और श्रीकुमार की ज़मानत याचिकाओं पर अपना आदेश पहले बृहस्पतिवार और फिर शनिवार तक के लिए टाल दिया था। सीतलवाड़, श्रीकुमार और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी संजीव भट्ट को अहमदाबाद अपराध शाखा ने पिछले महीने गिरफ्तार किया था।

कार्यवाही के दौरान गुजरात एसआईटी ने जमानत अर्जी का विरोध करते हुए एक हलफनामा पेश किया था जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए थे। हलफनामे में सीतलवाड़ पर एसआईटी ने गुजरात और तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘बदनाम’ करने का आरोप लगाया था। एसआईटी ने यह भी आरोप लगाया था कि दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने तीस्ता सीतलवाड़ को चरणों में 30 लाख रुपये दिए। कोर्ट ने आरोपों की गंभीरता को देखते हुए दोनों की जमानत अर्जी खारिज कर दी।

अहमदाबाद की एक अदालत के समक्ष दायर एक जवाब में, गुजरात एसआईटी ने प्रस्तुत किया था कि गुजरात राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आरबी श्रीकुमार शुरू से ही एक ‘बड़े गठजोड़’ का हिस्सा थे। बयान में कहा गया है, ”यह बड़ा षडयंत्र आरोपी व्यक्तियों द्वारा राजनीतिक उद्देश्यों से रचा गया था जैसा कि गवाहों के बयानों में स्पष्ट रूप से बताया गया है। आवेदक को असंतुष्ट सरकारी अधिकारी भी माना जाता है।” एक अन्य बड़े पैमाने पर, एसआईटी ने प्रस्तुत किया कि ‘साजिश’ दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल के इशारे पर रची गई थी।

इसके अलावा, इसने दावा किया कि गोधरा ट्रेन की घटना के बाद, श्रीकुमार ने सीतलवाड़ और अन्य लोगों के साथ बैठकें कीं। गुजरात एसआईटी के अनुसार, “आवेदक ने शुरू से ही इस साजिश के हिस्से के रूप में कार्य करना शुरू कर दिया था, क्योंकि गोधरा ट्रेन की घटना के कुछ ही दिनों बाद आवेदक ने सह-आरोपी तीस्ता सीतलवाड़ के साथ बैठकें की थीं, यहां यह प्रस्तुत करना उचित है कि बस गोधरा ट्रेन की घटना के कुछ दिनों बाद सह-आरोपी तीस्ता सीतलवाड़ को साजिश को अंजाम देने के लिए स्वर्गीय अहमद पटेल से 5 लाख रुपये और 25 लाख रुपये मिले थे।”

आम आदमी पार्टी महिला विंग ने तीज मनाई

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पंचकूला, 23 जुलाई :

आम आदमी पार्टी महिला विंग ने आज यहां तीज का त्यौहार मनाया। स्थानीय सेक्टर 17 के गौरी शंकर मंदिर में आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन जिला पंचकूला की कार्यकारी अध्यक्ष पूजा शर्मा ने किया था। जिसमें आप की महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष अनु कादयान और उत्तरी जोन हरियाणा की अध्यक्ष राज कौर गिल सहित सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर इन महिलाओं ने मेहंदी लगाने के साथ-साथ झूले भी झूले। इस अवसर पर सभी महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें घर गृहस्ती के साथ-साथ राजनीति में भी बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए, क्योंकि आज का समय महिलाओं को अपने हक के लिए आगे आने का हो चुका है। बिना संघर्ष किए कुछ नहीं मिलता और इसके लिए उन्हें राजनीति को कुछ समय देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज महिला ही राजनीति का शिकार हो रही है सबसे ज्यादा महंगाई का सामना करते हुए घर चलाना पड़ता है। इस अवसर पर गुंजन शर्मा,मीना,रंजीता पांचाल, बेअंत कौर,मंजीत,अंजली,कमानी सहित अनेको महिलाओं ने भाग लिया और बड़ चढ़ कर बड़े धूम धाम से तीज का त्योहार मनाया।

दिल्‍ली सरकार की नई एक्‍साइज पॉलिसी पर बवाल, एलजी ने CBI जांच बैठाई

नई आबकारी नीति के जरिए दिल्‍ली सरकार शराब खरीदने का अनुभव बदलना चाहती थी। नई पॉलिसी में होटलों के बार, क्‍लब्‍स और रेस्‍टोरेंट्स को रात 3 बजे तक ओपन रखने की छूट दी गई है। वे छत समेत किसी भी जगह शराब परोस सकेंगे। इससे पहले तक, खुले में शराब परोसने पर रोक थी। बार में किसी भी तरह के मनोरंजन का इंतजाम क‍िया जा सकता है। इसके अलावा बार काउंटर पर खुल चुकीं बोतलों की शेल्‍फ लाइफ पर कोई पाबंदी नहीं होगी।

  • दिल्‍ली सरकार की आबकारी नीति पर टेढ़ी हुईं एलजी की नजरें
  • एलजी विनय कुमार सक्‍सेना ने सीबीआई जांच के आदेश दिए
  • चीफ सेक्रेटरी की रिपेार्ट में कई नियमों के उल्‍लंघन की बात
  • इसी रिपोर्ट के आधार पर हुई सीबीआई जांच की सिफारिश

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली :

दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एक और बड़ा झटका दिया है। उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार की नई एक्साइज पॉलिसी की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। बताया जा रहा है कि मुख्य सचिव की रिपोर्ट के बाद एलजी ने यह कदम उठाया है। सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में कई नियमों की अनदेखी की बात कही गई है। लाइसेंस बांटने में गड़बड़ी का आरोप लगा है।

केजरीवाल सरकार पर नई आबकारी नीति के तहत शराब की दुकानों के टेंडर में गड़बड़ी का आरोप है। आरोप है कि नई आबकारी नीति में नियमों की अनदेखी करते हुए शराब की दुकानों के टेंडर दिए गए। 

एलजी ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी की रिपोर्ट के बाद सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। इसी महीने की शुरुआत में तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार केजरीवाल सरकार पर जीएनसीटीडी एक्ट 1991, व्यापार लेनदेन नियम 1993, दिल्ली आबकारी नीति 2009 और दिल्ली आबकारी नियम 2010 के उल्लंघन का आरोप है।

रिपोर्ट के मुताबिक, इस महीने की शुरुआत में दिल्ली के मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें दावा किया गया था कि की GNCTD अधिनियम 1991, व्यापार नियमों के लेनदेन (TOBR)-1993, दिल्ली उत्पाद शुल्क अधिनियम-2009 और दिल्ली उत्पाद शुल्क नियम-2010 का प्रथम दृष्टया उल्लंघन किया गया है। इसके अलावा एक्साइज पॉलिसी में नियमों को ताक पर रखकर शराब बेचने वालों को टेंडर बाँटे गए। शुक्रवार (22 जुलाई 2022) को अधिकारियों ने कहा कि इसी रिपोर्ट के आधार पर एलजी ने सीबीआई जाँच की सिफारिश कर दी है।

गौरतलब है कि नई आबकारी नीति 2021-22 को पिछले साल 17 नवंबर से लागू किया गया था, जिसके तहत दिल्ली को 32 जोन में बाँटा गया था। इसके तहत शहर भर में 849 दुकानों के लिए निजी बोलीदाताओं को खुदरा लाइसेंस दिए गए थे। शहर के गैर-पुष्टि क्षेत्रों में स्थित होने के कारण कई शराब की दुकानें नहीं खुल सकीं। उन्होंने बताया कि नगर निगमों ने ऐसे कई ठेकों को सील कर दिया है।

मुश्किल में पड़ सकते हैं मनीष सिसोदिया

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को आबकारी विभाग की भी जिम्मेदारी दी गई है। मुख्य सचिव की रिपोर्ट में उनकी भूमिका पर भी सवाल खड़े किए गए हैं। इसमें इस बात का खुलासा किया गया है कि नई आबकारी नीति के जरिए कोरोना का बहाना बनाकर लाइसेंसिंग फीस को माफ कर दिया गया था। आरोप है कि दिल्ली सरकार ने शराब कारोबारियों को टेंडर प्रक्रिया के जरिए 144.36 करोड़ रुपए का लाभ पहुँचाया है।

तिलमिला गई आम आदमी पार्टी

CBI जाँच की सिफारिश होते ही दिल्ली में आम आदमी पार्टी तिलमिला गई है। आप नेता सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार पर राजनीतिक कार्रवाई करने का आरोप लगाया। भारद्वाज ने कहा, “सीएम केजरीवाल की देश भर में बढ़ती प्रतिष्ठा पंचायत चुनाव में भी केंद्र के लिए खतरा बन गई है। हम कह रहे हैं कि पंजाब की जीत के बाद बीजेपी की केंद्र सरकार हमसे डरी हुई है। आने वाले दिनों में पूछताछ शुरू की जाएँगी।”

AAP नेता ने आरोप लगाया, “अब 2016 की स्थिति आने वाली है। हमें रोकने के लिए सीबीआई, आयकर, ईडी द्वारा पूछताछ शुरू की जाएगी। हमारे काम में बाधा डालने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के बाद अब उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को टार्गेट किया जा रहा है।”

दिल्‍ली में शराब के दीवानों के लिए क्‍या बदल चुका है?

  • हर दुकान पर वॉक-इन जैसा अनुभव। इसी मकसद से दुकान की डिजाइनिंग।
  • ग्राहकों को दुकान के बाहर भीड़ लगाने की इजाजत नहीं।
  • हर ग्राहक दुकान के भीतर आएगा, शराब चुनेगा और दुकान के भीतर ही लेन-देन पूरा होना चाहिए।
  • दुकानों में क्‍लोज्‍ड ग्‍लास डोर होना चाहिए, एयर-कंडीशंड और रोशन की पर्याप्‍त व्‍यवस्‍था होनी चाहिए।
  • हर दुकान में और आसपास सुरक्षा के पर्याप्‍त इंतजाम हों।

किन बातों की इजाजत नहीं?

  • दुकान को लेकर आसपास के लोगों की कोई बड़ी शिकायत नहीं आनी चाहिए।
  • दुकान के चलते आसपास रहने वालों को कोई समस्‍या न हो।
  • ग्राहकों को कोई खास ब्रैंड खरीदने के लिए न कहा जाए।
  • दुकान के बाहर किसी तरह की ब्रैंडिंग नहीं होगी।
  • एक वार्ड में शराब की अधिकतम 27 दुकानें

अंतरात्मा की आवाज सुन कई विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में की ‘क्रॉस वोटिंग’

झारखंड और गुजरात में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक और हरियाणा तथा ओडिशा में कांग्रेस विधायक हैं जिन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट किया। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के विधायक ने राज्य से संबंधित मुद्दों का समाधान न होने का हवाला देते हुए राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार किया। असम में, ऑल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) विधायक करीमुद्दीन बरभुइयां ने दावा किया कि राज्य के करीब 20 कांग्रेस विधायकों ने सोमवार को मुर्मू को वोट दिया।

  • राष्ट्रपति चुनाव में अंतरात्मा की आवाज सुन कई विधायकों ने मुर्मू के पक्ष क्रॉसवोटिंग की है
  • असम में एआईयूडीएफ के विधायक करीमुद्दीन बरभुइयां ने दावा किया कि राज्य के करीब 20 कांग्रेस विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू को वोट दिया है
उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में ‘क्रॉस वोट’ किया

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/ नई दिल्ली :

राष्ट्रपति चुनाव के पहले से ही विपक्ष बिखरा हुआ नजर आ रहा था। अब खबर आ रही है कि अलग-अलग राज्यों के कई विधायकों ने कहा है कि उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में अपनी पार्टी लाइन का पालन नहीं कर एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में ‘क्रॉस वोट’ किया है। क्रॉस वोटिंग में झारखंड और गुजरात में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक और हरियाणा तथा ओडिशा के कांग्रेस विधायक शामिल हैं। विधायकों ने कहा है कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट किया है। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के विधायक ने राज्य से संबंधित मुद्दों का समाधान न होने का हवाला देते हुए राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार किया। असम में, ऑल इंडिया यूनाईटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के विधायक करीमुद्दीन बरभुइयां ने दावा किया कि राज्य के करीब 20 कांग्रेस विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू को वोट दिया है।

उधर उत्तर प्रदेश में भी समाजवादी पार्टी में फूट की खबर सामने आई है। पार्टी के विधायक शहजिल इस्लाम ने द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया। बता दें कि कॉन्ग्रेस और सपा ने आधे-अधूरे विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया था। बरेली के भोजीपुरा से विधायक शहजिल इस्लाम ने इसके बाद ‘प्रगतिशील समाजवादी पार्टी’ के अध्यक्ष और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव से भी मुलाकात की।

उत्तर प्रदेश में, शिवपाल सिंह यादव ने भी दावा किया कि वह कभी भी यशवंत सिन्हा का समर्थन नहीं करेंगे, क्योंकि उन्होंने एक बार उनके भाई और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव पर ‘आईएसआई एजेंट’ होने का आरोप लगाया था। पिछले महीने राज्यसभा चुनाव में हरियाणा में ‘क्रॉस वोटिंग’ करने वाले कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में भी अपने विवेक के अनुसार मतदान किया।

राष्ट्रपति चुनाव में मतदान गुप्त मतदान के माध्यम से होता है और पार्टियां अपने सांसदों और विधायकों को व्हिप जारी नहीं कर सकती हैं। ओडिशा में कांग्रेस विधायक मोहम्मद मोकीम ने सोमवार को यह घोषणा कर हलचल पैदा कर दी कि उन्होंने राजग उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया। विधानसभा में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद, कटक-बाराबती विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोकीम ने कहा कि उन्होंने अपनी ‘‘अंतरात्मा की आवाज’’सुनी।

खुद शिवपाल यादव ने द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया। सपा गठबंधन में शामिल ओमप्रकाश राजभर की ‘सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP)’ ने भी मुर्मू के ही समर्थन का ऐलान किया था। शिवपाल यादव ने पहले ही एक पत्र लिख कर अखिलेश यादव को कहा था कि सपा विधायकों को यशवंत सिन्हा को वोट नहीं देना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि यशवंत सिन्हा ने कभी सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को ‘ISI एजेंट’ कहा था।

वहीं असम में AIUDF के नेता करीमुद्दीन ने कहा कि कॉन्ग्रेस क्रॉस वोटिंग कर रही है और ये आँकड़ा 20 से अधिक भी हो सकता है। वहीं कॉन्ग्रेस के एक अन्य बागी नेता कुलदीप बिश्नोई ‘अंतरात्मा की आवाज़’ सुनते हुए द्रौपदी मुर्मू को वोट करने की बात कही। मध्य प्रदेश कॉन्ग्रेस में भी फूट की खबर सामने आ रही है, लेकिन पार्टी इसे नकार रही है। पश्चिम बंगाल में TMC का दावा है कि 9 भाजपा विधायकों ने यशवंत सिन्हा के लिए वोट डाला।

सीएम केजरीवाल पर लगे आरोप के बाद गृह मंत्रालय ने लिया फैसला, कुमार विश्वास की बढ़ी ‘Y’ श्रेणी की सुरक्षा से हुई ‘Y+’

विश्वास ने पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान केजरीवाल पर खालिस्तानियों का समर्थन करने का आरोप लगाया था। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 फरवरी को होने थे। आम आदमी पार्टी(आआपा) के संस्थापक सदस्य रहे कवि कुमार विश्वास ने पंजाब चुनाव से ठीक पहले आआपा और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कई दावे करके सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। कुमार विश्वास की ओर से कहा गया कि इन आरोपों के बाद अब उन्हें धमकियां मिलनी शुरू हो गई है। कुमार विश्वास ने कहा कि जो फोन कर रहे हैं, वॉट्सऐप पर धमकियां दे रहे हैं, वो इस बात को समझ लें कि मैं धमकियों से डरने वाला नहीं हूं।

Kumar Vishwas Y Category Security: कुमार विश्वास को केन्द्र सरकार ने दी वाई  कैटेगिरी सुरक्षा
कभी केजरीवाल का साथ था आज उसी के बयानों के कारण बढ़ी सुरक्षा

दिल्ली(ब्यूरो)डेमोक्रेटिक फ्रंट, नोएडा :

केंद्र सरकार ने आम आदमी पार्टी (आआपा) के पूर्व नेता कुमार विश्वास को वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। अब केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी CRPF के जरिए कुमार विश्वास को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। विश्वास के आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आरोप लगाए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है।  कुछ अलगाववादी तत्वों और असामाजिक तत्वों से खतरे के मद्देनजर उनकी सुरक्षा व्यवस्था पहले की अपेक्षा अब ज्यादा बढ़ा दी गई है। केंद्र सरकार ने अब कुमार विश्वास को ( Y+) कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। केंद्र सरकार ने इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर कुमार विश्वास की सुरक्षा घेरा को बढ़ाने का फैसला किया है।

दरअसल, पिछले कुछ समय से कुमार विश्वास की सुरक्षा व्यवस्था से सम्बंधित मसले पर केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी समेत स्थानीय पुलिस अधिकारियों द्वारा केंद्र सरकार को कुछ विशेष इनपुट्स मिले थे। यही वजह है कि कुमार विश्वास की सुरक्षा को बढ़ाने का फैसला केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा लिया गया। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक, कुमार विश्वास की सुरक्षा श्रेणी ‘वाई’ से अपग्रेड करके अब ‘वाई प्लस’ ( Y+) कर दी गई है। वाई प्लस श्रेणी के तहत कुमार विश्वास की सुरक्षा में सीआरपीएफ के जवान, कमांडो सहित स्थानीय पुलिस की टीम तैनात रहेगी।

वाई श्रेणी की सुरक्षा में कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। जिसमें दो पीएसओ (निजी सुरक्षागार्ड) भी होते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा किसी विशिष्ठ व्यक्ति की सुरक्षा का आकलन करने के बाद उन्हें उसी के आधार पर सुरक्षा कवर दिया जाता है। देश में चार चरणों में सुरक्षा सिस्‍टम बंटा हुआ है, जिसमें सबसे शीर्ष पर जेड प्‍लस (Z +) है, जबकि इसके बाद जेड, वाई और एक्‍स श्रेणी की सुरक्षाएं आती हैं।

 चंडीगढ़ के आकाश बायजू के छात्र चेतन कुकरेजा के 99.84 पर्सेंट

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ जुलाई – 22

चंडीगढ़ में आकाश बायजू के छात्र चेतन कुकरेजा ने जेईई मेन्स 2022 परीक्षा के पहले सत्र में 99.84 प्रतिशत का प्रभावशाली स्कोर करके संस्थान और हिमाचल प्रदेश राज्य को गौरवान्वित किया है, जिससे वह स्टेट टॉपर बन गया है। कल रात नेशनल टेस्टिंग द्वारा परिणाम घोषित किए गए। इस साल आयोजित होने वाली इंजीनियरिंग के लिए दो संयुक्त प्रवेश परीक्षाओं में से यह पहली थी।

छात्र ने आईआईटी जेईई क्रैक करने के लिए टू ईयर क्लासरूम प्रोग्राम के तहत आकाश इंस्टीट्यूट ज्वाइन किया था। इसे दुनिया की सबसे कठिन प्रवेश परीक्षाओं में से माना जाता है। उसने कॉन्सेप्ट समझने के लिए किए गए अपने प्रयासों और लर्निंग शेड्यूल का पालन करते हुए टॉप पर्सेंटाइल के साथ जेईई की टॉप लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। इस मौके पर छात्रों ने कहा, “मैं आकाश इंस्टीट्यूट के आभारी हैं, जिसने मुझे दोनों तरह से मदद पहुंचाई। इंस्टीट्यूट की कंटेंट और कोचिंग के बाद विभिन्न विषयों में अन्य कॉन्सेप्ट में उलझने की जरूरत नहीं पड़ी।

छात्र को बधाई देते हुए आकाश चौधरी, मैनेजिंग डायरेक्टर, आकाश बायजूस ने कहा, “हम इस उपलब्धि के लिए सभी छात्रों को बधाई देते हैं। देशभर से जेईई मेन 2022 के पहले सेशन के लिए 9 लाख से ज्यादा छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। टॉप पर्सेंटाइल हासिल करने की उपलब्धि इन छात्रों के कठिन परिश्रम व समर्पण और उनके माता-पिता के सहयोग का परिणाम है। हम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।“

उन्होंने आगे कहा, ‘महामारी के कारण प्रभावित एकेडमिक वर्ष में छात्रों को जेईई में टॉप पर्सेटाइल पाने में सक्षम बनाने के लिए आकाश बायजूस ने अतिरिक्त प्रयास किया। हमने अपनी डिजिटल प्रजेंस को बढ़ाने की दिशा में काम किया, जिससे हम हमेशा अपने छात्रों के लिए उपस्थित रह सकें। हमें स्टडी मैटेरियल और क्वेश्चन बैंक को ऑनलाइन उपलब्ध कराया। हमने वर्चुअल माध्यम से कई मोटिवेशनल सेशन और सेमिनार भी आयोजित किए, जिससे छात्रों को परीक्षा की तैयारी और टाइम मैनेजमेंट स्किल में मदद मिली। यह देखना सुखद एहसास है कि हमारे प्रयास सफल रहे और यह स्कोर शीट में हमारे छात्रों के प्रदर्शन से स्पष्ट है। इनमें से बहुत से छात्र उच्च शिक्षा के लिए अपनी पसंद के टॉप आईआईटी या एनआईटी या सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश पाएंगे।‘

नही हटेगी सरकारी बसों से संत भिंडरावाले की तस्वीरे, पंजाब सरकार ने आदेश लिए वापिस

सिख संगठनों के विरोध के बाद पंजाब सरकार ने सरकारी बसों से संत जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीरों हटाने का आदेश वापस ले लिया है पंजाब रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन और पेप्सू की कुछ बसों पर लगी जरनैल सिंह भिंडरांवाला व अन्य समर्थकों की तस्वीरों को अब नहीं हटाया जाएगा। बीते दिनों सिख संगठनों शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और पंजाब रोडवेज की विभिन्न यूनियनों ने सरकार के इस फैसले पर ऐतराज जता दिया था, जिसके बाद ने तस्वीरों को हटाने के आदेश वापस ले लिए हैं। 

सरकारी बस पर संत भिंडरांवाले की फोटो चस्पां करने से रोकती पुलिस

नरेश शर्मा भारद्वाज, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जालंधर/चंडीगढ़ :  

आम आदमी पार्टी(आआपा) की पंजाब सरकार ने सरकारी बसों पर लगी जरनैल सिंह भिंडरावाले की तस्वीर हटाने के मामले में अब यू-टर्न ले लिया है। दरअसल, सरकार ने सरकारी बसों में  भिंडरावाले की तस्वीर लगाने का आदेश दे दिया है। इसके लिए बाकायदा बस स्टैंड के सभी जनरल मैनेजरों को पत्र भी जारी कर दिया है। 

पंजाब की सरकारी बसों पर लगी जरनैल सिंह भिंडरावाले और जगतार सिंह हवारा की तस्वीरों को अब नहीं हटाया जाएगा। भगवंत मान सरकार ने इन दोनों की तस्वीरों को बसों से हटाने के लिए आदेश जारी किया था। सिख संगत की तरफ से इसका विरोध किया जा रहा है। उन्होंने विरोध प्रदर्शन भी किया था। इसके बाद अब सरकार ने 1 जुलाई को जारी किया गया अपना आदेश वापिस ले लिया है। उधर, भाजपा ने सरकार के आदेश वापस लेने की कड़ी निंदा की है और आरोप लगाया है कि भगवंत मान सरकार ने खालिस्तानी समर्थकों के आगे घुटने टेक दिए हैं।

सिख समूहों ने पिछले सप्ताह के सरकारी आदेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। मंगलवार तक आदेश वापस नहीं लेने पर आंदोलन तेज करने की धमकी दी थी। . बीते सोमवार को बठिंडा अंचल के पीआरटीसी महाप्रबंधक ने एक लिखित आदेश में कहा था कि परिवहन निगम ने अपना 1 जुलाई का आदेश वापस ले लिया है और विरोध करने वाले दलों को इसकी जानकारी दी है।
दल खालसा के प्रवक्ता परमजीत सिंह मंड ने दावा किया है कि उन्हें भटिंडा से पीआरटीसी की ओर से एक पत्र मिला है, जिसमें कहा गया है कि आदेश को वापस ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि पत्र में स्वीकार किया गया है कि भिंडरावाले और हवारा की तस्वीरें हटाने के आदेश से कुछ सिख संगठनों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है।

यह घटनाक्रम ऐसे समय सामने आया है जब पंजाब के विभिन्न हिस्सों में दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे नजर आ रहे हैं। पुलिस कई मामलों में कार्रवाई कर रही है। 1 जुलाई को सरकार के आदेशों के बाद पुलिस ने बसों पर लगी जरनैल सिंह भिंडरावाले और जगतार सिंह हवारा की तस्वीरें हटानी शुरू कर दी थीं। इसका एसजीपीसी के सदस्य गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने ट्वीट करके कड़ा विरोध किया था। उसके बाद यह मामला तूल पकड़ गया।

भगवंत मान सरकार के सरकारी बसों पर से भिंडरावाले और हवारा की तस्वीर हटाने का फैसला वापस लेने पर भाजपा ने विरोध जताया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुभाष शर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार खलिस्तानियों और आतंकियों के आगे झुक गई है। यह पंजाब के भाईचारे के लिए एक बड़ा खतरा है।

मेधा पाटकर समेत 12 लोगों पर 13.5 करोड़ के गबन का आरोप, धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज

मध्य प्रदेश के बड़वानी में नर्मदा बचाओ अभियान से जुड़ीं मेधा पाटकर समेत 12 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। सभी पर नर्मदा नवनिर्माण अभियान एनजीओ को मिले 13.5 करोड़ रुपए के गबन करने का आरोप है। FIR में शिक्षा और जनजातीय बच्चों के नाम पर जुटाए गए फंड का देश विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है।

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नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली/ मध्य प्रदेश :

बड़वानी कोतवाली पुलिस ने नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर तथा 11 अन्य लोगों के विरुद्ध उनके एनजीओ द्वारा आदिवासी बच्चों की शिक्षा तथा अन्य सामाजिक कार्यों के नाम पर 13.5 करोड़ रुपये से अधिक की राशि एकत्र कर कथित तौर राजनीतिक गतिविधियों और विकास परियोजनाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में दुरुपयोग करने के मामले में प्रकरण दर्ज किया गया है।

बड़वानी के पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि एक शिकायती आवेदन पर मेधा पाटकर समेत 12 लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर इसकी विवेचना आरंभ कर दी गई है। उन्होंने बताया कि मेधा पाटकर तथा अन्य न्यासियों के विरुद्ध उनकी संस्था नर्मदा नवनिर्माण अभियान के माध्यम से सन 2007 से 2022 के बीच विभिन्ना शैक्षणिक व सामाजिक गतिविधियों के नाम पर एकत्र राशि के दुरुपयोग का आरोप है। उन्होंने बताया कि प्रकरण की विवेचना में धाराएं और आरोपित बढ़ भी सकते हैं।

प्रीतमराज बड़ोले की शिकायत पर कोतवाली थाना पुलिस ने मेधा पाटकर, परवीन रूमी जहांगीर, विजया चौहान, कैलाश अवास्या, मोहन पाटीदार, आशीष मंडलोई, केवलसिंह बसावे, संजय जोशी, श्याम पाटील, सुनीति एसआर, नुरजी पदवी व केसव वासवे पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। प्रीतमराज का कहना कि पाटकर द्वारा चलाए जा रहे एनजीओ में 14 साल में जमा हुए 13.50 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई है।

बड़ोले का आरोप है कि वनवासी बच्चों की पढ़ाई के नाम पर दान की राशि का उपयोग राष्ट्र विरोधी सहित अन्य गतिविधियों में किया गया है। उनका कहना है कि राशि का स्त्रोत और व्यय का स्पष्ट खुलासा नहीं किया है। डेढ़ करोड़ से ज्यादा राशि की बैंक से नकद निकासी की गई। निकासी की ऑडिट व खाता विवरण भी अस्पष्ट है। ट्रस्ट के 10 खातों में से 4 करोड़ से अधिक राशि नियमित व अज्ञात निकासी हुई है। ट्रस्ट ने एकत्रित किए दान का रुपया विकास परियोजनाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के प्रबंधन के लिए डायवर्ट किया।

बड़ोले ने कहा कि मेरे द्वारा शिकायत कर मेधा पाटकर सहित 12 लोगों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया गया है। उनके खाते से निकली राशि की जानकारी हमें सूत्रों से प्राप्त हुई है। हम कोर्ट में साक्ष्य प्रस्तुत करेंगे।

इस मामले में मेधा पाटकर का कहना है कि शिकायतकर्ता ने जो शिकायत की है वह गलत है। हमारे द्वारा सभी खातों का ऑडिट किया गया है। पुलिस की ओर से हमें नोटिस नहीं मिला है। हमने पहले भी कई बार इसका जवाब दिया है। शिकायतकर्ता लोगों को भ्रमित कर रहा है। वह बता रहा है कि ग्राउंड पर स्कूल नहीं है, हमारे साथ आएं तो बताएंगे कि कितनी स्कूल हैं। इस मामले में बड़वानी एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने बताया कि ट्रस्ट में वित्तीय अनियमितता की शिकायत मिली थी, उस आधार पर एफआईआर हुई है। शिकायत में दी गई जानकारी के आधार पर दस्तावेज उठाकर जांच की जाएगी।