Youth Congress threatens to stall release ‘Accidental Prime Minister’only if….

The trailer of political drama ‘The Accidental Prime Minister’ starring Anupam Kher in the lead role was unveiled, earlier in the day.

New Delhi: Soon after the trailer of ‘The Accidental Prime Minister’ was released, Maharashtra Youth Congress on Thursday wrote to the makers of the political drama, demanding the screening of the film before its release.

The youth wing added that if some of the scenes are found to be unfactual, those will have to be deleted else they would not let the movie to be screened anywhere in the country.

The trailer of political drama ‘The Accidental Prime Minister’ starring Anupam Kher in the lead role was unveiled, earlier in the day. The film, which is scheduled to hit the screens on January 11, 2019, is based on a book written by Sanjaya Baru by the same name.

The film has already created an immense buzz amongst the audience owing to its controversial subject. It aims to focus on the tenure of the former prime minister Dr Manmohan Singh, who ruled the country from 2004 to 2014.

सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा रात्रि दरबार लगाकर योजनाओं की जानकारी दी

file photo

गांव काजमपुर में रात्रि दरबार आयोजित कर ग्रामीणों से तालमेल बढाया।बरवाला,/रायपुररानी

27 दिसम्बर             

सूचना जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग की ओर से सभी जिलों में प्रत्येक माह दो रात्रि कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इसी कड़ी में जिला सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग पंचकूला द्वारा बरवाला खण्ड के गांव काजमपुर में रात्रि कार्यक्रम आयोजित किया गया।     रात्रि कार्यक्रम के दौरान पैनल भजन पार्टी के कलाकारों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया।

इसके अलावा कलाकारों ने गीतों एवं भजनों के माध्यम सरकार की विभिन्न विभागों के माध्यम से चलाई जा रही विकासात्मक योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने सरकार द्वारा किसानों को कृषि विभाग के माध्यम से दी जा रही नवीनतम कृषि उपकरणों एवं सबसिडी के बारे में जागरूक किया और उन्हेांने किसानों को यह भी संदेश दिया कि वे फसल अवशेषों को न जलाएं बल्कि उन्हें मिट्टी में ही मिलाने की सलाह दी ताकि मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढे। इसके साथ साथ उन्होंने अपने खेत की मिट्टी का  परीक्षण करवाकर उसकी पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने बारे भी सचेत किया।     

इसी तरह सरकार द्वारा सामाजिक पैंशनों की बढौतरी के बारे में भी लोगों को जानकारी देते हुए कहा कि मास नवम्बर की बढी हुई  पैंशन 2 हजार रुपए मिलेगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा अनुसूचित जाति वित एवं विकास विभाग की ओर से लोगों को अपना कार्य करने के लिए ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। इनमें पशुपालन, भेड़ बकरी  पालन व अन्य कार्यो के साथ साथ छोटे छोटे लघु उद्योग लगवाने के लिए अलावा डीजल वाहन खरीदने के लिए भी ऋण मुहैया करवाया जाता है।           

कार्यक्रम में चलचित्र के माध्यम से सरकार की एक ओर सुधार कार्यक्रम की फिल्म भी दिखाई जिसको लोगों ने काफी पसंद किया। सर्जिकल स्ट्राईक की फिल्म में जवानों की वीरता एवं बहादुरी को देखकर युवाओं में देशभक्ति एवं राष्ट्र  प्रेम की भावना के मजबूत किया। सहायक सूचना एंव जनसम्पर्क अधिकारी सीतेन्द्र राणा ने लोगों को उज्जवला योजना, भावान्तर भरपाई योजना, आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना, बिजली बिल माफी एवं कम रेट करने, स्वच्छता, बेटी बचाओ बेटी पढाओ, भ्रष्टाचार मुक्त  प्रशासन, जन धन योजना, मुद्रा लोन, इत्यादि योजनाअेां के बारे में विस्तार से जानकारी देने के साथ साथ  सर्दी के मौसम में लोगों को अपने बचाव बारे भी अवगत करवाया।     

इस अवसर पर ग्रामीणों ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से लोगों, किसानों को सरकार की योजनाओं की जानकारी मिलती है वही कमजोर वर्गो के उत्थान के लिए योजनाओं का लाभ भी सुनिश्चित होता है और लोग समय पर इनका लाभ लेने के लिए आगे आएगें। कार्यक्रम में भारी संख्या में ग्रामीण एवं महिलाएं, बच्चों ने शिरकत की।

इस बार शनिवार 29 दिसम्बर को होगा राहगिरी कार्यक्रम-पंकज सेतिया

इस बार शनिवार 29 दिसम्बर को होगा राहगिरी कार्यक्रम-पंकज सेतिया

पंचकूला, 27 दिसम्बर:

एसडीएम पंकज सेतिया ने बताया कि इस शनिवार 29 दिसम्बर को प्रातः 7 बजे से ही सैक्टर 5 स्थित यवनिका पार्क में आयोजित राहगिरी कार्यक्रम में आमजनों की भीड़ लगेगी और पंचकूला की जनता हंसी के फुहारों के साथ साथ हरियाणवी संस्कृति का भरपूर आनन्द उठाएगें।

उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम जनता व अधिकारियों की विशेषकर थकान व तनाव से मुक्ति दिलवाने के लिए किया जा रहा है। इसलिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का भी दायित्व बनता है कि वे इसमें बढचढ कर भाग लें। एसडीएम ने बताया कि राहगिरी कार्यक्रम का  मुख्य ध्येय ही प्रशासनिक अधिकारियों का जनता के साथ पूर्ण तालमेल व समन्वय स्थापित करके उन्हें किसी प्रकार के तनाव, भय से निजात दिलवाना है। जिस प्रकार लोग अपने परिवार के साथ मौज मस्ती एवं आनन्द करते हैं उसी प्रकार प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भी बिना हिचकिचाहट के भव्य एवं शानदार सलीके से आनन्द उठाएं।     

उन्होने कहा कि राहगिरी में बचपन के खेलों को भी शामिल करके हंसी से लोटपोट बनाया जाएगा। इसके साथ ही राष्ट्रीय स्तर के कलाकार भी जनता का भरपूर मनोरंजन करवाएगें। उन्होंने कहा कि राहगिरी कार्यक्रम से पंचकूला की राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाने के लिए सभी अधिकारी निरन्तर प्रयास कर रहे हैं। जिस प्रकार स्वच्छता के क्षेत्र में अव्वल है उसी  प्रकार मनोरंजन के क्षेत्र में भी पंचकूला ट्राईसिटी शहरों की अग्रणीय पंक्ति में है।

बुलंद शहर की हिंसा

—-{ नसीरुद्दीन शाह ने की आवाज़ बुलंद }—

Er. S. K. Jain

बुलंदशहर की हिंसा पर अपनी आवाज़ बुलंद करते हुए नसीरुद्दीन शाह ने टीवी पर कहा,”मुझे अपने बच्चों के बारे में सोच कर बड़ी फिक्र होती है। कल को किसी ने भी इनसे पूछा की तुम हिन्दू हो या मुसलमान तो मेरे बच्चों के पास कोई जवाब नहीं होगा, क्योंकि मैंने उन्हे न हिन्दू बनाया न मुसलमान। मुझे हालात जल्दी सुधरते तो नज़र नहीं आ रहे। मुझे दर नहीं लग रहा बल्कि गुस्सा आ रहा है। में चाहता हूँ की हर इंसान को गुस्सा आना चाहिए।

नसीर मानते हैं की इंसान की हत्या कानूनन जुर्म है। क्या वह यह नहीं मानते की गौ हत्या भी कानूनन अपराध है। वह गौ हत्या करने वाले कसाइयों के खिलाफ नहीं बोलते, लेकिन गौ हत्या के विरोध में बोलने वालों के खिलाफ बोलते हैं। क्या कार्न है कि 21 गायों के काटने के बारे में कोई नहीं बोलता लेकिन असहिष्णुता के नए एपिसोड को लेकर नसीरुद्दीन शाह सामने हैं।

जिस नसीरुद्दीन शाह को लोग हीरो मानते थे, अभिनेता मानते थे, आज उसे गाली दे रहे हैं, क्योंकि उनकी सच्चाई सामने आ गयी है। कृष्ण जी ने कहा था कि यदि हम एक गौ के लिए अपने कई जन्म भी कुर्बान कर दें तो भी काफी नहीं हैं। जिस सुमित कि हत्या हुई उस सुमित कि बहन अपने भाई कि हत्या पर मात्र 15 सेकंड बोली शेष समय उसने गौहत्या पर अपना गुस्सा ज़ाहिर किया, उसके मटा पिता भी अपने बेटे पर कम और गौरक्षा पर ज़्यादा बोले। थैलियों का दूध पीने वाले नसीरुद्दीन शाह को क्या पता कि इस राष्ट्र में गाय पर श्रद्धा रखने वाले 100 करोड़ से भी अधिक का एक सभ्य समाज है। अगर 21 गायों को काटा नहीं गया होता तो दंगों कि कोई संभावना ही नहीं थी। नसीर पाइसोंकी खातिर कुछ भी संवाद बोल सकते हैं यह एचएम विज्ञापनों के माध्यम से देख ही सकते हैं। लोगों का कहना है कि ऐसे लोगों को समुद्र में फेंक देना चाहिए, अगर वह तैर सकते हैं तो तैर कर पाकिस्तान चले जाएँ नहीं तो समुद्र के नीचे ता-कयामत ओसामा – बिन –लादेन के पास आराम फर्माएं।

यह भी पढ़ें: नसीरुद्दीन शाह ने सच ही तो कहा है

1984 में हजारों लोगों को मारा गया, कश्मीर में हिन्दू पंडितों को मारा गया और उन्हे काश्मीर से विस्थापित कर दिया गया, तब नसीरुद्दीन शाह कि आवाज़ नहीं निकली। नसीरुद्दीन शाह मुंबई ब्लास्ट के आरोपी याक़ूब मेनन के लिए रात 2 बजे खुलने वाले दरवाजों पर भी कुछ नहीं बोले, कोई प्रतिक्रिया नहीं। जिस देश में रहते हैं, जिसका अन्न खाते हैं, जहां से वह शोहरत दौलत कमाते हैं उसी के साथ गद्दारी करते हैं। आम जन का कहना है कि शाहरुख खान हो, आमिर खान या नसीरुद्दीन शाह सब के सब एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं। 1983 के बीएमबी ब्लास्ट, 1984 के सीख दंगोन के वक्त नसीरुद्दीन नहीं जागा। अब जाग गया है क्योंकि 2018 जा रहा है ओर 2019 में चुनाव आ रहे हैं।शायद आने वाले चुनावों कि बानगी यह नाटक रचा जा रहा है। लोगों कि प्रतिक्रिया आ रही है कि यह नसीरुद्दीन नहीं जहरुद्दीन है, देश कि फिजा में जहर घोलने का काम कर रहा है। नसीरुद्दीन शाह ने ट्वेत कर कहा था, “एक शख्स जो काश्मीर में नहीं रहता, उसने काश्मीरी पंडितों कि लड़ाई शुरू कर दी और खुद को विस्थापित कर दिया।“ उनका यह ट्वीट काश्मीरी पंडितों कि लड़ाई लड़ने वाले अनुपम खेर के लिए किया गया है। आज वह खुद भी तो मुंबई में रह कर बुलद शहर वालों के लिए लड़ रहे हैं। फिल्मी पर्दे पर अपनी सोच बदलने वाले असल जिंदगी में भी अपनी सोच कैसे बदल लेते हैं, देखने वाली बात है।

Daily Update

Narendra Modi to inaugurate India’s longest rail-road bridge in Assams

Prime Minister Narendra Modi will inaugurate the Bogibeel Bridge, India’s longest rail-cum-road connecting the north and south banks of the turbulent Brahmaputra in the eastern parts of Assam, on Christmas Day. The 4.6-kilometre-long structure will be the fourth rail-road bridge on the Brahmaputra river in Assam, the others being the Saraighat Bridge, Naranarayan Setu and the New Saraighat Bridge.

Bogibeel’s inauguration comes a year after Modi inaugurated the country’s longest bridge, the Dhola-Sadiya, over the Lohit river in 2017.

Former prime minister HD Deve Gowda had laid the foundation stone for the Bogibeel Bridge in January 1997, but work on the project began only in April 2002 when former prime Atal Bihari Vajpayee inaugurated the construction. Today is also the 94th birthday of the former prime minister.

K Chandrashekar Rao to meet Mayawati, Akhilesh Yadav in New Delhi to push for third front

Telangana chief minister and Telangana Rashtra Samithi (TRS) president K Chandrashekar Rao (KCR) will remain in New Delhi today and meet leaders of political parties in a bid to push for a non-Congress non-BJP alternative third front. On Monday, he had met met his West Bengal counterpart Mamata Banerjee in Kolkata and said that they would soon come out with a “concrete (political) plan” while asserting that the dialogue for a federal front will continue. He had also met Odisha chief minister Biju Patnaik in Bhubaneswar to stress on the a “dire need” for unification of regional parties to provide an alternative to the Congress and the BJP ahead of the 2019 general elections. “I can say certainly that there is a dire need for unification of regional parties in the country. We strongly believe that there has to be an alternative to the Congress and the BJP,” Rao told reporters after meeting Patnaik.

BJP accused Congress of “duping” farmers in states ruled by it by “not” waiving off their loans as promised and dubbed the party as “anti-farmers”. BJP alleges that Congress had promised waiver of all farm debt in the five states of Karnataka, Punjab, Madhya Pradesh, Chhattisgarh and Rajasthan but has now turned back on its promise.

Industrial activities, construction work to remain shut in Delhi today

All industrial activities and construction work will remain suspended today following an order from the Supreme Court-appointed Environment Pollution Control Authority (EPCA). The EPCA had on Monday imposed a three-day ban on all such activities in pollution hotspots across Delhi-NCR in view of the national capital’s ‘severe’ air quality. Delhi is facing its highest pollution level since Diwali. On Monday, 32 areas in the city recorded ‘severe’ air quality while it was ‘very poor’ in five areas, the CPCB data showed.

In NCR, Noida recorded the worst air quality with an AQI of 464. Faridabad and Ghaziabad also recorded ‘severe’ air quality and Gurgaon recorded ‘very poor’ air quality, the data showed.

The overall PM2.5 level — fine particulate matter in the air with a diameter of less than 2.5 micrometer — was recorded at 407 and the PM10 level at 581 here, the CPCB said.

Rift in Karnataka Congress

In an attempt to pacify its disgruntled MLAs, the Congress seems to have come up with a formula of revaluation and rotation. The Cabinet, which went through a second round of expansion and a rejig last week, will be revaluated after a year leading to the removal of non-performing ministers. This comes amid news of discontent within the ranks and file of the JD(S) and Congress both of which had been postponing the expansion for a long time to steer clear of such controversy. Nonetheless, as HD Kumaraswamy dropped two of his sitting ministers, but signs of discord appeared soon after as former minister Ramesh Jarkiholi hinted that there are other Congress MLAs who may follow him. Seven-time MLA Ramalinga Reddy said, “I am disappointed with the yardstick for certain people. It’s not the same for everyone. I’ve never lobbied for a ministerial post. I will not either. But yes I’m disappointed.”

Bethlehem boasts largest Christmas in years; Pope urges Christian community to share more this season 

Pilgrims from around the world flocked to Bethlehem for what was believed to be the biblical West Bank city’s largest Christmas celebrations in years. Hundreds of locals and foreign visitors milled in Manger Square as bagpipe-playing Palestinian Scouts paraded past a giant Christmas tree. Crowds flooded the Church of the Nativity, venerated as the traditional site of Jesus’s birth, and waited to descend into the ancient grotto. The West Bank has seen a spike in violence in recent weeks, set off by a pair of deadly shootings targeting Israeli soldiers and settlers claimed by the Islamic militant group Hamas. Israel has ratcheted up security at checkpoints as it presses on with its manhunt for suspected Palestinian assailants. However, other visitors seemed unconcerned by recent violence in the area. Palestinian tourism officials and hotel operators have reported their strongest season in years.

Meanwhile, the Pope Francis on Monday assailed the “insatiable greed” of today’s consumerism, calling on people in his Christmas homily to make “sharing and giving” more a part of their lives. “Mankind became greedy and voracious,” the leader of the world’s 1.3 billion Catholics said in an address to thousands of followers in Saint Peter’s Basilica in Rome.

Samsung Galaxy S9 to start receiving Android Pie update

South Korean giant Samsung has finally started to roll-out the very first Android 9.0 Pie-based update for its Galaxy S9 and S9 Plus smartphones launched earlier this year. The update is in the form of the brand new OneUI which Samsung had been beta testing for the past month on the Galaxy S9 smartphones. The update is currently rolling out in Germany and a subsequent roll-out globally should follow soon.

Global oil prices sink 6% as economic slowdown fears grip market

Oil prices plunged more than 6 percent to the lowest level in more than a year on Monday, pulling back sharply late in the session as fears of an economic slowdown rattled the market. US crude futures and global benchmark Brent hit their lowest levels since 2017 during the session, putting both benchmarks on track for losses of about 40 percent in the fourth quarter. The fourth-quarter price decline is likely to cause producers to throttle back on their output, said Phil Flynn, an analyst at Price Futures Group in Chicago.

The Organization of the Petroleum Exporting Countries and allies led by Russia agreed this month to cut oil production by 1.2 million barrels per day from January. Should that fail to balance the market, OPEC and its allies will hold an extraordinary meeting, United Arab Emirates Energy Minister Suhail al-Mazrouei said on Sunday

नसीरुद्दीन शाह ने सच ही तो कहा है, बस आसपास देखिए तो जरा

राजविरेन्द्र वसिष्ठ

भारत के लोगों में हिपोक्रेसी इतनी कूट-कूटकर भरी हुई है कि इनकी बुद्धियों को लॉजिक और सवाल-जवाब भेद भी नहीं पाते है। यहाँ अब अपनी बात किसी भी माध्यम से काही जा सकती है। अभी कुछ दिन पहले विराट कोहली पर उंगली उठाने वाले नसीरुद्दीन शाह अब भारत के सामाजिक ताने बाए से खौफजदा हैं। उन्हे आमिर खान कि तरह “भारत” में डर लगने लग गया है। जो व्यक्ति बर्फी और लड्डू में मजहबी फर्क करने पर खीज जाता था आज अपने मज़हब को ले कर पसोपेश में है। यह उनकी राजनैतिक बिसात है या फिर उनकी किसी नयी फिल्म क मसौदा यह तो वह ही जानें।

हिंदी सिनेमा के बड़े नाम नसीरुद्दीन शाह अपने बयान से न्यूज चैनलों के प्राइम टाइम की बहस का मुद्दा बन गए हैं. अब उलट उनसे सवाल पूछा जा रहा है. ऐसी नौबत बनाई जा रही है कि उनको भी अपनी देशभक्ति साबित करने पर मजबूर होना पड़े. आमिर खान ने भी कुछ-कुछ ऐसा ही बयान दिया था और उन्हें आखिर में सफाई देनी पड़ी थी. उन्हें तो पाकिस्तान भेजने तक का न्योता भी मिल गया था. लेकिन शुक्र है कि पिछले कुछ वक्त से देश में पाकिस्तान भेजने की धमकी देने का चलन खत्म सा हो गया है. फिर उसे दोहरवाने कि इन्हे जरूरा पड़ी कहीं मामला राजनैतिक महत्वकांक्षा क तो नहीं?

‘बच्चों के लिए फिक्र होती है’

पूरा मामला कुछ यूं है कि ‘कारवां-ए-मोहब्बत इंडिया’ से एक इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने बुलंदशहर हिंसा की घटना पर कमेंट किया था. उन्होंने कहा था कि उन्हें अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता है. वो डरे हुए नहीं गुस्से में हैं. उन्होंने कहा कि देश में जहर फैलाया गया है और अब इसे रोकना मुश्किल है.

शाह ने कहा था कि उन्होंने अपने बच्चों को कभी किसी खास धर्म की शिक्षा नहीं दी है. उन्होंने अपने बच्चे इमाद और विवान को धार्मिक शिक्षा नहीं देना तय किया था क्योंकि उनका मानना है कि ‘खराब या अच्छा होने का किसी धर्म से कोई लेना-देना नहीं है’, इसलिए उन्हें डर है कि अगर कभी भीड़ ने उनके बच्चों को घेरकर पूछ लिया कि वो किस धर्म के हैं, तो वो क्या जवाब देंगे?

शाह ने देश में हो रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं के क्रम में जुड़े बुलंदशहर हिंसा पर टिप्पणी भी की. उन्होंने कहा कि देश में गाय के जान की कीमत एक पुलिसवाले से ज्यादा हो गई है. यहां गाय की मौत को पुलिस अधिकारी की हत्या से ज्यादा तवज्जो दी गई. उन्होंने कहा कि लोग कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं और उन्हें खुली छूट भी दे दी गई है.

शाह का अपने बच्चों के लिए डर होना 2015 में आमिर खान के असहिष्णुता पर दिए गए बयान की याद दिलाता है. खान की इस टिप्पणी के बाद जाहिर तौर पर विवाद पैदा हो गया था. उसी तरह शाह को भी निशाना बनाया जा रहा है.

शाह के सवाल पर सवाल

सबसे पहले बात राजनीतिक पार्टियों की. भारतीय जनता पार्टी की ओर से राकेश सिन्हा ने उनके इस बयान पर कहा है कि देश में कुछ लोग बदनाम गैंग में शामिल हो गए हैं. प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि देश में डरने जैसी स्थिति नहीं है. सच है यदि रोज़ सुबह कमा कर खाने वालों बच्चों से ले कर जवान औरतों को जैसा कि इनकी अभिनेत्रियों शबाना या समिता की तरह रसूखदारों की नज़रों से अपने आप को फटी साढ़ी में ढकतीं बचाती दिखाई जातीं थी उन्हे प्रतिदिन अपने आपको उसी जगह लाने में डर नहीं लगता तो फिर इनको कैसा डर? और यह साहब ज़रा बता तो दें की मुंबई धमाकों के बाद वहाँ कौन से धार्मिक उन्माद की बात इनहोने देख ली?

वहीं, न्यूज चैनलों पर सवाल पूछे जा रहे हैं कि नसीरुद्दीन शाह को बच्चों की चिंता क्यों हो रही है? क्या उन्हे सिर्फ अपने बच्चों की चिंता है, उनकी नहीं जो दिन रात सड़कों पर दो जून की रोटी और इस ठिठुरती ठंड मैनपने हाड़ गलने को मजबूर हैं। जिस देश ने उन्हें बुलंदियों पर पहुंचाया, अब वहां उन्हें डर क्यों लगने लगा है? इस बात की खातिर जमा रखिए जल्दी ही वह कोई टोपी पहने नज़र आएंगे, लोगों ने तो इसे 2019 की तैयारी भी बता दी है.

मीडिया भी तो खुश है. उसे समझ नहीं आ रहा कि शाह को डर क्यों लग रहा है? वो कैसे इतने सुरक्षित देश को असुरक्षित कह सकते हैं? देश ने तो कुछ वक्त से ऐसी कोई घटना देखी ही नहीं है, जिसमें डरने जैसी कोई बात हो. इसलिए शाह की बात ऐसी बेसिर-पैर है, जिसका ओर-छोर इन्हें समझ नहीं आ रहा और उनसे उलट सवाल पूछे जा रहे हैं.

अब जरा गंभीर सवाल-

– क्या पिछले कुछ वक्त में देश में मॉब लिंचिंग पर वह चाहे बंगाल में हो या फिर केरल में, मीडिया में सवाल नहीं उठाए गए हैं?

– क्या गौरक्षा/ असिहशुनता के अभियान को लेकर देश में बौद्धिक्क हिंसा नहीं बढ़ी है? क्या एक व्यक्ति विशेष के मुख्य पद पर बैठने से विपक्ष तिलमिलाया हुआ नहीं है? उसी का असर क्या कुछ समर्थकों की बातों में नहीं दीख पड़ता?

– क्या मीडिया ने देश में सुरक्षा को लेकर सरकारों पर सवाल नहीं उठाए हैं?

– क्या प्रशासनिक लापरवाही, गैर-जिम्मेदाराना बर्ताव और सरकारी नाकामी पर मीडिया सवाल नहीं करता है? क्या आपकी फिल्मों में स्वावलंबन नहीं सिखाया जाता और इस पर भत्तों की आग में खुद को झोंक देने की मानसिकता चिंता क विषय नहीं है? किसानों की बुरी हालत क्या विगत पाँच वर्षों ही में हुई है? उनकी कर्जा माफी क्या मध्य वर्ग यानि आम आदमी जिसकी आप एक्टिंग करते आए हैं के गाढ़ी कमाई पर सीधा सीधा डाका नहीं है, क्या इससे आपको चिंता होती है।

– क्या मीडिया को देश बहुत सुरक्षित लगने लगा है और उसे अव्यवस्था, हिंसा, अपराध की खबरें मिलनी बंद हो गई हैं?

मीडिया ने ये सवाल उठाए हैं और उठाता रहा है. मॉब लिंचिंग हो या सरकारी नाकामी का मसला हो, मीडिया सवाल पूछता है. मीडिया जवाबदेही ढूंढता है, तो दिक्कत क्यों है?

आंखें मूंदकर बेवकूफ बने रहना ज्यादा पसंद है?

शाह ने कौन सी नई बात कही है? क्या इस देश में बहुत शांति आ गई है? क्या एक आम आदमी से लेकर रसूख वाले इंसान को यहां डर नहीं लगता? क्या देश में आर्थिक और सामाजिक तौर पर बहुत सामंजस्यता बन गई है? क्या कश्मीर में पत्थर बाजों ने सेना के रास्ते में आना बंद कर दिया है? क्या बंगाल में दलितों की हत्याएँ बंद हो गईं है? क्या केरल में राजनैतिक हत्याएँ बंद हो गईं हैं? क्या रोहिङ्ग्यओन को ले कर तुष्टीकरण की राजनीति बंद हो गयी है? क्या हमने एक दूसरे की भावनाओं की कद्र करना सीख लिया है, जिससे कि देश में डर खत्म हो जाना चाहिए?

हमारे यहां ये बड़ी समस्या है, अपनी चीज को खराब कहने में कोई दिक्कत नहीं, लेकिन यही बात कोई और कह दे तो हम उसपर चढ़ बैठते हैं. गर्व के भ्रम में इग्नोरेंस या कह लें अक्खड़ रुख को अपनाए बैठे हम खुद को एक बार नहीं आंकना चाहते.

इस पूरे मामले पर अप्रोच ऐसा होना चाहिए कि सच्चाई की ओर से आंखें मूंदकर सवाल दागने से अच्छा खुद ये सवाल उठाए जाएं. आखिर कोई ये बातें कह रहा है तो क्यों कह रहा है? देश में सुरक्षा क्यों नहीं है पूछने वालों से पूछा जाना चाहिए और कितनी सुरक्षा चाहते हो? आराम से काम पर जाते हो, पार्टियां करते हो, हर जगह मुफ्त की तोड़ते हो और फिर कहते हो की भावना असुरक्षा की है। और राजनीति करने वाले नेता समस्या को कैसे पोषित कर पा रहे हैं?

किसी आम आदमी से भी पूछ लीजिए कि वो इस देश में कितना सुरक्षित महसूस करता है. और बात बस धर्म की नहीं है, आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा बहुत मायने रखती है. आपको लगता नहीं की आम आदमी किस तरह की जिंदगी बसर कर रहा है। आम आदमी टिकिट खिड़की पर लगता है आपको देखने के लिए अपने आप को आप में ढूँढता हुआ वह अपनी गाढ़ी कमाई का एक हिस्सा आपके लिए खर्चता है। आप उसके रोल .माडल हैं। आम आदमी अपने बेटे भाई माँ बीवी के मरने के कुछ दिन बीत जाने पर फिर से जीने की ओर अग्रसर होता है, ठीक उसी तरह जिस तरह आप रुपहले पर्दे पर। जब वही आम आदमी आपके नाटक पर तालियाँ पीटता है तब तो आपको डर नहीं लगता ज़ाहीर सी बात है आप को राजनैतिक डर लगता है। आपने अपने ब्यान से अपनी दूसरी पारी की शुरुआत की है, आपको खुले मन से इस मंच पर आना चाहिए था न की भुक्तभोगी होने का नाटक कर कर। पर आप नाटक के अलावा और कर भी क्या सकते हैं.

हर मुद्दे को चल रही हवा की चलनी में छानकर मतलब की चीजों को निकालकर मुद्दों को उलझाया न जाए तो कुछ अच्छा हो. लेकिन फिलहाल तो सच में चीजें बदलती नहीं दिख रहीं.

Opinder Dhaliwal & Royal Music Gang Presents Anup Prashar Production Song – FAME

Opinder Dhaliwal & Royal Music Gang Presents
Anup Prashar Production

Song – FAME
Singer – @moneyaujla
Ft. @roachkillaofficial
Music – @deepjandu
Lyrics – Kaani Aujla
Mix & Master – @djtejmusic
Video – @whizkidfilms
Presentation – Anup Prashar
Online Promotions – @gk.digial

OUT ON 8th OF DECEMBER!!

FINAL FINALE OF ELITE GLOBAL EARTH NZ 2018

Photo Feature By Ranjit Singh Ahluwalia

ELITE GLOBAL EARTH NZ 2018 and the finalists are:

RAMAN KAUR CHANDIGARH GIRL WON THE TITLE MISS GLOBAL EARTH NZ 2018

 

MISS-CATEGORY-WINNERS-Raman-Kaur-Alyssia-st-Runner-up-Natasha-Bali-2nd-Runner-up-Danisha-PEOPLE-CHOICE

 


MS CATEGORY WINNERS Vivian ,Nadia 1st Runner up, Bridget 2nd Runner up, Talia PEOPLE CHOICE.

 

Briar, Priya Chand 1st Runner up, Rebecca 2nd Runner up , Yoshna PEOPLE CHOICE

 


Romeo, Alex 1st Runner up, Vishnu 2nd Runner up, Vishal PEOPLE CHOICE.

“A Cultural Fiesta-18” by Divya Public School

 

Chandigarh 2 Dec:

Divya Public School, Sector  44D Chandigarh, organized its annual function “A Cultural Fiesta-18” in the school premises on Sunday.  Rakesh Kumar Popli, PCS  Asstt. Estate Officer, U.T. was the Chief Guest on the occasion.

The programme commenced with Ganesh Vandana and Tandav. After lighting the lamp, it was followed by a welcome address by O.P Goya, President Divya Educational Society. Pre-Nursery tiny tots presented “Welcome Dance” while,nursery kids performed on Dance “Everyone Dance” and  K.G on “Folk Dance”.Primary students showed a dance on “Maine Kaha Phoolon Se “ and “Om Namah Shivaay-Fusion”. Hindi Skit –“Mobile Addiction” conveyed the message to use mobile intelligently while the English  Skit –“Old Age Home” highlighted the practice of sending senior citizens to old age home.”Rainbow dance” and “Angel Dance” mesmerized the audience . “Poverty- the problem?” was showcased with the performance of skit cum dance. Electrified “Hollywood Medley “and energetic “Bhangra and Indo –Western Fusion”enthralled the audience. The Principal Rajesh Kamal extended vote of thanks. The function concluded with the ”National Anthem”

 

रेनबो लेडीज क्लब ने मनाई “रेट्रो थीम पार्टी “

फोटो और ख़बर: कपिल नागपाल

अमिता पंवार को मिला पहला पुरस्कार पुराने गीतों पर नृत्य करने पर “एक बार फिर याद किया गया 1980-70 शतक को”

पंचकुला

1 दिसंबर को रेनबो लेडीज क्लब द्वारा होटल सोलिटेर में रेट्रो थीम पार्टी का आयोजन किया गया जिसमे क्लब की सैंकड़ों महिलाओ ने हिस्सा लिया | सन 1970एवं 1980 वी शतक का माहौल बनाया गया | क्लब की प्रधान पूनम सहगल एवं आयोजक ज्योति सहगल ने बताया की शहर में पहली बार रेनबो लेडीज क्लब द्वारा इस तरह का आयोजन किया गया और इसमें शहर की महिलाओ, बच्चो एवं पुरुषों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया | सभी महिलाए पुरानी एक्ट्रेस की तरह तैयार होकर आई थी कोई सायरा बानो तो कोई मुमताज, कोई ज़ीनत अमान तो कोई पाकीजा की पोशाक पहनकर आई थी। इसमें क्लब की महिलाओ द्वारा कई तरह के ग्रुप डांस, सोलो डांस, डियूट डांस, कपल डांस एवं सिंगिंग आदि परफॉर्म किये गए जिसमे ‘झुमका गिरा रे’ पर अमिता पंवार ने  नृत्य करके सबको दिल मोह लिया, दम मारो दम, बिंदिया चमकेगी, मेरा नाम चिन चिन चु , होंटो पर ऐसी बात, जैसे कई तरह के पुराने गांनो पर परफॉर्म किया गया | महिलाओ से पूछने पर उन्होंने बताया की आज उन्हें यह आकर बहुत ही अच्छा लग रहा है रेनबो क्लब ने उनकी पुराने यादे ताजा करवा दी है | इसमें बेस्ट ड्रेस में पहला इनाम अमिता पंवार को दूसरा इनाम भारती अग्रवाल को और तीसरा इनाम काजल को दिया गया | इसके इलावा कई तरह की गेम्स खेली गई | इस मोके पर हाल ही में ‘मिसेज एशिया युनिवर्स’ बनी मिसेज सरबजीत कौर , रयाज़ प्रोडक्शन के डायरेक्टर एवं प्रोडूसर प्रदीप सिंह, डॉक्टर ललित वरमाणी एवं मशहूर सिंगर शीनू सेतीया जी विशेष अतिथि रहें|

पूनम सहगल ने बताया की इसकी तैयारी काफी समय से बहुत जोरो शोरो से चल रही थी इसके लिए क्लब द्वारा फ्री डांस वर्कशॉप का भी आयोजन किया गया था जिसमे सभी को 1970 एवं 1980 वि शतक के गांनो पर फिगर न फिजिक जिम सेक्टर 16 द्वारा कोरोग्राफ़र मुकेश एवं द्वारा फ्री डांस सिखाया गया था | ज्योति सहगल ने बताया की उन्हें यह कार्यक्रम आयोजित करने में बहुत ही मेहनत करनी पड़ी | उनके लिए यह एक चुनौती थी उन्होंने बताया की आज से पहले बहुत से थीम पर कार्यक्रम आयोजित किये है परन्तु इसमें अलग बात यह थी की यह थीम तबका है जब वह पैदा भी नहीं हुई थी उन्होंने हमारे माता पिता एवं दादा दादी के समय को एक बार फि से ताजा कर दिया | उन्होंने बताया की इसके लिए उन्होंने गूगल की बहुत मदद ली और आज इस कार्यक्रम को सफल बनाया | वह क्लब की सभी सदस्यो का दिल से धनयवाद करती है जिन्होंने उनकी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पूरी सहायता की |