बरवाला की जनता की सरकार में होगी सीधी भागीदारी: रणबीर गंगवा

बरवाला विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी रणबीर गंगवा का विजय अभियान जारी

मुनिश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 23      सितंबर :

बरवाला से भाजपा प्रत्याशी रणबीर गंगवा ने कहा कि हल्के में जनसंपर्क अभियान के दौरान आ रहा जनसैलाब भाजपा में लोगो के विश्वास और आकांक्षाओं का प्रतीक है। इसे देखते हुए यह तय है कि बरवाला के हर बूथ पर कमल खिलेगा। रविवार देर रात्रि और सोमवार को दिनभर बरवाला शहर, माईयड, सातरोड़, भगाना और अन्य ग्रामीण इलाकों में जनसंपर्क अभियान के दौरान लोगों के जबरदस्त जोश और उत्साह को देखकर उन्होंने सभी लोगों का आभार जताया और कहा कि आप लोगों से मिले प्यार और आत्मियता से मैं अभिभूत हूं। 

बरवाला की भूमि को प्रणाम करते हुए उन्होंने कहा कि जो प्यार और आशीर्वाद जनता ने दिया है, मैं उस पर पूरी तरह से खरा उतरूंगा। जनसंपर्क अभियान के दौरान सैनी समाज, ओड समाज, राजपूत तथा धानक समाज बरवाला ने भाजपा प्रत्याशी रणबीर गंगवा को पूर्ण रूप से अपना समर्थन देने की घोषणा की। 

अपने संबोधन में भाजपा प्रत्याशी रणबीर गंगवा ने कहा कि कांग्रेस के लोग 10 साल पहले के समय के दौरान की गई जुल्म ज्यादतियों को दोहराने की मंशा के साथ आप लोगों के बीच में आ रहे हैं। आप लोग पूरी तरह से सावधानी बरते और सोच समझकर व अपने विवेक से निर्णय करें। कांग्रेस के नेता प्रदेश में नारकीय माहौल बना देंगे, जैसा उन्होंने 10 साल पहले के अपने कार्यकाल के दौरान किया था। 

सामाजिक समरसता और सद्भावना का जो माहौल भाजपा ने प्रदेश में बनाया है उसे यह लोग फिर से बर्बाद करने की मंशा के साथ आपको भ्रम में डालने आएंगे। इसलिए सबका साथ सबका विकास और हरियाणा एक हरियाणवी एक की सोच के साथ चलने वाली भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में बढ़-चढ़कर मतदान करें।  इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं गांव के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

सरकार को बदलने का वक्त आया -घोड़ेला

  • बदला-बदली की सरकार को बदलने का वक्त आया -घोड़ेला
  • कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास घोड़ेला ने चलाया जनसंपर्क अभियान

मुनिश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 17 सितंबर :

चेहरे बदलने से कुछ नहीं होता,बदलाव के लिए व्यवस्था बदलनी पड़ती है। बरवाला हल्का ही नहीं पूरे हरियाणा प्रदेश के लिए जनहित के लिए व्यवस्था में बदलाव कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है। यह बात बरवाला हल्का से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार रामनिवास घोड़ेला ने ढाणी रायपुर,रायपुर,शिकारपुर,खरड़-अलीपुर,खोखा,खरखड़ी,नियाणा,पान्ना आलमपुर व मिल गेट एरिया में अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान मतदाताओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आम जनता के हित कांग्रेस सरकार में सुरक्षित हैं। घोड़ेला ने कहा कि प्रदेश की भाजपा की बदला-बदली की सरकार को अब बदलने का वक्त आ गया है। भाजपा के 10 वर्ष के कार्यकाल में बदला और बदली के अलावा कोई भी जनकल्याणकारी काम नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि बरवाला हलके के मतदाताओं के सहयोग से मुझे एक बार फिर आपकी सेवा करने का मौका मिलेगा। अब प्रदेश की जनता चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनाने का मन बना चुकी है। कांग्रेस सरकार में आमजन के हित के कार्य करवाए जाएंगे। घोड़ेला ने कहा कि10 साल से जिस घड़ी का हरियाणा की जनता इंतजार कर रही थी वो घड़ी आ गई है। आज पूरा देश आज हरियाणा की तरफ देख रहा है। 10 साल के बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने का मौका आया है, इस मौके को चूकना नहीं है।रामनिवास घोड़ेला ने कहा कि सबको मिलकर चुनाव लड़ना है। हरियाणा में कांग्रेस की जीत की गूंज दिल्ली तक सुनाई देगी। उन्होंने लोगों को बीजेपी और बीजेपी की बी-टीम बनी वोटकाटू पार्टियों से सावधान रहने की बात करते हुए कहा कि 10 वर्षों में हरियाणा को लूटने और बेरोजगारी में नंबर 1 बनाने वाली बीजेपी ने एक बार फिर से मतदाताओं से विश्वासघात करने की साजिश रची है। बीजेपी के इशारे पर कई वोटकाटू पार्टियां और उनके उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं। ऐसी वोटकाटू पार्टियां बीजेपी के इशारों पर टिकट भी बाँट चुकी हैं। बीजेपी सरकार के 10 साल के कुशासन से लोग दुखी हैं और हरियाणा ने अब बदलाव का फैसला कर लिया है। घोड़ेला ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में चल रही प्रचंड लहर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश के कोने-कोने से एक ही आवाज़ आ रही है बीजेपी जा रही है, कांग्रेस आ रही है। इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

इनेलो-जजपा-हलोपा भाजपा की बी टीम : हुड्डा

  • असंध से पूर्व विधायक व सीपीएस सरदार बख्शीश विर्क भाजपा छोड़कर कांग्रेस में हुए शामिल
  • विर्क के साथ कई गांवों के सरपंचों, पार्षदों व भाजपा पदाधिकारियों ने भी ज्वाइन की कांग्रेस
  • इनेलो-जजपा-हलोपा भाजपा की बी टीम,  सिरसा में सबकी जुगलबंदी सार्वजनिक हो चुकी : हुड्डा
  • भाजपा ने किया समाज को बांटने व तोड़ने का काम, कांग्रेस दिलों को जोड़ रही : चौ. उदयभान

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  17 सितंबर:

पूर्व सीपीएस एवं असंध से पूर्व विधायक सरदार बख्शीश सिंह विर्क ने मंगलवार को अपने सैकड़ों साथियों संग बीजेपी छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली। उनके साथ कई गांवों के सरपंच, पार्षद, भाजपा के कई पदाधिकारी, चेयरमैन और सैंकड़ों सक्रिय कार्यकर्ताओं ने भी कांग्रेस में आस्था जताई। पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कांग्रेस का पटका पहनाकर सभी का स्वागत किया। हुड्डा और चौ. उदयभान ने सभी को कांग्रेस में पूर्ण मान-सम्मान का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि बख्शीश सिंह विर्क के कांग्रेस में आने से ना केवल असंध बल्कि हरियाणा के कई विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी को बढ़त मिलेगी।  

इस मौके पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इनेलो, जजपा और हलोपा भाजपा की बी टीम हैं। सिरसा में इनकी जुगलबंदी सार्वजनिक भी हो चुकी है। कांग्रेस के तमाम विरोधी दल एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं। इन पार्टियों ने टिकट भी इसी हिसाब से बांटे हैं और अब नामांकन वापस लेने का ड्रामा कर रहे हैं। लेकिन अब भाजपा और उसके सहयोगी कितनी भी साजिशें रच लें, प्रदेश की 36 बिरादरी कांग्रेस को प्रचंड बहुमत से सत्ता में लाने का मन बना चुकी है। जल्द ही प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की बड़ी रैलियां होंगी और 8 अक्टूबर को पार्टी के पक्ष में जनादेश आएगा। कांग्रेस सरकार बनने पर बुजुर्गों को 6 हजार रुपए महीना पेंशन, 500 रुपए में घरेलू गैस सिलेंडर, पहले एक साल में एक लाख पक्की नौकरियां, 300 यूनिट बिजली फ्री देने का काम किया जाएगा।

चौधरी उदयभान ने कहा कि कांग्रेस में भाजपा समेत अन्य दलों के 50 से ज्यादा विधायक, पूर्व विधायक, सांसद और पूर्व सांसद शामिल हो चुके हैं। हरियाणा में अपनी हार को देखकर भाजपा के नेताओं की बौखलाहट अब सामने आने लगी है। भाजपाई 10 साल राज में रहने के बावजूद अपना कोई काम नहीं गिनवाते। इसके विपरित अब प्रदेशवासियों को धर्म और जात-पात की राजनीति में धकेलने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा ही ‘फूट डालो राज करो’ का रहा है। इन्होंने सदा से ही समाज को बांटने, तोड़ने और बरगलाने का काम किया है, जबकि कांग्रेस हमेशा दिलों को जोड़ने की बात करती है।

इस मौके पर सरदार बख्शीश सिंह विर्क के अलावा भाजपा किसान मोर्चा के प्रधान संजय दूहन, भाजपा महामंत्री दिलावर मान, हरको बैंक निदेशक हरप्रीत सिंह, कोऑपरेटिव बैंक करनाल के चेयरमैन सुरेश, पूर्व मंडी प्रधान बैंत सिंह, सरपंच अशोक कुमार, सरपंच कुलदीप सिंह माली, पार्षद विजय गर्ग, पार्षद मेजर सिंह, पूर्व पार्षद मलक सिंह, लाडी बांगो, पलविंद्र सिंह संधु, पूर्व सरपंच विरेंद्र सिंह, साहब सिंह, जोगा सिंह पूर्व सरपंच, अमन कुमार पूर्व सरपंच, प्रवीन नरवाल पूर्व सरपंच, सरदार सुखदेव सिंह चेयरमैन जुंडला, बनविंद्र सिंह पूर्व सरपंच आदि ने भी कांग्रेस ज्वाइन की।

प्रधान के पास किसी सदस्य को बिना नोटिस दिये हटाने की कोई ताकत नहीं

श्री चरणछोह गंगा खुरालगढ़ साहिब के चेयमैन ने प्रधान की कारवाईयों को असंवैधानिक ठहराया

हिसाब ऑडिट तथा पारदर्शी करने के लिए संगतों का सहयोग जरुरी : अजीत राम खेतान

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 17      सितंबर :

हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुई राष्ट्रीय कैशियर अमित कुमार पाल की चिट्ठी के बाद ऐतिहासिक स्थान श्री चरणछोह गंगा खुरालगढ़ साहिब के चेयरमैन अजीत राम खेतान द्वारा प्रधान की असंवैधानिक कारवाईयों तथा गुरुघर में हो रही अनियमिताओं पर सवाल उठाये हैं तथा हिसाब किताब में हुई अनियमिताओं को स्पष्ट करने के लिए ऑडिट कमेटी बनाने बनाने तथा डिप्टी कमिश्नर साहिब को मिल कर जांच करवाने के लिए आदि धर्म मिशन के कार्यकारी सदस्यों के विचार जानने लिए राये मांगी है। खेतान ने कहा कि प्रधान राष्ट्रीय कैशियर से हिसाब मांग रहा है तथा कैशियर अपना हिसाब पेश करने का सोश्ल मीडिया द्वारा स्पष्टीकरन दे कर प्रधान द्वारा पिछले वर्षों का कोई हिसाब पेश ना करने का स्पष्ट बयान दे रहा है जिसने संसार स्तर पर संगतों बीच हिसाब किताब को ले कर हो रहे गबन का शक गहरा कर दिया है क्योंकि हमारे कार्यकाल के दौरान कोई ऑडिट नहीं हुआ है।

चेयरमैन जीत राम खेतान ने कहा कि कैशियर अमित पाल की चिट्ठी से पहले श्री चरणछोह गंगा खुरालगढ़ साहिब की प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने भी हिसाब जानने की कई बार मांग की है। खेतान ने कहा कि पालकी साहिब गुरुघर खड़ी है तथा कर्जे की किश्तें कैशियर दे रहा है जबकि पालकी साहिब आदि धर्म मिशन द्वारा सतगुरु रविदास जी की बाणी तथा बाबू मंगू राम मुगोवालिया, बाबा साहिब डा. आंबेडकर, बाबा बंता राम घेड़ा, साहिब कांशी राम के मिशन के प्रचार के लिए खरीदी गई थी, बड़ी हैरानी की बात है कि लाखों रुपये संगतों के खर्च करके आज तक मिशन के प्रचार प्रसार के लिए एक भी यात्रा नहीं निकाली गई। खेतान ने कहा कि आल इंडिया आदि धर्म मिशन (रजि.) भारत के  राष्ट्रीय चेयरपर्सन कमलेश कौर घेड़ा, राष्ट्रीय प्रधान संत सतविंदर हीरा, वाईस प्रधान ज्ञान चंद दीवाली को अपना पक्षपाती रवैया त्याग कर गुरुघर के प्रबंधों की बेहतरी  तथा संगतों की भावनाओं को मुख्य रखते हुए सख्त स्टैंड लेना चाहिए तथा गलत तत्वों को कमेटी के पदों से हटा कर पारदर्शी ढंग से प्रबंधों को चलाने के लिए ऑडिट कमेटी, मैनेजर, कैशियर, परचेज़ कमेटी, धार्मिक दीवानों के प्रबंधों के लिए अलग प्रबंधक कमेटी, प्रचार कमेटी बना कर रागी, पाठी, कथा वाचक आम सहमति के साथ रखने चाहिए। चेयरमैन अजीत राम खेतान ने इस सवाल के जबाव में कहा कि प्रधान के पास कोई ताकत नहीं है कि वो संवैधानिक तरीके के साथ चुने गये किसी भी सदस्य को बिना कोई नोटिस दिये कमेटी से बाहर निकाल सके, गुरुघर की प्रबंधक कमेटी को 21 सदस्यों से 11 सदस्य करना भी असंवैधानिक है, इस बारे में कानूनी सलाह भी ली जा सकती है तथा जल्द ही डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर को मिल कर प्रतिनिधिमंडल द्वारा यह मामला उठाया जायेगा।

जब गुरुघर के पूर्व कैशियर राम लाल विरदी के बयान के संबंध में सवाल पूछा कि विरदी का कहना है कि 2012 से 2016 तक सारा हिसाब रोजाना रजिस्टर पर दर्ज होता था तथा 2016 में गुरुघर की सालाना आमदन करीब 1 करोड़ रुपये तक पहुंच गई थी तो खेतान ने कहा कि प्रबंधक कमेटी के सदस्य इसी लिए मांग करते आ रहे हैं कि सारा हिसाब ऑडिट किया जाये ताकि दूध का दूध पानी का पानी संगतों के सामने स्पष्ट किया जा सके। उन्होने कहा कि गुरुघर में हो रही अनियमितायें रोकने के लिए समाज हितेषी लोगों द्वारा बुलाये जा रहे आम इजलास में भी वह बाकि कमेटी सदस्यों के साथ हाजिर हो कर इस संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे तथा संगतों के हर फैसले को खुशी से स्वीकार करेंगे तथा अच्छे पारदर्शी ढंग प्रबंधों के लिए समर्थन करेंगे। खेतान ने देश विदेश की संगतों के दिलों में दिन प्रति दिन बढ़ रहे रोष को देखते हुए जिला प्रशासन होशियारपुर को समाज के इस गॅभीर मसले में दखल देने की भी अपील की। उन्होने संगतों से भी अपील की कि हिसाब ऑडिट करने, अनियमिताओं को रोकने के लिए सहयोग करें।

12 लाख की लागत से तैयार हुई शूटिंग रेंज,

आज स्पीकर संधवां लोगों को करेंगे अर्पण: चेयरमैन ढिलवां

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 17      सितंबर :

फरीदकोट वासियों और शूटिंग प्रेमियों के लिए यह खुशी की खबर है कि फरीदकोट के नेहरू स्टेडियम में पंजाब सरकार द्वारा लगभग 12 लाख रुपये की लागत से तैयार की गई शूटिंग रेंज को स्पीकर पंजाब विधान सभा  कुलतार सिंह संधवां 18 सितंबर को सार्वजनिक पेशकश पेश करेंगे। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन सुखजीत सिंह ढिलवा ने कहा कि नेहरू स्टेडियम में शूटिंग रेंज के निर्माण पर लगभग 12 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।जिसके लिए जिला योजना बोर्ड एवं म.प्र. भूमि से धन आवंटित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब इस शूटिंग रेंज में एयर पिस्टल 10 मीटर, एयर राइफल 10 मीटर आदि की प्रतियोगिताएं होंगी और इसे जल्द ही पंजाब के खेल विभाग द्वारा अपग्रेड किया जाएगा। जिसके तहत इस शूटिंग रेंज को डिजिटल शूटिंग रेंज में तब्दील किया जाएगा। ढिलवां ने आगे कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए बड़े कदम उठाए गए हैं। जिसके मुताबिक, गेम्स वतन पंजाब का सीजन-3 सफलतापूर्वक चल रहा है। उन्होंने कहा कि फरीदकोट में शूटिंग रेंज के निर्माण से पूरे जिलावासियों और उभरते शूटिंग खिलाड़ियों को बड़ी सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस शूटिंग रेंज का उद्घाटन 18 सितंबर को शाम करीब 5 बजे पंजाब विधानसभा के स्पीकर करेंगे ।

चुनाव से चंद दिन पहले ही यहां के लोगों की याद आई

  • चुनाव में ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्हें चुनाव से चंद दिन पहले ही यहां के लोगों की याद आई है   : रामनिवास राड़ा
  • कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास राड़ा ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में किया चुनाव प्रचार

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 17      सितंबर :

हिसार के लोग मेरे परिवार के समान हैं और जिस प्रकार परिवार में कोई भी बड़ा कार्य होता है तो पूरा परिवार मिलजुल कर उसे करता है। उसी प्रकार इस चुनाव में हिसार की जनता मेरा साथ दे रही है। ये चुनाव मैं नहीं हिसार की जनता लड़ रही है। यह बात कांग्रेस उम्मीदवर रामनिवास राड़ा ने शहर में चुनाव प्रचार के दौरान शहरवासियों को संबोधित करते हुए कही।
रामनिवास राड़ा ने कहा कि हिसार के चुनाव में ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्हें चुनाव से चंद दिन पहले ही यहां के लोगों की याद आई है। पिछले एक दशक से उन्हें लोगों से कोई लेना-देना नहीं था लेकिन अब उन्हें यहां के लोग अच्छे लगने लग गए हैं। शहर के बड़े घराने के इन लोगों से मिलने के लिए लोग तरसते हैं। विपक्षी दल भाजपा के उम्मीदवार को तो हिसार शहर की जनता पर थोपा गया है। 
रामनिवास राड़ा ने कहा कि 10 साल भाजपा की सरकार रही और यहां के विधायक मंत्री तक रहे लेकिन उन्होंने 10 साल के शासन काल में हिसार के हालात कस्बों जैसे कर दिए हैं। शहर की स्ट्रीट लाइट पर तिरंगा लाइट लगाकर वे इंदौर से हिसार की बराबरी कर रहे हैं जबकि हिसार के हालात असली कहानी बयां कर रहे हैं। जरा सी बरसात में पूरे शहर में पानी भर जाता है। बरसाती नाले की सफाई पर कोई ध्यान नहीं है। सीवरेज व्यवस्था बेहद खराब हालात में है। शहर के अनेक क्षेत्रों में पानी की सप्लाई में सीवरेज का पानी मिक्स होकर आ रहा है। बेसहारा पशुओं के चलते आए दिन कोई न कोई हादसे का शिकार हो जाता है। शहर में दिन दहाड़े धमकी, अपहरण, छीना-छपटी लूटपाट जैसी वारदातें हो रही हैं। ऐसा लग रहा है कि शहर का कोई वालि- वारिस ही नहीं है। 

13वां श्री विश्वकर्मा पूजा समारोह का हुआ आयोजन

भजन गायकों ने दी मनमोहक भक्तिमय प्रस्तुति, श्रद्धालु हुए भाव विभोर

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  17 सितंबर:

श्री विश्वकर्मा पूजा समिति, चंडीगढ़ द्वारा रायपुर खुर्द में 13वां विश्वकर्मा पूजा समारोह का आयोजन समिति के प्रधान दिलीप यादव के नेतृत्व में किया गया। इस अवसर भव्य हवन कर भगवान श्री विश्वकर्मा की मंत्रोच्चारण के साथ पूजा विधि विधान से की गई।

इस अवसर पर भाजपा, चंडीगढ़ के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व हिमाचल प्रदेश के सह-प्रभारी संजय टंडन ने मुख्यअतिथि के तौर पर शिरकत की जबकि कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के तौर पर नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर व पार्षद हरजीत सिंह, पूर्व  डिप्टी मेयर अनिल दुबे, तथा अन्यों में जीत सिंह, मंगत राम, दलबीर सिंह, नौनिहाल सिंह सोढी, लक्ष्मण सिंह उपस्थित है।

वहीं दूसरी ओर समिति द्वारा भगवान श्री विश्वकर्मा जी का जागरण व भजन समारोह आयोजित किया गया। जिसमें भजन गायकों ने एक से बढ़कर एक भजन गाकर श्रद्धालुओं मंत्र मुग्ध कर दिया। इतना ही नही इस अवसर पर भजन गायकों ने सुंदर भजनों में ओम् हरे विश्वकर्मा प्यारा, कोटि कोटि नमन हमारा.,हे विश्वकर्मा जय हो तुम्हारी, आदि ’नारायण जय हो तुम्हारी’ जैसे भजन गाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।

इस अवसर पर समिति के प्रधान दिलीप यादव ने बताया कि समिति द्वारा 13वर्षों से भगवान विश्वकर्मा जी की पूजा अर्चना करती आ रही है। उन्होंने बताया कि भगवान विश्वकर्मा जी का मूर्ति विसर्जन 18 सितंबर का घग्गर नदी में विधि विधान से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने में सुनील ठेकेदार, सिंघासन यादव, संजय झा, पंकज पांडेय, राजन गिरि, अमित कुमार, राजेश्वर यादव, अमोध यादव, राजीव गिरी, कर्म कुशवाहा, मुन्नी लाल, ललित कुमार राऊत, शर्मानंद ठाकुर,जयकरन यादव, जितेन्द्र कुशवाहा, राकेश चौहान, विरेंदर गुप्ता, गुरदेव यादव, पवन यादव ने विशेष योगदान दिया, जिनका वे आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने बताया कि भगवान के पूजन के उपरांत विशाल भंडारा आयोजित किया गया था।

किसान मजदूर आयोग की कॉन्फ्रेंस आयोजित

किसान मजदूर आयोग की कॉन्फ्रेंस आयोजित, राजनीतिक दलों से कृषि घोषणापत्र मांग

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 16     सितंबर :

हरियाणा के कृषि परिदृश्य के एजेंडा को प्रदेश के राजनीतिक पटल पर रखने हेतु किसान मजदूर आयोग, नेशन फॉर फार्मर्स और आल इंडिया बैंक आफिसर्स को-फैडरेशन के बैनर तले किसान-खेत मजदूर संगठनों की कांफ्रेंस किसान भवन, चंडीगढ़ मे आयोजित की गई। शीघ्र होने जा रहे हरियाणा विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत प्रदेश के राजनीतिक दलों व जनता के समक्ष हरियाणा के कृषि क्षेत्र से जुड़े महत्वपूर्ण विषय पर विमर्श करने हेतु आयोजित की गई इस कांफ्रेंस में विभिन्न किसान संगठनों, शोधकर्ताओं, ट्रेड यूनियन, कृषि विशेषज्ञ एवं अन्य संगठन के वक्ताओं ने अपने सुझाव रखे। इस कार्यक्रम में पी साईं नाथ, देवेन्द्र शर्मा, दिनेश अब्रोल, हन्नान मोल्ला, जगमोहन सिंह, इंद्रजीत सिंह, बलजीत भ्यान, धर्म सिंह,राजेन्द्र चौधरी, जगमति सांगवान, कृति हन्ना मोल्ला, करनैल सिंह, निखिल डे, दिनेश एब्रॉल, इंद्रजीत सिंह, बलजीत सिंह, जगमति सांगवान, जे एस गिल, बलविंदर टिवाना, गुरबक्श मोंगा, प्रियव्रत, इत्यादि ने अपने विचार रखे।

वक्ताओं ने कहा कि हरियाणा एक कृषि- प्रधान प्रदेश है और आधे से ज्यादा जनसंख्या की आजीविका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर कृषि पर निर्भर है। यह प्रदेश विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रहा है, यहाँ निरंतर शहरीकरण, अत्यधिक दोहन से घटते भू-जल स्तर, सीमित संसाधनों पर बढ़ते जनसंख्या के बोझ और जंगल के 3.6 प्रतिशत भूमि तक सीमत रह जाने के कारण खेती को अत्यधिक नुकसान पहुँच रहा है। मौसम में भयानक परिवर्तन के कारण गर्मियों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है और असंतुलित व बे-मौसमी बारिश कृषि व लोगों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रहे हैं । प्रदेश के सभी 22 जिले जलवायु परिवर्तन के मामले में अत्यधिक संवेदनशील हैं। 22 में से 16 जिले 100 प्रतिशत से जायदा भूजल का दोहन कर रहे हैं। भारतीय मरुस्थलियाकरण एवं भूमि क्षर्ण एटलस 2021 बताता है की प्रदेश में भूमि का 8.24 प्रतिशत हिस्सा खेती लायक नहीं बचा।
प्रदेश में लगातार गहराता कृषि संकट यहां रहने वाली आबादी के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। खेती लगातार घटे का सौदा बनती जा रही है और किसानों पर कर्जे का बोझ बढ़ता जा रहा है। 70 के दशक के दौरान 34.9 प्रतिशत खेती से जुड़े परिवार कर्जे में थे, जो की 80 के दशक में घट कर 11.61 प्रतिशत हो गया था और 2019 के आंकड़ो में यह 47.5 प्रतिशत हो गया। 2019 के राष्‍ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) के आंकड़ों के अनुसार 39.6 प्रतिशत किसानी परिवार कर्जे में डूबे हुए हैं और इस में साफ दिखता है कि 2000 के बाद से लगातार बैंकों से लिए गए कर्जे का हिस्सा घटा है और निजी साहुकारों से लिया गया कर्जा बढ़ रहा है।

2022 के एक सर्वेक्षण में भी यह पाया गया कि औसतन प्रत्येक किसान लगभग 6 लाख 4 हज़ार के कर्जे में है। इस कर्जे में भी बैंकों से लिए गए कर्जे का हिस्सा 66.71 प्रतिशत है और निजी साहुकारों से लिये गये कर्जे का हिस्सा 33.29 प्रतिशत है जिसमे ब्याज की दर 25 से 36 प्रतिशत तक है। कृषि के उत्पादन और उत्पादकता की दर की अस्थिरता के चलते लगातार कृषि से होने वाली आमदनी में कमी आई है। नहरी पानी से सींचित ज़मीन का रकबा घटना, भूजल पर निर्भरता बढ़ना, असंत्युलित रासायनिक खाद व कीटनाशक इत्यादि के अंधाधुंध इस्तेमाल में बढ़ोतरी, मिट्टी की उर्वरकता कम होने से लगातार उत्पादन की लागत बढ़ना आदि किसान की आय को घटा रहा है जो कि खतरे की घंटी है। इस लिए कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि हरियाणा में भी किसानी से जुड़े लोग आत्महत्या कर रहे हैं। 2022 में 266 व 2021 में 213 आत्महत्याएं दर्ज की गई हैं।

कृषि के आधारभूत ढांचे को विकसित करने के लिए सरकार द्वारा किये जाने वाले खर्च में लगातार कमी आई है। कृषि के ढांचे को विकशित करने के लिए जो खर्च सरकार को करना था उसके अभाव में सारा बोझ जाहिर है किसान के सर पर आ पड़ा है। सार्वजनिक क्षेत्र से कृषि में निवेश घटा कर, किसानों को कार्पोरेट पर निर्भर बनाया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही बजट में कृषि के लिए आवंटन में कटौती और निर्धारित हिस्से से भी कम खर्च कर रही हैं।

किसान-मज़दूर आयोग और नेशन फ़ॉर फ़ार्मर्स द्वारा मांग की गई कि यह बहुत ज़रूरी है कि हरियाणा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दलों के घोषणापत्रों और बहसों में कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण मांगें शामिल की जाएं।

किसान-मज़दूर आयोग और नेशन फ़ॉर फ़ार्मर्स का मानना है कि किसानों और ग्रामीण मजदूरों के के हितों को ध्यान में रखते हुए सभी राजनीतिक दलों को निम्नलिखित बातों के लिए प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए।

1) किसान-मजदूर आयोग की स्थापना सरकार द्वार की जाए। यह आयोग व्यवस्था द्वारा स्थापित निकाय की तरह काम करेगा, जिसमें सरकारी अधिकारियों के अलावा कृषि क्षेत्र के विशिष्ट जानकार शामिल होंगे। नई सरकार को कृषि संकट और उससे जुड़े मुद्दों पर हरियाणा विधानसभा में एक विशेष सत्र बुलाना होगा।

2) अक्टूबर में बनने वाली नई सरकार को हरियाणा में कपास, धान, गेहूं, दलहन, बाजरा, मक्का और गन्ने जैसी सभी फ़सलों के लिए मौजूदा और अपर्याप्त न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता दिखानी होगी। धान के लिए छत्तीसगढ़ और उड़ीसा की तर्ज पर 3100 रू एमएसपी दिया जाए। तमिलनाडु और केरल राज्य लंबे समय से केंद्र द्वारा तय एमएसपी पर बोनस बढ़ाकर देते रहे हैं। सी2+50 प्रतिशत के फार्मूला के तहत सभी फसलों की गारंटीशुदा खरीद सुनिश्चित करनी होगी। सरकार को तेज़ी से हस्तक्षेप करते हुए लागत में होती बेतहाशा वृद्धि को नियंत्रित करना होगा। पिछले काफी समय से सभी फ़सलों की उत्पादन लागत में बढ़ोतरी होती रही है।

3) नई सरकार को भूमि अधिकार से जुड़े मुद्दों को तत्काल अपने संज्ञान लाना होगा। हरियाणा की नई सरकार को अंधाधुन्द भूमि अधिग्रहण पर रोक लगनी होगी।
4) नई सरकार को काश्तकारों/बटाईदार किसानों के हितों की पहचान करनी होगी, उन्हें मान्यता देनी होगी और उनके अधिकारों की रक्षा करनी होगी। यह सुनिश्चित करना होगा कि कृषि से संबंधित सभी सरकारी योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचे। किसान मज़दूर आयोग और नेशन फ़ॉर फ़ार्मर्स का मानना है कि ‘किसान’ होने की परिभाषा में, ज़मीन का मालिकाना हक़ रखने वाले किसान, भूमिहीन किसान (खेतिहर मज़दूर), बटाईदार किसान, महिला किसान, दलित किसान और पशुपालक किसान सभी शामिल हैं।
5) प्रधानमंत्री फ़सल बीमा योजना में आमूलचूल परिवर्तन लाना होगा। अन्य कई राज्य सरकारों द्वारा पहले से ही स्वतंत्र योजना शुरू की गई है या मूल योजना में बदलाव करते हुए उसे नए रूप में संचालित कर रही है। कृषि क्षेत्र में बीमा योजना की डोर सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों के हाथों में होनी चाहिए, न कि कॉर्पोरेट बीमा कंपनियों के हाथों में, जिन्होंने इस योजना के हज़ारों करोड़ रुपए हड़पे हैं – और किसानों को बहुत मामूली लाभ मिला है। पूरे देश में किसानों के लाखों दावे नियमित तौर पर कॉर्पोरेट बीमा कंपनियों द्वारा ख़ारिज किए जा रहे हैं।
6) नई सरकार को हरियाणा में क़र्ज़ माफ़ी की प्रक्रिया से जुड़ी ख़ामियों को दूर करना होगा।
7) हरियाणा कृषि पर जलवायु परिवर्तन का असर काफ़ी तेज़ी से पड़ने लगा है। नई सरकार को किसानों और खेत मज़दूरों का स्वास्थ्य व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्दी क़दम उठाने होंगे। उदाहरण के लिए, हर खेत में विश्राम करने के लिए आश्रयों के निर्माण की व्यवस्था करनी होगी। पिछली गर्मियों के मौसम में, खेतिहर मज़दूर 50 डिग्री सेल्सियस व उससे भी ज़्यादा तापमान में हाड़तोड़ मेहनत करने को मजबूर थे। सरकार को भंडारण, पशु बचाव और लोगों के आश्रय की साझा व्यवस्था स्थापित करने में मदद करनी होगी।
8) लगातार घटते भूजल की समस्याय के समाधान के लिए भूजल संचय की व्यवस्था करनी होगी। मेरा पानी मेरी विरासत योजना को सभी किसानो के लिए लागू किया जाए। ड्रिप सिंचाई योजना को पूर्ण सब्सिडी दि जाए।
9) असंतुलित रसायनिकी खेती से दूषित होती जलवायु को बचने के लिए मिश्रित संतुलित खेती विशेषकर दलहनी खेती को साथ में बढ़ावा दिया जाए। सभी ब्लोक स्तर पर कृषि विज्ञानं केन्द्रों का होना सुनिश्चित किया जाए तथा ग्राम सत्र पर किसानो को खेती से जुडी सलहा के लिए कृषि विज्ञानिक न्युक्त किये जाए।
10) मनरेगा को प्रदेश में मजबूत किया जाए साथ ही समय पर मजदूरी की अदायगी सुनिश्चित की जाए व 200 दिन का काम एवं 800 रुपये प्रतिदिन मजदूरी दी जाए ।
11) मनरेगा के अलावा भी भूमिहीन मज़दूरों को आजीविका के अन्य स्रोतों और सहायता की सख़्त ज़रूरत है। विशेष रूप से भूमिहीन महिला मज़दूरों को ज़मीन के छोटे टुकड़ों का अधिकार मिलना चाहिए, जिस पर वे पशुपालन, मुर्गी पालन कर सकें और अपना पेट पालने के लिए साग-सब्ज़ियां उगा सकें। सामुदायिक ज़मीनों और संसाधनों में उन्हें प्राथमिकता दी जाए। जल स्रोतों, सामुदायिक कुओं, ट्यूबवेल और ऐसे तमाम अन्य सार्वजनिक संसाधनों पर भूमिहीन किसानों को समान और संपूर्ण अधिकार मिलने चाहिए। उपरोक्त सभी उपायों में दलितों व पीछाड़ो का ख़ास ध्यान रखा जाना चाहिए।
12) छोटे व सीमांत किसानों और खेतिहर मज़दूरों के लिए, नई सरकार को तत्काल एक प्रभावी पेंशन योजना शुरू करनी होगी। बिखरती नज़र आती सार्वजनिक वितरण प्रणाली में भी नई जान फूंकने और उसे मज़बूत बनाने की ज़रूरत है।

13) नए स्थापित किसान- मजदूर आयोग को कृषि क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की समस्या और सिंचाई की निराशाजनक स्थिति को तुरंत संज्ञान में लेना होगा और उसका समाधान करना होगा। हरियाणा में इन दोनों क्षेत्रों में जारी लूट को ख़त्म करने से इसकी शुरुआत होनी चाहिए।

14) सहकारी एवं सामूहिक खेती के लिए नई सरकार को निति निर्धारण करना होगा। छोटे किसानो को साझा खेती शुरू करने की लिए सरकारी मदद मिले।

15) डिजिटल कारण के नाम पर किसानों पर बढाती निगरानी को रोका जाए तथा किसानों व खेती से जुड़े डाटा पर किसानो का अधिकार सुनिश्चित किया जाए। जनता को रहत पहुचने वाली सरकारी योजनाओं से लोगो को बहार रखना बंद किया जाए। सरकार द्वारा डाटा संचालन के लिए जरुरी तकनिकी उपकरण व सहयता किसानो उपलब्ध कराये जाए व समाधान केंद्र खोले जाए।

16) उपरोक्त उपायों का लाभ ग्रामीण इलाक़ों को होगा, लेकिन इनसे राज्य में पलायन के संकट और शहरों पर बढ़ते दबाव को भी कम किया जा सकेगा। सरकारी निवेश की इस प्रकृति का पूरे हरियाणा में कई गुना असर दिखेगा। ये उपाय
रोज़गार पैदा करेंगे, प्राकृतिक संसाधनों में नई जान फूंक देंगे, ख़ुशहाली बढ़ाएंगे और कृषि उत्पादकता में वृद्धि करेंगे।

 हल्के की जनता ने हमेशा मुझे अपना आशीर्वाद दिया: अनूप धानक

जगदीश असीजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, उकलाना, 14      सितंबर :

हलके की जनता का हमेशा मेरे ऊपर आशीर्वाद रहा है और इस बार भी  हलके की जनता मुझे आशीर्वाद देकर अपना सेवक चुनेगी। यह बात भाजपा प्रत्याशी अनूप धानक ने उकलाना हल्के में चौथे दिन अपने जनसंपर्क अभियान के तहत ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कही।

अनूप धानक ने अपने जनसंपर्क अभियान का शुभारंभ आज गांव सुरेवाला से किया और बिठमड़ा बुढ़ाखेड़ा, प्रभुवाला, कल्लर भैणी, हसनगढ़, कुंभा, खरकड़ा, बोबुआ, गैबीपुर, नया गांव, भैणी बादशाहपुर, भेरी अकबरपुर, उकलाना गांव में पहुंचे और ग्रामीणों से भाजपा को ज्यादा से ज्यादा वोट देने की अपील की। गांवों में पहुंचने पर ग्रामीणों द्वारा भाजपा प्रत्याशी अनूप धानक का फूलमालाओं व गुलदस्ते देकर जोरदार स्वागत किया गया तथा पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। लोगों से मिल रहे आशीर्वाद से उत्साहित होकर भाजपा प्रत्याशी अनूप धानक ने कहा कि उकलाना हलके की जनता का उन्हें भरपूर प्यार और आशीर्वाद मिल रहा है। उकलाना हल्के की जनता इस बार कमल का फूल खिलाने जा रही है। उकलाना हलके की जनता प्रदेश के विकास में अपनी भूमिका निभाते हुए उकलाना हलके से भारतीय जनता पार्टी को विजयी बनाते हुए प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने में आहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने किसान कमरे वर्ग के हितों में कार्य किया है और किसानों की लगभग सभी फसलों को एमएसपी पर खरीदने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं बनाकर लागू की गई। महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए नई योजनाएं बनाई गई, युवाओं को अच्छी शिक्षा के लिए व्यवस्था की गई और प्रदेश की जनता को घर बैठे ही ऑनलाइन तरीके से सभी तरह की सुविधा देने का कार्य भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा किया गया। अनूप धानक ने कहा कि उकलाना हलके में भाजपा की एक तरफ़ा लहर बन चुकी है और हल्के की जनता रिकॉर्ड मतों से भारतीय जनता पार्टी को विजयी बनाएगी।

इस मौके पर भाजपा के हल्का प्रभारी डॉ वैभव बिदानी, संयोजक हवासिंह धारीवाल, बहादुर सिंह नंगथला, मनोनीत पार्षद डॉक्टर शम्मी नागपाल जिला पार्षद विकास सेलवाल, रामफल नैन,  सुरजीत ख्यालिया, मंडल अध्यक्ष दिलबाग सिंह, सुमित लितानी, सुशील रेढू, जिला पार्षद अजय धुँधवाल, राधिका गोदारा, आरजू थाकन, विनोद कुमार सहित भाजपा के वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

जेजेपी प्रवक्ता योगेश शर्मा हिलालपुरिया ने भी ली कांग्रेस की सदस्यता

  • ओबीसी मोर्चा के बाद बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र मांढ़ी भी हुए कांग्रेस में शामिल
  • करनाल के दो बार विधायक रहे व पूर्व मंत्री जयप्रकाश गुप्ता ने भी ज्वाइन की कांग्रेस
  • लगभग 50 पूर्व मंत्री, विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद भाजपा छोड़कर कांग्रेस में हो चुके हैं शामिल
  • टिकट बंटवारे के बाद सैंकड़ों नेता व पदाधिकारी छोड़ चुके हैं बीजेपी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  14 सितंबर:

पिछले 2 साल से बीजेपी में मची भगदड़ रुकने का नाम नहीं ले रही है। टिकट बंटवारे के बाद से बीजेपी के सैंकड़ों नेता व पदाधिकारी कांग्रेस ज्वाइन कर चुकी हैं। शनिवार को भी भाजपा के दो बड़े नेताओं ने कांग्रेस ज्वाइन की। पूर्व मंत्री व करनाल से दो बार विधायक रहे जयप्रकाश गुप्ता भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली है। साथ ही  भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष और बाडढ़ा से पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी ने भी भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामा है। जेजेपी प्रवक्ता योगेश शर्मा हिलालपुरिया ने भी कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की। इनके अलावा भी भाजपा और जजपा को छोड़कर आए सैकड़ों नेताओं, ब्लाक समिति चेयरमैन, सरपंचों व कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस का दामन थामा।

हुड्डा और चौ. उदयभान ने सभी नेताओं का पार्टी में स्वागत किया और उन्हें पूर्ण मान-सम्मान का भरोसा दिलाया।  

इस मौके पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा के 10 साल के राज में हर वर्ग दुखी है। हक मांगने पर किसान, जवान, नौजवान, पहलवान, कर्मचारी और सरपंच सभी पर इस सरकार ने लाठियां बरसाई हैं। बीजेपी सरकार ने दलितों व पिछड़ों का आरक्षण, गरीबों का राशन और व्यापारी वर्ग से प्रोटेक्शन यानी सुरक्षा को छीन लिया। हर वर्ग बीजेपी से पूरी तरह त्रस्त हो चुका है। भाजपा की जनविरोधी नीतियों से नाराज करीब 50 पूर्व मंत्री, विधायक और पूर्व विधायकों कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। कांग्रेस का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है और बीजेपी की सियासी जमीन खिसकती जा रही है। इसलिए प्रदेश में भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाने जा रही है।

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि भाजपा केवल झूठ और दिखावे की राजनीति करती है। भाजपा सरकार में ना तो दलित व पिछड़ा वर्ग का आरक्षण सुरक्षित हैं और ना ही मेहनतकश समाज। यही वजह है कि दो दिन में ही भाजपा के दो प्रकोष्ठों के प्रदेशाध्यक्ष कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष कर्णदेव कंबोज ने शुक्रवार को और भाजपा किसान प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र मांढी ने शनिवार को कांग्रेस ज्वाइन की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ही 36 बिरादरी के हित सुरक्षित हैं, क्योंकि कांग्रेस जोड़ने की राजनीति करती है और बीजेपी बांटने की।  

शनिवार को सोहना ब्लॉक समिति चेयरमैन विक्रांत डागर, बेरी से पंचायत समिति चेयरमैन बादल, आलदुका सरपंच भंजू, हसनपुर सरपंच राजू, कुलबीर सरपंच, बेरला के पूर्व सरपंच राजू, अलीपुर सरपंच अशोक डागर, पूर्व चेयरमैन व दादरी किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष विकास उर्फ भल्ले राम, नूंह के व्यापार सैल के पूर्व अध्यक्ष हाजी सुवराती खान, बाढडा अध्यक्ष मंगल गोपी, बाढडा के मंडल महामंत्री मंजीत पहलवान, जेजेपी के पूर्व हलका अध्यक्ष रामफल, कान्हडा सरपंच लीला राम, जाट समाज अध्यक्ष विद्यानंद, पूर्व सरपंच सत्यवान, बाडढा से पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष सिटी, कुलजीत श्योराण, मुकेश यादव, देवेंद्र यादव, मोहन डागर, राकेश राठी, ओमबीर राठी, जगदीश डागर, बलजीत राठी, भारत राठी, बेदराम राठी, हंसराज राठी, सुखबीर डागर, सुंदर भामला, रविंद्र डागर, मोहित राठी, धीरज राठी, अजय डागर, ओमबीर डागर, राजेंद्र, मोनू, राहुल, सचिन,  शक्तिराज कान्हडा, बलवान सिंह कान्हडा, पिंकेश कान्हडा, कपुर सिंह, संदीप सिंह, ललित कुमार, बाबूराम नंबरदार, कंवरपाल नंबरदार, अरुण शर्मा, देवी पहलवान, राजेंद्र अली, तेजी मास्टर, सतीश कुमार, सुक्की, हरकेश, दुष्यंत, हिम्मत सिंह, महीपाल, हेमराज, श्याम, अभिषेक राघव, मोहन सिंह, प्रदीप शर्मा, राजू सेहरावत समेत सैंकड़ों नेता व कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा।