हाइ कोर्ट के बाद गहलोत को अब राजभवन से भी लगा झटका, धरने पर विधायक

  • अदालत के बाद राजभवन से भी सीएम को झटका
  • कोरोना संकट की वजह से विधानसभा सत्र पर संकट

राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच अशोक गहलोत सरकार को फिर झटका लगा है। पहले हाईकोर्ट ने स्पीकर के नोटिस पर स्टे लगा दिया और अब राज्यपाल विधानसभा सत्र ना बुलाने पर अड़े हैं। जो बात सबको आहार रही है वह है गहलोत का उतावलापन, जब आपके स्पीकर ने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका लगा रखी है और उस पर आगे की कार्रवाई आगामी सोमवार को होनी है तो इतन घबराहट क्यों?

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

राजस्थान के सियासी संकट में अब राज्यपाल बनाम मुख्यमंत्री के बीच जंग छिड़ती नजर आ रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से कहा गया है कि उन्होंने विधानसभा सत्र बुलाने की अपील की है, लेकिन राज्यपाल की ओर से कोई फैसला नहीं लिया गया है. लेकिन अब खबर है कि राज्यपाल कलराज मिश्र की ओर से अभी कोरोना संकट का हवाला दिया गया है।

सूत्रों का कहना है कि राज्यपाल की ओर से कहा गया है कि अभी भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस के विधायक कोरोना वायरस से पीड़ित हैं. ऐसे में विधानसभा का सत्र बुलाना ठीक नहीं होगा. यानी अशोक गहलोत गुट को पहले हाईकोर्ट से झटका लगा और अब राजभवन से भी कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है.

ऐसी स्थिति में अशोक गहलोत सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट का रुख किया जा सकता है. जिसमें तत्काल विधानसभा का सत्र बुलाने और बहुमत साबित करने की बात की जा सकती है. हालांकि, अभी राज्यपाल की ओर से विधानसभा सत्र की ओर से कोई अंतिम निर्णय आना भी बाकी है.

साफ है कि अशोक गहलोत के सामने अब लगातार चुनौतियां आ रही हैं. क्योंकि एक तरफ विधायकों की मांग है कि वो जल्द बहुमत साबित करें और होटल से बाहर निकलें. इसके अलावा पायलट गुट को दिए गए नोटिस पर भी स्टे लग गया है, ऐसे में अदालत की कार्यवाही लंबा वक्त ले सकती है.

यह भी राजभवन को घेरने की धमकी के बाद गहलोत का राजभवन को कूच

हमलावर हुए अशोक गहलोत

अशोक गहलोत का कहना है कि उन्होंने राज्यपाल से कहा है कि अगर वो सत्र नहीं बुलाते हैं तो वह सभी विधायकों को लेकर उनके पास आ रहे हैं और सत्र बुलाने की अपील करेंगे. हालांकि, इसपर भी अभी राज्यपाल की ओर से इजाजत नहीं मिली है.

शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि राज्यपाल पर केंद्र की ओर से दबाव बनाया जा रहा है, लेकिन उन्होंने संविधान की शपथ ली है और ऐसे में उन्हें किसी के दबाव में नहीं आना चाहिए. सीएम ने कहा कि अगर राज्य की जनता आक्रोशित होकर राजभवन का घेराव कर लेती है, तो फिर उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी.

बता दें कि अशोक गहलोत का दावा है कि उनके पास पूर्ण बहुमत है, ऐसे में सत्र बुलाकर राज्य के संकट के साथ साथ इस संकट पर भी चर्चा हो जाएगी और सबकुछ जनता के सामने आ जाएगा.

इससे पहले हाईकोर्ट की ओर से गहलोत गुट को झटका लगा था. क्योंकि हाईकोर्ट ने विधानसभा स्पीकर के उस नोटिस पर स्टे लगा दिया है, जिसमें सचिन पायलट गुट को अयोग्य करार करने की बात थी. स्टे के मुताबिक, अब अगले फैसले तक स्पीकर बागी विधायकों पर कोई फैसला नहीं ले पाएंगे.

राष्ट्रीय महिला जागृति मंच की पंचकूला उपाध्यक्ष अमिता पवार ने नेशनल लेवल पर फर्स्ट रनर अप खिताब जीता

कोरल ‘पुरनूर’, चंडीगढ़ :

राष्ट्रीय महिला जागृति मंच के द्वारा तीज उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया मंच की चेयरपर्सन अंबिका जी ने भारत के विभिन्न राज्यों से सोलह सिंगार के साथ हरे भरे परिधान में मेहंदी लगाकर झूले में बैठकर अपनी फोटो भेजने के लिए प्रेरित किया। भारत के विभिन्न राज्यों से महिलाओं ने बड़े उत्साह के साथ इस प्रतियोगिता में भाग लिया, ट्राइसिटी से अमिता पवार ने स्टेट लेवल जीतकर जट्टी सा स्वैग टाइटल से सम्मानित किया गया। वो इसी मंच की पंचकूला से उपाध्यक्ष है ।

अमिता ने बहुत सुंदर परिधान में अपनी फोटो भेजी इसके साथ साथ उन्होंने तीज पर लोकगीत गाकर अपनी 1 मिनट की वीडियो भेजी जिससे कि उन्हें आगे नेशनल लेवल पर जाने का मौका मिला। नेशनल लेवल पर क्विज का प्रोग्राम था अमिता पवार को फर्स्ट रनर अप अवार्ड से सम्मानित किया गया। अवॉर्ड पाकरअमिता बहुत खुश हैं नेशनल लेवल पर जितना उनके लिए गर्व की बात है सभी ने अमिता पवार को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी।

इस तरह की आयोजन देश की संस्कृति को बढ़ावा देते हैं और महिलाओं में आत्मबल प्रदान करते हैं सभी ने मंच की चेयरपर्सन अंबिका शर्मा जी को इस कार्य के लिए शुभकामनाएं दी

माता प्रकाश कौर श्रवण एवं वाणी निशक्तजन कल्याण केन्द्र का 12वीं का परिणाम रहा शत प्रतिशत

उपायुक्त एवं अध्यक्ष निशांत कुमार यादव ने विद्यार्थियों व अध्यापकों को दी बधाई

 मनोज त्यागी करनाल 23 जुलाई:

   शहर के शाखा ग्राउण्ड स्थित माता प्रकाश कौर श्रवण एवं वाणी निशक्तजन कल्याण केन्द्र का, हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी से बारहवीं का परीक्षा परिणाम घोषित हो गया है, जो शत प्रतिशत रहा। इसके लिए उपायुक्त एवं केन्द्र के अध्यक्ष निशांत कुमार यादव ने उत्तीर्ण रहे विद्यार्थियों, अभिभावक व समस्त शिक्षक स्टाफ को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि निशक्तजन भी हमारे समाज का एक अभिन्न अंग हैं। इनमें भी सामान्य व्यक्तियों की तरह कुछ कर दिखाने की प्रतिभा होती है, जिसे इस केन्द्र के विद्यार्थियों ने सिद्घ कर दिखाया है।

               उपायुक्त ने बधाई संदेश में कहा है कि इस केन्द्र के बच्चों ने राष्ट्रीय स्तर पर खेलो में भी नाम कमाया है, और अब बारहवीं के प्रथम बैच में शत प्रतिशत रिजल्ट से केन्द्र का नाम ऊंचा कर दिया है, यह अपने-आप में बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने अपने संदेश में सभी बच्चों को आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रेरित किया है।

               केन्द्र के सहायक निदेशक दिनेश सिंह ने बताया कि केन्द्र के पहले बैच में 12वीं के कुल 12 छात्र परीक्षा में बैठे थे, सभी उत्तीर्ण रहे। इनमें से 10 छात्र प्रथम श्रेणी में तथा 2 द्वितीय श्रेणी में पास हुए हैं। सहायक निदेशक ने बताया कि केन्द्र के बच्चों के परीक्षा परिणामों से प्रसन्न होकर हरियाणा वाणी एवं श्रवण निशक्तजन कल्याण समिति की उपाध्यक्ष-सह-चेयरमैन डॉ. शरणदीप कौर ने भी केन्द्र को कमेन्टेंस भेजे हैं, जिसमें पास विद्यार्थियों को बधाई और समस्त स्टाफ की शिक्षा के प्रति समर्पण भावना की तारीफ की गई है।

लव जिहाद : माँ -बेटी का कत्ल कर घर ही में दफनाने वाला ‘अमित गुर्जर’ निकला ‘शमशाद’

शमशाद उर्फ अमित गुर्जर ने गाजियाबाद की रहने वाली एक शादीशुदा महिला को खुद को हिंदू बताकर अपने चंगुल में फंसाया। पिछले कई सालों से महिला अपनी बेटी को लेकर प्रेमी के साथ रह रही थी। इसके बाद शमशाद दोनों की हत्या करके फरार हो गया। अब पुलिस के साथ मुठभेड़ में वह घायल हो गया है।

नई दिल्ली(ब्यूरो):

यूपी के मेरठ में मां-बेटी की हत्या कर शव को घर के अंदर दफनाने का सनसनीखेज मामला सामना आया है. गायब होने के बाद सहेली ने मुकदमा दर्ज कराया था. आरोप शमशाद नाम के व्यक्ति पर है. इसपर नाम बदलकर शादी का आरोप है.

मेरठ पुलिस ने ब्रह्मपुरी इलाके में एक मुठभेड़ में शमशाद को गिरफ्तार कर लिया है. अभियुक्त शमशाद पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा 25000/- रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी. अभियुक्त की पत्नी को भी साक्ष्य छुपाने/मिटाने का दोषी पाते हुए वांछित बनाया गया है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.

देर रात थाना ब्राह्मपुरी के नूर नगर के मोड़ पर शमशाद के साथ पुलिस की मुठभेड़ में दुर्दांत हत्यारा बदमाश घायल हो गया। पुलिस ने उसको अस्पताल में भर्ती कराया। शमशाद के पास से एक बाइक,एक पिस्टल और कारतूस बरामद हुई हैं।

यह था पूरा मामला

बुधवार को मेरठ के थाना परतापुर के भूड बराल में रहने वाले शमशाद के घर से प्रिया और उसकी बेटी कशिश के शव शमशाद के घर से बरामद हुए थे। इन दोनों को शमशाद ने मार कर अपने ही घर में गाड़ दिया था। इसकी सूचना प्रिया की दोस्त चंचल ने पुलिस थाने में दी थी, जिसके बाद इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा हुआ। शमशाद उर्फ अमित गुर्जर ने अपना नाम धर्म बदलकर 4 साल पहले गाजियाबाद निवासी प्रिया से फेसबुक के माध्यम से दोस्ती की और अपने प्रेम जाल में फंसाया और उसको लेकर थाना परतापुर के भूड बराल इलाके में रहने लगा।

आरोप है कि जब प्रिया को इस बात का पता चला कि उसका पति नाम और धर्म बदलकर उसको धोखा दे रहा है तो उसने इस बात की शिकायत अपनी दोस्त चंचल से की और अपनी जान को खतरा बताया। लॉकडाउन से पहले जब चंचल से उसकी बात होना बंद हो गयी, तो चंचल ने शमशाद को भी कॉल किया लेकिन शमशाद ने उससे बात नहीं कराई।उसके बाद चंचल ने थाना परतापुर में तहरीर दी जिसमें प्रिया के गुमशुदा होने की बात कही गई।

पुलिस ढिलाई बरतती रही

हैरान करने वाली बात तो यह है कि पुलिस ने मामले में शिकायत के बाद भी ढिलाई बरतते हुए कोई भी कार्रवाई नहीं की। बुधवार को एक स्थानीय नेता के इंवॉल्वमेंट के बाद पुलिस हरकत में आई और शमशाद के घर पर गहनता से तलाशी ली। तलाशी में प्रिया और उसकी बेटी की डेड बॉडी शमशाद के घर में ही गड्ढे में पाई गई। जिसको पुलिस ने पोस्टमॉर्टम और डीएनए जांच के लिए भेज दिया। तभी से आरोपी शमशाद फरार था। देर रात थाना ब्रह्मपुरी के नूर नगर के मोड़ पर पुलिस की जिस बदमाश से मुठभेड़ हुई वह आरोपी शमशाद निकला।

आज लोक गीत मान कर गाये जाते हैं शिव कुमार बटालावी के गीत

कोरल ‘पुरनूर’ चंडीगढ़ – 23 जुलाई:

जन्मदिवस पर विशेष: पंजाबी के विद्यापति ‘शिव कुमार बटालवि’

शिव बटालवि

अमृता के ‘बिरह के सुल्तान’ लोक संस्कृति के पुरोधा भी हैं

शिव के गीत भारत पाकिस्तान में घर घर गली गली महफिल महफिल इस क़दर मशहूर हैं सभी आम – ओ – खास उनको लोक गीत ही समझकर गाते सुनते हैं लट्ठे दी चादर , ईक मेरी अख कासनी, जुगनी, म्धानियाँ हाय ओह … आदि  जैसे गीत हमारी संस्कृति का हिस्सा  ही नहीं बल्कि पंजाबी को द्निया में अहम स्थान दिलाने के श्रेय के भी अधिकारी है शिव पंजाब का विद्यापति है।

‘इक कुड़ी जिहदा नाम मोहब्बत गुम है’ उनकी शाहकार रचना  में भावनाओं का उभार, करुणा, जुदाई और प्रेमी के दर्द का बखूबी चित्रण है।

शिव कुमार बटालवी के गीतों में ‘बिरह की पीड़ा’ इस कदर थी कि उस दौर की प्रसिद्ध कवयित्री अमृता प्रीतम ने उन्हें ‘बिरह का सुल्तान’ नाम दे दिया। शिव कुमार बटालवी यानी पंजाब का वह शायर जिसके गीत हिंदी में न आकर भी वह बहुत लोकप्रिय हो गया। उसने जो गीत अपनी गुम हुई महबूबा के लिए बतौर इश्तहार लिखा था वो जब फ़िल्मों तक पहुंचा तो मानो हर कोई उसकी महबूबा को ढूंढ़ते हुए गा रहा था

वे 1967 में वे साहित्य अकादमी पुरस्कार पाने वाले सबसे कम उम्र के साहित्यकार बन गये। साहित्य अकादमी (भारत की साहित्य अकादमी) ने यह सम्मान पूरण भगत की प्राचीन कथा पर आधारित उनके महाकाव्य नाटिका ‘लूणा’ (1965) के लिए दिया, जिसे आधुनिक पंजाबी साहित्य की एक महान कृति माना जाता है और जिसने आधुनिक पंजाबी किस्सा गोई की एक नई शैली की स्थापना की।

        शिव कुमार का जन्म 23 जुलाई 1936 को गांव बड़ा पिंड लोहटिया, शकरगढ़ तहसील (अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में) राजस्व विभाग के ग्राम तहसीलदार पंडित कृष्ण गोपाल और गृहिणी शांति देवी के घर में हुआ। भारत के विभाजन के बाद उनका परिवार गुरदासपुर जिले के बटाला चला आया, जहां उनके पिता ने पटवारी के रूप में अपना काम जारी रखा और बाल शिव ने प्राथमिक शिक्षा पाई। लाहौर में पंजाबी भाषा की क़िताबें छापने वाले प्रकाशक ‘सुचेत क़िताब घर’ ने 1992 में शिव कुमार बटालवी की चुनिंदा शायरी की एक क़िताब ‘सरींह दे फूल’ छापी.

5 फ़रवरी 1967 को उनका विवाह गुरदासपुर जिले के किरी मांग्याल की ब्राह्मण कन्या अरुणा से हुआ  और बाद में दंपती को दो बच्चे मेहरबां (1968) और पूजा (1969) हुए। 1968 में चंडीगढ़ चले गये, जहां वे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में जन संपर्क अधिकरी बने, वहीं अरुणा बटालवी पुंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के पुस्तकालयमें कार्यरत रहीं। आज शिव कुमार बटालवी का परिवार केनेडा में रहता है।

ग्रामीण क्षेत्रों मे रहने वाले किसानों ओर बाकी लोगों के संपर्क में आए ओर उन्हीं की बातें अपने लेखन में ढाली उनको जानने वाले लोग उनकी जीवन शैली और दिनचर्या के बारे में बताते हैं के वो राँझे की सी जिंदगी जीते थे वह ऐसे कवि थे जो कि अपनी रचना को स्वयं लयबद्ध करते थे।

        बटालवी की नज्मों को सबसे पहले नुसरत फतेह अली खान ने अपनी आवाज दी. नुसरत ने उनकी कविता ‘मायें नी मायें मेरे गीतां दे नैणां विच’ को गाया था. इसके बाद तो जगजीत सिंह – चित्रा सिंह, रबी शेरगिल, हंस राज हंस, दीदार सिंह परदेसी और सुरिंदर कौर जैसे कई गायकों ने बटालवी की कविताएं गाईं. उस शायर के लिखे हुए गीत – अज्ज दिन चढ्या, इक कुड़ी जिद्दा नां मुहब्बत, मधानियां, लट्ठे दी चादर, अक्ख काशनी आदि आज भी न केवल लोगों की जुबां पर हैं बल्कि बॉलीवुड भी इन्हें समय समय पर अपनी फिल्मों को हिट करने के लिए यूज़ करता आ रहा है. नुसरत फतेह अली, महेंद्र कपूर, जगजीत सिंह, नेहा भसीन, गुरुदास मान, आबिदा, हंस राज हंस….

     “असां ते जोबन रुत्ते मरना…” यानी “मुझे यौवन में मरना है, क्यूंकि जो यौवन में मरता है वो फूल या तारा बनता है, यौवन में तो कोई किस्मत वाला ही मरता है” कहने वाले शायर की ख़्वाहिश ऊपर वाले ने पूरी भी कर दी. मात्र छत्तीस वर्ष की उम्र में शराब, सिगरेट और टूटे हुए दिल के चलते 7 मई 1973 को वो चल बसे. लेकिन, जाने से पहले शिव ‘लूणा’ जैसा महाकाव्य लिख गये, जिसके लिए उन्हें सबसे कम उम्र में साहित्य अकादमी का पुरूस्कार दिया गया. मात्र इकतीस वर्ष की उम्र में. ‘लूणा’ को पंजाबी साहित्य में ‘मास्टरपीस’ का दर्ज़ा प्राप्त है और जगह जगह इसका नाट्य-मंचन होता आया है.

शिव को राजनीतिक चुनोतियों का भी सामना करना पड़ा  उन्होने पंजाबी ओर हिन्दी को हिन्दू – सिक्ख में बँटते भी देखा ओर इस बात का पुरजोर विरोध भी किया, अपनी मातृभाषा को इस तरह बँटते देखना असहनीय था।  लोगों के दोहरे व्यवहार और नकलीपन की वजह से उन्होंने कवि सम्मेलनों में जाना बंद कर दिया था. एक मित्र के बार-बार आग्रह करने पर वे 1970 में बम्बई के एक कवि सम्मलेन में शामिल हुए थे. मंच पर पहुँचने के बाद जब उन्होंने बोला तो पूरे हॉल में सन्नाटा छा गया. उन्होंने बोला कि आज हर व्यक्ति खुद को कवि समझने लगा है, गली में बैठा कोई भी आदमी कवितायें लिख रहा है. इतना बोलने के बाद उन्होंने अपनी सबसे प्रसिद्ध रचना ‘इक कुड़ी जिदा नाम मोहब्बत है, गुम है’ सुनाई. इस पूरे पाठ के दौरान हॉल में सन्नाटा बना रहा. सच कहा जाए तो शिव कुमार कभी दुःख से बाहर निकल ही नहीं पाए. उन्हें हर समय कुछ न कुछ काटता ही रहा.

एक साक्षात्कार के दौरान शिव ने कहा आदमी, जो है, वो एक धीमी मौत मर रहा है. और ऐसा हर इंटेलेक्चुअल के साथ हो रहा है, होगा.”

Plantation Drive at PU

Chandigarh July 21, 2020

A Plantation Drive was undertaken  today by th Department of Ancient Indian History, Culture and Archaeology, Panjab University. Total number of 30 saplings of ficus plants were planted in a row outside the Departmental Museum, informed  Dr. Paru Bal Sidhu, Chairperson . The Horticulture staff and JE Mr. Singla provided  all necessary help and support for this endeavour undertaken by the department.  

700 participated from 35 Universities from India inone week FDP

Chandigarh July 21, 2020

With the initiatives of Ministry of Human Resource and Development, under the aegis of Pandit Madan Mohan Malaviya National Mission on Teachers and Teaching, the Center for Academic Leadership and Education Management (CALEM) running in Panjab University Chandigarh took an initiative to arrange an online seven days Faculty Development Programme from July 15-20, 2020 on the theme of “Technology and Instructional Reforms with reference to Online Teaching, Learning and Evaluation”.

The course was coordinated by Dr Vishal Sharma,Coordinator, Swayam, Dr Kanwalpreet Kaur ,Chairperson, IETVE, Prof. Kirandeep Singh ,Chairperson, Deptt. of Education; Prof. Jatinder Grover ,Coordinator CALEM and Dean, Faculty of Education, Panjab University, Chandigarh.

          Prof. Raj Kumar, Vice-Chancellor, Panjab University, Chandigarh welcomed all the dignitaries and participants. He shared that the main objective of this faculty development programme is to train the faculty participants and fully prepare and equip them with online teaching-learning tools. Learning of these tools and techniques will help the faculty members to design their own online courses as well as E-content for the online teaching, learning and evaluation. He said that our teachers have to use this opportunity to refine their skills for managing instructions in the virtual classroom.

Prof. S.P. Bansal, Honourable Vice-Chancellor, Himachal Pradesh Technical university, Hamirpur (H.P.) was the Chief guest in the valedictory session of this one week workshop. He highlighted that the lockdown has provided enough space as well as an opportunity to the faculty for learning and practicing the various tools and techniques necessary for managing online teaching. The need is to train the teachers about using the technology tools to supplement and complement the learning. He further stress upon the use of various digital learning initiatives of Government of India in the online teaching and learning.

Prof. Jatinder Grover, Dean Faculty of education and Coordinator CALEM shared that Centre for academic Leadership and Educational Management read the report of this one week Faculty development program. He told that more than 700 participants from 35 universities from India got registered for this workshop and successfully completed the same. Various resource persons from different national institutes delivered their lectures and conducted training in workshop mode. In these sessions all the participants performed the hands on training on different tools and techniques and also submitted their assignments. They have been told about the best practices to be followed in online teaching, best virtual learning platforms and use of open education resources in their teaching. Dr. Kanwalpreet Kaur, proposed vote of thanks to all dignitaries and participants.

Police Files, Chandigarh

Korel, CHANDIGARH – 21.07.2020

Two persons arrested for disobeying orders of DM, UT, Chandigarh

A case FIR No. 139, U/S 188 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh against Satwant Singh R/o BDC, Sector 26, Chandigarh, who was arrested while roaming without pass permission during lockdown hours near Wine Shop, Ph-1, Ind. Area, Chandigarh on 20.07.2020.  He disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 150, U/S 188 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh against Rakesh R/o Ph-1, Ramdarbar, Chandigarh, who was arrested while roaming without pass permission during lockdown hours near Kacha Rasta, Ramdarbar, Chandigarh on 20.07.2020.  He disobeyed orders of DM, UT, Chandigarh. Later, he was bailed out. Investigation of the case is in progress.

One arrested for Burglary

Rampal Mourya R/o # 649, Ground Floor, EWS, Dhanas, Chandigarh alleged that unknown person(s) stole away gold and silver ornaments from his shop after breaking the backside wall & door of his house on the night intervening 19/20-07-2020. Later accused namely Bharat R/o # 646/B, EWS Colony, Dhanas, Chandigarh has been arrested in this case. A case FIR No. 101, U/S 380, 457 added 411 IPC has been registered in PS-Sarangpur, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Assault

          A case FIR No. 140, U/S 325, 506, 341, 34 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh on the complaint of Shalu R/o # 1451/26, Sector-29, Chandigarh who alleged against Mohd. Imran R/o # 1434/14, Sector-29, Chandigarh and Mohd. Anash R/o # 1436/10, Sector-29, Chandigarh had beaten & threatened complainant near his residence on 28.03.2020. Complainant got injured and was admitted to GMCH-32, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Eve-teasing/Threatening

          A case FIR No. 141, U/S 354D, 452, 506 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh on the complaint of a person who alleged that a boy namely Ajay R/o # 431, Daria, Chandigarh (age 19 years) harassing / threatening complainant’s daughter of age 16 years. Investigation of the case is in progress.

          A case FIR No. 142, U/S 195A, 506, 354D IPC has been registered in PS-36, Chandigarh on the complaint of a girl who alleged that a person namely Sandeep Singh Pannu R/o # 17, New Harindra Nagar, Faridkot (PB) harassing & threatening complainant by calling her from different numbers. Investigation of the case is in progress.

Snatching

A case FIR No. 159, U/S 379B, 356, 511 IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh on the complaint of Jai Singh R/o # 828, Mohalla Govindpura, Manimajra, Chandigarh cashier at Petrol Pump Filling Service Station, Manimjara, Chandigarh who reported that unknown person tried to snatch bag containing cash Rs 9,60,000/- from complainant near Axis Bank, SCO No. 916, NAC, Manimajra, Chandigarh on 20.07.2020. Investigation of the case is in progress.

सचिन पायलट निकम्मा है: गहलोत

  • मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला।
  • सचिन पायलट को गहलोत ने कहा निकम्मा।
  • मैं बैंगन बेचने नहीं आया हूं, सब्जी बेचने नहीं आया हूं, मैं सीएम हूं अपना काम करने आया हूं।
  • पिछले 6 महीने से बीजेपी के साथ मिलकर साजिश की।
  • गहलोत ने मीडिया से अपनी बातचीत ‘सत्यमेव जयते’ कहते हुए अपनी बात खत्म की।

इससे पहले भी राजस्थान के सीएम की ओर से सचिन पायलट पर निशाना साधा जा चुका है. अब सोमवार को अशोक गहलोत ने कहा कि हमने कभी सचिन पायलट पर सवाल नहीं किया, सात साल के अंदर एक राजस्थान ही ऐसा राज्य है जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की मांग नहीं की गई. हम जानते थे कि वो निकम्मे थे, नाकारा थे लेकिन मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मुख्यमंत्री बनकर आया हूं. हम नहीं चाहते हैं कि उनके खिलाफ कोई कुछ बोले, सभी ने उनको सम्मान दिया है.

नई दिल्ली: 

राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर जमकर हमला बोला है. यहां तक कि गहलोत ने सचिन पायलट को निकम्मा तक कह दिया.

गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कॉन्स्पिरेसी चल रही है सरकार गिराने की. किसी को यकीन नहीं होता था कि ये व्यक्ति ये काम कर सकता है. मासूम चेहरा, हिंदी इंग्लिश पर कमांज और मीडिया को इंप्रेस कर रखा है. उन्होंने कहा कि मेरी मेहनत से राजस्थान में सरकार बनी है, प्रदेश की जनता जानती है कि उनका कितना कॉन्ट्रिब्यूशन था. लेकिन फिर भी मैंने उनके ऊपर कभी सवाल नहीं उठाए. उन्होंने कहा कि हम जानते थे कि यहां क्या हो रहा है लेकिन पार्टी के हित को देखते हुए कभी उनपर सवाल नहीं उठाए. 

अशोक गहलोत ने संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा, एक छोटी खबर भी नहीं पढ़ी होगी किसी ने कि पायलट साहब को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाना चाहिए. हम जानते थे कि वो (सचिन पायलट) निकम्मा है, नाकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है खाली लोगों को लड़वा रहा है. मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मैं सब्जी बेचने नहीं आया हूं, मैं मुख्यमंत्री हूं. उन्होंने कहा कि पहले तुम अशोक गहलोत के घर के बाहर खड़े थे फिर सीपी जोशी के घर के बाहर खड़े हो गए. कैसे तुम पर विश्वास कर लूं. 

उन्होंने कहा कि सचिन पायलट बीजेपी के समर्थन से पिछले 6 महीनों से साजिश रच रहे थे. किसी ने भी मुझ पर विश्वास नहीं किया जब मैं कहता था कि सरकार को गिराने की साजिश चल रही है. किसी को नहीं पता था कि इस तरह के निर्दोष चेहरे वाला व्यक्ति ऐसा काम करेगा. उन्होंने कहा मैं यहां सब्जी बेचने नहीं आया हूं, मैं मुख्यमंत्री हूं. 

गहलोत ने कहा, सचिन पायलट जिस रूप में खेल खेल रहा है, वो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. किसी को नहीं पता था कि ये व्यक्ति ऐसा कर सकता है, मासूम चेहरा है. हिंदी-अंग्रेजी पर अच्छी पकड़ और पूरे देश की मीडिया को इंप्रेस कर रखा है.

आपको बता दें कि राजस्थान के कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने भी आरोप लगाया कि तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने उनसे पार्टी छोड़कर भाजपा में जाने के बारे में चर्चा की थी. इसके साथ ही मलिंगा ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि उन्हें पैसों की पेशकश भी की गई थी. 

पंजाब यूनिवर्सिटी के अंकुर स्कूल का दसवीं का रिजल्ट 100 प्रतिशत

सिटी ब्यूरो, चंडीगढ़:

अंकुर स्कूल, पंजाब विश्वविद्यालय के प्रबंधन, प्रिंसिपल और स्टाफ ने उत्कृष्ट ग्रेड हासिल करने के लिए 10 वीं कक्षा के सभी छात्रों को बधाई दी है। इस साल, सीबीएसई 10 वीं बोर्ड परीक्षा में कुल 86 छात्र एग्जाम में ऐपियर हुए थे। जिसमें से 9 छात्रों ने 90 और उससे अधिक प्रतिशत स्कोर करके शीर्ष स्थान साझा किया, 26 छात्रों ने 80  और उससे अधिक प्रतिशत अंक प्राप्त किए और बाकी छात्रों ने 60 से   ज्यादा अंक प्राप्त किये   छात्रों इस सराहनीय  प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देते हैं।