रेलवे में नई यातायात नियंत्रण प्रणाली शुरू करने के लिए मॉर्डनाइजेशन प्रोजेक्ट शुरू किया

भारतीय रेलवे ने करीब 78 हजार करोड़ रुपए की लागत से सबसे बड़ा मॉर्डनाइजेशन प्रोजेक्ट शुरू किया.

नई दिल्ली:

 भारतीय रेलवे की मानें तो 2024 तक रेलवे की तस्वीर बदल जाएगी. न सिर्फ ट्रेनों की रफ्तार बढ़ जाएगी, बल्कि ट्रेन दुर्घटनाएं रोकने में भी मदद मिलेगी. रेलवे के मुताबिक इस अभियान पर भले ही भारी-भरकम बजट खर्च हो रहा हो, लेकिन रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए बदलते वक्त के साथ यह बेहद जरूरी है.

रेलवे का कहना है कि ऐसे वक्त में जब देश हाई स्पीड ट्रेन चलाने की योजना को कारगर करने के लिए तेजी से कदम बढ़ा रहा है. इस तरह का मॉर्डनाइजेशन बेहद जरूरी है. खासतौर पर सिग्नलिंग सिस्टम में यही वजह है कि अब रेलवे ने इस योजना पर काम करना शुरू कर दिया है. रेलवे की योजना के मुताबिक, मार्च से 640 किलोमीटर रेल मार्ग पर सिग्नल सिस्टम को मॉडर्न बनाने का पायलट प्रोजेक्ट शुरू हो जाएगा .

पूरा नेटवर्क होगा कंप्यूटरीकृत

इसके बाद से देश के समूचे सिग्नलिंग सिस्टम पर काम किया जाएगा और उसको 2024 तक अपडेट करके पूरे नेटवर्क को कंप्यूटरीकृत कर दिया जाएगा. इससे ट्रेन दुर्घटनाएं भी पूरी तरह से रोकने में मदद मिलेगी, क्योंकि सब कुछ कंप्यूटर आधारित हो जाएगा. मानवीय दखल की इसमें कोई गुंजाइश नहीं होगी, क्योंकि देखा गया है कि अधिकतर ट्रेन हादसे सिग्नलिंग की वजह से ही होते हैं. सिग्नलिंग में सुधार से ट्रेन की रफ्तार बढ़ाने में मदद मिलेगी. इससे क्षमता भी बढ़ेगी और लेट लतीफ ट्रेनों का समय पर परिचालन सुनिश्चित हो पाएगा.

आईसीटी का प्रयोग होगा

इसके साथ ही नई ट्रेनों को चलाने में मदद मिलेगी. घने कोहरे बारिश और खराब मौसम में ट्रेनों की रफ्तार बनी रहेगी और यात्री समय से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे. पहली बार है कि दुनिया के सबसे आधुनिक तकनीकी को एक साथ मिलाकर भारतीय रेलवे में प्रयोग कर रहा है. इसमें चार सबसे व्यस्त रेल मार्गों पर यूरोपियन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम यानी आईसीटी का प्रयोग होगा.

मॉडर्न तकनीकी से लैस किया जाएगा

रेलवे का कहना है कि इन तमाम तकनीकी का प्रयोग करके रेलवे को मॉडर्न तकनीकी से लैस किया जाएगा. सिग्नलिंग सिस्टम इतना बेहतर हो जाएगा कि ट्रेन जो भी औसतन 100 से 120 की स्पीड पर चलती है वह गाड़ी 160 की स्पीड पर ट्रैक पर दौड़ सकेगी.

रेल नेटवर्क में से एक की बने

रेलवे का इरादा दुनिया की सबसे बेहतरीन से बेहतरीन तकनीकी का एक साथ समावेश करके हर लिहाज से भारतीय रेलवे को बेहतर बनाना है, जिससे भारतीय रेलवे की तस्वीर दुनिया के सबसे बेहतर रेल नेटवर्क में से एक की बने.

दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारतीय रेलवे हर दिन ऑस्ट्रेलिया की आबादी से ज्यादा यात्रियों को एकदिन में सफर कराती है. यानी भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक है. भारतीय रेलवे का नेटवर्क यही वजह है कि इसके मॉर्डनाइजेशन पर भी एक बड़ा बजट खर्च होता है. अभी तो सिर्फ सिग्नलिंग के मॉर्डनाइजेशन का काम रेलवे ने शुरू किया है, लेकिन रेलवे का मानना है कि इससे भारतीय रेलवे की तस्वीर बदल जाएगी.

झारखंड भाजपा का सूपड़ा साफ, मोदी ने हार स्वीकार की

भाजपा का कॉंग्रेस मुक्त भारत का नारा शायद भाजपा मुक्त भारत में बदलता दिखाई पड़ता है। महाराष्ट्र में सहयोगी दल की महात्व्काक्षाओं से अनभिज्ञ भाजपा ने जीते हे राज्य की बागडोर काँग्रेस की होली में दाल दी। हरियाणा में नए उभरते चेहरे दुष्यंत चौटाला की बैसाखी के सहारे घिसट रहे हैं और झारखंड में काँग्रेस द्वारा सूपड़ा साफ। कारण कोई भी हो परंतु मध्य प्रदेश महाराष्ट्र से शुरू हुई एक दो सीटों की हार अब बड़ा फासला बनता जा रहा है.कितने कारण ढूँढे परंतु हार बरकरार है। हारी हुई सीटों का फासला इतना ज़्यादा है की किसी भी प्रकार से भाजपा पुन: सत्ता में नहीं आ सकती। अब भाजपा के पास बड़े भारी मन से जनादेश को स्वीकार करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है, वही भाजपा कर रही है।

नई दिल्ली(ब्यूरो):

झारखंड विधानसभा के चुनावी नतीजों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आने वाले समय में झारखंड की जनता से जुड़े मुद्दों को सरकार के सामने उठाती रहेगी. मोदी ने चुनाव में मेहनत के लिए पार्टी कार्यकताओं का भी धन्यवाद किया.

पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ”’मैं झारखंड के लोगों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने भाजपा को कई वर्षों तक राज्य की सेवा करने का अवसर दिया. मैं पार्टी के मेहनती कार्यकर्ताओं की भी उनके प्रयासों के लिए सराहना करता हूं. हम आने वाले समय में राज्य की सेवा और लोगों के केंद्रित मुद्दों को उठाते रहेंगे.”

इस पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा, ”भाजपा को 5 वर्षों तक प्रदेश की सेवा करने का जो मौका दिया था उसके लिए हम जनता का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं. भाजपा निरंतर प्रदेश के विकास के लिए कटिबद्ध रहेगी. सभी कार्यकर्ताओं का उनके अथक परिश्रम के लिए अभिनंदन.

सोमवार को चुनावी मतगणना में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाला गठबंधन बहुमत की ओर अग्रसर है.

फौजी गुलाब सिंह द्वारा किए गए मोटरसाइकिल स्टंट

आज पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में फौजी गुलाब सिंह द्वारा 26 जनवरी पर किए जाने वाले स्टंट दिखाए गए पत्रकारों से रूबरू होकर गुलाब सिंह ने बताया कि मैंने यह प्रैक्टिस कई साल से कर रहा हूं और मैं जम्मू सिटी का रहने वाला हूं और मुझे मेरे सीनियर्स का भी बहुत सहयोग है जिसकी वजह से आज मैंने पंचकूला में स्टंट किए और इसकी प्रैक्टिस भी की जिसके लिए कि अब आने वाली 26 जनवरी को मैं पंचकूला से डीसी साहब को मिलकर इसकी परमिशन लेकर सभी लोगों के सामने रूबरू ये स्टंट करूँगा मेरा जो एक पक्का मिशन है वह नई जनरेशन को तिरंगे के साथ जोड़ने के लिए है।

CAA पर फैले भ्रम की स्थिति को दूर करने के लिए भाजपा करेगी 100 रैलियाँ

नई दिल्ली(ब्यूरो):

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी (NRC) के खिलाफ देशभर में सरकार के खिलाफ लगातार चल रहे प्रदर्शन को देखते हुए अब भारतीय जनता पार्टी संगठन ने जनता के बीच पहुंचकर भ्रम दूर करने की कमान संभाली है. दिल्ली में शनिवार को बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी प्रदेशों के संगठन महासचिवों, प्रवक्ताओं और पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें में तय हुआ कि पार्टी विपक्ष के झूठ के बेनकाब करने के लिए सीधे जनता के बीच पहुंचकर असलियत बताएगी.

संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक पास होने के बाद जैसे ही इसने कानून की शक्ल ली देश भर में विरोध एक साथ बढ़ गया. बीजेपी का मानना है कि विपक्ष लगातार जनता में अफवाह और भ्रम फैला रहा है. खासतौर से मुस्लिम तबके में बड़े पैमाने पर अफवाह फैलाई जा रही है कि उनको देश से निकाल दिया जाएगा. लिहाजा अब सरकार के साध कंधे से कंधा मिलाने के लिए पार्टी अपने कैडर को जनता के बीच उतारना शुरू करेगा.

किसी को डरने की जरूरत नहीं

बैठक के बाद बीजेपी दफ्तर में पत्रकारों से बात करते हुए पार्टी महासचिव भूपेंद्र यादव ने कहा कि हम अगले 10 दिन में देशभर के 3 करोड़ परिवारों तक पहुंचकर उनको असलियत समझायेंगे कि इस कानून से किसी को डरने की जरूरत नहीं है.

भाजपा का मानना है कि नागरिकता संशोधन कानून के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में धार्मिक प्रताड़ना के शिकार हुए अनेकों लोगों को नई आशा, विश्वास, सुरक्षा, आस्था, गरिमापूर्ण जीवन देने का मार्ग प्रशस्त हुआ है.

आरोप- कांग्रेस नेता लगातार लोगों को भड़का रहे

पिछले एक सप्ताह से कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियां सरकार के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. कई राज्यों में और कई यूनिवर्सिटीज में प्रदर्शन हुए हैं. बीजेपी कह रही है कि कांग्रेस के नेता लगातार लोगों को भड़का रहे हैं और सीएए और एनआरसी पर भ्रम फैला रहे हैं.

जम्मू में CAA के समर्थन में उतरे लोग

सीएए (CAA) के विरोध में जहां देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं जम्मू (jammu) में इस कानून के पक्ष में लोगों प्रदर्शन किया है. इस प्रदर्शन में सभी धर्मिक समुदायों के लोगों ने शिरकत की. 

जम्मू:

 सीएए (CAA) के विरोध में जहां देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं जम्मू (jammu) में इस कानून के पक्ष में लोगों प्रदर्शन किया है. इस प्रदर्शन में सभी धर्मिक समुदायों के लोगों ने शिरकत की. जम्मू के लोगों ने कहा कि यह कानून देश के लोगों के खिलाफ नहीं है. नागरिकता कानून के समर्थन में भी देश के कई शहरों में मार्च की खबरें हैं. दिल्ली में प्रदर्शनकारियों ने कहा कि देश के लिए नागरिकता क़ानून जरूरी है. कानून के समर्थन में देशभर से एक हजार प्रोफेसर्स आए. नागरिकता कानून के समर्थन में दिल्ली के राजघाट समेत कई स्थानों पर प्रदर्शन चल रहा है.

बता दें सीएए के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. कई राज्यों में यह विरोध प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुके हैं. खासकर उत्तर प्रदेश में इन हिंसक प्रदर्शन में 10 लोगों की मौत हो चुकी है. राजधानी दिल्ली में सीएए के खिलाफ कई प्रदर्शन हुए हैं. उत्तर प्रदेश में हिंसा के बाद यूपी में अब तक 5200 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. गोरखपुर हिंसा में शामिल उपद्रवियों की तस्वीरें जारी की गई हैं. दिल्ली के दरियागंज में हिंसा को लेकर 15 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. उधर, नागरिकता कानून के खिलाफ आज RJD ने बिहार बंद का आह्वान किया. पटना, समस्तीपुर, आरा, भागलपुर और वैशाली में प्रदर्शन हुए.  
शुक्रवार को इन प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया. दिल्ली गेट के पास पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) के कार्यालय के सामने प्रदर्शनकारियों ने एक कार को आग के हवाले कर दिया.  इससे पहले उन्होंने मार्च की अनुमति नहीं मिलने पर पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके. प्रदर्शनकारियों ने जैसे ही जमा मस्जिद से जंतरमंतर जाने के लिए प्रस्थान किया, पुलिस ने दिल्ली गेट से कुछ दूरी पर उन्हें बैरिकेड लगाकर रोक लिया, जिसके बाद उन्होंने पत्थरबाजी की. भीड़ ने सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और बैरिकेड को हटाने का प्रयत्न किया. पुलिस ने इसके बाद प्रदर्शनकारियों पर वाटर-कैनन का इस्तेमाल किया. साथ ही उन्होंने जली कार को भी बुझाने के प्रयत्न किए.

लखनऊ हिंसा में मालदा के 6 लोग गिरफ्तार

सरकार ने आज (शनिवार) राज्य के सभी स्कूल-कॉलेजों बंद रखने का फैसला लिया है. साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए. प्रदेश में CAA के विरोध के बीच एहतियात के तौर पर यूपी में होने वाली TET परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है. 22 दिसंबर को होनी वाली परीक्षा में 75 जिलों के करीब 16 लाख छात्रों को शामिल होना था.

लखनऊ(ब्यूरो):

  नागरिकता (संशोधन) कानून (CAA) के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हो रहे हिंसक प्रदर्शन हुए हैं. यूपी में हिंसा को लेकर डीजीपी ओपी सिंह को मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार (2 दिसंबर) को तलब किया, जिसके बाद डीजीपी ओपी सिंह सीएम से मिलने पहुंचे. करीब 20 मिनट तक चली इस बैठक में उन्‍होंने सीएम को हिंसा को लेकर अपडेट दी. इस बातचीत में सीएम योगी ने डीजीपी को कड़ाई से कानून-व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए. इसके बाद सीएम योगी ने हिंसा की घटनाओं को लेकर राज्‍यपाल से मुलाकात की है. सीएम योगी राज्‍यपाल आनंदी बेन पटेल के साथ चर्चा की

हालात अब तक:

–  यूपी में सीएए के खिलाफ हुई हिंसा के तार पश्चिम बंगाल से जुड़ रहे हैं. यूपी पुलिस ने पश्चिम बंगाल के मालदा के 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. पूरे यूपी से अब तक 5200 लोगों को गिरफ्तार किया है.

– दिल्ली के उत्तर प्रदेश भवन पर 3 लोग पहुंचे थे प्रर्दशन करने, तीनों को पुलिस अपने साथ ले गई.

– रामपुर में नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शन में 6 गाड़ियों में आगजनी की खबर है. प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने पत्थरबाजी की. कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर

– दिल्ली के चाणक्य पुरी इलाके में उत्तर प्रदेश भवन के बाहर भारी पुलिसफोर्स तैनात है..पुलिस को जानकारी मिली थी की यहां पर्दशनकारी पहुंच सकते हैं..लेकिन अभी तक कोई प्रदर्शन शुरू नहीं हुआ है..

– लखनऊ में शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शन में गिरफ्तार हुए लोगों की तस्वीरें इस प्रकार हैं.

– अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र और जवाहरलाल यूनिवर्सिटी के छात्र सीएएए के खिलाफ दिल्ली में उत्तर प्रदेश भवन पर प्रदर्शन करेंगे. प्रदर्शन की आशंकाओं को लेकर उत्तर प्रदेश भवन पर सुरक्षा का खासा इंतजाम.

– मुजफ्फरनगर में हिंसा करने वाले आरोपियों की 47 दुकानों को प्रशासन ने सील कर दिया है. मुजफ्फरनगर के एसपी सिटी सतपाल ने जी मीडिया को फोन पर बताया कि हमने हिंसा के दौरान जो वीडियोग्राफी की थी उसके आधार पर इन उपद्रवियों की पहचान की गई और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले इन लोगोें की दुकानों को प्रशासन ने अब सील कर दिया है

– डीजीपी ओपी सिंह ने बताय, ‘प्रारंभिक जांच में कल हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान बाहरी तत्वों की मौजूदगी का पता चला है. हम सभी बिंदुओं की जांच की जा रही है. उन सभी क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं जहां वरिष्ठ अधिकारियों ने जरूरत देखी.’

– मेरठ रेंज के आईजी आलोक सिंह के मुताबिक, ‘पूरे मेरठ रेंज में 102 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. शुक्रवार को हुई हिंसा में 35 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. मेरठ रेंज में हिंसा के दौरान 2 लोगों की मौत हुई है, 2 लोग लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं.’

– यूपी पुलिस ने ट्वीट किया है कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले उपद्रवियों की संपत्तियों को जब्त करके नुकसान की भरपाई की जाएगी.

– यूपी में हिंसा फैलाने यूपी के जिलों में CAA के विरोध में हुई हिंसा में अबतक 10 की मौतें हो चुकी हैं. संभल – 2, मेरठ -2, बिजनौर – 2, वाराणसी – 1, फिरोजाबाद – 1( इलाज के दौरान आगरा मेडिकल कॉलेज में हुई मौत), कानपुर – 1, आगरा – 1

– यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने मीडिया से कहा, ‘जिन्होंने हिंसा फैलाई है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.’

– मेरठ में शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शन में अब तक 102 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मेरठ हिंसा में हुई हिंसा में कई पुलिसवाले घायल हुए थे. इस हिंसा में दो लोगों की मौत हुई थी.

– बुलंदशहर में 800 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज हुआ है. बुलंदशहर में 6 अलग अलग केस दर्ज हुए हैं. बुलंदशहर हिंस में अब तक 12 उपद्रवी गिरफ्तार हुए हैं. 25 उपद्रवियों पर केस दर्ज हुआ है.

– लखनऊ में हिंसा करने वाले 218 आरोपी गिरफ्तार किया गया है: डीजीपी 

– लखनऊ हिंसा मामला में पुलिस ने 1 लाख 25 हजार का नोटिस भेजा है. करीब एक दर्जन हिंसा करने वालों के घर नोटिस भेजा गया है. सभी को 1 लाख 25 हजार रूपये का नोटिस भेजा गया है. यूपी सरकार उपद्रवियों की पहचान करके नोटिस भेज रही है. 

– गोरखपुर में हिंसा करने वाले कई उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है. पुलिस ने ऐसे लोगों की तस्‍वीरें भी जारी हैं लोगों से इनके बारे में जानकारी मांगी है. इन उपद्रवियों की जानकारी देने वालों को सरकार की तरफ से इनाम भी दिया जाएगा.

– लखनऊ में हिंसा करने वाले कुछ उपद्रवी बांग्ला में बात कर रहे थे. पुलिस के हाथ लगी वीडियो फुटेज से यह खुलासा हुआ. लिहाजा, लखनऊ हिंसा का बंगाल कनेक्शन खंगालने में लखनऊ पुलिस जुटी है.

बता दें कि शुक्रवार (20 दिसंबर) को जुमे की नमाज के बाद कई जिलों में जमकर बवाल हुआ. गोरखपुर, बिजनौर, फिरोजाबाद, संभल, कानपुर समेत कई जिलों में पुलिस पर पथराव और जगह जगह आगजनी की गई.

यूपी में संभावित विरोध-प्रदर्शनों और सोशल मीडिया पर अफवाहों को रोकने के लिए कई जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद रखी गई हैं. ये जिले हैं आगरा, अलीगढ़, मऊ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, संभल, मेरठ, लखनऊ, बरेली, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, वाराणसी, प्रयागराज, बिजनौर और शाहजहांपुर.

वहीं, लखनऊ हिंसा मामले में एक रिटायर आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी को परिवर्तन चौक हिंसा मामले में को हज़रतगंज कोतवाली ने गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद उन्‍हें जेल भेज दिया गया है. इसके अलावा 70 और लोगों को जेल भेजा गया. इनमें 80  लोगों को धारा  151 में हिरासत में लिया गया.

उधर, प्रयागराज में धारा 144 के उल्लंघन में 100 नामजद सहित 10,000 से अधिक लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है. शहर के अलग-अलग थानों में केस दर्ज हुए हैं. थानाध्यक्षों की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई हैं. यहां 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

हिंसा के बाद योगी सरकार का बड़ा फैसला, यूपी में आज सभी स्कूल-कॉलेज बंद

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में नागरिकता (संशोधन) कानून (CAA) के विरोध में हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बाद सरकार ने आज (शनिवार) राज्य के सभी स्कूल-कॉलेजों बंद रखने का फैसला लिया है. साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए.

उधर, प्रदेश में CAA के विरोध के बीच एहतियात के तौर पर यूपी में होने वाली TET परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है. 22 दिसंबर को होनी वाली परीक्षा में 75 जिलों के करीब 16 लाख छात्रों को शामिल होना था.

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में हिंसक विरोध जारी है. शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कई जिलों में जमकर बवाल हुआ. गोरखपुर, बिजनौर, फिरोजाबाद, संभल, कानपुर समेत कई जिलों में पुलिस पर पथराव और जगह जगह आगजनी की गई. 

उधर, फिरोजाबाद में भी हुए हिंसक प्रदर्शन में अब तक 9 लोग घायल बताए जा रहे हैं. जिनमें 4 पुलिसकर्मी शामिल हैं. साथ ही 2 गंभीर रूप से घायलों को आगरा रेफर कर दिया गया है. एहतियात के तौर पर फिरोजाबाद में भी इंटरनेट सेवाएं बंद हैं.


नागरिकता कानून से 130 करोड़ भारतीयों को कोई तकलीफ नहीं होगी: सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर

-सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक राष्ट्रिय टीवी चैनल से बातचीत में कहा है कि नागरीकता कानून से 130 करोड़ भारतीयों को कोई तकलीफ नहीं होगी. -नागरिक्ता कानून के हो रहे विरोध प्रदर्शन पर जब स्थानीय नेताओं से बात की गयी तो नाम न बताने की शर्त पर एक कोंग्रेसी नेत्री ने बताया ‘उन्हे लोगों को नागरिकता कानून के बारे में मुसलमानों में असमंजस, दुराव, भय का माहौल बनाने की सलाह दी जा रही है। उनसे ऐसे ऐसे कार्य करवाये जा रहे हैं जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़े और अराजकता फैले।’
-देश जलाने की कवायद मात्र इस लिए कि मोदी और अमितशाह का विरोध करना है, और अपने ऊपर चल रहे मुकद्दमों से ध्यान भटकाना है।
-आज केंद्र सरकार ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों से इस बिल में सुधार योग्य सुझाव मांगे हैं।

नई दिल्ली: सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक राष्ट्रिय टीवी चैनल से बातचीत में नागरिकता कानून (CAA) को स्पष्ट करते हुए कहा है कि ये समावेशन का कानून है, न कि किसी को बाहर करने का. धार्मिक रूप से प्रताड़ित लोगों को नागरिकता दी जा रही है लेकिन इससे 130 करोड़ भारतीयों को कोई तकलीफ नहीं होगी.

जावड़ेकर ने कहा हिंसा बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और इसकी हम भर्त्सना करते हैं. लोगों को और छात्रों को मैं बताना चाहता हूं भारत के किसी भी नागरिक को इस बिल से कोई तकलीफ नहीं होगी. उनको कुछ भी नहीं होगा. यह विदेश से आने वालों को देश की नागरिकता देने का कानून है. विदेशी घुसपैठियों को दुनियाभर में कोई अनुमति नहीं देता. अवैध घुसपैठियों को कोई अनुमति नहीं देता. धार्मिक रूप से जो उत्पीड़ित हैं, उनको नागरिकता देने के लिए यह कानून है. यह मूल बात हमें समझनी होगी. 130 करोड़ नागरिकों में किसी को भी कोई तकलीफ नहीं होने वाली है, यह भी सबको समझना होगा. जावड़ेकर ने हिंसा करनेवालों से अपील करते हुए कहा कि लोकतंत्र में फैसले हिंसा द्वारा नहीं बल्कि बातचीत से होते हैं. यह बात समझने की जरूरत है. ऐसा कुछ नहीं हुआ जिसका भ्रम फैलाया जा रहा है.

ममता बनर्जी के जनमत संग्रह वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “देश के लोकतंत्र पर, संसद पर, जिसको भरोसा नहीं, वही ऐसा कर सकता है. यह देश की जनता का अपमान है. 130 करोड़ जनता ने जिस सरकार को चुनी है, लोकतंत्र में संसद में जो बिल पास किया है, वही सर्वोच्च होता है. विदेशी कोई संस्था, हमारा कोई रेफरेंडम करेगी, हमारा ऐसा दिवालियापन नहीं हुआ है. उनके इस वक्तव्य कि हम भर्त्सना करते हैं. देश से उनको माफी मांगी चाहिए. देश की जनता के सूझ बुझ पर उन्होंने सवालिया निशान लगाया है.” 

नागरिकता कानून का कांग्रेस द्वारा किये जा रहे विरोध पर सुचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, “राहुल गांधी से एक ही सवाल पूछता हूं कि आपकी सरकार ने 2004 में इसी नागरिकता बिल को क्यों फिर से चालू रखा कि पाकिस्तान से आने वाले हिंदुओं को नागरिकता दी जाएगी? बिल तो अटल जी के समय पास हुआ था और उसको 2004 और 2005 में जारी रखा एक्सटेंशन देकर मनमोहन सरकार ने. वे एक दिन एक भूमिका लेते हैं और दूसरे दिन उल्टी भूमिका लेते हैं. उसकी कोई क्रेडिबिलिटी नहीं होती. उसका कोई वजूद नहीं होता. उकसाने का काम नहीं. पहले भ्रमित करना छोड़ दें. ऐसे भ्रमित करके राजनीति नहीं होती.” 

SBI OFFICERS PROTEST AGAINST MANAGEMENT

State Bank of India Officers’ Association, Chandigarh Circle, an affiliate of All India State Bank Officers’ Federation, having a country wide membership of 90,000 officers, strongly condemns the dictatorial attitude of the Management of State Bank of India, Chandigarh Circle which has let loose a rule of terror and repression against the Principal office bearers of SBI Officers’ Association.  The members of the Association under the leadership of Suresh Wali, DGS Jammu Module , held a massive demonstration in front of ZBO Building of SBI at Sector 68, Mohali which was attended by a huge number of officers from the Tri-city and Central Committee members from different parts of the Circle.

Arun Sikka, Dy. General Secretary, Mohali Module

Arun Sikka, Dy. General Secretary, Mohali Module, addressing the gathering strongly condemned the vindictive action of the Management in calling an explanation on the General Secretary and without allowing him an opportunity to explain his position, took punitive action by transferring both the Circle President and the General Secretary to branches.  The direct frontal attack on the Principal office bearers is an attempt of the Management to throttle the voice of the Association and restrain both the Principle office bearers from raising the genuine concerns confronting the officers’ community in the Circle.

Speaking at the gathering Deputy General Secretary , Jammu Module Sh. Suresh Wali said that this vindictive action is an attempt on part of the Circle Management to strangulate the rightful voice of the officers in the Circle. The Association has raised issues from time to time to air the genuine grievances of the officers’ fraternity. Apparently, the Management wants to enjoy an unhindered reign to exercise unbridled authority and sweeping administrative powers by harassing, intimidating, victimizing and torturing the membership. He further said that should the Management refuse to see reason and fail to resolve the impasse amicably, the Association will intensify the agitation by holding protest demonstration at various other centres in the Circle. He further stated that on 18th December officers from tri city hold a massive demonstration in front of ZBO Panchkula.

T S Saggu, Vice President of the Association, while addressing the gathering asserted that the Association is a major stake holder of our esteemed Institution and we have a right to express ourselves freely for the betterment and improvement of our institution, a right guaranteed by the Constitution of the Nation.  He further said that we are firm in our resolve to fight each such onslaught tooth and nail, come hell or high water.  He declared that the membership is ready to resist any attack on the genuine and legal rights of the officers and put up a joint struggle to thwart all such ill-conceived moves of the Management.

सौरव गांगुली ने भारतीय जन मानस से सना को राजनीति से दूर रखने की प्रार्थना की

जब एक 18 साल का युवा राष्ट्रिय राजनीति पर कुछ कहता है तो उसके पीछे उस युवा की व्यक्तिगत सोच जिसमें उसकी पारिवारिक विचारधारा का भी पता चलता है। आज जब सौरव गांगुली ने आ कर अपनी बेटी को राजनीति से दूर रखने की अपील की तो गांगुली को अपनी राजनैतिक विचारधारा के सपष्ट होने का खतरा अधिक जान पड़ा। बीसीसीआई में मिली नयी कुर्सी और एक पूर्व कप्तान की हैसीयत से जो प्यार उन्हे आज तक मिलता रहा वह तो अबही से बंट गया लगता है।

नई दिल्‍ली: 

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है. पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली की बेटी सना ने भी इस मामले पर पोस्ट किया. उनकी पोस्ट नागरिकता संशोधन कानून को लेकर सवाल उठाने वाली थी. जल्दी ही यह वायरल हो गया. विवाद बढ़ता देख सौरव गांगुली को सामने आना पड़ा. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि सना को इन विवादों में घसीटा न जाए, उसकी उम्र अभी बहुत छोटी है.

सना गांगुली ने बुधवार को इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट किया. सना ने इसमें लेखक खुशवंत सिंह की किताब ‘द एंड ऑफ इंडिया’ का एक पेज पोस्ट किया था. इसमे लिखा है, ‘हर फासीवादी शासन के फलने-फूलने के लिए ऐसे समुदायों और समूहों की जरूरत होती है जिन पर अत्याचार कर सके. इसकी शुरुआत एक या दो समूहों से होती है, लेकिन यह कभी समाप्त नहीं होता. नफरत के आधार पर शुरू हुआ आंदोलन तभी तक चल सकता है जब तक भय और संघर्ष का माहौल बना रहे. आज हममें से जो लोग यह सोच कर खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं कि वे मुस्लिम या ईसाई नहीं हैं, वो मूर्खों की दुनिया में जी रहे हैं.’ सना का यह पोस्ट अब इंस्टाग्राम में नहीं है. इसे डिलीट कर दिया है. हालांकि, उनके पोस्ट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया गया.

सना के इस पोस्ट की अगली लाइन में संघ पर निशाना साधा गया है. इसमें कहा गया है, ‘संघ हमेशा से ही उन युवाओं को निशाना बनाता रहा है, जो वामपंथी इतिहासकारों और पश्चिमी संस्कृति से प्रभावित हैं. भविष्य में उन महिलाओं को निशाना बनाएगा जो स्कर्ट पहनती हैं या उन्हें निशाना बनाएगा जो मांस खाते हैं, जो शराब पीते हैं, दो विदेशी फिल्में देखते हैं, जो मंदिर नहीं जाते हैं, जो दंत मंजन की जगह टूथपेस्ट इस्तेमाल करते हैं, जो वैद्य के बजाय एलोपैथिक डॉक्टर से इलाज कराते हैं, जो किसी से मिलने पर जय श्री राम कहने की बजाय उनसे हाथ मिलाते हैं. कोई सुरक्षित नहीं है. यदि हम भारत को जिंदा रखने की उम्मीद करते हैं तो यह समझना होगा.’ 

जब सना का यह पोस्ट वायरल हो गया तो उनके पिता सौरव गांगुली ने मामला संभालने की कोशिश की. पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई अध्‍यक्ष गांगुली ने ट्वीट किया, ‘कृपया, सना को ऐसे मामलों में ना घसीटा जाए… उसका यह पोस्ट सही नहीं है… अभी राजनीति समझने के लिहाज से उसकी उम्र अभी बहुत कम है.’ 

“Ignition-2019” Ignited

Chandigarh, December 19, 2019

            Dr. Harvansh Singh Judge Institute of Dental Sciences & Hospital, Panjab University, Chandigarh is organizing “Ignition-2019” on 18th-20th December 2019. The event started with the Sports Function organized in the University Grounds which was inaugurated by Prof. Raj Kumar, Vice-Chancellor, in the presence of Dr. Parminder Singh, Director, Department of Sports, PU. 

PU VC in his address encouraged the students to actively participate in physical activities in addition to their routine clinical activities and studies.  A large number of events including team events like tug of war, basket-ball, volley ball and fun events like cycle race and lemon race were held.  The participants were from Dr. Harvansh Singh Judge Institute of Dental Sciences as well as neighbouring places like G.M.C.H., Patiala and G.M.C.H, Chandigarh etc. enthusiastically participated in this programme. 

Sh. Raj Pal Singh, an Arjuna Awardee and former Indian National Hockey Team Captain, distributed the medals amongst the winners of various events during the prize distribution ceremony.