स्कूल बंद, बच्चे घरों में, वह क्या खाएँगे ‘मध्याह्न भोजन’ को लेकर सुप्रीम कोर्ट चिंतित

चलिये आज सर्वोच्च/उच्च न्यायालय की बात करते हैं। शाहीन बाग ने दिल्ली को तरीबन 2 महीने बंधक बना कर रखा फिर दंगे भड़के और जब दंगाइयों के पोस्टर लगे तो 2 दिन में ही न्यायालय स्वत: संगयान ले कर निजीता का हवाला दे कर दंगाइयों को कवच प्रदान करता है। आज जब कोरोना वाइरस के प्रकोप से सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं बच्चे/ विद्यार्थी अपने अपने घरों में हैं तो सर्वोच्च न्यायालय सरकारों को नोटिस भेज आर बंद स्कूलों में मध्याह्न भोजन के वितरण के बाबत चिंतित है, स्कूल बंद होने से बच्चे क्या खाएँगे?

नई दिल्ली:

 कोरोना वायरस के चलते स्कूल बंद होने और बच्चों को मिड-डे मील न मिल पाने पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया है. स्कूल बंद होने के कारण बच्चों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध नहीं होने का संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को नोटिस जारी किया है और पूछा है कि स्कूल बंद किए जाने पर बच्चों को मिड डे मील यानी मध्याहन भोजन कैसे उपलब्ध कराया जा रहा है? कोरोना वायरस के चलते देश के कई राज्यों में स्कूल (school) कॉलेज (College) बंद कर दिए गए हैं.  दिल्ली में सभी स्कूल और कॉलेज, सभी सिनेमाहॉल 31 मार्च तक बंद रहेंगी.

पंजाब में एहतियातन सभी सरकारी और निजी स्कूल 31 मार्च तक बंद रहेंगे. सिर्फ वे स्कूल खुले रहेंगे, जहां परीक्षाएं चल रही हैं. मध्य प्रदेश में स्कूलों और कॉलेजों में अगले आदेश तक अवकाश घोषित किया गया है.

उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल, कॉलेजों को 22 मार्च तक के लिए बंद करने के निर्देश जारी किए गए है. बिहार में स्कूल-कॉलेज 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं. उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश के 12वीं कक्षा तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को 31 मार्च तक बंद रखने का निर्णय लिया है. इस दौरान केवल बोर्ड परीक्षाएं जारी रहेंगी. इसके अलावा सभी स्कूल बंद रहेंगे. 

कोरोनावायरस से संक्रमण की रोकथाम के लिए छत्तीसगढ़ के सभी शिक्षण संस्थानों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है. 10वीं तथा 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं यथावत पूर्व निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार सम्पन्न होगी. 

सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर शाह को श्राप देती महिला काँग्रेस

पूर्व CEC कुरेशी हों या कॉंग्रेसी नेता सभी की एक ही ख़्वाहिश मोदी – शाह किस महामारी का शिकार हो जाएँ ताज़ा मामला राजस्थान की महिला कॉंग्रेस की रीना मिमरोट जिनहोने टिवीटर पर अपनी इस इच्छा को जाहिर किया। उन्होने समय लगा कर अपने ट्वीट को खूब सजा संवार कर अपनी नफरत का एजहार किया है।

एक महिला कांग्रेस नेता के एक सोशल मीडिया पोस्ट ने विवादों को फिर से जन्म दिया है क्योंकि पोस्ट में कांग्रेस नेता ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को कोरोनावायरस से संक्रमित होने की कामना की है।

रीना मिमरोट, राजस्थान राज्य महिला कांग्रेस सचिव ने शनिवार को कहा कि गृह मंत्री अमित शाह घातक महामारी कोरोनावायरस से संक्रमित हैं। केंद्रीय गृह मंत्री के प्रति अपनी घृणा दिखाने के लिए उसने अपने टिवीटर हैंडल का प्रयोग किया है।

कांग्रेस के नेता ने समाचार साझा करके अपनी हताशा को व्यक्त किया कि ऑस्ट्रेलियाई गृह मंत्री को कोरोनावायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया गया था और उन्होंने कहा कि भारतीय गृह मंत्री अभी भी कोरोनावायरस से संक्रमित होने में पिछड़ रहे थे। कांग्रेस नेता ने अप्रत्यक्ष रूप से आशा व्यक्त की कि गृह मंत्री जल्द ही अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के समान कोरोनावायरस से प्रभावित होंगे।

यह पहली बार नहीं है जब रीना मिमरोट फर्जी समाचार और अभद्र भाषा का प्रसार करते हुए पकड़ी गई। इससे पहले जनवरी में, उन्होंने डोनाल्ड ट्रम्प की अश्लील तस्वीर को एक महिला को साझा करने के लिए ट्विटर पर लिया था और दावा किया था कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति हैं।

P॰G॰I॰ के प्रोफ॰ डॉ॰ यशपाल शर्मा अनुसार कोरोना वाइरस किन पर असर करेगा और बचाव के उपाय

राजविरेन्द्र वशिष्ठ

ब्रिटेन में कोरोना वायरस को लेकर हुई एक स्टडी में आशंका जताई गई है कि इस बीमारी से अमेरिका में 22 लाख और यूके (ब्रिटेन) में करीब 5 लाख मौतें होंगी. कोरोना वायरस का संक्रमण यहां तेजी से पैर पसार रहा है. इसी को लेकर ब्रिटेन में एक स्टडी की गई है. स्टडी में कहा गया है कि सरकार जितना अंदाजा लगा रही है, उससे कहीं ज्यादा मौतें होंगी. स्टडी कोरोना वायरस से होने वाले सबसे खराब हालात की ओर इशारा कर रही हैं. अब तक दुनियाभर में 7900 मौतें हो चुकीं हैं जबकि तकरीबन 3900 मौतें पिछले 7 दिनों में ही हुई हैं, और अकेले इटली ही में 1 दिन में 350 मौतों की बात कहि जा रही है।

चंडीगढ़: 

देशभर में कोरोना वायरस की वजह से हड़कंप मचा हुआ है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि वायरस से सबसे ज्यादा खतरा किन लोगों को हैं और इससे बचा कैसे जा सकता है. इस बारे में पीजीआई कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड एंड प्रोफेसर डॉक्टर यशपाल शर्मा का कहना है कि हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप), डायबिटीज, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (हृदय संबंधी रोग), क्रॉनिक रेस्पिरेट्री डिजीज (सांस संबंधी रोग) और कैंसर से पीड़ित मरीजों को कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरा है.

ऐसे मरीज अगर किसी कोरोना वायरस पीड़ित मरीज के संपर्क में आते हैं तो उनमें संक्रमण होना तय है. उन्होंने बताया कि वायरस से पीड़ित इस तरह के मरीजों की मृत्युदर भी सबसे ज्यादा है. डॉ यशपाल ने बताया कि बच्चों और बुर्जुगों के अलावा इन बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को सावधानी बरतने की सबसे ज्यादा जरूरत है. 

बता दें कर्नाटक के रहने वाले 76 वर्षीय जिस व्यक्ति की कोरोना वायरस के कारण मृत्यु हुई, उसे भी हाईपरटेंशन और अस्थमा था. डॉ यशपाल ने ज़ी मीडिया से खास बातचीत करते हुए कहा कि शाकाहारी, मांसाहारी खाने को लेकर सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहे हैं, उस पर यकीन करने की जरूरत नहीं है. 

उन्होंने कहा कि ध्यान रहे कि हाईप्रोटीन फूड ही खाएं, जंक फूड और स्ट्रीट फूड खाने से परहेज करें. खाना हाईजीन होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि पीजीआई में आने वाले मरीजों और उनके साथ आने वालों के लिए पीजीआई के लॉन खोले जाएंगे जिससे मरीज एक-दूसरे से दूरी बनाकर बैठें.

उन्होंने कहा कि पीजीआई फैकल्टी की मीटिंग भी हुई है कि सिर्फ इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को पीजीआई आने की सलाह दी जाए. जो रेगुलर चैकअप के लिए आते हैं, वो कुछ दिनों तक पीजीआई न आएं. 

डॉ यशपाल ने बताया कि पीजीआई के हर विभाग में टेम्परेचर चैक करने के लिए भी थर्मल स्क्रीनिंग को लेकर चर्चा की गई है. 

हाईपरटेंशन, डायबिटीज और कार्डियो के मरीजों के लिए डॉ यशपाल ने दिए टिप्स

1- अपनी दवाएं लेना जारी रखें और अपने चिकित्सक द्वारा सुझाए गए आहार का सेवन करें.
2- सर्दी और फ्लू, या अन्य श्वसन लक्षणों वाले लोगों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें.
3- जब आप खांसते या छींकते हैं तो अपने मुंह और नाक को टिशू या अपनी मुड़ी हुई कोहनी से ढक लें.
4- अपने हाथों को अक्सर साबुन और पानी से धोएं.
5- फ्लू जैसे लक्षण दिखने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ निकट संपर्क से बचें.

कोरोना के चलते बाल कल्याण परिषद् द्वारा चलाए जा रहे डे-केयर सैंटर, कम्पयुटर प्रशिक्षण केन्द्र, ब्यूटी केयर व सिलाई कढ़ाई तथा बाल पुस्तकालय आदि बंद

पंचकूला,16 मार्च:

उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कोरोना वायरस के चलते बाल कल्याण परिषद् द्वारा चलाए जा रहे डे-केयर सैंटर, कम्पयुटर प्रशिक्षण केन्द्र, ब्यूटी केयर व सिलाई कढ़ाई तथा बाल पुस्तकालय आदि बंद करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देशनुसार जिला के सभी स्कूल एवं काॅलेज बंद कर दिए गए है। इसी प्रकार बाल कल्याण केन्द्र में चलाई जा रही गतिविधियों को भी तुरंत प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि इन केन्द्रों के आस-पास स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी हिदायतों पूर्ण स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश दिए गए है। इसके अलावा सभी विभागाध्यक्षो को भी संबंधित परिसरों में सफाई व्यव्स्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि कार्यालय परिसरों के दरवाजें, नोब, हैंडल रेलिंग, चेयर, बैंच, टेबल आदि को 1 प्रतिशत हाईड्रोकोलोराईड सोलुशन के साथ सेनेटाईज करने के निर्देश दिए गए है। 

उपायुक्त ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार जिला में स्थित सभी सिनेमा हाॅल, जिम, स्वीमिंग पुल, नाईट कल्ब को बंद करने के आदेश दिए गए है। जिला में किसी भी सामाजिक, राजनैतिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, खेल प्रतियोगिता व पारिवारिक कार्यक्रमों में 200 से ज्यादा लोगों को एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों को एहतियात के तौर पर नवरात्रों व अन्य मेलों में जाने की बजाये अपने घरों पर ही पूजा -पाठ को त्वज्जों देने का अनुरोध किया गया है ताकि भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचा जा सकें।

उपायुक्त ने कहा कि लोगों को दिन में कई बार लगातार 20 सैंकेड़ तक हाथों को साबुन से धोने तथा ज्यादा से ज्यादा तरल पर्दाथों का सेवन करने और पूर्ण रूप  से सेनेटाईज करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। कार्यालयों में प्रवेश करने से पहले सभी कर्मचारियों व अधिकारियों के हाथों को सेनेटाईज किया गया है। इसके अलावा परिवहन विभाग की बसों को सेनेटाईज करने के लिए 5 टीमों का गठन किया गया है। जो नियमित रूप से सुबह शाम को बसों को सेनेटाईज करने का कार्य कर रहे हैं। सार्वजनिक स्थलों बस स्टैंड आदि पर स्थापित शौचालयों की सफाई पर भी विशेष बल दिया जा रहा है। इसके अलावा सार्वजनिक स्थलो ंपर सफाई व्यव्स्था बनाए रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार 900 मिलिलीटर पानी में 100 मिलीलीटर हाईपोकोलोराईड सोलुशन का प्रयोग किया जा रहा है। बाजार में 5 से 10 प्रतिशत हाईपोकोलोराईउ सोलुशन आसानी से उपलब्ध हो रहा है।

अज्ञात महिला का शव मिला

पंचकुला ब्रेयाकिंग – कपिल नागपाल

पंचकूला में जब सनसनी फैल गई जब एक कंट्रोल रूम में एक बीटी गई। कि एक 50 साल की महिला की डेड बॉडी सेक्टर 23 के डंपिंग ग्राउंड के पास पड़ी है पंचकूला के सेक्टर 23 के आईटी पार्क के पास डंपिंग ग्राउंड के पास में एक 50 साल कि महिला का मिला शव। मौके पर फॉरेन्सिक टीम भी पहुची। हत्या है या आत्महत्या इसका पता पुलिस आसपास से पता कर रही है।

व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर साफ सफाई के विशेष महत्व पर उपायुक्त पंचकुला ने विशेष बल दिया

पंचकूला 15  मार्च:

उपायुक्त मुकेश कुमार  आहूजा ने कोरोना को लेकर जिला के सभी रेस्टोरेंट , होटल , सिनेमा, कमर्शियल दुकानों , जिम ,मॉल बार आदि सभी बड़ी दुकानों के मालिकों को हिदायतें जारी करते हुए कहा कि कि वे अपने सभी टर्निंग प्वाइंट, डोर आदि को पूर्ण रूप से सेनीटाइज करें । सैनिटाइजर करते समय सोडियम हाइपोक्लोराइट 1% मॉपिंग का स्प्रे करें । उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर सभी बड़ी दुकानों के मालिक सावधानी बरतते हुए अपने परिसरो मे पूर्ण रूप से सफाई व्यवस्था बनाए रखें।  अपने परिसर में कार्य करने वाले सभी कर्मचारियों  को बार बार साबुन से हाथ धोने के लिए जागरूक करें । 

उपायुक्त ने जिला के सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि वे कार्यालयों काे भी सैनिटाइज करें आैर सोमवार को कार्यालय खुलने से पहले कार्यालयों के दरवाजे और टर्निंग प्वाइंट सेनीटाइज होने चाहिए । इसके अलावा कार्यालयों में आने से पहले कर्मचारियों को भी भली भांति सेनीटाइज करें और वे हाथ धोकर ही कार्यालय में प्रवेश करेंगे।

 उपायुक्त ने कहा कि कोरोना से घबराने की आवश्यकता नहीं है लेकिन एहतियात के तौर पर पूरी सावधानी बरतें और बार-बार अपने हाथ साबुन से धोएं। उन्होंने कहा कि जिला में स्थिति पूर्ण रूप से नियंत्रण में है ।  अब तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा 83 लोगों को निगरानी में लिया गया तथा 9 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए जो नेगेटिव पाए गए। 

उन्होंने कहा कि ज्यादा भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से गुरेज करना चाहिए तथा छींकते समय रुमाल का प्रयोग करना चाहिए। जिला प्रशासन द्वारा सेक्टर 6 पंचकूला के सामान्य अस्पताल व सामुदायिक केंद्र कालका मे विशेष अलगाववाद वार्ड बनाए गए हैं। जिला स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम का भी गठन किया गया है। यह टीम 24 घंटे सातों दिन लगातार कार्य कर रही है। लोगों को जागरूक एवं  सचेत करने के लिए टोल प्लाजा, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन ,निजी एवं सरकारी अस्पतालों में डिस्प्ले बोर्ड एवं फ्लेक्स आदि लगाए गए हैं। कोरोना से बचाव के लिए लोगों को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ लेने चाहिए और यदि किसी प्रकार की समस्या हो तो चिकित्सकों की निगरानी में जाना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों के लिए हेल्प डेस्क भी बनाई गई है।

  इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर 9779 494 643 एवं 805400 7102 तथा 0172-2573907 पर भी जानकारी ली जा सकती है।

COVID-19 के प्रकोप की आशंका के मद्देनजर सर्वोच्च न्यायालय का काम सीमित रहेगा और उपयुक्त संख्या की बेंच तत्काल मामलों पर ही सुनवाई करेगी

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक अधिसूचना जारी कर निर्देश दिया है कि COVID-19 (कोरोना वायरस) के प्रकोप की आशंका के मद्देनजर कोर्ट का काम सीमित रहेगा और उपयुक्त संख्या की बेंच तत्काल मामलों पर ही सुनवाई करेगी।

अधिसूचना में कहा गया है कि

“भारत सरकार द्वारा जारी की गई एडवाइज़री की समीक्षा करने और चिकित्सा पेशेवरों सहित सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय को देखते हुए और सभी आगंतुकों, वादकारियों, वकीलों, अदालत कर्मचारियों, सुरक्षा और स्पोर्ट स्टाफ कर्मचारी, छात्र, इंटर्न और मीडिया पेशेवरों की सुरक्षा को देखते हुए सक्षम प्राधिकारी को यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि न्यायालयों के कामकाज को तत्काल मामलों की सुनवाई तक सीमित रखा जाएगा। उपयुक्त संख्या की बेंच तत्काल मामलों पर ही सुनवाई करेगी। “

यह भी सूचित किया जाता है कि मुकदमों में पेश होने वाले वकीलों को छोड़कर तर्क के लिए या मौखिक प्रस्तुतियां देने के लिए या केवल एक मुकदमेबाज़ी के साथ सहायता करने के लिए अदालत कक्ष में किसी भी व्यक्ति को अनुमति नहीं दी जाएगी।

केवल मामले को सुनने वाले अधिकारी के समक्ष मामलों का उल्लेख किया जाएगा। स्वास्थ्य के लिए सुरक्षा उपायों के महत्व को ध्यान में रखते हुए, सभी संबंधितों से अनुरोध है कि वे सभी के हित में, ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों के निर्देशों का पालन करें।

भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने भारत में कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच गुरुवार को अपने आवास पर एक जरूरी बैठक रखी थी। इस बैठक में जस्टिस अरुण मिश्रा, जस्टिस यूयू ललित, अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के पदाधिकारियों और रिकॉर्ड एसोसिएशन (SCAORA) के पदाधिकारियों के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया।

स्थिति की गंभीरता के साथ-साथ देश भर में बढ़ रहे मामलों की जानकारी लेते हुए अदालत परिसर में बड़ी संख्या में वकीलों और वादियों को प्रवेश करने की अनुमति देने के खतरों पर चर्चा हुई।

सुप्रीम कोर्ट में फिलहाल होली की छुट्टियां चल रही हैं और 16 मार्च सोमवार को फिर से कोर्ट में काम शुरू होगा। कोरोना वायरस के मामले की गंभीरता को देखते हुए 11 मार्च को गृह मंत्रालय ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 को लागू करने के लिए कहा, जबकि दिल्ली सरकार ने गुरुवार को निर्देश दिया कि सिनेमा हॉल और स्कूल जहां परीक्षाएं पूरी हो चुकी हैं, वे एहतियात के तौर पर 31 मार्च तक बंद रहेंगे। अब तक भारत में COVID-19 के 74 मामलों की पुष्टि हुई है।

Adminis’Traitor’ of Juvinile Health

If everything is to go as per the schedule then why is this mockery annonced by the administraton. As we all know that schools are conducting annual exams, and next session is to be started by 1st April 2020. then what is new in the order. Shall we take it for gauranteed that student’s immune system was boosted with providing of date sheet. If school children are suppose to write their exam as per schedule then why is the announcement of school clousre.

The Chandigarh Administration has suspended classes in schools till March 31 amid rising coronavirus cases in the country. 

A circular by Chandigarh’s Education Department said that all government and private schools—both aided and unaided—will remain closed until March 31, but examinations will go on according to schedule. 

“Students will attend the school only to take/appear in the Board Examination, Annual Examination and Assessment Examination etc. during March 2020 as per the previous schedule,” the circular said. However, all teaching and non-teaching staff members will attend the school as usual until further orders.

It also said parents should instruct their children to avoid crowds or large gatherings during this period.  

“Students may also be advised to follow the School Advisory/ Instructions/ Guidelines issued from time to time by the Ministry of Health, Govt. of India / local health department, the circular said.

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय व भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम एल्मिको के सहयोग से जिला रेडक्राॅस सोसाईटी द्वारा जांच एवं मापतोल शिविर आयोजित किया जाएगा

पंचकूला,11 मार्च:

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय व भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम एल्मिको के सहयोग से जिला रेडक्राॅस सोसाईटी द्वारा 16 मार्च को खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय पिंजौर में जांच एवं मापतोल शिविर आयोजित किया जाएगा।

  उपायुक्त एवं जिला रेडक्राॅस सोसाईटी के अध्यक्ष मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि पंचकूला के सभी खण्डों में 16 से 20 मार्च तक जांच एवं मापतोल शिविर आयोजित किए जाएगें। खण्ड स्तर पर आयोजित इन शिविरों में दिव्यांग व्यक्तियों तथा वरिष्ठ नागरिकों की जांच की जाएगी और उन्हें आवश्यकता अनुसार कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए पंजीकृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 17 मार्च को राजकीय बहुतकनीकी संस्थान मोरनी तथा 18 मार्च को सामुदायक केन्द्र बरवाला में जांच शिविर लगाए जाएगें।

  उपायुक्त ने बताया कि सोसाईटी द्वारा  19 मार्च को खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय रायपुररानी तथा 20 मार्च को जिला रेडक्राॅस वृद्ध आश्रम सैक्टर-15 पंचकूला में जांच एवं मापतोल शिविर लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन शिविरों में ट्राईसाईकिल, व्हील चेयर, सुनने की मशीन, कृत्रिम अंग, बैसाखी एवं सहायक उपकरण, कृत्रिम दांत एवं जबड़ा, तिपाई एवं चैपाई पौड़, चश्मा, चलने हेतु हाथ की छड़ी, कोहनी वाली बैसाखी आदि उपकरण प्रदान करने के लिए दिव्यांग एवं वरिष्ठ नागरिकों का चयन किया जाएगा।

  उन्होंने बताया कि शिविर में भाग लेने के लिए 2 पासपोट साईज की फोटो, रिहायशी प्रमाण पत्र व आधार कार्ड की फोटो, बीपीएल कार्ड, वरिष्ठ नागरिक कार्ड, आयु प्रमाण पत्र, दिव्यांग प्रमाण पत्र तथा तहसीलदार व सक्षम अधिकारी द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र की प्रतियां साथ लेकर आना अनिवार्य है। 

संक्रामण से बचने के लिए जिले में bio-metrec हाजिरी न लगाने के उपायुक्त पंचकुला के निर्देश

पचंकूला, 9 मार्च-

  • उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि हरियाणा सरकार ने कोरोना वायरस से बचाव के चलते कर्मचारियों को 31 मार्च 2020 तक बायोमेट्रिक हाजिरी न लगाने के निर्देश जारी किए हैं। 
  • उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि जिला के लोगों को कोरोना वायरस से घबराने की आवश्यकता नहीं है बल्कि संक्रमण का खतरा कम करने के लिये अपने हाथों को साबुन से बार-बार धोये। 

उपायुक्त आज लघु सचिवालय स्थित सभागार में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला में अब तक 26 बाहरी व्यक्तियों में कोरोना वायरस के लक्षण पाये गये थे, जिनको निगरानी में रखकर उपचार दिया गया। इनमें से 14 व्यक्तियों के निगरानी के 28 दिन पूरे हो चुके है, उन्हें घर भेज दिया गया है। शेष 12 व्यक्तियों की भी शीघ्र ही निगरानी अवधि पूरी होने वाली है। उन्होंने कहा कि जिला में अब कोरोना वायरस की स्थिति पूर्ण निगरानी में है इसलिये लोगों को डरने की कोई आवश्यकता नहीं है। 

उपायुक्त ने कहा कि लोगों को मास्क व हैंड सेनीटाईजर के पीछे नहीं भागना चाहिए। कई स्थानों पर मास्क उपलब्ध न होने की सूचना मिल रही है, इसके लिये स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा कोरोना वायरस से सचेत एवं जागरूक करने के लिये दस हजार से अधिक पंपलेट्स छपवाकर आंगनवाॅडी केंद्रों के माध्यम से घर-घर भेजे जा रहे है। इसके अलावा किसी भी तरह की कोई सूचना मिलती है तो विभाग द्वारा जारी हैल्पलाईन नंबरों पर जानकारी लें सकते है।

  उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की गवर्निंग बाॅडी की बैठक हुई, जिसमें कई आवश्यक निर्णय लिये गये। उन्होंने अस्पताल परिसर में 5 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों के आधार कार्ड बनाने के लिये मशीन मुहैया करवाने के निर्देश दिय। इसके अलावा वीएलई स्तर पर भी आधार कार्ड बनाने के लिये डिवाईस लगाने तथा आयुष्मान भारत योजना के कार्ड बनाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने गर्मी के मौसम में होने वाले संक्रमण से फैलने वाली बीमारियों पर अंकुश लगाने के लिये आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये। इसके अलावा वाॅटर जनित रोगों के लिये भी स्वास्थ्य विभाग को तत्पर रहकर कार्यवाही करने के आदेश दिये।

बैठक में नगराधीश सुशील कुमार, सिविल सर्जन डाॅ. जसजीत कौर, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी दमन सिंह, डीआईओ सतपाल शर्मा, डिप्टी सीएमओ डाॅ. राजीव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।