Elite Global Earth 2018 coming soon

Anjini founder & Ambassador of Elite Global Earth NZ organising MR/MISS/MS/MRS 2018 on 24th Nov 2018 at Ascot Avenue,Remuera, Auckland, New Zealand

फैशन शो में माँ और बेटा फर्स्ट रनर अप

फोटो और ख़बर:: कपिल नागपाल

पंचकुला के एक होटल में ‘मिस एशिया 2018 फैशन शो’ का आओजन किया गया।

फोटो: कपिल नागपाल

इस आयोजन की खास बात यह रही की आयोजन में प्रथम आने वाले माँ ओर बेटा हैं। जहां गुरदेव कौर को फर्स्ट रनर अप चुना गया वहीं उनके बेटे सागर भटोआ जो मात्र 16 साल का है उसे भी इसी आयोजन में फर्स्ट रनर अप चुना गया। सागर पहले भी कई पंजाबी गीतों मेंबटोर माडल काम कर चुका है।

फोटो: कपिल नागपाल

फैशन शो की प्रतियोगिता में भावना बिष्ट दूसरे स्थान पर रहीं। भावना हरियाणवी ओर पंजाबी गीतों में माडल के तौर पर अपने जलवे बिखेर चुकीं हैं।

‘मनमोहिनी’ की चुड़ैल रेहाना पंडित ने सांझा किए अपने अनुभव

chandigarh

अपने रोमांचक फैंटसी ड्रामा को प्रमोट करने चंडीगढ़ पहुंचीं एक्टर रेहना पंडित

चंडीगढ़, 16 नवंबर 2018। हम लोगों में से अधिकांश भारतीय चुड़ैलों के बारे में लोककथाएं सुनकर बड़े हुए हैं। पीढ़ियों से हमने उनके बारे में सुन रखा है कि वे दुष्ट होती हैं और बड़ी चालाकी से तंत्र-मंत्र करती हैं। क्या परी कथाओं की यह खलनायिका सिर्फ हमारे दिल में पल रहा एक डर है? या फिर वे वाकई भारत के दूरदराज के किसी अंधेरे कोने में रहती हैं। हम कभी उनके अस्तित्व की सच्चाई नहीं जान पाएंगे, लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है यदि कोई चुड़ैल को प्यार हो जाए तो किस तरह का नाटकीय बदलाव आएगा? ज़ी टीवी का अगला प्राइमटाइम शो ‘मनमोहिनी‘ प्यार, बदले की भावनाओं, इच्छाओं, जुनून और ऐसी ही उन तमाम बातों की कहानी है, जो इन सभी चीजों के बीच आती हैं। एलएसडी फिल्म्स के निर्माण में बना मनमोहिनी 27 नवंबर 2018 से शुरू हो रहा है, जिसका प्रसारण हर सोमवार से शुक्रवार शाम 7ः30 बजे ज़ी टीवी पर किया जाएगा। 

राजस्थान की पृष्ठभूमि में रची-बसी इस कहानी को रेगिस्तान की मिट्टी का एक-एक कण बयां करता है। यह ‘मनमोहिनी‘ नाम की एक डायन की कहानी है। वो एक अतृप्त आत्मा है, जो अपने प्रेमी राम (अंकित सिवक) से मिलने के लिए 500 वर्षों से भटक रही है। अब वो अतीत के पन्नों से निकलकर राम और उसकी पत्नी सिया (गरिमा सिंह राठौर) की जिंदगी में लौट आई है। यह शो राम के प्रति सिया के अटूट प्यार को दर्शाता है, जिसमें वो मोहिनी नाम की शैतानी आत्मा से अपने पति को बचाने के लिए संघर्ष करती है। इस शो में मोहिनी का मुख्य किरदार निभा रहीं रेहना पंडित इस शो को प्रमोट करने आज चंडीगढ़ पहुंची। 

अपनी चंडीगढ़ यात्रा को लेकर खूबसूरत रेहना कहती हैं, ‘‘आमतौर पर चुड़ैलों को डरावना और खौफनाक माना जाता है और उनका हुलिया आपकी आंखों को जरा भी नहीं भाता, लेकिन मोहिनी इससे अलग है। वो खूबसूरत है, ताकतवर है और सच्चे प्यार को पाने का उसका जुनून, सभी को उसकी अंधेरी दुनिया की ओर आकर्षित करता है। इन सभी बातों के चलते इस किरदार मंे मेरी दिलचस्पी बढ़ गई। मैं टेलीविजन स्क्रीन पर चुड़ैल और उसके मायाजाल को एक अलग रूप में पेश करने को लेकर बेहद उत्साहित हूं। मुझे आज चंडीगढ़ आकर बेहद खुशी महसूस हो रही है। मैं पहले भी यहां आई हूं और हर बार यहां मुझे बढ़िया अनुभव हुआ है। यहां के लोग और यहां की संस्कृति बेहद आकर्षक हैं। मुझे इस शहर में आकर अच्छा वक्त गुजारने का इंतजार है।‘‘

मोहिनी के पास ‘भूरा जादू‘ करने की शक्ति है। 500 वर्ष पहले वो राजस्थान के घुमक्कड़ आदिवासियों के घागरा पलटन समूह का हिस्सा थी, जिनका प्रमुख पेशा अमीर और ताकतवर लोगों के लिए नाच-गाने करना होता था। राम के प्रति उसके जुनून के चलते उसका राम की पत्नी सिया के साथ टकराव होता है। इस तरह दो महिलाओं के बीच एक युद्ध की शुरुआत होती है, जिनमें से एक आधुनिक दौर की इंसान है और दूसरी एक अमर शैतानी आत्मा। दोनों ही अपने प्यार को वापस पाना चाहती हैं। 

कलाग्राम में बिखरते भारत के सांस्कृतिक रंग

आर्ट एंड क्राफ्ट मेला., फोटो फीचर : पुरनूर, चंडीगढ़

 

 

कलाग्राम में 18 नवम्बर तक चलने वाले आर्ट एंड क्राफ्ट मेले में खूब रौनक है. और इसकी वजह है भारत के भिन्न भिन्न क्षेत्र से आये कलाकार, कारीगर, व्यापारी व् खिलाड़ी. यहाँ पर आये सभी कलाकारों ने अपने नृत्य,अपने संगीत व् अपने आत्मविश्वास के साथ मेले का आकर्षण बने हुए हैं.

 

भारत के भिन्न भिन्न क्षेत्रों से आये कलाकारों में शामिल हैं राजस्थान के ‘ब्न्वालाल जाट’ का कच्ची घोड़ी डांस ग्रुप जिसमें ब्न्वालाल जी के साथ साथ 7 और लोग भी हैं . कच्ची घोड़ी ग्रुप में संगीत के   लिए ढोलकी, करताल व् अल्गोज़ा जैसे संगीत वादयन्त्रों का इस्तेमाल किया जाता है. ब्न्वालाल कहतें हैं कि ग्रुप उनके लिए उनका परिवार है. इस ग्रुप में हर एक सदस्य के पास अपना एक हुनर है जैसे ढोलक वादक विनोद, अल्होजा वादक शिवजी राव व् झांज पर इनका साथ देते हुए शिवजी राव, राम दयाल जाट और जगदीश जाट यहाँ पर इनके साथ गंगाधरी जो कि इस ग्रुप के नृतक हैं व् साथ ही कच्ची घोड़ी नृतक सीता राम भी हैं.

कच्ची घोड़ी डांस ग्रुप के अलावा यहाँ मध्य परदेश से रामसहाय पांडे अपने बधाई डांस ग्रुप के साथ आये हुए हैं. उनके ग्रुप ने यहाँ पुरे उत्साह के साथ बधाई नृत्य पेश किया.

सिक्किम से घातु डांस ग्रुप व् बठिंडा से आये वकील सिंह की नटों कि टोली जो कि हवा में ऊँची छलांग लगाने के साथ साथ अपने गले से दम लगाकर लोहे का सख्त से सख्त सरिया भी मोड़ देती है, वकील सिंह का कहना है कि वह यह काम पीढ़ियों से करते आ रहे हैं व यह उनकी बरसों कि मेहनत है जो कि आज उन्हें और उनके पूरे ग्रुप को बिना किसी डर के यह खतरनाक करतब करने में मदद करती है.

 

 

 

राज्यस्तरीय बाल महोत्सव 22 से-डॉ. यश

अधिकारियों की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए उपायुक्त डॉ. यश गर्ग

डेमोक्रेटिक्फ़्र्ण्ट ब्यूरो, रोहतक:

रोहतक 12 नवम्बर। जिला में होने वाले राज्य स्तरीय बाल महोत्सव व बाल पखवाड़े के सफल आयोजन की तैयारियों को लेकर आज उपायुक्त डॉ. यश गर्ग की अध्यक्षता में अधिकारियों की एक बैठक का आयोजन किया गया।

बैठक में चंडीगढ़ से आए सीनियर बाल कल्याण अधिकारी ओ.पी. मेहरा भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे। बैठक में समारोह को सफल एवं भव्य तरीके से मनाने के लिए उपायुक्त ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए।

बैठक के दौरान उपायुक्त डॉ. गर्ग ने बताया कि पहले यह कार्यक्रम 15 से लेकर 18 नवम्बर तक होना था परन्तु किन्हीं कारणों से इसकी तिथियों में बदलाव किया गया है। अब यह राज्य स्तरीय आयोजन 22 से आरम्भ होकर 25 नवम्बर तक चलेगा।

उन्होंने बताया कि 22 नवम्बर को कार्यक्रम का शुभारम्भ होगा और 25 नवम्बर को अंतिम दिन राज्यपाल हरियाणा सत्यदेव नारायण आर्य समापन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। इस चार दिवसीय कार्यक्रम के दौरान स्थानीय बच्चों सहित प्रदेश भर से करीब 10 हजार बच्चों के पहुंचने का अनुमान है।

सीनियर बाल कल्याण अधिकारी ओ.पी. मेहरा ने बैठक के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि राज्यस्तरीय बाल महोत्सव के अवसर पर 16 प्रकार की राज्यस्तरीय प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। जिसके लिए प्रतिभागियों को चार ग्रुपों में बांटा गया है।

उन्होंने बताया कि 14 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों के लिए झूले, उपहार और भोजन की व्यवस्था नि:शुल्क की जाएगी। आयोजन में कार्ड मेकिंग, सोलो डांस, समूह डांस, पोस्टर मेकिंग, बेस्ट ड्रामेबाज, फैंसी ड्रेस सहित दर्जन भर प्रतियोगिताओं को शामिल किया गया है। ये सभी प्रतियोगिता सभी चार ग्रुपों के लिए अलग अलग आयोजित की जाएगी।

महिला पहलवान से उलझना राखी को मंहगा पड़ा

Updated बिग एक्सक्लूसिव ब्रेकिंग पंचकूला.

अपनी हरकतों के कारण राखी सांवन्त सुर्खियों में रहती आई है, उनकी हरकतों के कारण उहे ड्रामा क्वीन भी कहा जाता है अभी पिछले दिनों वह एयर प्लेन में बाथरूम में नाच रहीं थीं तो कल पंचकुला में खाली द्वारा आयोजित कुश्ती के खेल में वह थिरकतीं नज़र आयीं।

महिला रेसलर रोबेल रिंग में उतरीं और उन्होंने पंचकूला की महिलाओं को रिंग में उतरने के लिए ललकारा। रोबेल की चुनौती को स्वीकारते हुए राखी सावंत रिंग में पहुंच गईं। उन्होंने पहले रोबेल को रिंग में डांस करने का चैलेंज दिया। रोबेल ने डांस चैलेंज पूरा किया और फिर गाना रुकते ही राखी को कंधे पर उठाकर पटक दिया।

ड्रामा क्वीन रिंग के फर्श पर कुछ देर पड़ी रही, लोगों को लगा की यह भी राखी का एक प्ब्लिकिती स्टंट है इसीलिए किसी ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया, अपितु राखी को नसीहतें भी दे डालीं। रेफरी को जब लगा कि राखी गंभीर रूप से घायल हैं तो उन्होंने आयोजकों को इसकी जानकारी दी। अन्य लोगों की मदद से राखी सावंत को रिंग से बाहर लाया गया और जीरकपुर स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि राखी की रीढ़ की हड्डी में चोट लगी है। डॉक्टरों ने राखी को आराम करने की सलाह दी है।

लोगों को अभी भी राखी की चोट उसका एक पब्लिसिटी स्टंट ही लग रहा है हालांकि इस प्रतियोगिता के आयोजक खाली ने भी राखी के घायल होने ई पुष्टि की है

 

Mahboob’s Commercial Cinema with Socio-Political Concern

Silver Screen

Sareeka Tewari

His Epic Mother India the remake of his own creation Aurat earned him the lot of fame international cinema. It was the first Indian movie to be nominated for Oscar. Although his Aan was not the first coloured movie yet he forced the other producer directors to switchover to the coloured screen.
Aurat brought the strong development in ideological cinema but Roti depicts the clear and strong socialist idea makes it the realistic film.
Politically and socially enlightened young man ,Ramzaan Khan later known as Mehboob Khan was born in Bilimora, Gujarat in 1907 to a poor family and worked in horse stable fixing the horseshoe and one day he accompanied Noor Muhammad Ali Muhammed Shipra (producer and horse supplier in Indian cinema) to Bombay to make a career in movies. Mehboob’s support of the farmers and the rural population as well a his strong criticism of western influences on Indian society remain the major topic of his films.
He started to direct his own movies in the mid 1930s, the films he made after India became independent are regarded as his masterpieces. His social concern and political views soon became the foundation of his attempt to create realistic films for the masses.


In 1949 Mehboob released his famous Andaaz starring three of India’s finest actors: Nargis, Raj Kapoor and Dilip Kumar. In Andaaz Mehboob shows how western influence on personal relationships destroys a woman and her marriage.
Together with his cameraman Faredoon Irani Mehboob constantly tried to work out new styles and possibilities in his movies.
Mehboob last release Son Of India was a commercial failure. His next project could not be finished. Mehboob died in 1964. Together with Raj Kapoor, Bimal Roy and Guru Dutt he is among those who defined Indian post independent cinema and who were able to combine commercial cinema with political views and social concern.

Khan has directed many blockbuster films the most notable being Andaz (1949), Aan (1951) and Mother India (1957), which was nominated for an Academy Award in 1957 He has directed 21 other films dating from the late 1930s. His earlier works were in Urdu, but his later material, including Mother India, were in Hindi.

Filmography

As Director
Son Of India, 1962
Mother India, 1957
Amar, 1954
Aan, 1952
Andaaz, 1949
Anokhi Ada, 1948
Elaan, 1947
Anmol Ghadi, 1946
Humayun, 1945
Najma, 1943
Taqdeer, 1943
Roti, 1942
Bahen, 1941
Alibaba, 1940
Aurat, 1940
Ek Hi Rasta, 1939
Hum Tum Aur Woh, 1938
Watan, 1938
Jagirdar, 1937
Deccan Queen, 1936
Manmohan, 1936
Judgement of Allah, 1935

As Producer
Son Of India, 1962
Mother India, 1957
Aan, 1952

As Script Writer
Judgement of Allah, 1935

References:
SPICE (Society Promoting Indian Cinematic Entertainment)

The 4th edition of North East Youth Fest concludes

Chandigarh 10 Nov
The 4th edition of North East Youth Fest at Chandigarh was inaugurated yesterday amid a gathering of over 1200 youth from the eight North-eastern states with the theme ‘North East Youth towards Nation Building’.
The two-day socio-cultural and educational extravaganza  witnessed young talents from all the eight NE States actively participating and enriching themselves from listening and interacting with a dozen motivational speakers.
 
Speaking as the Chief Guest at the occasion, DIG, Chandigarh Om Prakash called upon the young people present to have respect for others, mutual tolerance and to keep away from all sorts of crimes.
 
Sub-divisional Magistrate, Chandigarh Arjun Sharma spoke about the initiative that the administration has made in creating a Special Cell for the North East with a Help Line functioning round the clock.
Don Bosco Navjeevan, Chandigarh, Director, Fr Reji Tom, in his exhortation expressed the desire to collaborate fully with the Special Cell for North East at Chandigarh and to do all possible deed to make the facility functional for the benefit of North Easterners.
 
Earlier, Fr Cyriac, Director, Don Bosco Youth Centre, Itanagar congratulated the youth leaders from the eight NE States who under the leadership of Director, Don Bosco Navjeevan worked hard to make the event possible.
He also read a message of Pema Khandu, Chief Minister of Arunachal Pradesh which exhorted young people of the North-east to adjust well to the environment of the cities they live.

 

India’s first plastic free kids run 2018 is being organised

 

India’s first plastic free kids run 2018 is being organised in association with Chandigarh Tourism by “The run Club ”

“This will be nation’s first run which is being organised under plastic free India campaign. The kids will carry a message for the city residents for avoiding the use of plastic, which is harmful for us and our coming generations,” said Bali,  of The Run Club.

10th Chandigarh National Crafts Mela inaugurated today 

Chandigarh, 9th November, 2018: 

The 10th Annual Chandigarh National Crafts Mela which is being jointly organized by the Department of Cultural Affairs, Chandigarh Administration and North Zone Cultural Centre (NZCC), was inaugurated today at Kalagram by Sh. Arun Kumar Gupta, IAS, Principal Secretary Home and Cultural Affairs. Among other dignitaries present during the opening ceremony were Sh. Jitender Yadav, IAS, Director Cultural Affairs, Chandigarh Administration and Sh. Saubhagya Vardhan, Director North Zone Cultural Centre.

National Crafts Mela which is being organized from 9th-18th November, 2018 on the theme of “South Central Zone” is a unique event that showcases the diversity of handicrafts, handlooms and fabrics of our country. To add musical and rhythmic element to the event, it also brings together large number of renowned national folk artists and cultural groups.

The Art Forms that will be showcased during the Crafts Mela are Lavni from Maharashtra, Badhai from Madhya Pradesh, Panthi from Chhattisgarh, Lambadi from Andhra Pradesh, Mathuri from Telangana, Goti Pua from Oddisha, sidhi Dhamal from Gujarat, Bardoi shikhla from Assam, Tamag Selo from Sikkim, Mewasi from Gujarat, Himachali Gidha from Himachal Pradesh, Dogri Dance from Jammu & Kashmir, Chakri Dance from Rajasthan, Thadiya Chufla from Uttrakhand, Phag/Ghoomer from Haryana, Sammi/Bhangra from Punjab. Apart from these there would be ground performances of Been Jogi from Haryana, Kachi Ghodi from Rajasthan, Bazigar from Punjab, Nachar from Punjab, Behrupiya from Rajasthan and Stick walker from Rajasthan.

On the 150th Birth Anniversary of Mahatama Gandhi Ji, Chandigarh Administration is giving a special tribute to the Iconic leader with the main attraction of the event being the stall dedicated to Mahatma Gandhi to mark the 150th birth anniversary of the Father of the Nation. The stall will showcase some of the rare pictures of Mahatma Gandhi’s life, freedom struggle, and other aspects of his remarkable journey. Around 170 stalls have been constructed at the site to display spectacular work of artisans and craftsmen of Chandigarh and other states.

Cultural evenings have always been the most entertaining and attractive part of the event. The fair has grown in stature and has got on board some acclaimed artists and bands for the cultural performances. Each day of the Crafts Mela will witness different performances by Dhruvaa-The Sanskrit Band on 9th November, Ranjit Bawa on 10th November, Anand Misra & Manjeet Nikki on the 11th November, Kulwinder Billa on the 12th November, Folk band performance by Lasya wow womania and Lal Chand Lala and Sonu Virk on the 13th November, Punjabi Folk Night on the 14th November, Performance by Hans Raj Hans on the 15th November, Performance by Satinder Sartaj on 16th November, Performance by Jazzy B on the 17th November and the closing day will be celebrated with the performance by Lakhwinder Wadali on 18th November, 2018.