नी माँ मेरी आएगी केहड़ी रुते…
नी माँ मेरी आएगी केहड़ी रुते…
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 22 जनवरी
तू ही तू, रामदरबार में माता राम बाई चेरिटेबल ट्रस्ट राम दरबार, चण्डीगढ़ द्वारा आयोजित 64वें सालाना उर्स-ए-मुबारक एवं सर्वधर्म समागम में आखिरी दिन पंजाबी सूफी गायक सरदार अली और असलम अली ने एक से एक सूफ़ी कलाम नी माँ मेरी आएगी केहड़ी रुते…, रब्ब कह बैठा हाँ…आदि प्रस्तुत करके समां बाँध दिया। ये जानकारी संस्था के प्रवक्ता तेजिंदर चौहान, जो हर वर्ष दुनिया के सबसे बड़े रावण के दहन कार्यक्रम के लिए जाने जाते हैं, ने दी। उन्होंने बताया कमी सप्ताह भर तक चले इस समारोह में श्रीमद्भागवत कथा, श्री गुरु ग्रंथ साहब जी व श्री राम चरितमानस का अखंड पाठ, पंजाबी सूफी महफ़िल व शब-ए-सूफ़ियाना का आयोजन हुआ व रोजाना अटूट भंडारा बरताया गया। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष की भाति इस वर्ष भी माता राम बाई चेरिटेबल ट्रस्ट राम दरबार, चण्डीगढ़ द्वारा आयोजित 64वां सालाना उर्स-ए-मुबारक एवं सर्वधर्म समागम मर्द-ए-कुलन्दर जन्नतनशीन पूजनीय माता राम बाई जी अम्मी हुजूर शहंशाह का उर्स-ए-मबारक अपनी कदीमी रिवायात के मताबिक दरबार परिसर में शहजादा पप्पू सरकार जी गद्दीनशीं तू ही तू रामदरबार के सानिध्य में धूमधाम से मनाया गया।