बालिकाएं परिवार के साथ साथ देश नाम कर रहीं हैं रोशन, इनके अधिकारों का सरंक्षण जरूरी : कर्मवीर सिंह बुटर


सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 24 जनवरी:

                        आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एडवोकेट कर्मवीर सिंह बुटर व पार्टी के अन्य पदाधिकारियों द्वारा बालिका दिवस के अवसर पर रादौर हल्का के सुढल गाँव के सरकारी स्कूल में बालिकाओं को स्टेशनरी का सामान भेंट किया। मौके पर योगेन्द्र चौहान,राय सिंह व धर्मपाल सुडल बुटर के साथ रहे। इस अवसर पर बोलते हुए बुटर ने कहा कि देश में लड़कियों को आत्मनिर्भर और विशेष दर्जा देना इस दिवस का उदेश्य है। बालिकाएं के साथ भेद-भाव एक बड़ी समस्या है जो कई क्षेत्रों में फैला है जैसे शिक्षा में असमानता, पोषण, कानूनी अधिकार, चिकित्सीय देख-रेख, सुरक्षा, सम्मान, बाल विवाह आदि।

                        उन्होंने कहा कि हमें समाज में बालिकाओं के प्रति भेदभाव को समाप्त करने के लिए अभी और अधिक कार्य करने की आवश्यकता है और बालिकाओं को समान दर्जा प्रदान करना ही हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी बनती है। कर्मवीर सिंह बुटर ने बताया कि समाज में लड़कियों के अधिकारों की जरुरत के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिये एक समान शिक्षा और मौलिक आजादी के बारे में विभिन्न राजनीतिक और समुदायिक नेता जनता में भाषण देते हैं परन्तु इसके लिए धरातल पर कार्य करने की जरूरत है ताकि बालिका दिवस के वास्तविक स्वरूप प्रदान किया जा सके।

                        बुटर ने कहा कि हमारी बच्चियों को भी अच्छी शिक्षा, पोषण, और स्वास्थ्य बेहतर रखने का अधिकार है इसके प्रति उन्हें जागरूक होना पड़ेगा। जीवन में अपने उचित अधिकार और सभी चुनौतियों का सामना करने के लिये उन्हें बहुत अच्छे से कानून सहित घरेलु हिंसा की धारा 2009, बाल-विवाह रोकथाम एक्ट 2009, दहेज रेकथाम एक्ट 2006 आदि से अवगत करवाना अति आवश्यक है और इसके लिए शैक्षणिक संस्थानों में इसके लिए कार्यक्रम चलना चाहिए ताकि बालिकाओं को स्वंम के अधिकारों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके।

जरूरत पड़ी तो खालिस्तान की मुहिम चलाने वालों के खिलाफ खड़ी कर दूंगा बोस की तरह आजाद हिंद फौज : वीरेश शांडिल्य

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने सुभाष चंद्र बोस को दी श्रद्धांजलि

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, अम्बाला – 23 जनवरी :

                        एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य आज अम्बाला छावनी के सुभाष पार्क पहुंचे और वहां जाकर उन्होंने आजाद हिंद के संस्थापक व तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा लगाने वाले सुभाष चंद्र बोस को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उनके साथ किशन ठाकुर, कुलवंत  सिंह मानकुपर, पंडित सुखबीर सिंह, शिव रंजन शांडिल्य, संजीव सेठ सहित कई फ्रंट के सदस्य मौजूद थे।

                        वीरेश शांडिल्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जिस तरह देश में खालिस्तान की मुहिम कट्टरपंथियों व देशद्रोहियों द्वारा चलाई जा रही है या सीधे तौर पर भारत के तिरंगे, भारत के संविधान व भारत के शहीदों का अपमान है। जिसे किसी कीमत पर भी एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया बर्दाश्त नहीं करेगी।

                        शांडिल्य ने सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के सामने संकल्प लिया कि खालिस्तानी मुहिम को खत्म करने के लिए जरूरत पड़ी तो सुभाष चंद्र बोस जैसी आजाद हिंद फौज का गठन कर देंगे जो राष्ट्र में आतंकवाद के खिलाफ मुहिम चलाएगी।

                        उन्होंने कहा कि आज देश नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व गुरु बन चुका है और समय आ गया है कि नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान के ऊपर हमला बोलना चाहिए और 26/11 के मास्टरमाइंड एवं लश्कर तैयबा के चीफ हाफिज सयैद सहित उन तमाम आतंकवादियों को मौत के घाट उतार भारत लाना चाहिए। जिन आतंकवादियों ने 26/11 किया, संसद पर हमला किया, कारगिल किया, लाल किले पर हमला किया और उन आतंकवादियों के शव 26/11 स्मारक के बाहर संसद के बाहर जलाए जाएं। इस मुहिम के साथ एंटी टेरोरिस्ट इंडिया मोदी सरकार के साथ है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सैनिकों का सम्मान बढ़ाया : कैप्टन अभिमन्यु

नारनौंद हलके में क्षेत्रवासियों के सुख—दुख में हुए शामिल, जाना हालचाल

हिसार/पवन सैनी
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने अंडमान—निकोबार के 21 द्वीपों के नाम परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर किए जाने का स्वागत किया। उन्होंने इसे सैनिकों का सच्चा सम्मान बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताया है।
कैप्टन अभिमन्यु नारनौंद विधानसभा क्षेत्र के गांवों में क्षेत्रवासियों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने विभिन्न गांवों में सुख—दुख में शिरकत की और क्षेत्रवासियों से कुशलक्षेम जानी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किसी सरकार ने पहली बार सैनिकों व सेना को सम्मान दिया है। हाल ही में प्रधानमंत्री ने अंडमान निकोबार के 21 द्वीपों का नाम परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर करके सैनिकों का सम्मान बढ़ाया है और इस फैसले से सैनिकों का हौंसला बढ़ा है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के सैनिक दिन रात, सर्दी गर्मी, यहां तक माइनस डिग्री तापमान में देश की सरहदों की रक्षा करते हैं, तभी देशवासी चैन की नींद सो पाते हैं। उन्होंने कहा कि सोनीपत जिले के सिसाणा गांव निवासी वीर सपूत मेजर होशियार सिंह के नाम पर होशियार द्वीप रखा गया है, जिससे न केवल हमारे वीर सैनिक बल्कि हरियाणा का भी सम्मान बढ़ा है।
क्षेत्रवासियों के सुख—दुख में शिरकत करते हुए कैप्टन अभिमन्यु ने उनका हालचाल जाना और कहा कि भाजपा शासन में नागरिकों का जीवन स्तर उंचा उठा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी नीतियां व उनसे जनता को हो रहे फायदों को पचा नहीं पा रहे हैं। यही कारण है कि वे आए दिन सरकार के​ खिलाफ उल—जुलूल बयानबाजी करते रहते हैं लेकिन जनता उन्हें मुंह नहीं लगाएगी।

आज चंडीगढ़ भाजपा में आ. आ. पा. की अमनप्रीत कौशल शामिल

                        चंडीगढ़ में सोमवार को आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा। आम आदमी पार्टी की प्रदेश महिला महासचिव अमनप्रीत कौशल भाजपा में शामिल हो गई हैं। कौशल ने नगर निगम चुनाव में वार्ड नंबर 5 से आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा था।

भाजपा में ज्वाइन करने के बाद पूर्व AAP नेता अमनप्रीत कौशल(बांय)

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 23 जनवरी :

                       चंडीगढ़ में मेयर चुनाव के दरमियान जो नहीं हुआ। वो अब हो गया। यहां आम आदमी पार्टी को अब बड़ा झटका लगा है। पार्टी के दो नेता बीजेपी में शामिल हो गए हैं। बतादें कि, आप नेता अमनप्रीत कौशल ने अपने पति अमित कौशल के साथ बीजेपी का दामन थाम लिया है। अमनप्रीत कौशल ‘चंडीगढ़ आ. आ. पा. महिला विंग’ की महासचिव थीं और इसके साथ ही उनके पति अमित कौशल भी पार्टी के सक्रिय सदस्य थे। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस की टिकट पर जीते 2 काउंसलर भी भाजपा का दामन थाम चुके हैं।

                   वहीं, पंजाब से भी एक नेता बीजेपी में शामिल हुआ है। समाना से आ. आ. पा. के नेता प्रीत इन्दर मोदगिल ने बीजेपी का दामन थामा है। आ. आ. पा. के ये तीनों नेता चंडीगढ़ बीजेपी के सेक्टर 33 स्थित कमलम (मुख्यालय) में चीफ अरुण सूद की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए।

                   अरुण सूद ने कहा कि भाजपा की नीतियों और निगम में भाजपा के विकास कार्यों से प्रभावित होकर लोग इसमें शामिल हो रहे हैं। अमनप्रीत कौशल पॉलिटिकल साईंस में MA B.ed हैं। वहीं कंप्यूटर में PG डिप्लोमा किया हुआ है। उनका 25 सालों का टीचिंग का अनुभव है। उनका अपना एक स्कूल है। वहीं वह समाज सेविका के रूप में भी कार्यरत हैं।

                   वर्ष 2022 में उन्होंने आ. आ. पा. की टिकट पर वार्ड नंबर 5 से चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें सिर्फ 1900 वोटें ही मिली थी। अमनप्रीत कौशल के साथ उनके पति अमन अमित कौशल और उनके रिश्तेदार प्रीत इंदर मोहन ने भी भाजपा जॉइन की है।

                   अमनप्रीत कौशल ने कहा कि आ. आ. पा. में तालमेल की कमी है। उनमें कम्युनिकेशन की कमी है। वहीं कार्यकर्ताओं को यही नहीं पता कि आने वाले वक्त में चंडीगढ़ में क्या काम करना है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों से प्रभावित होकर वह पार्टी में आई हैं।

दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत माँग कर भारतीय सेना पर उठाए सवाल, जयराम रमेश ने और बोलने से रोका

                कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, जिन्होंने 26/11 को हिंदू आतंकवाद के रूप में गढ़ दिया था। वह, अब सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत माँग रहे हैं। ये अपना मुँह सिर्फ पाकिस्तान के लिए ही खोलते हैं। अब उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत माँगकर सेना के पराक्रम पर सवाल उठाया है। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि सरकार सर्जिकल स्ट्राइक की बात करती है लेकिन अब तक सबूत पेश नहीं किए। वहीं, दिग्विजय के इस बयान के बाद, भाजपा ने कॉन्ग्रेस ने को ‘पाकिस्तान परस्त पार्टी’ करार दिया। भाजपा की सरकार केवल झूठ फैला रही है। हमारे 40 जवान पुलवामा में शहीद हो गए। CRPF के डायरेक्टर ने मांग की थी कि यह संवेदनशील जोन है। जवानों को हवाई जहाज से श्रीनगर भेजा जाए, लेकिन मोदी जी ने मना कर दिया। सरकार ने जानकर ऐसा किया। वहां हर गाड़ी की चेकिंग होती है तो फिर स्कॉर्पियो गाड़ी की जांच क्यों नहीं हुई, जिसके टकराने से ब्लास्ट हुआ।

digvijay singh live
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान स्पीच देते दिग्विजय सिंह।
  • भारत जोड़ो यात्रा में पहुंचे कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह
  • मध्य प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने मांगे सबूत
  • पुलवामा हमले को लेकर भी लगाए पीएम मोदी पर आरोप
  • सिर्फ कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्मे बनाकर फैला रहे नफरत

डेमोक्रेटिक फ्रंट, जम्मू ब्यूरो – 23 जनवरी :

                   राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा जम्मू-कश्मीर पहुंची हैं। सोमवार को यात्रा में शामिल हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं कि हमने इतने लोग मार गिराए, लेकिन प्रमाण कुछ नहीं। केवल झूठ के पुलिंदे पर यह राज कर रहे हैं। यह देश सबका है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाए जाने के बावजूद आतंकवाद खत्म नहीं होने के बात कही और बीजेपी पर जमकर बरसे। उन्होंने पुलवामा हमले को लेकर भी पीएम मोदी का नाम लेकर निशाना साधा है।

                उन्होंने यह भी कहा है, “हुकूमत यहाँ (जम्मू कश्मीर) का फैसला नहीं कराना चाहती। यहाँ की समस्या का निदान नहीं करना चाहती। यह समस्या कायम रखना चाहती है, ताकि कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्म बनती रहें और लोगों में हिंदू-मुसलमान में नफरत फैलाते रहें।”

                वहीं, दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद जब मीडिया द्वारा उनसे सवाल किया गया तो कॉन्ग्रेस नेता जयराम रमेश रिपोर्टर के बीच में आ गए। यही नहीं, उन्होंने रिपोर्टर से दिग्विजय सिंह को डायवर्ट न करने की बात कह दी। इसके बाद, जब रिपोर्टर ने उनसे दोबारा बात करने की कोशिश की तो जयराम रमेश, दिग्विजय सिंह को रिपोर्टर से दूर ले जाते दिखे।

                BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा गैरजिम्मेदाराना बयान देना कांग्रेस पार्टी का चरित्र है। हमारे सुरक्षा बलों के खिलाफ बोलने वाले किसी को भी देश बर्दाश्त नहीं करेगा। पीएम मोदी से नफरत के कारण राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह में अब देशभक्ति नहीं बची है। जब भी हमारी वीर सेना अपना पराक्रम दिखाती है तो सबसे अधिक दर्द उस देश को होता है जिसको सबक सिखाया जाता है, जो विश्व में अपनी आतंकी गतिविधियों को लेकर जाना जाता है। लेकिन यह दुखद है कि दर्द भारत की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को होता है।

                दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद भाजपा कॉन्ग्रेस पर हमलावर है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर कहा है, “सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर कॉन्ग्रेस ने एक बार फिर पुलवामा को लेकर पाकिस्तान की भाषा बोली है। दिग्विजय सिंह ने 26/11 के लिए भारत को भी जिम्मेदार ठहराया था। राहुल गाँधी ने कहा था सेना की पिटाई हो गई।यह INC (भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस) नहीं बल्कि PPP – पाक परास्त पार्टी है जो हमारी सेना के मनोबल पर हमला करना पसंद करती है। यह शर्मनाक है।”

                उन्होंने अगले ट्वीट में कहा है, “जिस दिन हम पराक्रम दिवस मनाते हैं। नेताजी की विरासत को सलाम करते हैं और हमारे बहादुरों का सम्मान करते हैं। उसी दिन कॉन्ग्रेस हमारी सेना के मनोबल पर हमला करती है। पिटाई हो गई से लेकर खून की दलाली तक, सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट पर शक करना और आतंक को क्लीन चिट देने के उद्देश्य से कॉन्ग्रेस पुलवामा के लिए भारत को दोष दे रही है। यह शर्मनाक है।”

                वहीं, भाजपा नेता प्रीति गाँधी ने कहा है, “कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, जिन्होंने 26/11 को हिंदू आतंकवाद के रूप में गढ़ दिया था। वह, अब सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत माँग रहे हैं। ये अपना मुँह सिर्फ पाकिस्तान के लिए ही खोलते हैं।”

चंडीगढ़ में खोले जा रहे 9 आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर

                         सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ के लोगों इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। शहवासियों को घर के पास ही इलाज मिलेगा। हालांकि चंडीगढ़ में पीजीआइ, जीएमसीएच-32 और जीएमएस-19 जैसे बड़े चिकित्सा संस्थान हैं, लेकिन इन बड़े अस्पतालों में मरीजों की भीड़ ज्यादा रहती है। ऐसे में छोटी मोटी बीमारियों व टेस्ट के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। शहर के लोगों को घर के नजदीक ही इलाज की सुविधा मिलेगी।

                    शहर के किशनगढ़, पलसौरा, मक्खन माजरा, मनी माजरा, सारंगपुर, रायपुर कलां और हल्लो माजरा में पुरानी स्कूल बिल्डिंग्स में यह UHWC स्थापित होंगे।

                   बता दें कि आयुष्मान भारत हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत चंडीगढ़ में कुल 16 UHWC खोले जाने की मंजूरी प्राप्त हुई थी। अभी शहर में कुल 9 UHWC पूरी तरह से फंक्शनल हैं। यह रायपुर खुर्द, किशनगढ़, बडेहड़ी, इंदिरा कॉलोनी, खुड्‌डा लाहौरा, सेक्टर 44, सेक्टर 25, पलसौरा और सेक्टर 52 में बने हुए हैं।

                   शहर में मेडिकल एवं हेल्थ जरूरतों को देखते हुए 34 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स(HWCs) चल रहे हैं। इनमें से 29 एलोपैथी आधारित हैं और 5 आयुर्वेद, योग, नेचुरोपैथी, युनानी, सिद्ध और होम्योपैथी(AYUSH) आधारित हैं। आयुष्मान भारत निवारक, प्रोत्साहक, उपचारात्मक, पुनर्वास और उपशामक देखभाल विस्तृत रूप से लोगों तक पहुंचाने को लेकर एक चयनात्मक दृष्टिकोण को लेकर एक प्रयास है।

                   इस प्रकार के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स के निर्माण से लोगों को अपनी छोटी-मोटी बीमारियों को लेकर घर से दूर बड़े अस्पताल में आने की जरूरत नहीं पड़ती। वह पास के हेल्थ सेंटर्स में ही ट्रीटमेंट ले सकते हैं। इसे लेकर शहर में हेल्थ सेवाओं को बढ़ाया जा रहा है।

                   जानकारी के मुताबिक इन पुरानी स्कूल बिल्डिंग्स में बड़े क्लास रुम हैं। यहां हवा और रोशनी भी पर्याप्त है। इन बिल्डिंग्स में रैनोवेशन, पेंटिग्स, रिपेअर वर्क, उचित ड्रेनेज और सेनिटेशन की व्यवस्था की जाएगी। वहीं पीने के पानी की सुविधा और जरूरत के मुताबिक बाकी बदलाव कर इन्हें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स का रूप दिया जाएगा।

यह सेवाएं मिलेंगी

  • प्रेग्नेंसी और चाइल्ड बर्थ से जुड़ी केयर
  • नियोनेटल और नवजात की हेल्थ केयर सेवाएं
  • चाइल्ड एवं किशोर हेल्थ केयर सेवाएं
  • फैमिली प्लानिंग, गर्भ निरोधक, प्रजनन हेल्थ केयर सेवाएं
  • सामान्य संचारी रोग एवं सामान्य रोगों की आउट-पेशेंट केयर
  • गैर-संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, प्रिवेंशन, कंट्रोल और प्रबंधन
  • टीबी और कुष्ठ रोग जैसे क्रोनिक संचारी रोगों की केयर
  • दांतों से जुड़ी बीमारियों की केयर
  • आंखों और ENT से जुड़ी सामान्य बीमारियों की केयर
  • बुजुर्गों को होने वाली बीमारियों में उन्हें केयर

बीएमसी चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे ने किया गठबंधन का एलान

                        2019 के विधानसभा चुनाव में भी प्रकाश आंबेडकर ने दलित-मुस्लिम गठजोड़ बना कि पार्टी ने कांग्रेस-एनसीपी के वोट काटे थे, जिससे बीजेपी को फायदा हुआ था।  साल 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रकाश आंबेडकर की पार्टी की करीब 10 निर्वाचन क्षेत्रों में एक लाख से ज्यादा वोट पड़े थे। तब प्रकाश आंबेडकर की पार्टी का गठबंधन असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से था। तब दलित-मुस्लिम गठजोड़ बना था और एआईएमआईएम के खाते में औरंगाबाद सीट गई थी। 

उद्धव ठाकरे - फोटो : Social Media
  • उद्धव ठाकरे और प्रकाश अंबेडकर आए साथ
  • BMC चुनाव के लिए VBA के साथ गठबंधन की घोषणा
  • MVA गठबंधन में अब VBA भी शामिल

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/मुंबई – 23 जनवरी :

                        आगामी बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चुनावों से पहले उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के साथ हाथ मिलाया है। हालांकि निकाय चुनावों की तारीखों की घोषणा अभी बाकी है, लेकिन इस कदम को इस संकेत के तौर पर देखा जा रहा है कि उद्धव की सेना ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सोमवार दोपहर दोनों पार्टियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटनाक्रम का ऐलान किया।

                        उद्धव ठाकरे ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि ‘हम संविधान को अक्षुण्ण रखने के लिए एक साथ आए हैं।’ इस दौरान उन्होंने प्रकाश अंबेडकर के साथ मंच साझा किया। गौरतलब है कि उद्धव की महा विकास अघाड़ी सरकार को जून में एकनाथ शिंदे नेतृत्व वाले विद्रोही सेना गुट द्वारा गिरा दिया गया था। MVA गठबंधन के बारे में बात करते हुए, प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस और एनसीपी उनकी वीबीए पार्टी को सहयोगी के रूप में भी स्वीकार करेंगे। अंबेडकर ने ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर भी भाजपा सरकार पर हमला किया।

                        वहीं वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे की जयंती पर शिवसेना (यूबीटी) और वीबीए का गठबंधन महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया बदलाव लाएगा। इस कदम से राजनीतिक समीकरण बदलेंगे। ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जहां कुछ पार्टियों ने अपने सहयोगियों को कम करने और खत्म करने की कोशिश की, लेकिन राजनीतिक दल की जीत का फैसला करना लोगों पर निर्भर है। हमारे देश की इस लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कोई नहीं बदल सकता है।

                        पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने कहा कि अभी तक चुनाव की कोई घोषणा नहीं हुई है। मैं देशद्रोहियों (शिंदे गुट) को चुनाव कराने की चुनौती देना चाहता हूं। अगर उनमें (शिवसेना शिंदे गुट और बीजेपी में) दम है तो उन्हें चुनाव की घोषणा करनी चाहिए। 

                        इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने आरएसएस प्रमुख पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत मस्जिद गए तो क्या उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया? जब बीजेपी ने पीडीपी के साथ गठबंधन किया तो क्या उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया? वे जो कुछ भी करते हैं वह सही है और जब हम कुछ करते हैं, तो हम हिंदुत्व छोड़ देते हैं, यह सही नहीं है। 

पंजाब में मनप्रीत बादल भाजपा में, देखें चंडीगढ़ में आज कौन ?

                        पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने बुधवार को भाजपा का दामन थामा। इसके बाद से पंजाब में सियासत तेज होने लगी है। भारत जोड़ो यात्रा के बीच मनप्रीत सिंह कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। बता दें कि पंजाब के सीएम भगवंत मान को राजनीति में लाने का श्रेय मनप्रीत बादल को ही जाता है। मनप्रीत ने ही 2011 में अपनी पार्टी ‘पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब’ (पीपीपी) में भगवंत मान को शामिल कर 2012 विधानसभा चुनाव में लहरा सीट से प्रत्याशी बनाया था। भगवंत मान पीपीपी के चुनाव चिह्न पतंग के साथ चुनाव मैदान में उतरे लेकिन उनकी पतंग उड़ान नहीं भर सकी। इसके बाद मनप्रीत ने जब पीपीपी का कांग्रेस में विलय करने का एलान किया तो भगवंत मान ने न सिर्फ पीपीपी बल्कि मनप्रीत बादल से भी नाता तोड़ लिया और अब आम आदमी पार्टी का हिस्सा और पंजाब के सीएम हैं। आज  कुछ ऐसा चंडीगढ़ में भी होने वाला है।

Former Punjab finance minister Manpreet Badal quits Congress, joins BJP -  Hindustan Times

अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 23 जनवरी :

                        मेयर चुनाव के दरमियान चंडीगढ़ में नेताओं के इधर से उधर जाने की खूब चर्चाएं चलीं मगर सब कुछ सिर्फ चर्चाओं तक ही सीमित रहा। लेकिन अब ऐसा होने जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, आज शाम को साढ़े 4 बजे चंडीगढ़ बीजेपी के सेक्टर 33 स्थित कमलम (मुख्यालय) में कोई बड़ा नेता पार्टी जॉइन करेगा। हालांकि वह नेता कौन है और किस पार्टी (AAP या CONGRESS) से है? इसकी अभी जानकारी नहीं मिल पाई है। फिलहाल, उक्त नेता की जॉइनिंग के दौरान चंडीगढ़ बीजेपी चीफ अरुण सूद सहित पार्टी के तमाम बड़े नेताओं की मौजूदगी रहेगी। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस से कोई बड़ा नेता भी आज भाजपा में शामिल हो सकता है। कांग्रेस की इस समय नगर निगम में स्थिति काफी खराब है। पार्टी के पास मात्र 6 काउंसलर हैं। कांग्रेस की टिकट पर जीते 2 काउंसलर पहले ही भाजपा का दामन थाम चुके हैं।

                        हालांकि, चंडीगढ़ बीजेपी में शामिल होने वाले नेता को लेकर लग रहे कयासों के बीच चंडीगढ़ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुभाष चावला का नाम भी लिया जा रहा है। लेकिन सुभाष चावला ने अर्थ प्रकाश से बातचीत करते हुए बीजेपी ज्वाइन न करने की बात कही है। चावला का साफ कहना है कि, वह बीजेपी में शामिल नहीं हो रहे हैं। चावला के मुताबिक, पार्टी के कुछ फैसलों से उनकी नाराजगी जरूर है लेकिन वह बीजेपी में शामिल नहीं होंगे। बहराल, कौन शामिल हो रहा है और कौन नहीं? यह मौके की तस्वीर से ही स्पष्ट हो पाएगा।

                   आपको बतादें कि, इससे पहले चंडीगढ़ बीजेपी में कांग्रेस पार्टी से नेता और कई कार्यकर्ता शामिल हो चुके हैं. पिछले साल ही कांग्रेस की टिकट पर जीते 2 पार्षद बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके अलावा चंडीगढ़ कांग्रेस के बेहद पुराने नेता दविंदर सिंह बबला ने भी कांग्रेस को अलविदा कहते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया था। मसलन चंडीगढ़ में कांग्रेस का खेमा जहां लगातार घट रहा है और वहीं बीजेपी अपना खेमा बढ़ाती जा रही है। अन्य जगहों जैसे चंडीगढ़ में भी कांग्रेस की स्थिति काफी खराब है।

नवजोत सिद्धू की रिहाई पर आई बड़ी खबर

                        सर्वोच्च न्यायालय ने पहले सिद्धू को गैर-इरादतन हत्या से बरी कर दिया था और एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया था, लेकिन इस मामले में रिव्यू पिटीशन पर सुनवाई करते हुए फिर शीर्ष अदालत ने सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई थी। सजा मिलने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने 20 मई को आत्मसमर्पण कर दिया था। अभी तक उनकी तकरीबन साढ़े छह महीनों की सजा पूरी हो चुकी है। अगर वह 26 जनवरी को बाहर आते हैं तो तकरीबन 3 महीने की सजा माफ कर दी जाएगी। बीते दिनों राहुल ने पंजाब में यात्रा के दौरान सिद्धू को जेल से रिहाई के बाद पार्टी में जिम्मेदारी देने की बात कही थी।

कोरल ‘ पुरनूर’ डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

                        पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद सियासी तस्वीर से गायब हुए पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी वापसी करते दिख रहे हैं।  राज्य की राजनीति में उनके लौटने के कारण एक बार फिर ताकत को लेकर खींचतान होने के आसार नजर आ रहे हैं।  दरअसल पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की भी समय से पहले रिहाई को लेकर चर्चाएं हैं।

                        पटियाला जेल में बंद पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई को लेकर अब बड़ी खबर सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि, सिद्धू की रिहाई अटक सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिद्धू को 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर रिहा किया जाना है। सिद्धू सहित रिहा होने वाले अन्य कैदियों की सूची तैयार है। लेकिन इस सूची को अभी तक पंजाब सरकार की मंजूरी नहीं मिल सकी है और इसी को देखते हुए सिद्धू की रिहाई पर भी सस्पेंस बरकार है।

                   जानकारी के मुताबिक, पंजाब सरकार की कैबिनेट बैठक में रिहा होने वाले कैदियों पर फैसला लिया जाएगा। उनकी रिहाई को मंजूरी दी जाएगी और इसके बाद फाइल राज्यपाल की मंजूरी के लिए भेजी जाएगी। लेकिन बताया जा रहा है कि, पंजाब सरकार की कैबिनेट बैठक एक फरवरी को होने वाली है। मसलन, 26 जनवरी को रिहा होने वाले कैदियों की की रिहाई ठंडे बस्ते में रहेगी। हालांकि, इस बीच यह संभावना भी जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान कैदियों की रिहाई की लेकर 26 जनवरी या इससे पहले कोई घोषणा भी कर सकते हैं।

                        सिद्धू की रिहाई का तो पता नहीं लेकिन उनकी रिहाई की खबर पर ही पंजाब की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है। सिद्धू समर्थकों में खुशी का माहौल है और साथ ही बदलाव की अटकलें भी तेज हैं। चर्चा है कि कांग्रेस आलाकमान की तरफ से नवजोत सिद्धू को बड़ी भूमिका मिल सकती है। फिलहाल तो अब देखना यह होगा कि, सिद्धू के लौटने पर पंजाब कांग्रेस के अंदर क्या बदलाव होता है?

                        बतादें कि, नवजोत सिंह सिद्धू 20 मई से पटियाला जेल में बंद हैं। सिद्धू ने करीब 34 साल पुराने एक रोडरेज केस में सुप्रीम कोर्ट से एक साल की सजा मिलने के बाद खुद को पटियाला कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। जिसके बाद उन्हें पटियाला जेल में लाकर बंद कर दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिद्धू को पटियाला जेल में बैरक नंबर 10 में रखा गया है और क्लर्क का काम दिया गया है।

                        बतादें कि, रोडरेज का यह पूरा मामला दिसंबर 1988 का है। जब पटियाला में सिद्धू की सड़क पर एक बुजुर्ग से झड़प हो गई थी। बताया जाता है कि इस झड़प में मारपीट हुई और जिसके बाद उस बुजुर्ग शख्स की मौत हो गई। जहां, इस मामले में फिर पटियाला पुलिस ने सिद्धू के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था। इस मामले में पहले निचली अदालत में सुनवाई चली। जहां से सिद्धू बरी हो गए।

                        लेकिन जब मामला हाई कोर्ट पहुंचा तो पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने 2006 में सिद्धू को इस मामले में तीन साल की सजा सुनाई थी। सिद्धू तब भाजपा के अमृतसर से सांसद थे। सजा के बाद सिद्धू को इस्तीफा देना पड़ा था। साथ ही सिद्धू ने सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के फैसले का चुनौती दी थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को बरी को कर दिया था लेकिन बाद में पीड़ित पक्ष ने पुनर्विचार याचिका दाखिल कर सिद्धू की मुश्किलें फिर बढ़ा दीं और अब नतीजा यह रहा कि पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को एक साल की सजा सुना दी।

भविष्य में ‘इनोवेशन, एंटरप्रेन्योरशिप और लाइफ – स्किल्स तय  करेगा  करियर’

300 से स्कूलों के 5000 से अधिक छात्रों ने 300 से अधिक भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों से अर्जित किया ज्ञान

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, पंचकूला –  21 जनवरी :

                   देश भर के प्रमुख शिक्षाविद आज यहां वर्चुअल मोड में आयोजित चौथे सतलुज करियर फेस्ट 2023 में शामिल हुए। विशेषज्ञों ने सार्थक, सफल और खुशहाल जीवन जीने के लिए रटने की बजाय छात्रों में लाइफ स्किल्स कौशल विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस बार फेस्ट का फोकस भविष्य के करियर के लिए ‘इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप पर आधारित था।

                        पैनल डिस्कशन  सामाजिक एंटरप्रेन्योरशिप के इर्द-गिर्द कैसे बड़े व्यवसाय बनते हैं और कैसे उत्तर भारत में ट्राइसिटी एंटरप्रेन्योरशिप के केंद्र के रूप में तेजी से उभर रहा है; अंडरग्रेजुएट्स के लिए कनाडा में करियर के अवसर; नौकरी का यथार्थवाद: क्या आज के किशोर नौकरी का सपना देख रहे हैं जो 15 साल बाद भी होगी?; नौकरियां और स्किल्स का भविष्य जैसे विभिन्न विषयों में शामिल थे।

                        क्षेत्र के सबसे बड़े करियर फेस्ट ‘सतलुज करियर फेस्ट’ का आयोजन सतलुज पब्लिक स्कूल, सेक्टर 4, पंचकुला (सतलुज ग्रुप ऑफ स्कूल्स का एक हिस्सा- सतलुज पब्लिक स्कूल, लिटिल सतलुज प्री-स्कूल) द्वारा कक्षा 9वीं तथा 12 वीं तक के छात्रों का मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से किया गया था और इसमें उनके माता-पिता को करियर के विभिन्न अवसरों के बारे में बताया। यह तीसरा वर्ष था जब इस फेस्ट को वर्चुअल मोड से आयोजित किया गया था, जिससे न केवल पूरे भारत, बल्कि दुनिया भर के छात्रों के रेजिस्ट्रेशन के साथ अंतर्राष्ट्रीय पहुंच बनी।

                        इस वर्चुअल फेस्ट में 300 से अधिक विदेशी और भारतीय यूनिवर्सिटीज के काउंसलर्स और विदेशी प्रतिनिधियों ने भाग लिया। करियर फेस्ट के दौरान 5,000 से अधिक छात्रों ने भारत (मेट्रो, टायर 2 और टायर 3 शहरों सहित) और दुनिया भर के 300 से स्कूलों का प्रतिनिधित्व किया।

रीकृत सराय

                        सतलुज ग्रुप ऑफ स्कूल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर रीकृत सराय ने सम्मानित अतिथियों, अभिभावकों और छात्रों का स्वागत किया। उन्होंने इस अवसर कहा कि यह चौथी बार है जब करियर फेस्ट की मेजबानी कर रहे हैं। सतलुज स्कूल ने यह पहल शुरू की है जो छात्रों के लिए मददगार है और करियर फेयर से अलग है जहां केवल विश्वविद्यालय छात्रों के साथ बातचीत करते हैं। इस तरह के आयोजन के पीछे का विचार, जो पांच साल पहले शुरू हुआ था, हमारे छात्रों को हमारे द्वार के दायरे से परे समर्थन देना था, उन्हें स्कूली जीवन से परे मदद करना और तैयार करना था। हम विभिन्न क्षेत्रों से बातचीत की मेजबानी करना चाहते थे ताकि छात्रों को विशेषज्ञों से सुनने को मिले और उनके जैसा बनने की आकांक्षा भी रहे। उत्सव का प्रमुख विषय भविष्य के लिए नौकरियां और स्किल्स है क्योंकि दुनिया तेजी से बदलेगी और वैश्वीकरण दुनिया को और करीब लाएगा। उन्होंने इस तथ्य पर भी जोर दिया कि कैसे स्टार्टअप हमारे देश में रोजगार परिदृश्य को बदल रहे हैं और एंटरप्रेन्योरशिप वैश्विक विकास का इंजन है।

                        सतलुज ग्रुप ऑफ स्कूल्स के को-चेयरमैन कृत सराय ने कहा, करियर फेस्ट की योजना बनाने में काफी मेहनत की गई, जो कि सबसे बड़े करियर शो में से एक है। उन्होंने कहा, 20 से अधिक पैनलिस्टों ने विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया, जिससे युवाओं को उचित करियर चुनने में मदद मिली। उन्होंने कहा, “कैरियर की योजना हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है और एक उचित करियर विकल्प के लिए योजना 12वीं स्टेज या 10वीं कक्षा से शुरू होनी चाहिए। हमारे पास अब युवाओं के लिए कई तरह की नौकरियां उपलब्ध हैं।”

                       

अनुराग त्रिपाठी

अनुराग त्रिपाठी, सेक्रटरी, सीबीएसई ने छात्रों के बीच लाइफ स्किल्स विकसित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, “शिक्षा का मुख्य उद्देश्य आपके मन, शरीर और आत्मा का विकास करना था। ऐसे छात्र देश के जिम्मेदार नागरिक बनते हैं। नई शिक्षा नीति का उद्देश्य शिक्षा के लिए एक अलग दृष्टिकोण पेश करना है, जो शुरुआत में ज्ञान आधारित और रटकर सीखने वाला था। क्या आप स्कूल में अपनी पढ़ाई, परीक्षा में अपने प्रदर्शन और कक्षाओं में समग्र सीखने का रचनात्मक उपयोग कर रहे हैं? रट-रट कर सीखने का चलन रहा है, लेकिन कोई स्किल्स नहीं था, जो वास्तविक दुनिया में प्रवेश करने और समाज के साथ तालमेल बिठाने में काम आता हो, जिसके कारण ऐसे छात्रों को वास्तविक जीवन की परिस्थितियों का सामना करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जो उन्हें कभी नहीं बताया गया था। यह देखने में आया है कि स्कूल और कॉलेजों से पास आउट होने वाले छात्रों में कोई योग्यता नहीं होती है और नई शिक्षा नीति इस बात पर जोर देती है कि रटंत शिक्षा को योग्यता शिक्षण में स्थानांतरित किया जाना चाहिए। यदि एक बच्चे ने कम्युनिकेशन स्किल्स, प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स और क्रिटिकल थिंकिंग स्किल्स और क्रिएटिव स्किल्स सीख लिया है, तो वह टॉप पर पहुंच सकता है।” उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा में टॉपर होने का मतलब यह नहीं है कि आप नई ऊंचाइयां हासिल करेंगे, बल्कि यह आपकी खुद की योग्यता है जो आपको जगह दिला सकती है।

रतन लाल कटारिया

                        रतन लाल कटारिया, सांसद, अंबाला और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, सतलुज पब्लिक स्कूल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में योगदान दे रहा है और करियर फेस्ट आयोजित करके, यह छात्रों को भारत को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा।

रंजीता मेहता

                        रंजीता मेहता, आनरेरी जनरल सेक्रेटरी, हरियाणा स्टेट कॉउंसिल ऑफ चाइल्ड वेलफेयर, ने कहा, “देश में नौकरी का परिदृश्य बदल रहा है और केवल लाइफ स्किल्स वाले लोगों को ही रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। भारत में बहुत युवा आबादी है, इसलिए हमें नौकरियों की बहुत जरूरत है। उन्होंने कहा कि ब्यूटी बिज़नेस, एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री और हेल्थकेयर सर्विसेज रोजगार के अवसरों के प्रमुख क्षेत्र हैं, इसके अलावा ई-कॉमर्स इंडस्ट्री और सोशल मीडिया में भी विशेष रूप से महामारी के बाद तेजी आई है उन्होंने अन्य क्षेत्रों और कैरियर के अवसरों के बारे में भी बात की और बताया कि कैसे एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) अस्तित्व में आ रहा है और विभिन्न व्यवसायों में मदद कर रहा है। मेहता ने यह भी कहा कि आगे के फलदायी करियर के लिए रटना बंद कर देना चाहिए।

हर्ष कुमार

                        एनसीईआरटी के पूर्व सचिव हर्ष कुमार ने कहा, “शिक्षा का मुख्य उद्देश्य यह है कि हम अच्छे इंसान बनें। भारतीय शिक्षा प्रणाली अनूठी है। भारतीय परंपराएं विशिष्ट हैं और हमारे बच्चे बुद्धिमान और प्रगतिशील हैं। हमें उन्हें शिक्षकों और माता-पिता के रूप में वरिष्ठ कक्षाओं में सही मार्गदर्शन दिखाना चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति बहुत सारे बदलावों के साथ आई है और महामारी के दौरान भी भारत ने स्थिति को संभाला क्योंकि हम शिक्षित हैं। हमें ज्ञान को ज्ञान में बदलना है और देश के अच्छे नागरिक बनना है और अपने देश को हम पर गर्व करने के लिए कुछ करना चाहिए। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अपनी ताकत को समझें और फिर तय करें कि किस क्षेत्र को चुनना है। उन्होंने कहा कि हम एक प्रणाली के अनुसार प्रगति करेंगे और नई पीढ़ी का मार्गदर्शन करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने इस सार्थक चर्चा के लिए सभी विशेषज्ञों को एक साथ लाने में सतलुज पब्लिक स्कूल द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।

                        अन्य गणमान्य व्यक्ति में हरसुहिंदर सिंह बराड़, डायरेक्टर सेकंडरी एजुकेशन (चंडीगढ़ यूटी);; सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के सीनेट के मेंबर डॉ. पराग कलकर; डॉ. पीजे सिंह, फाउंडर और एमडी, टाइनोर ऑर्थोटिक्स और वाईस प्रेसिडेंट, सीआईआई पंजाब; मनमोहन (मैक) सरीन, सीनियर एडवोकेट; और डॉ. दिनेश दुआ, नेक्टर लाइफसाइंसेस के इमीडियेट पास्ट एग्जेक्युटिव डायरेक्टर और पास्ट चेयरमैन, सीआईआई चंडीगढ़ भी उपस्थित थे।