स्वस्थ्य संबंधी कुछ शर्तो के साथ जगन्नाथ रथ यात्रा होगी

पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को सुप्रीम कोर्ट ने हरी झंडी दे दी है. सुप्रीम कोर्ट ने शर्तों के साथ रथयात्रा की इजाजत दी. मंदिर प्रबंधन समिति, राज्य सरकार और केंद्र सरकार आपस में तालमेल कर रथयात्रा का आयोजन करवाएंगे. कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का पालन करते हुए ऐसा किया जाएगा. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि पुरी में कोरोना के केसों की संख्‍या में बढ़ोतरी हो तो राज्‍य सरकार के पास रथ यात्रा रोकने की आजादी होगी. इससे पहले कॉलरा और प्लेग के दौरान भी रथ यात्रा सीमित नियमों और श्रद्धालुओं के बीच हुई थी. चीफ जस्टिस ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट केवल पुरी में यात्रा के बारे में विचार कर रहा है और ओडिशा में कहीं अन्‍य जगह पर नहीं. 

नयी दिल्ली(ब्यूरो) – 22 जून:

सुप्रीम कोर्ट ने पुरी में होने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा पर अपने पिछले आदेश में लगाई गई रोक को हटा लिया है। यानी कल (23 जून 2020 को) पुरी में भगवान जगन्नाथ की पारंपरिक व ऐतिहासिक रथ यात्रा निकलेगी। सुप्रीम कोर्ट ने इसके लिए मंदिर कमिटी, राज्य व केंद्र सरकार को समन्वय बना कर करने को कहा है।

सुप्रीम कोर्ट ने आज (22 जून, 2020) ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ रथ यात्रा पर रोक संबंधी आदेश में संशोधन करने के अनुरोध पर सुनवाई की। केंद्र की ओर से मामले का विशेष उल्लेख सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने किया। उन्होंने यहाँ कुछ प्रतिबंधों के साथ रथयात्रा की अनुमित देने का अनुरोध किया।

जगन्नाथ पुरी में भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा मामले में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि यह रथयात्रा सदियों पुरानी है और इसे रोकना ठीक नहीं होगा। उन्होंने कोर्ट के समक्ष इस मामले में कुछ शर्तों और हिदायतों के साथ पूर्व के आदेश में संशोधन का आग्रह किया।

न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ के सामने मामले का उल्लेख करते हुए सॉलिस्टर जनरल तुषार मेहता ने कहा, “यह कई करोड़ लोगों की आस्था का मामला है। अगर भगवान जगन्नाथ को कल बाहर नहीं लाया गया तो परंपरा के मुताबिक उन्हें अगले 12 साल तक बाहर नहीं निकाला जा सकता है।” इस पीठ में दोपहर बाद मुख्य न्यायधीश भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ गए।

सॉलिस्टर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि इस रथयात्रा में कवल उन लोगों का चयन होगा, जिनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया हो और वे भगवान जगन्नाथ मंदिर में सेवायत के रूप में काम कर रहे हों। उन्होंने बताया कि भीड़ को रोकने के लिए राज्य सरकार कर्फ्यू लगा सकती है। हालातों को देखते हुए कदम उठाए जा सकते हैं और जन भागीदारी के बिना रथ यात्रा आयोजित हो सकती है।

वहीं, ओडिशा सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने भी केंद्र की दलील का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अगर याचिकाकर्ता पूरे एहतियात के साथ रथयात्रा आयोजित करते हैं, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। जिसके बाद जस्टिस मिश्रा ने कहा कि वह सभी मामलों की सुनवाई के बाद भारत के मुख्य न्यायाधीश से परामर्श लेकर आदेश में संशोधन के मामले पर विचार करेंगे।

इसके बाद चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया नागपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस मामले पर सुनवाई के लिए जुड़े। 18 जून के आदेश के मामले में संशोधन की माँग वाले मामले की अध्यक्षता इसके बाद CJI ने ही की।

गौरतलब है कि इससे पहले 18 जून को कोरोना वायरस की महामारी को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 23 जून को पुरी (ओडिशा) के जगन्नाथ मंदिर में होने वाली वार्षिक रथ यात्रा पर रोक लगा दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अगर हमने इस साल रथयात्रा की इजाजत दे दी तो भगवान जगन्नाथ हमें माफ नहीं करेंगे।

इसके बाद पुरी के राजा गजपति दिब्यसिंह ने शनिवार (जून 20, 2020) को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र लिख कर रथ यात्रा को अनुमति देने के लिए अपने आदेश को संशोधित करने के लिए तत्काल सुप्रीम कोर्ट का रूख करने की अपील की थी। वहीं भाजपा ने भी दिब्यसिंह देब के प्रस्ताव के अनुसार कदम उठाने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि ओडिशा सरकार को पुरी शंकराचार्य से भी चर्चा करनी चाहिए।

यहाँ बता दें कि भुवनेश्वर के ओडिशा विकास परिषद एनजीओ ने सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दायर कर इस मामले को उठाया था। उन्होंने अपनी दायर में कहा ता कि रथयात्रा से कोरोना फैलने का खतरा हो सकता है। इसमें कहा गया था कि अगर लोगों की सेहत को ध्यान में रखकर कोर्ट दीपावली पर पटाखे जलाने पर रोक लगा सकता है तो फिर रथयात्रा पर रोक क्यों नहीं लगाई जा सकती?

ट्राली चोरी करने वाला पुलिस गिरफ्त मे

पंचकूला 22 जून :-

       मोहित हाण्डा भा.पु.से. पुलिस उपायुक्त पंचकुला के निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे अपराध की रोकथाम तथा अपराधियों की धरपकड़ करते हुए पुलिस चौकी बरवाला की टीम के द्वारा ग्रांम पंचायत, बतौड खण्ड बरवाला से मार्च के महिने मे चोरी हुई ट्रैक्टर की ट्राली के मामले मे कामयाबी हासिल करते हुए दो आरोपीयान  को विधी-पूर्वक गिरफ्तार कर लिया है । पकड़े गए आरोपी की पहचान इन्तजार पुत्र महमुम्द वा शौकिन पुत्र जमशेद दोनो आरोपी मुज्जफरनगर उतर प्रदेश के रहने वाले पाए गये ।

बीते मार्च के महिने मे ग्रांम पंचायत, बतौड खण्ड बरवाला के दवारा खरीदे हुई ट्रक्टर की ट्रोली चोरी होने की शिकायत दर्ज करवाई थी  । शिकायत मिलने के उपरान्त पुलिस दवारा मामले मे गहनता से कार्यवाही करते हुए आरोपीयो को गिरफ्तार कर लिया गया है । पकडे गए आरोपीयो से चोरी की गई ट्राली को बरामद कर लिया गया है ।

एबीवीपी युवाओं ने क्षी जिन्न पिंग पर उतारा गुस्सा, फूंका पुतला

चीन द्वारा गलवान घाटी में किए गए संधि उल्लंघन और भारतीय सेना के 20 जवानों की शहादत से आक्रोश में आए भारतीय युवाओं ने आज बीच सड़क में अपना गुस्सा ज़ाहिर किया।

पंचकुल (ब्यूरो):

चीन के संधि उल्लंघन और एलएसी पर अतिक्रमण से गुस्साये अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के युवा विद्यार्थियों ने शी जिनपींग के पुतले को पहले तो जूतियों से पीटा और फिर बाद में आग लगा दी।

आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की पंचकुला इकाई ने मनसादेवी कॉम्प्लेक्स में गालवान घाटी के 20 शाहीद सैनिकों के दोषी चीन के तानाशाह परिमियर शी जिन पिंग का पुतला फूंका। फूंकने से पहले आक्रोशित युवा छात्रों ने जिन पिंग के पतले को चप्पल जूतों से पीटा। युवाओं के इस आक्रोश में स्थानीय नागरिकों ने भी भाग लिया।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विद्यार्थियों के साथ आम नागरिकों ने भी शाहिद जवानों पर गर्वित आक्रोश जताया, भारत माता की जय के साथ साथ भारतीय सेना के नाम के जयकारे भी लगाए गए। इस मौके पर पुरनूर ने दूसरे दलों के विद्यार्थी दलों से भी अपील की इस समय वह राजनीति छोड़ देश हिट में आगे आयें और चीन ओ एक कडा संदेश दें “खान पीन नुं वखों वख ते लड़न भिड़न नु कट्ठे” हम भारतीय.

इस विरोध प्रदर्शन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पंचकूला से दोनों प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य बलराम भारद्वाज और पुरनूर के साथ अभाविप कार्यकर्ता कृष्ण भरद्वाज, बॉबी, संजय और सोनू कौशिक उपस्तिथ रहे

शराब ठेकेदार संजू राणा पर ग्योंग गैंग ने किया हमला जोगिंदर ग्योंग ने स्वीकारी वारदात

  • सफीदो में व्यापारी से फिरौती मामले के कारण जोगिंद्र ग्योंग ने करवाया संजू राणा पर हमला
  • फेसबुक पर पोस्ट डाल कर मानी वारदात

 मनोज त्यागी, करनाल – 20जून:

असंध में शराब ठेकेदार पर फायरिंग मामले की जिम्मेदारी हरियाणा के बड़े गैंगस्टर जोगिंदर ग्योंग ने ली है। जोगिंदर ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट साझा कर संजू राणा पर हमला करवाने की बात को स्वीकार किया है। फेसबुक पर डाली पोस्ट में जोगिंदर ग्योंग ने कहा है कि संजू राणा को उसके गद्दारी की सजा मिली है और हर मुखबिर का यही अंजाम होगा।सफीदों के गांव मुआना के शराब ठेकेदार संजू राणा पर कल शाम असंध में बाइक सवार लोगों के द्वारा फायरिंग कर दी गई थी। इस हमले में संजू राणा गंभीर रूप से घायल हुआ और करनाल के एक निजी अस्पताल में दाखिल है।संजू राणा पर जोगिंदर ग्योंग द्वारा किए गए इस हमले को सफीदों में व्यापारी से फिरौती मांगने के मामले से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 2 दिन पहले सफीदों सीआईए ने जोगिंदर ग्योंग के मामले में संजू राणा से कुछ पूछताछ की थी। जिसमें उसने पुलिस को कुछ इनपुट्स दिए थे। बताया जा रहा है कि इसी वजह से जोगिंदर ने संजू राणा पर हमला करवाया है। जोगिंदर ग्योंग ने इस बात को अपनी फेसबुक अपडेट में स्वीकार किया है।जोगिंदर ग्योंग ने संजू राणा पर हमला कर जिस प्रकार खुद स्वीकार किया है उससे इतना तो तय है कि अब जोगिंदर पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है और साफ लगता है कि पुलिस का डर अब उसको नहीं है।

आपको बता दें कि सफीदों के व्यापारी से फिरौती मांगने के बाद भी उसने इसी प्रकार से व्हाट्सएप कर कहा था कि पुलिस उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती। पुलिस को सीधे-सीधे चैलेंज करने वाले जोगिंदर ग्योंग को पुलिस कैसे काबू कर पाएगी, यह तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन उसका काम करने का तरीका हरियाणा के लोगों के लिए खौफ बनता जा रहा है।

प्रयास समाज सेवा संस्थान ने गालवन घाटी में शहीद हुए सैनिकों को दी श्रदाँजलि

 मनोज त्यागी करनाल – 19 जून:

             गालवन घाटी में शहीद हुए 20 भारतीय सैनिकों को प्रयास सेवा संगठन द्वारा बराड़ा थाना प्रभारी  वीरेंदर सिंह वालिया के नेतृत्व में कस्बावासियों वभूतपूर्व सैनिकों सहित अन्य ने दिया जलाकर व पुष्प अर्पित कर श्रदाँजलि दी। इस अवसर पर  भारत जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए श्रद्धांजलि समारोह में उपस्थित जनसमूह ने चीन मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए बाजार में बिकने वाली चीनी वस्तुओं के बहिष्कार की भी घोषणा की।प्रयास प्रवक्ता सन्दीप सैनी ने  अपने संबोधन में कहा कि 15 जुन की रात को चीन के सैनिको ने धोखे से भारतीय सैनिकों के उपर कंटीले हथियारों से  हमला कर दिया जिससे भारत के एक कमांडिंग आफिसर साहित 20 सैनिक शहीद हो गये। चीन ने भारत को एक बार फिर धोखा देते हुए सोमवार रात लद्दाख में बातचीत करने गई भारत की सेना पर  हमला कर दिया। यह झड़प लद्दाख में 14 हजार फीट ऊंची गालवन वैली में हुई। उसी गालवन वैली में, जहां 1962 की जंग में 33 भारतीयों की जान गई थी।

प्रयास संगठन के प्रधान विशाल सिंगला ने कहा कि आज देश में  शोक की लहर है हर देशवासी के दिल में चीन के प्रति गुस्सा भरा हुआ है और वह धोखेबाज चीन से बदला लेना चाहता है। उन्होंने समस्त देशवासियों  से चीन के सामान का बहिष्कार आवाहन किया । उन्होंने कहा कि समस्त देश शहीद परिवारों के दुख में शामिल है इस वक्त हम सबको एक जुटता दिखानी बहुत जरूरी है।हम सबको भारतीय सेना पर पुरा विश्वास है की वो इसका बदला जरुर लेगी।चीन की ये हरकत अह्सनिय है।प्रयास समाज सेवा संस्थान व समस्त क्षेत्रवासियों की ओर से सभी शहीदों को नमन किया गया वह 2 मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

इस श्रद्धांजलि समारोह में थाना प्रभारी वीरेंदर सिंह वालिया, प्रयास प्रधान विशाल सिंगला, कुलदीप गुप्ता, लाजपत सभा प्रधान बलवन्त मेहता, दरबारी लाल, वजीर चंद गेरा, भुपिंद्र जैन, लांबा मास्टर जी, जगदीश शर्मा, योगेश जैन, महासचिव सुनील जैन, वरिष्ट सदस्य जंगबीर राणा थंबड़, रजनीश मेहता, एडवोकेट संदीप सैनी, अनिल गेरा, के एल सैनी, संगठन सचिव दिनेश मंगला, दिनेश शर्मा, राम सैनी, शक्ती चानना, चंचल सिंह, अक्षय राणा घेलडी, गगन कक्कड, चरण सिंह, रिंकु राजोखेडी, सेम मेहता, हर्ष तायल, शुभम, पवन राणा, नमन गर्ग, प्रेरित जैन, दीपक जौहर, आकाश जैन व चरण मुलतानी साहित गणमान्य व्यक्ति मौजुद रहे।

चीन मद्दे पर सोनिया गांधी और वामपंथी पड़े अलग थलग, बाकी सब ने किया मोदी का समर्थन

जब से चीन ने पुन: अपना चरित्र दिखाया है तभी से राहुल गांधी सोनिया गांधी प्रियंका वाड्रा ने सराकर पर इतने सवाल उछले मानो अपनी सीमाओं की रक्षा की चिंता केवल मात्र कॉंग्रेस ही को है। सेना का पराक्रम हो या मोदी सरकार का कोई भी फैसला, कॉंग्रेस केवल दुर्भावना से ग्रसित हो कर आम करती है। चीन के प्रति नहरु खानदान का प्रेम भाव समझ से परे है। कॉंग्रेस की बयान बाज़ी और अनर्गल सवालो से चीन का मनोबल ऊंचा उठता है। आज मोदी सरकार द्वारा बुलाई गयी सर्वदलीय बैठक में सिवा सोनिया गांधी और वामपंथियों के सभी दल प्रधान मंत्री के साथ खड़े दिखाई दिये।

नई दिल्ली(ब्यूरो): 

पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ झड़प के मामले पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा क‍ि हमारी किसी पोस्‍ट पर किसी दूसरे का कब्‍जा नहीं है. हमारी एक इंच जमीन भी कोई दूसरा नहीं ले सकता. अभी हमारी सीमा में कोई नहीं घुसा है. 20 जाबांज शहीद भारत मां की ओर आंख उठाकर देखने वाले को सबक सिखाकर गए. भारतीय सेना अलग-अलग जगहों पर एक साथ आगे बढ़ने में सक्षम है. सीमा पर पेट्रोलिंग बढ़ाने से सतर्कता बढ़ी. एलएसी पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है. जिन्‍हें पहले कोई रोकता-टोकता नहीं था, उनको अब ऐसा नहीं करने दिया जाता. अब उनको रोक दिया जाता है.

इसके साथ ही मीटिंग में दलों ने चीन के मुद्दे पर सरकार के रुख का समर्थन किया. मोदी सरकार ने जिस तरह परिस्थितियों को हैंडल किया, उसके प्रति समर्थन व्‍यक्‍त किया. हालांकि सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने सवाल उठाते हुए कहा कि सर्वदलीय बैठक पहले ही बुलाई जानी चाहिए थी. सरकार एलएसी को लेकर आश्‍वासन दे. प्रधानमंत्री द्वारा और जानकारी दी जानी चाहिए था. सरकार ये बताए कि चीन ने एलएसी पर घुसपैठ कब की? हमें अब भी अंधेरे में रखा जा रहा है. उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस के कुछ खास सवाल हैं-किस तारीख को चीनी सेना ने घुसपैठ की. सरकार को कब पता चला कि घुसपैठ हुई? क्‍या सरकार को सैटेलाइट तस्‍वीरों से पता नहीं चला? क्‍या खुफिया एजेंसियां चीनी मूवमेंट की जानकारी देने में नाकाम रहीं?

सूत्रों का ये भी कहना है कि के चंद्रशेखर राव, नवीन पटनायक और सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा ने सोनिया गांधी के विचार को खारिज किया. सूत्रों के मुताबिक लेफ्ट पार्टियों ने चीन की आलोचना नहीं की. उसके बजाय वे पंचशील समझौते की दुहाई देते रहे और अमेरिका पर आरोप लगाते रहे.

शरद पवार और मायावती ने किया सरकार का समर्थन

भारत-चीन सीमा मुद्दे पर पीएम के साथ सर्वदलीय बैठक में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के प्रमुख और मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा, ‘हमें पीएम पर पूरा भरोसा है. अतीत में भी, जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात आई, तो पीएम ने ऐतिहासिक निर्णय लिए.’

टीआरएस चीफ और तेलंगाना सीएम केसीआर ने कहा कि कश्मीर पर पीएम की स्पष्टता ने चीन को नाराज कर दिया है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पीएम के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान ने चीन को झकझोर दिया है.

वहीं बैठक में राकांपा प्रमुख और पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने कहा कि सैनिकों ने हथियार उठाए हैं या नहीं, इसका फैसला अंतरराष्ट्रीय समझौतों से होता है और हमें ऐसे संवेदनशील मामलों का सम्मान करने की जरूरत है. बसपा सुप्रीम मायावती ने विदेश मंत्रालय की तरफ से पेश किए गए प्रेजेंटेशन पर पूरा भरोसा जताते हुए कहा कि व्‍यापार और निवेश के मोर्चे पर चीन से मोर्चा लिए जाने की जरूरत है. इसके साथ ही उन्‍होंने जोड़ा कि यह वक्‍त राजनीति करने का नहीं है, पीएम मोदी इस मसले पर जो भी फैसला लेंगे, वे पूरी तरह से उनके साथ हैं.

बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि चीनी सामान हमारे लिए बड़ी समस्‍या बन गया है. उन्‍होंने सर्वदलीय बैठक में चीनी सामानों के बहिष्कार का सुझाव दिया. देश की सभी पार्टियों से अपील करते हुए कहा कि एकजुट रह कर केंद्र सरकार का समर्थन करें. लोजपा नेता रामविलास पासवान ने कहा कि इस वक्‍त पूरा देश पीएम मोदी की तरफ देख रहा है.

लेफ्ट ने नहीं की चीन की आलोचना

सीमा विवाद मुद्दे पर सीपीआई के डी राजा ने कहा कि हमें अपने गठबंधन में खींचने के लिए अमेरिकी प्रयासों का विरोध करने की आवश्यकता है और सीपीआई (एम) के सीताराम येचुरी ने पंचशील के सिद्धांतों पर जोर दिया.

नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी के नेता पिनाकी मिश्रा ने कहा कि हम बिना शर्त सरकार के साथ पूरी तरह से खड़े हैं. डीएमके नेता एमके स्‍टालिन ने कहा कि जब भी देशभक्ति की बात आती है तो हम सब एक हैं. हम चीन के मुद्दे पर पीएम मोदी के हालिया बयान का समर्थन करते हैं.

नॉर्थ-ईस्‍ट की पार्टी एनपीपी के नेता कोनराड संगमा ने कहा कि सीमा पर चल रहे निर्माण कार्यों को नहीं रोका जाना चाहिए. म्‍यांमार और बांग्‍लादेश में चीन की शह पर हो रही गतिविधियां चिंताजनक हैं. नॉर्थ-ईस्‍ट में प्रधानमंत्री मोदी आधारभूत ढांचे के विकास के लिए काम कर रहे हैं, उसको जारी रहने दिया जाना चाहिए. इस वक्‍त दलों को ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए जोकि हमारे बीच अंतर्विरोधों को बताए. चीन इसका लाभ उठाता है. हमें सरकार विरोधी बात नहीं करनी चाहिए. हम सभी पीएम मोदी के साथ हैं.

RJD और AAP को नहीं मिला न्यौता

आपको बता दें कि भारत-चीन सीमा विवाद पर बात करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और आम आदमी पार्टी (AAP) को बुलावा नहीं दिया गया था. बैठक का न्यौता न मिलने पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और आप नेता संजय सिंह ने नाराजगी जाहिर की है.

गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे. इस सैन्य टकराव के कारण दोनों देशों के बीच क्षेत्र में सीमा पर पहले से ही तनावपूर्ण हालात और खराब हो गए. 

हमारे सैनिक मारते मारते शहीद हुए हैं, उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा: मोदी

एलएसी पर वायु सेना पूरी तरह तैयार 1967 को बड़े पैमाने पर दोहराएंगे: भारतीय युवा

भारतीय सेना की चीन से झड़प के बाद शहीद हुए भारतीय सैनिकों को लेकर भारतीय जन मानस में जो चीन के प्रति आक्रोश है वही आक्रोश आज प्रधान मंत्री के भावों में भी चिन्हित हुआ। वामपंथी मीडिया और चीन के प्रति सहानुभूति रखने वाले कुछ राजनैतिक दलों को जो महज़ दिखावे के लिए प्रधानमंत्री को चीन नीति पर घेरते रहते हैं उन्हे प्रधान मंत्री ने एक कडा संदेश दिया। इस संदेश में जहां भारतीय जन मानस विशेषकर युवाओं में जो त्साह की चिंगारी जागी है वह अत्यंत भावुक कर देने वाली स्थिति है। मानो आज सालों बाद देश की शिराओं का रक्त दोदने लगा हो। यवाओं का चीन की विश्वासघाती नीतियों और सीमा विस्तार पर पहली बार एक राष्ट्र नेता के उद्गार हमारी सेना को किसी भी असंभव कारी के लिए प्रेरित करने को सक्षम हैं

नई दिल्ली(ब्यूरो) – जून17:

 कोरोना वायरस (Coronavirus) से निपटने को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की 15 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक शुरू हो गई है. बैठक शुरू होने से पहले चीन सीमा पर हिसंक झड़प में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. पीएम मोदी ने कहा कि सैनिक मारते-मारते हुए मरे हैं.’ मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में शहीद जवानों के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।

पीएम मोदी बोले- पूरा देश शहीद जवानों के परिवारों के साथ

पीएम मोदी ने कहा, ‘पूरा देश शहीद जवानों के परिवारों के साथ है, जिन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया. पीएम ने कहा कि भारत अपने स्वाभिमान और हर एक इंच जमीन की रक्षा करेगा. इतिहास भी इस बात का गवाह है कि हमने विश्व में शांति फैलाई, पड़ोसियों के साथ दोस्ताना तरीके से काम किया. हमेशा उनके विकास और कल्याण की कामना की है.

आज मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना को लेकर जब दूसरी बैठक ही तो प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के भाव आज कुछ अलग ही थे। सर्वप्रथम उन्होने शहीद सैनिकों के लिए 2 मिनट का मौन रखा और फिर बैठक ही से राष्ट्र को संबोधित करते हुए चीन के विश्वास घात के लिए चीन को चेताया मानो वह यह कह रहे हों कि 1967 से अब तक 53 साल गुज़र चुके हैं और अब तो और भी प्रखर हो कर भारतीय सैनिक जवाब देंगे।

अपने उद्भोदन में प्रधान मंत्री ने कहा कि हमारे सैनिक मारते मारते शहीद हुए हैं (बुज़दिल चीनी सैनिकों की तरह भागते भागते खाई में नहीं गिरे), उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। साथ ही उन्होने अपने पड़ोसियों को चेताया कि भारत कभी भी अपने पड़ोसियों से मतभेदों को विवादों में नहीं बदलना चाहता लेकिन उकसाने पर हर तरह के संभव जवाब देने में सक्षम है और देगा।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘हम कभी किसी को भी उकसाते नहीं हैं, लेकिन हम अपने देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ समझौता भी नहीं करते हैं. जब भी समय आया है, हमने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, अपनी क्षमताओं को साबित किया है. त्याग और तितिक्षा हमारे राष्ट्रीय चरित्र का हिस्सा हैं, लेकिन साथ ही विक्रम और वीरता भी उतना ही हमारे देश के चरित्र का हिस्सा हैं. मोदी ने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन भारत को उकसाने पर हर हाल में निर्णायक जवाब भी दिया जाएगा.

15 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक

बता दें कि कोरोना वायरस पर बात करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 राज्यों के मुख्यमियों के साथ बैठक चल रही है. बैठक में महाराष्ट्र, दिल्ली, तमिलनाडु, गुजरात जैसे राज्य शामिल हैं. ये वे राज्य या केंद्र शासित प्रदेश हैं, जिनमें कोरोना विस्फोट हो चुका है. मतलब कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं. इससे पहले पीएम ने मंगलवार को 21 राज्यों के मुखियाओं से बात की गई थी. ये वे 21 राज्य थे जिनमें कोविड-19 की स्थिति कंट्रोल में है.

One week national e-workshop on ‘Emerging Dimensions of Qualitative Research’ concluded at UIAMS

Chandigarh June 14, 2020

      One week national e-workshop on Emerging Dimensions of Qualitative Research organised from June 8-13, 2020 by University Institute of Applied Management Sciences, Panjab University concluded today.

       Around 200 participants from 13 different states of various social sciences disciplines evinced keen interest.  The interactive workshop focused on various aspects of qualitative research including qualitative study designs, writing review of literature, sampling, questionnaires, qualitative research methods like in-depth interviews, focus group discussion, participatory action research, case study, observation methods etc. and Multivariate Analytical Techniques for Mixed Approach and software required for qualitative research. In addition to this, participants were also provided in-depth understanding of publishing and presenting high quality research papers, preparing and funding of research proposals and Ensuring Anti-Plagiarism in Social Science Research and many more insights.

      Prof. B.S. Ghuman, Vice Chancellor, Punjabi University Patiala in his valedictory address appreciated the endeavour of UIAMS and said such workshops are rare and the need of the hour. Quantitative research becomes more meaningful for Qualitative aspects are also considered. Qualitative research is complex but very significant to draw conclusion in social sciences. 

      Prof. Sanjay Kaushik, Dean College Development Council, Panjab University in his talk said that such workshops should be held more frequently. Prof. Upasna Joshi Sethi, Director, UIAMS in her welcome address summarised the agenda of one week workshop and motivated participants to write research proposals. Prof. Sanjeev K Sharma, Professor, UIAMS proposed vote of thanks. Participants highly appreciated the quality of deliberations and smooth conduct of the workshop.

      The top notch faculty and experts in the area of qualitative research were invited to deliver interactive talk and to provide hand on experience to the participants.  The resource persons were Prof. Ganesh Das, Saudi Electronic University Ryadh, Prof A S Chawla, Vice Chancellor, RIMT University, Prof. Anil Mehta Pro Vice Chancellor, Banasthali University, Jaipur, Prof. Kulbhushan Chandel, Dean Academics, Himachal Pradesh Technical University, Himachal Pradesh, Prof. Pampa Mukherjee, Professor, Department of Political Science, Panjab University, Chandigarh, Prof. Tejinder Sharma, Professor, Department of Commerce, Kurukshetra University, Kurukshetra,  Prof. Rahul Gupta, Director HRDC Jammu University, Jammu, Prof. Sunita Roy, HOD, Patna University, Patna, Prof. Cynthia Menezes Prabhu, Dept of Management Studies, Bangalore University, Bengaluru, Dr.Arunesh Garg, LM Thapar School of Management, Thapar Institute of Engineering and Technology, Patiala,  Dr Vikasdeep, Assistant Professor, Punjabi University, Patiala, Prof. Sushil Kansal, Dr. SSBUICET, Panjab University, Dr.Neeraj Kumar, Deputy Librarian, AC Joshi Library Panjab University alongwith Prof. Sanjeev K Sharma, Dr. Monika Aggarwal, Dr Anupreet K. Mavi, Dr.Nidhi Gautam, Dr. Manjushree Sharma, Dr.Aman Khera, Dr.Rachita Sambyal and Dr. Naveen Kumar,  from UIAMS, Panjab University, Chandigarh. Junior Research Fellows including Ms.Archana Doon, Ms.Nidhi Sareen, Ms.Poonam Jaswal, Ms.Mridul and Mr.Neeraj Bansal provided technical support for the smooth conduct of the workshop

      The workshop was coordinated by Prof. Sanjeev Kumar Sharma, Dr. Monika Aggarwal, Dr.Rachita Sambyal.

होटल राजनीति: डि॰ सीएम पाइलट बाड़ेबंदी के चलते दिल्ली में

  • प्रदेश में 19 जून को राज्यसभा की 3 सीटों के लिए चुनाव होने हैं, कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने अपने दो-दो उम्मीदवार उतारे हैं
  • आज से विधायकों को वोट डालने के लिए मॉक ड्रिल संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रम होंगे, इसके लिए दिल्ली से पदाधिकारी भी बुलाए जा सकते हैं

शनिवार को सचिन पायलट कांग्रेस की वर्कशॉप ले रहे थे. बताया जा रहा है कि जैसे ही सेशन खत्म हुआ उनको दिल्ली से एक कॉल आया. डिप्टी सीएम फिर फौरन दिल्ली के लिए रवाना हो गए.

नयी दिल्ली(ब्यूरो) – जून 13:

राजस्थान में विधायकों की बाड़ेबंदी शनिवार को चौथे दिन भी जारी है। शिव विलास होटल में ठहरे सभी विधायकों को शुक्रवार को होटल मेरियट में शिफ्ट कर दिया गया। खुद मुख्यमंत्री आशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट होटल में शुक्रवार से ही मौजूद हैं।

शुक्रवार की रात विधायकों के साथ सीएम का डिनर भी आयोजित किया गया था। मेरियट में ठहरे विधायकों के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम तय किया गया है। विधायकों को वोट डालने के लिए मॉक ड्रिल से लेकर प्रशिक्षण के लिए दिल्ली से पदाधिकारी बुलाने पर चर्चा की गई। 17 को मॉक पोलिंग होगी। 

प्रदेश में 19 जून को राज्यसभा की 3 सीटों के लिए चुनाव होने हैं। इसके लिए कांग्रेस ने केसी वेणुगोपाल, नीरज डांगी तथा भाजपा ने राजेंद्र गहलोत व ओंकार सिंह लखावत को मैदान में उतारा है। चुनावों में हर प्रत्याशी को जीत के लिए प्रथम वरियता के 51 वोट चाहिए।

मालूम हो कि राज्यसभा चुनाव के चलते राजस्थान में जारी उठापटक के बीच कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों की राजधानी जयपुर के सात सितारा होटल में की गई स्वैच्छिक बाड़ेबंदी की कमान खुद सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने संभाल रखी है. सीएम रात को विधायकों के साथ ही रुक रहे हैं. शुक्रवार देर रात को सीएम गहलोत ने होटल में कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के साथ संवाद भी किया. अब 19 जून को वोटिंग होने तक सभी विधायक स्वैच्छिक बाड़ेबंदी में ही रहेंगे.

पीसी में लगाए गंभीर आरोप

गौरतलब हो कि राज्यसभा चुनाव को लेकर राजस्थान में कांग्रेस विधायकों की बाड़ाबंदी के बाद बढ़ रही हलचल के बीच शुक्रवार को सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट, राज्यसभा चुनाव के कांग्रेस के पर्यवेक्षक रणदीप सुरजेवाला, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और राज्यसभा प्रत्याशी केसी वेणुगोपाल ने जयपुर में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजीपी और केन्द्र सरकार पर हमला बोला था. सीएम अशोक गहलोत ने हाल में राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी पर विधायकों को प्रलोभन देने का आरोप लगाया था. गहलोत ने कहा था कि बीजेपी चुनाव में समर्थन लेने के लिए विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग में लगी है.

एसीबी ने शुरू की जांच

राज्यसभा चुनावों के मद्देनजर सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) में चुनावों को लेकर विधायकों (MLAs) को प्रलोभन देने की शिकायत पर अब जांच का काम शुरू हो गया है. एसीबी ने अब इस मामले में जांच शुरू कर दी है. एसीबी की इंटेलिजेंस विंग ने एसआईआर दर्ज कर इस मामले की जांच शुरू की है. एसीबी के एडीजी सौरभ श्रीवास्तव के मुताबिक सूत्र सूचना के आधार पर इस तरह की रिपोर्ट दर्ज की जाती है. एसीबी की गोपनीय शाखा द्वारा रिपोर्ट दर्ज होने के बाद अब इस शिकायत को गोपनीय तरीके से विकसित करने की कोशिश की जाएगी.

पंजाब पुलिस ने हथियारों समेत पठानकोट से पकड़ा लशकर-ए-तैयबा का तीसरा आतंकवादी

  • गिरफ्तार आतंकी की पहचान जावेद मोहम्मद बट्‌ट के रूप में हुई, गुरुवार को गिरफ्तार आमिर हुसैन वानी और वसीम हुसैन वानी के साथ वह अमृतसर आया था
  • इसको दोनों साथियों को हथियारों की खेप के साथ रवाना करके अमृतसर में रुकना था, लेकिन दोनों के पकड़े जाने के बाद उसने कश्मीर जाने का प्लान बनाया

अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद बचकर कश्मीर भागने की कोशिश कर रहा था जावेदः डी.जी.पी.

राकेश शाह, चंडीगढ़, 13 जून:

कशमीर वादी में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए हथियारों की तस्करी करने की कोशिश करने वाले, जम्मू कशमीर के साथ सम्बन्धित दो लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी आमिर हुसैन वानी और वसीम हसन वानी की गिरफ्तारी से एक दिन बाद, पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को उनके तीसरे साथी को उस समय पर गिरफ्तार कर लिया, जब वह कशमीर भागने की कोशिश कर रहा था।

तीसरे संदिग्ध आतंकवादी की पहचान जावेद अहमद भट्ट (29 साल) पुत्र गुलाम अहमद भट्ट निवासी गाँव शरमल, जिला शोपियां (जम्मू कशमीर) के तौर पर हुई है। पठानकोट पुलिस द्वारा उसे अमृतसर-जम्मू हाईवे पर धोबड़ा पुल, पठानकोट से उसके ट्रक नंबर जे.के.-22-8711 समेत रोका गया और गिरफ्तार कर लिया, जब वह अपने साथियों की गिरफ्तारी की जानकारी मिलने पर वादी की तरफ भागने की कोशिश कर रहा था।

            डीजीपी दिनकर गुप्ता के अनुसार, जावेद उसी गाँव का रहने वाला है, जहाँ के पहले पकड़े गए लश्कर के दो अन्य आतंकवादी हैं, और यह उनका बचपन का दोस्त है। यह तीनों पिछले 2-3 सालों से एक साथ ट्रांसपोर्ट का कारोबार कर रही थे और इनका दिल्ली, अमृतसर और जालंधर आना-जाना लगा रहता था। जम्मू-कशमीर के होमगार्ड जवान आरिफ अहमद भट्ट का भाई जावेद, खुद 2012 में यूनिट द्वारा चुना गया था परन्तु बाद में इसने नौकरी छोड़ दी थी।

जावेद की शुरूआती पूछताछ से पता चला है कि वह दूसरे साथियों आमिर और वसीम के साथ कश्मीर घाटी से अमृतसर आया था, फल और सब्जियाँ लाने की आड़ में हथियारों की खेप लेने के लिए वह दो ट्रकों में आए थे और 11 जून को वल्लाह रोड के पास से खेप उठाकर, आमिर और वसीम ने जावेद को अमृतसर में पीछे रहने के लिए कहा थी जिससे कि लश्कर के इशफाक अहमद डार उर्फ बशीर अहमद खान के निर्देशों पर अमृतसर में रहकर हथियारों के व्यापारी के साथ संपर्क बनाया जा सके।  

डीजीपी ने कहा कि इन तीनों आतंकवादियों के पंजाब, जम्मू और कशमीर में मौजूद अन्य कड़ियों और संबंधों की आगे की जांच जारी है। उन्होंने इन गिरफ्तारियों को पाकिस्तान आधारित आतंकवादियों के समर्थन वाले विशाल आतंकवादी नैटवर्क का हिस्सा बताया है। श्री गुप्ता ने कहा कि प्राप्त खुफिया जानकारी से यह संकेत मिलता है कि पाक की एजेंसी आईएसआई, आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पंजाब और कश्मीर की सरहद से हथियारों की खेप और घुसपैठ करने वाले आतंकवादी भेज रहा है।

इससे पहले, 25 अप्रैल, 2020 को, पंजाब पुलिस ने जम्मू-कशमीर के एक और नौजवान, हिलाल अहमद वागे, जोकि मारे गए हिजबुल मुजाहीदीन के कमांडर रियाज अहमद नायकू के निर्देशों पर अमृतसर से नशीले पदार्थ लेने के लिए आया था, को गिरफ्तार किया था। उस केस में भी, हिलाल अहमद ने एक ट्रक का प्रयोग नशों के पैसे लेजाने के लिए किया था।