15 अगस्त और रक्षा बंधन

Raksha Bandhan 2019: इस बार रक्षाबंधन का त्‍योहार गुरुवार को है इसलिए इसका महत्‍व और ज्‍यादा बढ़ गया है. इस दिन भद्र काल नहीं है और न ही किसी तरह का कोई ग्रहण है. यही वजह है कि इस बार रक्षाबंधन शुभ संयोग वाला और सौभाग्‍यशाली है.

  1. इस बार रक्षाबंधन 15 अगस्‍त को है
  2. रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई को राखी बांधती हैं
  3. यह त्‍योहार भाई-बहन के अटूट प्‍यार और समर्पण का प्रतीक है

रक्षाबंधन सिर्फ त्‍योहार नहीं बल्‍कि एक ऐसी भावना है जो रेशम की कच्‍ची डोरी के जरिए भाई-बहन के प्‍यार को हमेशा-हमेशा के लिए संजोकर रखती है.रक्षा बंधन का त्‍योहार हिन्‍दू धर्म के बड़े त्‍योहारों में से एक है, जिसे देश भर में धूमधाम और पूरे हर्षोल्‍लास के साथ मनाया जाता है. यह त्‍योहार भाई-बहन के अटूट रिश्‍ते, बेइंतहां प्‍यार, त्‍याग और समर्पण को दर्शाता है. इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी या रक्षा सूत्र बांधकर उसकी लंबी आयु और मंगल कामना करती हैं. वहीं, भाई अपनी प्‍यारी बहना को बदले में भेंट या उपहार देकर हमेशा उसकी रक्षा करने का वचन देते हैं. यह इस त्‍योहार की खासियत है कि न सिर्फ हिन्‍दू बल्‍कि अन्‍य धर्म के लोग भी पूरे जोश के साथ इस त्‍योहार को मनाते हैं. 

रक्षाबंधन कब है?
हिन्‍दू कैलेंडर के अनुसार रक्षाबंधन का त्‍योहार हर साल श्रावण या सावन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है. ग्रगोरियन कैलेंडर के अुनसार यह त्‍योहार हर साल अगस्‍त के महीने में आता है. इस बार रक्षाबंधन 15 अगस्‍त को है. 15 अगस्‍त के दिन ही भारत के स्‍वतंत्रता दिवस (Independence Day) की 72वीं वर्षगांठ भी है. 

रक्षाबंधन का महत्‍व 
रक्षाबंधन हिन्‍दू धर्म के सभी बड़े त्‍योहारों में से एक है. खासतौर से उत्तर भारत में इसे दीपावली या होली की तरह ही पूरे हर्षोल्‍लास के साथ मनाया जाता है. यह हिन्‍दू धर्म के उन त्‍योहारों में शामिल है जिसे पुरातन काल से ही मनाया जा रहा है. यह पर्व भाई बहन के अटूट बंधन और असीमित प्रेम का प्रतीक है. यह इस पर्व की महिमा ही है जो भाई-बहन को हमेशा-हमेशा के लिए स्‍नेह के धागे से बांध लेती है. देश के कई हिस्‍सों में रक्षाबंधन को अलग-अलग तरीके से भी मनाया जाता है. महाराष्‍ट्र में सावन पूर्णिमा के दिन जल देवता वरुण की पूजा की जाती है. रक्षाबंधन को सलोनो नाम से भी जाना जाता है. मान्‍यता है कि इस दिन पवित्र नदी में स्‍नान करने के बाद सूर्य को अर्घ्‍य देने से सभी पापों का नाश हो जाता है. इस दिन पंडित और ब्राह्मण पुरानी जनेऊ का त्‍याग कर नई जनेऊ पहनते हैं. 

रक्षाबंधन की तिथि
रक्षाबंधन सावन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस बार रक्षाबंधन का त्‍योहार गुरुवार को है इसलिए इसका महत्‍व और ज्‍यादा बढ़ गया है. इस दिन भद्र काल नहीं है और न ही किसी तरह का कोई ग्रहण है. यही वजह है कि इस बार रक्षाबंधन शुभ संयोग वाला और सौभाग्‍यशाली है.
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 14 अगस्‍त 2019 को रात 9 बजकर 15 मिनट से
पूर्णिमा तिथि समाप्‍त: 15 अगस्‍त 2019 को रात 11 बजकर 29 मिनट तक

राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
मान्‍यताओं के अनुसार रक्षाबंधन के दिन अपराह्न यानी कि दोपहर में राखी बांधनी चाहिए. अगर अपराह्न का समय उपलब्‍ध न हो तो प्रदोष काल में राखी बांधना उचित रहता है. कहा जाता है कि भद्र काल में बहनें अपने भाइयों को राखी नहीं बांधती हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, रावण की बहन ने भद्र काल में उसे रक्षा सूत्र बांधा था, जिससे रावण का सर्वनाश हो गया था. इस बार राखी बांधने का मुहूर्त काफी अच्छा है. बहनें सूर्यास्त से पूर्व तक भाइयों को राखी बांध सकती हैं
राखी बांधने का समय: 15 अगस्‍त 2019 को सुबह 10 बजकर 22 मिनट से रात 08 बजकर 08 मिनट तक 
कुल अवधि: 09 घंटे 46 मिनट
अपराह्न मुहूर्त: 15 अगस्‍त 2019 को दोपहर 01 बजकर 06 मिनट से दोपहर 03 बजकर 20 मिनट तक
कुल अवधि: 02 घंटे 14 मिनट
प्रदोष काल में राखी बांधने का मुहूर्त: 15 अगस्‍त 2019 को शाम 05 बजकर 35 मिनट से रात 08 बजकर 08 मिनट तक  

राखी बांधने की पूजा विधि
रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र, संपन्‍नता और खुशहाली की कामना करती हैं. वहीं भाई अपनी बहन को कपड़े, गहने, पैसे, तोहफे या कोई भी भेंट देकर उनकी रक्षा का वचन देते हैं. रक्षाबंधन के दिन अपने भाई को इस तरह राखी बांधें: 
 सबसे पहले राखी की थाली सजाएं. इस थाली में रोली, कुमकुम, अक्षत, पीली सरसों के बीज, दीपक और राखी रखें. 
 इसके बाद भाई को तिलक लगाकर उसके दाहिने हाथ में रक्षा सूत्र यानी कि राखी बांधें. 
 राखी बांधने के बाद भाई की आरती उतारें. 
 फिर भाई को मिठाई खिलाएं. 
 अगर भाई आपसे बड़ा है तो चरण स्‍पर्श कर उसका आशीर्वाद लें. 
 अगर बहन बड़ी हो तो भाई को चरण स्‍पर्श करने चाहिए. 
– राखी बांधने के बाद भाइयों को इच्‍छा और सामर्थ्‍य के अनुसार बहनों को भेंट देनी चाहिए. 
– ब्राह्मण या पंडित जी भी अपने यजमान की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधते हैं. 
– ऐसा करते वक्‍त इस मंत्र का उच्‍चारण करना चाहिए: 
ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।

रक्षाबंधन से जुड़ी पौराणिक मान्‍यताएं
भारत में रक्षाबंधन मनाने के कई धार्मिक और ऐतिहासिक कारण है. पौराणिक मान्‍यताओं के अनुसार रक्षाबंधन मनाने के पीछे कई कथाएं प्रचलित हैं: 

वामन अवतार कथा: असुरों के राजा बलि ने अपने बल और पराक्रम से तीनों लोकों पर अधिकार कर लिया था. राजा बलि के आधिपत्‍य को देखकर इंद्र देवता घबराकर भगवान विष्‍णु के पास मदद मांगने पहुंचे. भगवान विष्‍णु ने वामन अवतार धारण किया और राजा बलि से भिक्षा मांगने पहुंच गए. वामन भगवान ने बलि से तीन पग भूमि मांगी. पहले और दूसरे पग में भगवान ने धरती और आकाश को नाप लिया. अब तीसरा पग रखने के लिए कुछ बचा नहीं थी तो राजा बलि ने कहा कि तीसरा पग उनके सिर पर रख दें.

भगवान वामन ने ऐसा ही किया. इस तरह देवताओं की चिंता खत्‍म हो गई. वहीं भगवान राजा बलि के दान-धर्म से बहुत प्रसन्‍न हुए. उन्‍होंने राजा बलि से वरदान मांगने को कहा तो बलि ने उनसे पाताल में बसने का वर मांग लिया. बलि की इच्‍छा पूर्ति के लिए भगवान को पाताल जाना पड़ा. भगवान विष्‍णु के पाताल जाने के बाद सभी देवतागण और माता लक्ष्‍मी चिंतित हो गए. अपने पति भगवान विष्‍णु को वापस लाने के लिए माता लक्ष्‍मी गरीब स्‍त्री बनकर राजा बलि के पास पहुंची और उन्‍हें अपना भाई बनाकर राखी बांध दी. बदले में भगवान विष्‍णु को पाताल लोक से वापस ले जाने का वचन ले लिया. उस दिन श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि थी और मान्‍यता है कि तभी से  रक्षाबंधन मनाया जाने लगा.

भविष्‍य पुराण की कथा: एक बार देवता और दानवों में 12 सालों तक युद्ध हुआ लेकिन देवता विजयी नहीं हुए. इंद्र हार के डर से दुखी होकर देवगुरु बृहस्पति के पास गए. उनके सुझाव पर इंद्र की पत्नी महारानी शची ने श्रावण शुक्ल पूर्णिमा के दिन विधि-विधान से व्रत करके रक्षा सूत्र  तैयार किए. फिर इंद्राणी ने वह सूत्र इंद्र की दाहिनी कलाई में बांधा और समस्त देवताओं की दानवों पर विजय हुई. यह रक्षा विधान श्रवण मास की पूर्णिमा को संपन्न किया गया था.

द्रौपदी और श्रीकृष्‍ण की कथा: महाभारत काल में कृष्ण और द्रौपदी का एक वृत्तांत मिलता है. जब कृष्ण ने सुदर्शन चक्र से शिशुपाल का वध किया तब उनकी तर्जनी में चोट आ गई. द्रौपदी ने उस समय अपनी साड़ी फाड़कर उसे उनकी अंगुली पर पट्टी की तरह बांध दिया. यह श्रावण मास की पूर्णिमा का दिन था. श्रीकृष्ण ने बाद में द्रौपदी के चीर-हरण के समय उनकी लाज बचाकर भाई का धर्म निभाया था.

रक्षाबंधन मनाए जाने के पीछे कई ऐतिहासिक कारण भी हैं: 

बादशाह हुमायूं और कमर्वती की कथा: मुगल काल में बादशाह हुमायूं चितौड़ पर आक्रमण करने  के लिए आगे बढ़ रहा था. ऐसे में राणा सांगा की विधवा कर्मवती ने हुमायूं को राखी भेजकर रक्षा वचन ले लिया. फिर क्‍या था हुमायूं ने चितौड़ पर आक्रमण नहीं किया. यही नहीं आगे चलकर उसी राख की खातिर हुमायूं ने चितौड़ की रक्षा के लिए बहादुरशाह के विरूद्ध लड़ते हुए कर्मवती और उसके राज्‍य की रक्षा की. 

सिकंदर और पुरू की कथा: सिकंदर की पत्नी ने पति के हिंदू शत्रु पुरूवास यानी कि राजा पोरस को राखी बांध कर अपना मुंहबोला भाई बनाया और युद्ध के समय सिकंदर को न मारने का वचन लिया. पुरूवास ने युद्ध के दौरान सिकंदर को जीवनदान दिया. यही नहीं सिकंदर और पोरस ने युद्ध से पहले रक्षा-सूत्र की अदला-बदली की थी. युद्ध के दौरान पोरस ने जब सिकंदर पर घातक प्रहार के लिए हाथ उठाया तो रक्षा-सूत्र को देखकर उसके हाथ रुक गए और वह बंदी बना लिया गया. सिकंदर ने भी पोरस के रक्षा-सूत्र की लाज रखते हुए उसका राज्य वापस लौटा दिया.

भारत की बढ़ती आर्थिक व्यवस्था से क्षुब्ध डोनाल्ड ने डबल्यूटीओ को चेताया

डोनाल्‍ड ट्रम्प (Donald Trump) ने पहले भी कई बार WTO पर अमेरिका के साथ अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया है और उससे हटने की धमकी भी दी है. उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन को डब्ल्यूटीओ के नियमों को मानने की जरूरत नहीं है
ट्रंप ने कहा कि, भारत और चीन एशिया की बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके हैं इसलिए अब उन्हें विकासशील नहीं माना जा सकता है

  1. डोनाल्‍ड ट्रम्‍प ने WTO छोड़ने की धमकी दी है
  2. चीन को लेकर ट्रम्‍प WTO से नाराज हैं
  3. ट्रम्‍प ने कहा क‍ि अमेरिका को WTO के नियम मानने की जरूरत नहीं है

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने कहा है कि अगर स्थितियां नहीं सुधरीं तो अमेरिका विश्व व्यापार संगठन (WTO) से हट जाएगा. ट्रम्प ने पेन्सिलवेनिया के एक ‘शेल केमिकल प्लांट’ में मंगलवार को कर्मचारियों से कहा, ”अगर हमें छोड़ना पड़ा तो हम छोड़ देंगे.”

राष्‍ट्रपति ट्रम्‍प ने कहा, ”हमें पता है कि कई सालों से वे हमें नुकसान पहुंचा रहे हैं, ये अब और नहीं होगा.” उन्‍होंने डब्ल्यूटीओ को उसके पिछले कई कदमों का जिक्र करते हुए उस पर निशाना साधा है और अमेरिका को डब्ल्यूटीओ से बाहर निकालने की धमकी दी है. उन्होंने दावा किया कि डब्ल्यूटीओ अमेरिका के प्रति अनुचित व्यवहार कर रहा है और कहा कि डब्ल्यूटीओ वॉशिंगटन की अनदेखी नहीं कर सकता है.

ट्रम्प ने पहले भी कई बार डब्ल्यूटीओ पर अमेरिका के साथ अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया है और उससे हटने की धमकी भी दी है. उन्होंने कहा कि वॉशिंगटन को डब्ल्यूटीओ के नियमों को मानने की जरूरत नहीं है.

ट्रम्‍प ने कहा कि संगठन में शामिल किए जाने के वक्त चीन को दी गईं शर्तों को लेकर अमेरिका की शिकायत है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी प्रौद्योगिकी के चीन द्वारा चोरी के बारे में अमेरिका ने शिकायतें दी थीं. लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका के पास वास्तव में वैश्विक व्यापारिक संस्था द्वारा मध्यस्थता से विवादों को जीतने का एक सफल रिकॉर्ड है. ट्रंप का दावा है कि संस्थान के नियमों में सुधार के लिए जब भी कहा गया ट्रंप प्रशासन ने प्रभावी रूप से अपने रुख में नरमी बरती है.

बता दें कि चीन ने सोमवार को कहा था कि अमेरिका का विश्व व्यापार संगठन में चीन का ‘विकासशील राष्ट्र’ का दर्जा उससे वापस लेने की चेतावनी उसके ‘घमंड’ और ‘स्वार्थीपन’ को बताता है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पिछले शुक्रवार को अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइथाइजर को भेजे गए एक निर्देश के बाद चीन ने सोमवार को यह प्रतिक्रिया जाहिर की थी.

इस निर्देश में कहा गया है कि व्यापार नियमों की वैश्विक व्यवस्था का संचालन और विवादों का निपटारा करने वाले डब्ल्यूटीओ द्वारा विकसित और विकासशील देशों के बीच किया जाने वाला विभाजन अब पुराना पड़ गया है. इसका परिणाम यह हो रहा है कि डब्ल्यूटीओ के कुछ सदस्य बेजा फायदा उठा रहे हैं.

माना जा रहा है कि यह निर्देश चीन को ध्यान में रखकर दिया गया है. चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ट्रंप प्रशासन की यह मांग उसके ‘घमंड’ और ‘स्वार्थीपन’ को बताती है. उन्होंने कहा कि एक या कुछ देशों को यह फैसला करने का अधिकार नहीं होना चाहिए कि किसी देश को विकासशील देशों की श्रेणी में रखना है और किसे नहीं.

गौरतलब है कि डब्ल्यूटीओ में विकासशील देश का दर्जा मिलने से विश्व व्यापार संगठन संबंधित सरकारों को मुक्त व्यापार प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए लंबी समय-सीमा प्रदान करता है और साथ ही ऐसे देशों को अपने कुछ घरेलू उद्योगों का संरक्षण करने और राजकीय सहायता जारी रखने की अनुमति होती है.

Police Files Chandigarh

Korel, CHANDIGARH – 14.08.2019

Two arrested while consuming liquor at public place

         Two different cases U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC have been registered in PS-MM, Chandigarh against two persons who were arrested while consuming liquor at public place on 13.08.2019. Later they were released on bail.

Accident

A case FIR No. 225, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-03, Chandigarh on the complaint of Jony R/o # 1411/1, Sec-30/B, Chandigarh against Rajat Dhamija R/o # 314, Ram Nagar, Panipat (HR) who was driving Breeza car No. PB-70D-5136 hit to complainant’s Splendor M/Cycle No. PB-34D-0494 near wine shop Village-Kaimbwala, Chandigarh on 13-08-2019. Complainant got injuries and admitted in GH-16, Chandigarh. Alleged car driver arrested and bailed out. Investigation of the case is in progress.

Quarrel/Assault

Ravinder Singh R/o # 638, near Balongi, Mohali (PB) alleged that Avtar Singh R/o near Mala road, Lot Baddi Lopan, Distt-Moga (PB) beaten complainant near Punjab University, Bus Stop, Chandigarh on 08-08-2019. A case FIR No. 162, U/S 324, 34 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh. Alleged person has been arrested in this case. Investigation of the case is in progress.

Burglary

Daya Sagar R/o Prachin Shiv Mandir, Khudda Jassu, Chandigarh reported that unknown person stolen away cash box from Prachin Shiv Mandir, Khudda Jassu, Chandigarh on night intervening 12/13-08-2019. A case FIR No. 116, U/S 380, 457 IPC has been registered in PS-Sarangpur, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

Rakesh R/o # 199, Gali No. 9, Shanti Nagar, Mani Majra, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’sActiva No. CH-01BP-0961 parked near his house. A case FIR No. 128, U/S 379 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Theft

A case FIR No. 208, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh on the complaint of HC Mohinder Singh (PS-34) against unknown person who stolen away one bag containing Challan Book and documents from dickey of his Activa Scooter No. CH-01AJ-2428 while parked near Beat Box parking, Sector 44, Chandigarh on 08.08.2019. Investigation of the case is in progress.

Cheating/Immigration Act

A case FIR No. 207 U/s 420, 120B IPC & 24 Immigration Act has been registered in PS-34, Chandigarh on the complaint of Abhinn Malhotra R/o # 173/48 Ward No. 12, College Road, Paonta Sahib, Sirmaur (HP) against Rahul and others of Montroyl Academy, Sector 34, Chandigarh who cheated complainant and his sister for Rs. 1,15,000/- regarding providing job at Dubai. They neither arranged job and nor returned complainant’s money. Investigation of the case is in progress.

टीएमसी, एनसीपी और सीपीआई खो सकतीं हैं राष्ट्रिय दल का ओहदा

निर्वाचन प्रतीक (आरक्षण और आवंटन) आदेश, 1968 के मुताबिक किसी राजनीतिक पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा तभी मिलता है जब उसके उम्मीदवार लोकसभा या विधानसभा चुनाव में चार या अधिक राज्यों में कम से कम छह प्रतिशत वोट हासिल करें. ऐसी पार्टी के लोकसभा में भी कम से कम चार सांसद होने चाहिए. साथ ही कुल लोकसभा सीटों की कम से कम दो प्रतिशत सीट होनी चाहिए और इसके उम्मीदवार कम से कम तीन राज्यों से आने चाहिए.

नई दिल्ली : 

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) से राष्ट्रीय पार्टी का तमगा छिन सकता है. आज तीनों पार्टियों पर चुनाव आयोग अपना फैसला सुना सकता है. पिछले दिनों चुनाव आयोग ने तीनों पार्टिय़ों को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा था कि इनके प्रदर्शन के आधार पर क्यों न इनका राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खत्म कर दिया जाए.

निर्वाचन प्रतीक (आरक्षण और आवंटन) आदेश, 1968 के मुताबिक किसी राजनीतिक पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा तभी मिलता है जब उसके उम्मीदवार लोकसभा या विधानसभा चुनाव में चार या अधिक राज्यों में कम से कम छह प्रतिशत वोट हासिल करें. ऐसी पार्टी के लोकसभा में भी कम से कम चार सांसद होने चाहिए. साथ ही कुल लोकसभा सीटों की कम से कम दो प्रतिशत सीट होनी चाहिए और इसके उम्मीदवार कम से कम तीन राज्यों से आने चाहिए.

मौजूदा वक्त में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), बीएसपी, सीपीआई, माकपा, कांग्रेस, एनसीपी और नेशनल पीपल्स पार्टी ऑफ मेघायल को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त है. हालिया लोकसभा चुनाव में एनसीपी, तृणमूल कांग्रेस, भाकपा का प्रदर्शन इस कसौटी पर अच्छा नहीं माना जा रहा है, इसलिए इन पर राष्ट्रीय दर्जा खत्म होने का खतरा मंडरा रहा है.

मलेशियाइ कैबिनेट में उठेगा ज़ाकिर नाईक का मुद्दा

जाकिर नाईक ने कहा था कि मलेशिया में रहने वाले हिंदू मलेशियाई प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद  से ज्यादा नरेंद्र मोदी के वफादार हैं. 

कुआलालांपुर:

 भारत में कथित आतंकी गतिविधियों और धनशोधन में वांछित विवादित मुस्लिम धर्म उपदेशक जाकिर नाइक द्वारा मलेशिया में रह रहे हिंदुओं को लेकर दिए गए बयान पर वहां के मंत्री ने करारा जवाब दिया है. मलेशियाई सरकार में मानव संसाधन मंत्री एम कुलासेगरन ने कहा है मलेशियाई हिंदुओं पर सवाल उठाने वाले जाकिर नाइक पर तुरंत एक्शन लिया जाए. दरअसल जाकिर नाइक ने कहा था कि मलेशिया में रहने वाले हिंदू मलेशियाई प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद  से ज्यादा नरेंद्र मोदी के वफादार हैं. 

कुलसेरगन ने बुधवार को जारी किए अपने एक बयान में कहा, ‘जाकिर नाइक एक बाहरी व्यक्ति है, जो एक भगोड़ा है और उसे मलेशियाई इतिहास की बहुत कम जानकारी है, इसलिए, उसे मलेशियाई लोगों को नीचा दिखाने जैसा विशेषाधिकार नहीं दिया जाना चाहिए. इससे ज्यादा उनकी देश के प्रति वफादारी पर क्या सवाल है किया जा सकता है.’

उन्होंने कहा  ‘जाकिर नाईक का यह बयान किसी भी तरह से मलेशिया के स्थायी निवासी होने के पैमाने पर खरा नहीं उतरता है. इसे अगली कैबिनेट बैठक में इस मुद्दे को उठाया जाएगा.’

कुलसेरगन ने अपने बयान में कहा, ‘इसलिए, अब समय आ गया है कि मलेशियाई लोग अपने सहिष्णु और सामंजस्यपूर्ण देश में धार्मिक और नस्लीय भावनाओं का उपयोग करने वाली ज़ाकिर नाईक की रणनीति को उजागर करके राष्ट्र की शांति और स्थिरता को एकजुट और सुरक्षित करें.’

बता दें कि जुलाई महीने में जाकिर नाइक ने मलेशिया से वापस नहीं भेजे जाने के लिए मलेशियाई प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद का शुक्रिया अदा किया था. मलेशिया के अखबारों में बयान छपवाकर धन्यवाद देते हुए जाकिर नाइक ने देश का कोई कानून नहीं तोड़ने का वादा भी किया था. इससे पहले भारत ने औपचारिक तौर पर मलेशिया से जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का आग्रह किया था. अपने भड़काऊ भाषणों से युवाओं को आतंकी गतिविधियों के लिए प्रेरित करने का आरोप लगने के बाद जाकिर 2016 में देश से फरार हो गया था.


PU Results

Chandigarh August 13, 2019

                It is for the information of the general public and
students of Panjab University Teaching Departments/Colleges in
particular that result of the following examinations have been
declared:-

1.      B.Ed(Mental Retardation) 4th Semester,May-19

2.      MA(Governance & Leadership) 2nd Semester,May-19

3.      MA(History) 4th Semester,May-19

4.      M.Sc(Environment Science) 2nd Semester,May-19

5.      B.Sc(H.S) in Bio-Physics 3rd Semester,Dec-18

6.      M.Sc(H.S) Mathematics 2nd Semester,May-19

7.      MA (Economics) 2nd Semester,May-19

8.      MA(History of Visual Arts) 4th Semester,May-19

             The students are advised to see their result in their respective Departments/ Colleges/ University website.

स्वतन्त्रता दिवस ड्रेस रिहर्सल में छात्र छात्राओं ने बिखेरे जलवे

पंचकूला, 13 अगस्त-

73वें स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियों के तहत आज परेड मैदान सेक्टर 5 पंचकूला में फुल ड्रेस रिहर्सल की गई। इस रिहर्सल में उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस समारोह के 15 अगस्त के मुख्य कार्यक्रम के लिये सांस्कृतिक कार्यक्रमों के इंचार्ज अध्यापकों और प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को प्रातः 9 बजे इसी मैदान में हरियाणा के स्वास्थ्य, खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री श्री अनिल विज ध्वजारोहण करेंगे। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रदेश के विभिन्न जिलों को उपलब्ध करवाई जाने वाली 15 एंबुलेंस को भी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। 

उन्होनंे बताया कि मुख्य कार्यक्रम में जिला के स्वतंत्रता सेनानियों, युद्ध विरांगनाओं, शहीदों के परिजनों और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियों हासिल करने वाले विद्यार्थियों, खिलाड़ियों व नागरिकों को भी सम्मानित करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी इस जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के भव्य आयोजन के लिये आवश्यक प्रबंध 14 अगस्त तक पूरा कर लें। 

आज के पूर्वाभ्यास कार्यक्रम में सेंट सोलजर स्कूल सेक्टर-16 के विद्यार्थियों ने राजस्थानी लोक नृत्य प्रस्तुत किया। इसी प्रकार होली चाईल्ड स्कूल मोरनी रोड पंचकूला के विद्यार्थियों ने -चल मेले नू चलिये, कढले कुड़ते दे वल वे पर भांगड़ा प्रस्तुत किया जबकि राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर-15 की छात्राओं ने -मत छेड़ बलम मेरे चुन्नड ने, होजैगी तकरार घणी गीत पर मनमोहक हरियाणवी नृत्य प्रस्तुत किया। सार्थक स्कूल सेक्टर-12 की छात्राओं ने बेटियों की शिक्षा पर आधारित रागणी प्रस्तुत की। स्काई स्कूल सेक्टर-21 के विद्यार्थियों ने देशभक्ति पर आधारित एक्शन नृत्य प्रस्तुत करके देशभक्ति के रंग बिखेरे।

पूर्वाभ्यास कार्यक्रम में सहायक पुलिस आयुक्त विजय देसवाल के नेतृत्व में 14 टुकड़ियों ने शानदार मार्च पास्ट का प्रदर्शन किया। इन टुकड़ियों में इंडियन तिब्बत सीमा सुरक्षा बल, हरियाणा पुलिस, हरियाणा महिला पुलिस, गृह रक्षी, एनसीसी की पांच टुकड़िया, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-15, सूरज पब्लिक स्कूल, बी एन सीनियर सेकेंडरी  स्कूल तथा भवन विद्यालय के विद्यार्थियों की टुकड़िया शामिल थी। इसके अलावा 200 छात्र छात्राओं ने सामुहिक पीटी शो और 200 विद्यार्थियों ने डंबल का प्रदर्शन भी किया। इस मौके पर पुलिस उपायुक्त दीपक गहलावत, एसडीएम ममता शर्मा, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी निशु सिंगल, जिला शिक्षा अधिकारी एचएस सैनी, उपजिला शिक्षा अधिकारी सुनीता नैन, तहसीलदार वरिंद्र गिल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

प्रणब दा सहित नानाजी देशमुख और भूपेन हजारिका भारत रत्न से सम्मानित

भारत सरकार ने इस साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अलावा समाजसेवी नानाजी देशमुख और संगीतकार और गायक भूपेन हज़ारिका को भारत रत्न देने का ऐलान किया था.

नई दिल्ली: भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, संगीतकार भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को गुरुवार को भारत रत्न से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति भवन में हुए सम्मान समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित किया. बता दें संगीतकार भूपेन हजारिका और समाजसेवी नानाजी देशमुख को मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया है. 

गौरतलब है कि भारत सरकार ने इस साल गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) की पूर्व संध्या पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अलावा समाजसेवी नानाजी देशमुख और मशहूर संगीतकार और गायक भूपेन हज़ारिका को भारत रत्न देने का ऐलान किया था.

दिवंगत सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख की जगह दीन दयाल रिसर्च इंस्टिट्यूट के चेयरमैन वीरेंद्रजीत सिंह ने भारत रत्न सम्मान ग्रहण किया. दिवंगत गायक भूपेन हजारिका की जगह उनके बेटे तेज हजारिका ने भारत रत्न सम्मान लिया.

New Delhi: President Ram Nath Kovind confers Bharat Ratna upon former president Pranab Mukherjee during a ceremony at Rashtrapati Bhavan, in New Delhi, Thursday, Aug 8, 2019.

प्रणब मुखर्जी जुलाई 2012 से जुलाई 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे. इसके पहले उन्होंने वित्त, रक्षा और विदेश जैसे अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी भी संभाली थी. साल 2004 से 2012 तक केंद्र में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार में उन्हें प्रमुख ‘संकटमोचक’ माना जाता था. 

मुखर्जी 1982 में 47 वर्ष की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के वित्त मंत्री बने थे. वर्ष 2004 से उन्होंने तीन महत्वपूर्ण मंत्रालयों विदेश मंत्रालय, रक्षा और वित्त मंत्रालय का कामकाज संभाला था. ‘प्रणब दा’ के नाम से मशहूर मुखर्जी 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे थे. पिछले वर्ष नागपुर में आरएसएस के एक कार्यक्रम में शामिल होने पर मुखर्जी को कुछ लोगों से आलोचना का सामना करना पड़ा था.

नानाजी देशमुख
संघ से जुड़े नानाजी देशमुख पूर्व में भारतीय जनसंघ से जुड़े थे. 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद उन्होंने मन्त्री पद स्वीकार नहीं किया और जीवन पर्यन्त दीनदयाल शोध संस्थान के अन्तर्गत चलने वाले विविध प्रकल्पों के विस्तार हेतु कार्य करते रहे. अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने उन्हें राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किया था. वाजपेयी के कार्यकाल में ही भारत सरकार ने उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य व ग्रामीण स्वालम्बन के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान के लिये पद्म विभूषण भी प्रदान किया.

भूपेन हजारिका
भूपेन हजारिका पूर्वोत्तर राज्य असम से ताल्लुक रखते थे. अपनी मूल भाषा असमिया के अलावा भूपेन हजारिका हिंदी, बंगला समेत कई अन्य भारतीय भाषाओं में गाना गाते रहे थे. उनहोने फिल्म ‘गांधी टू हिटलर’ में महात्मा गांधी का पसंदीदा भजन ‘वैष्णव जन’ गाया था.  उन्हें पद्मभूषण सम्मान से भी सम्मानित किया गया था.

बिफरे पाकिस्तान ने सम्झौता एक्सप्रेस बंद की

पाकिस्तान ने अपने ट्रेन ड्राइवर और गार्ड को समझौता एक्सप्रेस के साथ भेजने से मना कर दिया है. इसके बाद पाकिस्‍तानी मंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी

नई दिल्‍ली: कश्‍मीर में अनुच्‍छेद 370 और 35A पर भारत के फैसले से खिसियाए पाकिस्‍तान ने समझौता एक्‍सप्रेस को बंद करने की घोषणा की है. पाकिस्‍तान के रेल मंत्री शेख राशिद अहमद खान ने कहा, समझौता एक्‍सप्रेस को हमेशा के लिए बंद किया जाता है. जिन्‍होंने इसके लिए पहले से टिकट खरीद लिए हैं, बिना कोई चार्ज काटे रिफंड लौटा दिया जाएगा.

पाकिस्‍तान के रेल मंत्री ने ट्वीट कर कहा, जब तक मैं पाकिस्‍तान का रेल मंत्री हूं, ये समझौता एक्‍सप्रेस नहीं चलेगी. इससे पहले पाकिस्तान ने अपने ट्रेन ड्राइवर और गार्ड को समझौता एक्सप्रेस के साथ भेजने से मना कर दिया था. इस संबंध में उसने अटारी रेलवे स्‍टेशन सूचना भेजी की वह फिलहाल इस सेवा को रोक रहा है, लिहाजा भारतीय रेल अपने ड्राइवर और क्रू मेंबर को भेजकर समझौता एक्सप्रेस को पाकिस्‍तान से ले जाएं. इसके बाद भारत ने अपने ड्राइवर और क्रू मेंबर को इंजन के साथ पाकिस्‍तान भेजा. 

भारत की ओर से भेजा गया इंजन ट्रेन को लेकर वापस आया. इसके बाद ये ट्रेन पाकिस्‍तान से बाघा 110 यात्र‍ियों के साथ पहुंची. अटारी अंतरराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन के सुपरिंटेंडेंट अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि आज पाकिस्तान से समझौता एक्सप्रेस को भारत आना था, लेकिन इस दौरान पाकिस्तान से मैसेज भेजा गया कि भारतीय रेल अपने ड्राइवर और क्रू मेंबर को भेजकर समझौता एक्सप्रेस को ले जाए.

दिल्‍ली से लाहौर के बीच समझौता एक्‍सप्रेस दो सप्‍ताह में एक बार चलती है. इससे भारत और पाकिस्‍तान के यात्री आसानी से एक दूसरे के मुल्‍क की यात्रा कर पाते हैं. 2019 में भी पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयर स्‍ट्राइक के बाद समझौता एक्‍सप्रेस को रोक दिया गया था. इस रेल को 1976 में शिमला समझौते के तहत चलाया गया था.

आर्टिकल 370 पर विजय के पश्चात मूँदी सुषमा ने आँखें

नई दिल्ली: पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का निधन हो गया है. मंगलवार रात को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था. मौत से चंद घंटों पहले किया गया उनका ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है. 

सुषमा स्वराज ने अपने ट्वीट में संसद में पास हुए जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल के पास होने पर खुशी जताई थी. सुषमा ने इस ट्वीट में पीएम नरेंद्र मोदी का अभिनंदन किया था. इस ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी.’   सुषमा स्वराज ने इस ट्वीट में नरेंद्र मोदी को टैग किया था. और इस ट्वीट को उन्होंने हिंदी और अंग्रेजी में लिखा था. 

बता दें जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल (Jammu Kashmir reorganization bill) मंगलवार को लोकसभा में पारित हो गया. बिल के पक्ष में 370 वोट जबकि विपक्ष में 70 वोट पड़े. बता दें सोमवार को यह बिल राज्यसभा से पारित हो गया था.

पीएम नरेंद्र मोदी ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक जताया है. पीएम मोदी ने कहा, ‘सुषमा स्वराज ने पूरी जिंदगी गरीबों की सेवा की. वह करोड़ों भारतीयों की प्रेरणास्रोत थीं. पीएम मोदी ने कहा कि उनके निधन से भारतीय राजनीति के शानदार अध्याय का अंत हो गया.