भारतीय कुश्ती रही दिशा में, टोक्यो में बेस्ट प्रदर्शन करेगा भारत: योगेश्वर

-गुरुकुल ग्लोबल स्कूल के एनुअल डे पर स्टार पहलवान योगेश्वर दत्त ने किया बच्चों काे ऑनर
चंडीगढ़।
पद्मश्री पहलवान योगेश्वर दत्त का मानना है कि भारतीय कुश्ती सही दिशा में बढ़ रही है और आने वाले समय में देश को कई स्टार पहलवान मेडल दिलाएंगे। गुरुकुल ग्लोबल स्कूल के एनुअल डे पर बच्चों को मोटिवेट करने के लिए पहुंचे योगेश्वर ने कहा कि आपको अगर आने वाले ओलंपिक की तैयारी करनी है तो नन्हे रेसलर्स के साथ मेहनत करनी होगी। हम हमारी एकेडमी में यही कर रहे हैं और वहां पर 200 रेसलर्स के साथ वहां अभ्यास किया जा रहा है। एकेडमी में ज्यादातर रेसलर 8 से 16 साल की उम्र के ही हैं। हम उन्हें 2024 और 2028 ओलंपिक के लिए तैयार कर रहे हैं।
वहीं योगेश्वर ने बजरंग समेत पांच रेसलर्स को टोक्यो ओलंपिक मेडल का सबसे बड़ा दावेदार बताया। उन्होंने कहा कि मैंने बजरंग को काफी करीब से देखा है और वो मुझे अपना मेंटर भी मानता है। एक मेंटर का काम होता है कि कमियों को दूर करे और कमजोरियों को बताए। मैं यही काम करता हूं और मुझे विश्वास है कि जिस तरह से बजरंग आगे बढ़ रहे हैं वो ओंलंपिक मेडल जरूर जीतेंगे। योगी ने कहा कि कई और पहलवान भी हैं जो अच्छा कर रहे हैं, इनमें पूजा, विनेश, संदीप तोमर आदि का नाम शामिल है। हम सभी को उन्हें मोटिवेट करना चाहिए।
अनुशासन हर गेम के लिए जरूरी:
गुरुकुल ग्लोबल स्कूल के स्टूडेंट्स को मोटिवेट करते हुए योगेश्वर ने कहा कि अनुशासन हर किसी के लिए जरूरी है। फिर वो चाहे गेम में हो या फिर पढ़ाई में। बजरंग हमेशा फोन से दूरी रखता है और वो अपनी गेम से जरूरी किसी को नहीं मानता। ये अनुशासन ही है जो बनाए रखना मेंटर का काम होता है। मैं हमेशा उसकी मदद करता हूं और अनुशासन की बदौलत ही वो यहां तक आ सका है। आज वो देश का नंबर वन रेसलर है तो सिर्फ अनुशासन की बदौलत।

Gurukul Global School celebrated its Junior Annual Show- “Umang”

 

The Junior students of Gurukul Global School presented a colourful & mesmerising cultural show ‘Umang’. This yearly celebration was all the more enthusiastically presented as the school has completed its ten years of embarking existence. The underlining theme of the show was the inevitable change – The change from good to best and best to better but which keeps going on – everything be it nature, relationships, society or the nations undergo change. The students of the classes I to V had the audience glued to their seats when they showcased how the human beings have deteriorated the environments and relationships and how the humans only have the capability to infuse and enlighten the whole universe with love compassion, & understanding.

The Glitterati for the day included – Sh. Khushwant Singh (State Information Commission- Punjab) and the Guest of Honour was Sh. Harjeet Singh who captained the 2016 winning Hockey Junior World Cup Team. A press conference was organized before the function to know about the life , hardships & achievements of Sh. Harjeet Singh.  Also present to bless the students on the occasion, were the School President Mrs. Neena Setya, Chariman Dr. V.D Singh and M.D Mr. Parveen Setya. Principal Mrs. Urvashi Kakkar presented the Annual School report.

Indradhanush Stadium, Panchkula reverberated with the applause and pride that the parents projected when their wards were awarded with special awards and recognition. Fifty one students received the awards.

This day would be etched in the minds of the Globalites as each one them put in lots and lots of hard work and dedication to make the event successful.

सोशल मीडिया के प्लेयर्स ने बढ़ाए दाम, हो रही धन की बरसात…

 

आजकल डिजिटल का जमाना है। शहरों से लेकर गांवों तक स्मार्टफोन की उपलब्धता आसान होने से इंटरनेट यूज करने वाले लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। सभी तरह का कंटेंट इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध है। ऐसे में इन दिनों फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब का इस्तेमाल करने वालों की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। अपने प्लेटफॉर्म पर यूजर्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए ये कंपनियां भी अब इस मौके को भुनाने में जुट गई हैँ।

अंग्रेजी अखबार ‘द इकनॉमिक टाइम्स’ में छपी एक खबर के मुताबिक, विडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब ने अपने होमपेज पर दिए जाने वाले एक दिन के विज्ञापन रेट 70 लाख रुपए से बढ़ाकर 1.4 करोड़ रुपए करने की घोषणा की है।

बताया जाता है कि मंथली एक्टिव यूजर्स (MAUs) की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि के बाद यूट्यूब ने यह कदम उठाया है। आंकड़ों के अनुसार, यूट्यूब के मंथली एक्टिव यूजर्स 250 मिलियन, फेसबुक के 220 मिलियन और इंस्टाग्राम के 68 मिलियन हो चुके हैं, जबकि ट्विटर की बात करें तो यह आंकड़ा 30.4 मिलियन तक पहुंच चुका है। रिपोर्ट के अनुसार, यूट्यूब के बाद अब फेसबुक और ट्विटर भी अपनी विज्ञापन दरें बढ़ा रहे हैं।

विशेषज्ञों के हवाले से अखबार ने कहा है कि वर्ष 2019 में भी फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम अपनी विज्ञापन दरों में सालाना 20 से 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी करना जारी रखेंगे, क्योंकि हर साल इन प्लेटफॉर्म्स पर यूजर्स पहले के मुकाबले ज्यादा समय बिताने लग जाते हैं। हालांकि, फेसबुक ने विज्ञापन की दरों में बढ़ोतरी से इनकार किया है।

Dentsu Aegis Network-e4m Digital की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय ऐडवर्टाइजिंग इंडस्ट्री 55,960 करोड़ रुपए की इंडस्ट्री बन चुकी है और 32 प्रतिशत ‘compound annual growth rate’ (CAGR) के स�

Media Ecosystem: The wall falls down


बहुत से छोटे मँझोले ओर बड़े व्यापारियों  को अपनि वित्तीय स्थितियों के कारण अपने मार्केटिंग के तरीकोण का चयन करने में दिक्कत आती है वह यह निर्णय नहीं कर पाते की उनके लिए विज्ञापन का कौन सा माध्यम ठीक रहेगा?

किस माध्यम से उनके द्वारा निवेशित रूपये की पूरी वसूली हो सकेगी?

व्यापारी अपने व्यापार के लिए किस माध्यम पर भरोसा करे?

उत्तर हैरान कर देगा।


इस बात में कोई शक नहीं है कि आज के समय में ब्रैंड्स के लिए डिजिटल बहुत जरूरी हो गया है, हालांकि ऐडवर्टाइजर्स अभी भी टेलिविजन को प्राथमिकता दे रहे हैं और यह उनकी पहली पसंद बना हुआ है।

ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या ऐडवर्टाइजर्स और टेलिविजन के बीच का संबंध और मजबूत होता जा रहा है? क्या टेलिविजन आगे भी ऐडवर्टाइजर्स की पहली पसंद बना रहेगा? क्या डिजिटल इस स्थिति को बदल पाएगा? इन सब बातों को लेकर हमने कुछ विशेषज्ञों से बातचीत की कि आखिर आने वाले समय में क्या हालात रहने वाले हैं?

डिजिटल का जमाना है। पिछले कुछ वर्षों की बात करें तो ऐडवर्टाइजर्स भी इसके प्रभाव से अछूते नहीं हैं और इसे काफी पसंद भी कर रहे हैं। जितने भी बड़े ब्रैंड हैं, लगभग सभी ऑनलाइन प्लेटफॉंर्म पर मौजूद हैं और अब हालात ये हैं कि डिजिटल के बिना कोई भी मार्केट स्ट्रैटजी पूरी नहीं मानी जाती है।

‘केपीएमजी’ की रिपोर्ट ‘Media Ecosystem: The wall falls down’ के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2018 (FY18) में डिजिटल ऐडवर्टाइजिंग के रेवेन्यू में 35 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई है और यह 116000 करोड़ रुपए हो गई है। जबकि टेलिविजन की ग्रोथ वित्तीय वर्ष 2018 में इसके मुकाबले कम रही है और यह 9.5 प्रतिशत के हिसाब से बढ़कर 65200 रुपए रही है।

इस बारे में ‘एचयूएल’ (HUL)  के सीईओ और एमडी संजीव मेहता का कहना है कि टेलिविजन आज भी प्रासंगिक है और आने वाले कई दशकों तक देश में इसका प्रभाव यूं ही बना रहेगा।

मेहता का कहना है, ‘आज टेक्नोलॉजी इतनी एडवांस हो गई है कि हम डिजिटल कम्युनिकेशंस के साथ अपने टार्गेट को प्लान कर सकते हैं। हालांकि कुछ चीजें कभी नहीं बदलने वाली हैं। मार्केट के फंडामेंटल यानी बेसिक बातें हमेशा यही बने रहेंगे। मार्केटिंग में कंज्यूमर हमेशा ही मुख्य रहेगा। नए जमाने का कंटेंट हमें नए तरीके से स्टोरीटैलिंग की कला सिखाएगा।’

वहीं इस बारे में ‘पारले प्रॉडक्ट्स’ (Parle products) के कैटगरी हेड मयंक शाह का कहना है कि चूंकि टेलिविजन की पहुंच बहुत ज्यादा है, इसलिए यह ब्रैड्स के लिए पसंदीदा माध्यम बना हुआ है। उनका मानना है कि ब्रैंड्स के लिए टेलिविजन पर विज्ञापन करना ज्यादा उचित है क्योंकि टीवी की पहुंच ज्यादा है।

शाह का कहना है, ‘इस बात में कोई शक नहीं कि डिजिटल काफी तेजी से ग्रोथ कर रहा है और यह काफी महत्वपूर्ण माध्यम भी बना हुआ है। लेकिन जब बात इसकी पहुंच की आती है, खासकर एफएमसीजी और दैनिक जरूरतें की चीजों के ब्रैंड के बारे में तो टीवी का प्रदर्शन बेहतर है।’ उनका कहना है कि टेलिविजन कुछ समय के लिए डिजिटल पर अपनी बढ़त बनाए रखेगा। डिजिटल उन ब्रैंड्स के लिए एक प्लेटफॉर्म है जो आडियंस के खास वर्ग को टार्गेट करना चाहते हैं।

इस बारे में ‘मैडिसन वर्ल्‍ड’ (Madison World) के सीओओ (Buying) नील कमल शर्मा का कहना है कि पिछले वर्ष के मुकाबले एक प्रतिशत की गिरावट के बावजूद ऐडवर्टाइजिंग के चार्ट में टेलिविजन अभी भी टॉप पर बना हुआ है।

नील कमल शर्मा का कहना है, ‘यह सही है कि देश में डिजिटल ऐडवर्टाइजिंग का रेवेन्यू काफी बढ़ा है और यह ट्रेंड अभी भी जारी है। लेकिन पिछले वर्ष के मुकाबले एक प्रतिशत की गिरावट के बावजूद टेलिविजन का ऐडवर्टाइजिंग रेवेन्यू अभी भी सबसे ज्यादा है।’

शर्मा का कहना है, ‘चूंकि कुल ऐडवर्टाइजिंग में 12 प्रतिशत और डिजिटल में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, ऐसे में टीवी और प्रिंट जैसे स्थापित माध्यमों के शेयर में भविष्य में कमी आने की संभावना है। लेकिन टेलिविजन की प्रासंगिकता बनी रहेगी। चूंकि ऐडवर्टाइजिंग कैटेगरी में टीवी सबसे टॉप पर है, इसलिए यह एफएमसीजी प्लेयर्स की पहली पसंद बना हुआ है। इसके अलावा स्मार्ट फोन, ट्रैवल और ओटीटी प्लेटफॉर्म भी अपनी ग्रोथ के लिए टीवी का इस्तेमाल करते हैं।’

डिजिटल मीडिया की ग्रोथ में एफएमसीजी, टेलिकॉम, बीएफएसआई, रियल एस्टेट और ई-कॉमर्स जैसी कैटेगरी का काफी योगदान है। हालांकि इनमें से कुछ का ट्रेडिशनल मीडिया में भी काफी प्रभाव है। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर न्यूज, ऐंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स के कंटेंट का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। खासकर, युवा वर्ग इन दिनों ट्रेडिशनल मीडिया से दूर होता जा रहा है और यही कारण है कि एफएमसीजी और टेलिकॉम जैसी कैटेगरी भी बड़े पैमाने पर डिजिटल प्लेटफॉर्मस का इस्तेमाल कर रही हैं।

‘बजाज एलायंज लाइफ इंश्योरेंस’ (Bajaj Allianz Life Insurance) के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर चंद्रमोहन मेहरा का मानना है कि कम से कम तीन से पांच साल तक दोनों माध्यम सह-अस्तित्व में बने रहेंगे।

मेहरा का कहना है, ‘सबसे पहले मीडिया का सलेक्शन ऑब्जेक्ट के अनुसार करना है, टीवी और डिजिटल का चुनाव आपके काम पर निर्भर करता है। ब्रैंड्स के लिए इंटीग्रेटिड अप्रोच ज्यादा प्रभावी रहती है। टीवी पहुंच बढ़ाने और डिजिटल ब्रैंड को गहराई से जोड़ने के काम आता है।’

‘केपीएमजी’ की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका जैसे मार्केट में व्यूअर्स टीवी से डिजिटल की ओर इसलिए मुड़ रहे हैं क्योंकि वहां पर डिजिटल का इंफ्रॉस्ट्रक्चर काफी मजबूत है और इसकी कम कीमत भी एक बड़ी वजह है। लेकिन, भारत में ग्रोथ और कीमत के मामले में टीवी काफी मजबूत स्थिति में है। इसके अलावा, डिजिटल का उतना इंफ्रास्ट्रक्चर भी नहीं है। ऐसे में, लोगों का टीवी की तरफ झुकाव हो जाता है।

‘वॉयकॉम 18’ (Viacom 18) के रीजनल टीवी नेटवर्क के हेड रवीश कुमार के अनुसार, कंज्यूमर्स तक पहुंच के मामले में टीवी सबसे बड़ा और सस्ता माध्यम है।

उनका कहना है, ‘टीवी के दर्शकों को मापना काफी आसान है जबकि डिजिटल में इसके लिए काफी समय लगता है। हालांकि कंटेंट के मामले में दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं लेकिन दोनों को एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि ब्रैंड्स के लिए टीवी पहली पसंद बना हुआ है।’

‘MullenLowe Lintas’ ग्रुप में ‘पाइंटनाइन लिंटास’ (PointNine Lintas) के नेशनल डॉयरेक्टर विधू सागर का मानना है कि अलग-अलग लोगों के लिए हमेशा अलग स्थिति होती है और सभी प्रकार के ऑडियंस के लिए सामान्य दृष्टिकोण लागू नहीं किया जा सकता है।

सागर का कहना है, ‘आज मीडिया की जो स्थिति है, उसमें आप पुराने दृष्टिकोण को नहीं अपना सकते हैं, क्योंकि समय के साथ चीजें बदलती रहती हैं। आज के समय में लॉन्च हो रहा कोई भी ब्रैंड टीवी और कई मामलों में प्रिंट के बिना कुछ नहीं कर सकता है।’

सागर का कहना है, ‘आप यदि बड़े पैमाने पर काम करना चाहते हैं तो आपको डिजिटल के साथ टीवी की जरूरत भी पड़ेगी। यदि आप अपने ब्रैंड के साथ कई अन्य पहलू सम्मान और विश्वसनीयता शामिल करना चाहते हैं तो आपको ब्रॉडकॉस्ट मीडिया के साथ जाना पड़ेगा।’

‘केपीएमजी’ की रिपोर्ट के अनुसार, देश में डिजिटल ऐडवर्टाइजमेंट मुख्य धारा में आ चुका है। वित्तीय वर्ष 2023 में डिजिटल पर विज्ञापन खर्च 40000 करोड़ रुपए होने का अनुमान है। वर्ष 2017 डिजिटल पर विज्ञापन खर्च का योगदान 86.2 बिलियन रुपए था और वर्ष 2023 तक सीएजीआर (CAGR)  ग्रोथ 30.9 तक बढ़ने का अनुमान है।

सागर का कहना है, ‘डिजिटल में तो काफी तेजी से वृद्धि हुई है लेकिन अधिकतर ऐडवर्टाइजर्स ने इस हिसाब से अपना बजट नहीं बढ़ाया है। इसलिए डिजिटल का रेवेन्यू दूसरे मीडिया से कटकर आ रहा है। यह रेडियो, सिनेमा और प्रिंट को प्रभावित कर रहा है।

मैगजींस लगभग समाप्ति की ओर हैं और कई जगह टेलिविजन भी प्रभावित हो रहा है। लेकिन टीवी की अपनी अलग बात है और कोई भी क्लाइंट अचानक से टीवी से हटकर एकदम से डिजिटल की ओर नहीं जाने वाला है।

इस समय भारतीय ओटीटी इंडस्ट्री ‘AVOD’ अथवा ‘freemium’ मॉडल पर काम कर रही है और ‘SVOD’ अभी आरंभिक अवस्था में है। टेल्को आधारित पेड सबस्क्रिप्शन के साथ 2-2.4 मिलियन सबस्क्राइबर्स सीधे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स सबस्क्राइब कर रहे हैं। हालांकि ऐसे टेल्को आधारित सबस्क्रिप्शन में पिछले साल इजाफा हुआ है, लेकिन सीपीएम (CPM) रेट घटने से ऐडवर्टाइजमेंट रेवेन्यू को काफी चुनौती का सामना करना पड़ा है।

‘केपीएमजी’ के पार्टनर और हेड गिरीश मेनन का कहना है, ‘इस समय डिजिटल का सीपीएम कम है। इस वजह से भी डिजिटल के समक्ष काफी चुनौतियां हैं। प्रिंट में एक पेज के विज्ञापन के मुकाबले डिजिटल में काफी कम कमाई होती है। इसलिए सीपीएम बढ़ने से पहले आपको आरओआई (ROI) और मीजरमेंट की जरूरत होती है।’

‘केपीएमजी’ की रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2018 में भले ही टीवी की रफ्तार कम रही हो लेकिन उम्मीद है कि यह फिर वापसी करेगा और पिछले वर्षों की तरह फिर आगे बढ़ेगा।

बढ़ती पहुंच, विज्ञापन की बढ़ती मांग के कारण टीवी की सीएजीआर (CAGR) ग्रोथ 12.6 से होने की उम्मीद है।

Kirron Kher Inaugurates Chandigarh Carnival 2018

Chandigarh, 23rd November, 2018:

The most awaited annual event of the City Beautiful, the Chandigarh Carnival 2018 was today inaugurated by Smt. Kirron Kher, Hon’ble Member of Parliament, at leisure Valley Chandigarh in the presence of Sh. Jitender Yadav, IAS, Director Tourism and other officers from Chandigarh Administration and Municipal Corporation.

The Member of Parliament flagged off the Carnival Parade showcasing the  beautiful and creative floats designed by the students of Arts College, CITCO and Chandigarh Tourism (depicting the major tourist spots in Chandigarh), Education Department, Home Science College.

The floats designed on the Gandhi theme had different components depicting the lifestyle of the iconic leader. The colorful rally went around the City and attracted the denizens to the much loved Chandigarh Carnival. For car lovers, a Vintage car display has been set up at the Government Museum & Art Gallery, Sector 10, Chandigarh.

As a special gesture to commemorate the150th birth anniversary of Mahatma Gandhi, Smt. Kirron Kher released the huge bunch of white balloons to spread the message of peace and harmony.

The Chandigarh Carnival 2018 consist of stalls exhibited by various academies, NGO’s & Govt. Departments who have displayed various art & crafts. The day long Cultural Programmes by various artists/performers, Amusement Park, Joy rides  with various fun & frolic activities & Cartoon characters attracted the people.

To satiate the appetite of food lovers, food Stalls have been installed by CIHM, AIHM, CITCO and much more. The 1st day of the Grand Carnival 2018 witnessed a Bollywood Musical Nite LIVE by “SHAAN” which unfolded at 7:00 p.m. . Shaan performed on his famous melodies which enthralled the audience.

The Grand Carnival aims at providing a common platform to the residents, wherein they can come and share their talent with the masses. All the three days of the Carnival are well planned and packed with numerous activities. Competitions and events for every generation and taste of people are framed, so that everybody gets a chance to showcase their talent.

Tomorrow, there will be a thunderous performance by Punjabi singer Harbhajan Mann.

मैं अपनी देशभक्ति उन लोगों के सामने साबित नहीं करूंगा जिनके नाम गोधरा (दंगों) में आए थे: सिद्धू


सिद्धू की जादू की झापी ने चाहे आए दिन सीमा पर होने वाले हमारे जवानों के कार्न हमलों को नहीं रोक पायी है पर यह सच है की जवानो की शहदत की तो इन्हे आदत पड़ गयी है 

2014 ki Modi leher ab aam aadmi ke liye qehar ban gayi hai, zehar ban gayi hai. Modi Sahab sirf poonjipatiyon ki katputhli ban ke reh gaye hain: Navjot Singh Sidhu in Bhopal

Vo(hug) to rang le aayi, vo to 15-16 crore logon ke liye amrit sidh huyi. Kam se kam vo rafale deal toh nahi thi: Navjot Sidhu, Punjab Minister on BJP criticising him during Madhya Pradesh campaign, for hugging Pakistan Army Chief


कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा निशाना साधा है. सिद्धू ने कहा है कि मोदी लहर अब मोदी जहर बन गई है.

लहर बन गई है, जहर बन गई है. मोदी साहब सिर्फ पूंजीपतियों की कठपुतली बन के रह गए हैं.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना और उस दौरान आर्मी चीफ को गले लगाने के मामले पर सिद्धू ने कहा है कि वो (गले लगना) तो रंग ले आई, वो तो 15-16 करोड़ लोगों के लिए अमृत सिद्ध हुई (सिद्धू यहां करतारपुर कॉरिडोर की तरफ इशारा कर रहे थे). कम से कम वो राफेल डील तो नहीं थी.

गुरुवार को करतारपुर कॉरिडोर मामले पर बोलते हुए सिद्धू ने कहा था कि मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं. यह राजनीति से अलग है. मैं पाकिस्तान के भी कदम का स्वागत करता हूं. इस फैसले को इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. दरअसल, गुरु नानक जयंती से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने सिख श्रद्धालुओं को बड़ा तोहफा दिया था. सरकार ने सिखों के लिए करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण को मंजूरी दी.

ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रधानमंत्री पर सीधा हमला बोला हो. इससे पहले भी वो बीजेपी और पीएम मोदी पर निशाना साधते रहे हैं. रविवार को सिद्धू ने कहा, ‘क्या पीएम को ईर्ष्या हो रही है कि उन्हें नहीं बुलाया गया? क्या उन्हें ईर्ष्या हो रही है कि वो बिना आमंत्रण के पाकिस्तान गए थे. मैं अपनी देशभक्ति उन लोगों के सामने साबित नहीं करूंगा जिनके नाम गोधरा (दंगों) में आए थे.’

आज का पांचांग

🌷🌷🌷पंचांग:-🌷🌷🌷
22 नवंबर 2018, गुरुवार

विक्रम संवत – 2075
अयन – दक्षिणायन
गोलार्ध – दक्षिण
ऋतु – हेमंत
मास – कार्तिक
पक्ष – शुक्ल
तिथि – चतुर्दशी
नक्षत्र – भरणी
योग – वरियान
करण – वव
राहुकाल –
1:30PM – 3:00PM
🌞सूर्योदय – 06:59 (चण्डीगढ)
🌞सूर्यास्त – 17:18 (चण्डीगढ़ )
🚩व्रत🚩:-
श्री सत्यनारायण व्रत।
🚩उत्सव🚩:-
त्रिपुरोत्सव।

Work shop on Bonsoi organised in Chandigarh

 

Department of Botany of DAV College sector 10 Chandigarh organised a hands on workshop on Bonsai . Around 30 students attended the workshop conducted by Dr Jaspreet Kaur, Assistant professor Botany department Panjab university Chandigarh. She emphasised on the role of bonsai in simulation of mind, skill development and stress-buster. Principal Dr Pawan Sharma congratulated the department’s efforts in the conduct of workshop based on theme of blending science with art.

केजरीवाल दुष्यंत चौटाला के मुरीद गठबंधन के इंतज़ार में

 

राजनीति अवासरवादियों द्वारा खेला जाने वाला अवसरवादिता से भरा हुआ खेल है। ओर इस में माहिर केजरीवाल अवसरवादिता की बड़ी मिसाल हैं अभी हाल ही में मिर्च फ़ाइंके जाने को लेकर इस्में भी राजनीति का छौंक लगा दिया।

आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा में। दुष्यंत चौटाला के साथ मेलजोल के दिये साफ संकेत…

केजरीवाल ने कहा- दुष्यंत चौटाला बहुत अच्छी छवि के युवा नेता हैं। मैं दुष्यंत चौटाला का बहुत सम्मान करता हूँ “।

 

गठबंधन के बारे में बोले केजरीवाल…

कहा – कभी भी अगर ऐसा कोई प्रस्ताव आएगा…

तो आम आदमी पार्टी इस पर जरूर विचार करेगी…

शिकागो के डोनर व बर्लिन के गैरोस अब दुबई की फ़ूड चेन  *डोनर एंड गैरोस*के मोहली बेस्टेक माल में

 मोहली 21 November

शिकागो के डोनर व बर्लिन के गैरोस अब दुबई की फ़ूड चेन *डोनर एंड गैरोस*के मोह।ली बेस्टेक माल के फ़ूडकोर्ट के आउटलेट में उपलब्ध होंगे । इनकी खासियत होगी मटन व चिकन फील्ड सैंड विच और वो भी तुरन्त ,माल में आने वाले लोग तो पहले ही घूम घूम के थक जाते हैं ।

 

डोनर एंड गैरोस दोनों ही हेल्थी एंड फ्रेश सैंडविच ,तेल घी रहित अपने आप में पूरा मील हैं व आज की भाग दौड़ की जिंदगी में आपके भूख व स्वाद का पूरा पूरा ख्याल रखती हैं ।

बेस्टेक मॉल में

डोनर एंड गैरोस के पंजाब व ट्राई सिटी के पहले आउटलेट के लॉन्च पर मौजूद ब्रांड डायरेक्टर ने कहा कि डोनर एंड गैरोस दुबई बेस्ड विश्व भर में तेजी से बढ़ रही फ़ूड चेन है और हमारा उद्देश्य विश्व प्रसिद्ध शिकागो व बर्लिन के सैंडविच जो किअलग अलग मीट, चिकन , पनीर, कॉर्न आदि से भरे हुए होते हैं और अपने आप में पूरा मील होते हैं और क्विक डिलीवरी मॉडल पर आधारित है।