22 जुलाई को टोहाना में विशाल रैली से शुरू होगा चौथे चरण की यात्रा

चण्डीगढ़, 10 जुलाई।

होडल, पानीपत और मेवात में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की जनक्रांति यात्रा को मिले जबरदस्त जनसमर्थन के बाद अब चौथे चरण की यात्रा कि तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है। जनक्रांति यात्रा का यह चरण 22 जुलाई को फतेहाबाद जिले के टोहाना से शुरू हो रहा है। इस दिन होडल, समालखा और पुन्हाना की तर्ज पर टोहाना में एक बड़ी रैली का आयोजन किया जा रहा है।

इस यात्रा की सफलता के लिये सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने 22 जुलाई तक अपने अन्य सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर कर्यकर्ता सम्मेलनों और जनसभाओं के आयोजन का तूफानी कार्यक्रम बनाया है। वे 13 जुलाई को बरवाला, 14 जुलाई को उकलाना, 15 जुलाई को नारनौंद व हांसी, 16 जुलाई को रतिया, 17 जुलाई को डबवाली, 18 जुलाई को रानिया, 19 जुलाई को टोहाना और 20 जुलाई को जींद में कार्यकर्ता सम्मेलनों तथा जनसभाओं के माध्यम से जनता को टोहाना रैली में पहुँचने के लिये प्रेरित करेंगे।

इसके अतिरिक्त पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ रघुबीर सिंह कादयान को जनक्रांति यात्रा के चौथे दौर का प्रभारी बनाया गया है, उनके साथ श्रीमती गीता भुक्कल, पूर्व सांसद श्री शादीलाल बत्रा, पूर्व मंत्री श्री सतपाल सांगवान को भी जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

कांग्रेस के कई वरिष्ठ विधायक तथा नेताओं को टोहाना के साथ लगते विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में जनता को रैली में पहुँचने के लिये निमंत्रण देने का काम सौंपा गया है। विधायक आनन्द सिंह दांगी को जुलाना तथा नारनौंद, विधायक जयतीर्थ दहिया को बरवाला, विधायक जयवीर बाल्मीकि तथा पूर्व विधायक सन्त कुमार को उचाना, विधायक श्री जगबीर सिंह मलिक व विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा को नरवाना तथा सफीदों, विधायक शकुंतला खटक व जयदीप धनखड़ को उकलाना, पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा को रतिया, पूर्व विधायक भारत भूषण बत्रा को हिसार, भीमसेन मेहता को फतेहाबाद से 22 जुलाई को टोहाना में होने वाली रैली के लिये भीड़ जुटाने का काम सौंपा गया है। डॉ रघुबीर सिंह कादयान यात्रा प्रभारी के अतिरिक्त हांसी हलके से ज्यादा से ज्यादा लोगों को रैली में पहुँचाने का काम भी देखेंगे।

पाँचवे तथा छठे चरण की जनक्रांति यात्रा के लिये क्रमशः महेंद्रगढ़ और यमुनानगर जिलों का चयन किया गया है जिसका विस्तृत कार्यक्रम तथा प्रभारी नेताओं की सूची शीघ्र जारी कर दी जायेगी।

गृहमंत्री कि मौजूदगी में 6000 छात्र एसपीसी के दायित्वों कि शपथ लेंगे


21 जुलाई को गुरूग्राम में गृहमंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में 6000 स्कूली छात्र इस प्रोजेक्ट में प्रदेश के प्रति अपने दायित्व की शपथ लेंगे।


चंडीगढ।

हरियाणा में युवा पीढ़ी कानून, नागरिक भावना, लोकतांत्रिक व्यवस्था का सम्मान और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निवर्हन बेहतर तरीके से कर सकें, इसके लिए उनके व्यवहार और दैनिक दिनचर्या में बदलाव लाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। पुलिसिंग व्यवस्था से नजदीकी से परिचित कराने तथा समय आने पर इस प्रकार की भूमिका को समाज हित में निभाने के लिए नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) की तर्ज पर छात्र पुलिस कैडेट (एसपीसी) को शुरू किया जा रहा है। हरियाणा के स्कूली छात्रों को राष्ट्र्र, पदेश और समाज के प्रति जागरूक बनाने की दिशा में प्रारंभ किए जा रहे इस प्रोजेक्ट के माध्यम से सरकार की मंशा छात्रों को राष्ट्रीय युवा नीति के उद्दश्यों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्र निर्माण में शामिल होने के लिए प्रेरित करना है।

छात्र पुलिस कैडेट अभियान में आठवीं से ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों को पुलिस विभाग गृह विभाग, शिक्षा विभाग, परिवहन विभाग, वन विभाग एवं स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर न केवल व्यवस्था से परिचित कराएंगे, अपितु अलग-अलग परिस्थितियों में वह क्या कदम उठाएं, इसका भी प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। छात्र, छात्राओं को कानून का सम्मान करने, अनुशासन बनाए रखने, सामुदायिक भावना, समाज के कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति विकसित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। यही नहीं उन्हें परिवार, समुदाय, पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए नशा, असभ्य एवं असहिष्णु व्यवहार, सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लडऩे के लिए प्रेरित करेगा।

वर्ष 2006 में कोच्चि पुलिस ने शुरू किया था प्रोजेक्ट…

वर्ष 2006 में केरल के कोच्चि सिटी पुलिस द्वारा 30 स्कूलों के 400 छात्रों के साथ एक अभियान शुरू किया गया, जिसमें पुलिस अधिकारियों द्वारा उनके साथ सामुदायिक मुद्दों पर चर्चा करते हुए पुलिसिंग व्यवस्था से परिचय कराया गया। इसके बाद छात्रों के रूझान और उनकी इच्छा को देखते हुए इसे प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया और जनवरी 2010 में कोझिकोड में भीड प्रबंधन में ऐसे प्रशिक्षित छात्रों की क्षमता का उपयोग किया गया। इसके बाद 2 अगस्त 2010 में 127 स्कूलों के 11 हजार विद्यार्थियों के साथ प्रोजेक्ट शुरू किया गया।

हमारा मकसद प्रदेश के युवाओं को सामाजिक व्यवस्था के प्रति जवाबदेह बनाने तथा पुलिसिंग व्यवस्था से परिचित कराने का है। हाल ही में इजराइल दौरे के दौरान देखा था कि प्रत्येक युवा को सैन्य प्रशिक्षण अनिवार्य है, ताकि वह अपने राष्ट्र के हितों के प्रति सजग बन सकें और उचित समय आने पर अपना योगदान दे सकें। इस पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह से चर्चा हुई तो उन्होंने केरल में एक दशक से चल रही छात्र पुलिस कैडेट को अपनाने की सलाह दी। 21 जुलाई को गुरूग्राम में गृहमंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में 6000 स्कूली छात्र इस प्रोजेक्ट में प्रदेश के प्रति अपने दायित्व की शपथ लेंगे।
मनोहर लाल, मुख्यमंत्री हरियाणा

आखिरकार निगम ने कंपनी को किया टर्मिनेट, मेयर और शहरवासियों की जीत


एग्जिक्यूशन की पावर कमिश्नर के पास है, वही इस बारे में बता सकते हैं। परंतु इतना स्पष्ट है कि काम हो चुका है।
-देवेश मौदगिल, मेयर, चंडीगढ़


चंडीगढ़। शहरवासियों को बधाई। पेड पार्किंग का ठेका लंबी जद्दोजहद के बाद आज रद कर दिया गया। पिछले तीन-चार महीनों से चल रहे पेड पार्किंग के मुद्दे का आज आखिरकार पटाक्षेप हो ही गया। नगर निगम चंडीगढ़ ने इस तिमाही की रकम समय से अदा न होने के चलते पार्किंग ठेका कंपनी ‘आर्या टोल इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड’ को आखिरकार टर्मिनेट कर दिया।

नगर निगम के मेयर देवेश मौदगिल के पदभार संभालते ही कई परेशानियों का अंबार खड़ा हो गया था। किंतु वह शहर के आम लोगों के साथ थे। बार-बार उनका यही कहना होता था कि जब पार्किंग स्मार्ट नहीं हुई तो पैसे क्यों बढ़ाए जाएं। उनके कार्यकाल के पूर्व ही किए गए एक एमओयू में सारी शर्तें लगभग पार्किंग ठेकेदार आर्या इंफ्रा टोल प्रा.लि के पक्ष में थी।

पूर्व मेयर अरुण सूद भी ठेकेदार के पक्ष में ही सदन की बैठकों में बार-बार बयान देते रहे और कहते रहे कि एमओयू की शर्तों के अनुसार ठेका रद नहीं हो सकता किंतु शुक्र है आखिरकार ठेका रद हो गया और मेयर देवेश मौदगिल की वास्तविक रूप में विजय हुई क्योंकि उन्होंने शुरू में ही कहा था कि ठेका रद करा कर ही दम लेंगे।

निगम ने की पार्किंग चलाने की तैयारी….

इस बीच नगर निगम चंडीगढ़ की तरफ से विगत तीन दिनों से ठेका रद करने के बाद पजेशन की तैयारी की जा रही थी। सूत्रों ने बताया कि कंपनी को आदेश भेजा जा चुका है कि जितना जल्दी हो वह पार्किंग्स खाली कर दे ताकि निगम उन पार्किंग्स को अपने विभागीय कर्मियों द्वारा संचालित कर सके। पता चला है कि ठेके को संचालित करने के लिए कुल 240  कर्मियों की टीम गठित की जा चुकी है उन्हेें पर्चियां भी थमा दी गई हैं। इसके अलावा चार अधिकारी भी इसकी मॉनिटरिंग के लिए तैनात किए जा चुके हैं।

जेई सीधे तौर पर इसकी सुपरविजन करेगा। इसके इंचार्ज एसडीओ पूरी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग करेंगें और रिपेार्ट हर रोज देंगे। इसके इलावा डेली कलेक्शन एसडीई पार्किंग कार्यालय में जमा की जाएगी। पार्किंग स्थलों ड्यूटी करने वालों की दो टीमें गठित की गई हैं जिसके तहत पहली टीम सुबह  7  बजे अपना कार्यभार संभालेगी और ६ घंटे की ड्यूटी करेगी, जबकि दूसरी टीम सायं  7 बजे तक ड्यूटी करेगी। कुल 13 घंटों की ड्यूटी शामिल है।

सदर की विगत माह की बैठक में इस पर लंबी चौड़ी बहस हुई थी। अधिकांश पार्षद मेयर के फैसले के साथ थे। उनके द्वारा गठित कमेटियों ने भी ठेकेदार द्वारा किए गए वॉयलेशन का हवाला देकर ठेका रद करने की सिफारिश की थी। अभी हाल ही में ज्वाइन किए नगर निगम कमिशनर आईएएस केके यादव ने भी पूरे मामले का अध्ययन करने को एक माह का समय मांगा था।

विगत  29जून को सदन की मासिक बैठक के दौरान भी पार्षदों में रोष था कि ठेका टर्मिनेट क्यों नहीं हो रहा जबकि सदन ने इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित किया हुआ है। कमिश्नर ने उसी वक्त कहा था कि जज्बाती होने से काम नहीं होता और सदन के प्रस्ताव से भी ठेका रद नहीं किया जा सकता। अत: कानूनी प्रक्रिया के तहत वॉयलेशन को ही आधार मानकर आगे कार्रवाई करना उचित होगा। उन्होंने निगम की कानूनी शक्तियों का हवाला भी दिया था।

संवाददाताओं ने ठेका कंपनी के ठेकेदार सुनील बदलानी से फोन पर संपर्क किया उनका जवाब था कि उनका ठेका टर्मिनेट कर दिया गया। साथ ही उनका यह भी कहना था कि कंपनी इस मामले को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी और जो भी उसका बकाया होगा उसे लेकर ही रहेगी।

अंतत: आर्याटोल इंफ्रा प्रा लि. इनके जाल में फंस ही गई। विगत शुक्रवार को निगम द्वारा कंपनी को शो कॉज नोटिस जारी किया गया था। अगले दिन उसे तिमाही की बकाया राशि करीब  3.69 करोड़ रुपये की अदायगी निगम के खाते में करनी थी। निर्धारित समय व तिथि बीत जाने के बावजूद कंपनी ने पैसों की अदायगी नहीं की। निगम के ज्वाइंट कमिशनर तेजदीप सैनी ने कहा था कि वॉयलेशन के तहत कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। हांलाकि आज संवाददाताओं द्वारा पूछे जाने पर तेजदीप सैनी ने कोई बात नहीं की, किंतु मतलब साफ था कि निगम की तरफ एक्शन हो चुका था।

बता दें कि पेड पार्किंग शहरवासियों में भी पार्किंग दरे डबल किए जाने के खिलाफ भारी रोष था। लोगों का कहना था कि पार्किंग तो स्मार्ट हुई नहीं, लेकिन ठेकेदार ने दरें डबल कर दी। उधर, ठेकेदार का कहना था कि नगर निगम चंडीगढ़ की तरफ से समझौते के अनुसार उसे सेक्टर- 22 की पार्किंग की पूरी जगह उपलब्ध नहीं कराई गई लिहाजा कंपनी को ठेका लेने के साथ ही १० करोड़ की आर्थिक क्षति उठानी पड़ी। किंतु आखिरकार जीत शहर के लोगों की ही हुई है।

 

PU Senate Adjourned

The Senate Meeting of Panjab University was held today with 16 members participating in the meeting. After the Vice Chancellor’s statement, several members recall the contributions of Prof. Arun K. Grover, Vice Chancellor, PU during the last 6 six years.

Before the taking up of Agenda items, a few members opined that the meeting be postponed in view of thin attendance. However, some members opined that agenda items like ratification of CAS promotions, confirmation of employees and items related to commencement of new session be dealt with by the members present and remaining matters be deferred to a later sitting of the Senate, to be rescheduled in a near future.

There was lack of consensus on the above two alternatives. A vote was then taken  on the above options. Seven persons favoured the former option and six members favoured the latter one.

The Vice Chancellor opined that he shall inform the Chancellor’s office of the deliberations of today’s Senate meeting and shall seek the guidance on convening of the next sitting of the Senate from Chairperson of Senate, namely, The Chancellor, PU on whose behalf the VC presides over the Senate meeting.

The Senate, however, authorised the Vice Chancellor to take a call on the essential items related to the smooth commencement of new academic session in consultation with Dean Student Welfare, Prof. Emanual Nahar, Fellow, PU.

Two juveniles sentenced to three years’ imprisonment each for killing a youth


The victim was the only son of his parents. His father Tej Pal works in the Postgraduate Institute of Medical Education and Research’s sanitation department.

 


Chandigarh

July 7, 2018

Two juveniles, who stabbed to death an 18-year-old man at Sector 25 market in August 2016, were sentenced to three years’ imprisonment each by the juvenile court of Chandigarh on Saturday. The court also slapped a fine of Rs 600 each on the convicts. The accused were arrested after a CCTV footage of the incident went viral. The two have been sentenced to imprisonment under sections 302 (murder), 147 (rioting) and 148 (rioting, armed with deadly weapon) of the Indian Penal Code.

The juveniles were granted bail after furnishing bonds in the court on Saturday.

The victim was the only son of his parents. His father Tej Pal works in the Postgraduate Institute of Medical Education and Research’s sanitation department. The incident occurred in August 2016 when the victim, Vikas, was at the Sector 25 market along with two friends. When he was about to leave, a youth started beating him up. Though he tried to run away, a group of youths caught him within seconds and pounced on him with sharp weapons. When Vikas fell on the ground, he was repeatedly stabbed in the neck, back and head. A passer-by intervened but the attackers managed to flee, leaving the victim bleeding. The victim was rushed to Government Multi-Specialty Hospital (GMSH) Sector 16, Chandigarh, where he succumbed to injuries. Police then registered a case under Section 302 of the IPC at Sector 11 PS in Chandigarh.

During investigation, nine persons, including Kuldeep, Vishal, Vikas alias Polcia and Raju and five juveniles, were arrested initially. Later, when the juvenile court declared three of the five juveniles as major, only two juveniles were tried in the juvenile court while the other seven were tried in the Chandigarh district court.

According to police, the accused were arrested after the police received vital clues about the incident from the CCTV footage. The accused were apprehended from the jungle area of Sector 25. They were all residents of Sector 25, Chandigarh. Police had learnt that there was an old enmity of the victim with the accused youths which led to the murder. The victim was involved in a brawl with the accused earlier as well, following which they planned to assault him. Vikas had entered into a brawl with the other group following which a cross-case was also registered against him at Sector 11 PS following which Vikas had returned home from jail just 15 days before his murder.

During the trial, the counsel for defence, Rohit Mahajan, argued in court that the juveniles had been falsely implicated in the case as one of them was the brother of an accused Kuldip because of which the juvenile was also held by the police among the nine arrested. It was also argued that the victim was a history-sheeter and several criminal cases were pending against him in the juvenile court.

After hearing the arguments and going by evidence, the court held the duo guilty and sentenced them to imprisonment for three years. Mahajan said they would appeal against the order in the sessions court.

Traffic chaos following closure of the railway crossing 126


Local residents said after the closure of the railway crossing, rush on the internal roads in Modern Housing Complex towards Kalagram light point, which links to Madhya Marg, has increased.


Chandigarh

June 7, 2018

Commuters through Madhya Marg are having a tough time due to traffic chaos following closure of the railway crossing 126 at Manimajra here due to an ongoing construction work of a Railway Under Bridge (RUB), even as the authorities are claiming to reopen it in the next 10-15 days.

Local residents said after the closure of the railway crossing, rush on the internal roads in Modern Housing Complex towards Kalagram light point, which links to Madhya Marg, has increased. “Earlier, commuters from Manimajra and Panchkula preferred the railway crossing, but as it has been barricaded from both the sides, people have no option, but to use the Madhya Marg,” said a local resident.

Though the RUB work had started in February, the road through the railway crossing had been closed on June 25 for shifting the underground pipelines of sewage, rainwater and drinking water.

In the peak hours, the stretch between Railway and Housing Board light points on Madhya Marg becomes more chaotic.

Sub-divisional Engineer (SDE) with the Chandigarh Municipal Corporation (MC), Joginder Kumar, however, said two-wheeler riders are allowed to use the crossing.

Even though the two-wheeler riders are passing through the railway crossing, Randhir Singh, a resident of Modern Housing Complex, said four-wheelers cannot. “We have to use Kala Gram light point to reach Madhya Marg. The crossing was considered to be an alternative route, widely being used by emergency vehicles, including ambulances,” said the Panjab University employee.

The SDE said the railway crossing will reopen within 10 days. “The work of shifting all the pipelines are in last stage. The road, which was dug for shifting the pipelines, will be reconstructed. “

The work of shifting the three underground pipelines is being done by a private contractor, Pawan Kumar, under the supervision of public health department of Chandigarh Municipal Corporation (MC).

A traffic police inspector, too, confirmed a communication from the public health department of the MC, suggesting that the railway crossing will reopen within a fortnight. He, however, said that it seemed to take more time.

Meanwhile, the work was halted for over three hours on Saturday following a complaint that the private contractor was stealing electricity from a nearby tube well for welding.

Senior officers, including SDE Joginder Kumar, went to the spot. Kumar said they found the complaint to be valid. “We have told the contractor to use his generator. Pawan said that the generator had developed a technical snag, so he had to take electricity from the nearby MC tube well in emergency. We are planning to take action against him,” said Kumar.

Later, contractor Kumar start using his generator for the welding work. A JE-rank officer, present on the spot, said, after the completion of the work of shifting the pipelines, the union territory administration will take care of rest of the work. “Railway authorities will take over in the last phase. It will take around seven months to complete the RUB,” said the officer.

The railway ministry had given a go ahead for the RUB back in 2013, however, the foundation stone was laid only in April 2017. The RUB will be of low height, 10 feet, under which CTU buses cannot pass. Its width will be 36 feet.

NZ Chandigarh Club(NZCC) Formed

The love and attachment for Chandigarh have encouraged a large number of people from Tri-city (Chandigarh-Mohali and Panchkula) settled in New Zealand to unite together under the banner of NZ Chandigarh Club.

The club formed in June 2018 has attracted many kiwis through the newly created Whats APP group as well as Facebook group. Within a week of its opening, the membership has risen to 65 and the group co-ordinator Reeta Arora claims the number is expected to reach 100 in few days time.

Among the founder members of the NZ Chandigarh Club are successful real estate agents, Licensed Immigration Advisers, lawyers and Chartered Accountants. The group’s activities include cultural get together, educational events and fund raising for charitable purposes.

Reeta Arora has made a call to all the people of Tri-City living in New Zealand to join the club and share their experiences while living in the Tri-City.

The club is holding its first entertainment evening on 14th July 2018 in Papatoetoe, Auckland where local artists of International fame will entertain the members. Prize draws shall also be held and winners will be given valuable prizes.

पत्नी की अत्महत्या से दुखी पति ने भी वही राह ली

रेणु और विजयकांंत

पंचकूला, जुलाई 6।

सेक्टर-16 निवासी महिला ने ट्रेन के आगे कूदकर खुदकशी कर ली। पति को जब घटना के बारे में पता चला तो वह भी अपनी सुधबुध खो बैठा और उसने भी ट्रेन के आगे कूदकर खुदकशी कर ली। दोनों की खुदकशी की सूचना के बाद परिवार में मातम छा गया। पति-पत्नी के शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया गया है।

बताया जा रहा है कि पति-पत्नी विजयकांत व रेणु सेक्टर 16 में रहते थे। पड़ोसियों के मुताबिक उनका आपस में कोई विवाद नहीं था। इसके बावजूद उनकी आत्महत्या का कदम चौकाने वाला है। घर से कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है। जीआरपी चंडीगढ़ पुलिस मामले की जांच कर रही है।

विजयकांंत और रेणु के बीच प्रेम विवाह हुआ था। गत सायं से रेणु घर से गायब थी। पति उसे ढूंढ रहा था। इसी बीच जीआरपी थाने ने विजयकांत को बुलाया और फोटो दिखाई। यह फोटो विजयकांत की पत्नी रेणु की थी। रेणु ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की थी। इसके बाद विजयकांत वहां से गया और वह भी ट्रेन के आगे कूद गया। रेणु और विजयकांंत के दो बच्चे हैं।

दिव्यांग श्रेणियों की संख्या सात से बढ़ाकर 21 की गई है : कृष्ण कुमार

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी

 

चण्डीगढ़, 6 जुलाई

हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की दिव्यांगों के संवेदनशीलता के प्रति ही दिव्यांग अधिकार अधिनियम, 2016 के तहत दिव्यांग श्रेणियों की संख्या सात से बढ़ाकर 21 की गई है। हरियाणा में शीघ्र की दिव्यांग नियम, 2017 के क्रियान्वयन के लिए राज्य स्तरीय सलाहकार बोर्ड का गठन किया जाएगा।

श्री बेदी आज हरियाणा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग तथा पंजाब विश्वविद्यालय चण्डीगढ़ के सामाजिक कार्य विभाग के सहयोग से विश्वविद्यालय के गोल्डन जुबली कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।
श्री बेदी ने दिव्यंागजनों को प्रोत्साहित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग कर्मचारी, स्व रोजगार चलाने वाले दिव्यांगो के नियोक्ता एवं दिव्यांग व्यक्तियों के प्लैसमेंट अधिकारी व एजेंसी, व्यक्ति संस्था, सृजनशील दिव्यांग एवं खिलाड़ी को प्रतिवर्ष दी जा रही 10 हजार से 50 हजार रुपये की पुरस्कार राशि में बढ़ोतरी करने के निर्देश में उपस्थित अधिकारियोंं को दिए। उन्होंने बताया कि दिव्यांग दोस्ताना वैबसाइट डिजाइन करने के लिए हरियाणा में 69 विभागों की पहचान की गई जिनमें 30 विभागें ने अपनी वैबसाईट शुरू की जा चुकी है।

श्री बेदी ने इस कार्यशाला के आयोजन की पहल करने के लिए विभाग के प्रधान सचिव श्रीमती नीरजा शेखर व निदेेशक श्रीमती गौरी प्राशर जोशी तथा सहयोग के लिए विश्वविद्यालय के समाजिक कार्य विभाग की चैयरयपर्सन श्रीमती मोनिका मुंजाल व अन्य संकाय सदस्यों का आभार व्यक्त किया।

उन्होंने बताया की हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल दिव्यांगजनों के प्रति संवेदनशील है और उन्हीं के प्रयासों के फलस्वरूप करनाल में मूक, बधिर व नेत्रहीन व्यक्त्यिों के लिए महाविद्यालय स्तर के एक संस्थान केन्द्र सरकार के माध्यम से खोली जा रही है जिसके लिए हरियाणा सरकार जमीन उपलब्ध करवाएगी जो पानीपत में अंध विद्यालय का दर्जा बढ़ाएंगे।

विभिन्न विभागों ,गैर सरकारी संगठनो, विशिष्टï दिव्यांगजनों व अन्य स्टेक हाल्र्डस का कार्यशाला में भाग लेने के लिए मंत्री ने कहा कि दिनभर चलने वाले इस चिंतन मंथन शिविर से निश्चित रूप से दिव्यांगजनों के शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक एव आर्थिक सामनता के सुझाव उभरकर आएंगे जो दिव्यांगजन अधिनियम,2016 के कार्यान्वयन में राज्य सरकार के लिए नियम बनाने में कारगर व महत्वपूर्ण सिद्घ होंगे।

श्री बेदी ने हरियाणा में दिव्यांगजनों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के वर्ष 2018-19 के कुल 6077 करोड़ रुपये के आवंटन बजट में दिव्यांगजनों के कल्याण हेतु 412.67 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राज्य में दिव्यांगजनों की कुल संख्या 5,46,374 है। जिनमें 1,37,314 मूक एवं बधिर, 82,702 दृष्टिïबाधित, 1,16,026 अस्थिबाधित, 30,070 मन्दबुद्घि, 16191 मानसिक रूप से बीमार, 47250 बहुदिव्यांगता व अन्य दिव्यंगता की संख्या 1,16,821 है।

श्री बेदी ने बताया कि हरियाणा में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए चलाई जा रही पें’शन योजना के तहत 1,54000 पात्र व्यक्तियों को लाभ दिया जा रहा है। नवम्बर,2017 से इन्हें 18 हजार रुपये मासिक पेेशन दी जा रही है जबकि नवम्बर, 2018 सेें इसमें 200 रुपये की वृद्घि कर 2000 रुपये मासिक किया जाएगा। चालू वित्त वर्ष के दौरान इसके लिए 356.28 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

No Excuses Wear A Helmet

UT administrator has issued notification exempting only turbaned Sikh women two-wheeler riders.


Chandigarh administrator VP Singh Badnore issued the notification exempting only turbaned Sikh women two-wheeler riders


Chandigarh July 06,

Helmets have been made mandatory for women two-wheeler riders barring those who wear a turban.

Punjab governor and Chandigarh administrator VP Singh Badnore on Friday issued a notification that exempts only turbaned Sikh women from wearing a helmet while riding two-wheelers in Chandigarh. The order comes into immediate effect.

The decision had been pending since May when the Chandigarh administration had received 14 suggestions, of which seven were in favour of exempting only Sikh women, while the rest were against it. Senior UT officers sent their recommendations to the administrator for a decision.

On April 21, following the directions of the Punjab and Haryana high court, the Chandigarh administration had proposed that all women, except those who were Sikh and wore turbans, will have to wear helmets.

Proposing amendment in Rule 193 of the Chandigarh Motor Vehicle Rules, 1990, the UT had invited objections and suggestions from people within 30 days, from the date of publication of the draft notification in the extraordinary gazette.

The Chandigarh administration had proposed the amendment considering the safety of women, including that of Sikh women who did not wear a turban, particularly in view of the fatalities occurring in road accidents.

In his objection, Hardeep Singh Buterla, president of the Shiromani Akali Dal (SAD), said, “Women wearing helmet is totally against Sikhism. Amending the Chandigarh Motor Vehicle Rules, 1990, will hurt sentiments of Sikhs. We will not allow this to happen.”

On the other hand, RK Garg, president, Second Innings Association, said, “Wearing helmets is mandated for all those riding two-wheelers, but the state government is competent to make relaxation for some categories of two-wheeler riders. In view the high fatality rate of two-wheeler riders, including women, it is the need of the hour that for saving precious lives of all two-wheeler riders, wearing headgear may be made compulsory, as in case of accidents it is not the religion but the life that is the most important.”