Invitation for B.M. Anand memorial lecture

Purnoor, Chandigarh April 21, 2019

Department of Physics, Panjab University, Chandigarh is organizing Prof. B.M. Anand memorial lecture which will be delivered by Prof. Sandeep Trivedi, Director, Tata Institute of fundamental research (TIFR) Mumbai as per details below:-

Title:          Quantum Entanglement
Venue:          Prof . B.M. Anand Aditorium, Department of Physics 
Date:           23.4.2019
Time:           2.30 pm

Prof. K.N. Pathak, Prof. Emeritus, Department of Physics and former Vice Chancellor of Panjab University will preside over the programme. 

शैलजा ने भाजपा के जिला परिषद और मुस्लिम मंच के अध्यक्षों को किया कांग्रेस में शामिल

भाजपा को बड़ा झटका, जिला परिषद की चेयरपर्सन रेणूबाला ने छोड़ी पार्टी, पति ऋषिपाल के साथ कांग्रेस में शामिल, कांग्रेस प्रत्याशी सैलजा बोली पार्टी में मिलेगा पूरा सम्मान
भाजपा मुस्लिम मंच के प्रदेशाध्यक्ष अरशद पोसवाल व जिलाध्यक्ष आरिफ पोसवाल ने भी दिया इस्तीफा, राज्यसभा सांसद सैलजा की जीत में अहम भूमिका निभाने का ऐलान

यमुनानगर-

प्रचार अभियान के चौथे दिन कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा ने भाजपा को बड़ा झटका दिया है। जिला परिषद की चेयरपर्सन रेणूबाला पति ऋषिपाल के साथ शनिवार को भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गई। ऋषिपाल ने भी भाजपा एससी सैल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उधर बसपा छोड़ चुके छह जिला परिषद सदस्यों शमीम खान, नबाव जैलदार, शैंकी, अशोक कुमार, मनीषा वालिया, व कर्मवती ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा ने रेणूबाला के साथ ऋषिपाल व सभी छह जिप सदस्यों को कांग्रेस की पटिका पहनाकर उन्हें विधिवत रुप से पार्टी की सदस्यता दिलवाई। भाजपा मुस्लिम मंच के प्रदेशाध्यक्ष अरशद पोसवाल, मंच के जिलाध्यक्ष आरिफ पोसवाल भी भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शमिल हो गए। इस दौरान राज्यसभा सांसद कुमरी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस में शामिल होने वालों को पार्टी में पूरा सम्मान मिलेगा। छछरौली के बाद सैलजा ने जगाधरी व यमुनानगर में भी चार बड़ी जनसभाओं को संबोधित किया। इससे पहले यहां  पहुंचने पर सैलजा का कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से अभिनंदन किया था।

फिर बोला सरकार पर हमला

पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि जगाधरी-यमुनानगर मैटल उद्वोग के साथ पोपुलर व गन्ने की पैदावार के लिए देशभर में मशहूर हैं। प्लाइवुड का बड़ा कारोबार यहां विस्तार ले चुका है। मगर केंद्र व राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण सभी उद्योग धंधे सिमट रहे हैं। पहले नोटबंदी फिर जीएसटी की मार से मैटल व प्लाइवुड इंडस्ट्री को भारी नुकसान हुआ है। मुश्किल हालात में व्यापारी कारोबार कर रहे हैं। हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं। इसके बावजूद सरकार जीएसटी व नोटबंदी को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में सरकार ने न गन्ने के रेट बढ़ाए न ही पोपुलर के दामों में किसी तरह की बढ़ौतरी की। इसके कारण किसानों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। सैलजा ने कहा कि कांग्रेस राज में पोपुलर व गन्ने के दामों से किसान खुश था। जब कारोबार भी माहौल से खुश थे लेकिन भाजपा राज में धीरे धीरे कारोबार खत्म हो रहे हैं। बेरोजगारी बड़ी समस्या बन रही है। उन्होंने लोगों से वायदा किया कि सत्ता में लौटते ही कांग्रेस राज में सबसे दिन बदलेंगे।

सांसद मेरी योजनाओं का ले रहे हैं श्रेय

राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा ने अपने दस के कार्यकाल में करवाए कार्यों का भी यहां विस्तार से जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में मैंने इलाके को आर्थिक तौर पर संपन्न करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। मगर भाजपा के सत्ता में आते ही सभी योजनाओं पर काम बंद हो गए। जगाधरी के साथ यमुनानगर, साढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र पूरी तरह पिछड़ गए। सैलजा ने बताया कि 20 करोड़ की लागत से छछरौली ब्लॉक में सरकारी कॉलेज व साढ़ौरा में इंस्टीच्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट की स्थापना करवाई। छछरौली में खेल स्टेडियम निर्माण के लिए करीब 77 करोड़ रुपए मंजूर करवाए। बुडिया से खदरी व देवधर तक सड़क निर्माण के लिए करीब 36 करोड़ रुपए का बजट जारी किया था। यमुना नहर से कलानौर तक हाइवे की मरम्मत के लिए दस करोड़ व रेलवे स्टेशन यमुनानगर से पुराना हमीदा तक ओवरब्रिज के लिए पांच करोड़ रुपए भी मैंने ही मंजूर करवाए थे। जगाधरी व साढ़ौरा में महिला पोलिटेक्निक, आंगनवाड़ी केंद्र, पीएचसी व सीएचसी के निर्माण के लिए भी करीब 20 करोड़ रुपए का बजट मंजूर करवाया था। यमुनानगर से साढ़ौरा वाया नारायणगढ़ होते हुए चंडीगढ़ तक रेलवे लाइन के लिए भभी 879 करोड़ के बजट को भी मैंने ही मंजूरी दिलवाई थी। सैलजा ने कहा कि क्षेत्र से संसदीय क्षेत्र से सांसद रतनलाल कटारिया पूरे पांच साल तक गायब रहे। मगर अब चुनाव आते ही वे मेरी योजनाओं को अपना बताकर श्रेय लेने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खुद के विकास की बजाय वे पीएम मोदी के नाम पर लोगों से वोट मांग रहे हैं। अगर उन्होंने इलाके के लिए कुछ किया होता तो शायद उन्हें पीएम के नाम पर वोट मांगने की जरुरत नहीं पड़ती।

अवैध खनन को लेकर साधा निशाना

सैलजा ने अवैध खनन को लेकर भी भाजपा के कई सफेदपोशों पर निशाना साधा। सैलजा ने कहा कि पांच साल पहले यह इलाका पूरी तरह खुशहाल था। मगर अब अवैध खनन की वजह से पूरे देश में बदनाम हो चुका है। उन्होंने कहा कि भाजपा के कई सफेदपोश गौरखधंधे से खुद को मालामाल कर रहे हैं। मगर जनता के बीच खुद को पाक साफ बताते हैं। सैलजा ने कहा कि सत्ता में आने पर इन लोगों की दुकानदारी बंद की जाएगी। कानूनी खनन की ही मंजूरी दी जाएगी। उन्होंने मंच से न्याय योजना का भी  जिक्र किया। सैलजा ने कहा कि सत्ता में आने पर कांग्रेस देश के पांच करोड़ अति गरीब परिवारों को न्याय योजना का लाभ देगी। इन परिवारों के 25 करोड़ लोगों के खाते में सलाना 72 हजार रुपए जमा करवाए जाएंगे। ताकि ये लोग आर्थिक तौर पर संपन्न हो सके। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से मैदान में डटने के आदेश दिए ताकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री बन सकें। उन्होंने हर बूथ पर कार्यकर्ताओं को मजबूती से डटने की बात कही।

राजस्थान के सीकर में नव विवाहिता का अपहरण

सीकर राजस्थान में दुल्हन के अपहरण के मामले में अभी तक गहलोत सरकार नाकाम रही है। गहलोत सरकार की सीकर पुलिस आज एक निजी चैनल को ब्यान देते हुए अगुआ हुई लड़की का नाम बता रही थी और आरोपियों के नाम नहीं बताए गए। सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ कि अपहृत युवती क विवाह पहले ही से अंकित के साथ हो चुका था, जिसे परिवार ने मान्य नहीं किया और इसका दूसरा विवाह कार्वा दिया। अंकित अपने दोस्तों की मदद से युवती को डोली ही से ले भागा। पुलिस ने आरोपियों के तौर पर अंकित और महेंद्र सिंह जाट को नामित किया है।

जयपुर। राजस्थान के सीकर में एक नवविवाहिता के अपहरण के बाद बढ़े तनाव के चलते जिला प्रशासन ने शनिवार को इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी।

सीकर में पुलिस अधीक्षक अमनदीप सिंह ने कहा कि कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए इंटरनेट सेवा सुबह छह बजे से शाम के छह बजे तक के लिए बंद कर दी गई है।

उन्होंने आगे बताया, “अगवा हुई दुल्हन को ढूढ़ने के प्रयास जारी हैं। हमने गाजियाबाद के 17 थानों में दुल्हन की तस्वीर भेजी है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है।”

राजपूत समुदाय के लोग गुस्से में हैं, क्योंकि अपहरण (बुधवार) के तीन दिनों बाद भी लापता दुल्हन का कुछ पता नहीं चल पाया है।

गुरुवार से ही लोग जिला कलेक्टर के आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।

राजपूत समुदाय के नेता गिरिराज सिंह लोटवाडा ने शनिवार को अपने समुदाय के लोगों से शांति-व्यवस्था बनाए रखने और साथ ही किसी भी अप्रिय कार्य से बचने की अपील की।

उन्होंने कहा, “डीजीपी ने मुझे भरोसा दिलाया है कि दुल्हन को जल्द ही खोज लिया जाएगा। उनके हाथ कुछ महत्वपूर्ण सबूत लगे हैं। उन्होंने अपील की कि राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखा जाए, साथ ही पुलिस को अपना काम करने दिया जाए।”

बुधवार को शादी के बाद अपने ससुराल जा रही दुल्हन को कुछ हथियारबंद लोगों ने सीकर जिले के मोरदुंगा गांव के नजदीक अगवा कर लिया था।

Priynka Chaurvedi reveals internal culture of ‘The Congress’

It is being said that Priyanka Chaturvedi’s decision  — the high-profile Congress national spokesperson and media cell convenor quit her party and joined the Shiv Sena because she no longer felt safe, valued and able to carry on with her work in dignity within the Grand Old Party — is an example of ideological duplicity and opportunism. It is as if her concerns over misogyny and lack of respect for women rampant in Congress’ internal culture, issues that made her take this step, ceased to matter the moment she walked into the rival camp.

Within hours of Chaturvedi’s decision, Congress’ national spokesperson Sanjay Jha had this to say on Twitter: “Within 48 hours Shiv Sena, alliance partner of #BJP, has no “goons” in it. Awesome! Kya baat hai! Political opportunism touches a new nadir. The self-righteous bullshit is sickening. But hey, tomorrow is another day.”

The reason being provided for this phony argument is that if Congress encourages goons by rewarding them instead of punishing them, then Shiv Sena is no better and muscle-flexing is more ingrained in Shiv Sena’s brand of politics. This argument is specious, and a straw man aimed at obfuscating the real issue and diluting the charges against Congress.

It is nobody’s argument that Shiv Sena doesn’t harbour goons. Goon-and-gun culture is prevalent in every political party. In varying degrees, almost every Indian political outfit uses goons as a veritable tool to wield influence. For a party in power, goons become an unofficial extension of the State. They run a parallel administration. The situation is grimmer in states where regional outfits are in power such as in West Bengal.

The issue of crime in Indian politics and why money and muscle are the preferable route to electoral power has been the subject of much scholarly debate. Milan Vaishnav, a senior fellow at Washington DC-based Carnegie Endowment who has written on a book on this subject (When Crime Pays), argues that when a ”government is unable to fulfill its basic responsibilities and social divisions are rife, voters seek refuge in strongmen who can deliver what the State cannot. This nexus is not necessarily unique to India; it shows up in democracies across the globe, from the Philippines to Pakistan.”

Remember, Chaturvedi did not walk out of Congress because of a generic aversion towards the Grand Old Party’s culture of tolerating goons. She cannot lay claim to that moral high ground. Had that been the case, the charge of duplicity against her leveled by a section of media and some members of her former party would have been valid. It is worth noting that Chaturvedi, in her resignation letter and at a news conference two days prior to announcing her decision, leveled specific charges of misogyny against her party. She accused the Congress of reinstating some leaders who had “attacked” her, behaved as “lumpen goons” and allegedly threatened her with rape and said that she felt let down by her party’s actions.

On Wednesday, Chaturvedi posted on Twitter that she was “deeply saddened that lumpen goons get preference in @incindia over those who have given their sweat and blood. Having faced brickbats and abuse across (the) board for the party but yet those who threatened me within the party getting away with not even a rap on their knuckles is unfortunate.”

The decision to reinstate the eight leaders against whom Chaturvedi brought specific charges of threat, intimidation and attack was taken by Jyotiraditya Scindia, who is in charge of the campaign in west Uttar Pradesh.  Chaturvedi’s “appeal to the Gandhis also did not work” leading her to feel “that she was not given the respect she deserved.”

In his defence, Scindia said the suspended leaders “apologised”. Since when has a mere apology been enough to reinstate individuals who have leveled such serious threats against a woman and a party colleague? Congress encouraged this act of misogyny by reinstating the cadres against whom Chaturvedi brought charges. And the party’s high command is complicit in this act by its dint of silence.

At a news conference in Mumbai, seated alongside Shiv Sena chief Uddhav Thackeray, Chaturvedi said she was “pained by the fact that some party members who made certain remarks about me were reinstated. It was forgotten that a woman like me dedicated 10 years without any greed or expecting returns. It was a matter of self-respect for me and I did not want to let down all those women for whom I spoke”. She said she let her grievances be known to the party’s high command, but refused to answer whether the central leadership tried to prevent her from resigning.

In her resignation letter, the former Congress spokesperson brought two damning charges that reveals Congress culture and exposes party chief Rahul Gandhi’s tall claims on women’s empowerment as a mere sham.

In the letter sent to the Congress president, Chaturvedi wrote: “In the last few weeks certain things have convinced me that my services are not valued in the organisation and that I have reached the end of the road. At the same time I also feel that more time I spend in the organisation will be at cost of my own self respect and dignity.”

“What saddens me is that despite the safety, dignity, empowerment of women being promoted by the party and has been your call to action the same is not reflected in the action of some of the members of the party. A serious incident and misbehaviour against me by certain party members while I was on official duty for the party has been ignored under the guise of all hands needed for elections. This indignity to me has been the final factor to convince me to move on and focus on other things outside INC.”

The letter leaves Rahul, who has, on numerous occasions and very recently in Chennai claimed that Congress assures “women of India that we will stand with them and we will do everything in our power to empower them and ensure they get their rightful place in our democracy and economy”,  with very little defence. During that  interaction with students in Chennai, the Congress president also promised 33 percent reservation for women in government jobs and Parliament if voted to power, and urged women to be “fearless in claiming their space.”

It is interesting that Rahul promises 33 percent reservation for women if voted to power when its working committee — its highest decision-making body that was reconstituted last year — has only seven women among 51 members and only three, including his mother, in the main body.

The second issue that emerges from Chaturvedi’s letter is the fact that Congress was and remains a party of and for dynasts. Chaturvedi is widely acknowledged to be a feisty spokesperson who defended her party vigorously during debates or any other fora. She was perceived as a hardworking and dedicated party worker destined for a greater role within the party. Contrast her fortune with that of her namesake, Priyanka Gandhi Vadra, and the intrinsic nature of a dynastic party becomes clear.

In failing to retain an important member of the party by adequately addressing her grievances, Rahul has proven that his protestations in favour of women’s rights and empowerment is a sham: much like many other aspects of his politics.

A couple been arrested by Chandigarh Police with heroine

Purnoor, Chandigarh 20.04.2019:

On 19.04.2019 , Chandigarh Police achieved a major success when police team nabbed one Baldev Singh @ Balli S/o Shri Labh Singh R/o 3073/2, Sector-41-D, Chandigarh Age-34 Years and one lady Namely Kavita @ Kanika D/o Shri Satya Pal Singh R/o #881, Matour, Sector-70, Mohali (Pb) Age-29 Years and recovered 07 & 05 grams Heroin respectively from them while they were coming to Chandigarh from Mohali side in Car No. PB-65-AJ-9966. 

Brief Facts: On 19.04.2019, in view of forthcoming General Lok Sabha Elections and Anti Snatching point of view, a Naka was laid down by ASI Gurmeet Singh of PP-Palsora alongwith police party near Bus Stop, Sector-54/55 Dividing Road, towards Sector-55, Chandigarh and during naka they stopped a I-20 car bearing Registration No. PB-65-AJ-9966 being driven by a lady.  On seeing police party she at once stopped her car and tried to run away from car.  One more person was sitting on the front seat of the said car.  On suspicious circumstances, naka party nabbed both male/female.  Both were identified as Baldev Singh @ Balli S/o Shri Labh Singh R/o 3073/2, Sector-41-D, Chandigarh Age-34 Years and one lady Namely Kavita @ Kanika D/o Shri Satya Pal Singh R/o #881, Matour, Sector-70, Mohali (Pb) Age-29 Years.  On physical search, 07 grams Heroin recovered from Baldev Singh & 05 Grams Heroin recovered from Ms. Kavita @ Kanika.  Both were carrying the same without permit/license.  On preliminary interrogation, it comes to light that on 03.04.2019 accused Baldev Singh has escaped from the Hon’ble Court Dr. Shushil Kumar Garg, ADJ, Chandigarh as he was held guilty in case FIR No. 50 dated 01.02.2018 U/S 22 NDPS Act, PS-39, Chandigarh and Hon’ble court has issued warrant against him. On perusal of Police Station record, it further emerged that Baldev Singh a Habitual Offender and 09 more cases found registered against him.

Accused profile :

  • Baldev Singh @ Balli S/o Shri Labh Singh R/o 3073/2, Sector-41-D, Chandigarh Age-34 Years, Qualification-Graduate & Occupation Farhi Rehri in Kamla Market. He is having one 11 years old son and his father is Ex-serviceman. He is drug addicts. 

Previous History:-

  1. FIR No. 395 dated 21.12.2006 U/s 380, 411 IPC PS-39, Chandigarh.
  2. FIR No. 179 dated 23.03.2009 U/S 379 IPC PS-39, Chandigarh.
  3. FIR No. 173 dated 28.04.2010 U/S 379, 411 IPC PS-39, Chandigarh.
  4. FIR No. 328 dated 11.08.2010 U/s 379, 411 IPC, PS-39, Chandigarh.
  5. FIR No. 381 dated 21.09.2010 U/S 379 IPC, PS-39, Chandigarh.
  6. FIR No. 439 dated 03.12.2011 U/S 379, 411 IPC PS-39, Chandigarh.
  7. FIR No. 533 dated 20.11.2012 U/s 379, 411 IPC PS-39, Chandigarh.
  8. FIR No. 534 dated 20.11.2012 U/s 380, 457, 411 IPC PS-39, Chandigarh.
  9. FIR No. 50 dated 01.02.2018 U/S 22 NDPS Act, PS-39, Chandigarh.
  10. Kavita @ Kanika D/o Shri Satya Pal Singh R/o # 881, Matour, Sector-70, Mohali (Pb) Age-29 Years, Qualification– MBA  Occupation Student. Married & having one 3 years male child living with her in-laws. Her case for divorce is pending in court of Delhi. She is drug addicts. 

Previous History:- 

  1. FIR No. 306 dated 24.07.2017 U/S 307, 34, 427 IPC and U/s 21, 22 of NDPS Act, PS-39, Chandigarh

Police File

Purnoor, Chndigarh 20.04.2019 :

One arrested for applying fake registration number

A case FIR No. 58, U/S 473 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh on the complaint of HC Gurcharan Singh, Traffic Staff against Mohit Luthra R/o # 4, Street No. 1, Joshi Nagar, Haibowal Kala, Ludhiana (PB) who had placed a fake number PB-01A-1410 on Innova car which was impounded by traffic staff on drunken driving naka on 12.04.2019. Alleged person has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Three arrested for obstructing public servant while discharging govt. duty

A case FIR No. 58, U/S 186, 341 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh on the complaint of Const. Lalit Kumar (PCR Staff) who reported thatBaljinder R/o # 314, Village-Kajheri, Sukhram Panday R/o # 1174, Sector-21/B, Chandigarh and Rahul R/o # 1174, Sector-21/B, Chandigarh all occupant of Endeavour car No. CH41(T)5231 misbehaved with PCR staff and obstructed/restrained them while discharging Govt. duty near Sector 21 A/B turn, Chandigarh on 19.04.2019. All accused persons have been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

One arrested for Eve-teasing

A girl alleged that a boy Naveen Kumar followed her and eve-teased her in Market, Ph-2, Ramdarbar, Chandigarh on 18.04.2019. A case FIR No. 130, U/S 354D, 506 IPC & 12 POCSO Act has been registered in PS-31, Chandigarh. Alleged person Naveen Kumar R/o # 675, Ph-1, Ram Darbar, Chandigarh age 20 years has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Burglary

Gurpartap Singh Gill R/o # 15, Sector-3, Chandigarh reported that unknown person stolen away Play Station 4 with HD wire, Play Station 3 with wires, two controllers of 4 play station, one controller of play station, 4/5 play station games, Laptop of Hp company, one quilt, one beds sheet, two/three new shirts, one pair of walking shows, wrist watch and few small articles after breaking locks of one room at his residence on night intervening 18/19-04-2019. A case FIR No. 128, U/S 380, 457 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Theft

Bhavneet Bharti R/o # 8, H/5, Sec-12, PGI Campus, Chandigarh reported that unknown person stolen away gold ear rings, artificial jewelry and some cash about 10,000/- from her house on night intervening 30/31-03-2019. A case FIR No. 71, U/S 380 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

A case FIR No. 112, U/S 420, 467, 468, 471 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh on the complaint of Swati Jain R/o # 1668 Sec 21, Panchkula, (HR) who alleged that Davinder Jain, Sushil Jain, Manohar Jain all R/o # 771, Ph-2, I/Area, Chandigarh in partnership of complainant started a business and formed a firm Style M/s Jain Industries and jointly purchased land at Village Bhagwanpura, Tehsil Dera Bassi, Distt. Mohali (PB). Accused person later got registered partnership deed illegally and unlawfully by forging signature of complainant for unlawful gain against said property. Investigation of the case is in progress.

Accident

A case FIR No. 39, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh on the complaint of Baldev Singh R/o # 945, Guru Nanak Colony, Jagatpura, Mohali (PB) who alleged that driver of Alto car No. PB65AJ-6041 namely Paramjit Kaur R/o Sec-66 Mohali (PB) hit to complainant’s Activa Scooter No. CH01BD-8366 at dividing road, Sector 48/49, Chandigarh on 15.04.2019. Complainant and his grand-daughters got injured and were admitted in GMCH-32, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 102, U/S 279, 427 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh on the complaint of Ritu Jain R/o # 484, IAS/PCS Colony, New Chandigarh who alleged that driver of Auto No. PB-65AS-1721 namely Shri Ram R/o VPO Raipur, Police Station Karnlganj, Distt Gonda (UP) hit to complainant’s Swift Dzire car No. PB10DS2009 at light point, Sector 40/41, Chandigarh on 19.04.2019. Auto driver arrested and later bailed out. Investigation of the case is in progress.

Quarrel/Assault

Parveen Kumar R/o # 18, Vill-Kajheri, Chandigarh alleged that Aman @ Noni and one other person beaten complainant near Smart School Sec-50, Chandigarh and asked complainant to sit in their car No. CH-01BQ-5038 on 19-04-2019. Complainant also alleged that they also took away Rs. 70,000/- and mobile phone from shirt pocket of complainant. A case FIR No. 40, U/S 341, 365, 511, 323, 506 & 34 IPC has been registered in PS-49, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Shivam Kumar R/o # 743/1, Sec-38/A, Chandigarh alleged that Kalu, Rohan, Oni Sansi beaten & threatened complainant and his friend Rohtash near Mandir, Sector 38A, Chandigarh on 18.04.2019. A case FIR No. 104, U/S 323, 341, 506, 34 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Later alleged persons Rohan R/o # 674/1, Sec-38A, Chandigarh and Vishal @ Kalu R/o # 593/2, Sec-38, Chandigarh have been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Om Parkash Mandal R/o # 470, Govind Nagar, Naya Gaon (PB) reported that unknown person stolen away complainant’s Auto No. CH-111(T)-2526 from parking Distt Court, Sec-43, Chandigarh on 12.04.2019. A case FIR No. 91, U/S 379 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

वोटर लिस्ट में नाम होना काफी है वोट डालने के लिए

पुरनूर, चंडीगढ़, 19 अप्रैल:

हरियाणा के संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. इन्द्र जीत ने कहा कि जिस मतदाता का नाम मतदाता सूची में है, केवल वही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकता है। यदि किसी मतदाता का नाम मतदाता सूची में है, लेकिन उसके पास एपिक नहीं है तो वह आयोग द्वारा निर्दिष्ट 11 वैकल्पिक पहचान पत्रों में से किसी एक दस्तावेज को दिखाकर अपना वोट डाल सकता है। उन्होंने कहा कि जिनका नाम मतदाता सूची में नहीं है ऐसे मतदाता वोट नहीं डाल सकेंगे।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे टिवटर, फेसबुक और व्हाटसएप पर जनता को गुमराह करने के लिए कुछ झूठे संदेश फैलाए जा रहे हैं। डॉ. इन्द्र जीत ने बताया कि एक संदेश जिसमें यह लिखा गया कि ‘जिनके वोटर कार्ड नहीं बने हैं या जिनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं हैं उन्हें अब चिन्ता करने की जरूरत नहीं, वोटिंग के दिन आप अपनी दो फोटो व फोटो लगा आईडी प्रूफ लेकर पोलिंग बूथ पर जाये तथा फॉर्म न0 7 भरें जो कि बूथ पर उपलब्ध होगा तथा वोट डाले’ सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है, यह मैसेज पूरी तरह से झूठा है।
उन्होंने बताया है कि फॉर्म न0 7 वोट कटवाने के लिए प्रयोग किया जाता है ना कि वोट बनवाने के लिए। फॉर्म न0 7 की प्रक्रिया 10 मार्च 2019 से बंद कर दी गई है। इसलिए मतदाताओं से अपील है कि ऐसे झूठे व गुमराह करने वाले संदेशों पर भरोसा न करें। कोई संदेह या भ्रम होने की स्थिति में नागरिक वोटर हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर- 1950 पर संपर्क कर सकते हैं या वोटर हेल्पलाइन मोबाइल एपलिकेशन पर भी दिए गए नियमों व निर्देशों को पढ़ सकते हैं।
उन्होंने बताया कि जिस मतदाता का नाम मतदाता सूची में है लेकिन उसके पास एपिक नहीं है, वह अपनी पहचान बताने के लिए एपिक के अलावा 11 वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेजों में से किसी एक को दिखा कर वोट डाल सकते हैं, जिसमें पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, केंद्रीय, राज्य सरकार, सार्वजनिक उपक्रमों या सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोग्राफ के साथ सेवा पहचान पत्र, बैंक या डाकघर द्वारा जारी किए गए फोटोग्राफ के साथ पासबुक, पैन कार्ड, एनपीआर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, फोटोग्राफ के साथ पेंशन दस्तावेज, सांसदों, विधायकों /एमएलसी को जारी किए गए आधिकारिक पहचान पत्र और आधार कार्ड शामिल हैं। इसके अलावा जिन मतदाताओं के पास पुराना एपिक है वह भी वोट डाल सकते हैं बशर्ते कि उनका नाम मतदाता सूची में होना चाहिए।

राहुल के अमेठी नामांकन का असर क्या वायनाड की सीट पर पड़ेगा ??

राहुल विंन्सी गांधी या सिर्फ राहुल गांधी, यदि इन शिकायतों को सच माना जाये और इन पर कार्यवाई हो जाये तो कांग्रेस का क्या भविष्य रह जाएगा??

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन पत्रों की जांच को अमेठी के रिटर्निंग ऑफिसर ने 22 अप्रैल तक के लिए स्थगित करने का आदेश दिया है। रिटर्निंग ऑफिसर डॉ. राम मनोहर मिश्र ने आदेश में कहा कि राहुल गांधी के अधिवक्ता राहुल कौशिक ने इन आरोपों के खंडन के लिए समय मांगा है। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाए हैं।

बीजेपी प्रवक्‍ता जीवीएल नरसिम्‍हा ने शनिवार को प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करके राहुल गांधी से उनकी नागरिकता को लेकर जवाब मांगा है। उन्‍होंने कहा है कि राहुल गांधी बताएं कि वह ब्रिटिश नागरिक हैं या नहीं? उन्‍होंने आरोप लगाया कि एक कंपनी में राहुल की नागरिकता ब्रिटिश दर्ज है।

कांग्रेस और राहुल गांधी को जवाब देना पड़ेगा

बीजेपी प्रवक्‍ता जीवीएल नरसिम्‍हा ने कहा कि राहुल गांधी और उनके वकील राहुल कौशिक अमेठी में नामांकन पत्र पर रिटर्निंग अफसर के ऑब्जेक्शन का जवाब नहीं दे सके हैं। उनको 22 तारीख का टाइम दिया गया है। ये आश्चर्य की बात है कि उनके पास जवाब नहीं था। कांग्रेस और राहुल गांधी को जवाब देना पड़ेगा।

राहुल की भारतीय नागरिकता पर सवाल

उन्‍होंने कहा कि राहुल गांधी जी की नागरिकता को लेकर सबसे पहला सवाल है- क्या राहुल गांधी भारत के नागरिक हैं कि नहीं। क्योंकि उनके 2004 के डिक्लेरेशन में राहुल ने कहा था कि बैक ऑप्स कंपनी में उन्होंने निवेश किया था और 2005 में ब्रिटेन के सामने जो डॉक्यूमेंट दिए गए थे, उसमें राहुल गांधी को ब्रिटिश सिटीजन दिखाया गया था। नरसिम्‍हा का कहना है कि अगर वह ब्रिटेन के नागरिक हैं तो देश के नियम के मुताबिक राहुल की भारतीय नागरिकता खत्म हो जाती है।

राहुल गांधी के नामांकन के खिलाफ जताई गई आपत्ति

दरअसल, अमेठी में राहुल गांधी के नामांकन के खिलाफ आपत्ति जताई गई है। राहुल की नागरिकता और डिग्री को लेकर सवाल उठाया गया है। अमेठी से ही चुनाव लड़ रहे एक निर्दलीय उम्‍मीदवार के वकील रवि प्रकाश ने राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाते हुए उनके नामांकन पत्र की जांच की मांग की थी।

रवि प्रकाश का कहना है कि ब्रिटेन की एक रजिस्‍टर्ड कंपनी के दस्‍तावेजों में उन्‍होंने अपनी ब्रिटिश नागरिकता का उल्‍लेख किया है और गैर भारतीय देश में चुनाव नहीं लड़ सकता है। रवि प्रकाश का कहना है कि इसके साथ ही राहुल शैक्षणिक सर्टिफिकेट में भी कई सारी गलतियां हैं। उन्‍होंने मांग की कि राहुल गांधी के असली शैक्षणिक दस्‍तावेज सामने आने चाहिए।

बताया गया कि राहुल का असली नाम राउल विंची है। साथ ही उनके पास ब्रिटिश नागरिकता है। निर्दलीय प्रत्याशी ध्रुव लाल कौसल के वकील, अफजल वारिस, सुरेंद्र चंद्र व सुरेश कुमार शुक्ला ने उनके नामांकन को रद्द करने की मांग की है।

वकील का आरोप है कि राहुल ने दस्तावेजों में इंग्लैंड की अपनी कंपनी का जिक्र नहीं किया। उन्होंने राहुल को ब्रिटेन का नागरिक बताया वहीं राहुल की डिग्री पर सवाल भी उठाए। उन्होंने दावा किया है कि राहुल ने एफिडेविट में जिन कॉलेजों से पढ़ाई का जिक्र किया है असल में राहुल ने उन कॉलेजों से पढ़ाई की ही नहीं है।

10 अप्रैल को दाखिल किया था नामांकन

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 10 अप्रैल बुधवार को अमेठी सीट से नामांकन भरा था। नामांकन भरने से पहले उन्होंने रोड शो निकाला। इस दौरान उनके साथ उनका पूरा परिवार था। इस बार राहुल गांधी अमेठी के अलावा वायनाड सीट से भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। अमेठी लोकसभा सीट पर पांचवे चरण में 6 मई को चुनाव होना है।

सरकारी विश्राम गृह को सत्ताधारी पार्टी द्वारा चुनाव के लिए किया जा रहा उपयोग : दीपांशु बंसल

विधायक लतिका शर्मा के नाम पर कमरा किया गया है बुक, दूसरे प्रदेश से प्रचार करने आए कार्यकर्ता कर रहे उपयोग
-आचार संहिता का उल्लंघन करने में भाजपा नेता कोई कसर नही छोड़ रहे
चुनाव आयोग को शिकायत भेजकर उचित कार्यवाही करने की मांग
बंसल का आरोप, विधायक के दबाव में सरकारी कर्मचारियों को देनी पड़ रही सुविधाए

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस छात्र संगठन,एनएसयूआई में राष्ट्रीय संयोजक दीपांशु बंसल ने भाजपा द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन का एक ओर मामला उठाया है।दीपांशु ने बताया कि देर रात भाजपा द्वारा सत्ताधारी पार्टी का प्रचार करने का एक वाहन , लोक निर्माण विभाग के सरकारी विश्राम गृह में पार्क करके उपयोग किया जा रहा है,उसके साथ ही स्थानीय भाजपा विधायक लतिका शर्मा के आदेश व सन्देश पर विश्राम गृह में कमरा बुक किया गया जिसमें दूसरे प्रदेश से प्रचार करने आए भाजपा कार्यकर्ता व रथ का ड्राइवर/कार्यकर्ता रह रहा है।दीपांशु ने बताया कि भाजपा द्वारा सरकारी मशीनरी व स्थानों का दुरुपयोग किया जा रहा है जिसमे चुनाव आयोग द्वारा लगाई गई आचार संहिता की सरेआम उल्लंघना हो रही है।
दीपांशु ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा स्पष्ट रूप से कहा गया है कि किसी भी सरकारी विश्राम गृह , डाक बंग्लोवस व अन्य किसी सरकारी स्थान का उपयोग सत्ताधारी पार्टी द्वारा कतई नही किया जा सकता जिसके बावजूद कालका के लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में भाजपा नेताओ के आदेश व संदेशों के दबाव में कमर्चारियों को सत्ताधारी पार्टी के प्रचार करने आए कार्यकर्ताओ को सरकारी सुविधा देकर करना पड़ रहा है।
दीपांशु ने यह भी कहा कि इस मामले को लेकर चुनाव आयोग को ईमेल के द्वारा शिकायत भेज दी गई है और वही भाजपा के रथ के वहा खड़े होने की फोटो व वीडियो तथा विश्राम गृह के कर्मचारी द्वारा विधायिका के सन्देश व आदेश पर प्रचार करने के लिए आए भाजपा कार्यकर्ता को उनके नाम पर कमरे का उपयोग करने का प्रमाण भी साथ मे भेजा है।
बंसल ने कहा कि भाजपा नेता यह सोचते है कि वह सत्ता में होने के चलते नियमो की अवहेलना करके तानाशाही दिखा सकते है जबकि वह भूल गए है कि विपक्ष मजबूत है व उनकी तानाशाही को उजागर करना जानता है।

It is an attempt to deactivate office of CJI : Gogoi

It is not for the first time that any CJI is facing such allegations, earlier CJI Ganguly too had faced such allegations.

“I am an officer of this Court, I was also under attack by a lawyer for defending the government. I don’t want to mention the name of the lawyer“, CJI said.

“We are not passing any judicial order at this moment. We however ask media to show restraint, responsibility and wisdom so that independence of judiciary is not affected by baseless allegations“, the Court said.

Has honourable court already assumed that said allegations are baseless?

Chief Justice of India Ranjan Gogoi said, in an urgent Supreme Court hearing on Saturday morning, that charges of sexual harassment against him will be examined by other senior judges and not by himself and labelled the allegations as a threat to judiciary and “a conspiracy” against it. The session was convened following charges of sexual harassment levelled against the CJI by a former SC staffer, who sent a signed affidavit to all 22 judges of the court, alleging that she was harassed by Gogoi in October.

A bench was hurriedly constituted after Solicitor General Tushar Mehta mentioned online media reports of a sexual harassment complaint made by a former junior assistant of Justice Gogoi’s before a Supreme Court official on Saturday. The woman had sent an affidavit to all 22 judges of the court on 19 April, 2019. The alleged incident occurred in October 2018. The woman, in her affidavit, said she has since been dismissed from service and claimed to have faced harassment on several other fronts.

The registry came out with the notice that a special bench has been constituted to deal with the “matter of great public importance” touching upon the independence of judiciary. The special bench comprising Gogoi and Justices Arun Mishra and Sanjeev Khanna sat at 10.30 am.

Gogoi said the independence of the judiciary was under “very, very serious threat” and there is a “larger conspiracy” to destabilise the judiciary. “There is a bigger force behind the woman who made sexual harassment charges,” ANI reported the Chief Justice as having said.

CNN News18 legal editor Utkarsh Anand, reporting from the court, tweeted that Gogoi noted having been “extremely hurt” by the allegation. “My peon has more assets and money than me,” Gogoi said, noting that it was unbelievable that he was on the receiving end of such allegations after 20 years of “selfless service”.

“Good people will never become judges if this is how they are targeted. There’s nothing more valuable than honour for me. And I had to constitute this bench to say this from the highest seat,” Gogoi was reported saying.

Anand also tweeted the reply by the Supreme Court Secretary General Sanjeev Sudhakar Kalgaonkar to four media houses on behalf of Gogoi.

“The allegations regarding 11 October 2018, as well as other allegations as can be discerned from your emails, are completely and absolutely false and scurrilous and are totally denied,” Kalgaonkar wrote in the reply.