आज का राशिफल

Aries

14 अप्रैल 2019: आज का दिन आपको एक तरफ कार्मिक सफलता देने वाला होगा। वहीं दूसरी तरफ आपको स्वास्थ्य रखने में सहायक होगा। जिससे आप अपने कामों को पहले से अधिक तेजी से करते होगे। आज आपकी घर-गृहस्थी अच्छी होगी। पत्नी व बच्चों के मध्य समांजस्य होगा। किन्तु तकनीक स्तर को उच्च करने में कठिनाई होगी।

Taurus

14 अप्रैल 2019: आज आप अपने कार्मिक कौशल को और उच्च करने की दिशा में तेजी से बढ़ते हुए होगे। आप देखेंगे कि आपके द्वारा लिए गए निर्णय अनुकूल साबित हो रहे है। जिससे उत्पादन व विक्रय लक्ष्य को प्राप्त करने में प्रगति की स्थिति बनी हुई होगी। प्रेम संबंधों में मधुरता होगी। किन्तु स्वास्थ्य में सांस व रक्त विकार होगे।

Gemini

14 अप्रैल 2019: आज आप सुनहरे भविष्य की दिशा में कुछ जरूरी निर्णय लेने में लगे हुए होगे। जिसमें आपको बढ़त हासिल होगी। धन निवेश व विदेश के संबंधित कामों में बढ़त की स्थिति होगी। किन्तु सेहत के लिए आज का दिन ज्यादा अच्छा नहीं होगा। जिससे आपको कुछ उपचार लेना होगा। प्रेम संबंधों में तनाव होगे।

Cancer

14 अप्रैल 2019: आज आपका वैवाहिक जीवन अधिक सुखद व समृद्ध होगा। यदि आप अविवाहित हैं, तो आज आपके विवाह के चर्चाएं लोगों के मध्य तेजी से होगी। परिणामतः आपके दाम्पत्य के रास्ते तय होगे। आज आपको व्यापारिक जीवन में बढ़त की स्थिति होगी। जिससे आप कुछ और तेजी से कामों को करने में लगे होगे।

Leo

14 अप्रैल 2019: आज धन निवेश व विदेश के कामों में तेजी से बढ़ने के योग हैं। आज न चाहते हुए भी आपके कई काम पिछड़ते से होगे। जिससे आपको निजी स्तर पर चिंता होगी। आप देखेंगे कि आज ननिहाल पक्ष से कुछ सहयोग प्राप्त हो रहा है। जिससे आप प्रसन्न होगे। निजी संबंधों में तनाव के बादल परेशानी का कारण होगे।

Virgo

14 अप्रैल 2019: आज आप अपने तकनीक हुनर को और अच्छा करने के लिए तत्पर होगे। आप देखेंगे कि आज का दिन आपको कई स्तर पर धन लाभ देने वाला होगा। जिससे आप प्रसन्न होगे। आप अपने निजी संबंधों को और मधुर बनाने के लिए उत्साहित व उदार होगे। किन्तु स्वास्थ्य मामलों में चिंताओं की स्थिति होगी।

14 अप्रैल 2019: आज अपने व्यवसायिक संस्थाओं में संसाधनों को मुहैया कराने में जोर देगे। जिससे उत्पादन व विक्रय के लक्ष्य और आसान होगे। आप देखेंगे कि आपको पहले के मुकाबले आज अच्छी कामयाबी प्राप्त होगी। आपकी कई कोशिशें कामयाब होगी। किन्तु किसी वरिष्ठ व्यक्ति को लेकर आप कुछ परेशान से होगे।

Scorpio

14 अप्रैल 2019: आज आप अपने काम-काजी जीवन की समीक्षा में लगे होगे। आप पिछड़ रहे कामों की वजह को तलाश करने के मूड़ में होगे। आप देखेंगे कि प्रशासन व प्रबंधन को कुछ दुरूस्त करने की जरूरत है। हालांकि इस माथा पच्ची में आपके सेहत में कुछ प्रतिकूल असर देखने को प्राप्त होगे। जिससे आप कुछ परेशान होगे।

Sagittarius

14 अप्रैल 2019: आज आप अपने साहस व धैर्य के कारण बहुत से कामों को अंजाम तक पहुंचाने में लगे होगे। आप देखेंगे कि आज धन निवेश करने के पूर्व संस्था के कानूनी पहलुओं को जाँचना जरूरी है। जिससे मेहनत की कमाई सुरक्षित हो। आज का दिन सेहत के लिए ज्यादा अच्छा नहीं होगा। जिससे आप कुछ परेशान होगे।

Capricorn

14 अप्रैल 2019: आज सूचना व संवाद के मामलों में कुछ विशेष तथ्यों को पेश कर देंगे। जिससे आपको कामों में तेजी से बढ़त अर्जित होगी। आप देखेंगे कि आज का दिन जहाँ व्यापारिक प्रगति देने वाला होगा। वहीं घर परिवार में खुशहाली की स्थिति देने वाला होगा। आपके चेहरे में रौनकता की स्थिति होगी। किन्तु कानूनी मामलों में विवाद होगे।

Aquarius

14 अप्रैल 2019: आज आप तेजी से बढ़ रहे कामों को दबाव की तरह नहीं बल्कि उन्हें अवसर की तरह समझते हुए करने में संलग्न होगे। आप देखेंगे कि आपके कारोबार का स्तर धीरे-धीरे स्थानीय बाजारों से आगे बढ़ता जा रहा है। हालांकि आपको इसके लिए पूरे प्रबंधन को और सक्रिय करना होगा। निजी संबंधों में तनाव होगे।

Pisces

14 अप्रैल 2019: आज कार्य व व्यापार के क्षेत्रों में आपके अनुकूल स्थिति होगी। जिससे आप अपने लक्ष्यों तक पहुंच बनाने की हर कोशिश को करते हुए होगे। आप देखेंगे कि आज कुछ कामों में खर्च का स्तर पहले से कुछ बढ़ा हुआ होगा। जिसे लेकर आप कुछ परेशान होगे। निजी संबंधों में अचानक ही नाराजगी होगी।

आज का पांचांग

पंचांग 14 अप्रैल 2019

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः 1941, 

मासः चैत्र, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः नवमी प्रातः 09.36 तक, 

वारः रविवार, 

नक्षत्रःआश्लेषा प्रातः 05.59 तक, 

योगः शूल प्रातः 04.59 तक, 

करणःकौलव, 

सूर्य राशिः मेष, 

चंद्र राशिः कर्क, 

राहु कालः 4.30 से सायं 6.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.01, 

सूर्यास्तः 06.42 बजे।

नोटः आज वैशाख संक्रान्ति एवं वैशाखी पर्व है।नवरात्रे समाप्त।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर रविवार को पान खाकर लाल चंदन, गुड़ और लड्डू का दान देकर यात्रा करें।

आज का राशिफल

Aries

13 अप्रैल 2019: आज के दिन को पूरे मनोयोग से प्रयोग में लेने में व्यस्त होगे। आज आपका आत्म विश्वास और समृद्ध होगा। जिससे आप सीमित साधनों के बाद भी अपनी कार्मिक क्षमताओं का सर्वोत्तम प्रयोग करते हुए होगे। आज आपको पिता से कुछ सहयोग व सहानुभूति प्राप्त होगी। किन्तु संतान पक्ष के प्रति चिंता होगी।

Taurus

13 अप्रैल 2019: आज आप आशा व उत्साह से भूरे-पूरे होगे। आप देखेंगे कि आपके पराक्रम मे बढ़त की स्थिति होगी। किन्तु आप अपने परिवार के साथ लगे हुए होगे। जिससे कुछ मांगलिक कामों को अंतिम रूप दिया जाएंगा। किन्तु अपने कुछ कामों के प्रति लापरवाह से होगे होगे। जिससे आपको आने वाले दिनों में परेशान होना होगा।

Gemini

13 अप्रैल 2019: आज आप सीमित संसाधनों के बावजूद अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में लगे हुए होगे। हालांकि आप देखेंगे कि प्रगति का स्तर कोई खास नही है। नौकरी के क्षेत्रों आपको पहले के मुकाबले अधिक सफलता प्राप्त होगी। किन्तु स्वास्थ्य के लेकर आप कुछ परेशान होगे। जिससे आपको किसी अस्पताल में जाना होगा।

Cancer

13 अप्रैल 2019: आज आप व्यवसायिक प्रगति हासिल करने के लिए अधीनस्थ कर्मियों के साथ कुछ सलाह-मशविरा करते हुए होगे। जिसमें आपको कुछ प्रगति की स्थिति होगी। किन्तु अंतिम निर्णय लिए जाने में कुछ समय और देना होगा। आज का दिन निवेश व विदेश के कामों में बढ़त देने वाला होगा। किन्तु स्वास्थ्य में परेशानी की स्थिति होगी।

Leo

13 अप्रैल 2019: आज आप अपने बाहर के कामों को पूरा करने में संलग्न होगे। हालांकि आपको इसके लिए पहले से कुछ अधिक मेहनत करनी होगी। आप देखेंगे कि आज भौतिक सुख के साधनों को जुटाने में कठिनाई होगी। आज कानूनी मामलों में कोई पुख्ता दस्तावेज पेश कर देंगे। जिससे आपके पक्ष और मज़बूत होगे तथा विरोधी कमजोर। 

Virgo

13 अप्रैल 2019: आज आप अपने कार्यक्रम की रूपरेखा को पुष्ट करते हुए होगे। जिससे तय समय में कामों को पूरा करने में प्रगति की स्थिति होगी। आज आपके विवेक का स्तर और बढ़िया होगा। अध्ययन के कामों में तेजी का रूख होगा। किन्तु धन जुटाने के कोशिशें आज ज्यादा सफल नहीं होगी। जिससे आप परेशान होगे। 

13 अप्रैल 2019: आज आप अपने स्तर पर कई काम-काजी योजनाओं को अंतिम रूप देंगे। जिससे लोगों के मध्य आपका विश्वास बना होगा। आज आप अच्छे सेहत के स्वामी होगे। घर परिवार के प्रति आपकी सजगता की सराहना होगी। आज आप बेहतर कल के लिए सक्रिय होगे। किन्तु धन लाभ को लेकर आप कुछ परेशान होगे।

Scorpio

13 अप्रैल 2019: आज आप अपने काम के क्षेत्रों में आ रही गड़बडियों को दूर करने में ध्यान देगे। जिससे तय समय मे कामों को पूरा करने का क्रम बना होगा। हालांकि आपके यह प्रयास आज उस स्तर पर सफल नहीं होगे। जिससे आप कुछ परेशान होगे। पत्नी बच्चों के मध्य तालमेल का स्तर अच्छा होगा। जिससे आप प्रसन्न होगे।

Sagittarius

13 अप्रैल 2019: आज आप अपने काम-काजी जीवन में त्याग की भावना से युक्त होगे। जिसे लोगों द्वारा सराहे जाने के योग हैं। आज आप कुछ सकारात्मक परिवर्तन के लिए पहले से अधिक सचेत होगे।  जिससे आने वाले दिनों में लाभ की स्थिति होगी। हालांकि आपको आज कई स्तरों पर अधिक धन खर्च करना होगा। 

Capricorn

13 अप्रैल 2019: आज का दिन आपको कई स्तर पर खुशहाली देने वाला होगा। जिससे आप प्रसन्न होगे। आज जहाँ आपकी सेहत क्षमताएं उच्च होगी। वहीं काम-काजी जीवन में बढ़त की स्थिति होगी। आज अपने भौतिक सुख के साधनों को जुटाने में पूरा जोर देगे। आज पत्नी के अनुकूल वस्त्राभूषणों की खरीद होगी। जिससे खुश होगे।

Aquarius

13 अप्रैल 2019: आज कामों को बढ़ाने के प्रयास उसी स्तर पर होगे। जिस स्तर पर साधन मौजूद हैं। हालांकि आप संसाधनों के आभावों को पूरा करने के लिए कुछ धन प्रबंधन को जुटाने में लगे हुए होगे। इस भाग-दौड़ का अपके स्वास्थ्य में विपरीत असर होगा। जिससे आप कुछ परेशान से होगे। आज प्रेम संबंधों में तनाव होगे।

Pisces

13 अप्रैल 2019: आज का दिन आपके जीवन स्तर को समृद्ध करने वाला होगा। जिससे आप सहज ही अपने कामों को करते होगे। आज आपके कई प्रयासों को आर्थिक सफलता प्राप्त होगी। सफलता का स्तर कार्य व साधनों के आधार पर होगा। प्रेम संबंधों में मधुरता की स्थिति होगी। जिससे आप प्रसन्न होगे। यात्रा मे धन व्यय होगा।

आज का पांचांग

पंचांग 13 अप्रैल 2019

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः 1941, 

मासः चैत्र, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः अष्टमी प्रातः 11.42 तक, 

वारः शनिवार, 

नक्षत्रःपुर्नवसु प्रातः 08.59 तक, 

योगः सुकृत प्रातः 10.53 तक,

करणःबव, 

सूर्य राशिः मीन, 

चंद्र राशिः कर्क, 

राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक, 

सूर्योदयः 06.02, 

सूर्यास्तः 06.42 बजे।

नोटः आज दुर्गाष्टमी एवं श्रीरामनवमी व्रत है।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।

आज का राशिफल

Aries

12 अप्रैल 2019: आज का दिन आपके भाग्य को समृद्ध करने वाला होगा। जिससे आपको समाजिक जीवन मे ख्याति प्राप्ति होगी। आज आप तकनीक व सूचना के क्षेत्रों में आगे बढ़ते हुए होगे। आप देखेंगे कि आज आपका स्वास्थ्य सुखद व सुन्दर बना हुआ होगा। जिससे आप प्रसन्न होगे। किन्तु प्रेम संबंधों में चिंता होगी।

Taurus

12 अप्रैल 2019: आज का दिन बाहर के कामों में आपको तेजी से उन्नति देने वाला होगा। हालांकि इसके लिए आपको पूरे तंत्र सहित सक्रिय होना होगा। जिससे संबंधित लक्ष्य को अर्जित करने में सहायता होगी। हालांकि इस बढ़ती हुई भाग-दौड़ से आपके स्वास्थ्य में विपरीत प्रभाव होगा। जिससे आप कुछ परेशान से होगे।

Gemini

12 अप्रैल 2019: आज आप अपने व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए अधिक सक्रिय होगे। हालांकि आप कमजोर हो रहे कामों की प्रगति के लिए अधिक घंटों तक काम करने के लिए तत्पर होगे। जिससे पुनः कामों में प्रगति की स्थिति होगी। आज का दिन दाम्पत्य जीवन की खुशी को बढ़ाने वाला होगा। जिससे आप प्रसन्न होगे।

Cancer

12 अप्रैल 2019: आज आप कामों के लगातार बढ़ते हुए दबाव से कुछ चिंतित से होगे। आप देखेंगे कि आपके कुछ लोगों से सम्पर्क फायदेमंद होगे। आज अपनी आर्थिक प्रगति को पुनः तेज करने के लिए अनुभवी लोगों से सलाह-मशविरा करते हुए होगे। हालांकि आपके सेहत में कुछ आन्तरिक पीड़ाएं उभर सकती हैं। जिससे दवा खानी होगी।

Leo

12 अप्रैल 2019: आज संतान पक्ष की तरफ से उन्नति का समाचार प्राप्त होगा। आप देखेंगे कि बच्चों की तरफ से आपकी बातों को गौर से सुना जा रहा है। वह अपने विषयों में ध्यान देकर पढ़ रहे है । आज आमदनी बढ़ाने के सभी उपाय कामयाब होगे। जिससे आप प्रसन्न होगे। आज काम के साथ मनोरंजन के कामों में भी लगे होगे।

Virgo

12 अप्रैल 2019: आज आप एक तरफ अपने कामों को पूरा करने मे लगे होगे। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों से सम्पर्क साधते हुए विक्रय लक्ष्य को हासिल करने के लिए सक्रिय होगे। आज आपका स्वास्थ्य सुखद होगा। आज आप भवन व वाहन के कामों में लाभ प्राप्त करेंगे। वैवाहिक जीवन सुखद व सुन्दर बना हुआ होगा।

12 अप्रैल 2019: आज आप अपने भौतिक सुख के साधनों को जुटाने के लिए कुछ कामों को तेजी से करने में लगे होगे। हालांकि इसमें पूरी तरह सफलता के लिए आपको और समय देना होगा। आज आपको पारिवारिक समांजस्य से लाभ होगा। किन्तु काम-काजी जीवन में बढ़त बनाने के लिए पहले से कुछ कठिनाई बनी होगी।

Scorpio

12 अप्रैल 2019: आज के दिन को और कारगर बनाने के लिए कुछ जरूरी उपायों पर अमल होगा। जिससे आप कामों को तेजी देने के लिए तत्पर होगे। आज आप कुछ जरूरी दस्तावेजो को जुटाने तथा उन्हें किसी अदालत के समक्ष पेश करने मे लगे होगे। जिससे आपको समय व धन दोनों ही देना होगा। स्वास्थ्य संदर्भों में समस्याएं होगी।

Sagittarius

12 अप्रैल 2019: आज के दिन को और कारगर बनाने के लिए कुछ जरूरी उपायों पर अमल होगा। जिससे आप कामों को तेजी देने के लिए तत्पर होगे। आज आप कुछ जरूरी दस्तावेजो को जुटाने तथा उन्हें किसी अदालत के समक्ष पेश करने मे लगे होगे। जिससे आपको समय व धन दोनों ही देना होगा। स्वास्थ्य संदर्भों में समस्याएं होगी।

Capricorn

12 अप्रैल 2019: आज आप जहाँ काम-काजी जीवन में बढ़त बनाने के लिए पहले से अधिक उत्साहित होगे। वहीं परिवार के प्रति उदासीनता की स्थिति होगी। जिससे आप उनसे कई बातों में असहमत होगे। जिसका विपरीति असर आपके पारिवारिक ताने-बाने पर होगा। वैसे व्यय की स्थिति बढ़ी हुई होगी। जिससे परेशान होगे।

Aquarius

12 अप्रैल 2019: आज का दिन जहाँ आपको अर्थ लाभ के कई रास्ते देने वाला होगा। वहीं शैक्षिक प्रगति के मार्ग को समृद्ध करने वाला होगा। आज आप कोई साझे के कामों को आगे बढ़ाने पर सहमति देगे। जिससे धन लाभ की स्थिति होगी। प्रेम संबंधों में मधुरता की सौगात होगी। किन्तु किसी रिश्तेदार से नहीं मिल पाने का मलाल होगा।

Pisces

12 अप्रैल 2019: आज कार्य को अंजाम तक पहुंचाने में आपकी कार्मिक परिपक्वता की प्रशंसा होगी। जिससे आप कई कामों को पूरा करने में सफल होगे। आप देखेंगे कि आज का दिन स्वास्थ्य को समृद्ध करने के लिए अच्छा होगा। आज आप जहाँ अपने घर की सुख-सुविधाओं को बढ़ाने में तत्पर होगे। वहीं सुखद कल को निर्मित करने मे लगे होगे।

आज का पांचांग

पंचांग 12 अप्रैल 2019

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः 1941, 

मासः चैत्र, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः सप्तमी दोपहर 01.24 तक, 

वारः शुक्रवार, 

नक्षत्रःआद्र्रा प्रातः 09.54 तक, 

योगः अतिगण्ड दोपहर 01.22 तक, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः मीन, 

चंद्र राशिः मिथुन, 

राहु कालःप्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.04, 

सूर्यास्तः 06.41 बजे।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।

चैत्र नवरात्र के छटे दिन होगी माता कात्यायनी की पूजा

पुरनूर, पंचकूला, 11 अप्रैल:

चैत्र नवरात्र मेले में आज श्री माता मनसा देवी मंदिर पंचकूला में अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण ने महामाई के दर्शन किये और हवन यज्ञ में आहुतियां डाली। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती ज्योति शरण, उपायुक्त डाॅ0 बलकार सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस0पी0 अरोड़ा व अन्य अधिकारियों ने भी पूजा अर्चना की।

आनंद मोहन शरण ने कहा कि इस तरह के आयोजन जहां भारतीय संस्कृति की पहचान है वहीं ऐसे आयोजनों से व्यक्ति को सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी मिलती है। उन्होंने कहा कि श्रीमाता मनसा देवी मंदिर हरियाणा में ही नहीं बल्कि उतरी भारत के अन्य राज्यों के लोगों के लिये आस्था का केंद्र है जहां प्रतिवर्ष हजारों श्रद्धालु महामाईं का आशीर्वाद ग्रहण करते है।

उपायुक्त एवं श्रीमाता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड के चेयरमैन डाॅ0 बलकार सिंह ने बताया कि  श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये सभी आवश्यक प्रबंध किये गये हैं उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के लिये स्वच्छ पेयजल, चिकित्सा सुविधा, शौचालय के साथ साथ बेहतर परिवहन के लिये हरियाणा राज्य परिवहन विभाग व सीटीयू के माध्यम से अतिरिक्त बस सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है।

चैत्र नवरात्र के उपलक्ष्य में 10 अप्रैल को श्री माता मनसा देवी पंचकूला और काली माता मंदिर कालका में 1660248 रुपये का नकद चढ़ावा दान के रूप में प्राप्त हुआ है। इसके अलावा चांदी के 140 और सोने के 3 नग, यू0एस0ए0 का एक और आस्ट्रेलिया के 170 डाॅलर भी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुए है।  श्री माता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस0पी0 अरोड़ा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि श्री माता मनसा देवी मंदिर में इस दिन 1350367 रुपये की नकद दान राशि, सोने के दो और चांदी के 114 नग चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुए। इसी प्रकार काली माता मंदिर कालका में 309881 रुपये की नकद दान राशि, सोने का एक और चांदी के 26 नग चढ़ावे के रूप  में प्राप्त हुए है। उन्होंने बताया कि 6 अप्रैल से 10 अप्रैल तक चढ़ावे के रूप में 9266644 रुपये की नकद राशि, सोने के 41 नग तथा चांदी के 727 नग दान के रूप में प्राप्त हुए है। इसके अलावा यू0एस0ए0 के 104 डाॅलर, कनाडा के 130 डाॅलर, आस्ट्रेलिया के 186 डाॅलर तथा इंग्लेंड के 10 पाॅड भी दान के रूप में प्राप्त हुए है। उन्होंने बताया कि चैत्र नवरात्र का यह मेला 14 अप्रैल तक जारी रहेगा।

 

जगन्नाथ पुरी में इन्दिरा गांधी का प्रवेश भी वर्जित था

कुछ बात है की हस्ती मिटती नहीं हमारी
सदियों रहा है दुश्मन दौर – ए -जहां हमारा

चुनावी माहौल के चलते कई कई नेयता अपनी जाती, गोत्र, समुदाय इत्यादि ई ढाल पहन कर निकालने लगते हैं उस दौरान कोई भी भारतीय नहीं रहता। अभी कुछ समय पहले फिरोज शाह के पौत्र राहुल गनही ने भी अपना गोत्र दत्तात्रेय बताया था जो कुछ राजनैतिक पंगुओं ने स्वीकार कर लिया था। जिन लोगों ने राहुल गांधी के गोत्र को स्वीकार किया वह सभी भारत के महिमवान मंदिरों के पुजारी हैं यहाँ तक की शायद शंकराचार्य ने भी कहीं कोई आपत्ति जताई हो। राजनैतिक मजबूरी कहें या फिर मलाई खाने की अभिलाषा या फिर तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले दलों से राजदंड का भय। इसी कड़ी में जब पूरी के जगन्नाथ मंदिर की बात चली तो सामने आया की सान 1984 में तत्कालीन प्रधान मंत्री श्रीमतींदिरा गांधी को मंदिर में प्रवेश ई अनुमति नहीं मिली थी। जान कर बहुत आश्चर्य हुआ की जगन्नाथ पुरी में ऐसा क्या है की आज तक सूप्रीम कोर्ट भी वहाँ समानता के अधिकार को लागू नहीं करवा पाया। शायद आज तक इस संदर्भ में राम जन्मभूमि वाले विरोधी पक्षकार के वकील का संग्यान इस ओर नहीं गया। नहीं तो सनातन धर्म की परम्पराओं पर कब का कुठराघात हो जाता।

पुरीः . भारत के चार धामों में से एक है- ओडिशा के पुरी का जगन्नाथ मंदिर. हर हिंदू जीवन में एक बार जगन्नाथ मंदिर के दर्शन ज़रूर करना चाहता है. इस मंदिर के दर्शन करने के लिए लोग पूरी दुनिया से आते हैं. ये मंदिर समुद्र के तट पर मौजूद है. कहते हैं कि समुद्र की लहरों की आवाज़ें इस मंदिर के अंदर शांत हो जाती हैं.

इस मंदिर की वास्तुकला और इंजीनियरिंग की प्रशंसा दुनिया भर में की जाती है. ये मंदिर भारत की धरोहर है लेकिन इस मंदिर में प्रवेश के लिए किसी व्यक्ति का हिंदू होना अनिवार्य माना जाता है. वर्ष 1984 में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी इस मंदिर में प्रवेश नहीं मिल सका था.

जगन्नाथ मंदिर के सेवायत और इतिहासकारों का मानना है कि इस मंदिर में सिर्फ सनातनी हिंदू ही प्रवेश कर सकते है. गैर हिंदुओं के लिए यहां प्रवेश निषेध है.

मंदिर में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर कब लगी रोक
इतिहासकार पंडित सूर्यनारायण रथशर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इंदिरा गांधी को 1984 में जगन्नाथ मंदिर में दर्शन इसलिए नहीं करने दिया गया था क्योंकि इंदिरा ने फ़िरोज़ जहांगीर गांधी से शादी की थी, जो कि एक पारसी थे. रथशर्मा ने बताया कि शादी के बाद लड़की का गोत्र पति के गोत्र में बदल जाता है. पारसी लोगों का कोई गोत्र नहीं होता है. इसलिए इंदिरा गांधी हिंदू नहीं रहीं थी. यही नहीं पंडित सूर्यनारायण ने यह भी बताया कि हज़ारों वर्ष पहले जगन्नाथ मंदिर पर कई बार आक्रामण हुआ और ये सभी हमले एक धर्म विशेष के शासकों ने किए, जिस वजह से अपने धर्म को सुरक्षित रखने के लिए जगन्नाथ मंदिर में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई.

राहुल और प्रियंका गांधी को भी नहीं देंगे प्रवेश
जगन्नाथ मंदिर के वरिष्ठ सेवायत रजत प्रतिहारी का कहना है कि वो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी मंदिर में प्रवेश नहीं देंगे क्योंकि वो उन्हें हिंदू नहीं मानते हैं. जगन्नाथ मंदिर के सेवायतों और जगन्नाथ चैतन्य संसद से जुड़े लोगों ने बताया कि राहुल गांधी का गोत्र फ़िरोज़ गांधी से माना जाएगा ना कि नेहरू से. रजत प्रतिहारी ने कहा कि राहुल गांधी भले अपने आप को जनेऊधारी दत्तात्रेय गोत्र का कौल ब्राह्मण बताएं लेकिन सच्चाई ये है कि वो फ़िरोज़ जहांगीर गांधी के पौत्र हैं और फ़िरोज़ जहांगीर गांधी हिंदू नहीं थे.

एक अन्य वरिष्ठ सेवायत मुक्तिनाथ प्रतिहारी ने कहा कि अगर राहुल प्रियंका को दर्शन करने ही हैं तो वो साल में एक बार निकलने वाले जगन्नाथ यात्रा में मंदिर के बाहर शामिल हो सकते हैं लेकिन मेन मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. 

केवल इन धर्मों के लोगों को है प्रवेश की अनुमति
ओडिशा, जगन्नाथ पुरी के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. विशेष तौर पर भारत का हर हिंदू ये चाहता है कि जीवन में कम से कम एक बार उसे भगवान जगन्नाथ के दर्शन का सौभाग्य जरूर मिले. लेकिन इस मंदिर में प्रवेश की इजाज़त सिर्फ और सिर्फ सनातन हिंदुओं को हैं. मंदिर प्रशासन, सिर्फ हिंदू, सिख, बौद्ध और जैन धर्म के लोगों को ही भगवान जगन्नाथ के मंदिर में प्रवेश की इजाज़त देता है. इसके अलावा दूसरे धर्म के लोगों के मंदिर में प्रवेश पर सदियों पुराना प्रतिबंध लगा हुआ है.

भारत का सबसे शक्तिशाली व्यक्ति, भारत का प्रधानमंत्री भी अगर हिंदू नहीं है तो वो इस मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकता है. वर्ष 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करना चाहती थी लेकिन उनको इजाज़त नहीं मिली. जगन्नाथ मंदिर के पुजारियों और सेवायतों के मुताबिक इंदिरा गांधी हिंदू नहीं बल्कि पारसी हैं इसलिए उन्हें मंदिर में प्रवेश की इजाज़त नहीं दी गई. 

इंदिरा को गांधी सरनेम कैसे मिला
आपको याद होगा कि इसी वर्ष जनवरी के महीने में Zee News ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक ऐतिहासिक Ground Report की थी. Zee News ने पहली बार पूरे देश को प्रयागराज के एक पारसी कब्रिस्तान में मौजूद फिरोज जहांगीर गांधी के कब्र की तस्वीरें दिखाई थीं. हमने ये रिपोर्ट इसलिए की थी क्योंकि इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, को गांधी Surname पंडित जवाहर लाल नेहरू से नहीं बल्कि फिरोज़ गांधी से मिला. लेकिन इसके बाद भी फिरोज़ गांधी को कांग्रेस पार्टी की तरफ से वो सम्मान नहीं दिया गया जो इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को मिला था और आज राहुल और प्रियंका गांधी को मिल रहा है. 

प्रयागराज में गांधी परिवार के पारसी कनेक्शन की दूसरी कड़ी प्रयागराज से एक हजार किलोमीटर दूर जगन्नाथ पुरी से जुड़ी है. अब गांधी परिवार का कोई भी सदस्य, जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश की हिम्मत नहीं जुटा पाता है. कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी नरम हिंदुत्व की राजनीति को ऊर्जा देने के लिए केदारनाथ के दर्शन किए और कैलाश मानसरोवर की यात्रा की. हर चुनाव में वो मंदिरों के दौरे करते हैं लेकिन उन्होंने कभी जगन्नाथ मंदिर में दर्शन की योजना नहीं बनाई. जगन्नाथ मंदिर के सेवायतों का कहना है कि वो इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की तरह राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को पारसी मानते हैं. इसलिए उनको मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जा सकता है. 

मंदिर के सेवायतों का ये मानना है कि जगन्नाथ मंदिर को लूटने और मूर्तियों को अ-पवित्र करने के लिए हुए हमलों की वजह से मंदिर में गैर हिंदुओं को प्रवेश दिए जाने की इजाजत नहीं है. मंदिर से जुड़े इतिहास का अध्ययन करने वालों का दावा है कि हमलों की वजह से 144 वर्षों तक भगवान जगन्नाथ को मंदिर से दूर रहना पड़ा. इस मंदिर के संघर्ष की कहानी भारत के महान पूर्वजों की त्याग तपस्या और बलिदान की भी कहानी है. 

जगन्नाथ मंदिर को 20 बार विदेशी हमलावरों ने लूटा 
जगन्नाथ मंदिर के गेट पर ही एक शिलापट्ट में 5 भाषाओं में लिखा हुआ है कि यहां सिर्फ हिंदुओं को ही प्रवेश की इजाज़त है. इसकी वजह समझने के लिए हमने मंदिर प्रशासन से जुड़े लोगों से बात की. मंदिर के सेवायतों की तरफ से हमें ये बताया गया कि जगन्नाथ मंदिर को 20 बार विदेशी हमलावरों के द्वारा लूटा गया. खास तौर पर मुस्लिम सुल्तानों और बादशाहों ने जगन्नाथ मंदिर की मूर्तियों को नष्ट करने के लिए ओडिशा पर बार-बार हमले किया. लेकिन ये हमलावर जगन्नाथ मंदिर की तीन प्रमुख मूर्तियों, भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र की मूर्तियों को नष्ट नहीं कर सके, क्योंकि मंदिर के पुजारियों ने बार-बार मूर्तियों को छुपा दिया. एक बार मूर्तियों को गुप्त रूप से ओडिशा राज्य के बाहर हैदराबाद में भी छुपाया गया था. 

जगन्नाथ मंदिर को भी हमला कर 17 से ज्यादा बाद नष्ट करने की कोशिश की गई
हमलावरों की वजह से भगवान को अपना मंदिर छोड़ना पड़े, इस बात पर आज के भारत में कोई विश्वास नहीं करेगा. आज भारत में एक संविधान है और सभी को अपनी-अपनी पूजा और उपासना का अधिकार प्राप्त है. लेकिन पिछले एक हजार वर्षों में मुस्लिम बादशाहों और सुल्तानों के राज में हिंदुओं के हजारों मंदिरों को तोड़ा गया. अयोध्या में राम जन्म भूमि, काशी विश्वनाथ और मथुरा में कृष्ण जन्म भूमि का विवाद भी इसी इतिहास से जुड़ा है. इन हमलावरों ने भारत के पश्चिमी समुद्र तट पर मौजूद सोमनाथ के मंदिर को 17 बार तोड़ा था. सोमनाथ के संघर्ष का इतिहास ज्यादातर लोगों को पता है लेकिन जगन्नाथ मंदिर को भी हमला कर 17 से ज्यादा बाद नष्ट करने की कोशिश की गई, इस इतिहास की जानकारी बहुत ही कम लोगों को हैं. 

ओडिशा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर मंदिर पर हुए हमलों और मूर्तियों को नष्ट करने की कोशिश का पूरा इतिहास दिया गया है. वेबसाइट में मौजूद एक लेख में बताया गया है कि मंदिर और मूर्तियों को नष्ट करने के लिए 17 बार हमला किया गया.

पहला हमला वर्ष 1340 में बंगाल के सुल्तान इलियास शाह ने किया 
जगन्नाथ मंदिर को नष्ट करने के लिए पहला हमला वर्ष 1340 में बंगाल के सुल्तान इलियास शाह ने किया था, उस वक्त ओडिशा, उत्कल प्रदेश के नाम से प्रसिद्ध था. उत्कल साम्राज्य के नरेश नरसिंह देव तृतीय ने सुल्तान इलियास शाह से युद्ध किया. बंगाल के सुल्तान इलियास शाह के सैनिकों ने मंदिर परिसर में बहुत खून बहाया और निर्दोष लोगों को मारा.  लेकिन राजा नरसिंह देव, जगन्नाथ की मूर्तियों को बचाने में सफल रहे, क्योंकि उनके आदेश पर मूर्तियों को छुपा दिया गया था. 

दूसरा हमला
वर्ष 1360 में दिल्ली के सुल्तान फिरोज शाह तुगलक ने जगन्नाथ मंदिर पर दूसरा हमला किया. 

तीसरा हमला
मंदिर पर तीसरा हमला वर्ष 1509 में बंगाल के सुल्तान अलाउद्दीन हुसैन शाह के कमांडर इस्माइल गाजी ने किया. उस वक्त ओडिशा पर सूर्यवंशी प्रताप रुद्रदेव का राज था. हमले की खबर मिलते ही पुजारियों ने मूर्तियों को मंदिर से दूर, बंगाल की खाड़ी में मौजूद चिल्का लेक नामक द्वीप में छुपा दिया था. प्रताप रुद्रदेव ने बंगाल के सुल्तान की सेनाओं को हुगली में हरा दिया और भागने पर मजबूर कर दिया. 

चौथा हमला
वर्ष 1568 में जगन्नाथ मंदिर पर सबसे बड़ा हमला किया गया. ये हमला काला पहाड़ नाम के एक अफगान हमलावर ने किया था. हमले से पहली ही एक बार फिर मूर्तियों को चिल्का लेक नामक द्वीप में छुपा दिया गया था. लेकिन फिर भी हमलावरों ने मंदिर की कुछ मूर्तियों को जलाकर नष्ट कर दिया था. इस हमले में जगन्नाथ मंदिर की वास्तुकला को काफी नुकसान पहुंचा. ये साल ओडिशा के इतिहास में निर्णायक रहा. इस साल के युद्ध के बाद ओडिशा सीधे इस्लामिक शासन के तहत आ गया. 

पांचवा हमला
इसके बाद वर्ष 1592 में जगन्नाथ मंदिर पर पांचवा हमला हुआ. ये हमला ओडिशा के सुल्तान ईशा के बेटे उस्मान और कुथू खान के बेटे सुलेमान ने किया. लोगों को बेरहमी से मारा गया, मूर्तियों को अपवित्र किया गया और मंदिर की संपदा को लूट लिया गया. 

छठा हमला
वर्ष 1601 में बंगाल के नवाब इस्लाम खान के कमांडर मिर्जा खुर्रम ने जगन्नाथ पर छठवां हमला किया. मंदिर के पुजारियों ने मूर्तियों को भार्गवी नदी के रास्ते नाव के द्वारा पुरी के पास एक गांव कपिलेश्वर में छुपा दिया. मूर्तियों को बचाने के लिए उसे दूसरी जगहों पर भी शिफ्ट किया गया. 

सातवां हमला
जगन्नाथ मंदिर पर सातवां हमला ओडिशा के सूबेदार हाशिम खान ने किया लेकिन हमले से पहले मूर्तियों को खुर्दा के गोपाल मंदिर में छुपा दिया गया. ये जगह मंदिर से करीब 50 किलोमीटर दूर है. इस हमले में भी मंदिर को काफी नुकसान पहुंचा. वर्ष 1608 में जगन्नाथ मंदिर में दोबारा मूर्तियों को वापस लाया गया. 

आठवां हमला
मंदिर पर आठवां हमला हाशिम खान की सेना में काम करने वाले एक हिंदू जागिरदार ने किया. उस वक्त मंदिर में मूर्तियां मौजूद नहीं थी. मंदिर का धन लूट लिया गया और उसे एक किले में बदल दिया गया. 

नौंवा हमला
मंदिर पर नौवां हमला वर्ष 1611 में मुगल बादशाह अकबर के नवरत्नों में शामिल राजा टोडरमल के बेटे राजा कल्याण मल ने किया था. इस बार भी पुजारियों ने मूर्तियों को बंगाल की खाड़ी में मौजूद एक द्वीप में छुपा दिया था. मंदिर पर

दसवां हमला
10वां हमला भी कल्याण मल ने किया था, इस हमले में मंदिर को बुरी तरह लूटा गया था. 

11वां हमला 
मंदिर पर 11वां हमला वर्ष 1617 में दिल्ली के बादशाह जहांगीर के सेनापति मुकर्रम खान ने किया. उस वक्त मंदिर की मूर्तियों को गोबापदार नामक जगह पर छुपा दिया गया था

12वां हमला
मंदिर पर 12वां हमला वर्ष 1621 में ओडिशा के मुगल गवर्नर मिर्जा अहमद बेग ने किया. मुगल बादशाह शाहजहां ने एक बार ओडिशा का दौरा किया था तब भी पुजारियों ने मूर्तियों को छुपा दिया था.

13वां हमला
वर्ष 1641 में मंदिर पर 13वां हमला किया गया. ये हमला ओडिशा के मुगल गवर्नर मिर्जा मक्की ने किया.

14वां हमला
मंदिर पर 14वां हमला भी मिर्जा मक्की ने ही किया था.

15वां हमला
मंदिर पर 15वां हमला अमीर फतेह खान ने किया. उसने मंदिर के रत्नभंडार में मौजूद हीरे, मोती और सोने को लूट लिया. 

16वां हमला
मंदिर पर 16वां हमला मुगलत बादशाह औरंगजेब के आदेश पर वर्ष 1692 में हुआ. औरंगजेब ने मंदिर को पूरी तरह ध्वस्त करने का आदेश दिया था, तब ओडिशा का नवाब इकराम खान था, जो मुगलों के अधीन था. इकराम खान ने जगन्नाथ मंदिर पर हमला कर भगवान का सोने के मुकुट लूट लिया. उस वक्त जगन्नाथ मंदिर की मुर्तियों को श्रीमंदिर नामक एक जगह के बिमला मंदिर में छुपाया गया था. 

17वां हमला
मंदिर पर 17वां और आखिरी हमला, वर्ष 1699 में मुहम्मद तकी खान ने किया था. तकी खान, वर्ष 1727 से 1734 के बीच ओडिशा का नायब सूबेदार था. इस बार भी मूर्तियों को छुपाया गया और लगातार दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया गया. कुछ समय के लिए मूर्तियों को हैदराबाद में भी रखा गया. 

दिल्ली में मुगल साम्राज्य के कमजोर होने और मराठों की ताकत बढ़ने के बाद जगन्नाथ मंदिर पर आया संकट टला और धीरे धीरे जगन्नाथ मंदिर का वैभव वापस लौटा. जगन्नाथ मंदिर के मूर्तियों के बार बार बच जाने की वजह से हमलावर कभी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए. पुरी के स्थानीय लोग लगातार इस मंदिर को बचाने के लिए संघर्ष करते रहे. ओडिशा के लोग मंदिर के सुरक्षित रहने को भगवान जगन्नाथ का एक चमत्कार मानते हैं.

भजन संध्या में ईश्वर शर्मा ने हरियाणवी भजनों में श्रद्धालुओं को किया मंत्रमुग्ध

पंचकूला, 10 अप्रैल

श्रीमाता मनसा देवी मंदिर में प्रतिदिन आने वाले हजारो श्रद्धालुओं के लिये जहां मेला प्रशासन द्वारा बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है वहीं प्रतिदिन भजन संध्या भी आयोजित की जा रही है। सायं 6.30 बजे से लेकर 9 बजे तक आयोजित होने वाली भजन संध्या में हर दिन अलग अलग भजन गायक अपनी प्रस्तुतियां देते है।

9 अप्रैल को आयोजित भजन संध्या में विख्यात हरियाणवी गायक व भजन गायक ईश्वर शर्मा ने हरियाणवी भजनों से महामाई का गुणगान किया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भजन संध्या में भजनांें का आनंद लिया। मेला प्रशासन की ओर से भजन गायकों को सम्मानित भी किया गया। 

श्रीमाता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस0पी0 अरोड़ा ने बताया कि भजन संध्या की इस कड़ी में 10 अप्रैल को कला चेतना मंच के कलाकार डाॅ0 कमलेश इंद्र सिंह शर्मा और मुकेश कुमार मोदगिल, 11 अप्रैल को विख्यात भजन गायक अमनदीप पाठक, 12 अप्रैल को भजन गायिका श्रीमती रंजू प्रसाद तथा 13 अप्रैल को कला एवं सांस्कृतिक विभाग की ओर से शमिंद्र शमी एंड पार्टी के कलाकारों द्वारा महामाई का गुणगान किया जायेगा।

पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने मंदिर में पूजा अर्चना की

पंचकूला, 10 अप्रैल

श्रीमाता मनसा देवी चैत्र नवरात्र मेले के पांचवे दिन आज हरियाणा के पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने मंदिर में पूजा अर्चना की और हवन में आहुति डाली। उन्होंने कहा कि श्रीमाता मनसा देवी मंदिर में वर्ष में दो बार आयोजित होने वाले नवरात्र मेलों में विभिन्न राज्यों के लाखों श्रद्धालु महामाई का आशीर्वाद ग्रहण करते है। उन्होंने इस वर्ष नवरात्र मेले में श्रीमाता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड श्रद्धालुओं के लिये मंदिर में आने जाने के लिये की गई बेहत्तर व्यवस्था की सराहना की और कहा कि तीन लाईने बनाने से भक्तों को दर्शन के लिये अधिक समय तक इंतजार नहीं करना पड़ता और व्यवस्था को बेहतर बनाने में सहयोग मिला है। उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित हनुमान मंदिर में भी दर्शन किये। मंदिर में श्रद्धालुओं के लिये उपलब्ध सुविधाओं पर चर्चा की।

  श्रीमाता मनसा देवी श्राईंन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस0पी0 अरोड़ा ने इस मौके पर बताया कि श्रद्धालुओं के लिये सभी आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि 9 अप्रैल को श्रीमाता मनसा देवी पंचकूला और काली माता मंदिर कालका में 1797127 रुपये का नकद चढ़ावा दान के रूप में प्राप्त हुआ है। इसके अलावा चांदी के 152 नग तथा सोने के 9 नग दान के रूप में प्राप्त हुए है। उन्होंने बताया कि चढ़ावे के रूप में विदेश मुद्रा भी प्राप्त हुई है, जिसमें कनाड़ा के 70 डाॅलर और आस्ट्रेलिया के 11 डाॅलर शामिल है। उन्होंने बताया कि श्रीमाता मनसा देवी मंदिर में 1476605 रुपये की नकद राशि, सोने के 8 नग और चांदी के 8 नग दान के रूप  में प्राप्त हुए है। इसी प्रकार काली माता मंदिर कालका में 320522 रुपये की नकद राशि, चांदी के 41 नग और सोने का एक नग दान के रूप में प्राप्त हुए है।