स्पेशल बच्चों ने स्कूल में मोमबत्ती प्रदर्शनी लगाई

स्पेसल बच्चों को भी आगे बढने के सामान अवसर मिले : हरीश ऐरी

स्पेशल बच्चों ने स्कूल में मोमबत्ती प्रदर्शनी लगाई

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 26      अक्टूबर :

जेएसएस आशा किरण स्पेशल स्कूल जहानखेला के स्पेशल बच्चों द्वारा एस.ए.वी. जैन डे-बोर्डिंग स्कूल ऊना रोड होशियारपुर में मोमबत्ती प्रदर्शनी आयोजित की गई, इस प्रदर्शनी का उद्घाटन स्कूल प्रबंधक समिति के अध्यक्ष जीवन कुमार जैन, सचिव माणिक जैन, कैशियर साहिल जैन, डीन सुनीता दुग्गल, प्रिंसिपल मनु वालिया ने किया। इस अवसर पर प्रबंधन समिति के सदस्यों ने विशेष बच्चों की सराहना की और इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने बड़ी संखया में मोमबत्तियां खरीदीं। इस अवसर पर आशादीप वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने कहा कि हमारा उद्देश्य इन विशेष बच्चों द्वारा बनाई गई मोमबत्तियों को जिले के हर घर तक पहुंचाना है ताकि सभी को यह संदेश दिया जा सके कि विशेष बच्चे भी सामान्य बच्चों की तरह ही होते हैं और उन्नति के अवसर इनहे भी मिलने चाहिए। इस मौके पर पूर्व प्रधान एडवोकेट हरीश चंद्र ऐरी, मलकीत सिंह महेरू, हरमेश तलवाड़, राम कुमार शर्मा, प्रिंसिपल शैली शर्मा, डॉ. रवीना, ज्योति, पूनम शर्मा, दीया दुबे, रजनी बाला आदि भी मौजूद रहीं। 

डीएवी डैंटल कॉलेज में वैदिक संस्कार पखवाड़े के तहत रक्तदान शिविर लगाया गया

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 26      अक्टूबर :

आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि उपसभा हरियाणा के तत्वाधान में जे एन कपूर डीएवी डैंटल कालेज में वैदिक संस्कार पखवाड़े के अंतर्गत आज रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कालेज के विद्यार्थियों व स्टाफ ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप संजय पहुजा उपस्थित रहे। 

इस दौरान उन्होंने आर्यसमाज की गतिविधियों और समाज के प्रति समर्पण भाव के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि समाज मे सतकर्म करते रहना चाहिए और परमपिता परमात्मा का नित्य धन्यवाद करते रहना चाहिए। गौरतलब है कि पखवाड़े का आयोजन कॉलेज के प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉ आई के पंडित की अध्यक्षता में किया जा रहा है। इस अवसर पर रक्तदान शिविर भी आयोजित किया गया जिसमें विद्यार्थियों द्वारा रक्तदान किया गया। डॉ पंडित ने बताया कि रक्तदान महादान होता है और यह सारे समाज को भाईचारे का संदेश देता है।

उन्होंने कहा कि इस पखवाड़े के अन्तर्गत कालेज प्रांगण में हर रोज़ हवन भी किया जाता है और बच्चों को नैतिक मूल्यों से अवगत कराया जाता है।

डॉ पंडित ने कहा कि कालेज में बच्चों की परिक्षाओं के बावजूद बच्चों में रक्तदान के प्रति बहुत उतसाह नजर आया। इस शिविर में 50 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। डॉ आई के पंडित ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन में नैतिक मूल्यों के आधार पर समाज कल्याण के कार्य करने चाहिए और अध्यात्म से जुड़कर मानवीय जीवन का साकार करना चाहिए।

इंटर जोनल युवा महोत्सव का विश्वविद्यालय में हुआ रंगारंग आगाज 

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 26      अक्टूबर :

इंटर जोनल युवा महोत्सव का विश्वविद्यालय में हुआ रंगारंग आगाज 

गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार (गुजविप्रौवि) के 12वें इंटर जोनल युवा महोत्सव का शनिवार को विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार में रंगारंग आगाज हुआ। दो दिवसीय युवा समारोह के उद्घाटन समारोह में जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय वाईएमसीए फरीदाबाद के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे। अध्यक्षता गुजविप्रौवि के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने की। कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर श्रीमती जयमाला, विश्वविद्यालय की प्रथम महिला डा. वंदना बिश्नोई तथा समाजसेवी पंकज संधीर मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

मुख्यातिथि प्रो. सुशील कुमार ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि दुनिया के 65 प्रतिशत युवा भारत में ही रहते हैं। भारत के युवा विश्व स्तर पर अपनी अग्रणी पहचान बना रहे हैं। युवा शक्ति के बल पर आगामी पांच साल में भारत विश्वगुरु बन जाएगा। उन्होंने कहा कि देश के शिक्षकों को भी भारत के इस नवनिर्माण में अपनी भूमिका निभानी होगी। देश के युवाओं को सही मार्गदर्शन हो जाए तो भारत को महान और विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता है। युवाओं को सही मार्गदर्शन करना शिक्षक की ही जिम्मेदारी है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे अपनी इंजीनियरिंग तथा अन्य तकनीकी क्षमताओं का राष्ट्रहित में प्रयोग करें। उन्होंने महान वैज्ञानिक सर जेसी बोस का जिक्र करते हुए बताया कि एक शिक्षक तथा वैज्ञानिक किस प्रकार राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत के कला, साहित्य, योग और  खानपान को पूरी दुनिया में सराहा और अपनाया जा रहा है। युवाओं पर भारत की महान सांस्कृतिक परम्पराओं के साथ-साथ उनके संवर्धन की जिम्मेदारी भी है।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस अवसर कहा कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर समृद्ध एवं विविधतापूर्ण है। नृत्य एवं नाट्य कला भारत की प्राचीन कलाएं हैं। भरत मुनि जी द्वारा लिखा नाट्य शास्त्र प्राचीन भारत के संगीत, नाट्य एवं साहित्यिक गौरव का एक श्रेष्ठ उदाहरण है। उन्होंने कहा कि कला केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं है, बल्कि आध्यात्मिक तथा नैतिक ऊर्जा और विकास का माध्यम भी है। उन्होंने कहा कि इस युवा महोत्सव में यूटीडी तथा विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों की जोनल युवा महोत्सव की विजेता टीमें संगीत, नृत्य, साहित्यिक, ललित कला तथा नाट्य विधाओं में अपनी प्रस्तुति दे रही हैं।  उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि वे केवल पुरस्कारों के लिए प्रतिस्पर्धा ना करें, बल्कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि भारत के युवाओं में अद्भुत क्षमता है। इस प्रकार के कार्यक्रम युवाओं के आत्मविश्वास को और अधिक बढ़ाएंगे।

श्रीमती जयमाला ने इस अवसर पर एक शानदार कविता ‘फूल और पत्थर’ सुनाई तथा कहा कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, हारना नहीं है।

छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. योगेश चाबा ने अपने स्वागत सम्बोधन में युवा समारोह की दो दिन तक चलने वाली गतिविधियों का ब्यौरा दिया। साथ ही जोनल युवा महोत्सव के आयोजन के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।  उन्होंने बताया कि युवा महोत्सव में नृत्य, संगीत, ललित कलाएं तथा साहित्यिक गतिविधियों से संबंधित 46 विधाओं में विश्वविद्यालय से सम्बद्ध 18 महाविद्यालयों की टीमें भाग ले रही हैं।  
धन्यवाद संबोधन सांस्कृतिक मामलों की निदेशिका प्रो. हिमानी शर्मा ने दिया। संचालन डा. गीतू धवन तथा डा. पल्लवी ने किया।  विभिन्न वाद्य यंत्रों को बजाते हुए और हरियाणवी संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए उसी वेश भूषा को धारण करके शोभा यात्रा में सभी ने युवा महोत्सव का अत्यंत बेहतरीन तरीके से आगाज किया।

पांच मंचों पर हुए युवा महोत्सव के कार्यक्रम

युवा महोत्सव के दौरान शनिवार को चौधरी रणबीर सिंह सभागार के मेन हॉल में सोलो डोस हरियाणवी पुरुष, सोलो डोस हरियाणवी महिला, क्लासिकल डांस सोलो, माइम, रिचुअल, मिमिक्री, स्किट हिंदी, स्किल हरियाणवी, वन प्ले एक्ट हिंदी, वन प्ले एक्ट संस्कृत प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।  शिक्षण खंड-4 के सेमीनार हॉल में वेस्ट्रन वोकल सोलो, ग्रुप सोंग वेस्ट्रन, वेस्ट्रन इंस्टूमेंटल सोलो, लाइट इंडियन वोकल सोलो, फोक सोंग हरियाणवी सोलो, फोक इंस्ट्रूमेंटल हरियाणवी सोलो, ग्रुप सोंग हरियाणवी, फोक सोंग जनरल सोलो, ग्रुप सोंग जनरल इंडियन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।  चौधरी रणबीर सिंह सभागार के सेमीनार हॉल में क्विज, डिबेट, इलोक्युशन, पोइट्री रिसाइटेशन इंगलिश, पोइट्री रिसाइटेशन हिंदी, पोइट्री रिसाइटेशन उर्दू, पोइट्री रिसाइटेशन पंजाबी व पोइट्री रिसाइटेशन हरियाणवी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।  चौधरी रणबीर सिंह सभागार के क्रश हॉल में ऑन दा स्पॉट फोटोग्राफी, मेहंदी, कोलाज, ऑन दा स्पोट पेंटिंग, क्ले मॉडलिंग व कार्टूनिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।  मयूर रंग मंच पर सांग की प्रस्तुतियां दी गई।  विद्यार्थियों ने साहित्यिक ललित कला तथा नाट्य विधाओं की प्रस्तुतियों में एक तरफ जहां अपनी शानदार कला प्रतिभा का प्रदर्शन किया, वहीं देश तथा समाज के विभिन्न मुद्दों को भी मुखरता से उठाया।  विद्यार्थियों ने संगीत तथा नृत्य कलाओं के कार्यक्रम की प्रस्तुतियों में भारतीय तथा लोक संगीत व नृत्य की विधाओं की शानदार प्रस्तुतियां दी।  दर्शकों ने सभी प्रस्तुतियों को सराहा।  

भगवान महावीर का अहिंसा दर्शन मौजूदा समय में अधिक प्रासंगिक

  • भगवान महावीर के 2550 वें निर्वाण वर्ष पर पंजाब राजभवन में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
  • राज्यपाल कटारिया एवं जैन आचार्य लोकेश ने ‘भगवान महावीर दर्शन से विश्व शांति व विकास’ राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित किया
  • भगवान महावीर का अहिंसा दर्शन मौजूदा समय में अधिक प्रासंगिक :  राज्यपाल कटारिया
  • भगवान महावीर दर्शन आधारित नीति निर्माण से विश्व शांति व सतत विकास संभव : आचार्य लोकेश

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  26 अक्टूबर:

पंजाब के राज्यपाल एवं चण्डीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया एवं विश्व शांतिदूत जैन आचार्यश्री लोकेश के सन्निधि में भगवान महावीर के 2550वें निर्वाण वर्ष के अवसर पर पंजाब राजभवन में अहिंसा विश्व भारती संस्था द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘भगवान महावीर दर्शन से विश्व शांति व विकास’ का आयोजन हुआ | महामंडलेश्वर डॉ स्वामी दिनेश्वरानन्द, जी पंजाब लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष जतिंदर सिंह औलख, जीतो एपेक्स के कोषाध्यक्ष सम्पत राज चपलोत, प्रख्यात समाजसेवी डॉ आलोक ड्रोलिया,पूर्व सांसद एवं सॉलिसिटर जनरल सत्यपाल जैन  ने सभागार में भारी संख्या में उपस्थित श्रोताओं को संबोधित किया|

गुलाब चंद कटारिया ने इस अवसर पर कहा कि भगवान महावीर का दर्शन 2600 वर्ष पूर्व जितना उपयोगी था उससे मौजूदा समय में अधिक प्रासंगिक है।उन्होंने कहा महावीर दर्शन में अनेक वैश्विक समस्याओं का समाधान प्राप्त होता है। राज्यपाल ने कहा कि जैन आचार्य लोकेशजी उन्हीं शिक्षाओं को विश्व भर में प्रचारित कर जैन धर्म व भारतीय संस्कृति का गौरव बढ़ा रहे हैं।उन्होंने कहा महावीर के अहिंसा दर्शन से विश्व शांति व विकास का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।

राज्यपाल कटारिया ने इस अवसर पर अहिंसा विश्व भारती संस्था द्वारा निर्मित किए गए भारत के पहले विश्व शांति केंद्र की प्रतिकृति जारी की। उन्होंने आचार्यश्री को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शांति केंद्र के संस्थापक आचार्य लोकेश ने इस अवसर पर कहा कि वर्तमान विश्व, युद्ध और हिंसा, ग्लोबल वार्मिंग, पर्यावरण प्रदूषण, ग़रीबी असमानता जैसी समस्याओं का सामना कर रहा है। भारतीय संस्कृति और भगवान महावीर के दर्शन में इन सभी समस्याओं का समाधान है | इन सिद्धांतों को अपने दैनिक जीवन में शामिल करना और नीति निर्माण का हिस्सा बनाना बेहद महत्वपूर्ण होगा।

पंजाब लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष जतिंदर सिंह औलख ने कहा कि भारत की आधी आबादी गांवों में रहती है, गाँव और शहर दोनों के सतत विकास के लिए संतुलन बनाना आवश्यक है इसके लिए महावीर स्वामी जी की शिक्षाएँ बहुत उपयोगी है।

जैन धर्म के सबसे शक्तिशाली संगठन “जीतो एपेक्स” के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सम्पत राज चपलोत ने कहा कि भगवान महावीर की शिक्षाओं पर आधारित जैन समाज का राष्ट्र व समाज विकास में महत्वपूर्ण योगदान है।उन्होंने कहा जैन आचार्य लोकेशजी कि कार्यशैली से विश्व का जनमानस लाभान्वित हो रहा है।

प्रख्यात समाजसेवी डॉ आलोक ड्रोलिया ने कहा कि पूज्य आचार्य जी द्वारा स्थापित भारत का प्रथम विश्व शांति केंद्र जिसका शीघ्र उद्घाटन होने जा रहा है वैश्विक जनमानस के कल्याण के लिए मील का पत्थर साबित होगा | 

इस अवसर पर अहिंसा विश्व भारती के कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल श्री को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया एवं राजभवन के गरिमामय स्थान पर शानदार कार्यक्रम के आयोजन के लिए पंजाब राजभवन एवं सभी सहयोगियों का आभार प्रकट किया|

मन मगन हुआ, फिर क्यों बोले…

मन मगन हुआ, फिर क्यों बोले…

 प्रसिद्ध गायक अरुण गोयल ने किया कवितावली उत्सव विशेषांक का विमोचन  

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  26 अक्टूबर:

हमारे पर्व त्यौहार भारतीय संस्कृति की आन-बान-शान और जान हैं। धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, भैया दूज घर- घर में मनाए जाने वाले दीपों के त्यौहार हैं। इन्हीं त्यौहारों पर आधारित कवितावली पत्रिका के नवंबर उत्सव विशेषांक का अनावरण हुआ। प्रसिद्ध राष्ट्रीय भजन गायक मुख्य अतिथि अरुण गोयल ने ऑनलाइन, ग्रेट ब्रिटेन से मुख्य संपादक सुरेश पुष्पाकर व संपादक प्रेम विज के साथ कवितावली पत्रिका का विमोचन किया।

इस अवसर पर संपादकीय मंडल से कवयित्री संतोष गर्ग, सुषमा मल्होत्रा, सुदेश मोदगिल नूर, तरुणा पुंडीर, डॉ विनोद शर्मा, गणेश दत्त बजाज, निर्लेप होरा, साहिल सिंह व देश- विदेश से अनेक रचनाकार उपस्थित थे। 

श्रोताओं के अनुरोध पर अरुण गोयल ने अनेक भजन प्रस्तुत किए और उनका साथ मुरली के प्रसिद्ध वादक बलजिंदर सिंह बल्लू ने दिया। ढोलक पर दीपक ने और हारमोनियम पर बलराम राठौड़ ने खूबसूरत लय ताल के संग साथ निभाया। प्रमुख भजन जो प्रस्तुत किए गए- ‘क्या बोले फिर क्या बोले, मन मगन हुआ फिर क्यों बोले।’ ‘थारा रंग महल में, अजब शहर में, आजा रे हंसा भाई, निर्गुण राजा ने सरगुन सेज बिछाई।’ ‘जरा धीरे-धीरे हल्के गाड़ी हांको मेरे राम गाड़ी वाले।’ ‘यहां आया है सब जाएगा राजा रंक फकीर, कोई सिंहासन चढ़ चले, कोई बंधे जंजीर।’ ‘एकला मत छोड़ बंजारा रे’ भजन बहुत ही मधुर आवाज़ में पेश किए जिसकी सभी श्रोताओं ने भरपूर प्रशंसा की।

उन्होंने अपना संदेश देते हुए कहा कि हम सब बनजारे हैं, हम प्रेम प्यार का अच्छाई का सौदा करें, गगन मंडल के बीच में अविनाशी का खेल, वहां दीपक जलता अगम का, बिन बाती बिन तेल और अंत में मुख्य संपादक सुरेश पुष्पाकर ने कहा कि अरुण गोयल कबीर वाणी द्वारा हमारी भारतीय संस्कृति की संत परंपरा का संदेश देकर युवा वर्ग को जागरूक कर रहे हैं। ‘कबीर वाणी का गान, मधुर मुरली की तान’ अरुण गोयल और बलजिंदर सिंह बल्लू दोनों का संयोजन बहुत ही अद्भुत रहा। 

पंचांग, 26 अक्टूबर 2024

panchang-26-october-2024

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 26 अक्टूबर 2024

विक्रमी संवत्ः 2081, 

शक संवत्ः 1946, 

मासः कार्तिक़ 

पक्षः कृष्ण, 

तिथिः दशमी अरूणोदय काल 05.24 तक है, 

वारः शनिवार।

नोटः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी,गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।

 नक्षत्रः आश्लेषा प्रातः काल 09.46 तक है, योग शुक्ल प्रातः काल 05.57 तक है, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः तुला, चन्द्र राशिः कर्क,

 राहू कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक,

सूर्योदयः 06.33, सूर्यास्तः 05.37 बजे।

नोटः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी,गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।

‘जीना सीखो: आयुर्वेद के साथ स्वस्थ रहें’

‘जीना सीखो: आयुर्वेद के साथ स्वस्थ रहें’ विषय पर एक संवादात्मक सत्र आयोजित

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  25 अक्टूबर:

पीचडीसीसीआई द्वारा ‘आज पीएचडी हाउस, सेक्टर 31 में ‘जीना सीखो: आयुर्वेद के साथ स्वस्थ रहें’ विषय पर एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज थे। प्रमुख वक्ताओं में जीना सीखो लाइफ केयर के संस्थापक आचार्य मनीष, डायबिटीज विशेषज्ञ डॉ. बिस्वरूप रॉय चौधरी और वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक एवं एएमएम, सेक्टर 37 के प्रभारी डॉ. राजीव कपिला शामिल थे। इस अवसर पर स्वामी ज्ञानानंद जी ने डॉ. राजीव कपिला को उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित भी किया। इस अवसर पर गोल्ड मेडलिस्ट रजिस्ट्रार डॉ. संजीव, निदेशक डॉ. डूमरा, पीएचडीसीसीआई की रेसिडेंट एग्जीक्यूटिव पुण्या भाटिया व रेजिडेंट डायरेक्टर रमनीत कौर भी भी उपस्थित थे।

rashifal

राशिफल, 25 अक्टूबर 2024

rashifal-25-october-2024

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – राशिफल, 25 अक्टूबर 2024

25 अक्टूबर :

aries
मेष/Aries

जैसे ही आप हालात पर पकड़ बनाने की कोशिश शुरू करेंगे, आपकी घबराहट ग़ायब हो जाएगी। जल्दी ही आप पाएंगे कि यह परेशानी साबुन के उस बुलबुले की तरह है, जो छूते ही फूट जाता है। आपको कमीशन, लाभांश या रोयल्टी के ज़रिए फ़ायदा होगा। अपनी नई परियोजनाओं के लिए अपने माता-पिता को विश्वास में लेने का सही समय है। आज का दिन प्रेम के रंगों में डूबा रहेगा लेकिन रात के वक्त किसी पुरानी बात को लेकर आप झगड़ सकते हैं। नए विचार फ़ायदेमंद साबित होंगे। अपने बच्चों को आज समय का सदुपयोग करने की सलाह दे सकते हैं। आप अपने वैवाहिक जीवन की सारी ख़राब यादें भूल जाएंगे और आज का भरपूर लुत्फ़ लेंगे।

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वृष/Taurus

25 अक्टूबर :

आपका विनम्र स्वभाव सराहा जाएगा। कई लोग आपकी ख़ासी तारीफ़ कर सकते हैं। अतिरिक्त धन को रिअल एस्टेट में निवेश किया जा सकता है। परिवार के सदस्य कई चीज़ों की मांग कर सकते हैं। अपने प्रिय की नाराज़गी के बावजूद अपना प्यार ज़ाहिर करते रहें। कामकाज के मोर्चे पर आपकी कड़ी मेहनत ज़रूर रंग लाएगी। व्यस्त दिनचर्या के बावजूद भी आज आप अपने लिए समय निकालपाने में सक्षम होंगे। खाली वक्त में आज कुछ रचनात्मक कर सकते हैं। जीवनसाथी के रिश्तेदारों का दख़ल वैवाहिक जीवन का सन्तुल बिगाड़ सकता है।

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25 अक्टूबर :

मिथुन/Gemini

आपका झगाड़ालू स्वभाव आपके दुश्मनों की सूची लम्बी कर सकता है। किसी को ख़ुद पर इतना नियंत्रण न दें, कि वह आपको नाराज़ कर सके और जिसके लिए बाद में आपको पछताना पड़े। अगर आपको लगता है कि आपके पास पर्याप्त धन नहीं है तो आज घर के किसी बड़े से धन संचित करने की सलाह लें। जो लोग आपके क़रीब हैं, वे आपका ग़लत फ़ायदा उठा सकते हैं। ज़रा संभल कर, क्योंकि आपका प्रिय रूमानी तौर पर आपको मक्खन लगा सकता है – मैं तुम्हारे बग़ैर इस दुनिया में नहीं रह सकता/सकती। पेशेवर तौर पर अपने अच्छे काम की पहचान आपको मिल सकती है। अपने जरुरी कामों को निपटाकर आज आप अपने लिए समय तो अवश्य निकालेंगे लेकिन इस समय का उपयोग आप अपने हिसाब से नहीं कर पाएंगे। आप अपने जीवनसाथी के प्यार की मदद से ज़िन्दगी की मुश्किलों का आसानी से सामना कर सकते हैं।

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कर्क/Cancer

25 अक्टूबर :

आपका सबसे बड़ा सपना हक़ीक़त में बदल सकता है। लेकिन अपने उत्साह को क़ाबू में रखें, क्योंकि ज़्यादा ख़ुशी भी परेशानी का सबब बन सकती है। घर की जरुरतों को देखते हुए आज आप अपने जीवनसाथी के साथ कोई कीमती सामान खरीद सकते हैं जिससे आर्थिक हालात थोड़े तंग हो सकते हैं। ऐसा कोई जिसके साथ आप रहते हैं, आज आपके किसी काम की वजह से बहुत झुंझलाहट महसूस करेगा। आपकी ऊर्जा का स्तर ऊँचा रहेगा- क्योंकि आपका प्रिय आपने लिए बहुत सारी ख़ुशी की वजह साबित होगा। आपके पास आज अपनी क्षमताओं को दिखाने के मौक़े होंगे। आज के दिन शुरू किया गया निर्माण का कार्य संतोषजनक रूप से पूरा होगा। जो यह समझते हैं कि शादी सिर्फ़ सेक्स के लिए होती है, वे ग़लत हैं। क्योंकि आज आपको सच्चे प्यार का एहसास होगा।

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Leo
सिंह/Leo

25 अक्टूबर :

आपका प्रबल आत्मविश्वास और आज के दिन का आसान कामकाज मिलकर आपको आराम के लिए काफ़ी वक़्त देंगे। आपके घर से जुड़ा निवेश फ़ायदेमंद रहेगा। आप दोस्तों के साथ बेहतरीन वक़्त बिताएंगे, लेकिन गाड़ी चलाते वक़्त ज़्यादा सावधानी बरतें। आप के दिल की धड़कनें आपके प्रिय के साथ कुछ ऐसे चलेंगी कि आज जीवन में प्यार का संगीत बज उठेगा। लंबित परियोजनाएँ पूरी होने की दिशा में बढ़ेंगी। अपने शरीर को दुरुस्त करने के लिए आज भी आप कई बार सोचेंगे लेकिन बाकी दिनों की तरह भी आज यह प्लान धरा का धरा रह जाएगा। विवाह एक दैवीय आशीर्वाद है और आज आप इसका अनुभव कर सकते हैं।

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कन्या/Virgo

25 अक्टूबर :

घर और दफ़्तर में कुछ दबाव आपको ग़ुस्सैल बना सकता है। आपके पिता की कोई सलाह आज कार्यक्षेत्र में आपको धन लाभ करा सकती है. किसी पुराने दोस्त से अचानक मुलाक़ात संभव है, जिसके चलते पुरानी ख़ुशनुमा यादें फिर तरोताज़ा होंगी। आपके प्रिय का डांवाडोल मिज़ाज आपको परेशान कर सकता है। दफ़्तर में आपको पता लग सकता है कि जिसे आप अपना दुश्मन समझते थे, वह दरअस्ल आपका शुभचिंतक है। भरपूर रचनात्मकता और उत्साह आपको एक और फ़ायदेमंद दिन की ओर ले जाएंगे। सम्भव है कि आपके जीवनसाथी की वजह से आपकी प्रतिष्ठा को थोड़ी ठेस पहुँचे।

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Libra
तुला/Libra

25 अक्टूबर:

आज आपके पास ख़ुद के लिए पर्याप्त समय होगा, तो मौक़े का फ़ायदा उठाएँ और अच्छी सेहत के लिए पैदल सैर पर जाएँ। आज के दिन आप धन से जुड़ी समस्या के कारण परेशान रह सकते हैं। इसके लिए आपको अपने किसी विश्वास पात्र से सलाह लेनी चाहिए। अपने परिवार को पर्याप्त समय दें। उन्हें महसूस होने दें कि आप उनका ख़याल रखते हैं। उनके साथ अच्छा वक़्त बिताएँ और शिकायत करने का मौक़ा न दें। आपको अपनी रसिक कल्पनाओं पर अधिक ग़ौर करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि संभव है कि वे आज सच हो जाएँ। पैसे बनाने के उन नए विचारों का उपयोग करें, जो आज आपके ज़ेहन में आएँ। आज अपनेे विवेक का इस्तेमाल करते हुए ही घर के लोगों से बातें करें अगर आप ऐसा नहीं करते तो बेवजह के झगड़ों की वजह से आपका समय खराब हो सकता है। जीवनसाथी की वजह से आपको महसूस होगा कि उनके लिए दुनिया में आप ही सबसे महत्वपूर्ण हैं।

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वृश्चिक/Scorpio

25 अक्टूबर :

ख़ुद को ज़्यादा आशावादी बनने के लिए प्रेरित करें। इससे न सिर्फ़ आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और व्यवहार लचीला होगा, बल्कि डर, ईर्ष्या और नफ़रत जैसे नकारात्मक मनोभावों में भी कमी आएगी। जो लोग अब तक पैैसे को बिना सोचे विचारे उड़ा रहे थे उन्हें आज पैसे की बहुत आवश्यकता पड़ सकती है और आज आपको समझ में आ सकता है कि पैसे की जीवन में क्या अहमियत है। कोई पुराना दोस्त शाम के समय फ़ोन कर पुरानी यादें ताज़ा कर सकता है। आपका संगी आपका भला सोचता है इसलिए कई बार आप पर गुस्सा भी कर बैठता है, उनके गुस्से पर नाराज होने से बेहतर यह होगा कि आप उनकी बातों को समझें। सहकर्मियों के साथ काम करते वक़्त युक्ति और चतुरता की ज़रूरत होगी। आज काफ़ी दिगाग़ी कसरत मुमकिन है। आपमें से कुछ शतरंज खेल सकते हैं, वर्ग-पहेली हल कर सकते हैं, कोई कविता-कहानी लिख सकते हैं या भविष्य की योजनाओं पर गहराई से सोच सकते हैं। जीवनसाथी के साथ एक आरामदायक दिन बीतेगा।

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25 अक्टूबर:

धनु/Sagittarius

प्रभावशाली लोगों का सहयोग आपके उत्साह को दोगुना कर देगा। आज आप अपना धन धार्मिक कार्यों में लगा सकते हैं जिससे आपको मानसिक शांति मिलने की पूरी संभावना है। आपका आकर्षक स्वभाव और ख़ुशमिज़ाज व्यक्तित्व नए दोस्त बनाने में आपकी मदद करेगा और आपके सम्पर्क में इज़ाफ़ा करेगा। संभव है कि कोई आपसे अपने प्यार का इज़हार करे। अपने लक्ष्यों का पीछा करने के लिए उम्दा दिन है। अपनी शारीरिक-ऊर्जा का स्तर ऊँचा बनाए रखें, ताकि आप जी-तोड़ मेहनत कर जल्द-से-जल्द उन्हें हासिल कर सकें। इस मामले में आप अपने दोस्तों की मदद भी ले सकते हैं। इससे आपका उत्साह बढ़ेगा और उद्देश्य को पाने में सहायता मिलेगी। खाली समय का पुरा आनंद उठाने के लिए आपको लोगों से दूर होकर अपने पसंदीदा काम करने चाहिए। ऐसा करके आपमें सकारात्मक बदलाव भी आएंगे। आपको महसूस होगा कि शादी के वक़्त किए गए सारे वादे सच्चे हैं। आपका जीवनसाथी ही आपका हमदम है।

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25 अक्टूबर:

मकर/Capricorn

कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों का दबाव और घर में अनबन के चलते आपको तनाव का सामना करना पड़ सकता है- जो काम में आपकी एकाग्रता को भंग करेगा। तंग आर्थिक हालात के चलते कोई अहम काम बीच में अटक सकता है। शाम के वक़्त अचानक मिली कोई अच्छी ख़बर पूरे परिवार की ख़ुशी और उत्साह की वजह साबित होगी। अनपेक्षित रोमांटिक आकर्षण की संभावना है। करिअर से जुड़े फ़ैसले ख़ुद करें, बाद में इसका लाभ आपको मिलेगा। परोपकार और सामाजिक कार्य आज आपको आकर्षित करेंगे। अगर आप ऐसे अच्छे कामों में थोड़ा समय लगाएँ, तो काफ़ी सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। आपको महसूस होगा कि आपका जीवनसाथी इससे बेहतर पहले कभी नहीं हुआ।

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25 अक्टूबर:

कुम्भ/Aquarius

अपने दफ़्तर से जल्दी निकलने की कोशिश करें और वे काम करें जिन्हें आप वाक़ई पसंद करते हैं। लम्बे समय से अटके मुआवज़े और कर्ज़ आदि आख़िरकार आपको मिल जाएंगे। बेटी की बीमारी आपका मूड ख़राब कर सकती है। उत्साह बढ़ाने के लिए उसे स्नेह से दुलारें। प्यार में बीमार को भी भला-चंगा करने की ताक़त होती है। प्यार के सकारात्मक संकेत आपको मिलेंगे। किसी लघु या मध्यावधि पाठ्यक्रम में दाखिला लेकर अपनी तकनीकी क्षमताओं में निखार लाएँ। इस राशि के लोग बड़े ही दिलचस्प होते हैं। ये कभी लोगों के बीच रहकर खुश रहते हैं तो कभी अकेले में हालांकि अकेले वक्त गुजारना इतना आसान नहीं है फिर भी आज दिन में कुछ समय आप अपने लिए जरुर निकाल पाएंगे। अपने जीवनसाथी के साथ आप प्यार और रुमानियत से भरे पुराने दिन एक बार फिर जी पाएंगे।

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25 अक्टूबर :

मीन/Pisces

अपने दिन की शुरुआत कसरत से करें- यही वक़्त है जब आप अपने बारें में अच्छा महसूस करने की शुरुआत कर सकते हैं- इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें और नियमित रखने की कोशिश करें। पैसे कमाने के नए मौक़े मुनाफ़ा देंगे। आपका गर्मजोशी भरा बर्ताव घर का माहौल ख़ुशनुमा कर देगा। कुछ ही लोग ऐसे इंसान के आकर्षण से बच सकते हैं, जिसके पास इतनी प्यारी मुस्कान हो। जब आप लोगों के साथ होंगे, तो आपकी महक फूलों की तरह चारों ओर फैलेगी। आज अपने प्रिय से दूर होने का दुःख आपको टीस देता रहेगा। जो कला और रंगमंच आदि से जुड़े हैं, उन्हें आज अपना कौशल दिखाने के लिए कई नए मौक़े मिलेंगे। इस राशि के छात्र आज मोबाइल पर सारा दिन बर्बाद कर सकते हैं। किराने की ख़रीदारी को लेकर जीवनसाथी से तक़रार मुमकिन है।

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पंचांग, 25 अक्टूबर 2024

panchang-25-october-2024

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 25 अक्टूबर 2024

नोटः आज शुक्रवार को पश्चिम दिशा में दिशाशूल रहेगा ( यात्रा वर्जित रहती है) यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो थोड़ा अदरक खाकर चौघड़िया मुहूर्त में यात्रा प्रारंभ करें।

विक्रमी संवत्ः 2081, 

शक संवत्ः 1946, 

मासः कार्तिक़ 

पक्षः कृष्ण, 

तिथिः नवमी 

वारः शुक्रवार। 

नोटः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः पुष्य

करणः तैतिला

सूर्य राशिः तुला, चन्द्र राशिः कर्क, 

राहू कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,

सूर्योदयः 6:28,  सूर्यास्तः 5:40 बजे।

दिवाली का त्यौहार इस वर्ष 31 अक्तूबर को मनाना ही शास्त्र सम्मत : कैट

  • दिवाली का त्यौहार इस वर्ष 31 अक्तूबर को मनाना ही शास्त्र सम्मत : कैट
  • हरीश गर्ग ने शेखावत को पत्र भेज सरकारी अवकाश 31 अक्तूबर को घोषित करने का आग्रह किया 
  • देश भर के व्यापारिक संगठनों को भेजे परिपत्र में कैट ने 31 अक्तूबर को ही व्यापारियों द्वारा दिवाली मनाने की दी सलाह

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  24 अक्टूबर:

आचार्य दुर्गेश तारे

इस वर्ष दीपावली के त्यौहार को लेकर देश भर में व्यापारियों एवं अन्य लोगों के बीच तिथि पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इस वर्ष कार्तिक अमावस्या दो दिनों में पड़ रही है और दिवाली कार्तिक अमावस्या को ही मनाई जाती है, इसलिए दिवाली को लेकर एक भ्रम बना हुआ है। 

दिवाली देश का सबसे बड़ा त्यौहार है और भारत में व्यापार और उद्योग के लिए सबसे महत्वपूर्ण पर्व भी है। इस दिन श्री गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा देशभर के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और घरों में बेहद उल्लास और उमंग से की जाती है।सदियों से यह पर्व व्यापार के लिए बेहद शुभ माना जाता रहा है।

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की वैदिक एवं आध्यात्मिक कमेटी के राष्ट्रीय संयोजक और उज्जैन के प्रसिद्ध वेद मर्मज्ञ आचार्य श्री दुर्गेश तारे ने इस बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि इस वर्ष दिवाली का त्यौहार 31 अक्तूबर 2024 को ही मनाना शास्त्र सम्मत है। दीपावली रात्रिकालीन महापर्व है,और इस वर्ष 31 अक्तूबर,बृहस्पतिवार को अमावस्या तिथि दिन में 3:40 बजे से आरंभ हो रही है।शास्त्रों के अनुसार दीपावली प्रदोष काल और महारात्रि (निषितकाल) में अमावस्या तिथि होने पर ही मनानी चाहिए,इस कारण से 31 अक्तूबर को दिवाली मनाना ही श्रेष्ठ और शास्त्र सम्मत है क्योंकि प्रदोष काल अमावस्या में 31 अक्तूबर को  ही पड़ रहा है।

इस संबंध में आचार्य तारे ने “शब्दकल्पद्रुम” से उद्धृत श्लोक का उल्लेख करते हुए कहा:

पूजनीया तदा लक्ष्मी

अमावस्या यदा रात्रों दीवाभा गे चतुर्दशी
पूजनीया तदा लक्ष्मी वीजेया सुखरात्रिकाह

उन्होंने बताया कि यह श्लोक तर्क वाचस्पति तारानाथ भट्टाचार्य के प्रसिद्ध ग्रंथ “वाचस्पत्यम” में भी उद्धृत है। इसमें कहा गया है कि यदि चतुर्दशी भी हो, तो प्रदोष व्यापिनी अमावस्या को ही सुखरात्रिका अर्थात दीपावली कहा जाता है।

आचार्य तारे ने यह भी कहा कि स्थिर लग्न और प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व है, क्योंकि ऐसी मान्यता है कि मां लक्ष्मी का प्रादुर्भाव प्रदोष काल में हुआ था। स्थिर लग्न में लक्ष्मी पूजन करने से महालक्ष्मी की कृपा स्थायी रहती है। 1 नवंबर को अमावस्या प्रदोष काल से पहले ही समाप्त हो जाएगी, इसलिए 1 नवंबर को दिवाली मनाना शास्त्रों और परंपराओं के अनुसार उचित नहीं है। इसलिए, दिवाली 31 अक्तूबर को ही मनाई जानी चाहिए।

कैट के राष्ट्रीय सचिव एवं चण्डीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष हरीश गर्ग ने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार अयोध्या धाम तथा धर्म नगरी काशी में भी दिवाली 31 अक्तूबर को ही मनाई जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री आचार्य स्वामी जितेंद्रानन्द जी सरस्वती ने सूचित किया है कि दिवाली 31 अक्तूबर को ही मनाना शास्त्र सम्मत है । 

इस संदर्भ में हरीश गर्ग ने आज केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को एक पत्र भेजकर आग्रह किया है कि दिवाली का सरकारी अवकाश 31 अक्तूबर को ही घोषित किया जाए, ताकि भ्रम की स्थिति समाप्त हो सके। इसके अलावा, कैट देशभर के व्यापारिक संगठनों को परिपत्र भेजकर 31 अक्तूबर को ही दिवाली मनाने की सलाह दे रहा है।

आचार्य तारे ने बताया कि दिवाली महापर्व की शुरुआत कल अहोई अष्टमी 24 अक्तूबर से होगी तथा इस श्रृंखला में धनतेरस 29 अक्तूबर, दिवाली 31 अक्तूबर, गोवर्धन पूजा 2 नवंबर, भाई दूज 3 नवंबर तथा उसके बाद छठ पूजा करते हुए और तुलसी विवाह 12 नवंबर को मनाते हुए दिवाली का महापर्व समाप्त होगा और उसके तुरंत बाद शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा।