छठ व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूर्ण किए

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  08  नवंबर:

लोक आस्था और सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा के चौथे दिन छठ व्रतियों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूर्ण किए और वसुधैव कुटुंबकम् के साथ लोक कल्याण की कामना किए।

                                          पर्यावरण सेवक अनुव्रती प्रभुनाथ शाही ने बताया कि ट्राइसिटी के समस्त पूर्वांचल परिवार में भक्तिमय वातावरण में पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ सात्विकता तथा स्वच्छता का ध्यान रखते हुए छठ पूजा का आयोजन हुआ।छठ पूजा की चर्चा सनातन के धार्मिक ग्रंथों में भी मिलता है और रामायण तथा महाभारत में भी इसकी जानकारी मिलती है।इस महापर्व से जीवन में स्वच्छता,सात्विकता और प्रकृति प्रेम का संदेश मिलता है।

                         जय मधुसूदन जय श्रीकृष्ण फाउंडेशन की संस्थापक सदस्य रीमा प्रभु ने परिवारजनों एवं शुभचिंतकों के साथ उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा संपन्न किए और सभी को प्रसाद के साथ तुलसी का पौधा सप्रेम भेंट किया गया तथा पौधा लगाये एवं पौधा बचाये के संदेश के साथ हमारा पर्यावरण,हमारा भगवान का मंत्र दिया गया।

छठ पूजा का सनातम धर्म में है विशेष महत्व : डा. रमन घई

छठ पूजा का सनातम धर्म में है विशेष महत्व: डा. रमन घई

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 08       नवंबर :

सुंदरनगर वैल्फेयर सोसायटी की ओर से छठ पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर सभी इलाका निवासियों ने छठी मईयां पूजन कर माता का आर्शीवाद प्राप्त किया। छठ पूजा के महान पर्व पर यूथ सिटिजन कौंसल पंजाब के अध्यक्ष डा. रमन घई ने विशेष तौर पर उपस्थित होकर समूह देशवासियों को छठ पर्व की बधाई दी। इस अवसर पर डा. घई ने कहा कि सनातम धर्म के लिए छठ पर्व का विशेष महत्व है। उन्होंने कहा कि इस श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ हमारी बहनें परिवार के साथ छठी मईयां का पूजन कर माता का आर्शीवाद लेती है। उस पूजा से सभी को पूणय मिलता है। इस अवसर पर डा. घई ने कहा कि छठ पर्व पर कई दिनों से इस तरह तैयारी शुरू हो जाती है उससे इस पर्व का महत्व अन्य वर्ग के सभी लोगों के लिए भी बढ़ जाता है। उन्होंनें मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, सांसद डा. राजकुमार चब्बेवाल से सुंदरनगर में छठ पर्व संस्थान बनाने के लिए स्थाई तौर पर इलाका निवासियों को जगह देने की सरकार से मांग की। इस अवसर पर सुनील शर्मा, यूथ सिटिजन कौंसिल के जिला प्रधान डा. पंकज शर्मा, विजय, विक्की, मिंट्टू शर्मा, सरोवर शर्मा, विशाल शर्मा, दीपक, सुधीर, शक्ति वर्मा, रोबिन गोयल, रामकलेश राजू, शेखर, करन, हरदीप, गौरव, राजवीर, राहूल, मुनीश व अन्य उपस्थित थे।   

जय छठ मैया समिति  द्वारा कार्यक्रम का आयोजन

– यमकेश्वर तीर्थ हुसैनी में आयोजित छठ पर्व कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्ति हुए शामिल, दी शुभकामनाएं।

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी, 08       नवंबर  :

     छठ महापर्व पर जय छठ मैया समिति  द्वारा यमकेश्वर तीर्थ हुसैनी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ब्रह्ममूर्त में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रतियों का व्रत सम्पन्न हुआ। इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और पूरे विधि-विधान के साथ सूर्य देव की पूजा-अर्चना की गई।

            बता दें कि हरियाणा सरकार द्वारा भी गत दिवस 7 नवम्बर को राज्य स्तरीय छठ उत्सव कुरूक्षेत्र में आयोजित किया गया था। जिसमें मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने बतौर मुख्यतिथि कार्यक्रम में शिरकत कर देशवासियों को छठ महापर्व की शुभकामनाएं दी गई थी।

            यमकेश्वर तीर्थ हुसैनी के घाट पर श्रद्धालुओं ने छठी माता के गीत गाकर ओर सूर्य भगवान की पूजा अर्चना कर अर्घ्य दिया। जय छठ मैया समिति नारायणगढ के प्रधान प्रतोष तिवारी ने बताया कि  व आस-पास के क्षेत्र में पूर्वाचंल प्रदेशों के बुहत से लोग यहां रहते है जोकि पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ छठ पर्व मनाते है। इस पर्व की महत्ता को समझते हुए अब यहां के स्थानीय लोग भी उनके पर्व के आयोजन में शामिल होकर उनकी खुशीयों को बढाने  का काम कर रहे है। उन्होने बताया कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि छठ पूजा का मुख्य दिन होता है। 

         भारतीय योग संस्थान नारायणगढ़ के पदाधिकारी एवं सदस्य तथा शहर के गणमान्य व्यक्ति आज तडक़े यमकेश्वर तीर्थ हुसैनी में पहुंचे जहां पर कि छठ पर्व कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इन सभी लोगों ने श्रद्धालुओं को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी और इस पर्व के महत्व के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा हर सम्भव सहयोग की बात कही। 

        भारतीय योग संस्थान के जोन प्रधान संजय धीमान ने छठ पर्व के शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छठ पर्व भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहार है, जो हमें प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाए रखने का संदेश देता है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि वे स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और स्वास्थ्य के लिए योग कितना जरूरी है इसके महत्व को समझें।

          भारतीय योग संस्थान के केंद्र प्रमुख राजेश शर्मा ने सभी के स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए कहा कि छठ पूजा सूर्य देवता की आराधना और आस्था का प्रतीक है, जो जीवन में ऊर्जा, सकारात्मकता और उन्नति का संचार करता है। उन्होंने इस पावन अवसर पर सभी से आग्रह किया कि वे पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझते हुए इस पर्व को पूरी श्रद्धा के साथ मनाएं।

          इस अवसर पर भारतीय योग संस्थान के वरिष्ठ योग साधक रामनाथ धीमान, सुभाष बंसल, संयोजक एडवोकेट लाजपत भारांपुर, मनोज वालिया, अजीत त्यागी, राजेश वर्मा, पंडित रमाशंकर तथा शहर के गणमान्य व्यक्ति नरेन्द्र पराशर, वीरेन्द्र मोहन वालिया, एडवोकेट संजय अग्रवाल, नरेन्द्र शर्मा, धर्मपाल, संजय थामा तथा अरविन्द सहित अन्य लोग मौजूद रहे। 

          बता दें कि पूरे देश मे छठ पर्व की धूम है, आमतौर पर इस पर्व को बिहार, झारखंड व यूपी तथा पूर्वाचंल का त्यौहार माना जाता है लेकिन आज यह त्यौहार श्रद्धालुओं द्वारा देश के कोने कोने में मनाया जाता है। शुक्रवार को उपमण्डल में  यमकेश्वर तीर्थ हुसैनी का नजारा पूर्वाचंल के  किसी नदी के घाट जैसा ही था जहां व्रतियों ने उगते सूरज को अध्र्य दिया। पूर्वांचल क्षेत्र जिसमें मूल रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, बंगाल व अन्य स्थानों के रहने वाले परिवार जो नौकरी पेशे या कारोबार को लेकर अब यंहा रह रहे है, ने श्रद्धा व उत्साह पूर्वक इस महापर्व में भाग लिया। सुबह के समय वातावरण पूर्ण रूप से धार्मिक नजर आया।

               यमकेश्वर तीर्थ के घाट पर पूजा करने आई व्रती महिलाओं ने बताया कि यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन मनाया जाता है और इसलिए ही इसे छठ पर्व कहा जाता है। इस पर्व में सूर्य देव व छठी मैय्या की आराधना की जाती है, ये व्रत संतान की दीर्घायु और परिवार की खुशहाली के लिए रखा जाता है। व्रती 36 घण्टे तक निर्जला व्रत रख कर अस्त होते व उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देते है। इन महिलाओं ने बताया कि इस वर्ष छठ पर्व की शुरुआत मंगलवार को स्नान यानि नहाय-खाय के साथ हुई इसके बाद बुधवार को व्रतियों ने खरना का प्रशाद ग्रहण किया और वीरवार को अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया आज शुक्रवार को उगते सूरज को अर्घ्य देकर पूजा अर्चना के पश्चात व्रत खोला। उल्लेखनीय है कि यमकेश्वर तीर्थ का ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व भी है।

छठ महापर्व पर जय c

– यमकेश्वर तीर्थ हुसैनी में आयोजित छठ पर्व कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्ति हुए शामिल, दी शुभकामनाएं।

रायपुररानी       नन्द सिंगला

     छठ महापर्व पर जय छठ मैया समिति  द्वारा यमकेश्वर तीर्थ हुसैनी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ब्रह्ममूर्त में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर व्रतियों का व्रत सम्पन्न हुआ। इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और पूरे विधि-विधान के साथ सूर्य देव की पूजा-अर्चना की गई।

            बता दें कि हरियाणा सरकार द्वारा भी गत दिवस 7 नवम्बर को राज्य स्तरीय छठ उत्सव कुरूक्षेत्र में आयोजित किया गया था। जिसमें मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने बतौर मुख्यतिथि कार्यक्रम में शिरकत कर देशवासियों को छठ महापर्व की शुभकामनाएं दी गई थी।

            यमकेश्वर तीर्थ हुसैनी के घाट पर श्रद्धालुओं ने छठी माता के गीत गाकर ओर सूर्य भगवान की पूजा अर्चना कर अर्घ्य दिया। जय छठ मैया समिति नारायणगढ के प्रधान प्रतोष तिवारी ने बताया कि  व आस-पास के क्षेत्र में पूर्वाचंल प्रदेशों के बुहत से लोग यहां रहते है जोकि पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ छठ पर्व मनाते है। इस पर्व की महत्ता को समझते हुए अब यहां के स्थानीय लोग भी उनके पर्व के आयोजन में शामिल होकर उनकी खुशीयों को बढाने  का काम कर रहे है। उन्होने बताया कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि छठ पूजा का मुख्य दिन होता है। 

         भारतीय योग संस्थान नारायणगढ़ के पदाधिकारी एवं सदस्य तथा शहर के गणमान्य व्यक्ति आज तडक़े यमकेश्वर तीर्थ हुसैनी में पहुंचे जहां पर कि छठ पर्व कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इन सभी लोगों ने श्रद्धालुओं को छठ पर्व की शुभकामनाएं दी और इस पर्व के महत्व के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा हर सम्भव सहयोग की बात कही। 

        भारतीय योग संस्थान के जोन प्रधान संजय धीमान ने छठ पर्व के शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छठ पर्व भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहार है, जो हमें प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाए रखने का संदेश देता है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि वे स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और स्वास्थ्य के लिए योग कितना जरूरी है इसके महत्व को समझें।

          भारतीय योग संस्थान के केंद्र प्रमुख राजेश शर्मा ने सभी के स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए कहा कि छठ पूजा सूर्य देवता की आराधना और आस्था का प्रतीक है, जो जीवन में ऊर्जा, सकारात्मकता और उन्नति का संचार करता है। उन्होंने इस पावन अवसर पर सभी से आग्रह किया कि वे पर्यावरण संरक्षण के महत्व को समझते हुए इस पर्व को पूरी श्रद्धा के साथ मनाएं।

          इस अवसर पर भारतीय योग संस्थान के वरिष्ठ योग साधक रामनाथ धीमान, सुभाष बंसल, संयोजक एडवोकेट लाजपत भारांपुर, मनोज वालिया, अजीत त्यागी, राजेश वर्मा, पंडित रमाशंकर तथा शहर के गणमान्य व्यक्ति नरेन्द्र पराशर, वीरेन्द्र मोहन वालिया, एडवोकेट संजय अग्रवाल, नरेन्द्र शर्मा, धर्मपाल, संजय थामा तथा अरविन्द सहित अन्य लोग मौजूद रहे। 

          बता दें कि पूरे देश मे छठ पर्व की धूम है, आमतौर पर इस पर्व को बिहार, झारखंड व यूपी तथा पूर्वाचंल का त्यौहार माना जाता है लेकिन आज यह त्यौहार श्रद्धालुओं द्वारा देश के कोने कोने में मनाया जाता है। शुक्रवार को उपमण्डल में  यमकेश्वर तीर्थ हुसैनी का नजारा पूर्वाचंल के  किसी नदी के घाट जैसा ही था जहां व्रतियों ने उगते सूरज को अध्र्य दिया। पूर्वांचल क्षेत्र जिसमें मूल रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, बंगाल व अन्य स्थानों के रहने वाले परिवार जो नौकरी पेशे या कारोबार को लेकर अब यंहा रह रहे है, ने श्रद्धा व उत्साह पूर्वक इस महापर्व में भाग लिया। सुबह के समय वातावरण पूर्ण रूप से धार्मिक नजर आया।

               यमकेश्वर तीर्थ के घाट पर पूजा करने आई व्रती महिलाओं ने बताया कि यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन मनाया जाता है और इसलिए ही इसे छठ पर्व कहा जाता है। इस पर्व में सूर्य देव व छठी मैय्या की आराधना की जाती है, ये व्रत संतान की दीर्घायु और परिवार की खुशहाली के लिए रखा जाता है। व्रती 36 घण्टे तक निर्जला व्रत रख कर अस्त होते व उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देते है। इन महिलाओं ने बताया कि इस वर्ष छठ पर्व की शुरुआत मंगलवार को स्नान यानि नहाय-खाय के साथ हुई इसके बाद बुधवार को व्रतियों ने खरना का प्रशाद ग्रहण किया और वीरवार को अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया आज शुक्रवार को उगते सूरज को अर्घ्य देकर पूजा अर्चना के पश्चात व्रत खोला। उल्लेखनीय है कि यमकेश्वर तीर्थ का ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व भी है।

छठ माई प्रसन्न होकर करती हैं मनोकामनाएं पूरी :कुलभूषण गोयल

छठ माई प्रसन्न होकर करती हैं मनोकामनाएं पूरी-कुलभूषण गोयल

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  07       नवंबर :

बिहार, झारखंड और पूर्वांचल के लोगों के त्यौहार छठ पर्व वीरवार को पंचकूला में धूमधाम से मनाया गया।

पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल ने विभिन्न स्थानों पर आयोजित छठ पूजा में बतौर मुख्यातिथि हिस्सा लिया।

गांव अभयपुर में आयोजित छठ पूजा में मेयर कुलभूषण गोयल ने लोगों को शुभकामनाएं दी। पूर्वांचल युवा एकता मंच पंचकूला के चेयरमैन अंकुश निषाद, अध्यक्ष जितेंद्र कुश्वाहा, उपाध्यक्ष परमजीत सिंह यादव, कोषाध्यक्ष सतीश गुप्ता, महासचिव संजीव जायसवाल, सचिव विनोद कुमार, दीपक गुप्ता, अवधेश, चंद्रदेव यादव, मुकेश निषाद, राहुल यादव, राजू ने मेयर का स्वागत किया। अंकुश निषाद ने बताया कि मेयर को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया।

मेयर कुलभूषण गोयल ने कहा कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार छठ को सूर्य देवता की बहन हैं।

 छठ पर्व में सूर्योपासना करने से छठ माई प्रसन्न होती हैं और घर परिवार में सुख शांति व धन धान्य से संपन्न करती है।यह लोगों की आस्था का प्रतीक है। इससे शरीर के सारे कष्टों का नाश हो जाएगा और सौ अश्वमेघ यज्ञ के समान फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि पंचकूला में हजारों की संख्या में बिहार एवं उत्तर प्रदेश के लोग रहते हैं, जिनका पंचकूला के विकास में अहम योगदान है। इस अवसर पर पार्षद सोनिया सूद, भाजपा नेता उमेश सूद भी उपस्थित रहे। 

एक दीप संगीत जगत की अनमोल धरोहर माँ शारदा सिन्हा के नाम : संजय चौबे

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  06  नवंबर:

जो डर था वही हुआ जैसे सरस्वती पुजा के दिन लता मंगेशकर जी को मॉ सरस्वती ने अपने पास बुला लिया वैसे ही शारदा सिन्हा जी को छ्ठ मईया ने । लोक आस्था का चार दिवसीय महान पर्व छठ आज शुरू हुआ और छठ गीतों का पर्याय रहीं शारदा सिन्हा को छठी मइया ने अपने पास बुला लिया। छह-सात वर्षों से कैंसर से जूझ रहीं शारदा सिन्हा पति के निधन के बाद टूट गई थीं। 44 दिन बाद वह भी चली गईं।

अब मैं छठ गीत की ही बात करने वाला हूँ | #शारदा_सिन्हा_के_छठ_ गीत आधुनिक समाज ने पूरी तरह से छठ पर्व को आधुनिक रूप तो दे दिया अगर नही बदल सके तो एक है सिंदूर और दूसरा शारदा सिन्हा जी के गीत | ऐसा नहीं है कि शारदा सिन्हा जी के इस गीत से पहले छठ नहीं होता था या महत्व कम था, मगर जैसे नदियों के जल की कलकल ध्वनि और चिड़ियों की चहचहाट को ही परमात्मा ने नाकाफ़ी समझा और सरगम बनाया वैसे ही भगवान सूर्य ने शारदा सिन्हा के कंठ में जान बूझकर उष्णता भरी ताकि उनके गीत युगों युगों तक ठंडे जल में काँपती छठव्रती माताओं को भक्ति की उष्णता गरमाहट देती रहे एक सप्ताह पहले से ही बाजारों में छठ गीत बज रहे हैं, शारदा सिन्हा जी के पारम्परिक छठ गीत सिहरन पैदा कर रहे हैं, वातावरण पावन है, क्या घर, क्या बाज़ार, क्या बस, क्या ट्रेन….. आश्चर्य यह नहीं कि हर तरफ शारदा सिन्हा जी के छठ गीत बज रहे हैं, बल्कि अचरज तो यह है कि उनके बजते गीतों पर सबकी आँखें भरी हुई हैं, वह इसलिए कि इस गीत की प्रणेत्री देवी आज हम लोगो के बीच नही रही, इतना स्नेह है लोगों को उनसे | आप सभी छठ में शामिल होने वाले भक्तों से अनुनय है उनकी दिव्य आत्मा के शांति के लिए भगवान भास्कर से प्रार्थना कर सच्ची श्रद्धांजली अर्पित करे शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट ” एक दीप शारदा जी के नाम से जलाए” अभियान का आहवान करता है और यही सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी माँ शारदा के लिए, चिर निरंतर हम उनसे जुड़े रहे और गा सकें – *’जगतारण घर में दीयरा हम बारि अइनीं हो!’* 🙏🏻🕉️ अश्रुपूर्ण श्रद्धांजली, शिवानन्द चौबे मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट🕉️🙏🏻

परमजीत सिंह बने समता पार्टी के चंडीगढ़ प्रदेश अध्यक्ष

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 18 जुलाई :

समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय मंडल ने परमजीत सिंह को चण्डीगढ़ में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया है। इस नियुक्ति से पार्टी को यहाँ अपनी पकड़ मजबूत करने की उम्मीद है।

परमजीत सिंह इससे पहले शिवसेना (उद्धव ) के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे और उन्होंने अपने नेतृत्व में पार्टी को एक नई दिशा देने का प्रयास किया था। समता पार्टी में शामिल होकर और चंडीगढ़ प्रदेश अध्यक्ष का पदभार संभालते हुए, उन्होंने पार्टी हाईकमान का धन्यवाद व्यक्त किया और पूरी निष्ठा एवं समर्पण के साथ कार्य करने का वादा किया।

पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें इस नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी और उनके नेतृत्व में पार्टी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।  बधाई देने वालों में नूर हसन, विश्वजीत शाही, संजीव भारद्वाज, महावीर सिंह, निर्मल झा और तरुणेश देवलेकर प्रमुख रूप से शामिल थे। सभी ने उम्मीद जताई कि परमजीत सिंह के नेतृत्व में समता पार्टी चण्डीगढ़ में एक मजबूत और प्रभावी संगठन के रूप में उभरेगी। 

चुनाव से पहले झारखंड में कांग्रेस को एक बड़ा झटका

चुनाव से पहले झारखंड में कांग्रेस को एक बड़ा झटका मिला है। राज्‍य के पूर्व मुख्‍यमंत्री मधु कोड़ा की पत्‍नी व पश्चिम सिंहभूम जिले की सांसद गीता कोड़ा ने पार्टी से इस्‍तीफा दे दिया है। आज कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गई हैं। बताया जा रहा है कि बीते कुछ दिनों से वो गठबंधन से नाराज चल रही थीं।

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, रांची। 

झारखंड में चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका मिला है। राज्‍य के पूर्व मुख्‍यमंत्री मधु कोड़ा की पत्‍नी व पश्चिम सिंहभूम जिले की सांसद गीता कोड़ा ने पार्टी से इस्‍तीफा दे दिया है। वह अब भाजपा संग जुड़ गई हैं। झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने उन्‍हें पार्टी में शामिल कराया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, वह राज्‍य में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए गठबंधन से खुश नहीं हैं। 

गीता कोड़ा 2019 में कांग्रेस के लिए झारखंड से एकमात्र सांसद थीं। जनवरी 2022 में गृहमंत्री अमित शाह के झारखंड दौरे के बाद से ही उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि उन्होंने इन अटकलों पर अक्सर विराम लगाया। लेकिन 26 फरवरी 2024 को उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का दामन थाम लिया। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कोड़ा दंपति का भाजपा से पुराना लगाव रहा है। वह कतिपय परिस्थितियों से भाजपा से अलग हुए थे, लेकिन अब एक बार फिर पुराने घर में आ गए हैं। गीता कोड़ा ने कहा कि मैं आज बीजेपी में शामिल हो गई। कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति करके देश को संकट में डाल दिया है। पार्टी कहती है कि वह सभी को साथ लेकर चलेगी, लेकिन वह केवल अपने परिवार को साथ लेकर चलती है।

गीता कोड़ा 2019 में कांग्रेस के लिए झारखंड से एकमात्र सांसद थीं। जनवरी 2022 में गृहमंत्री अमित शाह के झारखंड दौरे के बाद से ही उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि उन्होंने इन अटकलों पर अक्सर विराम लगाया। लेकिन 26 फरवरी 2024 को उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का दामन थाम लिया। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कोड़ा दंपति का भाजपा से पुराना लगाव रहा है। वह कतिपय परिस्थितियों से भाजपा से अलग हुए थे, लेकिन अब एक बार फिर पुराने घर में आ गए हैं। गीता कोड़ा ने कहा कि मैं आज बीजेपी में शामिल हो गई। कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति करके देश को संकट में डाल दिया है। पार्टी कहती है कि वह सभी को साथ लेकर चलेगी, लेकिन वह केवल अपने परिवार को साथ लेकर चलती है।

129/000 वोट से नीतीश सरकार बहुमत परीक्षण में पास

बिहार में आज सियासत का सुपर मंडे है। बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार ने विश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है। वहीं स्पीकर अवध बिहारी चौधरी अपने ऊपर लगे अविश्वास प्रस्ताव में हार गए। नीतीश कुमार ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि हम इनको इज्जत दिए और हमें पता चला ये लोग कमा रहे हैं।  बीजेपी ने ऐसा कभी नहीं किया. ये विधायकों को एक साथ रखे।  सबको कितना लाख रुपया दे रहे थे, हम सबकी जांच कराएंगे। नीतीश कुमार ने कांग्रेस विधायकों को सलाह देते हुए कहा कि आपको कोई दिक्क़त हो तो हमारे पास आइयेगा। इससे पहले माले विधायक महबूब आलम ने सीएम नीतीश की तुलना गिरगिट से कर दी। इसके पक्ष में 125 वोट पड़े जबकि विपक्ष में 112 वोट डले। इस दौरान तेजस्वी यादव को विधानसभा में रामायण भी याद आई। उन्होंने नीतीश की तुलना राजा दशरथ और खुद की श्रीराम से की। हालांकि तेजस्वी यादव के ही एक विधायक चंद्रशेखर यादव ने रामचरितमानस पर ही सवाल उठाए थे। हालांकि अपनी बात कहकर तेजस्वी विधायकों समेत विधानसभा से वॉकआउट कर गए। 

  • विश्वास मत के पक्ष में 129 वोट, विपक्ष का बहिष्कार
  • ध्वनिमत से विश्वासमत पारित, विपक्ष का वॉक आउट
  • नीतीश कुमार बोले- अगर नहीं सुनना हैं, तो सीधे वोटिंग करा दिया जाए
  • क्या मोदीजी गारंटी लेंगे कि नीतीश कुमार जी आगे नहीं पलटेंगे : तेजस्वी यादव

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 12 फरवरी :

बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विश्वासमत हासिल कर लिया है। उन्होंने राजद का दामन छोड़ कर हाल ही में भाजपा का हाथ थामा था, जिसके बाद उन्हें 9वीं बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेनी पड़ी थी। इसके बाद नई गठबंधन सरकार को विश्वासमत हासिल करना था। राजद के विधायकों चेतन आनंद और नीलम देवी ने जदयू-भाजपा गठबंधन को वोट दिया। सत्ताधारी गठबंधन में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माँझी की HAM भी शामिल है।

नीतीश कुमार ने सोमवार विश्वास मत हासिल कर लिया। विश्वास मत पर चर्चा के दौरान नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ ही साथ कांग्रेस को भी निशाने पर लिया। नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए राहुल गांधी की ओर भी इशारा किया और यह बताया कि वह पुरानी जगह क्यों लौट आए। विधानसभा में बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हम इतने दिन तक मेहनत किए उसका कुछ हुआ। सबको एकजुट करने की कोशिए, मेहनत किए उसका कुछ हुआ। नीतीश कुमार ने कहा कि अंत में हमको पता चला कि इनकी पार्टी भी कांग्रेस भी इधर से उधर कर रही है। उनको डर लग रहा था और उधर साथ थे। उन्होंने कहा कि तब हमको पता चल गया कि कुछ होने वाला नहीं है। इसके बाद हम पुरानी जगह आ गए हैं और सब दिन के लिए आ गए हैं।

129 विधायकों ने जहाँ नीतीश कुमार के पक्ष में मतदान किया, वहीं विपक्षी दलों ने सदन के वॉकआउट का रास्ता चुना। इस तरह अब नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। उससे पहले मुख्यमंत्री ने सदन में संबोधन देते हुए कहा कि को 2015 में ‘7 निश्चय’ लेकर आए थे, जो पूरा का पूरा उनका आईडिया ही था। उन्होंने कहा कि जब वो सत्ता में आए तब उन्होंने हिन्दू-मुस्लिम का झगड़ा बंद कराया। उन्होंने 2005 से पहले के इतिहास का बात करते हुए कहा कि उस समय के मामलों में भी कार्रवाई उनके सत्ता में आने के बाद ही शुरू हुई।

नीतीश कुमार ने कहा कि हम बिहार के विकास के लिए, लोगों के हित में काम करते रहेंगे। उन्होंने तेजस्वी यादव के आवास में राजद विधायकों को रखे जाने के संबंध में कहा कि पैसा कहाँ से आया, इसकी जाँच करवाई जाएगी। नीतीश कुमार ने कहा कि अब वो अपनी पुरानी जगह वापस आ गए हैं। फ्लोर टेस्ट से पहले स्पीकर अवध बिहारी चौधरी को हटाने के लिए मतदान हुआ। उप-मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने भी जिक्र किया कि कैसे लालू परिवार ने जमीन लेकर नौकरियाँ दी।

नीतीश कुमार ने राजद के एक अन्य विधायक प्रह्लाद यादव को भी तोड़ दिया। वो भी आनंद मोहन के बेटे चेतन और अनंत सिंह की पत्नी नीलम के साथ सत्ताधारी पक्ष वाली बेंच पर बैठे नज़र आए। जहाँ चेतन आनंद राजपूत समाज से आते हैं, अनंत सिंह भूमिहार बिरादरी और प्रह्लाद यादव बिहार के बहुसंख्यक OBC यादव समाज से आते हैं जो राजद समीकरण का वोट बैंक रहा है। चेतन आनंद ने फेसबुक पर लिखा भी, ‘ठाकुर के कुएँ में पानी बहुत है, सबको पिलाना है।” बता दें कि राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने संसद में ‘ठाकुर का कुआँ’ कविता पढ़ कर विवाद पैदा कर दिया था।

झारखंड के DGP और मुख्य सचिव CM आवास पहुंचे, हेमंत सोरेन हो सकते हैं गिरफ्तार

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के रांची स्थित आवास के बाहर हलचल काफी बढ़ गई है। सीएम आवास की ओर आने-जाने वाले ट्रैफिक को दूसरी ओर डायवर्ट कर दिया गया है। वहीं हेमंत सोरेन से पिछले 6 घंटों से पूछताछ चल रही है।जमीन घोटाला मामले में पिछले 6 घंटे से ईडी की टीम मुख्यमंत्री से पूछताछ कर रही है। झारखंड में बढ़ती सियासी हलचल के बीच राजभवन से विधायकों को मिलने का समय दिया गया है। थोड़ी देर में राज्यपाल से झामुमो के विधायक मुलाकात करेंगे।

  1. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ जारी
  2. हेमंत सोरेन कल अचानक से अंडरग्राउंड हो गए थे, जिसके बाद उनकी तलाशी शुरू हो गई थी

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 31 जनवरी :

कथित जमीन घोटाला मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम मुख्यमंत्री आवास पहुंच गई है। सीएम आवास पर विधायक भी मौजूद हैं. वहीं रांची में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है। जगह-जगह फोर्स की तैनाती भी की गई है। ईडी के समन पर हेमंत सोरेन ने खुद ही ईडी के जवाब में आज दोपहर का समय दिया था। हाल ही में हेमंत सोरेन अचानक से गायब भी हो गए थे, जिसके बाद ईडी उनकी तलाश में जुट गई थी। हालांकि सोमवार की देर रात को हेमंत सोरेन फिर रांची पहुंच गए।

वहीं हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की अटकलों के साथ-साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम बनाए जाने की भी संभावना जताई जा रही है, जिसके लिए बैठकों का दौर जारी है। हेमंत सोरेन अब से कुछ देर में रांची स्थित ईडी के दफ्तर पहुंचेंगे।

इससे पहले मुख्यमंत्री सोरेन 30 जनवरी को 40 घंटे बाद दिल्ली से अचानक रांची पहुंचे। मुख्यमंत्री सोरेन ने दिल्ली से रांची तक सड़क मार्ग के जरिए 12 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा की। यहां उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा के सीनियर लीडर्स और विधायकों से मुलाकात की। इस बैठक में मुख्यमंत्री सोरेन की बीवी कल्पना सोरेन की भी मौजूदगी रही। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही है कि हेमंत सोरेन की बीवी को सीएम की बागडोर सौंपी जाएगी। 

वहीं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ED अधिकारियों पर SC/ST Act के तहत मुकदमा दर्ज करावाई है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है, “ED के अधिकारियों ने 30 जनवरी को दिल्ली में मौजूद दफ्तर छापेमारी की थी. इससे मुझे और मेरे पूरे समुदाय को परेशान करने और बदनाम करने की कोशिश की गई है।”

सीएम ने आगे कहा, “27 और 28 जनवरी को मैं दिल्ली के दौरे पर था. इस दौरान मैं  दिल्ली में मौजूद 5/1 शांति निकेतन, जिसे झारखंड राज्य के जरिए निवास और दफ्तर यूज के लिए लीज पर लिया गया है, मैं उसमें रुका था। मुझे पता चला कि इन अधिकारियों ने मेरे आधिकारिक दफ्तर पर तलाशी ली थी। ये छापेमारी मुझे सूचना दिए बिना की गई थी।”

बज रही खतरे की घंटी

  • बज रही खतरे की घंटी
  • भारतीय परिवारों की बचत घटी
  • घर और गाड़ियों के लिए जमकर ले रहे कर्ज

पीयूष पयोधि, डेमोक्रेटिक फ्रंट, बिहार : 01 जनवरी   :

पीयूष पयोधि

भारत को बचत का देश कहा जाता रहा है. बचत की इसी आदत के चलते भारत ने 2008 की ग्लोबल आर्थिक मंदी जैसी विकराल समस्याओं को भी आसानी से झेल लिया था. मगर, अब हैरान करने वाले आंकड़े सामने आए हैं. भारतीय परिवारों की बचत लगातार घट रही है. मगर, उनके पास घरों और गाड़ियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. हालांकि, अर्थशास्त्रियों के अनुसार अभी भी भारतीय परिवारों की कर्ज चुकाने की क्षमता दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं से ज्यादा है।

पिछले दो साल में भारतीय परिवारों की शुद्ध बचत का आंकड़ा लगभग 4 फीसदी कम हुआ है. वित्त वर्ष 2022-23 में यह जीडीपी का 5.1 फीसदी रहा है. जबकि 2020-21 में यही आंकड़ा 11.5 फीसदी था. फिलहाल यह लंबे समय से चले आ रहे औसत आंकड़े 7 से 7.5 फीसदी से काफी नीचे जा चुका है. भारत के लोग अब रियल एस्टेट और गाड़ियां खरीदने पर ज्यादा पैसा खर्च कर रहे हैं. इसके चलते उन पर कर्ज बढ़ा है. फिर भी भारतीयों की कर्ज चुकाने की क्षमता अभी दुनिया के बड़े देशों से ज्यादा है।

बचत के घटने से मुश्किल समय में भारतीय परिवार दिक्कत में फंस सकते हैं. फिर भी वह अपने ऊपर तेजी से कर्ज बढ़ाते जा रहे हैं. उनकी वित्तीय देनदारियां वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी के 5.8 फीसदी पर पहुंच गई हैं. वित्त वर्ष 2021-22 में यही आंकड़ा 3.8 फीसदी था. हालांकि, रिजर्व बैंक के हालिया विश्लेषण के अनुसार, बचत घटने का आंकड़ा फिलहाल स्थिर है. इस बारे में चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि भारतीय परिवार अपनी बचत का इस्तेमाल प्रॉपर्टी और वाहन बनाने में कर रहे हैं।