राजकीय महाविद्यालय आजादी का अमृत महोत्सव ‘ के अंतर्गत ‘ हर घर तिरंगा अभियान  में पैदल तिरंगा रैली का आयोजन किया गया। 

अजय कुमार, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला,12 अगस्त :

राजकीय महाविद्यालय , मोरनी में ‘ 8 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव ‘ के अंतर्गत ‘ हर घर तिरंगा अभियान  में पैदल तिरंगा रैली का आयोजन किया गया।  तिरंगा रैली में महाविद्यालय के सभी छात्र और छात्राओं  प्राचार्य डॉक्टर राकेश गोयल , प्रोफेसर प्रताप सिंह तथा महाविद्यालय कार्यालय से अन्य लोग भी ने हिस्सा  लिया।

तिरंगा रैली का आयोजन महाविद्यालय प्रांगण से लेकर मोरनी गांव तक पैदल चलकर किया। पैदल रैली में उपस्थित सभी ने  राष्ट्रीयता  की भावना से ओत प्रोत  होकर ‘ आजादी का अमृत महोत्सव ‘ एक जोशीले उत्सव की तरह मनाया गया। इस अवसर पर सभी ने एक दूसरे को अग्रिम में स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाये  दी।  9 अगस्त को भी राजकीय महाविद्यालय  ने  मोटरसाइकिल तिरंगा  रैली का आयोजन किया।  बाइक तिरंगा रैली में महाविद्यालय के सभी छात्र और छात्रा  प्राचार्य डॉक्टर राकेश गोयल , प्रोफेसर प्रताप सिंह तथा महाविद्यालय कार्यालय से अन्य लोगो ने  हिस्सा  लिया।  ‘बाइक रैली ‘ का आयोजन महाविद्यालय प्रांगण से लेकर मोरनी गांव तक किया । बाइक रैली में भाग लेने वाले सभी लोगों  ने तिरंगा ऊंचा रहे तथा भारत माता की जय के नारों को उदघोष किया । बाइक रैली के दौरान  छात्रों एवं छात्राओं ने बीच बीच में रूक रूक कर सड़क पर उपस्थित लोगों को अपने घर में तिरंगे को फहराने के लिए प्रेरित किया ।

तिरंगा अभियान के लिए जीएनजी ने वितरित किया तिरंग

कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर :

75 वें महोत्सव पर घर-घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है। इसको लेकर गुरू नानक गर्ल्स कॉलेज में छात्राओं व स्टाफ सदस्यों को संस्थान की ओर से तिरंगा झंडा वितरित किया गया। कॉलेज निर्देशिका डॉ वरिन्द्र गांधी ने सभी को 13 से 15 अगस्त तक अपने-अपने घरों में तिरंगा लगाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने सभी को घरों पर लगाने के लिए तिरंगा झंडा भी वितरित किया। उन्होंने कहा कि जब सब अपने घरों में ध्वजारोहण करेंगंे तो अपने आप को गौरवान्वित महसूस करेंगें। उन्होंने कहा कि हमारी मंशा है हर घर में तिरंगा फहरे और भारत देश के हर नागरिक को आजादी महसूस हो। इस अवसर पर मौजूद सभी स्टाफ सदस्यों व छात्राओं ने भारत माता की जय के नारे लगाए। इस मौके पर एनसीसी अधिकारी डॉ गीतू खन्ना, प्रो नेहा अरोड़ा, डॉ सावित्री, मनीषा राणा व अन्य मौजूद रहे।

कमिश्नर चंद्रशेखर ने हर घर तिरंगा कार्यक्रम को हरी झंडी देकर रवाना किया

कालावाली वरिन्दर जिन्दल, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, हरियाणा :

हर घर तिरंगा कार्यक्रम के तहत हिसार मंडल आयुक्त चंद्रशेखर आईएएस ने राजकीय उच्च विद्यालय ख्योवाली से तिरंगा रैली को हरी झंडी देकर रवाना किया। इस रैली से पूर्व  स्कूल में कार्यक्रम हुआ जिसकी अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी संत कुमार बिश्नोई ने की। इस अवसर मुख्याथिति हिसार मंडल के कमिश्नर चंद्रशेखर ने अपने संबोधन में कहा कि देश की आन बान और शान तिरंगे झंडे को घर घर लहरा कर देश भक्ति का सबूत दें ताकि  लोगों में देशभक्ति की भावना पैदा हो। इसके बाद स्कूल में पौधारोपण किया गया और ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने का संदेश दिया। इस अवसर पर एसडीएम उदय सिंह, सीईओ प्रीतपाल, डीएफएसई सुरेंद्र सैनी, खंड शिक्षा अधिकारी  साहब राम चाहर, मुख्याध्यापक बीएस धालीवाल, जीवम फाउंडेशन की तरफ से ईशा गोदारा, किरण गोदारा, निवर्तमान सरपंच बलजीत सिंह श्योरान, हनुमान गोदारा, ओमप्रकाश गोदारा, कुलबीर रोलन, धर्मपाल सारण, वीरेंद्र सिंह गुर्जर, विनोद गोदारा, हरदीप सिंह  सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति महिला पुरुष स्कूल स्टाफ विद्यार्थी उपस्थित रहे।

अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर  हर घर तिरँगा के तहत  निकाली गई तिरँगा यात्रा 

कालावाली वरिन्दर जिन्दल, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, हरियाणा :

जिस ओर जवानी चलती है उस ओर जमाना चलता है को सार्थक करते हुए गांव नुहियांवाली में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, शिव शक्ति क्लब नुहियांवाली व ग्राम के सहयोग से तिरँगा यात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें माँ भारती की जय के नारों से माहौल पूरा देश भक्ति से रंगीन रहा वहीं युवा साथियों का जोश देखने लायक था। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि थाना प्रभारी कर्ण सिंह व वशिष्ट अतिथि प्रधानाचार्य राजकुमार ने यात्रा में भाग लिया। गांव के विद्यालय से होते हुए यात्रा मुख्य चौपाल में पहुंची जहां तिरँगा यात्रा पर पुष्प वर्षा की गई । अपने सम्बोधन में थाना प्रभारी ने कहा कि अफसोस होता है जो जवान आज देश का भविष्य संवारकर भारत को पुनः सोने की चिड़िया बनाने वाले थे वो खुद आज जवानी को नशे में नाश कर रहे है। थाना प्रभारी ने युवाओं व ग्रामीणों से हर घर तिरँगा लगाने की अपील की ओर युवाओं से कहा कि इसी तरह समाजिक कार्यो  के आयोजन में अपनी भागीदारी निभाकर एक आदर्श ग्राम को बनाने का प्रयास करें। प्रधानाचार्य राज कुमार ने बच्चों को मार्गदर्शक करते हुए कहा कि खेल खुद व राष्ट्रीय भावनाओं व शिक्षा के छेत्र में अपने माँ बाप का नाम रोशन करने में आप सब बच्चे मेहनत करें जिससे स्कूल, गांव व जिला के साथ ही आपका व आपके माता पिता का नाम रोशन हो सके। शिव शक्ति युवा क्लब के साथियों का हमेशा सहयोग करें ताकि गांव में अच्छे समाजिक कार्यक्रमों का आयोजन समय समय पर होता रहे जिससे गांव के युवा सही रास्ते पर अग्रसर हो। क्लब सदस्यों ने थाना प्रभारी को स्मृति चिन्ह देकर समान्नित करते हुए आये हुए सभी समान्नित साथियों व स्कूल स्टाफ का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में रामकुमार नेहरा पूर्व सरपंच , रोहताश गोदारा , गनपत राम डूडी ,नरेंद्र पांडर आनन्दगढ़, एकता युवा क्लब ओढ़ां से सुखराज सिंह, गुरदीप सिंह, अजय, शिव शक्ति क्लब नुहियांवाली के सभी युवा साथीयों सहित गांव के अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

हर घर तिरंगा आजादी का अमृत महोत्सव के नेतृत्व में एक अभियान

स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में एक राष्ट्र के रूप में ध्वज को सामूहिक रूप से घर लाना न केवल तिरंगे से हमारे व्यक्तिगत संबंध का एक कार्य है बल्कि यह राष्ट्र-निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक भी बन जाता है। आजादी के अमृत महोत्सव में हर घर तिरंगा अभियान 13 से 15 अगस्त, 2022 तक आयोजित किया जाएगा।

हमारे देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर हर घर में तिरंगा फहराया जा रहा है। आइए जानते हैं हमारे देश के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के बारे में।

जसविंदर पाल शर्मा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, श्री मुक्तसर साहिब पंजाब :

झंडा किसी देश का सबसे महत्वपूर्ण प्रतीक होता है। इसी तरह, भारत का राष्ट्रीय ध्वज भारत के लिए सर्वोच्च महत्व का प्रतीक है। भारत का राष्ट्रीय ध्वज देश के सम्मान, देशभक्ति और स्वतंत्रता का प्रतीक है। यह भाषा, संस्कृति, धर्म, जाति आदि में अंतर के बावजूद भारत के लोगों की एकता को दर्शाता है। सबसे विशेष रूप से, भारतीय ध्वज एक क्षैतिज आयताकार तिरंगा है। इसके अलावा भारत के झंडे में केसरिया, सफेद और हरा रंग होता है।

भारत के राष्ट्रीय ध्वज का इतिहास

15जिसे तिरंगा भी कहते हैं, तीन रंग की क्षैतिज पट्टियों के बीच नीले रंग के एक चक्र द्वारा सुशोभित ध्वज है। इसकी अभिकल्पना पिंगली वैंकैया ने की थी।इसे 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से भारत की स्वतंत्रता के कुछ ही दिन पूर्व 22 जुलाई, 1947 को आयोजित भारतीय संविधान-सभा की बैठक में अपनाया गया था

1921 में महात्मा गांधी द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को ध्वज का प्रस्ताव दिया गया था। इसके अतिरिक्त, ध्वज को पिंगली वेंकैया द्वारा डिजाइन किया गया था। झंडे के केंद्र में एक पारंपरिक चरखा था। फिर केंद्र में एक सफेद पट्टी को शामिल करने के लिए डिजाइन में एक संशोधन किया गया। यह संशोधन अन्य धार्मिक समुदायों के लिए भी हुआ और चरखे की पृष्ठभूमि बनाने के लिए भी।

रंग योजना के साथ सांप्रदायिक जुड़ाव से बचने के लिए, विशेषज्ञों ने तीन रंगों को चुना। सबसे खास यह कि ये तीन रंग केसरिया, सफेद और हरा थे। केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतिनिधित्व करता है। इसके अलावा सफेद रंग शांति और सच्चाई का प्रतिनिधित्व करता है। इसके अलावा, हरा रंग विश्वास और बहादुरी का प्रतीक है।
आजादी से कुछ दिन पहले विशेष रूप से गठित संविधान सभा ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया। निर्णय यह था कि भारतीय ध्वज सभी समुदायों और पार्टियों को स्वीकार्य होना चाहिए। हालांकि, भारतीय ध्वज के रंगों में कोई बदलाव नहीं आया। हालांकि, चरखे को अशोक चक्र से बदल दिया गया था। इसके अलावा, यह अशोक चक्र कानून के शाश्वत चक्र का प्रतिनिधित्व करता है।

भारत के राष्ट्रीय ध्वज का प्रदर्शन

ध्वज का प्रदर्शन सभा मंच पर किया जाता है तो उसे इस प्रकार फहराया जाएगा कि जब वक्ता का मुँह श्रोताओं की ओर हो तो ध्वज उनके दाहिने ओर हो। ध्वज किसी अधिकारी की गाड़ी पर लगाया जाए तो उसे सामने की ओर बीचोंबीच या कार के दाईं ओर लगाया जाए। फटा या मैला ध्वज नहीं फहराया जाता है।

Independence Day: The Demand For The Tricolor Has Doubled After Indias  Stellar Performance In The Olympics ANN | Independence Day: Olympics में  भारत के शानदार प्रदर्शन के बाद दोगुनी हुई तिरंगे की

नियमों में कहा गया है कि जब दो झंडे किसी पोडियम के पीछे की दीवार पर क्षैतिज रूप से फैले होते हैं, तो उनके झंडे एक दूसरे के सामने होने चाहिए। साथ ही केसर की पट्टियां ऊपर होनी चाहिए। जब फ्लैग डिस्प्ले एक छोटे फ्लैगपोल पर होता है, तो माउंटिंग दीवार के कोण पर होनी चाहिए। साथ ही, कोण ऐसा है कि उसमें से झंडा लिपटा हुआ है। जब एक पार किए गए कर्मचारी पर झंडे दिखाई देते हैं, तो लहराते हुए एक दूसरे की ओर होना चाहिए।

भारत के राष्ट्रीय ध्वज का इस्तेमाल कभी भी टेबल, लेक्चर, पोडियम या इमारतों को ढंकने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। जब ध्वज को घर के अंदर प्रदर्शित किया जाता है, तो यह हमेशा दाहिनी ओर होना चाहिए। इसका कारण प्राधिकरण की स्थिति है। इसके अतिरिक्त, ध्वज हमेशा वक्ता के दाहिने हाथ पर होना चाहिए जब ध्वज वक्ता के सामने प्रदर्शित होता है। सबसे विशेष रूप से, जब भी ध्वज प्रदर्शित किया जाता है, तो इसे पूरी तरह से बढ़ाया जाना चाहिए।
अंत में, भारत का राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश का गौरव है। इसके अलावा, भारत का झंडा देश की संप्रभुता का प्रतिनिधित्व करता है। सबसे विशेष रूप से, राष्ट्रीय ध्वज को फहराते हुए देखना हर भारतीय के लिए गर्व और खुशी का क्षण होता है। भारत का राष्ट्रीय ध्वज निश्चित रूप से भारत के प्रत्येक नागरिक से बहुत सम्मान का पात्र है।

आजादी का अमृत महोत्सव के तहत तिरंगा रैली निकाली

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

प्रगतिशील भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए भारत सरकार की एक पहल “आजादी का अमृत महोत्सव” के तहत चल रही गतिविधियों के तहत पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर -46, चण्डीगढ़  के एनएसएस विंग ने  तिरंगा रैली का आयोजन किया। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आभा सुदर्शन ने डॉ. सिद्धार्थ कुमार, प्रभारी, एनएसएस और कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रितु सरसोहा, श्रीमती पूजा गुप्ता और डॉ अरविंदर सिंह के नेतृत्व में रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इससे पहले एनएसएस स्वयंसेवकों, एनसीसी कैडेटों, शिक्षण और गैर-शिक्षण स्टाफ सदस्यों ने समारोह के हिस्से के रूप में झंडे पकड़े हुए 75 का आंकड़ा बनाया।

डाइटीशियन श्रेया एकेडमी में  ब्रेस्टफीडिंग वीक पर  आर्टिकल राइटिंग कॉम्पिटिशन आयोजित 

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ :

वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक हर साल 1 से 7 अगस्त के बीच मनाया जाता है. ये एक वार्षिक उत्सव के रूप में 120 से अधिक देशों में आयोजित किया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ब्रेस्टफीडिंग को बच्चों के स्वास्थ्य और ब्रेस्टफीडिंग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ये सप्ताह मनाया जाता है. इस वर्ष, ब्रेस्टफीडिंग वीक की थीम ‘प्रोटेक्ट ब्रेस्टफीडिंग: एक शेयर्ड जिम्मेदारी’ है.

इसी कड़ी में इस अति महत्वपूर्ण मैसेज को हर घर पहुंचाने के लिए     डायटीशियन श्रेया    एकेडमी के सभी स्टूडेंट्स   व सोशल मीडिया फालोवरस को  ब्रेस्टफीडिंग पर  आर्टिकल लिखकर इसकी महत्ता पर प्रकाश डालने को कहा गया था व समाज के हर वर्ग तक इस मैसेज को पहुंचने की जिम्मेदारी दी गई ।

कम्पीटिशन के  रिजल्ट्स इस प्रकार रहे

  1. अमतोज कौर सन्धु 
  2. शिवानी
  3. दीपक  स्टूडेंट्स कैटगरी के विनर्स 
  4. सवलीन 
  5. जैमसिना व  बबन्दीप कौर 
  6. मधुलिका

लेख लेखन प्रतियोगिता विजेताओं की श्रेणियां।डायटीशियन अम्तोज कौर संधू (पहली) शिवानी (दूसरा)दीपक (तीसरा)
 श्रेया डायटीशियन  अकादमी के स्टूडेंट्स
1.  सवलीन2.  जमसीना कौर3.  मधुलिका
सोशल मीडिया से विजेता
1. बबनदीप कौर2.  प्रवीण3.  भाग्यश्री

पीजीजीसी – 46 की वार्षिक कॉलेज पत्रिका ‘अमरन्थ’ का विमोचन

  • पत्रिका को प्रकाशित करने में विद्यार्थियों की मेहनत और रचनात्मकता की सराहना की

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चंडीगढ़ – 3 अगस्त, 22 : 

पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर-46, चंडीगढ़ की वार्षिक कॉलेज पत्रिका ‘अमरन्थ’ का विमोचन आज प्राचार्य डॉ. आभा सुदर्शन द्वारा किया गया। प्राचार्य डॉ. सुदर्शन ने संपादकीय बोर्ड को बधाई दी और पत्रिका को प्रकाशित करने में विद्यार्थियों की मेहनत और रचनात्मकता की सराहना की। इस अवसर पर डॉ. रमनदीप, मुख्य संपादक, डॉ. पूजा गर्ग, डॉ. प्रीतिंदर सिंह, सुश्री शेफाली, डॉ. अमनप्रीत और डॉ. लीमचंद सहित संपादकीय बोर्ड के सदस्य उपस्थित थे।

पर्यावरण अध्ययन विभाग ने वन महोत्सव मनाया

डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, चण्डीगढ़ :

स्नातकोत्तर सरकारी कॉलेज, सेक्टर 46, चंडीगढ़ के पर्यावरण अध्ययन विभाग द्वारा एनएसएस, एनसीसी के सहयोग से वन महोत्सव मनाया गया। कॉलेज परिसर में आम, नीम, आंवला, अमरूद आदि करीब 50 पौधे लगाए गए। इस मौके पर प्राचार्य डॉ. आभा सुदर्शन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। उन्होंने न केवल रोपण, बल्कि पौधों को पोषित करने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने स्वयंसेवकों को धरती के लिए पौधों की भूमिका के बारे में जनता के बीच जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित किया। कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल डॉ बलजीत सिंह ने भी मानव जीवन में पौधों के महत्व पर बात की।

इस अभियान का आयोजन डॉ. सिद्धार्थ कुमार, डॉ. रितु सरसोहा, पूजा गुप्ता, डॉ. अमनप्रीत कौर, डॉ. कुलविंदर सिंह और डॉ. अरविंदर सिंह ने किया।

Students of P U Girls hostels, Sector 25 organized ‘Dhiyan di Teej’

Koral ‘Purnoor’, Demokretic Front, Chandigarh August 1, 2022

The Chief guest Prof. Meena Sharma, Director, Central Placement Cell and Former DSW(W) and female guests graced the event. The students (around 150) and staff decorated the hostel on the theme and participated in all the events enthusiastically. The students showcased their talent by applying Mehandi, making beautiful rangolis and decorating pots in various competitions.

Around 50 students participated in the cultural event and Miss Teej competition. The winners Ms. Manisha (GH-10), Ms. Sonam (GH-10), Ms. Mandeep (GH-10), Ms. Alka (GH-10) and Ms. Jashandeep (GH-10) were felicitated with prizes. The event provided a stage to showcase the artistic qualities of the residents and encouraged them for future endeavours.

The wardens were present at the occasion and thanked the organizing team of students for their efforts.