तनिष्क प्रतिष्ठान पर हमले की झूठी खबर फैला कर फंसा एनडीटीवी

एनडीटीवी चैनल हमेशा से प्रोपोगैंडा और फेक न्यूज़ फैलाने के लिए कुख्यात रहा है, एनडीटीवी अनगिनत बार फेक न्यूज़ फैलाते पकड़ा गया है लेकिन हर बार इसपर कोई कार्यवाही नहीं होती थी, लेकिन इस बार एनडीटीवी  तनिष्क विज्ञापन मामलें पर फेक न्यूज़ पर फैलाकर बुरी तरीके से फंस गया है, गुजरात के गृहमंत्री प्रदीप सिंह जड़ेजा ने केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

गांधीनगर/ नयी दिल्ली(ब्यूरो):

तनिष्क द्वारा विज्ञापन वापस लेने के बाद वामपंथी मीडिया चैनल एनडीवी ने ब्रेकिंग चलाते हुए दावा किया कि विवाद के चलते गुजरात के गाँधीधाम में तनिष्क के एक स्टोर पर हमला हुआ है।एनडीटीवी के मुताबिक, हमलावरों की भीड़ ने कथित तौर पर स्टोर मैनेजर को माफी पत्र लिखने के लिए कहा था।

अब गुजरात के गृहमंत्री ने इसका खंडन करते हुए कहा, “NDTV द्वारा गाँधीधाम (गुजरात) के तनिष्क स्टोर पर हमले की फैलाई गई खबरें पूर्णतः झूठ और फ़र्ज़ी हैं। यह बिलकुल ही गलत मंशा से गुजरात में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने और हिंसा भड़काने के उद्देश्य से किया गया कार्य है। मैंने इन लोगों पर मामला दर्ज करने को कहा है और फेक न्यूज चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।”

बता दें कि इससे पहले कच्छ के IPS ऑफिसर ने भी इस खबर को पूरी तरह से खंडन किया था। उन्होंने इस खबर को प्रोपेगेंडा के तहत चलाई जाने वाली खबर बताया। उन्होंने कहा था, “मीडिया चैनल दिखा रहे हैं कि तनिष्क शॉप पर हमला हुई है, दंगा हुआ है या चोरी हुआ है, तो ये यब गलत न्यूज है, फेक न्यूज है। ये एक प्रोपेगेंडा के हिसाब से चल रहा है। इसलिए इस तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।” उन्होंने बताया कि शोरूम के मालिक भी इस बारे में बात करना चाहते हैं।

NDTV की रिपोर्ट में कहा गया था कि गुजरात के गाँधीधाम में तनिष्क स्टोर पर हमला हुआ है। हमला होने के बाद स्टोर मैनेजर के माफी पत्र में कथित तौर पर सेक्युलर विज्ञापन प्रसारित करके हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए कच्छ जिले के लोगों से माफी माँगवाई गई।

NDTV के इस झूठ का भांडाफोड़से पहले मशहूर ट्विटर हैंडल “The Skin Doctor” द्वारा किया गया . उन्होंने जिस शो रूम में हिंसा की झूठी खबर NDTV द्वारा चलाई जा रही थी उस शो रूम को सीधा कॉल करके उसकी रिकॉर्डिंग twitter पर पोस्ट कर दी

तनिष्क के विज्ञापन में एक हिंदू महिला की गोदभराई की रस्म को दिखाया गया था। इस लड़की की शादी मुस्लिम परिवार में हुई थी। इसमें हिंदू संस्कृति को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम परिवार सभी रस्मों रिवाजों को हिंदू धर्म के हिसाब से करता दिखाया गया था। 

विज्ञापन को लव जिहाद को बढ़ावा देने के आरोप लगने और सोशल मीडिया पर तनिष्क के बहिष्कार की अपीलों के बाद कंपनी ने विज्ञापन को वापस ले लिया। कुछ इसी तरह का विवाद होली के दौरान सर्फ एक्सेल के एक विज्ञापन को लेकर भी हुआ था।

अमित शाह कोरोना पोसिटिव, हुए क्वारेंटाइन

“मेरी तबीयत ठीक है परन्तु डॉक्टर्स की सलाह पर अस्पताल में भर्ती हो रहा हूँ। मेरा अनुरोध है कि आप में से जो भी लोग गत कुछ दिनों में मेरे संपर्क में आए हैं, कृपया स्वयं को आइसोलेट कर अपनी जाँच करवाएँ।”

  • गृहमंत्री अमित शाह कोरोना पॉजिटिव
  • डॉक्टर्स की सलाह पर अस्पताल में भर्ती

नयी दिल्ली(ब्यूरो) – 02 अगस्त:

देश के गृहमंत्री अमित शाह को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कोरोना के शुरुआती लक्ष्ण दिखने पर उन्होंने टेस्ट करवाया और यह रिजल्ट पॉजिटिव आया है। अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर उन्होंने इसकी जानकारी दी है।

उन्होंने बताया कि उनकी तबीयत ठीक है लेकिन डॉक्टर्स की सलाह पर अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. उन्होंने अनुरोध करते हुए लिखा है कि हाल के दिनों में जो लोग भी उनके संपर्क में आए हैं, कृपया कर खुद को आइसोलेट करें और जांच करवाएं.

थोड़ी देर पहले ही अमित शाह ने कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी देते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘कोरोना के शुरूआती लक्षण दिखने पर मैंने टेस्ट करवाया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. मेरी तबीयत ठीक है परन्तु डॉक्टर्स की सलाह पर अस्पताल में भर्ती हो रहा हूं. मेरा अनुरोध है कि आप में से जो भी लोग गत कुछ दिनों में मेरे संपर्क में आयें हैं, कृपया स्वयं को आइसोलेट कर अपनी जांच करवाएं.’

अमित शाह कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद शाम 4.24 मिनट पर मेदांता अस्पताल में भर्ती किए गए. उन्हें मेदांता के 14वें फ्लोर पर रूम नंबर 4710 में रखा गया है. डॉक्टर सुशीला कटारिया की निगरानी में उनका इलाज चलेगा.

तमिलनाडु (Tamil Nadu) के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित (Banwarilal Purohit ) 7 दिन के आइसोलेशन में रहेंगे. गवर्नर हाउस में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण विस्फोटक स्थित तक पहुंच चुका है. इसकी वजह से ये फैसला लिया गया. दरअसल, गवर्नर हाउस के तीन और कर्मचारियों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद 87 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गृहमंत्री के जल्द शीघ्र होने की कामना करते हुए लिखा कि अमित शाह जी, आप शीघ्र ही स्वस्थ हो कर पुनः उसी ऊर्जा के साथ देश सेवा में लगें ऐसी ईश्वर से प्रार्थना है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा, ‘अमितजी, हर चुनौती के सामने आपकी दृढ़ता और इच्छाशक्ति एक मिसाल रही है. कोरोना वायरस की इस बड़ी चुनौती पर भी आप निश्चित रूप से विजय प्राप्त करेंगे, ऐसा मेरा विश्वास है. आप जल्द से जल्द स्वस्थ हों, यही मेरी ईश्वर से प्रार्थना है.’

गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने उनके स्वास्थ्य ठीक होने की कामना करते हुए लिखा, ‘अमित शाह जी ईश्वर से प्रार्थना है कि आप शीघ्र स्वस्थ होकर उसी ऊर्जा के साथ देश की सेवा के कार्यों को आगे बढ़ाते रहें और हमारा मार्गदर्शन करते रहें.’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिखा, ‘गृहमंत्री अमित शाह के कोरोना टेस्ट होने की जानाकारी मिली. मैं उनके जल्दी ठीक होने की कामना करती हूं. मेरी प्रार्थना उनके और उनके परिवार के साथ है.’

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लिखा कि हम सभी आपके जल्दी स्वस्थ होने की कामना करते हैं. वहीं बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने लिखा, अमित शाह जी आपके कोरोना पॉजिटिव होने की खबर से हम सब चिंतित है. ईश्वर से प्रार्थना है कि आप जल्दी से जल्दी स्वस्थ हो जाएं.

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने लिखा, ‘माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के कोरोना संक्रमित होने का समाचार प्राप्त हुआ. मैं ईश्वर से उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं.’

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा मैं गृहमंत्री अमित शाह के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं.

वहीं दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने उनके जल्द ठीक होने की कामना करते हुए लिखा, ‘आपने हमेशा आगे बढ़ कर हरेक चुनौती का सामना किया है. आपके वजह से ही दिल्ली में कारोना रोकने की दिशा में अभूतपूर्व काम हुआ है जिससे इसकी रोकथाम में सफलता मिली. हमें पूर्णविश्वास है कि अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति से आप जल्द ही ठीक हो जाएंगे. बहुत बहुत शुभकामनाएं.’

वहीं कांग्रेस नेता अजय माकन ने अमित शाह के जल्द ठीक होने की कामना करते हुए लिखा, ‘गृहमंत्री अमित शाह, शीघ्रतम-शीघ्र स्वस्थ हों. प्रभु से मेरी यही प्रार्थना है.’

रविवार को कोरोना के 54,735 मामले आए सामने

रविवार को देश में कोविड-19 के 54,735 मामले सामने आने के बाद, कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले की संख्या 17 लाख के पार पहुंच गई है. हालांकि 11 लाख से ज्यादा लोग अब तक ठीक भी हुए हैं. महज दो दिन पहले ही देश में संक्रमण के मामलों ने 16 लाख का आंकड़ा पार किया था.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक की डाटा के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 17,50,723 हो गए हैं, जबकि बीमारी से एक दिन में 853 और लोगों के दम तोड़ने के बाद कोविड-19 के कारण मरने वालों की संख्या 37,364 हो गई है. वहीं, संक्रमण से स्वस्थ होने वालों की संख्या भी बढ़कर 11,45,629 हो गई है जबकि देश में 5,67,730 लोग अब भी संक्रमण की चपेट में हैं और उनका इलाज चल रहा है.

डाटा के मुताबिक कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर 65.44 प्रतिशत है जबकि मृत्यु दर घटकर 2.13 प्रतिशत रह गई है.

अब राहुल गांधी पर लगा आइडिया चोरी का आरोप

कॉंग्रेस के युवराज कहे जाने वाले राहुल गांधी को यूं तो बहुत से उपनामों से पुकारा जाता है परंतु आज ही उन्हे एक नया नाम दिया गया है ‘आइडिया चोर’। राहुल आज कल सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय हैं। ऐसा जान पड़ता है कि उन्होने कोई नयी पीआर कंपनी की सेवाएँ लीं हैं। कभी multi – camera shoot के साथ अपने छोटे छोटे विडियो बनाते हैं जिनमे वह कभी अर्थशास्त्री बन कभी किसानी विशेषज्ञ बन कभी चीन – भारत के मुद्दे पर मोदी को ज्ञान देते दीख पड़ते हैं, वहीं कभी कभी भजपा नीत सरकारों के कामों को अपना पूर्व का सुझाया हुआ काम कह कर प्रसारित करते हैं। इसी संदर्भ में ट्वीट के जरिए गुजरात के CM विजय रूपानी ने राहुल गाँधी पर तंज कसते हुए कहा, “मैं यह आशा नहीं करता कि आपको किसी भी चीज की जानकारी है, लेकिन जो आपकी स्क्रिप्ट लिखते हैं उन्हें तो पता होना चाहिए! आपके लिए ‘एक हार, एक बदलाव’ की नीति कैसी रहेगी?”

चंडीगढ़(ब्यूरो):

कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी कोरोना संकट की शुरुआत से ही ट्विटर पर ज्यादा एक्टिव नजर आते है। इधर कई महीनों से राहुल गाँधी भाजपा पर ऊँगली उठाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। लेकिन हर बार उल्टा वही घिर जाते हैं। इस बार भी वही हुआ। शनिवार (25 जुलाई, 2020) को कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी के एक ट्वीट पर बीजेपी ने उनपर निशाना साधा है।

गुजरात के सीएम और बीजेपी नेता विजय रूपाणी ने राहुल गाँधी के ट्वीट पर उन्हें आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राहुल गाँधी हिमाचल प्रदेश के जिस ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोजेक्ट’ का आइडिया खुद का बता रहे हैं, वो गुजरात सरकार की पहल थी। रुपाणी ने एक के बाद एक कई ट्वीट करके राहुल पर निशाना साधा है।

दरअसल, वायनाड से एमपी राहुल गाँधी ने हिमाचल प्रदेश में चल रहे ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्लान’ को लेकर आयोजित सर्वे की सराहना एक ट्वीट के जरिए की थी। जिसमें उन्होंने इस योजना का क्रेडिट खुद को देते हुए लिखा था कि, इस योजना का सुझाव उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार को कुछ समय पहले दिया था। और कहा, इसे लागू करने के लिए मानसिकता को पूरी तरह बदलना जरूरी है।

वहीं राहुल गाँधी को सच्चाई का आइना दिखाते हुए गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “राहुल जी गुजरात की योजना को आपने कॉपी कर लिया और उसे अपना आइडिया बता रहे हैं, यह आपको शोभा नहीं देता।”

ट्वीट के जरिए रूपानी ने राहुल गाँधी पर तंज कसते हुए कहा, “मैं यह आशा नहीं करता कि आपको किसी भी चीज की जानकारी है, लेकिन जो आपकी स्क्रिप्ट लिखते हैं उन्हें तो पता होना चाहिए! आपके लिए ‘एक हार, एक बदलाव’ की नीति कैसी रहेगी?”

सीएम रूपाणी ने अपने ट्वीट के साथ राज्य की पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल के द्वारा किए गए ट्वीट के स्क्रीनशॉट को भी साझा किया जिसमें उन्होंने ‘वन विलेज, वन प्रोडक्ट’ की जानकारी साल 2016 में दी थी।

आनंदीबेन पटेल के ट्वीट में यह साफ दिख रहा है कि उन्होंने ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ को इम्प्लीमेंट करते हुए पायलट प्रोजेक्ट की तरह इसको प्राथमिकता के आधार पर शुरू करने की बात की थी।

सिर्फ गुजरात सीएम ही नहीं उत्तरप्रदेश के सीएम ने भी राहुल गाँधी पर निशाना साधा और उनकी याददाश्त को कमजोर बताया है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शायद उनकी याददाश्त कमजोर हो गई है। थोड़ा जोर डालेंगे तो याद आ जाए। बीजेपी के 2017 विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में हर जिले के स्थानीय उत्पाद को बढ़ावा देने की बात कही गई थी। आज यह योजना छोटे उद्योगों और स्थानीय कामगारों के लिए वरदान साबित हो रही है।

सरकार के फैसले से नाराज़ स्कूलों ने बंद की ऑन लाइन कक्षाएं

अहमदाबाद: 

गुजरात में कई निजी स्कूलों ने गुरुवार से ऑनलाइन कक्षाएं अनिश्चित काल के लिए रोक दी हैं. ऐसा राज्य सरकार के उस आदेश के बाद किया गया है जिसमें कहा गया था कि जब तक स्कूल फिर से खुल न जाएं, उन्हें छात्रों से फीस नहीं लेनी चाहिए. पिछले सप्ताह जारी एक अधिसूचना में गुजरात सरकार ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर स्कूल बंद रहने तक स्व-वित्तपोषित स्कूलों को छात्रों से ट्यूशन शुल्क नहीं लेने का निर्देश दिया था. इसके अलावा शैक्षणिक सत्र 2020-21 में स्कूलों को शुल्क में बढ़ोतरी करने से भी मना किया गया है.

इस कदम से नाखुश गुजरात के लगभग 15,000 स्व-वित्तपोषित स्कूलों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक यूनियन ने ऑनलाइन कक्षाएं रोकने का फैसला किया है. स्व-वित्तपोषित स्कूल प्रबंधन संघ के प्रवक्ता दीपक राज्यगुरु ने गुरुवार को कहा कि राज्य के लगभग सभी स्व-वित्तपोषित स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखने से इनकार कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, “अगर सरकार का मानना ​​है कि ऑनलाइन शिक्षा वास्तविक शिक्षा नहीं है, तो हमारे छात्रों को ऐसी शिक्षा देने का कोई मतलब नहीं है. ऑनलाइन शिक्षा तब तक निलंबित रहेगी, जब तक सरकार इस आदेश को वापस नहीं लेती है.” उन्होंने कहा कि संघ राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएगा.

गुजरात सरकार का आदेश

गुजरात सरकार ने राज्य के स्व-वित्तपोषित स्कूलों को निर्देश दिया है कि कोविड-19 की वजह से वे जब तक वे बंद हैं, तब तक छात्रों से ट्यूशन फीस न लें. सरकार ने स्कूलों को 2020-21 शैक्षणिक सत्र के लिए फीस न बढ़ाने का भी निर्देश दिया. राज्य शिक्षा विभाग द्वारा 16 जुलाई को जारी अधिसूचना बुधवार को सार्वजनिक हुई. इसमें कहा गया है कि कोई भी स्कूल फीस जमा न होने पर इस अवधि में पहली से कक्षा से लकर आठवीं कक्षा तक के किसी भी छात्र को निष्कासित नहीं करेगा क्योंकि ऐसा करना शिक्षा के अधिकार अधिनियम की धारा-16 का उल्लंघन होगा.

सरकार ने अधिसूचना में कहा कि इसके अलावा गुजरात हाई कोर्ट के अनुसार 30 जून तक फीस जमा न करने वाले किसी भी छात्र को निष्कासित नहीं किया जाएगा.

विभाग ने कहा कि अनेक स्कूलों ने लॉकडाउन की अवधि के दौरान अपने शिक्षण या गैर-शिक्षण स्टाफ को कोई वेतन नहीं दिया है या केवल 40-50 प्रतिशत वेतन दिया है. इसने कहा कि शिक्षण संस्थान परमार्थ संगठन हैं जो समाज को इससे लाभ अर्जित किए बिना शिक्षा प्रदान करने के लिए बने हैं.

विभाग के अनुसार राज्य की शुल्क नियामक समिति लॉकडाउन के दौरान इन स्कूलों द्वारा अपने कर्मियों के वेतन पर किए गए व्यय पर गुजरात स्व-वित्तपोषित स्कूल (शुल्क नियमन) कानून 2017 के तहत विचार करेगी. इसने कहा कि अभिभावकों द्वारा किए गए फीस के अग्रिम भुगतान को स्कूलों को भविष्य की फीस में समायोजित करना पड़ेगा.

15000 करोड़ के संदेसरा घोटाले में ईडी पहुंची अहमद पटेल के घर

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम संदेसारा घोटाला मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से पूछताछ करने के लिए आज उनके घर पहुंची। एजेंसी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन उन्होंने कहा था कि वह सीनियर सिटीजन हैं और कोविड-19 गाइडलाइन के कारण पूछताछ के लिए नहीं आ सकते हैं।

नई दिल्ली. कांग्रेस के सीनियर नेता अहमद पटेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. प्रवर्तन निदेशालय की टीम पूछताछ के लिए उनके घर पर पहुंची है. कहा जा रहा है कि संदेसरा घोटाले में उनका बयान रिकॉर्ड किया जा रहा है. अहमद पटेल ने जांच एजेंसी को कहा था कि उनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है इसलिए वो पूछताछ के लिए ईडी के ऑफिस नहीं जा सकते हैं. इसी को देखते हुए ईडी की टीम शनिवार को उनके घर पहुंची.

भारतीय बैंकों को नीरव मोदी के मुकाबले कहीं ज्यादा चूना लगाया है। यह दावा है प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का। इस केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि जांच में स्टर्लिंग बायोटेक लि. (एसबीएल)/संदेसरा ग्रुप और इसके मुख्य प्रमोटरों, नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा ने भारतीय बैंकों के साथ लगभग 14,500 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया जबकि नीरव मोदी पर पंजाब नैशनल बैंक को 11,400 करोड़ रुपये का झटका देने का आरोप है।

सीबीआई ने 5,383 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड के आरोप में कंपनी और उसके प्रमोटरों के खिलाफ अक्टूबर 2017 में एफआईआर रजिस्टर किया था। उसके बाद ईडी ने भी मुकदमा दायर किया। सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि संदेसरा ग्रुप के विदेशों में स्थित कंपनियों ने भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं से 9 हजार करोड़ रुपये लोन लिया था।

क्या है संदेसरा घोटाला?

ईडी के मुताबिक संदेसरा स्कैम पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के घोटाले से भी बड़ा है. ईडी के सूत्रों के मुताबिक स्टर्लिंग बॉयोटेक कंपनी लिमिटेड और संदेसरा ग्रुप के मेन प्रमोटर नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा ने फर्जी कंपनियां बनाकर कई बैंकों को करीब 14,500 करोड़ का चूना लगाया. पिछले साल ईडी ने इस मामले की जांच के तहत स्टर्लिंग बायोटेक की 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की थी. इसमें नाइजीरिया में तेल रिग, पोत, एक कारोबारी विमान और लंदन में एक आलीशान फ्लैट शामिल है. इसी घोटाले के तहत अहमद पटेल से पूछताछ की जा रही है.

विदेशी मुद्रा में लोन

जांच अधिकारी ने कहा कि एसबीएल ग्रुप भारतीय बैंकों से रुपये के साथ-साथ विदेशी मुद्रा में भी लोन लिए थे। ग्रुप को आंध्र बैंक, यूको बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), इलाहाबाद बैंक और बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) की अगुवाई वाले बैंकों के कंसोर्शियम ने लोन पास किया।

जांच के दौरान यह भी पता चला कि लोन से मिली रकम का अनुमति से इतर इस्तेमाल किया और कुछ रकम को फर्जी देसी-विदेशी संस्थानों के जरिए इधर से उधर ट्रांसफर किए। मुख्य प्रमोटरों ने कर्ज की रकम न केवल नाइजीरिया में अपने तेल के कारोबार में लगाई, बल्कि इसका निजी मकसदों में भी इस्तेमाल किया।ईडी ने 27 जून को एसबीएल/संदेसरा ग्रुप का 9,778 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी

“मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हूं और मुझे कोई बीमारी नहीं है.” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज ट्वीट कर एक संदेश दिया, जिसमें उन्होंने अपने स्वास्थ्य को लेकर सोशल मीडिया पर शेयर हो रही अफवाहों को गलत बताया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी ऐसा करने वालों की निंदा की। वहीं, गुजरात पुलिस ने अमित शाह के नाम से किए गए एक फर्जी ट्वीट के संबंध में चार लोगों को हिरासत में लिया है।

अहमदाबाद:

 केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नाम से एक फर्जी ट्विटर अकाउंट बनाकर उनके स्वास्थ्य के बारे में कथित तौर पर अफवाह फैलाने को लेकर अहमदाबाद पुलिस ने शनिवार को चार व्यक्तियों को हिरासत में लिया. शाह ने शनिवार को दिन में एक बयान में जारी कर कहा कि सोशल मीडिया के जरिये मेरे स्वास्थ्य के बारे में अफवाह फैलाई जा रही है. उन्होंने कहा, “मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हूं और मुझे कोई बीमारी नहीं है.” 

विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) अजय तोमर ने कहा कि स्थानीय अपराध शाखा ने शाह के स्वास्थ्य के बारे में गलत सूचना फैलाने को लेकर चार लोगों को हिरासत में लिया है. तोमर ने कहा कि शाह की तस्वीर के साथ उनके नाम से एक फर्जी ट्विटर अकाउंट के ‘स्क्रीनशॉट’ में दावा किया गया था कि वह (शाह) एक गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं. यह ‘स्क्रीनशॉट’ सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. उन्होंने कहा कि संदिग्धों को अहमदाबाद और भावनगर से गिरफ्तार किया गया तथा उनसे पूछताछ की जा रही है. 

अधिकारी ने कहा कि इस सिलसिले में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 सी(पहचान की चोरी के लिए सजा) और 66 डी (कंप्यूटर का इस्तेमाल कर किसी दूसरे व्यक्ति का वेष धारण कर धोखाधड़ी करना) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है.

नड्डा ने की अफवाह फैलाने वालों की निंदा

वहीं, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी इस मामले में ऐसा करने वालों की निंदा की है। नड्डा ने कहा, गृह मंत्री अमित शाह के स्वास्थ्य के बारे में ऐसी असंवेदनशील टिप्पणियां करना निंदनीय है। किसी के स्वास्थ्य के बारे में ऐसी गलत जानकारियां फैलाना इन लोगों की मानसिकता के बारे में बताता है। मैं इसकी कठोर निंदा करता हूं और ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह ऐसे लोगों को सद्बुद्धि दे। 

IFSC महाराष्ट्र ही में रहने दें: पवार

एक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (IFSC) घरेलू अर्थव्यवस्था के अधिकार क्षेत्र से बाहर के ग्राहकों को पूरा करता है, सीमाओं के पार वित्त, वित्तीय उत्पादों और सेवाओं के प्रवाह से निपटता है। ऐसे केंद्र सीमाओं के पार वित्त, वित्तीय उत्पादों और सेवाओं के प्रवाह से संबंधित हैं। लंदन, न्यूयॉर्क और सिंगापुर को वैश्विक वित्तीय केंद्रों में गिना जा सकता है। दुनिया भर के कई उभरते IFSCs, जैसे कि शंघाई और दुबई, आने वाले वर्षों में एक वैश्विक भूमिका निभाने के इच्छुक हैं। विश्व बैंक के पूर्व अर्थशास्त्री पर्सी मिस्त्री की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ पैनल ने 2007 में मुंबई को एक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्र बनाने के बारे में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की। हालांकि, 2008 में भारत सहित वैश्विक वित्तीय संकट ने अपने वित्तीय क्षेत्रों को तेजी से खोलने के बारे में सतर्क किया।

पहले उद्धव ठाकरे के चयन को लेकर केन्द्र और राज्य में रार उट्ठी थी, फिर अजित पवार पर ईडी ने फिर से शिकंजा कस दिया और अब IFSC को लेकर तो हद ही हो गयी बड़े पवार को प्रधान मंत्री को चेतना पड़ा। शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि- मुझे माननीय से उम्मीद है कि PMOIndia राज्य की राजनीति को अलग रखते हुए तर्कसंगत, विवेकपूर्ण निर्णय लेने और इसे अत्यधिक राष्ट्रीय महत्व का मुद्दा मानता है. उन्होंने आगे लिखा- मुझे उम्मीद है कि मेरा पत्र एक सही भावना से लिया जाएगा

मुंबई(ब्यूरो):

 इटरनेशनल फायनेंशियल सर्विसेस सेंटर (IFSC) के हेडक्वार्टर को लेकर महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार के बीच ठन गई है. IFSC का मुख्यालय मुंबई (Mumbai) की बजाय गुजरात (Gujarat) के गांधीनगर (Gandhinagar) में बनाने के केंद्र सरकार के फैसले पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को खत लिखकर नाराजगी जताई है. उन्होंने पीएम से तुरंत फैसले को पलटने की मांग की है.

दरअसल, IFSC सेंटर मुंबई मे बनाने को लेकर महाराष्ट्र के नेताओं ने सालों से केंद्र सरकार पर दबाव बनाया हुआ है. लेकिन केंद्र के इस सेंटर को मुंबई की बजाय गुजरात के गांधीनगर मे शिफ्ट करने के फैसले से अब सियासी तूफान खड़ा हो गया है. 

महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस केंद्र की बीजेपी सरकार पर आक्रामक हो गई हैं. IFSC सेंटर को लेकर सूबे में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि- मुझे माननीय से उम्मीद है कि PMOIndia राज्य की राजनीति को अलग रखते हुए तर्कसंगत, विवेकपूर्ण निर्णय लेने और इसे अत्यधिक राष्ट्रीय महत्व का मुद्दा मानता है. उन्होंने आगे लिखा- मुझे उम्मीद है कि मेरा पत्र एक सही भावना से लिया जाएगा और IFSC मुख्यालय को भारत की वित्तीय राजधानी में स्थापित करने पर विचार किया जाएगा. 

IFSC क्या सेवाएं दे सकता है?

  • व्यक्तियों, निगमों और सरकारों के लिए -फंड बढ़ाने वाली सेवाएं
  • सेटसेट फंड, बीमा कंपनियों और म्यूचुअल फंड द्वारा शुरू किए गए -सेट मैनेजमेंट और ग्लोबल पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन
  • धन प्रबंधन
  • ग्लोबल टैक्स मैनेजमेंट और क्रॉस-बॉर्डर टैक्स लायबिलिटी ऑप्टिमाइज़ेशन, जो वित्तीय मध्यस्थों, एकाउंटेंट और कानून फर्मों के लिए एक व्यावसायिक अवसर प्रदान करता है।
  • ग्लोबल और रीजनल कॉर्पोरेट ट्रेजरी मैनेजमेंट ऑपरेशन जिसमें फंड जुटाने, लिक्विडिटी इन्वेस्टमेंट और मैनेजमेंट और एसेट-लायबिलिटी मैचिंग शामिल हैं
  • बीमा और पुनर्बीमा जैसे प्रबंधन प्रबंधन संचालन
  • अंतरराष्ट्रीय निगमों के बीच विलय और अधिग्रहण की गतिविधियाँ

उधर, इस फैसले को लेकर महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात पहले की केंद्र पर हमला बोल चुके हैं. थोरात ने ट्वीट कर कहा था कि, ‘केंद्र सरकार का  IFSC मुख्यालय को गुजरात में स्थापित करने का फैसला बेहद निराशाजनक है. केंद्र का ये कदम मुंबई के कद को कम करने के लिए उठाया गया है. केंद्र को अपने इस फैसले पर पुनिर्विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुंबई देश की वित्तीय राजधानी है. उन्होंने इस मुद्दे पर महाराष्ट्र बीजेपी नेताओं की खामोशी पर भी सवाल उठाए थे. शिवसेना भी इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और बीजेपी से खफाहै.

महाराष्ट्र कैबिनेट में मंत्री और शिवसेना नेता अरविंद सावंत ने कहा कि उन्होंने संसद में केंद्र सरकार से IFSC केंद्र गुजरात नहीं ले जाने की अपील की थी. लेकिन सरकार ने शिवसेना की मांग को नजरअंदाज कर दिया. 

इस मुद्दे पर राजनीति तेज होती देख महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण गुजरात के गांधीनगर में स्थापित करने के केंद्र के फैसले का बचाव किया है. फडणवीस ने विपक्षी दलों पर राजनीति का आरोप लगाया है. 

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का काम हर चीज के लिए नरेंद्र मोदी सरकार को दोषी ठहराना है. उन्होंने कहा केंद्र सरकार की एक उच्चस्तरीय समिति ने फरवरी, 2007 में रिपोर्ट सौंपी थी जिसें IFSC के गठन की सिफारिश की गई थी. उन्होंने कहा कि न तो महाराष्ट्र सरकार ने कोई आधिकारिक प्रस्ताव सौंपा है और न ही केंद्र ने इस पर विचार किया है. गांधीनगर में IFSC के मुख्यालय की घोषणा इसलिए की गई क्योंकि यहां पहले से ही IFSC के कामकाज हो रहे हैं.

उन्होंने कहा कि अब जो लोग ये बयान दे रहे हैं वो साल 2007 से 2014 तक सत्ता में थे. लेकिन उन्होंने मुंबई मे  IFSC के लिए कुछ कदम नहीं उठाया. जब पहली बार  IFSC का विचार आया था तो गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी ने इसे अपने राज्य में लाने के लिए काम शुरू किया था. वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस की सरकार ने इसके लिए कोई कदम नहीं उठाया था.

‘कोरोना योद्धाओं’ पर भारतीय सेना ने की पुष्पवर्षा

सरहद पर वतन के लिए जान न्यौछावर करने वाले रविवार को एक अलग ही तरह की सेवा पर हैं। आज वे उन योद्धाओं पर फूल बरसा रहे हैं, जो कोरोना की जंग में मैदान में अपनी जान की बाजी लगाकर मैदान में डटे हुए हैं। इन कोरोना योद्धाओं में डाक्टर, सभी स्वास्थ्यकर्मी, सफाईकर्मी और पुलिस कर्मी शामिल हैं।

  • जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक जताया आभार
  • महाराष्ट्र से लेकर बंगाल की खाड़ी तक दी गई सलामी
  • बंगाल की खाड़ी में INS जलशवा ने जताया आभार

डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम, चंडीगढ़ :

दिल्ली सहित मुंबई, बेंगलुरु, लखनऊ, चेन्नई, राजस्थान, मध्य प्रदेश में कोरोना योद्धाओं के सम्मान में तीनों सेनाएं विभिन्न आयोजनों के जरिए उनका आभार व्यक्त किया।

चंडीगढ़ में भारतीय वायुसेना के विमान C-130 ने सुखना झील के ऊपर से फ्लाई पास्ट किया। आज तीनों सेनाएं ‘कोरोना योद्धाओं’ को उनकी सेवाओं के लिए आभार प्रकट किया।

जम्मू-कश्मीर: जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज(GMC) में भारतीय सेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति अपना आभार प्रकट करने के लिए बैंड बजाया

भारतीय वायु सेना (IAF) ने दिल्ली में वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज, सफदरजंग हॉस्पिटल के ऊपर से फ्लाई पास्ट करते हुए फूल बरसा कर कोरोना वॉरियर्स के प्रति आभार व्यक्त किया।

असम: गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल(GMCH) में ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार जताते हुए भारतीय वायुसेना ने बैंड बजाया और फ्लाईपास्ट किया गया। 

बिहार: भारतीय वायुसेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ का आभार जताते हुए AIIMS पटना पर फूल बरसाए और फ्लाईपास्ट किया।

त्रि-सेवा प्रमुखों के प्रतिनिधि- मेजर जनरल आलोक काकेर, रियर एडमिरल मैकार्थी और एयर वाइस मार्शल पी.के. घोष ने आज राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में श्रद्धांजलि अर्पित की: दिल्ली

दिल्ली: नरेला क्वारंटाइन सेंटर में बैंड बजाकर ‘कोरोना योद्धाओं’ का आभार जताई भारतीय सेना।

दिल्ली: LNJP अस्पताल के नोडल ऑफीसर ने कहा कि भारतीय वायुसेना बहुत अच्छा काम कर रही है। हमारा जो सम्मान किया गया है इसके हम आभारी हैं। ऐसा लग रहा है जैसे हम कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को जीत गए हों। इससे हमारे हौंसले और भी बढ़ेंगे।

दिल्ली: भारतीय वायुसेना बहुत अच्छा काम कर रही है। हमारा जो सम्मान किया गया है इसके हम आभारी हैं। ऐसा लग रहा है जैसे हम कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को जीत गए हों। ये हमारे हौंसले को बढ़ाएगा: नोडल ऑफीसर, LNJP अस्पताल

दिल्ली: ये हमारे लिए गर्व की बात है क्योंकि राष्ट्र के लिए वो भी लड़ते हैं और राष्ट्र के लिए हम भी लड़ रहे हैं लेकिन वो हमारा सम्मान कर रहे हैं तो हम उन्हें सल्यूट करते हैं: कोरोना वॉरियर 

दिल्ली: भारतीय वायु सेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ को आभार प्रकट करते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) पर फूल बरसाए।

दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार जताते हुए राम मनोहर लोहिया अस्पताल पर फूल बरसाए।

दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने पुलिसकर्मियों का आभार प्रकट करने के लिए पुलिस युद्ध स्मारक पर फूलों की वर्षा की।

दिल्ली: भारतीय वायुसेना के चॉपर ने पुलिसकर्मियों का आभार प्रकट करने के लिए पुलिस युद्ध स्मारक पर फूलों की वर्षा की

दिल्ली: गंगा राम अस्पताल में बैंड बजाकर ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति अपना आभार जताती भारतीय सेना। आज तीनों सेनाएं अलग-अलग तरह से स्वास्थ्यकर्मियों और दूसरे अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के प्रति अपना आभार जता रही हैं।

मध्यप्रदेश: भोपाल के चिरायु अस्पताल में ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार जताते हुए स्वास्थ्यकर्मियों पर फूल बरसाए गए।

लेह: S.N.M. अस्पताल में कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ रहे कोरोना वॉरियर्स पर भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर ने फूल बरसा कर हवाई सलामी दी।

राजस्थान: भारतीय वायुसेना ने जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ऊपर से फ्लाईपास्ट कर ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति अपना आभार जताया।

त्रिवेंद्रम: भारतीय वायुसेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार जताने के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज पर फूल बरसाए

चेन्नई: भारतीय वायुसेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार जताने के लिए राजीव गांधी सरकारी अस्पताल पर फूल बरसाए।

बेंगलुरु: भारतीय वायुसेना ने इस मुश्किल वक़्त में लोगों को अपनी सेवाएं दे रहे ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार प्रकट करने के लिए विक्टोरिया अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों पर फूल बरसाए। 

लखनऊ: भारतीय वायुसेना ने किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (KGMU) के ऊपर से फ्लाईपास्ट किया और ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार प्रकट करने के लिए फूलों की वर्षा की। 

मुंबई: INHS अश्विनी नौसैनिक अस्पताल में कार्यरत कोरोना वॉरियर्स के कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुटे रहने के हौंसले के प्रति आभार प्रकट करने के लिए हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए गए।

मुंबई: मरीन ड्राइव से फ्लाई पास्ट करता भारतीय वायुसेना का विमान। आज तीनों सेनाएं अलग-अलग तरह से ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार प्रकट कर रही हैं|

भारतीय वायु सेना ने मेडिकल प्रोफेशनल्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स के कोरोना महामारी के खिलाफ सराहनीय काम के प्रति आभार प्रकट करने के लिए राजपथ के ऊपर से फ्लाईपास्ट किया: दिल्ली

गोवा: भारतीय नौसेना ने ‘कोरोना योद्धाओं’ के प्रति आभार जताने के लिए गोवा मेडिकल कॉलेज के ऊपर से फ्लाई पास्ट किया और स्वास्थ्यकर्मियों पर फूल बरसाए।

हरियाणा: कोरोना वॉरियर्स के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने के लिए पंचकूला सेक्टर-6 के सरकारी अस्पताल के बाहर आर्मी बैंड ने लयबद्ध होकर प्रस्तुति दी।

भारतीय वायुसेना आज सम्पूर्ण भारत में कोरोना वाररिओर्स पर फूल बरसाएगी

नई दिल्ली. 

भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के अधिकारियों (Officers) ने सूचना दी है कि 9 फाइटर एयरक्राफ्ट (Fighter Aircraft), जिसमें 3 सुखोई-30 MKI (Sukhoi-20 MKI), 3 मिग-29 (MIG-29) और 3 जगुआर (Jaguar) शामिल हैं, 3 C-130J ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट (Transport Aircraft) के साथ मिलकर COVID-19 वॉरियर्स (COVID-19 Warriors) के प्रति सम्मान दिखाने के लिए रविवार को राष्ट्रीय राजधानी के ऊपर उड़ान भरेंगे.

9 फाइटर प्लेन के जरिए श्रीनगर से ...

भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) के अधिकारियों (Officers) ने यह भी बताया कि इसके कई सारे हेलिकॉप्टर भी अस्पतालों (Hospitals) के ऊपर फूलों की बारिश करेंगे.

प्लेन मेडिकल सप्लाई लेकर भी जाएंगे, जो एयरबेस पर की जाएंगी डिलीवर
भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) के अधिकारियों ने यह भी बताया है, “दो C-130J सुपर हरक्यूलिस स्पेशल ऑपरेटर्स (C-130J Super Hercules Special Operators) ट्रांसपोर्ट रविवार सवेरे श्रीनगर से उड़ान भरेंगे और कोविड-19 वॉरियर्स (Covid-19 Worriers) के प्रति सम्मान का प्रदर्शन करने के लिए केरल में त्रिवेंद्रम (Thiruvananthapuram) तक जाएंगे. यह प्लेन उन आवश्यक मेडिकल सप्लाई (Medical Supply) को भी लेकर जाएंगे, जिन्हें किसी एयरबेस पर डिलीवर किया जाना है.”

CDS बिपिन रावत ने शुक्रवार को इस तरह से कोविड वॉरियर्स के सम्मान की बात कही थी
इससे पहले शुक्रवार को CDS बिपिन रावत ने कहा है कि कोविड-19 वॉरियर्स के सम्मान में श्रीनगर से त्रिवेंद्रम और डिब्रूगढ़ से कच्छ तक के अपने फ्लाईपास्ट के दौरान भारतीय वायुसेना, एयरक्राफ्ट से कुछ जगहों पर फूल बरसाएगी. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए यह बात कही थी.

इसे लेकर उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी विशेष गतिविधियां हैं, जिनका गवाह राष्ट्र को बनना चाहिए. उन्होंने बताया था कि इस अवसर पर एयर फोर्स श्रीनगर से त्रिवेंद्रम तक का फ्लाईपास्ट करेगी और ऐसा ही एक और फ्लाईपास्ट असम (Assam) के डिब्रूगढ़ से गुजरात (Gujarat) के कच्छ तक होगा. इसमें ट्रांसपोर्ट और फाइटर एयरक्राफ्ट दोनों ही शामिल होंगे. उन्होंने बताया था कि नौसेना की ओर से अपने युद्धपोतों को 3 मई को शाम को तटीय क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा. नौसेना के वॉरशिप पर भी रोशनी की जाएगी और उसके हेलीकॉप्टर्स का इस्तेमाल अस्पतालों पर फूल बरसाने के लिए किया जाएगा.

मोदी के आवाहन पर भारत ने दिखाई एकता, की दीपावली

कोरोना के खिलाफ जंग में पीएम मोदी की अपील के बाद देशवासी आज रात 9 बजे 9 मिनट दीया, कैंडल, मोबाइल फ्लैश और टार्च जलाकर एकजुटता का परिचय देंगे. लोग दीया जलाने की तैयारी कर लिए हैं.

नई दिल्ली: 

कोरोना वायरस के खिलाफ पूरे देश ने एकजुट होकर प्रकाश पर्व मनाया. पीएम मोदी की अपील पर एकजुट होकर देश ने साबित कर दिया कि कोरोना के खिलाफ हिंदुस्तान पूरी ताकत से लड़ेगा. देश के इस संकल्प से हमारी सेवा में 24 घंटे, सातों दिन जुटे कोरोना फाइटर्स का भी हौसला लाखों गुना बढ़ गया. गौरतलब है कि पूरी दुनिया कोरोना महामारी की चपेट में हैं. अमेरिका और ब्रिटेन जैसे विकसित देश कोरोना के आगे बेबस और लाचार नजर आ रहे हैं लेकिन भारत के संकल्प की वजह से देश में कोरोना संक्रमण विकसित देशों के मुकाबले कई गुना कम है.

Live Updates- 

  • कोरोना के खिलाफ एकजुट हुआ भारत, प्रकाश से जगमगाया पूरा देश
  • पीएम मोदी की अपील पर हिंदुस्तान ने किया कोरोना के खिलाफ जंग का ऐलान
  • कोरोना के खिलाफ जापान में जला पहला दीया,
  • कुछ देर बाद 130 करोड़ हिंदुस्तानी लेंगे एकजुटता का संकल्प

अमित शाह ने जलाए दीये

दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर सभी लाइट बंद करने के बाद मिट्टी के दीपक जलाए. 

योगी आदित्यनाथ ने जलाया दीया

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने दीया जलाकर एकता की पेश की मिसाल. दीए की रोशनी से बनाया ऊं.

अनुपम खेर ने जलायी मोमबत्ती

अनुप खेर ने दीया जलाकर दिया एकता का संदेश

बता दें कि पीएम मोदी ने शुक्रवार को अपील की थी कि पूरे देश के लोग रविवार रात 9 बजे घर की बत्तियां बुझाकर अपने कमरे में या बालकनी में आएं और दीया, कैंडिल, मोबाइल और टॉर्च जलाकर कोरोना के खिलाफ जंग में अपनी एकजुटा प्रदर्शित करें.