Panjab University, Chandigarh is organizing 55th PU Colloquium

Purnoor, Chandigarh April 12, 2019

Invitation

55th Colloquium

            Panjab University, Chandigarh is organizing 55th PU
Colloquium as per details below:-

Topic:              21 Century Economics

Speaker:          Sh. Sanjeev Sanyal, Principal Economics Advisor,
Ministry of Finance, GoI.

Venue:             UICET(Chemical Engineering Auditorium), PU

Date:               15.4.2019

Time:               3.00 pm

‘हमसाये माँ जाये’ दोनों मुल्कों के आम लोगों की दास्तान

भारत और पाकिस्तान के तल्ख होते रिश्तों को कम करने के लिए वक्त वक्त पर शायर कलाकार लेखक और आम जन भी कुछ न कुछ करते रहते हैं कभी उनकी नेक कोशिशें कुछ रंग लातीं हैं तो कभी उम्मीद ही जगतीं हैं। इसी कड़ी में नीलम अहमद बशीर ने एक नज़्म को लिखा जिसे उसकी बहिनों ने पर्दे पर उकेरा, दो आम घरेलू औरतें किस प्रकार अपने मुल्क और आपसी भाई चारे का उल्लास मानतीं हैं और अंत एन अपनी चुनरी बंटा लेतीं हैं का बहुत ही प्रभाव शाली दृश्य स्थापित किया है। इस वीडियो में आसमा अब्बास और बुशरा अंसारी ने परफॉर्म किया है

नई दिल्ली: पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते और ज्यादा कड़वे हो गए हैं. स्थिति युद्ध तक की आ गई थी. भारत ने बदला लेने के लिए एयर स्ट्राइक किया तो पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई में F-16 को भेजा जिसे एयरफोर्स ने मार गिराया. माहौल चुनावी है तो यह मुद्दा गरमाया हुआ है. राजनेता पाकिस्तान के खिलाफ आग उगल रहे हैं. ऐसे माहौल में जब हर कोई पाकिस्तान को नेस्त नाबूत करने की बात कर रहा है, एक रैप   बहुत तेजी से वायरल हो रहा है. इस रैप के पाकिस्तानी कलाकारों ने तैयार किया है. रैप के जरिए पाकिस्तानी कलाकारों ने दोनों मुल्क के लोगों से शांति की अपील की है.

इस रैप को बुशरा अंसारी जो एक पाकिस्तानी एक्ट्रेस और सिंगर ने अपने आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट पर पोस्ट किया है. इस वीडियो को 3 अप्रैल को पोस्ट किया गया है, जिसे अब तक करीब 13 लाख लोग देख चुके हैं. इस रैप का टाइटल है,  “Humsaye maa jaye”. पाकिस्तानी मीडिया ‘Dawn’ के मुताबिक इस वीडियो में आसमा अब्बास और बुशरा अंसारी ने परफॉर्म किया है. नीलम अहमद बशीर ने रैप लिखा है.

वीडियो में आप देख सकते हैं कि बुशरा अंसारी ने भारतीय और आसमा ने पाकिस्तानी का रोल प्ले किया है. रैप के जरिए वे बताते हैं कि भारत और पाकिस्तान में कुछ भी अलग नहीं है. सबकुछ तो एक जैसा ही है, इसके बावजूद टेंशन क्यों है.

बुशरा अंसारी ने भारतीय और आसमा ने पाकिस्तानी किरदार में

वीडियो के जरिए संदेश दिया गया है कि कोई भी आम हिंदुस्तानी और पाकिस्तानी जंग नहीं चाहता है. वे शांति चाहते हैं. जो कुछ हो रहा है वह राजनीति से प्रेरित है. पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से बुशरा अंसारी ने कहा कि इस वीडियो को सरहद के इस पार और उस पार, दोनों तरफ पसंद किया जा रहा है. मेरा इनबॉक्स शुभकामनाओं और संदेश से भरा हुआ है. 

RSS नेता चंद्रकांत शर्मा आतंकी हमले में मारे गए

हर समय काश्मीरी अस्मिता और भटके हुए बच्चों का रोना रोते रहने वाली महबूबा और काश्मीर पर बिना काश्मीरी पंडितों के खुद को काश्मीर का सबसे बड़ा मसीहा मनाने वाले फारूक बस यह बता दें की उनके भटके हुए लड़कों के निशाने पर RSS – भाजपा अथवा राष्ट्रवादी लोग ही क्यों आते हैं?

जम्मू: जम्मू कश्मीर में किश्तवाड़ के स्वास्थ्य केन्द्र में एक आतंकवादी ने मंगलवार को गोलियां चला कर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक नेता और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) की हत्या कर दी. प्रशासन ने क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुये कर्फ्यू लगा दिया और कानून व्यवस्था में मदद के लिए सेना को बुला लिया.

अधिकारियों ने बताया कि यह घटना दोपहर साढ़े बारह बजे तब हुई जब एक आतंकी स्वास्थ्य केन्द्र में घुस आया और आरएसएस नेता चंद्रकांत शर्मा पर गोलीबारी शुरू कर दी.  शर्मा और उनके पीएसओ राजिंदर किश्तवाड़ के स्वास्थ्य केन्द्र में आए हुए थे.

किश्तवाड़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शक्ति पाठक ने बताया,‘आतंकी उनकी आवाजाही पर नजर बनाए हुए था और उसने गोलियां चला दी. जिसमें पीएसओ की मौत हो गई और नेता घायल हो गए.’ अधिकारी ने कहा कि शर्मा को इलाज के लिए हवाई विमान से जम्मू ले आया गया लेकिन उनकी अस्पताल में मौत हो गई. 

इंटरनेट सेवाओं को किया गया बंद 
जम्मू क्षेत्र के किश्तवाड़ और भद्रवाह में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना को बुला लिया गया, साथ ही इन इलाकों में कर्फ्यू लगाकर इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है. 

जम्मू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक मनीष सिंह ने बताया कि ऐहतियाती कदम के तौर पर कर्फ्यू लगाया गया है. हमले के बाद आतंकी राजिंदर का हथियार लेकर वहां से भाग गया.

प्रदर्शन का सिलसिला शुरू 
हमले के बाद किश्तवाड़ में सरकार और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया. इससे पहले एक नवम्बर में भाजपा की राज्य इकाई के सचिव अनिल परिहार और उनके भाई अजित की किश्तवाड़ में आतंकवादियों ने दुकान से लौटते समय हत्या कर दी थी.

चन्द्रकान्त कीश्वर पर आतंकी हमला

अभी कल ही महबूबा मुफ़्ती ने कहा था की यदि काश्मीर में धारा 370 या आर्टिकल 35-a को छेड़ा भी गया तो काश्मीर जो की बारूद के ढेर पर बैठा है जो आँख के इशारे पर सुलग उठेगा। हम लोगों को इससे सबक लेना होगा की आतंकी हमले केवल राशट्रवादी लोगों पर ही क्यों होते हैं, किसको इनसे खतरा है??

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) के नेता चंद्रकांत पर आतंकी हमला हुआ है. इस आतंकी हमले में चंद्रकांत के गार्ड की जान चली गई है. हमला भागने में कामयाब रहे. पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है.

बताया जा रहा है कि चंद्रकांत किश्तवाड़ा के अस्पताल में इलाज करा रहे थे, इसी दौरान आतंकी वहां पहुंचे और उनपर फायरिंग शुरू कर दी. चंद्रकांत के गार्ड ने जवाबी फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान एक गोली गार्ड को लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई.

गोली की आवाज सुनकर पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया. वहां मौजूद मरीज और उनके परिजनों के बीच अफरा-तफरी मच गई. इसी का फायदा उठाकर आतंकी वहां से भागने में सफल रहे.

सूचना के बाद मौके पर पहुंचे सुरक्षा बलों ने पूरे अस्पताल की घेराबंदी कर दी. साथ ही तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा है. हमलावरों की तलाश में प्रत्यक्षदर्शियों से भी पूछताछ की जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध आतंकवादियों ने एक अस्पताल में पहुंचे आरएसएस नेता चंद्रकांत को मिले एक पीएसओ से उसका हथियार छीन लिया. उन लोगों ने आरएसएस नेता पर गोलियां चलाईं. इस घटना में पीएसओ की मौत हो गई जबकि चंद्रकांत को मामूली चोटें आईं. उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ नेता घटनास्थल के लिए रवाना हो गये हैं.

जल्द ही सेना के पास होगी भारत में निर्मित AK-203

आब से पहले सेनाऔर पुलिस के जवानों को हथियारों के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था, लेकिन आतंकियों और समगलरों के पास अत्याधुनिक हथियार पाये जाते थे। हमारे जवान हमेश दोयम दर्जे के हथियारों और वाहनों का प्रयोग करते थे ओर पुलिस के आधुनिकीकरण का हाल तो फिल्मों में भी खूब चर्चित रहा। लेकिन अब विगत कुछ वर्षों से सेना और पुलिस दोनों की हालत सुधरी है। अब भारत में बनी AK-203 जल्द ही सेना के हाथों में होगी। इसके साथ ही अटकलें लग रहीं हैं के AK-204 के निर्माण और निर्यात की भी जल्द ही भारत से होने लगेगा।

यह भी पढ़ें : Rahul may opt a safe seat in Karnatka or Maharashtra

नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में जुटे सेना के जवानों को अब एके-203 राइफल के मॉर्डन वर्जन से लैस किया जाएगा. इन एके 203 राइफलों को यूपी के अमेठी में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड और रूस के साझा प्रयास के तहत निर्मित किया जाएगा. फास्ट ट्रैक प्रोसेस के तहत इन 93000 कारबाइन के लिए अलग से निविदा जारी की जाएगी. 

समाचार एजेंसी एनएनआई ने सेना के उच्च सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि, ‘हम अपने जवानों को अब एके 203 राइफलों से लैस करने जा रहे है. अब हम आतंकवाद रोधी अभियानों के दौरान इस राइफल की बट को आसानी से हटा सकते हैं जिससे इसे कपड़ों के बीच में छिपा सकते हैं. सेना में इस राइफल के इस्तेमाल के लिए इसमें कई और बदलाव किए जाएंगे.’

यह भी पढ़ें: राहुल के गढ़ में गरजे मोदी

ता दें कि सेना और सुरक्षाबलों के आधिकारिक सूत्रों ने बताया था कि ‘एके-203 राइफल’ उस इंसास राइफल की जगह लेगी, जिसका इस्तेमाल थल सेना और अन्य बल कर रहे हैं. इस इकाई में 7,00,000 एके-203 राइफलें तैयार करने का शुरुआती लक्ष्य है. एके-203 राइफल एके-47 राइफलों का सबसे मॉडर्न वर्जन है. नई असॉल्ट राइफल भी एके-47 की तरह ऑटोमैटिक और सेमी ऑटोमैटिक दोनों सिस्टमों से लैस होगी.

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने एके-203 असॉल्ट राइफल के लिए अमेठी में एक विनिर्माण इकाई की आधारशिला रखी थी. इस दौरान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रूसी राष्ट्रपति का का संदेश भी पढ़ा था.  रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने एक संदेश में कहा है कि ‘क्लाशनिकोव असॉल्ट राइफल-203’ तैयार करने वाला भारत और रूस का नया संयुक्त उद्यम छोटे हथियारों की भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की जरूरत को पूरा करेगा. 

यह भी पढ़ें : अपनि ही गलत बयानी से घिरे राहुल

पुतिन ने अपने संदेश में कहा, ‘‘नया संयुक्त उद्यम नवीनत सीरिज की विश्व प्रसिद्ध क्लाशनिकोव असॉल्ट राइफलें तैयार करेगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह, भारतीय रक्षा उद्योग क्षेत्र के पास राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की इस श्रेणी के छोटे हथियारों की जरूरत पूरी करने का अवसर होगा जो अत्याधुनिक रूसी प्रौद्योगिकी पर आधारित होगा.’’ 

उन्होंने कहा कि रूस और भारत के बीच सैन्य एवं तकनीकी सहयोग परंपरागत रूप से विशेष रणनीतिक साझेदारी का एक अहम क्षेत्र रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘सात दशक से भी अधिक समय से हम विश्वसनीय और उच्च गुणवत्ता के शस्त्र एवं उपकरण भारतीय मित्रों को आपूर्ति कर रहे हैं हमारे देश के सहयोग से भारत में 170 सैन्य एवं उद्योग इकाइयों की स्थापना की गई है.’’ गौरतलब है कि पिछले साल अक्टूबर में पुतिन की भारत की आधिकारिक यात्रा के दौरान भारत में कालाशनिकोव तैयार करने के लिए मोदी के साथ उनकी सहमति बनी थी. 

यह भी पढ़ें : Rahuls another self goal over Amethi

रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि अंतर सरकारी समझौता तैयार हुआ था और इस पर यथासंभव सबसे कम समय में हस्ताक्षर किया गया था. पुतिन ने कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि नये उद्यम के शुरू होने से भारत की मजबूत रक्षा संभावनाओं में योगदान मिलेगा यह रोजगार के नये अवसरों का सृजन करने में महत्वपूर्ण होगा. उन्होंने कहा कि यह संयंत्र दोनों देशों के बीच दोस्ती और रचनात्मक सहयोग का खुद में एक और प्रतीक बनेगा.

सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर कोलकाता के पूर्व कमिश्‍नर राजीव कुमार की कस्टोडियाल इंट्रोगेशन की मांग की है

शारदा चिट फंड मामले में बढ़ सकती है कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की मुश्किलें। सुप्रीम कोर्ट ओर ममता बेनर्जी के वरद हस्त के चलते पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार सीबीआई की जांच की सीबीआई के अनुसार धज्जियां उड़ा रहे है, जांच में सहयोग नहीं कर रहे। सनद रहे की यह वही राजीव कुमार हैं जिनहोने पूछताछ करने आई सीबीआई टीम ही को बंधक बना लिया था। और जब केंद्र ने इस पर आपत्ति जताई या कार्यवाही की बात की तो ममता बेनर्जी के साथ यह धरने पर बैठ गए थे।

नई दिल्‍ली: सीबीआई का कहना है कि एसआईटी चीफ रहते हुए चिट फंड केस से जुड़े अहम सबूतों की राजीव कुमार ने  नष्ट किया है. सुप्रीम कोर्ट से राजीव कुमार को गिरफ्तार ना करने के आदेश पर पुनर्विचार करने की गुहार लगाई है. सीबीआई ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में शारदा और रोज़ वैली चिट फंड केस में तत्कालीन एसआईटी चीफ और कोलकत्ता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की भूमिका की जांच कर रही सीबीआई टीम ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर कोर्ट से मांग की है कि वो अपने पुराने आदेश पर पुनर्विचार करे.

कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर और तत्कालीन एसआईटी हेड राजीव कुमार को गिरफ्तार करने पर स्टे लगाई थी. हालांकि राजीव कुमार  को सीबीआई के सामने पेश होकर जांच में सहयोग करने के आदेश दिए थे. सीबीआई ने उसके की जांच रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया है कि उनको राजीव कुमार की कस्टोडियल इंट्रोगेशन की ज़रूरत है, क्योंकि चिट फंड केस से जुड़े हुए कई अहम सबूत राजीव कुमार ने नष्ट कर दिए हैं जो सबूत शुरुआती जांच के दौरान एसआईटी को मिले थे. लिहाजा राजीव कुमार के ऊपर सबूतों के साथ छेड़छाड़ का मामला सीधे तौर पर बनता है.

लिहाजा सुप्रीम कोर्ट निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया हुआ प्रोटेक्शन हटाए, सीबीआई ने अपनी करीब 64 पन्नो की स्टेटस रिपोर्ट में तत्कालीन एसआईटी टीम के लोगों की भूमिका का भी जिक्र किया है. दरअसल ये पूरा मामला विवादों में तब आया था जब सीबीआई की टीम पूर्व पुलिस कमिश्नर से पूछताछ करने उनके घर गई थी जहां कोलकत्ता पुलिस ने न सिर्फ सीबीआई अधिकारियों के साथ बदसलूकी की बल्कि उन्हें बंधक भी बनाया था, जिसके बाद मामले को राजनीतिक बनाते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धरने पर बैठ गई थी.

नई दिल्‍ली: सीबीआई का कहना है कि एसआईटी चीफ रहते हुए चिट फंड केस से जुड़े अहम सबूतों की राजीव कुमार ने  नष्ट किया है. सुप्रीम कोर्ट से राजीव कुमार को गिरफ्तार ना करने के आदेश पर पुनर्विचार करने की गुहार लगाई है. सीबीआई ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में शारदा और रोज़ वैली चिट फंड केस में तत्कालीन एसआईटी चीफ और कोलकत्ता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की भूमिका की जांच कर रही सीबीआई टीम ने सुप्रीम कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर कोर्ट से मांग की है कि वो अपने पुराने आदेश पर पुनर्विचार करे.

कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर और तत्कालीन एसआईटी हेड राजीव कुमार को गिरफ्तार करने पर स्टे लगाई थी. हालांकि राजीव कुमार  को सीबीआई के सामने पेश होकर जांच में सहयोग करने के आदेश दिए थे. सीबीआई ने उसके की जांच रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया है कि उनको राजीव कुमार की कस्टोडियल इंट्रोगेशन की ज़रूरत है, क्योंकि चिट फंड केस से जुड़े हुए कई अहम सबूत राजीव कुमार ने नष्ट कर दिए हैं जो सबूत शुरुआती जांच के दौरान एसआईटी को मिले थे. लिहाजा राजीव कुमार के ऊपर सबूतों के साथ छेड़छाड़ का मामला सीधे तौर पर बनता है.

लिहाजा सुप्रीम कोर्ट निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया हुआ प्रोटेक्शन हटाए, सीबीआई ने अपनी करीब 64 पन्नो की स्टेटस रिपोर्ट में तत्कालीन एसआईटी टीम के लोगों की भूमिका का भी जिक्र किया है. दरअसल ये पूरा मामला विवादों में तब आया था जब सीबीआई की टीम पूर्व पुलिस कमिश्नर से पूछताछ करने उनके घर गई थी जहां कोलकत्ता पुलिस ने न सिर्फ सीबीआई अधिकारियों के साथ बदसलूकी की बल्कि उन्हें बंधक भी बनाया था, जिसके बाद मामले को राजनीतिक बनाते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धरने पर बैठ गई थी.

सीबीआई पूरे मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट गई तो चीफ जस्टिस ने पूर्व पुलिस कमिश्नर को शिलान्‍ग में सीबीआई के सामने पेश होकर जांच में सहयोग करने और सीबीआई को उनको गिरफ्तार ना करने का आदेश दिया था, लेकिन अब सीबीआई ने अपनी स्टेटस रिपोर्ट में बताया है कि राजीव कुमार पूरी तरह जांच में सहयोग नहीं कर रहे और सीबीआई उनको गिरफ्तार कर अपनी कस्टडी में लेकर पूछताछ करना चाहती है. ताकि चिट फंड केस से जुड़े अहम सबूत हासिल किए जा सके.

नो कोममेंट्स प्लीज: ममता

उम्मीद तो नहीं तेरे आने की कभी
फिर भी न जाने क्यूँ ये दिल आस लिए बैठा है.

कम-ओ-बेश यही हालत ममता बेनर्जी की है। अप्रत्यक्ष गठबंधन और कुर्सी पीएम वाली की उम्मीद अभी बाकी है। इसीलिए तो न निगलते बनता है न उगलते बनता है। आज जब पत्रकारों ने ममता से कांग्रेस के घोषणा पत्र के बारे में पूछा तब उनकी हालत देखने वाली थी।

कोलकाता: लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में वोटरों को लुभाने के लिए कांग्रेस अपना घोषणा पत्र जारी कर चुकी है. ऐसे में घोषणापत्र पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि राजनीतिक दलों को अपने-अपने घोषणापत्रों में किये गये वादों के समुचित कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. पूर्व के चुनावों में अपनी पार्टी द्वारा के किए गए वादों में से अधिकतर को पूरा करने का दावा करते हुए तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि एक पार्टी का घोषणापत्र इसका ‘विजन डाक्यूमेंट’ होता है. इसलिए पार्टी की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए पार्टी को अपने वादों को पूरा करना चाहिए.

मुख्यमंत्री ने राज्य सचिवालय में मंगलवार को संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि, ‘‘घोषणापत्र एक पार्टी की विचारधारा को दर्शाता है इसीलिए पार्टियों को अपनी प्राथमिकताओं का ध्यान रखना चाहिए. आप पूरे घोषणापत्र को देखिये. हमने 200 से अधिक वादों को पूरा किया.’’ वहीं जब ममता बनर्जी से मंगलवार को जारी कांग्रेस के घोषणापत्र पर पूछा गया तो उन्होंने इस पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

उन्होंने कहा कि ‘किसी भी पार्टी के घोषणापत्र पर मेरी कोई टिप्पणी नहीं है. घोषणापत्र किसी भी पार्टी का विशेषाधिकार होता है, ऐसे में मैं कांग्रेस के घोषणापत्र पर कुछ नहीं कहना चाहती. हां कुछ कहना और कुछ करना अलग बात है. सबकी अपनी प्राथमिकताएं होती हैं, लेकिन जब कोई भी पार्टी जनता से कोई वादा करती है तो उन्हें उसे पूरा करना चाहिए.’

भाजपा की नयी लिस्ट में सुरेश गोपी केरल में भाजपा के उम्मीदवार

भाजपा बहुत अरसे से केरल में अपने पाँव जमाने की कोशिशों में लगी हुई है। केरल भूमि भाजपा के कार्यकर्ताओं के लिए मारू भूमि ही साबित हुई है। मौजूदाहालात में बंगाल ओर केरल दोनों ही भाजपा कार्यकर्ताओं के रक्तपिपासु हैं। केरल में सर्वाधिक भाजपा कार्यकर्ताओं का रक्त बहा है। भाजपा आज अपने कार्यकर्ताओं के बल पर केरल में चुनाव जीतने का दम रखती है। भाजपा न केवल प्रयासरत ही नहीं अपितु उत्साहित भी है। भाजपा ने केरल में अभिनेता सुरेश गोपी को अपना उम्मीदवार बनाया है।

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मंगलवार को उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी कर दी. बीजेपी की ओर से जारी की गई लिस्ट में तीन उम्मीदवारों की घोषणा की गई है. लिस्ट के अनुसार, बीजेपी ने गुजरात के दो और केरल के एक प्रत्याशी का नाम घोषित किया है. इस लिस्ट की में गुजरात की मेहसाणा लोकसभा सीट से राज्य सरकार में पूर्व मंत्री रहे दिवंगत अनिल भाई पटेल की पत्नी शारदा बेन पटेल को उम्मीदवार बनाया गया है. बता दें कि गुजरात में पाटीदार आंदोलन का मुख्य गढ़ मेहसाणा ही रहा है.

बीजेपी गुजरात की सूरत संसदीय सीट से दर्शना जरदोश को प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं, बीजेपी ने केरल में अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी पर दांव लगाया है. पार्टी ने केरल की त्रिशूर लोकसभा सीट से सुरेश गोपी को उम्मीदवार बनाया है. सुरेश गोपी ने 29 अप्रैल, 2016 में राज्यसभा सांसद के तौर पर शपथ ली थी. अक्टूबर, 2016 में सुरेश गोपी ने आधिकारिक रूप से बीजेपी में शामिल हो गए थे.

हिम्मत है तो धारा 370 को छेड़ के भी दिखाओ: फारूक

शेख अब्दुल्लाह के बेटे फारूक अब्दुल्लाह अपने बड़े बोलों और तुनक मिजाजी के लिए जाने जाते हैं। गिरगिट की भांति रंग/सुर बदलने की कला से भी वह ख़ूब वाकिफ हैं। जब वह जम्मू में भी होते हैं तो उनके सुर घाटी वाले उनके सुरों से जुदा होते हैं। जब वह सत्ता पक्ष में मलाईदार माल छत कर रहे होते हैं तो उन्हे घाटी की फिक्र कम रहती है, पर जब वह विपक्ष में होते हैं तो उन्हे हर पल सत्ता पक्ष और केंद्र की सरकार काश्मीर के साथ खिलवाड़ करती दिखाई पड़ती है। आज वह कहते पाये गए की मौजूदा केंद्र सरकार काश्मीर से उसकी पहचान छिन लें चाहती है, गौर तलब बात यह है की काश्मीर की पहचान “काश्मीरी पंडित” तो कब के काश्मीरी अलगाववादियों की भेंट चढ़ गए। उन्के पुनर्वास का सबसे अधिक विरोध इन्ही पिता पुत्र ने किया था। आज वह केंद्र सरकार को धमका रहे हैं की हिम्मत है तो……. ।

श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने चुनावी रैली में एक बार फि‍र से बीजेपी के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखाए. मंगलवार को उन्‍होंने सरकार को धारा 370 और अनुच्छेद 35 ए को रद्द करने पर चुनौती देते हुए कहा “इससे राज्य और भारत के बीच संबंध खत्म हो जाएंगे. फारुख अब्दुल्ला ने गांदरबल में एक चुनावी सभा के दौरान कहा, “वह धारा 370 और 35 ए को छूने की हिम्मत करें”

उन्होंने कहा कि अगर वे कहते हैं कि ये संवैधानिक प्रावधान अस्थायी हैं तो विलय भी फिर अस्थायी है. उन्हें इसके लिए तैयार रहना होगा. फारुख अब्‍दुल्‍ला बोले “अमित शाह और अरुण जेटली ने कहा कि वे अनुच्छेद 35-ए और अनुच्छेद 370 को समाप्त कर देंगे. करें, हम यह भी देखेंगे कि वे यह कैसे कर सकते हैं.”

उन्होंने कहा कि अगर धारा 370 खत्म हो जाता है तो जम्मू-कश्मीर और नई दिल्ली के बीच संबंध खत्म हो जाएंगे. पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए अब्दुल्ला ने कहा, वह देश को चलाने में सक्षम एकमात्र व्यक्ति नहीं थे. अब्दुल्ला ने कहा, “वह एक अभिनेता हैं और मैंने अब तक ऐसा अभिनेता कभी नहीं देखा है.” अगर पुलवामा नहीं होता तो उसकी (मोदी ) की हार पक्‍की थी.

फारुख अब्दुल्ला, जो श्रीनगर संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे हैं ने कहा कि आज हमको पाकिस्तानी कहा जाता है अगर हमें पाकिस्तान जाना होता तो हम 1947 में गए होते मगर हमने भारत को चुना जो सब का भारत था. गांधी का भारत था .मगर आज भारत को बदलने की कोशिश की हो रही है. इसलिए हमें होशियार रहना है. राज्य को नहीं बल्कि देश को बचना है.

युद्ध विराम का निरंतर उल्लंघन कहीं पाकिस्तान में तख़्ता पलट की आहट तो नहीं?

पाकिस्तान में सेना द्वारा निरंतर किए जा रहे युद्ध विराम उल्लंघन के पीछे कयास लगाए जा रहे हैं की पाकिस्तान की सेना और आईएसआई चीन के दम पर प्रत्यक्ष युद्ध की परिकल्पना कर रही है। वहाँ की चुनी हुई सरकार इसके फिलहाल तो खिलाफ नज़र आ रही है। सूत्रों की माने तो इमरान खान को मित्र राष्ट्रों पर यकीन है की चुनावों के बाद भारत में सत्ता पलटेगी और कॉंग्रेस वाम दलों के साथ फिर से अपनी सरकार बनाएगी, कश्मीर, देशद्रोह, अलगाव वाद और अफसपा जैसे मुद्दों पर अपने वादों को पूरा करेगी और भारत का रुख जो की अब आत्मसम्मान से भरा है काफी लचीला हो जाएगा। परंतु जान पड़ता है की सेना इस झांसे में आने को तैयार नहीं है। तख़्ता पलट के संभावित खतरे को नज़रअंदाज़ करते हुए इमरान खान सेना को युद्ध विराम उल्लंघन से रोक नैन पा रहे।

नई दिल्‍ली: भारत पाकिस्‍तान सीमा पर पाकिस्‍तान की ओर से सीजफायर का उल्‍लंघन तनाव को लगातार बढ़ा रहा है. पाकिस्‍तान की नापाक हरकतें बढ़ती जा रही हैं. इसका मुंहतोड़ जवाब अब भारतीय सेना ने भी दिया है. पुंछ, मेंढर में भारतीय सेना की जवाबी फ़ायरिंग से पाकिस्तानी सेना को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. पाकिस्तान की सेना के प्रचार विभाग ISPR और रेडियो पाकिस्तान ने मंगलवार की सुबह एक सूबेदार और दो सैनिकों की भारतीय फ़ायरिंग में मौत को स्वीकार किया है.

सूत्रों का कहना है कि पाक अधिकृत कश्मीर के बालानोई, कोटली, रकचक्री और रावलाकोट में पाकिस्तानी सेना की कई पोस्ट तबाह हुई हैं और बड़ी तादाद में पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं. ये LOC से सटे वे इलाक़े हैं जहां आतंकवादियों की पनाहगाहें और लॉंच पैड्स हैं. यहां से कश्मीर में घुसपैठ कराई जाती है और भारतीय सेना पर BAT हमले किए जाते हैं.

पाकिस्तान की सेना पुलवामा के बाद से ही LOC से सटे हुए नागरिक इलाक़ों पर भारी गोलाबारी कर रही है. पिछले एक हफ्ते में पीर पंजाल पहाड़ियों के दक्षिण के पुंछ, मेंढर, राजौरी, अखनूर, नौशेरा के गांवों में ये गोलाबारी बहुत तेज़ हो रही है. पाकिस्तानी सेना मोर्टार के साथ-साथ भारी तोपखाने के ज़रिए भारतीय गांवों पर लगातार गोलाबारी कर रही है. सोमवार को पाकिस्तानी फ़ायरिंग में बीएसएफ के एक इंसपेक्टर की जान चली गई. भारतीय सेना ने भी अपनी जवाबी कार्रवाई तेज़ कर दी है.

सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना ने भी पाकिस्तानी सेना के ठिकानों पर जवाबी गोलाबारी करने के लिए तोपखाने और गाइडेड मिसाइलों का इस्तेमाल किया है. खासतौर पर उन पाकिस्तानी पोस्ट को निशाना बनाया गया, जिनके बारे में पहले से पता था कि वो आतंकवादियों के लांच पैड की तरह काम करती हैं. दोनों ही तरफ से फ़ायरिंग का सिलसिला मंगलवार देर शाम तक जारी रहा.

सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना की कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना की आतंकवादियों को मदद करने की ताक़त को तोड़ने की कोशिश की जा रही है. पाकिस्तानी सेना की इन पोस्ट्स से न केवल आतंकवादियों की घुसपैठ में मदद की जाती है, बल्कि यहीं पर आतंकवादियों के ठहराया जाता है. ये आतंकवादी पाकिस्तानी सेना के BORDER ACTION TEAM यानि BAT का हिस्सा बनते हैं. यहीं से आतंकवादी भारतीय सीमा में घुसकर सेना की चौकियों के आसपास विस्फोटक लगाते हैं और घात लगाकर हमले करते हैं.