मेनका गाँधी को ₹100 करोड़ की मानहानि का नोटिस
इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि आज हमने इस्कॉन के खिलाफ पूरी तरह से निराधार आरोप लगाने के लिए मेनका गांधी को 100 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा है। उन्होंने आगे कहा कि इस्कॉन के भक्तों, समर्थकों और शुभचिंतकों का विश्वव्यापी समुदाय इन अपमानजनक, निंदनीय और दुर्भावनापूर्ण आरोपों से बहुत दुखी है।
- भाजपा सांसद मेनका गांधी को ISKCON ने भेजा 100 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस
- मेनका गांधी ने ISKCON पर लगाए थे कई गंभीर आरोप
- ISKCON ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को किया खारिज
- “सनातन धर्म विरोधी पार्टियों में जल्दी प्रवेश पाने के लिए सनातनी संगठन को निशाना बनाना एक फैशन बन गया है। हम उन्हें इस्कॉन को उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए एक सीढ़ी के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देंगे।” : राधा रमण दास
- सूत्र कि माने तो यह दल बद्लने कि एक चाल है
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 29 सितम्बर :
मेनका गांधी के इस्कॉन के खिलाफ दिए बयान को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री की परेशानी बढ़ सकती है। इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने कहा है कि वह मेनका गांधी के खिलाफ सौ करोड़ रुपये का मानहानि का दावा करेंगे। इस संबंध में मेनका गांधी को नोटिस जारी कर दिया गया है। दास ने कहा कि कोई सांसद बिना किसी तथ्य के ऐसा झूठा आरोप कैसे लगा सकता है? राधारमण दास ने कहा कि ‘मेनका गांधी का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे दुनियाभर में फैले हमारे अनुयायियों को दुख पहुंचा है। हम मेनका गांधी के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि का केस कर रहे हैं। हमने उन्हें नोटिस भेजा है। कोई सांसद, जो केंद्रीय मंत्री भी रह चुकी हैं, वह बिना किसी तथ्य के इतनी बड़े वर्ग के खिलाफ झूठ कैसे बोल सकता है।’
दरअसल, मेनका गाँधी का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वह कह रही हैं, “मैं आपको बता देती हूँ, सबसे बड़े धोखेबाज जो हैं वह है इस्कॉन है। मैं उनके अनंतपुर गौशाला गई, जहाँ एक भी सूखी (बिना बच्चे की और दूध नहीं देने वाली) गाय और बछड़े हमें नहीं मिले। मतलब सब सूखी गायें और बछड़े बूचड़खानों को बेचे गए।”
मेनका गाँधी उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से सांसद हैं और पशु अधिकारों के लिए आवाज उठाती रहती हैं। धार्मिक संस्था ISKCON ने उनके इन आरोपों को खारिज किया था और एक बयान जारी करके गायों को लेकर किए जाने वाले प्रयासों के बारे में बताया था।
ISKCON कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने इस मामले पर कहा, “मेनका गाँधी द्वारा दिया गया बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। विश्व भर में हमारे अनुयायी काफी दुखी हैं। हम 100 करोड़ रुपए की मानहानि का मुकदमा कर रहे हैं। हमने इस विषय में आज नोटिस भेज दिया है। कैसे एक सांसद, जो कभी केन्द्रीय मंत्री थीं, बिना किसी सबूत के एक बड़े संस्थान के विरुद्ध झूठ बोल सकती हैं।”
इससे पहले ISKCON के प्रवक्ता राधा रमण दास ने मेनका गाँधी को चिड़चिड़ी महिला बताया था। उन्होंने मेनका से माफ़ी माँगने को कहा था और माफ़ी ना माँगने की स्थिति में उनके ऊपर मानहानि का मुकदमा दायर करने की बात कही थी। राधा रमण दास ने मेनका गाँधी पर राजनीतिक फायदा लेने के लिए यह बयान देने का आरोप लगाया था।
राधा रमण दास ने लिखा था, “सनातन धर्म विरोधी पार्टियों में जल्दी प्रवेश पाने के लिए सनातनी संगठन को निशाना बनाना एक फैशन बन गया है। हम उन्हें इस्कॉन को उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए एक सीढ़ी के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देंगे। बीजेपी से अनुरोध है कि उनके खिलाफ कार्रवाई करे। मोहम्मद जुबैर जैसे जिहादियों द्वारा उनका समर्थन करना ही पूरी कहानी बयाँ करता है।”
इस्कॉन ने कहा- पिछले 50 सालों में इस्कॉन दुनियाभर में गाय संरक्षण और शाकाहार में अग्रणी रहा है और कई देशों में गौशालाओं का निर्माण और रखरखाव कर रहा है। भारत में इस्कॉन 60 से ज्यादा गौशालाओं का रखरखाव कर रहा है, जहां सभी गायों, बैलों और बछड़ों की प्यार और देखभाल के साथ सेवा की जाती है।
इनमें से कई गौशालाओं में गाय-बैल को घायल या रोगग्रस्त अवस्था में लाया जाता है, इस्कॉन गौशाला में स्वयंसेवकों और कार्यकर्ताओं की टीम उनकी देखभाल भी करती है। गौसेवा की सनातन प्रथा को पुनर्जीवित करने के लिए भारत भर में गाय की देखभाल और संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए इस्कॉन और इसकी पहल की तारीफ की है।