हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने अपने जगाधरी स्थित कार्यालय पर जनसंवाद कार्यक्रम के तहत लोगों से मिले व उनकी समस्याएं सुनी।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने लोगों की समस्याओं को जानकर अधिकारियों को फोन के माध्यम से निर्देश देते हुए कहा कि जनता को एक ही कार्य के लिए सरकारी कार्यालयों के बार-बार चक्कर न काटने पड़ें। जनता की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर अधिकारी हल करें। भाजपा सरकार अंतोदय के सिद्धांत के तहत पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का सही लाभ पहुंचाने के लिए पूरी तरह से कृत संकल्प है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जगाधरी विधानसभा की 28 सड़कों के लिए 25 करोड़ की राशि मंजूर करके सराहनीय कार्य किया है।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने बताया कि हरियाणा कौशल निगम के माध्यम से मैरिट के आधार पर योग्य पात्रों की नियुक्तियां की जा रही हैं जिसका हरियाणा में चारों तरफ से स्वागत किया जा रहा है। सरकारी स्कूलों का शिक्षा स्तर लगातार बढ़ाया जा रहा है। सरकारी स्कूलों में शौचालय, पक्का ग्राऊंड, पक्के कमरे, चारदीवारी की सुविधाएं लगातार बढ़ाई जा रही है। हरियाणा भाजपा सरकार की चिरायु योजना व परिवार पहचान पत्र योजना के दूरगामी सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे है। भाजपा संगठन व भाजपा सरकार को ज्यादा से ज्यादा मजबूत करना उनका प्रमुख लक्ष्य है। इस दौरान भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष निश्चल चौधरी, भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग साथ रहे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/IMG_20230214_151646.jpg4881080Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-14 11:44:092023-02-14 11:44:56शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने जगाधरी कार्यालय पर जनता की जन समस्याएं सुनी
आम आदमी पार्टी(आ.आ.पा.) जिला यमुनानगर की मुहिम “आ.आ.पा. के सेवादार-आपके द्वार” के तहत आज नगर निगम के वार्ड नम्बर 3 की अमर विहार कॉलोनी जगाधरी में आम जनता की समस्याओं को हल करने के लिए “आप का सेवा केंद्र” की शुरुआत की गई जो कि पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता अनिल प्रजापति की देखरेख में चलेगा ।
जिसका शुभारम्भ जिला के पूर्व चेयरमैन सुशील जैन ने रिबन काट कर किया।
इस अवसर पर जानकारी देते हुए किसान विंग के नेता सुभाष कम्बोज ने बताया कि आम आदमी पार्टी आम जनता की समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तैयार रहेगी। अपने सम्बोधन में सुशील जैन ने बताया कि इस प्रकार के जन सेवा केंद्र जल्दी ही नगर निगम के हर वार्ड में शुरू किए जाएंगे ताकि आम जनता को दर दर न भटकना न पड़े उनकी परेशानी को उनके वार्ड के सेवा केंद्र में ही दूर किया जा सके अब वार्ड नम्बर 3 के लोग सेवा केंद्र के हेल्पलाइन नम्बर 9355420784 पर सम्पर्क कर अपनी समस्या के लिये सही मार्गदर्शन व उसका समाधान करवा सकेंगे , इस मौके पर पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य नरेश कम्बोज , इंद्रजीत सिंह , दलीप दड़वा , योगेश सेठी , सरपंच कर्मचंद , रुक्मणि कश्यप , कुलविंदर राणा , राजेन्द्र कम्बोज , सुदेश सभापुर , प्रभु चड्डा व विशाल अत्तरी आदि उपस्थित रहे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/IMG-20230214-WA0028.jpg7231600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-14 11:40:102023-02-14 11:40:59अमर विहार कॉलोनी में आम आदमी पार्टी सेवा केंद्र का हुआ शुभारंभ
पूर्व केन्द्रीय मंत्री वर्तमान अम्बाला लोकसभा सांसद रतन लाल कटारिया ने जानकारी देते हुए बताया की लोकसभा में शून्य काल के दौरान अम्बाला लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत जिला यमुना नगर में सरस्वती नदी के उद्गम स्थल आदि बद्री की ओर सदन का ध्यान दिलाया ,सरस्वती नदी भारतीय सभ्यता और संस्कृति का एक मूल हिस्सा है और इसके 10,000 वर्ष पुरानी भारतीय सभ्यता से जुड़े होने के प्रमाण मिलते हैं। सांसद रतन लाल कटारिया ने कहा सैंकडों वर्षों पूर्व सरस्वती नदी की धारा पृथ्वी पर विलुप्त हो गई थी, जिसे पुन:स्थापित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
रतन लाल कटारिया ने कहा की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर कुरुक्षेत्र प्रवास के दौरान सरस्वती नदी के महत्व पर भी प्रकाश डाला था,रतन लाल कटारिया ने बताया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कुरुक्षेत्र प्रवास के समय सरस्वती नदी की महत्ता पर अपने विचार व्यक्त कर चुके हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया ने बताया की उन्होंने संसद में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला को सरस्वती नदी का उद्गम स्थल यमुनानगर जिले के आदि बद्री नामक स्थान की महत्ता बताई , जहां इसकी एक धारा प्रवाहित हो रही है। रतन लाल कटारिया ने कहा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार सरस्वती हेरिटेज बोर्ड, सरस्वती नदी के प्रवाह को दोबारा स्थापित करने के लिए कार्य कर रहा है और हरियाणा सरकार ने जल शक्ति मंत्रालय को भी आदि बद्री में डैम बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा है।
रतन लाल कटारिया ने कहा मेरा सदन से निवेदन है कि केंद्र सरकार भारतीय संस्कृति की इस विरासत को पुन:स्थापित करने के लिए कदम उठाए व इसके लिए प्रसाद योजना के अंतर्गत 100 करोड रुपए के पैकेज की घोषणा की जाए, ताकि सरस्वती नदी की अविरल धारा को दोबारा प्रवाहित किया जा सके। और लोगो में सरस्वती नदी की मेह्तावता बढ़ सके जिससे टूरिज्म को भी बढावा मिलेगा। इस दौरान भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बंतो कटारिया, भाजपा जिला यमुनानगर मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग साथ रहे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/IMG-20230214-WA0025.jpg641997Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-14 11:15:432023-02-14 11:16:09भाजपा सांसद रतन लाल कटारिया ने लोकसभा में सरस्वती आदिबद्री के लिए प्रसाद योजना के अंतर्गत 100 करोड रुपए के पैकेज देने की घोषणा की मांग की
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री संदीप पाठक के दिशा निर्देशन में हरियाणा में कार्यकर्ताओं के घरों पर पार्टी का झंडा लगाने का अभियान हल्का रादौर के गांवों में भी पुरे जोश के साथ चलाया जा रहा है।
इस बारे में जानकारी देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता एडवोकेट कर्मवीर सिंह बुटर ने बताया कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संदीप पाठक द्वारा घर-घर झंडा लगाओ मुहिम शुरू की है जिसके तहत हल्का रादौर में भी हर गांव में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के घरों पर झंडे लगाए जा रहे हैं।
कर्मवीर बुटर ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य पार्टी के द्वारा दिल्ली और पंजाब में चलाई गई जनकल्याणकारी नीतियों का प्रचार प्रसार करने के साथ साथ पार्टी को संगठनात्मक दृष्टि से मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत हल्का रादौर के कार्यकर्ता व पदाधिकारी निष्ठा पूर्वक इस कार्य में रुचि दिखा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज हर वर्ग मौजूदा भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों से त्रस्त है और परिवर्तन का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि झंडा अभियान के तहत पार्टी कार्यकर्ताओं के अलावा आम जनता को भी मौजूदा सरकार की वास्तविकता के बारे में बताया जा रहा है।
बुटर ने बताया कि आम आदमी पार्टी के द्वारा दिल्ली व पंजाब में किया गया कायाकल्प आज जनता को आदमी को आम आदमी पार्टी की ओर आकर्षित कर रहा है। कर्मवीर सिंह ने कहा कि अब वह दिन दूर नहीं जब हरियाणा प्रदेश में हर घर में आम आदमी पार्टी का झंडा होगा और आने वाले विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से आम आदमी पार्टी हरियाणा में सरकार बनाएगी।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के चलते आम जनता का रुझान आम आदमी पार्टी की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है और मौजूदा भाजपा सरकार कि गलत कार्यशैली के चलते जनता शासन परिवर्तन का मन बना चुकी है। इस अभियान के अंतर्गत पार्टी कार्यकर्ताओं को पार्टी को और अधिक मजबूत करने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है ताकि भविष्य में हरियाणा प्रदेश में होने वाले चुनाव में पार्टी के जनाधार में बढ़ोतरी हो सके।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/IMG-20230214-WA0019.jpg1024768Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-14 11:12:122023-02-14 11:12:43हरियाणा में भारी बहुमत से सरकार बनाएगी आम आदमी पार्टी : कर्मवीर सिंह
वीरेश शांडिल्य की हत्या की सुपारी लेने वाले व दफ्तर पर हमला करवाने वाले मास्टरमाइंड सत्ता की अग्रिम जमानत रद्द
वीरेश शांडिल्य ने खुद की अपने केस की एडिशनल सेशन जज संजय संधीर की कोर्ट में पैरवी
शांडिल्य की पुख्ता दलीलों के बाद मास्टर माइंड सतपाल उर्फ सत्ता की अग्रिम जमानत रद्द, शांडिल्य ने सत्ता को बताया गैंगस्टरों का गुर्गा
डेमोक्रेटिक फ्रंट, अम्बाला :
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य की हत्या की साजिश की नीयत से 4 फरवरी को उनके पालिका विहार दफ्तर पर नकाबपोश हमलवारों ने हमला किया और जब उन्हें वीरेश शांडिल्य नही मिले तो दफ्तर के मेन गेट का शीशा तोड़ अंदर पड़े प्रिंटर, एल एलईडी, कम्यूटर सहित तमाम शीशे समान तोड़ डाला जिस पर अंबाला पुलिस ने अंबाला सिटी थाना में 4 फरवरी 23 को एफ आई आर नंबर 69 जो अंडर सेक्शन 452, 506,34, 436 व बाद में 120 बी ईजाद की गई। पुलिस ने एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य की हत्या की नीयत से आये नकबपोशों की तलाश जारी कर दी और काल डिटेल को खंगालने के बाद साहा निवासी मनजिंदर सिंह व प्रवीण चौहान को गिरफ्तार किया और आरोपियों का रिमांड लिया और मनजिंदर सिंह व प्रवीण चौहान निवासी साहा से गहन पूछताछ की।
उन्होंने बताया कि इस हमले का मास्टर माइंड सतपाल उर्फ सत्ता है जो करनाल में है और एक नकाबपोश शंकर को पिपली से लाना है और कल पुलिस ने तीनों हमलावरों को जज डॉ मुकेश कुमार की कोर्ट में पेश किया जहां शांडिल्य ने जमानत का विरोध किया और कोर्ट ने तीनो आरोपियों को जेल भेजने के आदेश दिए। वही इस केस में मास्टर माइंड व गैंगस्टरों के संपर्क में रहने वाले सतपाल उर्फ सत्ता की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी इसी बीच वीरेश शांडिल्य के आफिस पर उनकी हत्या की नीयत से हमला करवाने वाले सतपाल उर्फ सत्ता ने एडिशनल सेशन जज संजय संधीर की कोर्ट में अपने वकील शैलेन्द्र शैली द्वारा अग्रिम जमानत दायर की जिस पर आज एडीजे संजय संधीर की कोर्ट में सुनवाई हुई।
वीरेश शांडिल्य ने अपने केस की बतौर वकील पैरवी की और उनके साथ एडवोकेट मोहित सहगल, पुनीत कपूर, सुमित शर्मा, वासु रंजन शांडिल्य भी पेश हुए। शांडिल्य ने कोर्ट में अपनी बात रखी और कहा कि सतपाल उर्फ सत्ता समाज के लिए बहुत बड़ा खतरा हैं और उत्तर भारत के गैंगस्टर इसकी पेरोल पर रहते हैं और जब गैंगस्टर पैरोल पर आते हैं तो सतपाल सत्ता उनके नाम से गुराही करता है समाज को डरा कर रखता है और अंबाला पुलिस का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर बंटी भी सत्ता के संपर्क में है और 2020 में भी मेरी हत्या की साजिश रखने के लिए सतपाल उर्फ सत्ता बंटी को उनके पालिका विहार निवास पर आकर मेरी हत्या की साजिश रचने का प्रोग्राम था जिसकी सूचना 29 सितंबर 2020 को पुलिस को दी गई जो आज कोर्ट के समक्ष पेश की।
वही इंस्पेक्टर राम कुमार व जांच अधिकारी रोहताश ने सतपाल उर्फ सत्ता को अपराधी बताया और उसके 15 केसों की सूची जिसमे लड़ाई,झगड़े, धोखाधडी, हत्या का प्रयास सहित गंभीर आरोपो में केस चल रहे हैं जिस पर अदालत ने सतपाल की पैरवी करने वाले से पूछा कि ये आरोप शहर में सतपाल सत्ता पर ही क्यों लगे जिसका कोई जवाब एडवोकेट शैली के पास नही था। वही शांडिल्य ने कहा आरोपी सतपाल उर्फ सत्ता से हमले के दौरान इस्तेमाल हुई तीन गाड़ियाँ बरामद करने हैं बिंण्डे व मोंकी केप रिकवर करनी है और मास्टर माइंड सतपाल उर्फ सत्ता ने शांडिल्य की हत्या की साजिश किसने रची किसने सतपाल को हायर किया और वीरेश शांडिल्य की हत्या का फायदा किसको होना था यह तभी मुमकिन है जब आरोपी की पुलिस हिरासत में पूछताछ की जाएँ ।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/WhatsApp-Image-2023-02-11-at-18.52.35.jpeg8671440Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-14 09:09:512023-02-14 09:10:24सुपारी लेने वाले व दफ्तर पर हमला करवाने वाले मास्टरमाइंड सत्ता की अग्रिम जमानत रद्द
तुलसीदासजी रामायण में लिखते हैं कि ढोल गंवार सुद्र पसु नारी, सकल ताडऩा के अधिकारी…। इस कथन को लेकर बहुत से लोगों ने तुलसीदासजी पर शुद्रों और नारियों के प्रति भेदभाव और असम्मान की भावना रखने का आरोप लगाया। कहा कि वे तो शुद्रों और नारियों को डांटने- फटकराने और प्रताडि़त करने का पक्ष लेते हैं। पर वास्तव में देखें तो तुलसीदास जी नहीं बल्कि इस चौपाई का अपने हिसाब से मतलब निकालने वाले लोग गलत है। दरअसल ताडऩा का अर्थ किसी को देखते रहना, सीख, शिक्षा या संरक्षण देने के अर्थ में भी लिया जाता है। और संतों की व्याख्या के अनुसार तुलसीदास जी यहां यही कहना चाहते हैं कि ढोल, गंवार, शुद्र और नारी को शिक्षा व सीख देने के साथ उनके कार्यों को देखते रहना चाहिए। वरना दोष उनका नहीं , बल्कि उनके संरक्षकों का होगा। जैसे शादी के बाद यदि बहु कोई गलत काम करती है तो उलाहना आज भी उसकी मां को ही दिया जाता है कि उसने अच्छी सीख नहीं दी। इसी तरह ढोल ठीक नहीं बजेगा तो दोष ढोल वादक का होगा। गवांर गवांरुपन दिखाए तो दोष उसके शिक्षक का होगा और शुद्र यानी सेवक सलीका नहीं रखे और पशु भी ठीक नहीं है तो दोष उनके मालिकों का ही माना जाएगा कि उनकी सीख में कोई कमी है। इसलिए तुलसीदासजी की चौपाई का अर्थ यही निकालना चाहिए कि वे ढोल, गवांर, सेवक, पशु व नारी को शिक्षा और संरक्षण पाने का अधिकारी मानते हैं। ना कि प्रताडऩा का।
पीयूष पयोधि,धर्म/संस्कृति देस, डेमोक्रेटिक फ्रंट, बिहार :
भारत की इस आधार पर लानत मलानत करने वाले कि यहां मानस में स्त्री को ताड़ना के काबिल ही बताया गया है, स्वयं यह नहीं बताते कि उनके यहां यह क्यों कहा गया कि-
A Spaniel, A Woman,
And a walnut tree
The more you beat them,
The better they be
इसलिए इस तरह की पंक्तियों के आधार पर सांस्कृतिक या धार्मिक श्रेष्ठता के दावे उपहासास्पद लगते हैं। बल्कि इस अंग्रेजी उक्ति में ‘बीट’ शब्द के बारे में कोई अर्थ-विषयक भ्रम नहीं है।
मैं पश्चिमी आस्था वाले ग्रंथ के ‘महाप्रयाण’ (Exodus) से उद्धृत करूं: ‘When a man sells his daughter as a slave, she will not be freed at the end of six years as the men are. If she does not please the man who bought her, he may allow her to be bought back again.’
दासों को मारने के बारे में वहां क्या कहा गया : ‘When a man strikes his male or female slave with a rod so hard that the slave dies under his hand, he shall be punished. If, however, the slave survives for a day or two, he is not to be punished, since the slave is his own property. ‘
इसी में ईश्वर न केवल बेटियों को दासी बनाकर बेचा जाने को ही संस्वीकृति देता है बल्कि यह भी बताता है कि इसे कैसे किया जा सकता है।
तोराह में तो कोई औरत पति की अनुमति के बिना कोई संकल्प तक नहीं ले सकती। ‘जिन शहरों को भगवान की कृपा से तुम जीत लेते हो, उनके सभी आदमियों और बच्चों को मार डालो, लेकिन औरतों को अपने भोग के लिए रखो।’ (Deuteronomy 20:13-15) ‘यदि कोई औरत बलात्कार का शिकार होने पर भी चिल्लाती नहीं है तो उसे मार डाला जाए।’ (Deuteronomy 22:23- 24) कोई बलात्कारी अपनी ‘शिकार’ को उसके पिता से 50 शेकेल में खरीद सकता है। (Deuteronomy)
इसलिए तुलसी की पंक्ति के आगे सांस्कृतिक श्रेष्ठता के दावे ठहर नहीं सकते।
एक्लेसिआस्टिकस की तरह सुन्दरकांड नहीं कह रहा है कि ‘sin began with a woman and thanks to her we all must die.’ (25:18, 19, 33)
जेफर्सन डेविस, जो अमेरिका के कान्फेडरेट राज्यों के अध्यक्ष थे, ने कहा था कि दास प्रथा सर्वशक्तिमान ईश्वर के द्वारा आदेशित व्यवस्था है। यह बाईबल में संस्वीकृत है- ‘दोनों टेस्टामेंटों में- जिनेसिस से लेकर रिवीलेशन तक- यह सभी युगों में अस्तित्व में रहा है।’
एक अन्य पादरी अलेक्जेन्डर कैंपबेल ने कहा कि ‘बाईबल में दास प्रथा को वर्जित करने वाला एक छन्द नहीं है, किंतु उसे नियम और विधान में बांधने वाले ढेरों छंद हैं। इसलिए दास प्रथा गलत नहीं है।‘
जिस समय ब्रिटेन और अमेरिका में दास प्रथा का दौर था, उस समय उसे जीसस और बाईबल के संदर्भों से उचित ठहराया जाना आम था।
तो बात इसकी नहीं है कि इन पंक्तियों को उद्धृत करके धर्मांतरणकारी अपने बहुत बहुत बड़े गढ्ढे छुपा पायेंगे।
फिर भी कई लोग तो मानस की इन पंक्तियों को जस्टिफाई करने के लिये और भी बड़ी जुगत भिड़ाते देखे जाते हैं।
बड़े-बड़े पांडित्य के बोझ से ये पंक्तियां झुकी जाती हैं। एक सज्जन ने ये पांच वर्ग देखे और इनके ठीक ऊपर पंचतत्वों की भी चर्चा देखी। गगन समीर अनल जल धरनी को उन्होंने ढोल गंवार शूद्र पशु नारी से जोड़ दिया। उसी क्रम में। अब गगन ढोल बन गया। यह साम्य एकदम अटपटा भी नहीं है। ढोल के भीतर शून्य है और शून्य में स्वन है। धरनी को नारी से जोड़ना भी सहज लगता है। नारी धरित्री तो है ही। लेकिन बौद्धिक कसरत तो समीर को गंवार से, अनल को शूद्र से, जल को पशु से जोड़ने में करनी पड़ती है और वह तमाम प्रज्ञा-प्राणायाम के बावजूद कोई बहुत कन्विसिंग नहीं जान पड़ती। आखिरकार समीर गंवार कैसे हो सकता है। मारुति के अध्याय में मरुत गंवार ? अनल को शूद्र कहने का एक प्रगतिशील अर्थ तो संभव है कि जो सेवा करता है उसके भीतर एक अग्नि धधका करती है। वह अग्निधर्मा है, वह आलोकधन्वा है। लेकिन इन विशारद ने उसे इन अर्थों में तो लिया नहीं । जल को पशु कहना भी विश्वसनीय नहीं जान पड़ता। फिर पंच तत्वों का ताड़ना से क्या रिश्ता ? बौद्धिक जिमनास्टिक्स में ताड़ना का एक संस्कृत अर्थ घर्षण ले लिया गया। अग्नि तो घर्षण से पैदा हुई ही । गगन लेकिन बिग बैंग से हुआ। जल और समीर तो इतने प्रत्यक्षतः घर्षणपरक नहीं लगते ।
तो रैशनल बात और रैशनलाइजिंग बात का फ़र्क़ दिख जाता है। ज़रूरत रैशनल बात की है।
जो लोग ताड़ना का अर्थ पिटाई या प्रताड़ना से लगाते है, वे अवधी समझना तो खैर छोडें, सुन्दरकांड के उस प्रसंग को भी नहीं समझते जिसमें यह पंक्तियां प्रयुक्त हुई है। इन पंक्तियों का संदर्भ यह है कि राम समुद्र से रास्ता मांग रहे हैं। वे विभीषण की सलाह पर चल रहे हैं , हालांकि लक्ष्मण की राय किंचित् भिन्न है । विनय करने के खिलाफ है। तीन दिन बीत जाने पर भी जड़ जलधि नहीं पसीजता। तब राम “सकोप” बोलते है कि बिना भय के प्रीति नहीं होती। शठ के साथ विनय का कोई अर्थ नहीं। “ऊसर बीज भए फल जथा” । वे लक्ष्मण को आदेश देते हैं कि “लछिमन बान सरासन आनू”- कि वह उनके धनुष बाण लेकर आये ताकि वे “सौषौं बारिधि ”– समुद्र को सुखा दें। फिर राम के प्रत्यंचा तानते ही समुद्री जीव जन्तु सब अकुलाने लगते हैं। राम समुद्र को दंड देने को प्रस्तुत हैं।
अब समुद्र प्रकट होता है वह उन्हें बताता है कि वह जड़ है। वह उन्हें उनकी मर्यादा की भी याद दिलाता है लेकिन यह सब वह राम के आशंकित दंड के परिहार के लिये कहता है यदि उसका लक्ष्य दंड के आमंत्रण का होता तो वह तो राम पहले ही करने को सन्नद्ध हो चुके थे। उसका अभिप्रेत तो उस सन्नद्धता का निवारण है।
यदि वह “सकल ताड़ना के अधिकारी” में प्रयुक्त ताड़ना को दंड के अर्थ में लेता कि वह दंडनीय है, तो वह राम की सन्नद्धता को ही जस्टिफाई कर रहा होता। कि चलो हमें पीट लो। हम तो पिटने के ही लायक हैं। लेकिन वह श्रीराम को उनकी उस मनोदशा से dissuade करना चाहता है। इसलिये यह कहना कि इन वर्गों के माध्यम से वह स्वयं को भी पिटाई योग्य मानना बताना चाह रहा है, प्रसंग के एकदम , उलटा पड़ता है।
कई बार मुझे यह भी संदेह होता है कि इस पंक्ति में यदि ताड़ना को दंड के अर्थ में ले रहा होता तो वह अपने समुद्र को किस स्थान, किस श्रेणी में रखता । क्या समुद्र एक ढ़ोल है ? नहीं। क्या समुद्र गंवार है ? विभीषण उसे “प्रभु तुम्हार कुलगुर जलधि” कहते हैं? इसी कुलगुर शब्द से ही ‘शूद्र’ की कोटि भी निराकृत होती है। क्या समुद्र पशु है? समुद्री जीव- जन्तु उसमें है, लेकिन वह उनसे अधिक है और नारी तो वह है नहीं।
तो वह इन सब वर्गों के अप्रासंगिक नाम गिनाता ही क्यों है? क्या वह राम का ध्यान भटकाना चाहता है? क्या वह यह कहना चाहता है कि पिटाई के अधिकारी तो ये सब लोग है, मैं नहीं? क्या यह वह चतुराई है जो अपने को दोष मुक्त करने के लिये दूसरे को प्रस्तुत कर देती है? क्या अपराध की अन्याक्रांति की यह कोशिश राम को भरमा पायेगी ? तब क्या समुद्र राम के दंड के आतंक से इतना अकबका गया है कि आंय बांय सांय बके जा रहा है? राम उससे पूछ न लेंगे कि औरों की छोड़ो, अपनी कहो। फिलहाल तो राम वैसे ही कुपित हैं। ऐसे में समुद्र द्वारा यह कहने की थोड़ी सी कोशिश कि दंड का भागी या पात्र मैं नहीं, कोई और है तो राम के क्रोधानल को और भड़का देगी। तो समुद्र दंड के निवारणार्थ ऐसी कोशिश, राम के तत्सामयिक मूड को देखते हुए, करने का जोखिम मोल नहीं ले सकता।
तब इसका इस उक्ति का प्रसंग की संगति में अभिप्रेत अर्थ क्या है?
इन वर्गों के विरुद्ध किसी भी तरह की नकारात्मकता समुद्र को उनके ब्रेकिट में नहीं ले जा सकती। वह अपना दोष भुलाने के लिये दूसरे के सर मढ़ने जैसी चेष्टा होगी। समुद्र इनके ब्रेकिट में तभी आ सकता है जब वह इनके बारे में कुछ सकारात्मक बोल रहा हो। तब वह कह सकता है कि जैसे ये सब हैं, वैसा ही मैं भी हूं। जैसे तुम इन सबका ध्यान धरे हो, वैसे मेरा भी ध्यान धरो। गुह, निषाद, केवट, शबरी को प्रेम करने वाले राम के सामने वह गंवार और शूद्र को पीटने के लिये कहेगा और खुद पिटाई न खा जायेगा? जटायु को मुक्ति देने वाले और “बानर भालु बरूथ” की सेना बनाने वाले राम के सामने वह पशु की पिटाई की बात करेगा और खुद पिट न जायेगा? सीता तो छोड़ें जो कैकेयी के विरुद्ध भी ऐसा एक शब्द नहीं बोलने की सावधानी रखते हैं जो उसके मन को दुखाये, उन राम के सामने वह नारी को ताड़ना का अधिकारी कह जायेगा और बचकर चला जायेगा। कम से कम इस चौपाई को जिस संदर्भ में प्रयुक्त किया गया है, वहां नकारात्मक अर्थ की गुंजाइश किसी तरह नहीं दिखती। समुद्र तो एक सीधी सी बात कह रहा है। वह चीजों की अंतर्भूत प्रकृति की बात कर रहा है। ‘प्रभु भल कीन्ह मोहि सिख दीन्ही’ में शिक्षा की बात है, संस्कृति की बात है । फिर वह यह भी कहता है : मरजादा पुनि तुम्हरी कीन्ही। किंतु मर्यादा भी आपकी ही बनाई हुई है। मर्यादा यानी चीजों का स्वभाव।
यह प्रकृति और संस्कृति का द्वन्द्व है। इसे रेखांकित करते हुये समुद्र अचानक जातिभेदी या वर्णभेदी या मेल शोविनिस्ट या पशु विरोधी बात क्यों करने लगेगा ? वहां तो कोई ऐसा पाजिटिव अभिप्राय होना चाहिये जो राम की क्रोधाग्नि को शीतल करे। राम एक आधुनिक युवक हैं- उनकी संवेदनायें सर्वग्राही और सर्वस्पर्शी है। उनके सामने किसी तरह के धृष्ट पूर्वाग्रह की बात कहने का दुसाहस कोई साधारण समय में नहीं कर सकता, तब की तो बात ही अलग है जब राम एक “फाउल मूड” में हों।
तुलसी जब ‘ढोल गवार सूद्र पसु के अधिकारी’ बोलते हैं तो उसमें प्रयुक्त ‘ताड़ना’ शब्द का अर्थ संस्कृत शब्द कोषों से निकालने की जगह उस अवधी भाषा से निकालना चाहिए जिसमें रामचरितमानस लिखा गया। मैं जब लखनऊ गया तो वहां मैंने एक वृद्धा मां को अपनी बेटी को- जो मायके बाल-बच्चों समेत अपनी मां से मिलने आई थी- विदा के वक्त यह कहते देखा कि : ‘बाल बचियन को ताड़ियत रहियो ।‘ उसके कहने के लहजे से मैं जो समझा वह शायद यह था कि ‘टेक केअर ऑफ द चिल्ड्रन’।‘ इस ‘ताड़ना‘ में कंसर्न है, इस ताड़ना में सलाह है और सद्भाव भी ।
लेकिन जिन लोगों ने मॉनियर विलियम्स का संस्कृत- अंग्रेजी के शब्दकोष, शब्दार्थ- कौस्तुभ आदि को पढ़ा है वे इस लोक-परंपरा से निःसृत अभिव्यक्ति के पास नहीं पहुंच सकते। समुद्र वैसे भी डरा हुआ है। उसके मनोभाव के अनुकूल है कि वह भगवान से कहे कि वह ध्यान रखने के काबिल है, ‘केअर’ करने के काबिल है। विशेष रूप से देखे जाने के काबिल है। वह इसलिए कि उसके भीतर भी जीव-जन्तु रहते हैं। उनके ऊपर अत्याचार न हो। उसकी एक जलवायुगत पर्यावरणगत भूमिका है। उसकी अनदेखी न की जाये। यदि पीटना ही उसका अभिप्रेत होता तो ‘ढोल गवाँर सूद्र पसु नारी’ से उसे क्या सहायता मिल रही थी क्योंकि वह तो विप्र रूप रखकर आया था? विप्र रूप का तुलसी हनुमान-विभीषण प्रसंग में भी उपयोग कर चुके हैं : ‘बिप्र रूप धरि बचन सुनाये।’ इसलिए विप्र का रूप रखकर शूद्र की बात करने का कोई अर्थ नहीं।
समुद्र स्वयं को राम के सामने एक ऐसे व्यक्ति की तरह पेश करता है जो विशेष अवधान के लायक है। विशेष खातिर तवज्जो के लायक। बच्चों की देखभाल करते रहना, यह भाव अवधी ‘ताड़ियत रहियो’ में है किन्तु संस्कृत ताड़ना में नहीं है। अवधी ताड़ना में एक चिंता, एक खयाल, एक अवेक्षा का भाव है। यह तुलसी की चित्तवृत्ति के अनुकूल भी है। उस चित्तवृत्ति के जिसने सीता, निषाद, हनुमान जैसे पात्रों के पुनर्सृजन में हृदय का पूरा सत्व उड़ेल दिया था।
क्रमशः…..
(अगली कड़ियों में जारी…)
✍अश्विनी कुमार तिवारी (साभार)
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/TULSIDAS.png320600Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-13 03:31:402023-02-13 03:32:44ढोल गँवार सूद्र पसु नारी – 2
पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन जी के नेतृत्व में पानी के बेतहाशा रेट बडोतरी को ले कर उपायुक्त महोदय को उनके निवास पर ज्ञापन दिया
उपायुकत की गेर मोजुदगी मे तेहसीलदार को ज्ञापन सौंपा
साथ ही बि पी एल कार्ड बनाने बारे भी ज्ञापन सौंपा
चन्द्रमोहन ने पानी के रेट बडोतरी की कड़े शब्दों में निंदा की है ओर सरकार तुरंत वापस ले पानी के बड़े रेट
डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 11 फरवरी
पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने हरियाणा सरकार के उस फ़ैसले की कड़े शब्दों में निंदा की है जिसमें पानी के बिल दो से तिन गुणा रेट बड़ा कर लोगों के घर भेज दिये है रेज़ीडेंशियल, कमर्शियल,ओर इंडस्ट्रीयल हर केटागरी में रेट आनन फ़ानन में बड़ा दिये है।
इंडस्ट्री के पहले पानी के 10-32 रुपये प्रति किलोलीटर की दरों से पानी का बिल चार्ज किया जाता था लेकिन अब एचएसवीपी की ओर से 23.28 रुपये प्रति किलोलीटर की दरों से पानी के बिल भेजे गए हैं रेज़ीडेंशियल एरिया में पहले 7 रुपये प्रति किलोलीटर के हिसाब से बिल चार्ज किया जा रहा था जिसे बड़ा कर 12.50 रुपये प्रति किलोलीटर के हिसाब से कर दिया है।
भाई चन्द्रमोहन ने कहा एचएसवीपी को इतना ज़्यादा पानी की दरें बडाने की बजाय इन्फ़्रास्ट्रक्चर में सुधार करना चाहिए ओर चन्द्रमोहन ने कहा पानी पिलाना पुण्य का काम है सरकार शहर में इतना प्रोपर्टी टेक्स इकट्ठा कर रही है आख़िर यह प्रोपर्टी टेक्स जा कहाँ रहा है यहाँ भारतीय जनता पार्टी की सरकार मे भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
चन्द्रमोहन ने यह भी कहा इंडस्ट्री एरीआ में पानी का प्रेशर लो आ रहा है उस तरफ़ किसी का कोई ध्यान नहीं है रेज़ीडेंशियल एरिया में उपरी मजीलं पर पानी लो प्रेशर आता है पर सरकार का इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही हरियाणा सरकार को तुरंत पानी के बड़े रेट वापस लेने चाहिए।
पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन के नेतृत्व में सेक्टर 20 के वार्ड न 15 के पार्षद गोतम प्रशाद ने उपायुक्त की गेर मोजुदगी मे उनके निवास पर तेहसीलदार को ज्ञापन सौंपा जिसमें पार्षद गोतम प्रशाद ने अपने वार्ड की समस्याओं के बारे सेक्टर 20 में एक मरला वा आशियाना फलेट मे सिवरेज की हालत बहुत ख़राब है उस को तुरंत ठिक कराया जाए ओर गोतम प्रशाद के वार्ड में छोटे फ़्लैटों में गरीब लोग रहते हैं उनके बि पी एल कार्ड जल्दी से जल्दी बना कर दै।
पिछले दिनों पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन के नेतृत्व में पूर्व पार्षद दलबीर बालमिकी,नगर निगम में कांग्रेस पार्षद विपक्ष दल के नेता सलीम डबकोरी,पार्षद पंकज,पार्षद संदीप सोही पार्षद गोतम प्रशाद व अन्य ने बी पी एल कार्ड न बनने के कारण कई धरने प्रदर्शन किये थे जिसमें ए डी सी , सिटी मजिस्ट्रेट, व अन्य अफ़सरों ने आश्वासन दिया था के जल्द ही एक कमेटी बनाकर जो अनियमिताएँ है उस दुर करेंगे पर चन्द्रमोहन ने कहा है न तो अभी तक कोई कमेटी बनाई है न ही कोई बि पी एल कार्ड बनाने के लिए को अनियमिताएँ अभी तक दुर की है जल्द ही बि पी एल कार्ड न बनाएँ तो जल्दी ही एक बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
इस मोके पर लोकसभा का चुनाव लड़ चुके व पूर्व पार्षद दलबीर बालमिकी,नगर निगम में कांग्रेस पार्षद विपक्ष दल के नेता सलीम डबकोरी,पार्षद पंकज,पार्षद संदीप सोही पार्षद गोतम प्रशाद, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका सिंह हुड्डा,एडवोकेट पुनीत कपुर, राष्ट्रीय मज़दूर कांग्रेस (इटकं ) के ज़िला अध्यक्ष ओम शुक्ला ,सुनील सरोहा जिला उपाध्यक्ष, युवा कांग्रेस , युवा कांग्रेस नेता राजीव बुकल,अमरिंदर धीमान (राजू)इंटक ज़िला उपाध्यक्ष, कांग्रेस नेता सोमपाल,वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्राण शर्मा ,कांग्रेस नेता राहुल खड्ग मगोली ,धर्मवीर,राजा राम,मंजु,व अन्य भी उपस्थित थे
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/image.png9581280Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-11 13:45:232023-02-11 13:47:02चन्द्रमोहन ने कहा बी पी एल कार्ड अगर जल्द ही न बनाए तो एक बहुत बड़ा आंदोलन हौगा
2023 अंत्योदय नहीं काला वर्ष – दिव्यांशु बुद्धिराजा
PPP – परिवार पहचान पत्र नहीं परिवार परेशान पत्र
1 जनवरी को हरियाणा सरकार ने 9 लाख गरीब परिवारों के पेट पर मारी लात
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 11 फरवरी
हरियाणा यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धि राजा ने कहा कि परिवार पहचान पत्र प्रदेश में परिवार परेशान पत्र बन चुका है। आमजन को सुविधाएं मिलने की बजाय परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पीपीपी कार्ड की त्रुटियों को दूर करवाने के लिए यूथ कांग्रेस ने प्रदेश में “घंटी बजाओ-सरकार जगाओ” अभियान की शुरुआत शुरुआत की है। इसके साथ ही यूथ कांग्रेस व्हाट्सएप नंबर 8222024442 के जरिए भी आमजन की समस्याओं को सुनेगी। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धि राजा ने घंटी बजाओ सरकार जगाओ अभियान को लॉन्च किया , सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में पीपीपी कार्ड की त्रुटियों को लेकर डीसी,एडीसी व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालयों में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता पीड़ितों के साथ जाकर अधिकारियों के समक्ष घंटी बजा कर सरकार को जगाने का काम करेंगे। साथ ही उन्होंने जनता से अपील की है व्हाट्सएप नंबर 8222024442 पर जिनके भी राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, बुढ़ापा पेंशन कटी है वे अपनी Family ID की फ़ोटो भेजने का काम करें , यूथ कांग्रेस पूरे प्रदेश भर से यह डाटा इकट्ठा करके आगामी विधानसभा सत्र में सरकार के समक्ष पेश करेगी।
यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धि राजा ने खुलासा किया कि वर्ष 2011 में बीपीएल कार्ड का मानदंड 1 लाख 80 हजार तय किया गया था। 12 साल बीतने के बाद भी सरकार उसी क्राइटेरिया पर काम कर रही है। महंगाई, पेट्रोल,डीजल व अन्य सामग्री रोजमर्रा के सामान का दाम 4 गुना बढ़ गया है। ऐसे में बीपीएल का क्राइटेरिया भी सरकार को बढ़ाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से परिवार परिवार पहचान पत्र की शुरुआत की गयी थी ताकि वोटर आईडी, आधार कार्ड , बैंक आदि को एक साथ जोड़ा जा सके। लेकिन सरकार ने पीपीपी कार्ड बनाने के लिए जो सर्वे करवाया वे मात्र खानापूर्ति व ग़लत सर्वे थे , क्यूँकि अधिकांश सर्वे केवल टेलीफोन के माध्यम से किए गए , जिसमें गरीब परिवारों की आय वास्तविकता से ज्यादा दिखाई गई है। इसमें स्कूल व कॉलेज के छात्र- छात्राओं की आय को भी दर्शाया गया है व कई जगह तों 1 -2 वर्ष के छोटे बच्चों की भी लाखों रुपयों में आय दिखाई गई , पीपीपी की त्रुटियों ने आर्थिक रुप से गरीब वर्ग के लोगों को सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित कर दिया है।
अंतोदय नहीं काला वर्ष 2023
सरकार अंतोदय वर्ष मनाने का दावा कर रही है, लेकिन 1 जनवरी 2023 को ही लगभग 9 लाख परिवारों के राशन कार्ड काट दिए , इसलिए यह अंतोदय वर्ष नहीं बल्कि प्रदेश के लोगों के लिए काला वर्ष है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दावा किया था कि जिन परिवारों के परिवार पहचान पत्र में ग़लतियाँ हैं उन्हें 31 जनवरी तक ठीक किया जाएगा और उन्हें दोगुना राशन दिया जाएगा। लेकिन सरकारी दावे फिर एक बार फिर फेल हुए हैं ना ही दोबारा राशन कार्ड बने व ना ही राशन मिला
यूथ कांग्रेस सरकार से यह भी सवाल पूछती है कि सरकार किसी व्यक्ति के किसी विषय पर खर्चे को कैसे कोई पैमाना बना सकती है , सरकार की ओर से सालाना 9000 रुपए बिजली के बिल का मानदंड तय किया गया है जो कि पूरी तरह गलत है , इसके इलावा प्रदेश में कुछ लोग किराए पर भी रहते हैं उनका मीटर ही नहीं है और फैमिली आईडी में बिजली बिल को अनिवार्य किया गया है। ऐसे में उन्हें मकान मालिक का बिल अटैच करना पड़ रहा है जिससे वह बीपीएल की श्रेणी से बाहर हो गए हैं।
हरियाणा युवा कांग्रेस प्रदेश के सभी ज़िलों में इस मुद्दे को ज़ोरों शोरों से उठाएगी व लाखों लोग जो सरकार की निकम्मेपन की वजह से दर दर की ठोकरें खा रहे हैं उनकी समस्या को सोए हुए मुख्यमंत्री तक मज़बूती से पहुँचाने का व उन्हें जगाने का काम करेगी ।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/image_6487327.jpg3931170Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-11 13:31:322023-02-11 13:32:02PPP की त्रुटियों पर यूथ कांग्रेस का “घंटी बजाओ सरकार जगाओ” अभियान
हरियाणा सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि जगाधरी विधानसभा क्षेत्र में विकास करवाने के लिए वह पूरी तरह से कृत संकल्प है इसी कड़ी के अंतर्गत जगाधरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत जगाधरी शहर में स्थित संत बाबा धीरमल मंदिर मंदिर जगाधरी में मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की,शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने मंदिर प्रांगण में बड़ा लंगर हाल बनाने के लिए ₹11 लाख रुपए का अनुदान देने की घोषणा की और इस कार्य का ईंट रखकर शिलान्यास भी साथ साथ किया।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी भाजपा सरकार में जिस कार्य का शिलान्यास भाजपा के मंत्री द्वारा किया जा रहा है उस कार्य का उद्घाटन भी भाजपा के मंत्री द्वारा ही किया जा रहा है यह भाजपा सरकार की सबसे बड़ी विशेषता है जिसमें सभी विकास कार्य किए जा रहे हैं,शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा तय समय में काम पूरे होने पर सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें लागत फालतू नहीं लगती और जो विकास कार्य है वह समय पर पुरा होने से उस विकास कार्य की उपयोगिता और ज्यादा बढ़ जाती है।
स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि भाजपा सरकार के पास विकास कार्य करवाने के लिए धन की किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं है ,हरियाणा भाजपा सरकार ने ₹1100 करोड़ रुपयों की आनुदान राशि ग्राम पंचायतो में विकास कार्य करवाने के लिए पंचायतों के खाते में भेज दी है, पंचायतों में भाजपा सरकार द्वारा आबादी के हिसाब से सीधा पैसा दिया जा रहा है। भाजपा सरकार द्वारा सबका साथ सबका विकास सिद्धांत पर चलते हुए प्रदेश के हर क्षेत्र में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। जल्द ही प्रताप नगर में तहसील कार्यालय, खंड विकास पंचायत अधिकारी कार्यालय की बिल्डिंग का निर्माण जल्द से जल्द शुरू करवाया जाएगा। जगाधरी क्षेत्र के विकास कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
स्कूल शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि जगाधरी शहर में सीवरेज की व्यवस्था को और ज्यादा बढ़िया बनाया जा रहा है इसके लिए नई सीवरेज लाइन जगह-जगह पर बिछाई जा रही है ,पीने के पानी की सुचारू स्पलाई के लिए नए टयूबवैल भी लगाए जा रहे हैं, पूरे जगाधरी शहर में मेन रोड पर आकर्षक डेकोरेटिव लाइटें लगाई जा रही हैं ,चौंकों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है, कार्यक्रम में उपस्थित जगाधरी के नागरिकों द्वारा शिक्षा मंत्री कंवरपाल की कार्यशैली व उनके द्वारा करवाए जा रहे विकास कार्यो पर प्रसन्नता जाहिर की गई व बहुत से लोगों ने बताया कि शिक्षा मंत्री कंवरपाल केवल ग्रांट देने की घोषणा ही नहीं करते बल्कि जो घोषणा करते है उसको साथ-साथ कार्य शुरू करवा कर उन्होंने साबित किया है कि वह मेहनती जनहितैषी नेता है,शिक्षा मंत्री कंवरपाल की सादगी व विकास कार्यों के प्रति सकारात्मक सोच सराहनीय कार्य है।
इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता खैराती लाल बत्रा, भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष निश्चल चौधरी ,भाजपा जिला मीडिया प्रमुख कपिल मनीष गर्ग,वरिष्ठ भाजपा नेता हरमहींदर सेठी,सुनील शर्मा,विनोद मेहता, अंकित शर्मा, योगेंद्र वर्मा, दिनेश कुमार आदि सैंकड़ों लोग उपस्थित रहे।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/IMG-20230210-WA0030.jpg7801040Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-10 13:31:042023-02-10 13:32:07शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने संत बाबा धीरमल मंदिर जगाधरी में 11 लाख रुपये की ग्रांट देने की घोषणा की
दिल्ली शराब घोटाला मामले में एक और गिरफ्तारी की गई है। ED ने चैरियट ऐडवरटाइजिंग कंपनी से जुड़े राजेश जोशी को गोवा चुनाव के दौरान मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि राजेश ने गोवा चुनाव के लिए अपनी ऐडवरटाइजिंग कंपनी रथ विज्ञापन के माध्यम से कथित रूप से 30 करोड़ रुपए लिए थे।
अजय सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/नयी दिल्ली – 09 फरवरी :
ED ने शराब घोटाले में राजेश जोशी नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है। राजेश जोशी Chariot Advertising का मालिक है। आरोप है कि राजेश ने आम आदमी पार्टी(आ.आ.पा.) से लिए पैसों का इस्तेमाल गोवा चुनाव के लिए किया। एजेंसी के अनुसार शराब नीति घोटाले में साउथ लॉबी से जो करीब 100 करोड़ रुपये मिले थे. उसमें से करीब 30 करोड़ रुपये राजेश जोशी को गोवा चुनावों के लिए दिए गए थे। राजेश जोशी ने आरोपी दिनेश अरोड़ा के जरिये गोवा चुनाव अभियान के लिए अपनी विज्ञापन कंपनी चेरिएट मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से 30 करोड़ रुपये हासिल किए थे। दिनेश अरोड़ा आप के विजय नायर के साथ मिलकर काम कर रहे थे. जांच के दौरान ED ने पाया कि दिल्ली में आप सरकार द्वारा नई आबकारी नीति लाए जाने पर यह 30 करोड़ रुपए गैर कानूनी तरीके से लिए गए थे।
जानकारी के लिए आपको बता दे कि, इससे पहले CBI ने बुधवार को हैदराबाद से चार्टर्ड एकाउंटेंट बुचिबाबू गोरंटला को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। इतना ही नहीं ED ने इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा के बेटे गौतम मल्होत्रा को गिरफ्तार किया था। जानकारी के मुताबिक, राजेश जोशी पर आरोप है कि उन्होंने आरोपी दिनेश अरोड़ा के जरिए गोवा चुनाव के लिए अपनी विज्ञापन कंपनी रथ विज्ञापन के माध्यम से कथित रूप से 30 करोड़ रुपये प्राप्त किए थे।
दिल्ली शराब घोटाले मामले में अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री KCR की बेटी और MLC के. कविता का भी नाम सामने आया था। दो महीने पहले ED ने जांच को लेकर कुछ डॉक्यूमेंट्स कोर्ट में पेश किया था। इसमें कविता का नाम भी था। उन पर आ.आ.पा.नेताओं को 100 करोड़ भुगतान कराने का आरोप लगाया गया है। ED के मुताबिक, अमित अरोड़ा ने अपने बयानों में TRS नेता के नाम का खुलासा किया। एजेंसी ने दावा किया कि कविता साउथ ग्रुप की एक मुख्य लीडर थीं।
डिप्टी CM मनीष सिसोदिया ने 1 अगस्त 2022 को ऐलान किया था कि पुरानी शराब नीति लागू होगी। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा- केंद्र सरकार ने इस पॉलिसी में CBI की एंट्री करा दी, जिससे कोई भी ठेका लेने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए हम नई व्यवस्था लागू नहीं करेंगे।
डिप्टी CM ने कहा था कि नई एक्साइज पॉलिसी से भाजपा का भ्रष्टाचार खत्म हो जाता और साल में 9,500 करोड़ का राजस्व आता। वर्तमान में दिल्ली में 468 शराब दुकानें चल रही हैं। भाजपा का मकसद है कि दिल्ली में अवैध शराब बिके।
https://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2023/02/s-30.jpg514796Demokratic Front Bureauhttps://demokraticfront.com/wp-content/uploads/2018/05/LogoMakr_7bb8CP.pngDemokratic Front Bureau2023-02-09 16:37:402023-02-09 16:38:04ED ने राजेश जोशी को किया गिरफ्तार, गोवा चुनाव के दौरान पैसे लेने का आरोप
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